Today India is known for giving a befitting reply to anyone who challenges its borders: PM Modi at Latur rally
Under Modi's leadership, it is a guarantee to provide tap water to every sister’s household: PM Modi in Latur

भारत माता की.. भारत माता की.. छत्रपति शिवाजी महाराज की.. छत्रपति शिवाजी महाराज की। शैक्षणिक क्षेत्रात लातूरचे नाव गाजवणाऱ्या लातूरकरांना माझा नमस्कार। आई तुलजाभवानी और सिद्धेश्वर महादेव को भी मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

भाइयों और बहनों,

यह छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती है, छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। उन्हें जब राजपाट मिल गया तो वह भी आराम कर सकते थे, लेकिन उन्होंने स्वराज के लिए निरंतर आगे बढ़ने का रास्ता चुना। उनको अपनी चिंता नहीं थी, उनको राष्ट्र की चिंता थी और इसलिए ये चुनाव जो है वो भी सिर्फ इस बात के लिए नहीं है कि हमारे सुधाकर जी को सांसद बनाना है। यह बड़े ध्येय का चुनाव है, यह बड़े लक्ष्यों का चुनाव है और इसलिए सुधाकर जी जैसे साथियों का संसद में पहुंचना और मुझे मजबूत करना और इसलिए मैं आपके पास आशीर्वाद मांगने आया हूं। अब आप मुझे बताइए जो लोग प्रधानमंत्री भी किस्तों में बनाना चाहते हैं, वो बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं क्या? कुछ अचीव कर सकते हैं क्या? आपको पता है ना उन्होंने तय किया है, हर वर्ष एक प्रधानमंत्री..दूसरे वर्ष दूसरा..तीसरे वर्ष तीसरा बताइए..

साथियों,

मैं जब एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बात करता हूं तो कांग्रेस के शहजादे को बुखार चढ़ जाता है। कहते हैं कि मोदी एक भारत की बात क्यों करता है? भारत को खंड-खंड में देखने वाले लोग प्रधानमंत्री पद को भी खंड-खंड में बांटना चाहते हैं। पांच साल में 5 पीएम का इनका प्लान यानी बारी-बारी देश को लूटने की योजना। मैं जरा लातूर के भाई-बहनों से पूछना चाहता हूं क्या ऐसे लोगों को रत्ती भर भी मौका दे सकते हैं क्या? दुनिया के इस चुनौतीपूर्ण समय में क्या हम देश को अस्थिरता में झोंक सकते हैं क्या?

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस ने आपको लूटने का भी एक बहुत खतरनाक प्लान बनाया है। कांग्रेस कहती है वो पहले देशवासियों की कमाई का एक्सरे करेगी, फिर आपकी संपत्ति पर कब्जा करेगी और फिर उसे अपने वोट बैंक को बांट देगी। आप मुझे बताइए आप अपनी संपत्ति कांग्रेस को देना चाहेंगे क्या? उनकी सरकार कब्जा करना चाहे कब्जा करने देंगे क्या? ये आपकी गाढ़ी कमाई, मेहनत की कमाई उसको लूटने देंगे क्या?

साथियों,

कांग्रेस की नजर सिर्फ आपकी वर्तमान कमाई पर ही नहीं है लेकिन आप जो संपत्ति अपने बच्चों के लिए जोड़ रहे हैं उस पर भी कांग्रेस गिद्ध नजर लगा कर के बैठी हुई है। आपने सुना होगा उनके महाशय क्या कह रहे हैं? अब हमारे देश में तो हम लोग खुद मेहनत करते हैं भोग नहीं करते हैं, जरूरत से ही जिंदगी पूरी करते हैं और पाई-पाई बचाते रहते हैं हमारे स्वभाव में है। और हर मां-बाप की इच्छा रहती है कि कुछ न कुछ बचाएं ताकि मरने के बाद कुछ अपने संतानों को देकर के जाए। यह हर मां-बाप की इच्छा होती है कि नहीं होती है? गरीब से गरीब मां-बाप होगा तो भी बच्चों को कुछ देकर के जाना चाहता है कि नहीं जाना चाहता है, अब ये कहते हैं कि आपने जो कमाया है जो जमा किया है वो पूरा का पूरा आप अपने संतानों को नहीं दे सकते हैं अगर आपने 10 एकड़ भूमि है और बच्चों को मरने के बाद देना चाहते हो तो पांच एकड़ दे पाओगे पांच एकड़ ये कांग्रेस का मकसद है वो ले लेंगे। आपके पास दो घर है एक घर आप बेटे को नहीं दे पाएंगे एक ही दे पाएंगे और इसलिए वह इनहेरिटेंस टैक्स लगाने की बात करते हैं। जो मरने के बाद आपकी संपत्ति बच्चों को मिलने वाली है उसमें से आधे से ज्यादा 55 प्रतिशत वो मार लेंगे। क्या ऐसे कातिल पंजे, जो आपकी मेहनत की कमाई को लूटना चाहते हैं, ऐसे पंजे को कहीं पर भी जगह मिलनी चाहिए क्या? आज पूरा देश जानता है यह कांग्रेस पार्टी के शाही परिवार ने अपने बच्चों के लिए कौन सी विरासत छोड़ी, ढेर सारा पैसा देश के प्राइम लोकेशन की जमीने, पावर और प्रिविलेज और कांग्रेस पार्टी के शाही परिवार ने छह दशक में देश को कौनसी विरासत दी? देश को विरासत में वो गरीबी के सिवा कुछ नहीं दे पाए हैं अरे शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का आभाव।

साथियों,

आज आप किसी भी दिन अगर टीवी देखिए अखबार उठाइए ऐसी अनेक खबरें होती हैं, जो बताती है कि हमारा देश भारत कैसे तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। और अभी शिंदे जी कुछ वर्णन कर रहे हैं कोई ना कोई सेक्टर चाहे मार्केट हो, मैन्युफैक्चरिंग हो, स्पेस हो, डिफेंस हो, कोई ना कोई अच्छी खबर विकास की खबर हमारे भविष्य को मजबूती देने वाली खबर कोई न कोई नया रिकॉर्ड बनता हुआ हर दिन कहीं पढ़ने को मिलता है कहीं सुनने को मिलता है कहीं जानने को मिलता है। लेकिन 2014 के पहले का समय याद कीजिए वो कालखंड याद कीजिए और यह जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं ना जो पहली बार मतदान करने वाले हैं उन मेरे नौजवानों को मैं खास कहना चाहता हूं। आप उस समय आठ या 10 साल के होंगे और इसलिए उस समय क्या हाल था वह शायद आपके स्मृति में नहीं होगा। आपके ध्यान में नहीं होगा और आप तो गूगल की दुनिया के लोग हो गूगल गुरु के शिष्य हो जरा 2014 के पहले गूगल पर जाकर उस समय के अखबार और टीवी देख लीजिए क्या मिलेगा, तब आपको पढ़ने को मिलेगा रेलवे स्टेशन पर बस स्टेशन पर अनाउंसमेंट होता था कहीं पर मेला लगा है तो अनाउंसमेंट होता था कहीं पर भीड़ जमा हो रही है तो अनाउंसमेंट होता था सावधान कोई लावारिस चीज दिखाई दे तो उसको हाथ मत लगाना कोई लावारिस बैग दिखती है तो पुलिस को जानकारी दो, कहीं लावारिस टिफिन बॉक्स दिखता है पुलिस को जानकारी दो, कहीं लावारिस कुकर दिखता है तो दूर रहो क्यों उसमें कहीं बम होंगे, हाथ लगाओगे तो बम फूटेगा। पूरे देश में चौबीसों घंटे हर महत्त्वपूर्ण जगह पर ये लावारिस चीजों की सूचना दी जाती थी। मैं सही कह रहा हूं नहीं कह रहा हूं? जो पुराने लोग हैं बताइए मैं सही कह रहा हूं कि नहीं कह रहा हूं? ये मोदी के आने के बाद कहां गई लावारिस चीजें भाई, देश तो वही है उस समय और मैं फर्स्ट टाइम वोटर को खास कहता हूं जरा देखिए उस समय अखबारों की हेडलाइन हुआ करती थी दिल्ली में बम ब्लास्ट, मुंबई में बम ब्लास्ट, भारतीय पुलिस आधुनिक आतंक से निपटने के लिए तैयार नहीं, आज भारत अपनी सीमाओं पर आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जाना जाता है। कांग्रेस के उस दौर में हेडलाइन होती थी भारत ने मुंबई आतंकी हमले पर पाकिस्तान को एक और डोजियर सौंपा, डोजियर सौपा यह बहुत बड़ी खबर होती थी हमारे कुछ ऐसे मीडिया में बैठे लोग थे वो भी ताली बजाते थे हां देखो डोजियर भेज दिया, मतलब घटना की फाइल भेजना। आज भारत डोजियर नहीं भेजता है आज भारत घर में घुस करके मारता है। अब नए भारत के हेडलाइन होती है मिशन एलओसी, भारत ने पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक करके सजा दी, छपती है कि नहीं छपती है।

साथियों,

कांग्रेस ने अपने शासन में भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह करके रख दिया था, तब की हेडलाइन होती थी विकास दर एक बार फिर गिरी, ये खबरें होती थीं ये सभी बैठें हैं सब यहां। 25 साल में सबसे खराब जीडीपी आंकड़ा आज हेडलाइन होती है क्या? उस जमाने में होता था आज हेडलाइन क्या होती है, भारत 2024 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा, कांग्रेस के राज में हर सुबह हम अखबारों में एक नए घोटाले का नाम पढ़ते थे हेडलाइन होती थी, कोलगेट.. कोयले में इतने लाख करोड़ का घोटाला। अब आज हेडलाइन क्या होती है, आज भ्रष्टाचारियों के लिए क्या हेडलाइन होती है आप जानते हैं? आज हेडलाइन होती है आज यहां से इतने करोड़ पकड़े गए, आज इतने करोड़ वहां से पकड़े गए, आज नोटों की गड्डियां गाड़ी के नीचे से पकड़ी गई आज इतने रुपयों का ढेर गैराज में से पकड़ा गया, यह खबरें आती हैं कि नहीं आती है और आपने मुझे यह काम के लिए बिठाया कि नहीं बिठाया है, यह काम मुझे करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए और आज ये माल लूटने वाले जेलों के सलाखे में सड़ रहे हैं और मैं देशवासियों को आश्वासन देता हूं गारंटी देता हूं, जिन्होंने देश को लूटा है, जिन्होंने देश को लूटा है उन्हें लौटाना ही पड़ेगा और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

हमारे देश के लोग हमेशा से ही परिश्रमी रहे हैं। हमारे देश का युवा हमेशा टैलेंटेड रहा है लेकिन कांग्रेस ने 60 साल तक भारत के युवाओं के सपनों को, भारत के नागरिकों के सपनों को कुचलने का पाप किया है। कांग्रेस ने सिर्फ एक परिवार की सोची, मोदी देश के हर परिवार की सोचता है। मेरा भारत- मेरा परिवार, मैं चाहता हूं कि देश के नागरिकों के जीवन से सरकार का दखल पूरी तरह समाप्त हो जाए और इसलिए हम पुराने जो बेकार हो चुके कानून है उनको समाप्त कर रहे हैं पुराने नियमों को आसान बना रहे हैं। पिछले साल ही हमने 40 हजार से ज्यादा कंप्लायंसिस को खत्म किया, आज जब देश के नागरिकों से ये बोझ हटा है उनके सामने से रुकावटें हटी हैं तो वो भी हर सेक्टर में बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। मैं आपको स्पोर्ट्स का उदाहरण देता हूं खेलकूद का उदाहरण देता हूं और हमारा महाराष्ट्र को देश को नाम देता है स्पोर्ट्स की दुनिया में, हमारे नौजवान हमारी बेटियां अद्भुत करती है जी। आज ओलंपिक में, पैरालंपिक में, एशियन गेम्स में, कॉमनवेल्थ गेम्स में, यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत की खिलाड़ी दशकों पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। भारत के नागरिकों में आया ये आत्मविश्वास हमें विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचाएगा और मैं मेरे नौजवानों मेरा ड्रीम है 2029 में युवा ओलंपिक हिंदुस्तान में हो। मेरा ड्रीम है 2036 में भारत में ओलंपिक का खेल हो। मोदी छोटा सोच ही नहीं सकता। यह परमात्मा ने मुझे जब मैन्युफैक्चर किया ना तो वो छोटे वाली चिप नहीं रखी, बड़े वाली चिप रखी है।

साथियों,

लातूर की ये धरती हमें सिखाती है कि बड़ी से बड़ी आपदा से कैसे निकला जाता है? हमारे देश में भी करोड़ों-करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत आपदा झेली है संकट झेले हैं ऐसे साथियों के लिए ही संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की गई। एक ऐसी व्यवस्था है जिसे कोई नहीं छीन सकता है। और मेरा तो दावा है खुद बाबा साहब अंबेडकर आकर के भी अब इसको नहीं छीन सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस अब एससी-एसटी-ओबीसी के आरक्षण को कम करके अपने वोट बैंक को देना चाहती है। इस बार कांग्रेस का मेनिफेस्टो उस मेनिफेस्टो पर मुस्लिम लीग की छाप है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों को लातूर के लोगों को यह कांग्रेस से बहुत सावधान होने की जरूरत है।

साथियों,

कांग्रेस ने कभी एससी-एसटी-ओबीसी नेतृत्व को आगे नहीं बढ़ने दिया। कांग्रेस के मोदी से चिढ़ने की एक वजह ये भी है कि मोदी दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित की बात करता है। आप पिछले 10 सालों में देखिए 10 सालों में एससी-एसटी-ओबीसी के सबसे ज्यादा एमपी-एमएलए भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के साथ हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में 60 परसेंट से ज्यादा मंत्री एससी-एसटी-ओबीसी समाज से हैं। आज देश का एससी-एसटी-ओबीसी समाज मोदी पर बीजेपी पर इसलिए भरोसा करता है क्योंकि 10 साल में ऐसे करोड़ों परिवारों का जीवन बदला है। किसी को मुफ्त राशन मिला, किसी को मुफ्त इलाज मिला, ऐसे करोड़ों साथी हैं जिनको अनेक पीढ़ियों के बाद उनका पहला पक्का घर दिया। एससी- एसटी- ओबीसी परिवारों के ऐसे लाखों नौजवान हैं जिनके पास बैंक को गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था उनकी गारंटी मोदी ने ली। मोदी ने ऐसे करोड़ों युवाओं को मुद्रा लोन दिया और आज वो अपना कारोबार कर रहे हैं। ऐसा हर युवा आज कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार..

साथियों,

2014 और 2019 में आपने हमें भरपूर आशीर्वाद दिए, आपने जनादेश दिया था। हमने उसका उपयोग किसी से कुछ छीनने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए ही किया है। हमने एससी-एसटी का आरक्षण जो पॉलिटिकल फील्ड का रिजर्वेशन है हमने 10 साल आ करके बढ़ा दिया। हमने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया, हमने मेडिकल की परीक्षा में ओबीसी को आरक्षण दिया, हमने आपके जनादेश का सदुपयोग करते हुए देश की नारी शक्ति की दशकों पुरानी मांग को भी पूरा किया। एनडीए ने लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण दिया, इतना ही नहीं एनडीए ने किसी का हक छीने बिना सामान्य समाज के जो गरीब परिवार के संतान हैं उनके लिए 10 प्रतिशत आरक्षण दिया यानी एनडीए सरकार सामाजिक न्याय को ताकत देने वाली सरकार है। कांग्रेस और इंडी अघाड़ी वाले जो झूठी बातें फैलाते हैं उनके मन में खोट है इस झूठ की आड़ में वो बड़ा खेल करने की फिराक में है।

भाइयों और बहनों,

देश पर लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस और समस्याओं के बीच एक अजीब रिश्ता है, कांग्रेस और समस्या ये जुड़वा भाई हैं। कांग्रेस कभी भी किसी समस्या को खत्म करने का प्रयास नहीं करती क्योंकि लोगों की परेशानी से ही वो वोटों की फसल काटती है। यहां लातूर में लंबे समय तक पानी की समस्या रही, लेकिन क्या कभी कांग्रेस ने इस समस्या का स्थाई समाधान का प्रयास किया। हर घर पानी-हर खेत पानी पहुंचाने के लिए हम मिशन मोड पर काम कर रहे। यहां पहले देवेंद्र जी के नेतृत्व वाली सरकार हो या फिर अब एकनाथ जी शिंदे जी की सरकार हो पानी पर हम विशेष बल दे रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने हमेशा पानी की योजनाओं को लटकाया है भटकाया है। जलयुक्त शिवार हो, मराठवाड़ा वाटर ग्रिड हो ऐसे कामों में अघाड़ी की सरकार ने अड़ंगे लगाए। अब महायुति की सरकार सिंचाई के हर प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा कर रही है।

साथियों,

मोदी ने हर बहन के घर तक नल से जल पहुंचाने की गारंटी दी है। मुझे खुशी है कि महाराष्ट्र के 20 हजार से अधिक गांवों में शत-प्रतिशत नल कनेक्शन पहुंच चुके हैं। और यहां लातूर में भी हर घर नल से जल का लक्ष्य ज्यादा दूर नहीं है।

भाइयों और बहनों,

लातूर शिक्षा और स्किल का एक सेंटर है। बीते 10 वर्ष में देश में शिक्षा और कौशल सेक्टर में अब उस पर उपलब्धियों के रहे। आईआईटी हो ट्रिपल आईटी हो आईआईएम हो या एम्स, इनका दायरा बहुत अधिक बढ़ा है। देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या और मेडिकल सीटों की संख्या दोगुनी हुई हैं। इसका लाभ लातूर के हमारे बेटे-बेटियों को भी हो रहा है।

साथियों,

लातूर आत्मनिर्भर भारत का भी हब बनता जा रहा है। भाजपा का मिशन है कि हम दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बने। भाजपा का संकल्प है कि मैन्युफैक्चर में आत्मनिर्भर बने। इन दोनों लक्ष्यों को पाने में लातूर के किसान और लातूर के नौजवान बहुत बड़ी भूमिका भारत में कर सकते हैं। यहां के सोयाबीन किसान भारत को दलहन- तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं, ये जो रेल कोच फैक्ट्री यहां स्थापित हुई है इसमें वंदे भारत ट्रेन के कोच भी बन रहे हैं। आने वाले पांच साल में देश के हर रूट में सैकड़ों नई वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी। वंदे भारत मेट्रो चलेगी। यही नहीं विदेशों से भी मेड इन इंडिया ट्रेनों की डिमांड बढ़ रही है। इससे कितना काम यहां बढ़ेगा नई फैक्ट्री के लिए कितनी संभावनाएं बढ़ेंगी यह आप सोच सकते हैं। मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री की स्थापना ने इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को नई गति दी है।

भाइयों और बहनों,

लातूर को विकसित भारत-विकसित महाराष्ट्र का अहम सेंटर बनाने के लिए आपको भारी मतदान करना है। आप याद रखना आपके सपने आपके सपने ही मोदी का संकल्प है। मेरे साथी सुधाकर तुकाराम संगारे जी को आपका मिलने वाला एक-एक वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप घर-घर जाइएगा ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे? मतदान के रिकॉर्ड तोड़ेंगे? पोलिंग बूथ जीतेंगे? अच्छा मेरा एक और काम करेंगे? घर-घर जाना और परिवार के सब लोगों को कहना कि मोदी जी लातूर आए थे, मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे? मेरे साथ बोलिए भारत माता की.. जय भारत माता की.. भारत माता की..
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।