It is my mission to make sure water reaches every house and farmer in the country: PM Modi in Rajasthan's Jalore
Congress hollowed the country by spreading the termite of 'Parivarwad' and corruption: PM Modi
We have to elevate the development of Rajasthan and the progress of the nation to new heights: PM Modi in Jalore

नमस्कार।
भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय

जालौर आना मतलब हम गुजरात वालों को लगता है अपने घर गए हैं। पार्टी का काम करता था तब भी और गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब भी आप सबके बीच आने का अवसर मिला है। कई परिवारों से भी मेरा परिचय रहा है, आज सब नजर आ रहे हैं आज, यहां सब नजर आ रहे हैं आज। मुझे याद है कि यहां के परिवारों से गप्प मारते थे तो बोलते थे, वे एक कहावत सुनाते थे। और बड़े गर्व के साथ कहते थे...
आभ फटै घर ऊलटै,
कटै बख्तरां कोर।
शीश कटै, धड़ लड़फड़ै,
जद छुटै जालौर।

यानि चाहे आसमान फट जाये, धरती पलट जाए, सुरक्षा का कवच फट जाए, शीश कटे, धड़ तड़पे, लेकिन जालौर नहीं छूटता। भाजपा और जालौर-सिरोही का रिश्ता भी इतना ही निकट है। आपने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। और इस बार भी जालौर-सिरोही यही कह रहा है-फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

पहले चरण के मतदान में आधे राजस्थान ने कांग्रेस को बराबर की सजा दी है, उनको बराबर का सबक सिखाया है। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत राजस्थान ये जानता है कि कांग्रेस कभी मजबूत भारत नहीं बना सकती। देश को ऐसी कांग्रेस सरकार नहीं चाहिए, देश को 2014 से पहले जैसे हालात थे , वो हालात वापस नहीं चाहिए। कांग्रेस की कमज़ोर सरकार को आने-जाने वाले लोग भी धमकाते थे। और हर कोई देश को लूटने में जुटा था। प्रधानमंत्री को कोई पूछता ही नहीं था, सरकार रिमोट कंट्रोल से चला करती थी। कैबिनेट से पास हुए अध्यादेश, आप कल्पना करिए कैबिनेट ने जो निर्णय पास किया हो, देश की संवैधानिक संस्था ने जो निर्णय पास किया हो। उसको उनकी पार्टी के एक नेता मीडिया की मीटिंग बुला करके फाड़ के फेंक देते थे। क्या ऐसी दुर्बल अवस्था देश को मजबूत बना सकती है क्या। आप मुझे बताइए, अस्थिरता की प्रतीक कांग्रेस और उनका कुनबा देश चला सकता है क्या।

साथियों,

आज कांग्रेस पार्टी की जो हालत हुई है, उसकी गुनहगार वो खुद है। अब देखिए, आपके यहां से राज्यसभा में कांग्रेस के एक नेता दक्षिण के हैं उनको भेजा। क्या उन्होंने राजस्थान के लिए एक बार भी राजस्थान की बात कही है, नहीं कही है। आपने बड़ी उदारतापूर्वक भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के सम्मान में उनको भी राज्यसभा में भेजा। हलांकि काफी समय तक बीमार रहे। लेकिन क्या कभी राजस्थान में फिर से उनको देखा। और अब एक दूसरे नेता को पहुंचाने की कोशिश की आपने राज्यसभा में, जो लोग चुनाव नहीं लड़ सकते। चुनाव जीत नहीं सकते। मैदान से भाग गए। इस बार राजस्थान से राज्यसभा में आए हैं। कांग्रेस की हालत बहुत खराब है भाई। कांग्रेस ने देश पर 60 वर्षों तक राज किया। इसी कांग्रेस ने हमारी माताओं बहनों को शौचालय, गैस, बिजली, पानी बैंक अकाउंट जैसी छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसाया।इसी कांग्रेस ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार का दीमक फैलाकर देश को खोखला कर दिया। इन्हीं पापों की सजा देश कांग्रेस को दे रहा है। और देश का युवा इतना गुस्से में है कि वो कांग्रेस का मुंह नहीं देखना चाहता। जिस पार्टी ने कभी 400 सीट जीती थी, देखिए उनकी हालत, उसके लिए आज 300 सीटों पर लड़ना भी मुश्किल हो रहा है। कांग्रेस को उम्मीदवार तक नहीं मिल रहे हैं। इन्होंने जो अवसरवादी इंडी अलायंस बना लिया है, उसकी पतंग उड़ने से पहले ही कट गई है। कहने को तो गठबंधन है, और की राज्य हैं ये गठबंधन वाले आपस में ही भिड़े हुए हैं। इस लोकसभा चुनाव में 25 प्रतिशत सीटें ऐसी हैं, जहां ये लोग एक दूसरे को मारने-काटने में जुटे हैं, एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव के पहले इतनी लड़ाई चल रही है , तो चुनाव के बाद लूट के लिए कितना लड़ाई लड़ेंगे, इसकी कल्पना कर सकते हैं। और इसलिए मैं फिर पूछूंगा, क्या ऐसे लोगों को इतना बड़ा देश सूपूर्द कर सकते हैं क्या। ऐसे लोगों को देश सूपूर्द कर सकते हैं क्या। अरे आप के घर में गाड़ी हो ना, तो भी किसी ऐरे-गैरे के हाथ में नहीं दे सकते हो भाई। देते हो क्या 50 बार सोचते हो ये कहां पहुंचाएगा।

भाइयों-बहनों,

आप सब जानते हैं, मुझे भली भांति जानते हैं, मेरा बचपन जानते हैं। मैं भी आप ही की तरह एक सामान्य परिवार से आता हूं। मैंने भी परिवार में देखा है ना बिजली होती थी, ना पानी होता था। घर के रसोई का चूल्हा धुएं से भर जाता था। बचपन ऐसे ही बीता लेकिन आज यहां पहुंचा हूं तो मेरे दिल में यही रहता है की बचपन में जो मैंने अपनी मां को भुगतते देखा है। मैं ऐसी कठिनाई देश की एक भी माता-बहन को नहीं देखना चाहता। इसलिए मैं आपके बेटे की तरह, मेरी माताएं- बहने आपके एक भाई की तरह आपके दुख दर्द को मिटाने के लिए दिन-रात दौड़ रहा हूं। अभी तक राजस्थान के करीब 19 लाख गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों के पक्के घर बन चुके हैं। वो लोग पक्के घर में रहने चले गए हैं और इसमें से करीब 1 लाख पक्के घर यहीं जालौर-सिरोही में बने हैं। एक घर बनाना होता है तो कितनी तकलीफ होती है आप जानते हैं। अकेले इस इलाके में मोदी ने गरीबों के लिए 1 लाख पक्के घर बना कर दे दिए। इसलिए नहीं की पैसे है तो काम हो, दिल में एक दर्द पड़ा हुआ है, संवेदना पड़ी हुई है। इसलिए मोदी ये काम करने के लिए लालायित रहता है।

अब आपको मेरा एक काम करना है। ऐसे नहीं हाथ ऊपर कर बताइए, देखिए चुनाव में आप घर-घर मिलने जाते होंगे चुनाव की चर्चाएं होती होंगी। हमने इतने घर बनाए, नल से जल दिया, गैस का कनेक्शन दिया। लेकिन हो सकता है. कुछ लोगों को घर मिलना बाकी हो। कुछ लोग परिवार में पहले एक साथ रहते थे। अब अलग-अलग रहने लगे, उसके पास घर नहीं है। तो मेरा एक काम करना, आपको ऐसे जो लोग ध्यान में आए, जो इस योजना के हकदार हैं, लेकिन उनको अभी तक मिला नहीं है। मोदी की तरफ से उनको गारंटी दे देना मोदी तीसरी बार आएगा। घर पक्का मिलेगा। कह देंगे। कह देंगे। मेरे लिए तो आप ही मोदी हैं। आप बोल करके आ जाना, मोदी उसको पूरा करेगा। और आप यह भी कह देना माताओं-बहनों को यह जो 3 करोड़ में नए घर बनने वाले हैं, उनमें उनका नंबर लगेगा ही लगेगा। उस परीवार की माता-बहनों को कहना, मोदी जो घर देगा ना उस परिवार की माताओं या बहन के नाम पर देगा, यह भी बता देना।

साथियों,

आयुष्मान भारत के तहत मिल रहे मुफ्त इलाज का फायदा भी पूरे देश में मिलता है। अब मोदी ने गारंटी दी है कि हर परिवार में जो बुज़ुर्ग हैं, हर परिवार में कोई भी बाकी नहीं रहेगा। जो यहां बैठे हुए हैं उनका भी हर परिवार है, जिसके घर में 70 साल से ऊपर की आयु के लोग हैं। बुजुर्ग माता है, पिता है, दादा है, दादी है, नाना है, नानी है, चाचा है, चाची है। जो भी हो उनको कह देना की दिल्ली में आपका एक बेटा बैठा है। 70 साल से ऊपर के ऐसे सभी बुजुर्गों की बीमारी में इलाज के लिए 5 लाख रुपए तक का खर्च आपका बेटा करेगा। बता देना और यह मोदी की गारंटी। ये गारंटी भी मैंने इसलिए दी है, क्योंकि एक बेटे के रूप में मां-बाप की सेहत का ध्यान रखना, जैसे आपका दायित्व है ना मैं भी तो बुजुर्गों का बेटा हूं, मेरा भी दायित्व है। शुरुआती इलाज के लिए आपको ज्यादा दूर न जाना पड़े इसके लिए राजस्थान में 10 हज़ार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं। सिरोही में मेडिकल कॉलेज बनने से बहुत फायदा हुआ है। जालौर में भी मेडिकल कॉलेज बनकर जल्द तैयार होगा। मोदी का मिशन है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। हर जगह मेडिकल कॉलेज हो ताकि उस जगह के लोगों को पढ़ाई के लिए मौका मिले।

भाइयों और बहनों,

जब यहां मैं आपसे बात करने के लिए आता हूं और यह सच है कि चुनाव है और मैं आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। इतनी धूप में आप आए हैं तो आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखेंगे। यह तो मुझे पता है। इसलिए मोदी के गारंटी है कि आपका सपना ही मेरा संकल्प है। मेरा पल-पल आपके नाम, मेरा पल-पल देश के नाम। अब देखिए, कोरोना का महासंकट आया। एक तरफ हमने जीवन बचाने के लिए हर परिवार को मुफ्त टीका लगाया तो दूसरी तरफ, मुफ्त राशन की योजना लागू की। और आने वाले पांच बरस ये चलती रहेगी ताकि गरीब का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा सो ना जाए। इसका बहुत बड़ा फायदा गरीब परिवार को हुआ है। हमने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना बनाई। इसका सबसे बड़ा लाभ हमारे प्रवासी परिवार को हुआ है। हमारे राजस्थान में तो हर गांव से कोई नौकरी के लिए कोई बाहर रहता है। राशन कार्ड की समस्या रहती थी। बच्चा वहां चला जाए। मां-बाप यहां रहे कौन सा राशन कार्ड कहां चलेगा, तो हमने बना दिया, वन नेशन वन राशन कार्ड, वो जहां भी जाएगा, वहां से भी उसको राशन मिलेगा। उसका परिवार यहां होगा। उसको भी राशन मिलेगा। फिर परिवार का जो सदस्य गांव में है, उसको भी फायदा मिल रहा है और इस कार्ड पर प्रवासी कामगार के लिए भी कोई गया है। उसको भी लाभ मिल रहा है।

भाइयों बहनों.

राजस्थान मैंने जब से यहां आना शुरू किया, कोई भी ऐसा समय नहीं जब मैंने पानी के विषय में सुना ना हो। अभी मैं बैठा था, तो हमारे उम्मीदवार महोदय, तुरंत बोले, मोदी जी पानी मेरी पहली बड़ी काम है। और ये राजस्थान है, यहां तो पानी के लिए जीवन समर्पित करने वाले लाखा बंजारा की बात घर घर की जाती है। आपके इस सेवक ने भी किसान के हर खेत और हर बहन के घर तक पानी पहुंचाना अपना मिशन बनाया है। इतिहास में पहली बार जल जीवन मिशन जैसा कार्यक्रम चल रहा है। सिर्फ 5 वर्षों में ही देश में 11 करोड़ से अधिक नए परिवारों को नल से जल दिया जा चुका है। लेकिन अफसोस है कि इसी दौरान राजस्थान में 5 साल तक कांग्रेस की सरकार रही। उसने सिर्फ पानी की योजना में घोटाला किया, काम नहीं किया। अब हमारी भजनलाल जी की सरकार आई है तो वो इस घोटाले की जांच करा रही है। अगर यहां कांग्रेस सरकार न होती, तो अब तक हम हर घर जल के लक्ष्य के बहुत निकट पहुंच चुके होते। अब भजनलाल शर्मा जी के नेतृत्व में हम हर घर पाइप से पानी पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस की कभी नीयत ही नहीं रही कि किसानों को, यहां के लोगों को पानी मिले, उनके जीवन का सबसे बड़ा संकट समाप्त हो। इसका एक उदाहरण ये सालगांव बांध परियोजना भी है। ये परियोजना साढ़े 4 दशक पहले तब बनी थी, जब हर जगह कांग्रेस ही कांग्रेस थी। लेकिन ये कभी ज़मीन पर नहीं उतर पाई। अगर ये बांध समय पर बनता तो 30 लाख रुपए से भी कम में बन जाता। आज इसकी लागत 250 करोड़ तक पहुंच चुकी है। अब भाजपा सरकार इसे तेजी से पूरा करने के संकल्प के साथ काम कर रही है।

साथियों,

गुजरात में सरदार सरोवर बांध नर्मदा नदी पर पंडित नेहरू ने उसका शिलान्यास किया था। फिर कांग्रेस ने ऐसे लटकाए रखा, ऐसे लटकाए रखा, कि मोदी ने आकर पूरा किया। कितने साल हो गए। मुझे उपवास पर बैठना पड़ा था। मैं मुख्यमंत्री था। मुझे मनमोहन जी की सरकार के सामने नर्मदा बांध को लेकर उपवास पर बैठना पड़ा था, क्योंकि मुझे मेरे गुजरात को भी पानी देना था। मेरे राजस्थान को भी पानी देने थे। इसलिए मैंने उपवास किए थे और तब मैं वहां सुजलाम-सुफलाम योजना चलाई थी। कोशिश यही थी कि कडाना बांध से पानी किसान के खेतों तक पहुंचे। मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों से आज नर्मदा का पानी बाड़मेर और जालौर जिले के भी डेढ़ हजार से अधिक गांवों तक पहुंचा है। फर्क देखिए यह भारतीय जनता पार्टी के चरित्र का फर्क है। हिंदुस्तान में बहुत सारे राज्य हैं, जो पानी के लिए एक दूसरे से लड़ाई लड़ रहा है और पानी समुद्र में जाता है। राजस्थान में पानी पहुंचा क्योंकि गुजरात में भाजपा की सरकार थी। राजस्थान को कोई आंदोलन नहीं करना। राजस्थान को आवेदन पत्र देने के लिए गांधीनगर नहीं आना पड़ा कि मैं अपना कर्तव्य मानता था। पानी की जरूरत गुजरात को है तो राजस्थान भी तो मेरा है। उसे भी तो पानी मिलना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री था, तब प्रधानमंत्री नहीं था। तभी राजस्थान मुझे मेरा लगता था। इसलिए जालौर-बाड़मेर के किसानों में किसानों के खेत में पानी पहुंचाया गया। लगभग 2 लाख हेक्टर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिली है। हम सिंचाई के लिए ड्रीप और स्प्रिंकलर जैसी नई टेक्नॉलॉजी पर काम कर रहे हैं। मेरी किसानों से प्रार्थना है आप ड्रीप और स्प्रिंकलर पर आएंगे तो जो पानी है , जितने परिवारों को मिलता है ना उससे डेढ़ गुना तक पहुंच जाएगा। ये बहुत बड़ा पुण्य का काम हो जाएगा। ये बनासकांठा ने करके दिखाया है, ये आपके देवी भाई को पूरा पता है। वहां पर पानी बचा करके पानी पहुंचाया है। यहां भी पहुंचाया जा सकता है। इससे यहां एक बहुत बड़े क्षेत्र में जीरा, सौंफ, इसबगोल जैसी अनेक कैश क्रॉप्स की पैदावार हो सकती है।

साथियों,

कांग्रेस ने तो पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना और यमुना के पानी को पहुंचाने में भी अड़चनें पैदा की थीं। ये भाजपा ही है जिसने इसके समाधान के लिए भी प्रयास किया, हरियाणा में भाजपा सरकार, राजस्थान में भाजपा सरकार हमारे भजनलाल जी बराबर मैदान में उतर गए मामला निपटा दिया काम आगे बढ़ रहा है। हमारे प्रत्याशी आदरणीय लुंबाराम जी तपस्वी कार्यकर्ता हैं, जीवन खपा देने वाले कार्यकर्ता हैं। पानी की समस्या की बारिकियों को जानते हैं और उसके समाधान के लिए समर्पित हैं। मुझे खुशी है कि ऐसे ही कर्मठ मुख्यमंत्री हमें राजस्थान को मिले हैं। इस सारे अधूरे प्रोजेक्ट को तेज़ी से पूरा करने के लिए कमर कसके काम शुरू कर दिया।

साथियों,

इस क्षेत्र में खेती-किसानी को मुनाफेदार बनाना मोदी का लक्ष्य है। मोदी ने छोटे किसानों के मोटे अनाज यानि श्री अन्न को भी दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचाने का मिशन शुरु किया है। हमारा बाजार अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडेन के साथ भोजन में थाली में राजस्थान का बाजार भरोसा गया था। सारी दुनिया में मैं समझता हूं। यह हमारे छोटे-छोटे किसानों ने कम पानी की लागत से यह पैदा किया हुआ फसल है। मैं दुनिया में पहुंचा कर रहने वाला हूं और इसका फायदा यहां के मेरे सभी छोटे-छोटे किसानों को होगा।
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भी जालौर और सिरोही जिले के किसानों के खाते में 800 करोड़ से ज्यादा भेजे गए हैं। ये क्षेत्र गौमाता की जय करने वाला क्षेत्र है। मोदी ने गोमाता को, हमारे पशुधन का भी मुफ्त में टीकाकरण करने की गारंटी दी है। भाजपा सरकार ने खुरपका-मुंहपका बीमारी को खत्म करने के लिए अकेले राजस्थान में करीब एक करोड़ पशुओं का मुफ्त टीकाकरण कराया है। यहां जालौर में भी डेढ़ लाख और सिरोही में करीब 80 हजार पशुओं का टीकाकरण हुआ है। इसके अलावा हम गोबरधन, बायोगैस और जैविक खाद के जरिए एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं जो गोपालकों को औऱ समृद्ध करेगा।

भाइयों और बहनों,

जालौर-सिरोही का ये पूरा क्षेत्र अद्भुत संभावनाओं का क्षेत्र है। हमारे पास माउंट आबू है। यहां बड़े-बड़े मंदिर हैं, ऋषियों और मनीषियों की ये तपोस्थली है।यहां नौजवानों को लिए पर्यटन सेक्टर में रोजगार-स्वरोजगार की अनेक संभावनाएं हैं। अंबाजी में जो सुविधाएं तैयार हो रही हैं, उसका लाभ राजस्थान को भी मिलने जा रहा है। पर्यटन को अच्छी कनेक्ट्निविटी से बहुत लाभ होता है। इसलिए हम इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं। ये क्षेत्र को तो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी जुड़ा है। इससे यहां के ग्रेनाइट उद्योग को बहुत बल मिलेगा।

साथियों,

10 सालों में आपके आशीर्वाद से ऐसे अनेक काम पूरे हुए हैं। लेकिन अभी तो मोदी के लिए ये ट्रेलर है। अभी हमें राजस्थान के विकास को, देश के विकास को नई बुलंदी देनी है। और ये संकल्प लेकर मैं चल पड़ा हूं। भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनाना है, विकसित भारत-विकसित राजस्थान बनाना है। इस काम में हमें आपका साथ चाहिए। आपको 26 अप्रैल को लुंबाराम जी को कमल के निशान वाले बटन को दबाकर संसद भेजना है। आप देखिए मेरा नाता ऐसा है। आप लुंबाराम जी को एक वोट देंगे, जैसे ही कमल के बटन पर आपकी उंगली दबेगी। सीधा-सीधा वो मोदी के खाते में जमा हो जाएगा। यानि लुंबाराम जी को वोट यानि मोदी को मजबूत बनाने की गारंटी। और यह गारंटी देश के मतदाताओं की है। आपकी गारंटी है। आपके एक-एक वोट से मोदी की ताकत बढ़ेगी। आपके एक-एक वोट से मोदी को काम तेज करने की ताकत मिलेगी। आपके एक-एक वोट से मोदी को देश को विकसित बनाना और राजस्थान को विकसित बनाने का काम करने में और आसानी होगी और इसलिए आज मैं आपसे लुंबाराम जी के लिए ही नहीं, आज मेरे लिए भी आपसे वोट मांगने आया हूं।

देखिए इसके लिए आपको एक मेरा एक काम करना होगा। एक भी मतदाता ऐसा ना हो जिसके पास आप मेरी बात लेकर पहुंचे ना हो घर-घर जाएंगे, हर मतदाता को मिलेंगे। उनको बताएंगे। मोदी को वोट देना है बताएंगे। दूसरा काम हम जालौर लोकसभा तो जीतेंगे। हम देश भी जीत जाएंगे। लेकिन मुझे बताइए मेरा कोई कार्यकर्ता पोलिंग बूथ हार जाए। जो मुझे दुख होगा कि नहीं होगा। हर कार्यकर्ता हर नागरिक के मन में रहना चाहिए। हमारे पोलिंग बूथ में भाजपा का झंडा झुकने नहीं देंगे। हर पोलिंग बूथ को जितना है हर पोलिंग बूथ को जीतने के लिए मुझे विशेष रूप से माताओं और बहनों के आशीर्वाद चाहिए। फर्स्ट टाइम वोटर्स के आशीर्वाद चाहिए और मेरा एक तीसरा काम है। जिस दिन मतदान होना, एक तो जलपान से पहले मतदान, क्योंकि तेज धूप है। सुबह-सुबह जितना ज्यादा मतदान हो जाए, अच्छा। तुम जलपान से पहले मतदान करोगे। सुबह-सुबह ज्यादा से ज्यादा मतदान करोगे। दूसरा एक काम कभी-कभी हम किसी काम के लिए जाते हैं। रास्ते में खड़े हैं, वोट देकर निकल गए। ऐसा नहीं। यह लोकतंत्र का उत्साह है। जैसे परिवार में कोई अवसर होता है तो कैसे धूम-धाम से निकलते हैं। मैं तो पूरे राजस्थान से प्रार्थना करूंगा। पूरे देश से प्रार्थना करूंगा। 15-15, 20-20 लोग जुलूस निकाल करके, भारत माता की जय बोलते-बोलते लोकतंत्र का उत्साह, लोकतंत्र का जय जयकार करते हमें मतदान के लिए जाना चाहिए, जाओगे अरे गाजेबाजे के साथ जाना चाहिए, हम देश की सरकार बनाने के लिए जा रहे हैं। मामूली काम के लिए नहीं जा रहे हैं। जब इसको गर्व में पलट देंगे तो गर्मी कितनी भी क्यों ना हो मतदान के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।

अच्छा मेरा एक काम करोगे। यह मेरा पर्सनल काम है इसलिए भाजपा का काम नहीं है। मेरे पर्सनल काम करोगे। ऐसे ढीले पड़ गए आप, करोगे एक काम करना और घर-घर जाना और कहना मोदी जी जालौर आए थे और मोदी जी ने राम-राम कहां है, मेरा राम-राम पहुंचा दोगे। देखिए इसमें मेरा स्वार्थ है, बता दूं। मेरे स्वार्थ यह है कि जब आप किसी परिवार में राम राम कहेंगे तो सब बड़े बुजुर्ग माताएं मन से मुझे आशीर्वाद देंगे और जब बिना स्वार्थ के इतने पवित्र भाव से हर परिवार से आशीर्वाद मिलता है तो ये आशीर्वाद मेरे लिए पूजा का काम करता है। मेरे लिए नई ताकत बन जाता है और फिर मुझे आपके लिए दौड़ने का मेरा हौसला बुलंद हो जाता है। इसलिए मुझे आशीर्वाद चाहिए तो मेरा राम-राम पहुंचाएंगे। पक्का पहुंचाएंगे। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय
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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।