Goa symbolizes the spirit of ‘Ek Bharat Shreshtha Bharat’: PM Modi
Modi guarantees that soon the Olympic Games will be held in India: PM Modi
Congress’s philosophy is ‘Loot, Zindagi ke Saath bhi, Zindagi ke Baad bhi: PM Modi

समेस्त गोयकारांक म्हजो नमस्कार !

2024 के इस ऐतिहासिक चुनाव में अभी तक 2 चरण की वोटिंग पूरी हो चुकी है। ज़मीन से आ रहे फीडबैक और आप जैसे मेरे परिवारजनों का उत्साह, एक ही संकेत दे रहा है, फिर एक बार- मोदी सरकार ! फिर एक बार- मोदी सरकार ! फिर एक बार- मोदी सरकार ! अब मैं जरा एक दूसरा नारा आप से बोलवाता हूँ, बोलेंगे आप, मैं बोलूंगा और आपको बोलना है, फिर एक बार ! ठीक है। गरीबों की सरकार...फिर एक बार। SC-ST-OBC की सरकार...फिर एक बार। युवा को अवसर देने वाली सरकार... फिर एक बार- मोदी सरकार ! महिलाओं को सुविधा देने वाली सरकार...फिर एक बार। फिशरमेन को समर्पित सरकार....फिर एक बार। टूरिज्म को बढ़ाने वाली सरकार...फिर एक बार। किसानों का कल्याण करने वाली सरकार..फिर एक बार। भारत को आधुनिक बनाने वाली सरकार, फिर एक बार।

भाइयों और बहनों,

मैं जब मंच पर आया,तो मैं तय नहीं कर पा रहा था कि चुनाव सभा है कि विजय सभा। आप का उमंग उत्साह देख करके लग रहा है कि जैसे आप विजय सभा organize किए है। भाइयों औऱ बहनों, गोवा, भारत भक्तों की भूमि है। हम भाई हेमंत सुमन जैसे सेनानियों को याद करते हैं, जिन्होंने यहां विदेशी सरकार के सेक्रेटेरिएट पर तिरंगा फहराया था। ये धरती जगन्नाथ राव जोशी जी जैसे सत्याग्रहियों की धरती है। गोवा के मंदिर जितने भव्य हैं, गोवा के चर्च भी उतने ही खूबसूरत हैं। एक भारत श्रेष्ठ भारत की बहुत ही सुंदर तस्वीर गोवा में दिखती है। और इसलिए पूरी दुनिया के लिए गोवा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां आना एक सुखद अनुभव होता है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस का ये चुनाव, दो धाराओं के बीच का चुनाव है। एक धारा NDA की है, जो देश के नागरिकों की Aspiration के लिए, काम करती है, जो धारा हर काम में पूर्णता को ले करके Saturation अप्रोच पर काम करती है। हमारे खिलाफ दूसरी धारा इंडी अलायंस की है, जो अपने स्वार्थ के लिए, अपने परिवार के लिए काम करती है। हमारी अप्रोच तुष्टिकरण की नहीं, हमारी अप्रोच संतुष्टिकरण की है। मुझे याद है, मैंने यहीं गोवा में पहली बार, भाजपा की इस सैचुरेशन अप्रोच पर विस्तार से बात की थी। सैचुरेशन अप्रोच यानि सबका साथ-सबका विकास। सैचुरेशन अप्रोच यानि बिना किसी भेदभाव, सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। और हमारा गोवा तो इस सैचुरेशन अप्रोच का बेहतरीन मॉडल है। हमारे प्रमोद सावंत जी के नेतृत्व में, उनकी पूरी टीम ने सैचुरेशन अप्रोच को जिस प्रकार से जमीन पर उतारा है, यहां टॉयलेट कवरेज कितनी है- 100 परसेंट। यहां बिजली कवरेज कितनी है- 100 परसेंट। यहां एलपीजी कवरेज कितनी है- 100 परसेंट। यहां नल कनेक्शन कितने हैं- 100 परसेंट। औऱ यही तो सच्चा सेकुलरिज्म है। यही तो सच्चा सोशल जस्टिस है। इस Hundred percent गवर्नेंस की गारंटी से सबसे अधिक लाभ गरीब को हुआ है, हमारे किसान भाई बहन को हुआ है, हमारे मछुआरे भाई बहन को हुआ है, हमारी माताओं-बहनों को हुआ है।

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में इतना सब कुछ काम हुआ है, लेकिन मोदी चैन से बैठता नही है। लोग परेशान हो जाते हैं, कि मोदी जी इतना दौड़ते क्यों हो? मोदी, मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ है। मोदी, मोदी दिन रात आपके सपनों को जीता है। आपके सपने ही मोदी के संकल्प हैं, और इसलिए मेरा पल-पल आपके नाम, मेरा पल-पल देश के नाम, 24 बाई सेवन फॉर 2047। इतने सारे काम हुए, अनगिनत काम मैं बता सकता हूँ, जीवन को कोई भी क्षेत्र उठा लिजिए, मैंने कुछ न कुछ अच्छा करने की कोशिश की होगी और पिछले 10 सालों में इतने सारे काम होने के बाद फिर भी मोदी दौडता है क्योंकि जो दस साल में मैंने किया है न इतना सारा किया है फिर भी मेरे हिसाब से तो ये ट्रेलर है, ये ट्रेलर है। अभी तो बहुत कुछ करना है, गोवा को, देश को बहुत आगे लेकर जाना है। और आप मोदी की गारंटी नोट करके रखिए। आने वाले साल में गरीबों के 3 करोड़ नए पक्के घर बनेंगे। और मेरी आपको एक रिक्वेस्ट है, मेरा एक काम करोगे, ऐसे नही, जरा तेज गति से बताओ। मेरा एक काम करोगे। देखिए चुनाव अभियान में आप घर-घर जाते होंगे, मोहल्ले में जाते होंगे, गांव में जाते होंगे। कहीं पर भी ऐसा परिवार ध्यान में आए कि जिसको अभी पक्का घर नहीं मिला है, हो सकता है गांव में पांच लोगों को मिल गया हो लेकिन एकाध छूट गया होगा, आप उनका नाम पता लिख लिजिए, मुझे भेज दिजिए, चार जून के बाद, नई सरकार बनने के बाद, मेरी तरफ से उनको कह देना, तीसरी बारी में उनका पक्का घर पक्का हो जाएगा। तो बता दोगे, औऱ ये मोदी की गारंटी है, उनको पक्का घर मिलेगा। और आप भी उसी विश्वास से कह देना कि आप का पक्का घर पक्का।

क्यों, मेरे लिए तो आप सब ही मोदी है। शहरों में जो हमारे मिडिल क्लास परिवार हैं, जो किराए पर रहते हैं, उनको मालिकी की मालिकन की हक वाला घर बनाने के लिए मदद दी जाएगी। ये मोदी की गारंटी, बता दीजिए। अभी तक हमने घर-घर सस्ते सिलेंडर का उज्ज्वला कनेक्शन पहुंचाया है। अब हम घर-घर पाइप से सस्ती गैस पहुंचाने के लिए तेज़ गति से काम करेंगे। अभी तक हमने करोड़ों गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिया है। अब हम गोवा के हर परिवार में जो बुजुर्ग हैं, सीनियर सिटीज़न हैं, जो सत्तर साल के ऊपर के हैं, और हम जानते हैं हमारे परिवारों में आजकल माता- पिता, दादा-दादी, नाना -नानी, बुजुर्ग को कोई न कोई बीमारी हो ही जाती है, सब कोई मोदी जैसे थोड़े ही होते हैं, कोई न कोई बीमारी हो जाती है औऱ जो घर में कमाने वाला बेटा होता है या बेटी होती है उसको अपने बच्चों को भी संभालना होता है, अपने बच्चे की भी चिंता करनी होती है औऱ ऊपर से माता पिता की बिमारी का खर्चा आ जाता है तो मध्यम वर्गीय परिवार को बहुत मुश्किल हो जाता है। तो आप घर घर जाकर बता दिजिए, उनसे फार्म भर दिजिए. सत्तर साल से ऊपर के कोई भी नागरिक होंगे अब उनका इलाज का खर्चा दिल्ली में जो आपका बेटा बैठा है न वो मोदी करेगा। ये मोदी की गारंटी है। तो आप जाकरके सबका फार्म भरवा देंगे सबका, हर एक का फार्म भरवा देंगे, हर एक का फार्म भरवा देंगे जो सत्तर साल से ऊपर के हैं। कर लेंगे? दूसरा उसमें जो 85 से ऊपर के होंगे,उनके लिए नियम हमने नया बनाया है उनको पोलिंग स्टेशन पर आने की जरूरत नहीं है वो अपने घर से वोट कर सकते हैं। जो दिव्यांग हैं वो अपने घर से वोट कर सकते हैं। औऱ इसके लिए मैं चाहूंगा कि सरकार के साथ मिल करके योजना बना करके, ऐसे लोगों का वोटिंग हो जाए।
साथियों, कहने का तात्पर्य ये है,कि मेरा गोवा का हर परिवार, हर फैमिली के पास इन सारी सुविधाओं के कारण पैसा बचेगा और वो अपने बच्चो के लिए खर्च कर पाएगें, उनकी बहुत बड़ी चिंता मोदी दूर कर देगा।

साथियों,

ये भाजपा सरकार है, आजादी के बाद पहली बार, अब आप मुझे बताइए, देश आजाद हुआ उसके पहले भी फिशरमैन थे, की नहीं थे? जरा जवाब दीजिए न, फिशरमैन थे की नहीं थे? राम के जमाने में भी मछुआरे थे कि नहीं थे? लेकिन देश आजाद होने के बाद, ये कांग्रेस सरकार वालों को कभी मछुआरों की याद नहीं आय़ी। ये मोदी है, जिसने आ करके फिशरीज सेक्टर का अलग मंत्रालय बनाया, अलग बजट बनाया। ताकि हमारे कोस्टल एरिया , हमारे मछुआरे भाई बहन, उनके जीवन में बदलाव आए। हमने मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड दिया, हमने बोट्स को आधुनिक बनाने के लिए मदद दी। और अब भाजपा ने घोषणा की है कि फिशरमेन साथियों के लिए बीमा कवरेज को बढ़ाया जाएगा, insurance बढ़ाया जाएगा। बीजेपी सरकार फिशरमेन भाइ बहनों के लिए प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग क्लस्टर भी बनाएगी। मछुआरों की आय बढ़ाने के लिए ऑर्गेनिक सी-वीड की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।

साथियों,

आज पूरी दुनिया भारत को जानना चाहती है, भारत को देखना चाहती है, हमारी विरासत के प्रति आकर्षित है। और इसलिए इंडी गठबंधन के 10 साल में जितने विदेशी टूरिस्ट भारत आए थे, मोदी के आने के बाद पहले की तुलना में करीब दो करोड़ ज्यादा विदेशी टूरिस्ट पिछले 10 साल में भारत आए हैं। इंडी अलायंस के 10 साल की तुलना में विदेशी टूरिस्ट्स से मिलने वाला फॉरेन एक्सचेंज मोद के काल खंड में double हो गया, double। इसका सबसे ज्यादा लाभ गोवा को ही मिलता है। इसमें बीजेपी सरकार की ई- टूरिस्ट वीजा की बड़ी भूमिका रही है। इन सबका फायदा गोवा के आप सभी भाई बहनों को हो रहा है। ये भाजपा की ही सरकार है, जिसने कोरोना के समय में पूरे देश में, आपको याद होना चाहिए, जब हमें वैक्सीन देने की बात आयी तो मैंने कहा सबसे पहले गोवा को मौका देना चाहिए। औऱ हिन्दुस्तान में सबसे पहले पूरे राज्य का वैक्सीनेशन, सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन गोवा में हुआ था, क्यों? इसके पीछे कारण था, पोलिटिकल आदमी क्या सोचता भाई जहां चालीस पचास पार्लियामेंट की सीटें पहले वहां काम करो,ये दो सीट वाले हैं अभी जल्दी क्या है। मोदी सीट का हिसाब नहीं लगाता है, चुनाव का लेखा जोखा नहीं लगाता है, मुझे मालूम था, गोवा में अगर वैक्सीनेशन का काम हो जाता है तो टूरिस्ट यहां आने में जरा भी झिझक नहीं करेगा, और मेरा गोवा का टूरिज्म तुरंत चालू हो जाएगा। दिल्ली में बैठ करके, गोवा की इतनी बारीकी से चिंता करने वाली इसके पहले कभी कोई सरकार नही आयी होगी,ये मैं आपको दावा से कह सकता हूँ।

साथियों,

भाजपा, गोवा को इंटरनेशनल कॉनफरेन्स का भी एक बड़ा केंद्र बनाने में जुटी है। आजकल कॉनफरेन्स टूरिज्म बड़ा महत्व का है। आपने देखा होगा, स्पोर्टस भी टूरिज्म का सेंटर बन रहा है, आपने देखा होगा हमने ब्रिक्स समिट गोवा में की थी, हमने G-20 की कितनी शानदार मीटिंग्स यहां आर्गनाइज की थी औऱ पूरी दुनिया में हमने गोवा की ब्राडिंग, मार्केटिंग का प्रयास किया। हमने ब्रिक्स देशों का फुटबाल कम्पीटिशन भी यही गोवा में किया। हमारी सरकार गोवा के इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत काम कर रही है। गोवा के दोनों एयरपोर्ट्स से यहां टूरिज्म को औऱ आजकल मैं एक नया मिशन लेकर चला हूँ, वो भी गोवा के लिए ही है, मैं हर किसी को कहता हूँ ‘वेड इन इंडिया’। शादी करने के लिए दुनिया में जाकरके रूपए बरबाद करने क जरूरत नहीं है, मेरे देश में गोवा जैसी शानदार जगह है, शादियां यहां होनी चाहिए, और मेरा मूवमेंट है वेड इन इंडिया ताकि मेरे यहां के लोगों को रोजी रोटी मिले। जुआरी ब्रिज और वंदे भारत ट्रेन जैसी सुविधाएं, गोवा की कनेक्टिविटी को और सशक्त कर रही हैं। आयुष अस्पताल से, यहां वेलनेस को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ये हमारा गोवा फुटबॉल की धरती है। और इसलिए भारत में ओलंपिक हों, ये गोवा का कौन नौजवान नहीं चाहता है। मैं गोवा के खेल प्रेमियों को ये भी गारंटी देता हूं- भारत में ओलंपिक हो, आपका ये सपना भी हम जरूर पूरा करेंगे, ये मैं आपको वादा करता हूँ।

साथियों,

गोवा को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने के इन प्रयासों के बीच, कांग्रेस और उसके साथी हर तरफ देश में Negativity फैलाने में जुटी है। कांग्रेस, सिर्फ वोट बैंक के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का, हमारे संविधान का अपमान कर रही है। इससे जुड़ा एक बड़ा खुलासा गोवा में कांग्रेस के कैंडिडेट ने भी किया है। इस खुलासे ने कांग्रेस की सच्चाई बता दी है, उसका हिडन एजेंडा बाहर लाए हैं कि देश का संविधान उसके लिए कोई मायने नहीं रखता।

साथियों,

ये वोटबैंक के लिए कांग्रेस की सोची-समझी साजिश है। और ये अकेली घटना नहीं है। देश को बांटने वाली बात कर्नाटका के कांग्रेस सांसद ने भी कही है। कांग्रेस की यही सोच है, जिसके कारण 70 साल तक जम्मू कश्मीर में आर्टिकल-370 बना रहा। जिसके कारण, देश सालों-साल तक आतंकवाद की आग में जलता रहा। आपके एक वोट ने, आर्टिकल-370 को जमीन के भीतर दफना दिया, दोस्तों। वो इतिहास के पन्नों पर जड़ गया। और मेरे मित्र, मनोहर पर्रिकर आज हमारे बीच होते, तो शायद ये खबर उनके लिए खुशी की खबर होती। लेकिन इंडी-गठबंधन आर्टिकल-370 को भी वापस लाने की बात कर रही है। मुझे बताइए, मेरे गोवा के भाई बहन, क्या आर्टिकल 370 वापस लाने देंगे क्या? कांग्रेस के मंसूबे पार होने देंगे क्या?

साथियों,

कांग्रेस, वोट बैंक के तुष्टिकरण के लिए खतरनाक खेल में जुटी है। कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती है। कांग्रेस SC/ST/OBC के हक में से एक हिस्सा अपने वोट-बैंक को देना चाहती है। कर्नाटका में इन्होंने ये काम शुरु भी कर दिया है।

साथियों,

आज पूरी दुनिया भारत के टूरिज्म सेक्टर में, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में, एविएशन सेक्टर में, मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में इन्वेस्ट करना चाहती है। लेकिन कांग्रेस का प्लान, आपकी संपत्ति पर 55 परसेंट टैक्स लगाने का है। कांग्रेस के शहज़ादे की उनकी विदेश यात्राओं का राज खुल गया है। वहां से कांग्रेस के शहजादे एक एक्स-रे मशीन लाए हैं। और पब्लिकली बोलते हैं कि उनकी सरकार बनने के बाद देश का एक्स रे किया जाएगा। औऱ एक्स रे मशीन से कांग्रेस आपकी संपत्ति की जांच करके उसे अपने वोटबैंक में बांटना चाहती है। मान लीजिए, यहां किसी फिशरमेन के पास, दो बोट होगी, और वो बोट जीवन के अंतकाल में अपने बेटे को देना चाहता है तो नहीं दे पाएगा, कांग्रेस ऐसा कानून ला रही है कि उसमें से एक बोट सरकार जब्त कर लेगी, एक ही बोट अपने संतान को दे पाएगा। औऱ आप जानते हैं ना कांग्रेस का पसंदीदा वोटबैंक कौन है? इसलिए पूरा देश कांग्रेस पर इल्ज़ाम लगा रहा है, और मुखर हो कर बोल रहा है-कांग्रेस की लूट- ज़िंदगी के साथ भी और ज़िंदगी के बाद भी।

भाइयों और बहनों,

भाजपा ऐसे काम करती है, जिससे देश को खुशी मिले, हर नागरिक को खुशी मिले, आपको खुशी मिले। लेकिन कांग्रेस, ऐसे काम करती है, जिससे देश विरोधी ताकतों को खुशी होती है। आप देखिए, इन्होंने EVM को लेकर कितना झूठ बोला, भाई। आए दिन, चुनाव हार गए तो क्यों EVM, चुनाव हारना तय है तो क्यों EVM, जब चाहो तब EVM को गाली, जब चाहो EVM को गाली दो, हिन्दुस्तान के नागरिकों का EVM से विश्वास उठ जाए, उसके लिए जितनी कोशिश होती है उतनी की। इन्होंने भारत के लोकतंत्र के खिलाफ अविश्वास पैदा करने की कोशिश की। लोगों को भड़काने की कोशिश की। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया कि EVM सही है, EVM से होने वाला चुनाव सही है EVM के उपयोग से भारत का लोकतंत्र मजबूत भी हुआ है, भारत का लोकतंत्र आधुनिक भी हुआ है। अब मुझे बताइए, इतने सालों से कांग्रेस का झूठ चल रहा है, क्या कांग्रेस ने माफी मांगनी चाहिए या नहीं चाहिए? कांग्रेस ने देश से माफी मांगनी चाहिए या नहीं चाहिए? ये माफी नहीं मांगेगे। ये अंहकार में सातंवें आसमान पर पहुंचे हुए हैं। लेकिन मोदी को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

साथियों,

7 मई को होने वाले चुनाव में आपको देश विरोधी हर ताकत को हराना है। आपका सपना पूरा करने में साउथ गोवा से बहन पल्लवी श्रीनिवास डेम्पो और नॉर्थ गोवा से मेरे पुराने साथी श्रीपद नाइक, ये दोनों, विजयी हो करके आएगें औऱ ये दिल्ली में मेरी बहुत मदद करेंगे। दिल्ली सरकार को बहुत मजबूती मिलेगी औऱ आपको आपके सपने पूरा करने के लिए एक बहुत अच्छे प्रतिनीधि मिलेंगे। औऱ इसलिए आज मैं आपसे आशिर्वाद मांगने के लिए आया हूँ। मैं आपसे वोट मांगने आय़ा हूँ। औऱ मेरे गोवा के भाईय़ों बहनों, आप जब कमल के निशान पर बटन दबाएगें न तो आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। तो आप घर घर जाएगें। घर घर जाएगें। ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को वोट करवाएगें, सारे पुराने रिकार्ड तोडेंगे, भारी मतदान करेंगे। देखिए गोवा के साथ मेरा एक और रिश्ता है, आज मैं जो कुछ भी हूँ न, मेरे जीवन में हर टर्निंग प्वाइंट गोवा में ही हुआ है। मेरा प्रधानमंत्री बनने का, पार्टी का फैसला भी यहीं गोवा में हुआ था। तो गोवा में मेरा भाग्य लिखा जाता है। औऱ इसलिए मैं कहता हूँ, मुझे ऐसे दो मजबूत साथी पार्लियामेंट में चाहिए, आपके मुझे आशिर्वाद चाहिए औऱ पोलिंग बूथ जीतने का लक्ष्य लिजिए। अच्छा मेरी एक पर्सनल रिक्वेस्ट है, करोगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए, करोगे? देखिए, घर-घर जाइए और कहना मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे? पहुंचा देंगे? मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।