I have not seen a more anti-women Government in Rajasthan and it is the Congress-led policies that have made Rajasthan No.1 in crimes against women
It is the Congress that has always put the courage, valor, and bravery of the Armed Forces to shame. The Bofors scam and the Augusta-Westland scam are testimony to the same
Congress has the tendency to betray and disrespect its own and they did the same with Rajesh Pilot Ji
Congress-led policies are solely responsible for the unabated levels of crime, corruption, mafia rule, and appeasement in Rajasthan
Wherever hopes from Congress diminish, Modi’s Guarantees empower these hopes
The people of Rajasthan’s collective aspirations are my vision

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...
चार भुजा नाथ की... श्रीनाथजी महाराज की... देवनारायण भगवान की...आशापुरा माता की... एकलिंगनाथ जी महाराज की... करणी माता की... भारत माता की...
कुछ महीने पहले ही मुझे नाथद्वारा में भगवान श्रीनाथ और मालासेरी में भगवान देवनारायण के दर्शन का सौभाग्य मिला था। आज यहां आप सभी जनता-जनार्दन के दर्शन करने का भी मुझे अवसर मिला है। चुनाव प्रचार का आखिरी दिन हो सुबह का समय हो, और एक विधानसभा से इतनी बड़ी तादाद में लोग हो... मैं पहले राजस्था का बहुत दौरा कर चुका हूं। इस क्षेत्र में भी बहुत बार आया हूं। हमारी माताएं-बहनें आती थीं, लेकिन 5,10,15, 20 संख्या में आती थी... आज मैं जितने पुरुष हैं उतनी ही माताएं-बहनें यहां देख रहा हूं। और अभी ये समय तो खाना पकाने का समय है। खाना पकाना छोड़कर के राजस्थान का भाग्य बनाने के लिए मैदान में उतरीं हैं। मैं इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने के लिए आए हुए हर किसी का आभार व्यक्त करता हूं लेकिन माताओ-बहनों को विशेष रूप से प्रणाम करता हूं। बहुत लोग हैं जो भारतीय जनता पार्टी की ताकत को जानते ही नहीं हैं। उनको लगता है कि मोदी को गाली दे दोगे तो उनकी गाड़ी चल जाएगी। लेकिन उनको पता नहीं है कि ये पार्टी ऐसी है जिसे कार्यकर्ताओं ने अपने खून-पसीने से बनाया है। ये पार्टी ऐसी है, जिसमें चार-चार पीढियां खप गई हैं और एक ही सपना लेकर के भारत माता की जय। एक ही सपना, एक ही संकल्प और ये कार्यकर्ताओं का परिश्रम है, ये कार्यकर्ताओं का पुरुषार्थ है कि वो देश के लिए सबसे पहली प्राथमिकता रखते हुए हर जिम्मेवारी को निभाती है।

साथियों,
आज जब मैं इस सभा में, सभा तो विराट है ही है, माताएं-बहनें तो है ही हैं, चुनाव का परिणाम भी निश्चित है। लेकिन, जब मैंने यहां बैठे-बैठे.. श्रद्धेय देरासरिया जी को देखा, इस आय़ु में शायद जीवन के छह दशक देरासरिया जी ने इस विचार के लिए खपा दिए। और एक कार्यकर्ता के रूप में नीचे बैठकर के हम सबको आशीर्वाद दे रहे हैं। राजस्थान के चुनाव प्रचार का ये आखिरी दिन और मेरा ये आखिरी कार्यक्रम.. और पूरे अभियान को आज चार चांद लग गए, जब देरासरिया जी का आशीर्वाद मिल गया। मगरा-मेरवाड़ा की वीरधरा के आप सभी को, आप मेरे परिवारजनों को मेरा राम-राम !मेरा सौभाग्य है कि इस चुनाव अभियान की आखिरी सभा यहां देवगढ़ में हो रही है। और आज देवउठनी एकादशी है। आज तुलसी विवाह का पर्व है। आज श्री खाटू श्याम जी के जन्मोत्सव का पावन पर्व है। मैं देश के लोगों को, राजस्थान के लोगों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। आज राजस्थान में बहुत सारी शादियां हैं। और इस सारी शादियों के कारण चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख भी 23 नवंबर से 25 नवंबर की थी। मैं सभी को नव विवाहितों को, परिवार के सभी सदस्यों को अपनी मंगलकामनाएं देता हूं। अब इलेक्शन कमीशन ने तो शादियों को ध्यान में रखकर कर के अपनी डेट बदल दी, लेकिन आपकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। इलेक्शन कमीशन ने इतना बड़ा काम आप सबके लिए किया है तो आपको भी मतदान करके इलेक्शन कमीशन की इज्जत को और बढ़ा देना चाहिए। बढ़ा देंगे? इलेक्शन कमीशन ने आपके लिए डेट बदल दी, आपकी शादियों में रुकावट ना आए इसलिए इलेक्शन कमीशन ने संवेदनशीलता के साथ इतना बड़ा फैसला ले लिया और तब राजस्थान की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है कि सारे रिकॉर्ड तोड़कर के मतदान करेंगे। क्या आप हर पोलिंग बूथ में पिछले चुनाव से ज्यादा मतदान कराएंगे? आप जाकर के हिसाब निकाल करके देख लेंगे। पिछले चुनाव में अगर 700 वोट पड़ा है, तो इस चुनाव में 800 पड़ेगा? 800 पड़ा है तो 900 पड़ेगा? 90 पर्सेंट हुआ है तो 95 पर्सेंट होगा? इलेक्शन कमीशन की हिम्मत ब़ढ़ जाएगी।

साथियों,
बीते दिनों मैं जहां-जहां भी राजस्थान में गया, करीब-करीब हर कोने में जाने का मौका मिला....मैंने छोटे-छोटे बच्चों की भावनाओं को समझा.. मातओं-बहनों को सुना.. राजनीति के खिलाड़ियों को सुना, हर तरफ से एक गूंज सुनाई देती थी... एक ही बात सुनाई देती है...
गहलोत जी, एक ही बात सुनाई देती है...गहलोत जी, कोनी मिले वोट जी!... गहलोत जी, कोनी मिले वोट जी! और साथियों, इस चुनाव की एक और बहुत खास बात रही है। राजस्थान के इस चुनाव में हमारी माताओं-बहनों और बेटियों ने जिस प्रकार से भाजपा का झंडा उठा लिया है ना वो काबिले तारीफ है। मैं देखता ही रहा हूं जहां-जहां मेरी नजर जा रही है... मताएं-बहने, माताएं-बहनें, क्या कमाल कर दिया है। और ये मैंने पूरे राजस्थान में देखा है। राजस्थान की महिलाएं, अब कांग्रेस सरकार को एक पल के लिए भी बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं। राजस्थान ने आज तक इससे बड़ी महिला विरोधी सरकार नहीं देखी है। इसलिए राजस्थान के जन-जन ने कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया है। और अपनी सौगंध का मान रखना ये तो राजस्थान की धरती की अपनी ताकत है। और यहां की जनता उसे जानती भी है। और इसलिए कल मैंने ये डंके की चोट पर कहा है- राजस्थान में इस बार तो नहीं कभी भी, ये शब्द मेरे याद रखना, देवउठनी एकादशी को बोल रहा हूं, देवगठ में बोल रहा हूं, इस बार तो छोड़ दीजिए, अब राजस्थान में कभी भी गहलोत सरकार की वापसी नहीं होगी।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की इस धरती का कण-कण वीर-वीरांगनाओं के शौर्य की गाथाओं से भरा पड़ा है। मगरा-मेरवाड़ा का ये क्षेत्र तो महाराणा कुम्भा, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप और हल्दी घाटी के गौरव की भूमि है। हम तो पन्ना धाय की वीरता और सूझबूझ की गाथाएं सुनकर बड़े हुए हैं। ऐसे राजस्थान को कांग्रेस सरकार ने माताओं-बहनों-बेटियों पर अत्याचार के मामले में नंबर वन बना दिया है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री कहते हैं कि यहां बहनें-बेटियां बलात्कार के, रेप के झूठे मामले दर्ज कराती हैं। क्या कोई भी राजस्थान का व्यक्ति मुख्यमंत्री की इस बात से सहमत हो सकता है। माताएं-बहनें कोई सहमत हो सकता है? क्या भारत की कोई भी बेटी, राजस्थान छोड़ दीजिए, क्या कभी भी पुलिस थाने में जाकर के अपने चरित्र पर झूठे आरोप लगाने का काम क्या कभी कर सकती है? अरे मेरा देश तो ऐसा है, चरित्र के लिए जौहर करने के लिए निकल पड़ती हैं माताएं-बहनें। आप मुझे बताइए... इससे बड़ा गंभीर कोई आरोप हमरी माताओं-बहनों पर हो सकता है? क्या इससे बड़ा गंभीर कोई आरोप हमारे संस्कार पर हो सकता है? क्या कभी इससे बड़ा गंभीर आरोप हमारी संस्कृति पर हो लकता है? क्या कभी इससे बड़ा कोई आरोप हमारी परंपरा पर हो सकता है? जिन्होंने ऐसा आरोप लगाया है उसका क्या करोगे? क्या करोगे? क्या करोगे? क्या करोगे? ये चुनाव उनको सजा देने का चुनाव है। और आपके एक वोट में उनको सजा देने की ताकत है। माताओं-बहनों को अपमान करने वालों को सजा दोगे भाइयों? उनको सजा दोगे? करारी सजा दोगे? और गहलोत जी के सबसे करीबी मंत्री क्या कहते हैं? वो कहते हैं कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, इसलिए महिलाओं पर अत्याचार को वो वाजिब बताते हैं। मैं जरा आपका गुस्सा देखना चाहता हूं। जिस दिन से मेंने सुना है न मैं मेरे गुस्से को काबू में नहीं ऱख पाया हूं। आप मुझे बताइए, क्या किसी बलात्कारी को कोई भी मर्द कह सकता है क्या? उस पुरुष की सगी मां भी उस बेटे को मर्द कहेगी क्या? क्या ये मर्दों का अपमान है कि नहीं है? ये हमारे देश की मर्दानकी का अपमान है कि नहीं है? क्या ये बात ऐसे ही सुनकर के राजस्थान का पानी... क्या इसको सह सकते है?... सह सकते हैं? उपाय क्या है? उपाय क्या है? उपाय क्या है? सजा दीजिए दोस्तों सजा दीजिए... ये सिर्फ सरकार बदलने का मुद्दा नहीं है, ये कांग्रेस के लोगों को सजा करने का मुद्दा है। और वोट देकर के सजा कर के राजस्थान को दिखा देना चाहिए... कांग्रेस ने राजस्थान के पुरुषों पर कितना बड़ा कलंक लगा दिया है। ऐसी कांग्रेस को आप लोग माफ कर सकते हैं क्या? साथियों, अगर माफ नहीं कर सकते तो आवाज में दम क्यों नहीं है? धूप लग रही है क्या? धूप लग रही है क्या? कांग्रेस को माफ करोगे क्या? कांग्रेस को माफ करोगे क्या? ये गांव-गांव जाकर बताओगे क्या? हर पुरुष मैदान में आएगा क्या? जो अपनेआप को मर्द मानता है वो मैदान में आएगा क्या?

साथियों,
राजस्थान का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां की वीर माताओं ने देश के लिए अपनी संतान ना दी हो। और इस क्षेत्र में भी इतने सारे फौजी परिवार रहते हैं। जब बेटा और बेटी सीमा पर सुरक्षा के लिए जाते हैं तो हर परिवार का सीना चौड़ा हो जाता है। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने हमेशा फौज को कमजोर बनाए रखने के लिए यही उसकी नीयत रही है। आजादी के बाद देश का पहला बड़ा घोटाला हुआ ना वो भी वीर जवानों के लिए, हमारी फौज के लिए खरीदी करनी थी ना, इसने उसमें से भी कटकी कर ली। बोफोर्स घोटाले को भी ये देश कभी नहीं भूल सकता। कांग्रेस ने सबमरीन में घोटाला किया, कांग्रेस ने हेलीकॉप्टर में घोटाला किया। जल हो, नभ हो, थल हो जहां जाओ कांग्रेस का पंजा एक ही काम करता है। लूटो, और मैं आज आपको बता दूं, अगर ये कांग्रेस सरकार 13 में नहीं गई होती तो होती तो हमारे तेजस फाइटर प्लेन, जो आज आसमान की ऊंचाइयों को छू रहे हैं, वो तेजस फाइटर प्लेन भी कागजों पर ही रह जाते। देश के जवानों को नहीं मिलते। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि तेजस अपनी उड़ान भरे। इस बहाने भी कांग्रेस देश में बड़ा घोटाला करने की फिराक में बैठी थी। अगर हमारा विमान नहीं बनेगा, बाहर से लाएंगे, कटकी काटेंगे, बस पीढ़ी दर पीढी खाते जाएंगे।

साथियों,
कांग्रेस ने फौजियों को किस तरह धोखा दिया है, इसका एक उदाहरण वन रैंक वन पेंशन भी है। कांग्रेस सरकार सिर्फ 500 करोड़ रुपए रखकर झूठ बोलती थी कि OROP लाएंगे। और उनके नेता पूर्व फौजियों के बीच जाकर फोटो निकलवाते थे, ऐसे कि OROP आ गया। 500 करोड़ रुपये रखा था। ये भाजपा सरकार है जिसने आपसे गारंटी की थी OROP की वो गारंटी पूरी कर अपना वादा पूरा कर दिया। जहां कांग्रेस सरकार OROP पेंशन पर 500 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कर रही थी, उनकी सोच सीमित थी, वहीं भाजपा सरकार इसे लागू करने के बाद इस पर 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर चुकी है। कितने? जरा बोलिए कितने? कितने? कितने? 90 हजार करोड़ से ज्यादा मेरे जवाब परिवारों को पहुंचा दिए हैं। जब नीयत साफ होती है, जब इरादे नेक होते हैं, तो काम भी ऐसे मजबूती से होते हैं।

साथियों,
ये चुनाव सिर्फ विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का नहीं है। ये चुनाव विकसित भारत के लिए विकसित राजस्थान की ठोस आधारशिला रखने का चुनाव है। ये आधारशिला, कांग्रेस शासन वाले डर, भय, लूट, धोखा, अत्याचार, प्रताड़ना के माहौल में नहीं बनती। इसलिए राजस्थान से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना ज़रूरी है। और अभी-अभी दिवाली गई है। दिवाली में हमारी माताएं-बहने सफाई करती है ना..हर कोने में सफाई करती है। कोने में भी कूड़ा-कचरा रहना नहीं चाहिए, करती है कि नहीं करती है? क्योंकि दिवाली मनानी है, 25 तारीख को भी दिवाली मनानी है। ऐसी सफाई करो, एसी सफाई करो, किसी कोने में भी कांग्रेस बचनी नहीं चाहिए। पक्की सफाई करोगे? हर कोने में करोगे? हर गांव में करोगे? हर बूथ मे करोगे? पूरा क्लीन, स्वच्छता अभियान!
कांग्रेस ने दंगों में राजस्थान को नंबर वन बनाया।
भाजपा राजस्थान को टूरिज्म में अग्रणी बनाएगी।
कांग्रेस ने हमारे तीज-त्योहारों पर कर्फ्यू के मामले में राज्य को नंबर वन बनाया।
भाजपा राजस्थान को तीर्थ यात्राओं में अग्रणी बनाएगी।
कांग्रेस ने राजस्थान को अपराध में नंबर वन बनाया।
भाजपा राजस्थान को निवेश में अग्रणी बनाएगी।
कांग्रेस ने राजस्थान को भ्रष्टाचार में टॉप पर पहुंचाया।
भाजपा आपके राज्य को उद्योगों में अग्रणी बनाएगी।
कांग्रेस ने राज्य को पेपरलीक में नंबर वन बनाया।
भाजपा, राजस्थान को शिक्षा और खेल में अग्रणी बनाएगी।
2014 और 2019 में राजस्थान ने संकल्प लेकर देश में एक मज़बूत और स्थिर सरकार के लिए भाजपा को वोट दिया था। हमारी मज़बूत सरकार ने निरंतर कड़े फैसले लेकर कांग्रेस की पैदा की हुई बुराइयों से देश को मुक्त किया। इसलिए आज दुनिया भारत का दम देख रही है।
राजस्थान का दम भी पूरा देश देखे, पूरी दुनिया देखे, हमें इसके लिए मिलकर काम करना होगा। और साथियों, पांच साल पहले जब यहां कांग्रेस की सरकार बनी थी तो उसने भाजपा सरकार की सारी अच्छी योजनाओं पर ताला लगा दिया। 3 दिसंबर को जो भाजपा सरकार यहां बनेगी, वो कांग्रेस जैसा जन विरोधी काम नहीं करेगी। हमारे लिए तो जनता-जनार्दन सर्वोपरि होती है। कोई भी सरकार रही हो अगर उसने सच्चे अर्थ में जनकल्याण का काम किया है, और उसमें कोई अच्छी बात है, देश की काम की बात है, तो मोदी उसे आगे बढ़ाने के पक्ष में रहता है, वैर वृत्ति से काम नहीं करता है। और इसलिए राजस्थान में भी जो भी अच्छा होगा उसे आगे बढ़ाया जाएगा ये मेरा आपको भरोसा है। हां उसमें भ्रष्टाचार के लिए जो खिड़कियां रखी होगी उसे मैं बंद कर दूंगा। आप याद रखिएगा, आप ये पक्का याद रखिएगा, ये देवगढ़ वाले नहीं भूलेगे ये मुझे मालूम है। जहां कांग्रेस से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है।

साथियो,
कल मैंने कांग्रेस के शाही परिवार पर कुछ सवाल उठाए, कल मैं यहां एक सभा में बोला था। ऐसा तीर लगा जी, ऐसी गोली निशाने पर लगी, आधे घंटे में तो पूरी कांग्रेस हिल गई। हर कोने में से चांव-चांव, चांव-चांव कर के टूट पड़े...मोदी ने ऐसे कैसे बोल दिया.. मोदी ने ऐसे कैसे बोल दिया.. मोदी ने ऐसा कैसे बोल दिया.. पूरी ताकत से लगे हुए हैं आधे घंटे में, क्योंकि उन्हें पता था कि मोदी ने ऐसी गोली चलाई है ना, बिना घाव किए कांग्रेस का जीना मुश्किल कर दिया। राजेश पायलट जी को लेकर कांग्रेस बयान जारी कर रही है, प्रेस कान्फ्रेंस कर रही है, लेकिन मेरे असली सवालों का जवाब नहीं दे रही है। कांग्रेस पूरी ताकत से झूठ बोल रही है कि कांग्रेस के शाही परिवार ने राजेश पायलट का कभी अपमान नहीं किया। अरे जो सवाल मैं उठाता हूं उसके जवाब दो ना, बगले झांकते हो..

मेरे परिवारजनों,
गूजरों का जितना अपमान कांग्रेस ने किया है ये राजस्थान की पहली पीढी ने भी देखा है और आज की भी पीढी देख रही है। एक गुरदेवा का बेटा राजनीति में जगह बनाने के लिए संघर्ष करता है, पार्टी के लिए ही जान लगाता है और सत्ता मिलने के बाद उस शाही परिवार के शह पर उसे दूध में से मक्खी की तरह निकालकर के फेंक दिया जाता है। स्वर्गीय राजेश पायलट के साथ भी इन्होंने यही किया और उनके बेटे के साथ भी यही कर रहे हैं। मैं यहां बैठकर के डेरासरज को नमन करता हूं, ये हमारे संस्कार है और इनका देखिए। मैं और भी कांग्रेस वालों को पूछना चाहता हूं। मैंने राजेश पायलट जी की बात कही तो आपको ऐसी चोट लगी की आप ऐसे चूं चूं चूं चूं करने लगे। मैंने खड़गे जी का भी मुद्दा उठाया था, एक दलिता का बेटा आज कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष है और सार्वजनिक जीवन में लंबे अरसे तक चुनाव जीतकर के देश की सेवा करने वालों में से हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, मेरे खिलाफ बहुत कुछ बोलते हैं, उसके बावजूद मैं कहता हूं, मैं कल जयपुर में रोडशो कर रहा था, कही पर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष की फोटो नहीं दिखाई दी मुझे। गहलोत जी दिख रहे हैं, शाही परिवार के लोग दिख रहे हैं, हमारे खड़गे जी नहीं दिख रहे हैं। क्यों भाई? क्या दलित मां के बेटे के साथ कांग्रेस पार्टी ये व्यवहार करती है, ये मैंने कल उठाया था मुद्दा। इस पर तो कांग्रेस के मुंह पर ताला लग गया। क्योंकि कांग्रेस को दलित की परवाह नहीं है। अभी हमने चीफ इन्फॉरमेशन कमीश्नर के रूप में एक दलित के बेटे को देश में पहली बार अध्यक्ष बनाया तो उस कार्यक्रम में आने से कांग्रेस ने मना कर दिया। और अब खड़गे जी के साथ हो रहा है। अगर हिम्मत होती तो बोल देते, चुप हो जाते हैं।

साथियों,
देश का कैसा दुर्भाग्य है, ऐसे-ऐसे शब्द... गद्दार... नालायक.. निकम्म जैसे ये शब्द भी राजेश पायलट जी के बेटे के लिए प्रयोग किए गए थे, अखबारों में देख लीजिए, टीवी पर है.. ऐसी भाषा कोई बोलता है क्या? बोलता है क्या? ये गालियां कांग्रेस कैस झुठला सकती है जरा कांग्रेस जवाब दे।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस जैसी भ्रष्ट सरकारों में गरीब हित में योजनाओं का लाभ भी गरीब को मिलना मुश्किल हो जाता है। कांग्रेस के एक पूर्व प्रधानमंत्री तो खुद मानते थे कि दिल्ली से अगर एक रुपया जाता है तो 85 पैसे उसमें से बीच में ही लुट जाते हैं, सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं। इसका नतीजा गरीब ने भुगता? आज़ादी के इतने वर्षों तक गरीब के पास न शौचालय था, न गरीब के पास बिजली कनेक्शन, न गरीब के पास गैस कनेक्शन, गैस की तो कल्पना ही नहीं कर सकता, न गरीब के पास बैंक का खाता खुल सका, न गरीब के पास मुफ्त इलाज और सस्ती दवा की कोई सुविधा। आपके हक के पैसे का 85 प्रतिशत लूटकर कांग्रेस के नेताओं के बंगले बड़े होते गए, आपकी गरीबी बढ़ती गई।

साथियों,
कांग्रेस आपको कैसे लूट रही है, इसका एक उदाहरण पेट्रोल की कीमतें हैं। हर एक लीटर पेट्रोल पर कांग्रेस सरकार, भाजपा सरकारों से ज्यादा, उसकी तुलना में 12-13 रुपए अधिक लूटती है एक-एक लीटर पर। आप पड़ोस में गुजरात में जाइए 12-13 रुपया पेट्रोल सस्ता, आप पड़ोस में हरियाणा में जाइए-12-13 रुपये पेट्रोल सस्ता, आप पड़ोस में यूपी में जाइए, भाजपा सरकार, वहां भी 12-13 रुपये पेट्रोल सस्ता। राजस्थान में एक-एक लीटर पर 12-13 रुपया ये मारते थे, और दिन में आपको दो लीटर, तीन लीटर, चार लीटर पेट्रोल की जरूरत प़ड़ती है तो रोज का 50-100 रुपया ये आपकी जेब से काट लेते थे। ऐसा करके राजस्थान में कांग्रेस ने हजारों करोड़ रुपए आपसे लूट लिए हैं। इसलिए मैंने आपसे वायदा किया है कि भाजपा सरकार आएगी तो महंगे पेट्रोल-डीज़ल की समीक्षा करेगी। और जनता के हित में उचित फैसला लेगी। केंद्र सरकार पहले ही उज्ज्वला का सिलेंडर भी सस्ता कर चुकी है। अब राजस्थान भाजपा ने संकल्प लिया है कि वो आपको साढ़े 4 सौ रुपए में गैस सिलेंडर देगी। भाजपा की डबल इंजन सरकार का लाभ लेने के लिए आप तैयार रहिए। 3 दिसंबर दूर नहीं है। कांग्रेस जा रही है...भाजपा आ रही है।

साथियों,
कांग्रेस के नेताओं का सपना सिर्फ अपना-अपना परिवार है। जबकि, मोदी अलग मिटी से बना हुआ है। आप ही मेरे परिवारजन है और इसलिए मेरे लिए तो आप का सपना ही ये मोदी का संकल्प है। आपकी हर चिंता, मोदी की चिंता है। कोरोना के रूप में 100 साल की सबसे बड़ी आपदा मानवता पर आई। देशवासियों का जीवन बचे, इसके लिए हज़ारों करोड़ रुपए मुफ्त खर्च करके मुफ्त टीकाकरण कराया। कांग्रेस के राज में गोदामों में अनाज सड़ता था और गरीब भूखे मरता था। मैंने गोदामों के दरवाज़े गरीब के लिए खोल दिए। अन्न के भंडार खोल दिए। आज देश में दुनिया के इतिहास की सबसे बड़ी मुफ्त राशन की योजना चल रही है। 80 करोड़ लोगों को तीन साल से उनकी थाली भरने का काम मोदी कर रहा है उनका चूल्हा बूझने नहीं देता है। और ये दिंसबर में ये योजना खत्म होने वाली थी, लेकिन आपके आशीर्वाद से, इस देवगढ़ की भूमि में आया हूं, तो कहना चाहता हूं कि मैने संकल्प कर लिया है कि इसे पांच साल और बढ़ाऊंगा। पांच साल और मुफ्त राशन पहुंचाऊंगा। देश के इतिहास में पहली बार किसानों के लिए पीएम सम्मान निधि जैसी योजना बनी। अभी तक पौने 3 लाख करोड़ रुपए किसानों के बैंक खाते में जमा हो चुके हैं। पौने तीन लाख करोड़ रुपया किसानों की जेब में गए हैं। राजस्थान भाजपा ने इसे डबल यानि इंजिन यानि 12 हज़ार रुपए करने का संकल्प लिया है। अब छह हजार करके 12 हजार हो जाएगा।



साथियों,
मोदी, अपना घर बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश के गरीब, मध्यम वर्ग, दलित, ओबीसी, आदिवासी का घर बनाने के लिए निकला है। मेरे जीवन का ये बहुत बड़ा संतोष है कि आज जब भगवान राम का अपना घर बन रहा है, तो साथ-साथ चार करोड़ से अधिक गरीब परिवारों के भी पक्के घर बन रहे हैं। यहां कांग्रेस की सरकार ने रोड़े अटकाएं हैं। लेकिन भाजपा सरकार बनते ही, हर गरीब को पक्के घर मिलना शुरू हो जाएंगे। हम शत-प्रतिशत लाभार्थी को हर योजना से जोड़ने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। बहुत ही जल्द मोदी की गारंटी वाली गाड़ी, आपके यहां भी आएगी। अभी हिंदुस्तान में जहां चुनाव नहीं है, वहां मोदी की गारंटी वाली गाड़ी घूम रही है, और हर घर जाकर के और हर मोहल्ले में जाकर के जो-जो योजनाएं हैं अगर किसी को नहीं मिली तो खोजकर के उसकी सूची बना रहे हैं ताकि उनको योजनाएं पहुंचाया जा सके, ये काम मोदी की गारंटी कर रही है। किसी को दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, सरकार खुद जाएगी। इस गारंटी वाली गाड़ी में ही आप इन योजनाओं से जुड़ सकते हैं।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की गांव की सड़कें हों, हाईवे हों, रेलवे हो, सिंचाई की परियोजनाएं हों, सभी भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। भाजपा सरकार ने कांग्रेस के मुकाबले 14 गुना ज्यादा पैसा राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए दिया है। मैं मई महीने में ही यहां हज़ारों करोड़ रुपए के विकास प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण करने आया था। आप आज़ादी के बाद से ही यहां बड़ी रेल सेवा की सुविधा की मांग करते थे, उस पर भी काम शुरू हो गया है। आधुनिक कनेक्टिविटी से यहां मार्बल, ग्रेनाइट और माइनिंग इंडस्ट्रीज को लाभ होगा, यहां का पर्यटन भी बढ़ेगा। कांग्रेस ने आपकी खानों को माफिया के हवाले किया, लेकिन भाजपा यहां के प्राकृतिक सामर्थ्य को यहां के युवाओं के लिए रोजगार का माध्यम बनाएगी।

मेरे परिवारजनों,
ये आज पूरा देश कह रहा है, पूरी दुनिया मान रही है कि 24 के चुनाव में तीसरी बार केंद्र में फिर मोदी सरकार बनने जा रही है।
बीते पांच वर्ष, जब यहां कांग्रेस की सरकार थी, तो उसने मुझे राजस्थान में ज्यादा काम नहीं करने दिया। 21वीं सदी में राजस्थान का तेज विकास करने के लिए मुझे यहां भी भाजपा की ही सरकार चाहिए। आप मेरा सपना पूरा करोगे? आप मेरा संकल्प पूरा करोगे? आपको 25 नवंबर को कमल को जो भी वोट देंगे...वो मुझे मजबूत करेगा। जब राजस्थान विकसित होगा, तो भारत भी विकसित होगा।
बीते कुछ दिनों में मैं राजस्थान के जिस भी क्षेत्र में गया हूं, वहां मैंने परिवर्तन की तीव्र उत्कंठा देखी है। लोग कांग्रेस को हटाना चाहते हैं, जल्द से जल्द भाजपा को लाना चाहते हैं। राजस्थान अपराध मुक्त हो, राजस्थान सांप्रदायिक तनावों से मुक्त हो, महिलाओं पर अत्याचार के जो अपराधी है उनका हाथ पहले कांपने लग जाए। भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई हो, यहां राजस्थान में निवेश बढ़े, राजस्थान में टूरिज्म बढ़े, राजस्थान में उद्योग बढ़ें, राजस्थान में रोजगार बढ़ें, नौजवानों के लिए अवसर बढ़ें, बीजेपी इसके लिए पूरी ईमानदारी से काम करेगी। मैं भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को भी कहूंगा। भाजपा के हर कार्यकर्ता ने अद्भुत परिश्रम किया है। आने वाले समय में हमें परिश्रम की पराकाष्ठा करनी है। एक-एक मतदाता से मिलना है, एक-एक मतदाता को मतदान केंद्र पर पहुंचाना है। शादी है ब्याह के मौसम है, घर में मेहमान आए होंगे, लेकिन पहला काम, अपना मतदान। लेकिन पहला काम अपना मतदान। करेंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे? मतदान कराएंगे पक्का? ज्यादा से ज्यादा कराएंगे? हर पोलिंग बूथ जीतेंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे? क्यों ठंडे पड़ गए भाई। मेरे काम की बात आते ही आपका पावर ठंडा पड़ गया। चुनाव का तो काम करेंगे, मेरा काम चुनाव वाला नहीं हैं करोगे? पक्का करोगे? सच्चे बोल रहे हो आप, देखिए आज देबउठनी एकादशी है गप्प मत मारना, बोलो करोगे ना? करोगे? अच्छा, आप सबको कहना कि अपने मोदी जी देवगठ आए थे। क्या कहेंगे? क्या कहेंगे? ये मत कहना प्रधानमंत्री मोदी आए थे। मैं आपके लिए प्रधानमंत्री नहीं हूं मैं तो आपका अपना हूं। और क्या कहेंगे? अपने मोदी जी देवगढ़ आए थे, क्या कहेंगे? हर परिवार में जाएंगे और सबको कहना कि अपने मोदी जी देवगढ़ आए थे और मोदी जी ने आपको राम-राम कहा है। मेरा राम-राम पहुंचा दोगे? पक्का पहुंचा दोगे? हर परिवार में मेरा राम-राम पहुंचेगा ना तो हर परिवार से मुझे आशीर्वाद मिलेगा, हर परिवार से मुझे एक नई शक्ति मिलेगी, हर परिवार से मुझे ऊर्जा मिलेगी, आपके लिए जी-जान से दौड़ने के लिए नई ताकत मिलेगी। और इसलिए मुझे हर परिवार से आशीर्वाद चाहिए। आप जाकर के बातओगे, मेरा राम-राम पहुंचाओगे? अच्छा मैं आज एक और बात बोलूंगा, आपको दोहराना है दोहराएंगे? मैं बोलूंगा उसके बाद इतना ही बोलना है आपको- कमल चुनेगा राजस्थान। क्या बोलना है? ऐसा थोड़े बोलते हैं जी... कमल चुनेगा राजस्थान... दोनों हाथ ऊपर करके, मुट्ठी बंद करके सबको बोलना है। कमल चुनेगा राजस्थान... कमल चुनेगा राजस्थान। अच्छा मैं जब बोलूंगा उसके बाद आपको बोलना है कमल चुनेगा राजस्थान। ठीक है...
सबका साथ-सबका विकास....कमल चुनेगा राजस्थान
भ्रष्टाचार का मिटेगा निशान... कमल चुनेगा राजस्थान
होगा बहन-बेटियों का सम्मान... कमल चुनेगा राजस्थान
खुशहाल बनेंगे गांव-किसान... कमल चुनेगा राजस्थान
अपनी संस्कृति की बढ़ाएंगे आन-बान-शान....कमल चुनेगा राजस्थान
एकजुट रहेंगे, एक सुर में बोलेंगे...कमल चुनेगा राजस्थान
मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की.. भारत माता की... भारत माता की..

मैं आज यहां आखिरी सभा में आया हूं। यहां से मुझे मथुरा जाना है। मथुरा में, ब्रज की भूमि में मीराबाई का एक स्टांप, एक सिक्का उसके लोकार्पण का बड़ा कार्यक्रम है। मीराबाई को 525 वर्ष हो रहे हैं। इस निमित्त इस कार्यक्रम में जा रहा हूं, लेकिन जब इस आखिरी सभा में हूं तो मैं समग्र राजस्थान वासियों का आदरपूर्वक आभार व्यक्त करता हूं। मैं जब भी राजस्थान आया जहां भी गया, राजस्थान के लोगों ने जो हमें प्यार दिया है, जो आशीर्वाद दिए हैं उसके लिए उनका जितना आभार व्यक्त करूं उतना कम है। मैं यहां के सरकारी मुलाजिमों का पुलिस के सारे साथियों का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं क्योंकि उन्होंने भी बहुत अच्छे ढंग से सारी व्यवस्थाओं को संभाली और मेरी तो सुविधा की चिंता की नागरिकों की भी सुविधा की चिंता की इसलिए मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूं। और मैं देख रहा हूं कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है, मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है और राजस्थान में भी डंके की चोट पर भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है। तीन राज्यों में मेरा जाना हुआ है और तीनों राज्यों का मेरा यही अनुभव है।
मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की... भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!