Congress 'Report Card' is a 'Report Card' of scams: PM Modi in Surendranagar

भारत माता की जय,

सबसे पहले सुरेंद्रनगर में चुनावी मीटिंग होना और इतनी बड़ी संख्या में माताओं-बहनों का आना बहुत बड़ी घटना है। और इन सभी माताओं-बहनों ने खड़े होकर मुझे आशीर्वाद दिया। मैं सिर झुकाकर सभी माताओं-बहनों को नमन करता हूं।

हमारा सुरेंद्रनगर मजेदार है..सब कुछ बढ़िया दिख रहा है...सब बढ़िया है। आपने तो मुझे दिल्ली भेज दिया, एक समय पर जनरल करिअप्पा...दुनिया का बड़ा नाम, भारत के सेनाध्यक्ष थे। हर पल हुए लोग उन्हें सन्मान से सलाम करते थे, उनका सम्मान करते थे, लेकिन एक बार उन्होंने कर्नाटक में अपने गांव में बुलाकर उनका सम्मान किया। उस वक्त उन्होंने कहा, दुनिया में चाहे कितना भी सन्मान मिल जाये... सब कुछ , लेकिन जब हम हमारे घर पर जाते हैं और वहाँ जो सन्मान मिलता है उसमे अलग ही ऊर्जा होती है। यह ऐसा अनुभव में कर रहा हूँ, कल से में गुजरात में आया हुआ हूँ और जिस तरीके से गुजरात मुझ पर प्यार दिखा रहा है, अद्भुत है ।

भाईओ और बहनो,

मैं गुजरात के प्रति अपने ऋण को कभी नहीं भूल सकता और मेरी राजकीय कारकिर्दी, चाहे वह कुछ भी हो, सौराष्ट्र से शुरू हुई थी। सौराष्ट्र ने मुझे पहली बार विधायक बनाया, इस गुजरात ने मुझे प्रशिक्षित बनाया है । क्या में कुछ जूठी बात बोल रहा हूँ? क्या आपने अपना सीना 56 का बनाया है या नहीं? लेकिन ये मोदी की वजह से नहीं.. ये आपके आशीर्वाद की वजह से है, यह आपके प्यार के कारण है ।

भाईओ और बहनो,

हम छोटा नहीं सोचते, हम छोटा नहीं करते। अगर एक मूर्ति बनती है तो वह दुनिया में सबसे बड़ी , अगर एक स्टेडियम बनता है तो वह दुनिया में सबसे बड़ा । इसलिए कुछ भी छोटा मत करो और अब हम 25 साल का लक्ष्य लेकर निकले हैं। विकसित भारत, जब भारत की आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो हिंदुस्तान दुनिया का एक विकसित देश होगा। भारत दुनिया में विकसित देश है इसका मतलब है कि हमारे गुजरात को पांच साल पहले विकसित करना होगा भाई। भूपेन्द्र भाई के नेतृत्व में हमें गुजरात का तेज गति से विकास करना है.. विकसित भारत के लिए। और उसके लिए दिल्ली हो या गांधीनगर, हमें मिलकर 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करना है। इसके लिए आपको मोदी को हमेशा के लिए मजबूत करना होगा...

बेटी फोटो लेकर आई है.

बैठ जाओ, थक जाओगे, मैंने देखा।

हां बहुत खूब। बैठ के सुनो बेटा, ये हमारे घर की बात है ।

बीटा देखो, मैंने फोटो देखा

धन्यवाद, शाबाश, बेटा ।

विकसित भारत बनाने के लिए, विकसित गुजरात बनाने के लिए और आपके घर का बेटा दिल्ली में बैठा हो। क्या इसे मजबूत करना घर की जिम्मेदारी है या नहीं? क्या आप मेरे परिवार हैं? अब 26 को 26 दे दी ये सही है, आपने 2014 में भी दिया और 2019 में भी दिया, लेकिन इस बार मुझे कुछ ज्यादा चाहिए।

क्या आप यह देंगे..?

अपना हाथ उठाओ और बताओ..?

लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी...

7 तारीख तक पैर को शांत कर न बैठें। मुझे आपसे दो चीजें चाहिए. क्या आप यह देंगे..?

मैंने अभी तक यह नहीं कहा और आपने हाँ कह दिया। तुम्हें मुझ पर बहुत भरोसा है ।

आपके गांव में, आपके बूथ पर जितने वोटिंग के रिकॉर्ड हैं। वो सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए और उससे भी ज्यादा मतदान होना चाहिए, क्या आप यह करोगे..?

लेकिन मैं तुम्हें एक रास्ता दिखाता हूँ. इसे कैसे करना है? सुबह 10 बजे से पहले प्रत्येक बूथ पर 25-25 लोग या 30-30 मतदाता थाली बजाते हुए, गीत गाते हुए, प्रभातियां गाते हुए मतदान केंद्र पर जाते हैं। पूरे बूथ पर लोकतंत्र का पर्व मनाया जाएगा और सुबह 10 बजे तक ऐसे 30 जुलूस निकलेंगे, कम से कम 30 जुलूस, हर एक में 30 वोटर और हम जाकर वोट करेंगे तो देखिएगा.. आपके वोटिंग का रिकॉर्ड टूट जाएगा ।

दूसरी बात,

इस बार सारे पोलिंग बूथ जीतना है भाई... एक भी पोलिंग बूथ नहीं खोना है, किसी भी मतदान केंद्र पर भाजपा का झंडा नहीं झुक जाना चाहिए। मंज़ूर ...? क्या आप सब..? 100 प्रतिशत ..?

वैसे तो गुजरात पर मुझे भरोसा है.. पीछे नहीं हटेगा गुजरात ।

साथियो,

जब मैं गुजरात में था, आपकी सेवा में लगा हुआ था। फिर हमेशा आपके पास आता रहता था.. मैं गुजरात में क्या कर रहा हूं.. सरकार क्या कर रही है.. कैसा कर रही है.. वो हमेशा अपना रिपोर्ट कार्ड देता था । ये आदत अभी भी गई नहीं है. आज आपका बेटा...गुजरात का बेटा, आपके सामने अपना 10 साल का रिपोर्ट कार्ड देने आया है। स्कूल में चाहे कितने भी मार्क्स न आ रहे हों... 100 में से 99 मार्क्स लेकिन बच्चा तब तक खुश नहीं होता जब तक वह घर आकर अपने माता-पिता को अपना रिपोर्ट कार्ड न दिखा दे। तो मैं भी एक बच्चे के रूप में अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर उस गुजरात की जनता के सामने आशीर्वाद लेने आया हूं जिसने मुझे जन्म दिया, जिसने मुझे जीवन दिया। मैं आपको बधाई देने आया हूं ।

आपको याद है 10 साल पहले हमारा देश करोड़ों के घोटाले से शर्मसार हुआ था । ऐसा कोई दिन नहीं था जब घोटालों की ख़बरें सुर्ख़ियों में न आती हों। कभी दूसरा घोटाला.. अब 5G का जमाना है, सुना है कोई घोटाला..2G घोटाला, कभी कोयला घोटाला... कभी रक्षा घोटाला, कभी सीएजी घोटाला, कभी राष्ट्रमंडल घोटाला, कभी हेलीकॉप्टर घोटाला, कभी पनडुब्बी घोटाला... जैसे कांग्रेस ने जल, नभ और जमीन यानी समुद्र से आकाश तक हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया है। ऐसी विकट परिस्थिति में आपने मुझे दिल्ली भेजा...

आप मुझे बताएं..

आपको अपने बेटे पर गर्व है या नहीं?

क्या आपने 10 साल में किसी घोटाले के बारे में सुना है..?

यदि आप उत्तर देंगे तो मुझे पता चल जाएगा कि... मेरा परिवार

किसी घोटाले के बारे में सुना..?

क्या मोदी के नाम के साथ कोई घोटाला जुड़ा है..?

यह आपके बेटे का रिपोर्ट कार्ड बोल रहा है

तुम्हें गर्व है या नहीं?

मुझे पूरी ताकत के साथ आशीर्वाद चाहिए..

तुम्हें गर्व है या नहीं..?

साथियो,

10 साल पहले देश की सरकार से गरीबों का भरोसा उठ गया था। कांग्रेस सरकार अपने आप को जनता की माई-बाप मानती थी। उनके भरोसे जी रहे हैं और गरीबों को प्यासा-प्यासा रखकर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। गरीबों को लगा कि ये सरकार हमारे लिए नहीं है । आज देखिए.. आज गरीब आदमी आगे आकर इस बेटे पर प्यार बरसा रहा है। जब वह 80-90 साल का होता है, जब उसके पास पहनने के लिए पर्याप्त कपड़े नहीं होते, तो वह मां कहती है, मेरा बेटा दिल्ली में बैठा है। मेरे भोजन के लिए अनाज भेजता है। तो ये बेटा संतुष्ट होता है या नहीं... जब गरीब का पेट भरता है तो आपको अपने इस बेटे पर गर्व होता है कि नहीं होता..?

साथियो,

आज सरकार को उनकी चिंता है.. माताएं-बहनें-बेटियां आशीर्वाद देते नहीं थकतीं। आपको अपने बेटे के काम पर हमेशा गर्व रहेगा।

साथियो,

10 साल पहले पूरी दुनिया भारत को बोझ मानती थी और कहती थी, भारत खुद भी डूबेगा और हमें भी डुबोयेगा। कोई कहता था, ये बदहाल देश है, ये कमज़ोर देश है और पड़ोसी दिन में बम फोड़ते थे । निर्दोषों को मारा गया, दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियाँ भारत आने का नाम नहीं लेतीं। और आज क्या स्थिति है..?


आज दुनिया में भारत का डंका बजता है कि नहीं..?

मैं आपसे बात करना चाहता हूं भाई, मुझे पता है...मैं हिंदी बोलता हूं, मुझे गुजराती बोलनी चाहिए लेकिन टीवी वाले चाहते हैं कि आप हमारी रोजी रोटी का भी सम्मान करें।

बताओ दोस्तों...

आज दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है या नहीं..?

अमेरिका में भी डंका बज रहा है हिंदुस्तान का या नहीं..?

यूरोप में भी डंका बज रहा है हिंदुस्तान का या नहीं..?

ऑस्ट्रेलिया में भी डंका बज रहा है हिंदुस्तान का या नहीं..?

जापान में भी डंका बज रहा है हिंदुस्तान का या नहीं..?

किसकी वजह से..?

ये मोदी की वजह से नहीं है..

ये आपके एक वोट की वजह से है, ये आपके वोट की ताकत है, आज दिल्ली में मोदी बैठे हैं और हिंदुस्तान की आवाज दुनिया सुन रही है।

आज बड़ी-बड़ी कंपनियों के बीच भारत आने की होड़ मची हुई है। भारत अब आत्मनिर्भर बन रहा है. आतंकवादी भेजने वाले भी जानते हैं.. अब भारत घर में घुसकर हमला करता है, मुझे विश्वास है, हर गुजराती को गर्व होगा।

साथियो,

10 साल पहले भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। दुनिया भी यही सोच रही थी कि भारत की गाड़ी वैसे ही चल रही है, यह देश इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकता, संभव है कि भारत की हालत और खराब हो जाए । 10 साल पहले आपने अपने बेटे को दिल्ली में बिठाया और 10 साल के भीतर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया।
पूरी दुनिया हैरान थी.. कोरोना काल में जब इतने बड़े देश की अर्थव्यवस्था डगमगा गई तो भारत ही ऐसा देश था जो मजबूती से खड़ा रहा। आपको ये बात सुनकर गर्व होगा कि देश ने एक गुजराती बेटे, चायवाले को बिठाकर अच्छा काम किया है।

साथियो,

हार की हताशा में कांग्रेस ने देश और समाज को बांटने का काम तेज कर दिया है,अयोध्या में 500 वर्षों के बाद, हमारे पूर्वजों की आत्माएं जहां भी होंगी, हमें आशीर्वाद दे रही होंगी। कृपया मुझे बताएं कि क्या राम मंदिर का काम आजादी के दूसरे दिन ही हो जाना चाहिए था।

इस कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए लटकाया, काम में बाधा डाली, इसके खिलाफ खेल खेले। अयोध्या में 500 साल बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ, क्या आपको अपने बेटे पर भरोसा है..?


जो कहा है, वो किया है..?

500 साल का इंतजार खत्म हुआ ।

साथियो,

आश्चर्य की बात है कि राम मंदिर के ट्रस्टियों ने कांग्रेस के लोगों के घर जाकर निमंत्रण भेजा और कहा कि आप भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हों। आइए आपकी सभी पुरानी गलतियाँ माफ करें.. आप आइए लेकिन कांग्रेस और उसके अनुयायियों ने इस निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने निमंत्रण अस्वीकार कर दिया ।

भाइओ और बहनो,

मुझे समझ नहीं आता कि राम मंदिर के निमंत्रण को नजरअंदाज करना कितना उचित है,अब कांग्रेस ने हिंदुओं की आस्था पर भी घात करने का कुचक्र शुरू कर दिया है । कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गेजी ने एक गंभीर विषय उठाया है और भगवान राम और भगवान शिव के बारे में एक लापरवाह बयान दिया है। यह दुर्भावना से दिया गया बयान है,हिंदू समाज को बांटने का खेल खेल रहे हैं। वे राम भक्तों और शिव भक्तों में भेद देखते हैं, भेद कर रहे हैं और भेदभाव से लड़ना चाहते हैं। हजारों वर्षों से चली आ रही हमारी महान परंपरा... चाहे राम हों, कृष्ण हों, शिव हों। अफ़सोस, इस परंपरा को मुगल भी नहीं तोड़ सके.. मल्लिकार्जुनजी और कांग्रेस अब इसे तोड़ना चाहते हैं। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस कितना नीचे गिरेगी। कांग्रेस के लोगों को सुनना चाहिए कि जो राम को मारने निकले थे उनका क्या हुआ । उनके एक शहजादे ने एक महीने पहले कहा था, मैं इस देश से शक्ति को नष्ट कर दूंगा, मेरी माताएं और बहनें शक्तिस्वरूपा विराजमान हैं। हम शक्ति के उपासक हैं, कोई अम्बा की पूजा करता है तो कोई चामुंडेश्वरी की। कभी वे दुर्गा की पूजा , कभी काली, कभी लक्ष्मी और कभी सरस्वती के रूप में करते हैं। जब शहजादा ने कहा वो शक्ति को नष्ट कर देगा ।

क्या शक्ति की पूजा करने वाले लोग शक्ति को नष्ट करने वालों को कभी स्वीकार कर सकते हैं..? जो लोग शिव और राम के भक्तों को लड़ाने की बात कर रहे हैं क्या उन्हें स्वीकार किया जा सकता है..? हम वो लोग हैं जिन्होंने भगवान शिव की पूजा की और अपना सिर काट दिया। ये लोग क्या कर रहे हैं? कांग्रेस हमेशा जूठा प्रचार करने वाली पार्टी रही है। जब देश को आजादी मिलनी थी तो उन्होंने देश का बंटवारा कर दिया । देश का विकास करना था लेकिन जो था उसे भी लूट लिया गया। गरीबों का पैसा गरीबों में बंटना था लेकिन कांग्रेस के खजाने में पहुंच गया। अब एससी-एसटी-ओबीसी को दिया गया आरक्षण, बाबा साहब अंबेडकर द्वारा दिया गया आरक्षण, भारत के संविधान में दिया गया आरक्षण एससी-एसटी-ओबीसी से छीनकर धर्म के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते हैं। कांग्रेस पिछले तीन दशकों से लगातार इस तरह का प्रयास कर रही है, कर्नाटक में कांग्रेस ने रातों-रात फतवा जारी कर दिया, एक अखबार थमा दिया और कहा कि कर्नाटक में सभी मुस्लिम ओबीसी हैं । ओबीसी कोटे के आरक्षण का बड़ा सौदा किया, ओबीसी आरक्षण को लूटकर दूसरों को बांट दिया।

साथियो,

जब से मैंने एससी-एसटी-ओबीसी के खिलाफ कांग्रेस की सच्चाई देश के सामने रखी है, कांग्रेस अपना संतुलन खो बैठी है, बौखला गयी है. कांग्रेस झूठ पर झूठ बोल रही है. इसलिए मैं कांग्रेस को तीन चुनौतियां भी दे रहा हूं।

मैं तीन चुनौतियां दे रहा हूं, मे कांग्रेस के सामने तीन चुनौतियां दे रहा हूँ और अगर शहजादा में साहस है, कांग्रेस में साहस है, उनके अनुयायियों में साहस है, तो चाय किसान का बेटा लड़ने के लिए तैयार है।

मेरी पहली चुनौती..कांग्रेस को लिखित गारंटी देनी चाहिए कि वह भारत के संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगी, वह भारत के संविधान को नहीं बदलेगी।

कांग्रेस को लिखित गारंटी देनी चाहिए कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा दिया गया आरक्षण धर्म के आधार पर दलितों-आदिवासियों और बख्शी पंचों को लूटकर मुसलमानों को नहीं दिया जाएगा।


मेरी तीसरी चुनौती है...कांग्रेस लिखित गारंटी दे कि जो आरक्षण दलितों, आदिवासियों, बक्शीपंच समाज ओबीसी को मिला है, जो आरक्षण सामान्य समाज के गरीबों को मिला है, उसे कभी छीनने की कोशिश नहीं करेगी। और मेरा चैलेंज है कि वहां लिख दीजिए.. जो उनके राज्य हैं, जिन राज्यों में जहां उनकी सरकारें हैं, वहां उनके चेले बैठे हैं,वे लोग भी ओबीसी कोटा कम करके मुसलमानों को बाहर नहीं करेंगे, धर्म के आधार पर नहीं बांटेंगे और दलितों-आदिवासियों के आरक्षण में हेराफेरी नहीं करेंगे

कांग्रेस के शहजादों और उनके सभी साथियों के लिए ये मेरी तीन चुनौतियाँ हैं। मैं कई दिनों से बोल रहा हूं. मेरी चुनौतियों के बाद कांग्रेस को सांप सूंघ गया है. मैंने पहली बार 23 अप्रैल को कांग्रेस को चुनौती दी। आज 9 दिन है. कांग्रेस के माथे पर ताला लग गया है. वे मामले को बदलने के लिए मंच पर संविधान के साथ डांस कर रहे हैं। अब अगर संविधान आपको नहीं बचाता तो चप्पू संविधान की पीठ पर है. मतलब साफ है कि कांग्रेस के जनादेश में कमी है।

भाइयो-बहनो,

मेरी भावना क्या है, संविधान के प्रति मेरा समर्थन है। सुरेंद्रनगर तो आपको जरूर याद होगा. जब हमारा संविधान 60 साल पुराना था, तब गुजरात देश का एक राज्य था। जो डॉ. बाबा साहब अंबेडकर और संविधान के सम्मान में यहां सुरेंद्रनगर में हाथी पर संविधान रखकर एक अच्छी यात्रा की गई, संविधान को हाथी पर रखकर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पैदल चल रहे थे और संविधान हाथी के हाथी पर था, ये हमारे लिए संविधान का सम्मान है ।

कांग्रेस का घोषणापत्र हर बिंदु पर तुष्टीकरण, तुष्टिकरण और तुष्टिकरण पर आधारित है। ये घोषणा पत्र इसका सबसे बड़ा दस्तावेज है. आप हैरान हो जाएंगे। एक बात जो मैं आज पहली बार सुरेंद्रनगर में कह रहा हूं वह चौंकाने वाली होगी। उन्होंने क्या किया है, अपने घोषणापत्र में.. उन्होंने जो लिखित में कहा है, उसे सुनकर मेरे पत्रकार मित्र भी चौंक जायेंगे। उन्होंने लिखित में कहा है, अब सरकारी टेंडर होगा तो अल्पसंख्यकों के लिए, मुसलमानों के लिए कोटा तय किया जाएगा. अब क्या..?

क्या सरकारी टेंडरों में धर्म के आधार पर आरक्षण लाया जायेगा क्या..?

जब से देश आज़ाद हुआ है तब से सरकारी टेंडरिंग प्रक्रिया चल रही है, जो अच्छी बोली लगाती है, जिसका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छी गुणवत्ता का होता है, अच्छी गुणवत्ता का आश्वासन देती है। सभी मापदंडों पर खरा उतरने के बाद जिसके पास इस काम को करने की विशेषज्ञता, क्षमता, संसाधन है उसे टेंडर मिलता है। जाति और धर्म के आधार पर टेंडर नहीं दिए जाते। अपने वोट बैंक के लिए पक्षपात करते हुए कांग्रेस अब कह रही है, प्रक्रिया के तहत टेंडर नहीं दिए जाएंगे, अब धर्म के आधार पर टेंडर बांटे जाएंगे।

साथियो,

बीजेपी कह रही है हम आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाएंगे. अगर कांग्रेस आगे बढ़ी तो उसके टेंडर भी धर्म के आधार पर दिए जाएंगे. क्या ये जो हाईवे और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं वो धर्म के आधार पर बनेंगे? हम देश की सेना के लिए मेड इन इंडिया हथियार बना रहे हैं। क्या अब हम किसी धार्मिक व्यक्ति से धर्म के आधार पर कहें कि आप हमारी सेना के लिए बम बनाएं या सही व्यक्ति को बताएं । हम योग्यता के आधार पर देंगे, किसी धर्म के आधार पर नहीं, जाति के आधार पर नहीं। कांग्रेस का जुनून देखिए, सत्ता पाने के लिए उन्होंने देश को बर्बाद करने की ठान ली है। देश को हर क्षेत्र में बांटने की मुस्लिम लीग की यह योजना देश को मंजूर नहीं है. कांग्रेस को लिखकर रखना चाहिए... जब तक मोदी जिंदा है, आप देश का बंटवारा नहीं कर सकते. हमारे यहां काठियावाड़ में एक कहावत है, खिलाड़ी और घुड़सवार।

भाईओ और बहनो,

आप संविधान के प्रति मेरी प्रतिबद्धता जानते हैं। जैसा कि मैंने यहां बताया, 60 साल गुजरात में बिताए। अब दिल्ली में देखिए... अब 75 साल हो गए हैं सर, मैं संविधान की 75वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाने जा रहा हूं। संविधान से छेड़छाड़ करने वाले गिरोहों को बेनकाब करना है. गांव-गांव, स्कूल-स्कूल, मोहल्ले-मोहल्ले घूमते-घूमते 4 जून को जो रिजल्ट आया, उससे पता नहीं चला कि मैं पीछे नहीं हूं। मैं संविधान की मर्यादाओं, संविधान के प्रति सम्मान, संविधान के प्रति देश के अंदर जागरूकता के लिए एक बड़ा अभियान चलाऊंगा। इन लोगों के दिमाग को उनकी जगह पर लाना होगा ।

भाईओ और बहनो,

आज देश जिस तरह से प्रगति कर रहा है. मैं पहली बार पानी पी रहा हूँ। जब मैं प्रधानमंत्री बना तो वे मुश्किल से आठ-दस साल के थे। उस समय देश की स्थिति क्या थी, उन्हें उस समय के बारे में कुछ भी पता नहीं होगा। मुझे अपने पहली बार के मतदाताओं से कहना है, आप गूगल गुरु वाले छात्र हैं। आप सभी गूगल गुरु के शिष्य हैं । बस Google पर जाएं और 2012, 2013, 2014 के प्रिंट देखें। याद कीजिए वो दिन, अब हम देश को वहां नहीं ले जाना चाहते. मेरे पहली बार के मतदाताओं, आपका पहला वोट देश के नाम जाना चाहिए। यह देश के भविष्य के लिए होना चाहिए।

भाईओ और बहनो,

राजकोट हो, भावनगर हो, हम बड़ी मात्रा में औद्योगिक क्षेत्र के लिए काम कर रहे हैं। भूपेन्द्र भाई ने कहा कि सेमीकंडक्टर दुनिया के चार-पांच देशों में ही हैं। वह बड़ा काम आपके पड़ोस में आने वाला है। अब जमाना इलेक्ट्रिक वाहनों का है, आप जानते हैं कि मोदी साहब ने क्या सोचा है,हमारे नरेंद्रभाई, पीएम सूर्यघर मेरी योजना है,आपके घर का बिजली बिल जीरो यानी मुफ़्त । सूर्यघर योजना में सोलर पैनल लगाए जाएंगे। आप न सिर्फ बिजली पैदा करेंगे बल्कि अतिरिक्त बिजली सरकार खुद खरीदेगी, तो आप अपने घर का बिजली बिल भरने के बजाय बिजली बेचकर कमाई कर सकते हैं। ये तो आपके नरेंद्र भाई को देना है। इतना ही नहीं, आज आप जो कार चलाते हैं, उसमें पेट्रोल-डीजल खर्च करते हैं। सर, मुझे वो भी जीरो करना है ।

ये है कि आपके नरेंद्र भाई की पांचों उंगलियां घी में हैं या नहीं और इसलिए मैं सभी पोलिंग बूथ जीतना चाहता हूं। इस चुनाव में हमारे उम्मीदवार, सुरेंद्रनगर से हमारे भाई श्री चंदूभाई शिहोरा, हमारे नियुक्त कार्यकर्ता। पिछली बार जब मैंने हमारे डॉक्टर का चुनाव लड़ा था, तो वह राजनीति की जान नहीं थे, उन्हें छीन लिया गया था। पहले तो मैंने असेंबली में चप्पल घिसी, लेकिन ये डॉक्टर साहब तैयार नहीं हैं । अब चंदूभाई हमारे उम्मीदवार हैं, आप भावनगर में हमारी निमुबेन बांभणिया को भारी बहुमत से जिताएं। सभी बूथों पर जीत हासिल करें. हमारे भारतीय लोमड़ियों के काम ने एक मजबूत नींव रखी है। अब भावनगर में हमारा निमुबेन इसे आगे बढ़ाएगा। हम सबको बूथ जीतना है और जीतकर दिखाना है...

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PM to participate in ‘Odisha Parba 2024’ on 24 November
November 24, 2024

Prime Minister Shri Narendra Modi will participate in the ‘Odisha Parba 2024’ programme on 24 November at around 5:30 PM at Jawaharlal Nehru Stadium, New Delhi. He will also address the gathering on the occasion.

Odisha Parba is a flagship event conducted by Odia Samaj, a trust in New Delhi. Through it, they have been engaged in providing valuable support towards preservation and promotion of Odia heritage. Continuing with the tradition, this year Odisha Parba is being organised from 22nd to 24th November. It will showcase the rich heritage of Odisha displaying colourful cultural forms and will exhibit the vibrant social, cultural and political ethos of the State. A National Seminar or Conclave led by prominent experts and distinguished professionals across various domains will also be conducted.