नमस्कार।
उत्तर प्रदेश के यशस्वी और उर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जी, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा जी, राधा मोहन सिंह जी, वी. के सिंह जी, संजीव बालियान जी, यूपी सरकार के मंत्रीगण, सांसदगण, भाजपा के सभी प्रत्याशी साथी, भाजपा के कार्यकर्ता, भाइयों और बहनों।
आज उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भाजपा की ये पहली वर्चुअल रैली है। इतने कम समय में टेक्नोलॉजी को माध्यम बनाते हुए, इतने ज्यादा लोगों को एक साथ जोड़ना, ये भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत का ही परिणाम है। एक जीवंत संगठन का ये सबूत है। हजारों कार्यकर्ताओं ने मुझे आज के इस संबोधन के लिए अपने सुझाव भी भेजे हैं। ये भी Grassroot के कार्यकर्ताओं की सक्रियता का एक जीता जागता उदाहरण है। मां शाकम्भरी के आशीर्वाद से मैं इस चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहा हूं। बागपत, शामली, गौतमबुद्धनगर, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर से हमारे साथ जुड़े प्रत्येक मतदाता का भी मैं आदरपूर्वक स्वागत और अभिनंदन करता हूं।
साथियों,
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये वो धरती है जिसने 1857 की क्रांति में देश को एकजुटता का संदेश दिया था। कमल के फूल और रोटी ने हमेशा देश को बांटने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।हम एकजुट रहेंगे,
तो कोई हमें कभी परास्त नहीं कर पाएगा। हर एक का प्रयास ही, उत्तर प्रदेश को वो ऊंचाई देगा, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है।
साथियों,
जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था, तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने
पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से, आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है। कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी ? 5 साल पहले- दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। 5 साल पहले- व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी...उत्सव। 5 साल पहले- गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-ज़मीन-दुकान पर अवैध कब्ज़ा,
ये समाजवाद का प्रतीक था। लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी। अपहरण, फिरौती, रंगदारी ने मध्यम वर्ग को, व्यापारियों को तबाह करके रख दिया था। पांच साल में योगी सरकार, उत्तर प्रदेश को इन हालातों से बाहर निकालकर लाई है। ये कोई मामूली कामम नहीं है मैं भी सालों तक एक राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं। इतने कठिन परिस्थितियों से प्रदेश को बाहर लाना, दंगों से मुक्त कराना, शांति और सुख की जिंदगी का विश्वास पैदा करना।
साथियों,
आज यूपी का किसान हो, कर्मचारी हो, व्यापारी हो या फिर माताएं-बहनें-बेटियां, सभी को सुरक्षा और सम्मान मिल रहा है। जो माफिया और गुंडे खुद को कानून से भी बड़ा मानते थे, यूपी की भाजपा सरकार ने उन्हें कानून का मतलब समझा दिया है। और इसलिए, आज चुनाव के इस माहौल में वो पूरी ताकत लगा रहे हैं कि किसी भी तरह, जो गुंडागर्दी करने वाले लोग थे न, वे अवसर की तलाश में हैं, कैसे भी कर के उन्हें सत्ता में वापस आना है। एक ऐसी अनुकूल सरकार उन्हें चाहिए कि उनको अपने खेल खेलने में सुविधा हो। हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, जबकि वो आपसे बदला लेने के लिए ठानकर बैठे हैं। इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है,उनकी भाषा, उनका व्यवहार, उनका इतिहास, उनके करतूत, उनके कारनामे, ये सारे उनके सबूत है। ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है। और इसलिए मैं ये देखकर खुश हूं कि उत्तर प्रदेश के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, बहुत सतर्क हैं। उत्तर प्रदेश की जनता वो पुराने दिन नहीं चाहती है। इन बदला लेने वालों के बयानों को देखकर, यूपी के लोगों ने ठान लिया है कि इस बार पहले से भी ज्यादा मतों से भाजपा को विजयी बनाएंगे। हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, ये सब देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है। और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, जो पहली बार मतदान करने जा रहे हैं। वे तो उत्साह और उमंग से भरे हुए हैं। भाजपा की सरकार बनाने के लिए वे खुलकर भाजपा के साथ हैं। पहली बार वोट डालने जा रहे युवा भी इसको समझ रहे हैं कि अब यूपी को फिर से गुंडों-माफियाओं के हवाले नहीं करना है।
सोचिए साथियों,
जो लोग जो सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते,वैज्ञानिकों पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट,
उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं? यूपी को ऐसी सरकार चाहिए जो अपनी विरासत पर गर्व करे और ज्ञान-विज्ञान और आधुनिकता को भी बढ़ाए। ये काम भाजपा ही कर रही है और भाजपा ही कर सकती है। बीते 5 सालों में अगर यूपी में अनेकों नए शिक्षण संस्थान खुले हैं, आईटीआई खुली हैं, नए मेडिकल कॉलेज बने हैं, इतने सारे नए विश्वविद्यालय बने हैं, तो इसके पीछे युवा सपने ही हैं,
युवा आकांक्षाएं ही हैं।
भाइयों और बहनों,
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये हमारे लिए डबल इंजन सरकार की नीति और निष्ठा का मूल मंत्र भी है। बीते वर्षों में जो भी योजनाएं भाजपा सरकार ने लागू की हैं,
उनका लाभ सभी को मिला है, बिना किसी भेदभाव मिला है। यही भावना तो हमारे संविधान के मूल में है। ऐसा ही भारत तो बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर देखना चाहते थे। ऐसे ही विकास के लिए तो चौधरी चरण सिंह जी ने अपना जीवन समर्पित किया।
साथियों,
जिन्होंने गरीब की तकलीफ ना कभी देखी, ना कभी महसूस की, हमेशा जमीन से कटे रहे, वो ना गरीब को समझ सकते हैं, ना उसका भला कर सकते हैं। गरीबों की भाजपा सरकार ने कैसे काम किया है,
उसका एक उदाहरण गरीबों के पक्के घर हैं। पहले वाली सरकार ने अपने पांच साल में गौतमबुद्ध नगर में सिर्फ 73 घर बनाए थे। जरा सुनिए आप लोग पांच साल में 73 घर, योगी जी सरकार ने इन्हीं 5 साल में उस एक जिले में करीब 23 हजार घर बनाकर शहरी गरीबों को दिए हैं। सोचिए, कहां 73 घर
पांच साल में और कहां 23 हजार घर। सहारनपुर शहर में भी पहले वाली सरकार ने सिर्फ 221 घर गरीबों के लिए बनवाए थे। पांच साल में 221, योगी जी की सरकार ने इन्हीं पांच सालों में 18 हजार से ज्यादा
घर बनाकर सहारनपुर के गरीबों को दिए हैं। इसी तरह शामली, मुज़फ़्फ़रनगर और बागपत शहर में भी कुल मिलाकर पिछली सरकार ने पांट साल में सिर्फ 800 घर बनाए थे। पांच साल में इतने बड़े इलाके में 800 घर, योगी जी की सरकार ने इन तीन शहरों में पांच साल में 33 हजार से ज्यादा गरीबों को घर बनवाकर दिए हैं। जब गरीब का दर्द दिल में हो, तो सरकार ऐसे ही दौड़ती है, ऐसे ही काम करती है। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग देख रहे हैं, समझ रहे हैं। पिछली सरकार जहां पूरे यूपी में कुछ हजार घर ही बनवा पाई थी, वहीं योगी जी की सरकार ने अपने पांच साल में 33 लाख से ज्यादा घर बनवाकर गरीबों को दिए हैं। यानि ये 33 लाख गरीब, इन पांच सालों में लखपति बने हैं, आज इनके पास लाखों का घर है। और इसमें भी सबसे बड़ी बात ये कि इनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम हैं। माताओं-बहनों के नाम है। यानि हमारी सरकार ने यूपी की लाखों महिलाओं को उनके घर का मालिक बनाया है।
साथियों,
भाजपा के नेतृत्व में यूपी सरकार जो कुछ भी कर रही है, उसका सबसे अधिक लाभ दलितों को, वंचितों को, पिछड़ों को हो रहा है। मुफ्त इलाज हो, मुफ्त गैस कनेक्शन हो, शुद्ध पेयजल का कनेक्शन हो,
पीने के पानी की व्यवस्था, ये समाज के हर वर्ग के, हर संप्रदाय के जीवन को आसान बना रहा है। विशेष रूप से हमारी बहनों-बेटियों को गरीबों की सरकार का सबसे अधिक लाभ मिल रहा है। तीन तलाक के खिलाफ जो कानून हमारी सरकार ने बनाया, उसका लाभ हमारी लाखों मुस्लिम बहनों-बेटियों को हुआ है। बेटे-बेटी को एक समान मानने वाली हमारी सरकार अब बेटियों की शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास कर रही है। इससे बेटियों को अपने सपने पूरे करने में और मदद मिलेगी।
भाइयों और बहनों,
गरीबों की सरकार की प्राथमिकता क्या है, ये दुनिया पर आए 100 साल में सबसे बड़े संकट, इतनी बड़ी बीमारी, इतनी बड़ी महामारी। विश्व के कोने-कोने में फैली हुई और 100 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ है। उस समय गरीबों के लिए सोचने वाली, गरीबों के लिए जीने वाली सरकार कैसे काम करती है, ये आज देश अनुभव कर रहा है। भारत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत एक-एक गरीब परिवार का ध्यान रख रहा है। उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ नागरिकों को डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां 5 साल पहले राशन की दुकानों से गरीबों का राशन चोरी हो जाता था। आज एक-एक दाना गरीब के घर तक पहुंच रहा है। यही फर्क है, यही बदलाव है जो 5 सालों में आया है। और जैसा मैनें प्रारंभ में कहा 1857 की बात कही, कमल और रोटी इस संकट के काल में गरीब के घर में रोटी बने, इसका पूरा प्रबंध किया और आज हम आपके पास कमल लेकर आए हैं।
साथियों,
जब दिल में सेवा की भावना हो, भ्रष्टाचार पास भी नहीं फटक सकता है, तो काम करने के नतीजे भी मिलते हैं। डबल इंजन की सरकार का भी यही ट्रैक रिकॉर्ड है। हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली सरकारी मदद में लूट बंद हो,, कटकी बंद हो, बेईमानी बंद हो, यूपी के छोटे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधी मदद मिले। आज पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खातों में मिले हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ छोटे किसानों को हुआ है। और ये मेरा पक्का विश्वास है, अब समय आ गया है, हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। और हमने ये काम शुरू कर दिया है। छोटे किसान ही हमारे ग्रामीण जीवन को बदलेंगे। छोटे किसान ही किसानों की अवस्था को बदलने में मेरी बहुत बड़ी ताकत है। सरकार द्वारा दशकों से अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराने, फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाने, पेंशन योजनाओं का लाभ भी छोटे किसानों को हुआ है। छोटे किसानों का धन, हमारे पशुधन से भी बढ़ता है। इसके लिए, सरकार ने कामधेनु आयोग बनाया है, डेयरी सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए आज हज़ारों करोड़ रुपए निवेश किए जा रहे हैं। सरकार ने एक बहुत बड़ा अभियान चलाकर लाखों पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से भी जोड़ा है। पशुओं में Foot and Mouth Disease- खुरपका-मुंहपका के नियंत्रण के लिए जो राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मिशन चला गया है, उससे भी किसानों को बहुत लाभ हुआ है। हमारे देश में वैक्सीनेशन की तो चर्चा हो रही है, लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि जिस प्रकार से इंसान को वैक्सीनेशन का बहुत बड़ा अभियान चला है, वैसा ही हिंदुस्तान के हर पशु को वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है। इससे पशुपालकों को बहुत बड़ी चिंता से मुक्ति मिलने वाली है। यूपी में बनाए जा रहे बायोगैस प्लांट, बेसहारा पशुओं से जुड़ी दिक्कत को भी कम करेंगे और किसानों को आय का अतिरिक्त साधन भी मुहैया कराएंगे। उस दिशा में जाएंगे जहां किसान या पशुपालक जिसका पशु दूध नहीं दे रहा है, उसके गोबर से भी पैसा मिलेगा।
साथियों,
हमने लक्ष्य रखा था कि किसानों से MSP पर रिकॉर्ड खरीद करेंगे और हमने इस संकल्प को पूरा किया है। । 2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में MSP पर की गई है। हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया। पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान भूले नहीं है कि 2017 से पहले कैसे मेहनत का पैसा सालों-साल किश्तों में दिलाया गया। योगी जी की सरकार ने वो बकाया भी चुकाया, और नए सीज़न का भुगतान भी तेज़ किया। आज पिछले पैराई सत्र का 98 प्रतिशत से अधिक का भुगतान हो चुका है और मौजूदा सत्र का भी लगभग 70 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। किसानों का जितना भुगतान योगी जी की सरकार ने किया है उतना पिछली दो सरकारों ने अपने 10 साल में नहीं किया था। हमारी सरकार इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाकर भी गन्ना किसानों की मदद कर रही है, चीनी मिलों की सेहत सुधार रही है। यूपी के गन्ना किसानों से बीते 5 साल में 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का इथेनॉल खरीदा गया है।
साथियों,
डबल इंजन की सरकार, डबल तेजी से यूपी के विकास में जुटी है। आज यूपी में एक्सप्रेस-वे डबल हो रहे हैं, हवाई अड्डों की संख्या भी डबल हो रही है। यूपी देश का एकमात्र राज्य है, जहां 5 शहरों में मेट्रो है और 5 पर काम चल रहा है। 2017 से पहले जो सरकार थी, वो कागजों पर आधी-अधूरी परियोजनाएं बनाने और उनके शिलान्यास में माहिर थी। पत्थर टांग दो बस। अस्पताल हों, सड़कें हों, एक्सप्रेव-वे हों, ये लोग सालों-साल परियोजनाओं को खींचते थे ताकि उसमें से भी कुछ दोहना है, उसमें से भी कुछ निकालना है, कमाई करनी है। तो अपनी दुनिया चलती रहे। वो लोग सिर्फ सपने दिखाते थे, डबल इंजन की सरकार सपने पूरे करती है। और एक बात हम न भूलें, मैं सुनता हूं कुछ लोगों को सपने आते हैं। आप सबको मालूम है। सपने किसको आते हैं भाई, जो सोता रहता है न, उसके सपने आते हैं। जो जागता है वो संकल्प लेता है, योगी जी जागने वाले जागते रखने वाले और इसलिए संकल्प करने वाले नेता हैं। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग अच्छी तरह समझ रहे हैं, देख रहे हैं। आज पश्चिमी यूपी देश के सबसे अधिक कनेक्टेड क्षेत्रों में से एक बन रहा है। कुछ दिन पहले ही गंगा एक्सप्रेसवे पर काम शुरु हो चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पश्चिमी यूपी को अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी देने वाला है। हमारा दादरी तो भारतीय रेल की आधुनिकता का सबसे बड़ा सेंटर होने जा रहा है। आज देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बन रहा है। ये सारे प्रोजेक्ट अपने साथ उद्योग की, नए रोज़गार की, अनेकों नई संभावनाएं लेकर आ रहे हैं। बीते 5 साल में हमने यूपी के ऐसे ही समृद्ध भविष्य की नींव रखी है। इस बार आपका एक-एक वोट इसी नींव को सशक्त करने के लिए होगा।
साथियों,
यूपी के गांव हों या शहर, पश्चिमी यूपी हो या पूर्वी यूपी, सभी के लिए, हर क्षेत्र के लिए आगे बढ़ने का समय है। यूपी के लोग तो पहले की सरकार में रहने वालों की बदनीयत को अच्छी तरह जानते हैं।
इन लोगों ने भ्रष्टाचार और रियल एस्टेट माफिया का ऐसा गठबंधन कराया कि NCR के हजारों फ्लैट खरीदारों के जीवन भर की पूंजी लुट गई। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे मध्यम वर्ग के भाइयों-बहनों को हुआ। हमारे युवाओं को उठाना पड़ा। डबल इंजन की सरकार ने इस माफिया को खत्म करने के लिए RERA कानून लागू किया है। इससे आज अपना घर मिलने में लोगों को आसानी हुई है। अधूरे पड़े घरों को पूरा करने के लिए सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपए की अलग से व्यवस्था भी की है। इनको अगर मौका मिल गया, तो ये RERA की व्यवस्था को भी खत्म कर सकते हैं।
साथियों,
एक तरफ भाजपा है, जिसके पास विकास का स्पष्ट विजन है, साफ सुथरा ईमानदार और दमदार नेतृत्व है। वहीं दूसरी तरफ अहंकार से भरे, समाज को तोड़ने वाले, किसी भी कीमत पर सत्ता पाने का सपना देख रहे ये ''नकली समाजवादी'' हैं। विजन के नाम पर इनके पास सिर्फ विरोध है, गुस्सा है, आक्रोश है। इसलिए आज यूपी कह रहा है-
एक बार फिर गरीबों की सरकार !
भाजपा सरकार !
डबल इंजन सरकार !
इस वर्चुअल रैली के लिए आपने अपना समय निकाला, आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद !