Northeast was only used as an ATM by Congress: PM Modi in Dimapur, Nagaland

Published By : Admin | February 24, 2023 | 11:03 IST
Our mantra for Nagaland has been - Peace, progress and prosperity, and this is the reason people's trust in BJP is rising: PM Modi in Dimapur
Northeast was only used as an ATM by Congress. They used to withdraw money from this region and took it to Delhi, filling the safes of their masters: PM Modi in Dimapur
Earlier northeast had politics of 'DIVIDE', we have now transformed it into a 'DevINE' governance scheme: PM Modi in Nagaland’s Dimapur

नमस्कार,
आपने खान किनी का असे?
दीमापुर में दूर-सुदूर से पहुंचे सभी साथियों को मेरा नमस्कार !

नागालैंड की सांस्कृतिक विविधता से मैं हमेशा प्रभावित रहा हूं। आपका ये प्यार देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। मैं बीजेपी-NDPP के पक्ष में बहुत बड़ा जनसमर्थन देख रहा हूं। नागालैंड में विकास और विश्वास की लहर चल रही है।

भाइयों और बहनों,
नागालैंड में बीजेपी-NDPP सरकार के लिए इतना समर्थन आज इसलिए है, क्योंकि हम नॉर्थ ईस्ट के तेज विकास का संकल्प लेकर दिन-रात काम कर रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट के लिए, नागालैंड के लिए, कांग्रेस और उसके पार्टनर्स की पॉलिसी रही है- वोट पाओ और भूल जाओ। कांग्रेस के दिल्ली के नेता नागालैंड की तरफ देखते तक नहीं हैं। कांग्रेस और इसके सहयोगियों की सरकारों ने अपनी politics में नागालैंड की stability और नागालैंड की prosperity को कभी भी महत्व नहीं दिया। तभी कांग्रेस के शासनकाल में नागालैंड में हमेशा political instability रही। कांग्रेस के लोगों ने नागालैंड की सरकार को दिल्ली से रिमोर्ट कंट्रोल से चलाया। इसका कारण ये है कि दिल्ली में पहले फैमिली फर्स्ट वाली सोच थी। दिल्ली से लेकर दीमापुर तक इन लोगों ने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी। इसलिए नागालैंड सहित पूरा नॉर्थ ईस्ट आज कांग्रेस को उसके किए कामों को, पापों की सज़ा दे रहा है।

साथियों,
बीजेपी की, एनडीए की हमारी सरकार ने पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए दिल्ली की पॉलिटिकल सोच को ही बदल दिया है। कांग्रेस के समय में नॉर्थ ईस्ट को सिर्फ कांग्रेस के नेताओं को एक जेब भरने के लिए, हमेशा नॉर्थ ईस्ट को ATM ही माना, ATM की तरह Use किया। आप जानते हैं जब पैसों की जरूरत होती है, लोग ATM से पैसे निकालते हैं। ये दिल्ली में बैठे हुए कांग्रेस के नेता नॉर्थ ईस्ट के हक का जो पैसा था न वो ATM की तरह निकालकर दिल्ली ले जाते थे। सरकार का पैसा यहां जनता के पास नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था।

साथियों,
आपको याद होगा, कांग्रेस के एक पूर्व प्रधानमंत्री कहते थे कि वो दिल्ली से 1 रुपया भेजते हैं और जनता तक 15 पैसा ही पहुंचता है। लेकिन नॉर्थ ईस्ट तक तो पहले ये 15 पैसा भी नहीं पहुंचता था। 10 साल पहले कोई सपने में नहीं सोच सकता था कि नॉर्थ ईस्ट में कभी हालात भी बदल सकते हैं। लेकिन बीजेपी ने टेक्नोलॉजी की ताकत से करप्शन पर बड़ा प्रहार किया है। आज दिल्ली से भेजा पूरा रुपया आपके बैंक अकाउंट में पहुंच रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि का लगभग 400 करोड़ रुपया नागालैंड के हज़ारों किसानों के बैंक अकाउंट में सीधा आया है। बीच में कोई कट नहीं, कमीशन नहीं। बीच में कोई ATM नहीं। कोरोना काल में यहां की हज़ारों बहनों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए सीधे दिल्ली से यहां आपके खाते में जमा हुए हैं। एक पैसा भी कहीं लीक नहीं हुआ।

साथियों,
आपको याद होगा, राशन को लेकर पहले कितनी परेशानी होती थी। जिसके पास राशन कार्ड था उसे पैसा देकर भी पूरा राशन नहीं मिल पाता था। आज केंद्र सरकार नागालैंड के हज़ारों परिवारों को मुफ्त राशन दे रही है, पूरा राशन दे रही है।

भाइयों और बहनों,
ये इसलिए हो पा रहा है क्योंकि हम नागालैंड को, नॉर्थ ईस्ट के आठ राज्यों को कांग्रेस की तरह ATM नहीं, बल्कि हमारे लिए तो ये अष्टलक्ष्मी है, अष्टलक्ष्मी है। इस अष्टलक्ष्मी को भारत की ताकत मानते हैं। नॉर्थ ईस्ट का कल्चर, यहां का यंग टैलेंट और यहां के रिसोर्सेस नॉर्थ ईस्ट के ही काम आए, इसके लिए हमने काम शुरू किया है। इसलिए हमारा ये प्रयास है कि दिल की दूरियां भी मिटें और दिल्ली से दूरी भी कम हो। हमने दिल्ली को भी कनेक्ट किया है और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से गांवों और शहरों को भी आपस में कनेक्ट किया है। बीते 9 वर्षों में दर्जनों बार मैं खुद आपके बीच आया हूं। केंद्र सरकार के मंत्री यहां बार-बार आते हैं। यहां के प्रसिद्ध हॉर्निबिल फेस्टिवल की रौनक, मैं कभी नहीं भूल सकता। मुझे इस बात की खुशी है कि दिलों की दूरियां मिटाने में नागालैंड बीजेपी की टीम भी बहुत ही अच्छा काम कर रही है। यहां के हमारे बीजेपी प्रेसिडेंट, तेमजन इमना, की बातें आज पूरा देश सुनता है, मजा लेता है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर वे नागालैंड और नॉर्थ ईस्ट को शानदार तरीके से रिप्रेजेंट कर रहे हैं। मैं भी सोशल मीडिया में उनको हमेशा देखने की कोशिश करता हूं। आज़ाद भारत के इतिहास में नागालैंड को पहली राज्यसभा एमपी देने का अवसर भी एनडीए को ही मिला है। फान्गनॉन कोन्याक जी आज देश की संसद में नागालैंड की बहनों-बेटियों के टैलेंट और कैपेबिलिटी को रिप्रेज़ेंट कर रही हैं। इसके अलावा ये महिलाओं को सम्मान देने वाले नागा कल्चर का भी सम्मान है। ये रानी गाइदिन्ल्यू के प्रति भी हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है। और ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे गुजरात में रानी गाइदिन्ल्यू जी का स्वागत करने का सौभाग्य मिला था। जब मैं राजनीतिक जीवन में नहीं था, मैं सामाजिक जीवन में काम करता था।

साथियों,
आप सभी ने मेरा मन की बात कार्यक्रम जरूर सुना होगा। मैं मन की बात में भी नागालैंड की अक्सर चर्चा करता रहता हूं। नागा कल्चर, क्राफ्ट, नागा लाइफ स्टाइल और यहां के म्यूजिक को प्रमोट करने वाली "लिडि-क्रो-यू" संस्था के बारे में मैंने मन की बात में, विस्तार से बात की थी। नागालैंड की किंग चिली आज देश-विदेश में धूम मचा रही है। नागालैंड के किसानों के इस सामर्थ्य को भी मैंने देश के साथ शेयर किया है। नागालैंड में आज जो भी अच्छा काम हो रहा है, वो देश तक पहुंच रहा है और उसपर पूरा देश गर्व करता है।

साथियों,
अपने ही लोगों पर अविश्वास करके देश नहीं चलता। देश चलता है अपने लोगों का सम्मान करके, उनकी समस्याओं का समाधान करके। इसलिए पहले जहां नॉर्थ ईस्ट में DIVIDE की Politics चलती थी, हमने उसे DIVINE Governance model में बदला है। आज PM-DIVINE के रूप में विशेष योजना नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए हम चला रहे हैं। इस योजना के तहत ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि नॉर्थ ईस्ट के विकास से जुड़े प्रोजेक्ट समय पर पूरे हों।

भाइयों और बहनों,
नागालैंड के लिए हमारा मंत्र रहा है- Peace, Progress and Prosperity. इसलिए नागालैंड का भरोसा बीजेपी पर, एनडीए पर लगातार बढ़ रहा है। बीते वर्षों में अनेक युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। और मुझे खुशी है जैसे मैं नागालैंड आता हूं वैसे मैं एक बार सभी हमारे गांव-बूढ़े जो नेता हैं, उन सबको मेरे घर दिल्ली बुलाया था, उनका स्वागत सम्मान किया था। और उन्होंने मुझे इतने आशीर्वाद दिए थे, इतने आशीर्वाद दिए थे कि आज भी गांव-बूढे़ हर कोई मुझे उतना ही आशीर्वाद देता रहता है। पिछले 9 वर्षों में नागालैंड में हिंसा की घटनाओं में लगभग 75 प्रतिशत कमी आई है। 75 पर्सेंट रिड्यूस हुआ है। नागालैंड में अनेक क्षेत्रों से AFSPA को हटाया जा चुका है। पूरे नागालैंड में AFSPA की ज़रूरत ना पड़े, इसके लिए हम दिन-रात ईमानदारी से जुटे हैं। नागालैंड में permanent peace और Progress ही भाजपा की Politics का आधार है। नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बीजेपी और एनडीए सरकारें होने से बॉर्डर से जुड़े disputes भी तेज़ी से हल हो रहे हैं। इससे भी इस पूरे क्षेत्र में progress और prosperity के लिए नए अवसर बन रहे हैं। 2 मार्च को फिर सरकार बनने के बाद यहां Extortion करने वालों पर भी, और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

भाइयों और बहनों,
बीजेपी और एनडीए सरकार नागालैंड के, नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए कमिटेड है। पिछले 9 वर्षों में नागालैंड सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट में रोड हो, रेल हो, हवाई कनेक्टिविटी हो, इसमें बहुत बड़ा बदलाव आया है। कांग्रेस सरकार के दौरान फाइनेंस कमीशन के तहत नागालैंड के लिए ग्रांट 2 हजार करोड़ के आसपास थी। जबकि हमारी सरकार ने इसे 2 गुणा से ज्यादा बढ़ाया है। अब ये बजट 5 हज़ार करोड़ रुपए के करीब है। साल 2014 की तुलना में नागालैंड में नेशनल हाईवे नेटवर्क लगभग दोगुना हो चुका है। नागालैंड अब म्यांमार से भी कनेक्ट हो रहा है। नागालैंड में दीमापुर एयरपोर्ट से नॉर्थ ईस्ट के 8 रूट्स पर उड़ान योजना के तहत फ्लाइट्स शुरु की गई हैं। 100 साल बाद नागालैंड को अपना दूसरा रेलवे स्टेशन मिला है। राजधानी कोहिमा को रेलवे से जोड़ने के लिए भी तेज़ गति से काम चल रहा है। जब कोहिमा तक ट्रेन पहुंच जाएगी तो ease of living और ease of doing business, दोनों बेहतर होगा।

साथियों,
भाजपा सरकार नागालैंड के युवाओं को टूरिज्म से टेक्नोलॉजी तक और स्पोर्ट्स से लेकर स्टार्ट-अप्स तक, कदम-कदम पर साथ दे रही है। कोहिमा में software technology park अपने आप में एक बहुत बड़ा Initiative है। आज जब भारत दुनिया की एक बड़ी स्पोर्ट्स पावर बनने की तरफ बढ़ रहा है, तो इसमें हमारे नागालैंड के युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। हम भारत की ओलंपिक फुटबॉल टीम के पहले कैप्टन, तालिमेरेन ओ को बहुत गर्व के साथ याद करते हैं। स्पोर्ट्स की इतनी rich legacy नागालैंड के पास है। नागालैंड का ये स्पोर्ट्स पोटेंशियल देश के काम आए, इसके लिए एनडीए सरकार काम कर रही है। इसी लक्ष्य के साथ नागालैंड में खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है। इससे Wrestling, आर्चरी और Boxing जैसे खेलों में नागालैंड के युवाओं को Best facilities मिल रही हैं।

साथियों,
एनडीए सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है। इसलिए हम गरीबों के, आदिवासियों के, महिलाओं के विकास पर बहुत अधिक फोकस कर रहे हैं। ये समाज का वो हिस्सा है, जो विकास के लाभ से वंचित रहा है। इसलिए आज हमारी हर स्कीम में इस वर्ग को प्राथमिकता दी जा रही है। गरीब को घर हो, टॉयलेट हो, बिजली हो, गैस कनेक्शन हो, ये सब भी बीजेपी सरकार गरीब के पास जाकर खुद दे रही है। आप कल्पना कीजिए, गरीबों के 55 हज़ार से अधिक घर नागालैंड के लिए स्वीकृत किए गए हैं। पाइप से घर-घर पानी मिले, ये तो नागालैंड के एक बहुत बड़े हिस्से की बहनों का सपना होता था। पिछले साढ़े 3 वर्षों में ही नागालैंड के साढ़े 3 लाख से अधिक परिवारों तक पाइप से पानी की सुविधा पहुंची है। इसका सबसे अधिक लाभ हमारी ट्राइबल बहनों को हुआ है। आयुष्मान भारत योजना का लाभ भी बहुत बड़ी संख्या में हमारी बहनों को हुआ है, आदिवासी परिवारों को हुआ है। नागालैंड के हजारों साथियों ने इस स्कीम के तहत मुफ्त इलाज कराया है। भाजपा सरकार ना रीजन को लेकर भेदभाव करती है और ना ही रीलिजन को देखकर भेदभाव करती है। आप याद करिए, जब कोरोना महामारी फैली, जब वैक्सीन आई, तो हमने सबको वैक्सीन पर जोर दिया, सबको बिना भेदभाव वैक्सीन लगाई।

साथियों,
बीजेपी-एनडीए सरकार की हर योजना चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर की हो या फिर वेलफेयर की, ये सबके लिए हैं, सबके हित में है। कोई भेदभाव नहीं। यही सबका विकास है। सबका विकास का एक और उदाहरण हमारी किसानों से जुड़ी योजनाएं हैं। हमारी सरकार छोटे किसानों, आदिवासी किसानों को मदद दे रही है। दीमापुर सहित इस पूरे क्षेत्र में जैसे-जैसे कनेक्टिविटी बढ़ रही है, वैसे-वैसे छोटे किसानों के लिए संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। नैचुरल फार्मिंग और मिलेट्स-श्रीअन्न को प्रमोट करने के लिए बहुत बड़े कदम इस वर्ष के बजट में उठाए गए हैं। इससे नागालैंड के छोटे किसानों, ट्राइबल किसानों को बहुत लाभ होने वाला है। इससे नागालैंड की ऑर्गेनिक खेती को बल मिलने वाला है। बांस की खेती को लेकर भी जो पुराना कानून था, उसको भी बीजेपी सरकार ने बदला है। इसका लाभ आज नागालैंड के आदिवासी परिवारों को हो रहा है। इसी सेवा भावना की वजह से देश के ट्राइबल बेल्ट में बीजेपी को बहुत प्यार मिल रहा है। वही प्यार, वही उत्साह मैं नागालैंड में भी देख रहा हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि वोटिंग के दिन हर बूथ में भी यही उत्साह दिखेगा। अभी त्रिपुरा में चुनाव हुआ, पिछले हफ्ते। 80-90 प्रतिशत तक वोटिंग हुआ, और कई दशकों के बाद, त्रिपुरा में भाजपा सरकार बनने के बाद, पूरे चुनाव में मतदान हो गया, कहीं पर भी हिंसा की कोई घटना नहीं घटी, किसी की हत्या नहीं हुई, बहुत दशकों के बाद पहली बार हुआ है क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है। शांतिपूर्ण पूरे नार्थ ईस्ट में चुनाव जब भी मौका आता है आज वो वातावरण बना है।
बीजेपी-NDPP के हर उम्मीदवार को आप भारी मतों से जिताएं। और मुझे भी नागालैंड की सेवा करने की अधिक ताकत दें। इसीलिए आज मैं आपके पास आया हूं, ताकि मैं गांव-बूढ़ों को जो वादा किया है मैं हर दिन वो वादे पूरा करना चाहता हूं। नागालैंड की जनता को जो मैंने वादे किए हैं वो हर वादे मैं पूरा करना चाहता हूं। नागालैंड के युवाओं को, नागालैंड की महिलाओं को, नागालैंड के किसानों को मैंने जो वादे किए हैं उन वादों को मुझे धरती पर उतारना है। और हमारे इन साथियों की मदद से वो उतारना संभव होने वाला है। इसीलिए मुझे आपका वोट चाहिए, इसीलिए मुझे आपकी मदद चाहिए। आप इतनी बड़ी तादाद में आकर के आशीर्वाद दिए, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।
बहुत-बहुत धन्यवाद !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।