The next 25 years are crucial to transform India into a 'Viksit Bharat': PM Modi

Published By : Admin | January 25, 2024 | 12:00 IST
The next 25 years are crucial for both India and its youth. It is the responsibility of the youth to transform India into a Viksit Bharat by 2047
Today, if India has achieved pioneering reforms, digital infrastructure & and a robust and resilient economy, it is a testimony to the power of a vote
It is due to a stable government that abrogation of Article 370, implementation of GST, passage of Nari Shakti Vanadan Act & incoming of large-scale FDI could be made possible
Over the last 10 years, the government has transformed from corruption to credibility in governance and from scams to success stories in achievements
Indian youth possess tradition and talent along with inspiration and innovation

नमस्कार,
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम सबके मार्गदर्शक जेपी नड्डा जी, हमारे युवा मोर्चा के युवा साथी, अन्य पदाधिकारीगण और इस कार्यक्रम से जुड़े, देश भर के हमारे नौजवान साथी,

शायद मेरे जीवन में इतना बड़ा युवाओं के साथ संवाद करने का ये पहला अवसर है। और शायद दुनिया के किसी राजनेता के लिए भी ये पहला अवसर होगा। और मुझे अच्छा लगा कि नव मतदाता को नमन करने का कार्यक्रम है। नवो नव मतदाता, तो मैं सबसे पहले सभी मतदाताओं को भारत का भाग्य निर्माण करने के लिए नमन करता हूं निमंत्रित करता हूं। मैं देख पा रहा हूं कि बड़ी संख्या में बेटियां इस कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं। आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इस महत्वपूर्ण दिन देश के सबसे युवा मतदाताओं के बीच आना, अपने आप में ऊर्जा से भर देने वाला है। मैं आप सभी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,
18 से 25 वर्ष की आयु ऐसी होती है, जब किसी का भी जीवन, बहुत से बदलावों का साक्षी बनता है। इन्हीं बदलावों के बीच, आप सभी को एक और जिम्मेदारी साथ-साथ निभानी है। ये जिम्मेदारी दुनिया की सबसे बड़ी Democracy में भागीदारी की है। मैं जानता हूं, कि आपकी Age में किसी भी नई शुरुआत के लिए सबसे ज्यादा एक्साइटमेंट होता है। लेकिन आपकी ये शुरुआत बहुत अलग है। वोटर लिस्ट में नाम रजिस्टर होते ही, अब आप देश के Democratic Process का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं।

मेरे युवा साथियों,
आप सभी के लिए ये Time Period, ये कालचक्र दो वजहों से बहुत अहम है। एक, आप सभी ऐसे समय में वोटर बने हैं, जब भारत का अमृतकाल शुरू हुआ है। और दूसरा, कल 26 जनवरी को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। अगले 25 साल आप के लिए भी और भारत के लिए भी दोनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। आपको अगले 25 साल अपना और भारत दोनों का भविष्य तय करना है। इन 25 वर्षों में आप कई बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ऐसे में जिले, प्रदेश और देश के स्तर पर होने वाले सारे चुनावों में आपकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी होगी। आज जब देश, 2047 तक विकसित भारत बनने के लक्ष्य पर काम कर रहा है, तो आपका वोट ये तय करेगा कि भारत की दिशा क्या होगी। जिस तरह, याद रखिए दोस्तों, जिस तरह 1947 से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था....उसी तरह 2047 के पहले के इन 25 सालों में आप पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है। हमारे बीच जब भी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम आता है, तो उनमें से अनेकों लोग ऐसे होते हैं जिनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच ही थी।
उनके नाम आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखे जाते हैं। आपके सामने भी एक ऐसा ही मौका है। विकसित भारत के अमृतकाल की गाथा में आपका नाम स्वर्णाक्षरों में कैसे लिखा जाए,ये आपको तय करना है। अगले कुछ सालों में हम Space, Defence, Manufacturing, Technology, Innovation और ऐसे कई सेक्टर्स में कहां पहुंचेंगे ये सब आप पर निर्भर होगा। हमारी गति, हमारी दिशा, हमारी अप्रोच कैसी होगी, ये सब आप तय करेंगे। और इसका एक बड़ा माध्यम मतदान ही होगा। भविष्य के भारत में आपके लिए संभावनाएं कैसी होंगी, इसकी जिम्मेदारी उन लोगों पर होगी जो इस कालखंड में देश की व्यवस्था संभालेंगे। ऐसे में उन लोगों का सही चुनाव हो, ये जिम्मेदारी आप नौजवान मतदाताओं पर है। आपके लिए जरूरी है कि अगले भारत का भाग्य उज्जवल बनाने के लिए वोट दें। इसलिए याद रखिएगा, आपका एक वोट और देश के विकास की दिशा दोनों आपस में जुड़े हुए हैं। आपका एक वोट भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा। आपका एक वोट, भारत में एक स्थिर और बड़े बहुमत वाली सरकार लाएगा। आपका एक वोट, भारत में तेज Reforms की गति को और गति देगा। आपका एक वोट, भारत में डिजिटल क्रांति को और ऊर्जा देगा। आपका एक वोट, पहले भारतीय को अपने दम पर अंतरिक्ष में पहुंचाएगा। आपका एक वोट, अंतरिक्ष में भारत का पहला स्पेस स्टेशन स्थापित करवाएगा। आपका एक वोट, भारत में पहला पैसेंजर एयरक्राफ्ट बनवाएगा। आपका एक वोट, दुनिया में भारत की साख और बढ़ाएगा। इसलिए आपके एक वोट में बहुत बड़ी ताकत है।

साथियों,
जब देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार होती है, जब देश में स्थिर सरकार होती है, तो देश बड़े फैसले लेता है, दशकों से लटकी हुई समस्याओं को सुलझाकर आगे बढ़ता है। आप देखिए, ये हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसमें जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाकर दशकों का इंतजार खत्म किया। ये हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसने हमारे देश के जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन लागू कर, देश के पूर्व फौजियों का चार दशक का इंतजार समाप्त किया। ये पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसने GST जैसी आधुनिक टैक्स व्यवस्था लागू कर देश का कई दशक पुराना इंतजार समाप्त किया। ये हमारी सरकार है जिसने नारीशक्ति वंदन अधिनियम बनाकर देश की महिलाओं का बरसों पुराना इंतजार खत्म किया। ये हमारी सरकार है जिसने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम बहन-बेटियों में इंसाफ की उम्मीद बढ़ाई। ये हमारी सरकार है जिसने तीन दशकों के इंतजार के बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की। ये हमारी सरकार है जिसने SC-ST-OBC का हित सुरक्षित रखते हुए भी गरीब युवाओं को भी 10 परसेंट आरक्षण का प्रावधान किया। और, ये हमारी ही सरकार है जिसको अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा का अवसर मिला है। जब देश में पूर्ण बहुमत की सरकार होती है, तो नीति में, निर्णयों में स्पष्टता होती है। इसका सीधा प्रभाव वैश्विक स्तर पर देश की साख पर भी पड़ता है। और साथियों मैं बताता हूं, मैं जब दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों को मिलता हूं ना, बड़े-बड़े नेताओं को मिलता हूं ना, दुनिये के कोई भी बड़े देश हो, जब मैं उनसे हाथ मिलाता हूं ना, तो अकेला मोदी हाथ नहीं मिलाता है, 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ खड़े होते हैं, और ये दुनिया को प्रभावित करता है। ये ताकत होती है पूर्ण बहुमत वाली सरकार की। आज दुनिया में भारत की साख एक नई ऊंचाई पर है। आज भारत के पासपोर्ट को बड़े गर्व के साथ देखा जाता है। ये युवाओं के लिए बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है। इस वजह से बीते वर्षों में भारत में रिकॉर्ड FDI आया है, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी आज रिकॉर्ड स्तर पर है। कभी सोना गिरवी रखना पड़ता था, लेकिन आज दूसरी स्थिति है। ये देश में रोजगार के भी नए मौके लगातार बना रहा है।

साथियों,
आपको याद होगा, लाल किले से मैंने कहा था कि यही समय है, सही समय है। 10-12 साल पहले भारत में जिस तरह की परिस्थितियां थीं, उन्होंने देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना दिया था। उस समय आप में से बहुत सारे लोग, कोई आठ साल का होगा, कोई दस साल का होगा, कोई 12 साल का होगा। हो सकता है उस समय की सारी स्थितियां आपको पता भी ना हो। आज स्थितियां बदली है। हम आज जिन Possibilities की बात कर रहे हैं, 2014 से पहले की जेनरेशन ने उनकी उम्मीद तक छोड़ दी थी। आप में से कई न्यूज पेपर्स पढ़ते होंगे। आज हर दिन नई खबर आती है कि देश ने इस सेक्टर में ये बड़ी उपलब्धि हासिल की। लेकिन 2014 से पहले के अखबार खोलिए...आजकल वो सब इंटरनेट पर एवलेबल है। तब आए दिन करप्शन और स्कैम की खबरें छपती थीं, हजारों करोड़ रुपये के घोटाले सामान्य बात थी। उस समय दिन देश के नौजवान सड़कों पर उस समय की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते थे। मुझे संतोष है कि हम उस अंधकारमय स्थिति से देश को बाहर निकाल पाए हैं। आज Corruption की नहीं, Credibility की बात होती है। आज Scam की नहीं Success Stories की बात होती है। तब भारत फ्रेजाइल फाइव में था, दुनिया सोचती थी कि भारत खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा। आज भारत पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया सोचती है कि भारत के विकास से उसका भी विकास होगा। आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत दुनिया की टॉप तीन इकॉनॉमी में शामिल हो जाएगा। आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत की इकोनॉमी 7 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगी। अर्थव्यवस्था के इतने बड़े विस्तार का बहुत बड़ा लाभ भारत के युवाओं को ही होगा। उनके लिए नए-नए सेक्टर्स में रोजगार के बहुत सारे नए मौके बनेंगे। इसलिए ही मैं कहता हूं, यही समय है, सही समय है।

साथियों,
आज का भारत, सबसे युवा है। इसी युवा प्रेरणा से आज का भारत बड़े लक्ष्य तय करता है और उन्हें प्राप्त भी करता है। सोलर एनर्जी से जुड़े कितने ही लक्ष्य, Renewable Energy से जुड़े लक्ष्य भारत ने तय समय से पहले हासिल करके दिखाए हैं। भारत आज दुनिया को दिखा रहा है कि प्रकृति की रक्षा करते हुए भी विकास कैसे किया जा सकता है। आपने देखा है, भारत की रेलवे ने साल 2030 तक जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य रखा है, भारत ने साल 2070 तक नेट जीरो का भी लक्ष्य रखा है। आज भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर अभूतपूर्व जोर दिया जा रहा है। बहुत ही जल्द भारतीय रेलवे का 100 परसेंट इलेक्ट्रिफिकेशन भी होने जा रहा है। इसी 22 जनवरी को सरकार ने सोलर से जुड़ी बड़ी योजना का ऐलान किया है, इस योजना के तहत देश के एक करोड़ घरों में सोलर रूफ टॉप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार का प्रयास है कि हमारे गरीब साथियों का, हमारे मध्यम वर्ग के परिवारों का बिजली बिल तो कम हो ही, कुछ लोगों का तो जीरो भी हो जाएगा। वो सिर्फ बिल नहीं, अपने घर की छत पर जो बिजली पैदा करेंगे, वो बिजली सरकार खरीदेगी और ये परिवार बिजली बेचकर भी पैसे कमा सकें।

साथियों,
आज का भारत आप युवाओं को बड़ी आशाओं से देख रहा है। आप 21वीं सदी के युवा हैं। आपके पास हजारों साल की विरासत है और इंटरनेट एज में फ्यूचर अप्रोच को देखने का सामर्थ्य भी है। दुनिया में ऐसी कोई युवा पीढ़ी नहीं है जिसके पास रामायण और गीता की प्रेरणा और Artificial Intelligence पर काम करने का स्कोप, दोनों हो। आपके पास Tradition की भी ताकत है और Talent की भी ताकत है। आपके पास Inspiration भी है और Innovation भी है। आपके पास संभावनाओं का आसमान है। और साथियों, आपका सामर्थ्य और बढ़े, आपके हर सपने पूरे हों, इसके लिए हमारी सरकार दिन-रात काम कर रही है। और नवजवानों मोदी की गारंटी भी सुन लीजिए, आपके सपने ही मेरे संकल्प है। मेरी प्राथमिकता आप सभी युवा ही हैं। मैंने हमेशा देश के युवाओं पर सबसे अधिक विश्वास किया है। इस विश्वास के कारण सरकार ने ऐसे फैसले किए हैं, जो पहले की सरकारों में असंभव से लगते थे। हमारी सरकार ने आप सभी युवाओं के लिए ड्रोन से लेकर स्पेस सेक्टर तक को खोल दिया है। हमने स्टार्टअप नीति बनाकर आपके लिए बिजनेस के नए रास्ते बनाए हैं। हमने मुद्रा योजना के तहत आपको बिना गारंटी बैंक से लोन लेने की सुविधा दी है। आप लोन लीजिए गारंटी मोदी देगा। यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट से लेकर फॉर्म अटेस्ट कराने से मुक्ति तक आपके लिए हर चीज आसान करने का काम हमारी सरकार ने किया है। स्पोर्ट्स सेक्टर में आपका टैलेंट आगे लाने के लिए खेलो इंडिया हो या इंटरनेट रिवॉल्यूशन के लिए डिजिटल इंडिया...सभी आपके लिए है। आज देश में एक से बढ़कर एक Higher Education के संस्थान खोले जा रहे हैं...आज देश में रिसर्च और इनोवशन के लिए युवाओं को सरकार हजारों करोड़ रुपए दे रही है... ये सब इसलिए है, क्योंकि सरकार आप पर विश्वास करती है, आपके लिए नए अवसर बनाना चाहती है। और अभी ये शुरुआत है। आज देश में पहले के मुकाबले दोगुनी-तीन गुनी तेजी से नए हाईवे बन रहे हैं, नए रेलवे रूट्स का निर्माण हो रहा है। आज भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर जितना इंवेस्ट कर रहा है, उतना पहले कभी नहीं किया गया। आज देश में जो चारों तरफ इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट हो रहा है, उसका सबसे बड़ा फायदा भारत के युवाओं को ही मिलेगा। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे, उनके लिए हर सेक्टर में नई-नई संभावनाएं बनेंगी। आज ये जो आधुनिक एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, वो किसके लिए बन रहे हैं? – भारत के युवाओं के लिए। ये जो नई वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, विस्टा डोम कोचेस शुरू हुए हैं, वो किसके लिए? – मेरे नौजवान साथियों आपके लिए। आपके लिए अगले कुछ वर्षों में भारत में बुलेट ट्रेन चलने जा रही है.....ये किसके लिए है? – भारत के युवाओं के लिए। भारत की कंपनियों ने जो हजार से भी ज्यादा नए एरोप्लेन्स का ऑर्डर दिया है, किसी एक देश ने हजार नये एयरोप्लेन का ऑर्डर, इस खबर से ही दुनिया को आश्चर्य होता है। ये भी रोजगार के नए अवसर..भारत के युवाओं के लिए ला रहा है। आज भारत के रेलवे स्टेशंस को आधुनिक बनाया जा रहा है...आज देश में एक से बढ़कर एक आधुनिक एयरपोर्ट्स बन रहे हैं... रीजनल कनेक्टिविटी से कम्यूनिकेशन कनेक्टिविटी तक, मोबाइल टावर से लेकर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क तक, सेमीकंडक्टर पर मिशन से लेकर मिशन हाइड्रोजन तक, एविएशन सेक्टर से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक, भारत में होता हर बदलाव नौजवान आपके लिए है। इन बदलावों का हर रास्ता, युवाओं के हित से होकर गुजरेगा। आपके लिए भारत में रोजगार के, स्वरोजगार के रिकॉर्ड नए अवसर बनने जा रहे हैं। राष्ट्र निर्माण से जुड़ी भारत के नौजवानों की हर आकांक्षा की पूर्ति के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। मैं देश के युवा वोटर्स को भी ये भरोसा दूंगा...सरकार युवाओं के हित में ऐसे ही फैसले लेती रहेगी और यही तो मोदी की गारंटी है।

साथियों,
मुझे खुशी है कि आज भारत का नौजवान, देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों को अच्छी तरह समझ रहा है। इसलिए वो भ्रष्टाचार के खिलाफ है, वो परिवारवाद के खिलाफ है। परिवारवाद एक ऐसी बीमारी है, जो देश के युवाओं को आगे बढ़ने से रोकती है। आपने देखा है कि परिवारवादी पार्टियों में दूसरे युवा कभी आगे नहीं बढ़ पाते। परिवारवादी पार्टी के नेताओं की सोच ही युवा विरोधी होती है। इसलिए आपको अपने वोट की ताकत से ऐसी परिवारवादी पार्टियों को हराना है।

साथियों,
आज इस आयोजन में शामिल युवाओं की मैं इस बात के लिए और सराहना करना चाहता हूं। आपने अमृत महोत्सव के दौरान जनभागीदारी की अद्भुत मिसाल कायम की है। भारत के युवाओं ने जिस बड़ी सख्या में अमृत महोत्सव में हिस्सा लिया, वो अभूतपूर्व है। समाज के हित में कार्य के लिए आप जितना कार्य करेंगे, उतना ही देश का भी भला होगा। युवाओं के लिए देश में एक नया संगठन भी बनाया गया है- उस संगठन का नाम है मेरा युवा भारत, Mybharat। अभी इस युवा संगठन को बने तीन महीने भी नहीं हुए हैं और इससे एक करोड़ से ज्यादा युवा जुड़ चुके हैं। आप भी मेरा युवा भारत माय भारत संगठन से जरूर जुडिए। आप अपनी बात, अपने सुझाव, नमो ऐप के माध्यम से भी मुझ तक पहुंचाते रहिए। नमो ऐप पर आप मुझे, आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का घोषणापत्र, बेजेपी का मेनिफेस्टो, या यूं कहे बीजेपी का संकल्प पत्र कैसा होना चाहिए, खासकर युवाओं के लिए उसमें क्या होना चाहिए इससे जुड़े सुझाव भी आप जरूर भेज सकते हैं। मेरे हिसाब से तो आप वोट डालने जाए उससे पहले ही मैं आपकी भागीदारी चाहता हूं। आइए देश को बनाने के लिए आगे आइए..आप भागीदारी कीजिए... मैं चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र में देश के ज्यादा से ज्यादा युवाओं की भागीदारी हो। भारत के युवा ही बीजेपी के संकल्प पत्र को गाइड करेंगे और आपके सुझावों में जो मुझे बहुत अच्छे लगेंगे, जो संभव लगेंगे, और जो मोदी की गारंटी होती है पूरा करने की, सिर्फ लिखने के लिए मैं नहीं लिखता, वो सुझाव देने वाले युवाओं से मैं मिलकर के भी विस्तार से बात करूंगा। कोई टीम उसको सेलेक्ट करेगी, आपके साथ बैठूंगा, गप्प-शप करूंगा, और अधिक जानने का प्रयास करूंगा।

साथियों,
आपने देखा होगा, देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार जी ने देश के युवाओं को बहुत ही अहम संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि हमारी मतदाता सूची एक जीवंत वाइब्रेंट तस्वीर के रूप में हमारे लोकतंत्र की समृद्धि विविधता को रिफ्लेक्ट करती है। उन्होंने विशेषकर शहर के लोगो को, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मतदान कर एक उदाहरण प्रस्तुत करने को कहा है। वाकई, आपका काम समाज को वोट के लिए जागरुक करने का भी है। इस बार आपको Let’s Vote के साथ, Lets make them vote पर भी काम करना है। आप सब सोशल मीडिया की जेनरेशन वाले लोग हैं। यानि, आप सब एक बड़ी Audience से सीधे कनेक्ट हो सकते हैं। जिनका नाम अब तक वोटर लिस्ट से छूटा हुआ है, उनका नाम भी आप लिस्ट में जरूर शामिल कराएं। कोशिश करिए, कोई भी ऐसा वोटर ना हो जो चुनाव में छूट जाए।

साथियों
युवा भारत की अमृत पीढ़ी के सामने तरक्की के जितने अवसर हैं, उतने पहले किसी पीढ़ी के पास नहीं थे। सारा विश्व आज आपकी ओर देख रहा है। जी-20 के सम्मेलन में भारत और भारतीयता की ये शक्ति पूरी दुनिया ने देखी है। हमें इस शक्ति के साथ आगे बढ़ना है और अपनी जिम्मेदारी भी समझनी है। आप आने वाले 25 वर्ष अपने कर्तव्यों के लिए पूरी शक्ति से काम करेंगे। इसी कामना, इसी विश्वास के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं।
आपको मेरी तरफ से, जीवन के एक नए कालखंड में आप प्रवेश कर रहे हैं तब, भारत के भाग्य लिखने वालों में आपकी भागीदारी बन रही है तब जितनी शुभकामनाएं दूं उतना ही कम है।
बहुत बहुत धन्यवाद, साथियों

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जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।