PM Modi's interacts with BJP Karyakartas from Karnataka, underscores the Party's commitment to effective governance communication via the NaMo App
Highlighting BJP's Foundation Day on April 6th, PM Modi emphasizes the importance of returning to power for continued effective public service
Acknowledging the dedication of BJP Karyakartas to Jan Seva, PM Modi reaffirms his direct engagement with them to discuss crucial matters
PM Modi recognizes the strong belief of Karnataka's people in the BJP, citing the resonating slogan '4 June, 400 Paar' from every household
PM Modi urges meticulous planning and equal focus on Prachaar and Strengthening the booth for victory, reaffirming BJP's commitment to serve Karnataka's people

प्रधानमंत्री मोदी- नमस्कार,
कर्नाटक के मेरे सभी कार्यकर्ता भाई-बहनों को मेरा नमस्कार!
नीमागेल्ला नन्ना नमस्कारागालु
आज मुझे जगद्गुरु बसवेश्वरा की धरती के प्रतिनिधि, ऐसे आप सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद करने का अवसर मिला है।
कर्नाटक की धरती, नाडप्रभु कैंपागौड़ा और सर एम. विश्वेश्वरैया जी जैसी कन्नड़ भाषा और कन्नड़ साहित्य दोनों भारत की लेखन परंपरा की धरोहर हैं।
मुझे पता है, आप सभी लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में पूरी तरह से जुटे हुए हैं। वैसे तो भाजपा का कार्यकर्ता हर समय जनसेवा के लिए समर्पित रहता है। लेकिन इस समय आपका फोकस 26 अप्रैल और 7 मई को होने वाले वोटिंग की तैयारी पर है। बीजेपी कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी, आप सबसे बात करने, आपके बीच आया हूं।

कल, यानि 6 अप्रैल को बीजेपी का स्थापना दिवस होता है। ये वो दिन है, जो जनसेवा का संकल्प और मजबूत करता है। जनसेवा के इस महायज्ञ को जारी रखने के लिए सरकार में वापसी उतनी ही जरूरी है। जनता-जनार्दन का आशीर्वाद उतना ही जरूरी है। इसलिए 10 वर्षों तक काम करके हमने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, हमें उन सबको जनता तक ले जाना है।

कर्नाटक के लोगों का भाजपा पर भरोसा निरंतर बढ़ा है। इसीलिए तो कर्नाटक के घर-घर से आवाज आने लगी है- चार जून, चार सौ पार!
चलिए, मैं कोई ज्यादा लंबा भाषण करना नहीं चाहता हूं। आप ही को सुनना चाहता हूं। और इसलिए हम चर्चा शुरू करते हैं। आइए, हमारे पहले कार्यकर्ता अपना परिचय बताएं और बातचीत शुरू करें।


प्रधानमंत्री मोदी- कौन बोलेंगे, पहले
राजेश- नमस्ते सर।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते जी, राजेश जी नमस्कार।
राजेश- मैं राजेश सर, बूथ अध्यक्ष, बूथ संख्या-65, मैसुरु लोकसभा क्षेत्र।
प्रधानमंत्री मोदी- मेरी तरफ से भी, वहां के सब जनता-जनार्दन को खास करके मैसूरु के लोगों को, मेरी तरफ से आप नमस्कार कहिए।
प्रधानमंत्री मोदी- मैसूरु के लोगों को भी मेरा नमस्कार करिए। अच्छा राजेश जी, चुनाव के लिए अब बहुत कम समय बचा है। काम बहुत है, तो मुझे ये बताइए कि आपके कामों का बंटवारा ठीक से हो रहा है कि नहीं। और मुख्य बात मैं जानता हूं कि इस चुनाव का मेरा एक ही लक्ष्य है कि मैं इतना समय आप सब कार्यकर्ताओं, बूथ के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में इसलिए लगाता हूं, क्योंकि मेरा लक्ष्य है कि हमें बूथ जीतना है। पोलिंग बूथ में विजय पक्का करना है। आप पोलिंग बूथ पर काम करते हैं। आपने ऐसी क्या योजना बनाई है, पोलिंग बूथ जीतने की।
राजेश- जी सर, काम का विभाजन हुआ है औऱ कार्यकर्ताओं को यह जानकारी दी जाती है कि उसे क्या-क्या काम करना है। प्रत्येक पेज लीडर को कुल 40 मतदाता आवंटित किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सभी पन्ना प्रमुख, आपके जो पेज प्रमुख हैं, उनका मीटिंग करते हैं क्या।
राजेश- हां सर मीटिंग करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी - अच्छा राजेश जी, आपके बूथ पर सारी चुनाव सामग्रियां पहुंच जाए, कभी क्या होता है कि कार्यालय में आ करके सारा ढेर पड़ा रहता है। एक चीज बूथ में बंटे उससे पहले दूसरी आ जाती है। दूसरी बंटे, तीसरी आ जाती है। फिर कार्यकर्ताओं का बहुत बड़ा मैटेरियल वेस्ट जाता है। आप इसके लिए क्या सुनिश्चित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा ऐसा तो नहीं है कि जो महिलाओं के बीच में बांटने वाले पर्चे हैं, वो युवकों में बंट रहे हैं। जो किसानों को बांटना है, वो बाजार में बांट रहे हैं। ऐसी गलतियां तो नहीं हो रहीं हैं न।
राजेश- हो गया है, बोल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- देखिए हो नहीं जाता है, अभी तो आपका चुनाव है। अभी तो शुरूआत हुई होगी, अभी तो चीजें आना बाकी है। मतदाता सूची क्या सबके पास पहुंच गई है। पन्ना प्रमुख के पास उसके पेज के सारे वोटर हैं क्या। एक बार कितने परिवारों का एक राउंड हुआ होगा बूथ में, और देख लिया होगा कि कितने हैं, कितने बाहर चले गए हैं। कितने लोग हैं लेकिन वोटर लिस्ट में नाम नहीं है। ऐसे सारा टिक मार्क कर दिया है, ऐसा कितना हुआ होगा।
राजेश- हर एक कार्यकर्ता को प्रतिदिन 30 घरों तक पहुंचने का काम सौंपा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए राजेश जी, आपसे बात करके मुझे अच्छा लगा। मैसूरु तो संस्कृति और सांस्कृतिक परंपरा की धरती रही है। बीते 10 वर्षों में भारत में हमारी सांस्कृतिक विरासत के लिए जो इतने सारे काम हुए हैं, हमें उसे लोगों तक पहुंचाना है। संगठन को सबसे ज्यादा मेहनत करनी होती है। ये वो समय होता है, जब हमें वोटर्स को अपना रिपोर्ट कार्ड देना होता है। इसके अलावा उन तक बूथ की जानकारी, वोटर स्लिप पहुंचाना, ये भी बहुत जरूरी होता है।
प्रधानमंत्री मोदी- राजेश जी, मैं एक और सुझाव दूंगा कि आप पन्ना प्रमुख के साथ दो -तीन और कार्यकर्ताओं की एक-एक और टोली बनाऐं। और एक टोली को दस घर और उस टोली में एक-दो महिला भी होनी चाहिए। कम से कम तीन लोगों की टोली होनी चाहिए और हम लोग क्या करते हैं। चुनाव में हाथ में झंडा लेकर के पर्चे ले करके निकलते हैं, जूलूस जैसा निकालते हैं, वो करना चाहिए लेकिन परिवार में जाना घर में बैठना,उनके घर से पानी पीना फिर उनके घर से गप्पे मारते मारते उनका वोट पक्का करना, देखिए चुनाव में प्रचार करना एक काम है औऱ वोट पक्का करना दूसरा काम है। और सबसे महत्वपूर्ण काम है वोट पक्का करना। और इसलिए मेरा आग्रह रहेगा कि इन चीजों पर सबसे ज्यादा बल दें।
प्रधानमंत्री मोदी- मुझे पक्का विश्वास है कि आप लोग मोदी सरकार के जो एचीवमेंट हैं, लोकहित के जो काम हुए हैं वो तो जरूर बताते होंगे। लेकिन साथ-साथ एक कागज पर तैयार करना चाहिए। ये कर्नाटक में जो कांग्रेस की सरकार बनी है। उसने कैसे धोखा किया है। वादे करने के बाद अब वो कैसे वादे निभा नहीं रहा है। वे कैसे करप्शन में डूबे हैं, वे कैसे गुटबाजी कर रहे हैं। ये सारी बातें भी हर घर में जा करके बैठ करके आधा-आधा घंटा गप्पें मार करके बतानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी- उसी प्रकार से जिसके साथ बात कर रहे हैं। वो अगर युवा है तो वो बातें होनी चाहिए, महिला है तो वो बातें होनी चाहिए। किसान है तो वो बातें होनी चाहिए। जो लाभार्थी हैं किसी को घर मिला होगा, किसी को गैस मिला होगा, किसी को पानी मिला होगा। उन लोगों को उन विषयों पर जितना बात करेंगे उतना अच्छा होगा। और इसके लिए हम कार्यकर्ताओं को बहुत मेहनत करनी चाहिए, बहुत चीजें याद रखनी चाहिए। एक छोटी सी डायरी साथ में रख करके या मोबाइल फोन पर नोट करके, तथ्यों के आधार पर करनी चाहिए, तर्क के आधार पर करनी चाहिए। और अगर बूथ जीतना है तो उसके कुछ स्टेजेज होते हैं। पहला मतदाता का दिल जीतना। फिर उसके परिवार का दिल जीतना। उसके बाद उस पूरे मोहल्ले का दिल जीतना और फिर बूथ जीत सकते हैं। बूथ ऐसे ही नहीं जीता जाता।

प्रधानमंत्री मोदी- एक और बात यह कि जहां भी गठबंधन में हैं, यहां तक कि जहां हमारी सरकार नहीं भी है। हमने उस राज्य में भी कई बड़े काम किए हैं। मैं कर्नाटक के अपने साथियों से भी कहूंगा कि राज्य में जहां हम गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। वहां बूथ स्तर पर भी आप एनडीए के दलों से एक साथ मिलकर पूरी मेहनत से चुनाव का काम करें। और मेरा तो आग्रह कि हर बूथ में एनडीए के सब कार्यकर्ताओं की संयुक्त मीटिंग करनी चाहिए। जितनी ज्यादा शक्ति इक्ठ्ठी करेंगे। इतना परिणाम पक्का हो जाएगा।
चलिए, राजेश जी आपसे बात करके अच्छा लगा, अब हम किसी एक औऱ कार्यकर्ता के पास चलेंगे। उनसे हम बात करते हैं।


सरला- मोदी जी, नमस्ते।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी नमस्ते, आप शिमोगा लोकसभा से हैं।
सरला- मैं बूथ अध्यक्ष, बूथ संख्या-37, शिमोगा लोकसभा से हूं।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी, मुझे तो बूथ के ही कार्यकर्ता और बूथ के काम की ही चर्चा करनी है। आप तो जिस उत्साह से बोल रही हैं, मुझे पक्का विश्वास है कि आप बहुत काम करती होंगी। सरला जी, क्या आपके बूथ कार्यकर्ता, लोगों से मिलकर ये बताते हैं कि केंद्र सरकार उनके लिए कितनी योजनाएं चला रही है। आने वाले पांच वर्षों में तेज विकास के लिए अभी से जो काम शुरू हुआ है उनका जिक्र करती हैं आप।
सरला- हां मोदी जी, हम अपने सरकार के पिछले 10 सालों की उपलब्धियों से सभी को अवगत करा रहा है। सूचना हेतु मोदी एप के माध्यम से जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। अब आपके नेतृत्व में भारत कुछ ही समय में एक विकसित देश के रूप में देखा जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी, जब आप लोगों से मिलते हैं तो लोग किस काम को सबसे ज्यादा याद करते हैं, किस काम को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।
सरला- मोदी जी क्या कर रहे हैं। इसके बारे में मतदान करने के लिए बोल रहे हैं। उज्ज्वला, जल जीवन और आपका जो कार्यक्रम होता हैं, वो कार्यक्रम के बारे में बोल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी-अच्छा, माताओं-बहनों में ये राम मंदिर का मामला कितना चलता है वहां।
सरला- जो सरकार ने किया, उसके बारे में पूछ लिया और राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बारे में बहुत ज्यादा से ज्यादा लोग पूछ रहे हैं। और हर घर को मिल गई है, इसलिए वो लोग बहुत खुश हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सरला जी, आप देखते हैं कि महिलाओं की शक्ति मोदी की सुरक्षा-शक्ति है। महिलाएं हमेशा ताकत देती हैं और आप महिला वोटरों के साथ मिलती हैं इन महिला वोटर ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। भाजपा के लिए मतदान करें। उनको कमल का निशान पता हो। उनको कितने नम्बर पर हमारा नाम है, ये पता हो। बटन कैसे दबाना है ये पता हो। इसके लिए क्या करते हैं आप।
सरला- मोदी सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई आत्मनिर्भर जीवन महिला सशक्तिकरण योजना के बारे में वे बात कर रहे हैं। और उन्हें बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी-सरला जी, आपका उत्साह और विश्वास देखते हुए, सुन करके मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं सरला जी के माध्यम से कर्नाटक के सभी बूथ कार्यकर्ताओं से यही कहूंगा कि पिछले दस वर्षों में बीजेपी सरकार के कई फैसलों से देश की नारीशक्ति को बहुत बल मिला है। शिमोगा के ही राष्ट्रकवि कुवेंपु जी ने नारी सशक्तिकरण के जो विचार दिए, वो विचार हमारे लिए प्रेरणा बने हैं। 10 साल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से लेकर नारी शक्ति वंदन अधिनियम तक हर फैसले के केंद्र में हमारी नारीशक्ति रही है।
प्रधानमंत्री मोदी -सरला जी और सभी कार्यकर्ताओं से मैं एक आग्रह करता हूं कि क्या हम पोलिंग बूथ पर कम से कम दो बार सिर्फ और सिर्फ महिला मतदाताओं का जूलूस निकाल सकते हैं। उनकी पूरी यात्रा निकले। उनके हर गली-मोहल्ले में जाएं। नारे बोलते-बोलते दो बार कम से कम, ये अगर आप कर सकते हैं तो महिला मतदाता बहुत जागृत होंगे। एक बार हमारे जुलूस में जुड़ेंगे तो वो खुद भी वोटर बनेंगे और कनवासर भी बनेंगे। तो आप इस तरफ बल दें, ऐसी मेरी अपेक्षा है।
प्रधानमंत्री मोदी- और मेरा सुझाव है कि हमलोग घर पर काम करने के बाद कोई एक जगह तय करनी चाहिए। सभी बूथ के कार्यकर्ताओं ने मिलना चाहिए। और मिलकर के दिन भर क्या काम हुआ। कहीं से कोई निगेटिविटी बात ध्यान में आ रही है क्या। कहीं पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है क्या। उसका हिसाब-किताब करना चाहिए, दूसरा बूथ के अंदर एक पांच दस लोग ऐसे होते हैं, किसी का बीस मत पर प्रभाव होता है किसी का पचास मत पर प्रभाव होता है, किसी का 100 मत पर प्रभाव होता है। ये जो की-वोटर होते हैं, जो पच्चीस-पचास वोट पर प्रभावित करते हैं, उन लोगों को जितने भी हमारे सीनियर लोग हैं बूथ के उन्होंने जाकर मिलना चाहिए और उनकी मदद लेनी चाहिए, उनके बूथ के वोट पक्के करने चाहिए। ये काम भी पूरे कर्नाटक में होना चाहिए।
चलिए, सरला जी के माध्यम से मैंने आपसे काफी बातें की अब हम कोई और कार्यकर्ता से आगे जुड़ेंगे, उनसे बात करेंगे


श्रुति- नमस्ते मोदी जी।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते जी।
श्रुति- मैं श्रुति आप्टेकर, कर्नाटक की दूसरी राजधानी कुंदानगरी बेलगावी दक्षिण से, बूथ नम्बर 80 से बात कर रही हूं।
प्रधानमंत्री मोदी-श्रुति जी नमस्कार, कैसाय है तुम्हीं।
महिला-मस्त है सर।
प्रधानमंत्री मोदी-चलिए, हम अब बात शुरू करते हैं। मुझे ये बताइए आपके यहां चुनाव अभियान कैसा चल रहा है। कर्नाटक के आम वोटर , खास तौर से वहां की महिलाएं, चुनाव को ले करके क्या कह रही हैं।
श्रुति- सर, हम नमो और सरल ऐप के जरिए पिछले दस साल के कर्नाटक में मोदी सरकार की उपलब्धियां व योगदान खास करके महिलाएं सशक्तिकरण और नारी योजना के बारे में बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या-क्या अनुभव आता है जब बताते हैं तो क्या अनुभव आता है।
श्रुति- बहुत ही अच्छा अनुभव आता है सर, अबकी बार 400 पार बोलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अबकी बार 400 पार लोग बोल रहे हैं। अच्छा ऐसा कौन सा बड़ा कार्यक्रम किया। आपने पोलिंग बूथ में जो आप कह सकते हैं अच्छा कार्यक्रम हुआ, बड़ा कार्यक्रम हुआ।
श्रुति- चाय पे चर्चा।
प्रधानमंत्री मोदी-कैसे किया था,जरा बताइए।
श्रुति- कार्नर-कार्नर में।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा श्रुति जी ज्यादा आपको परेशान नहीं करता हूं। मुझे ये बताइए कि आप के यहां कभी पन्ना प्रमुखों के साथ, बूथ के अध्यक्ष की बातचीत की है क्या, मीटिंग की है क्या।
श्रुति- हां की है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या हुआ, उसमें कितने लोग थे।
श्रुति- 80 से 90 लोग थे।
प्रधानमंत्री मोदी - अच्छा श्रुति जी आज हमारी कितने लोग बातचीत सुनते होंगे आपके बूथ में।
श्रुति- 100 से ज्यादा सर।
प्रधानमंत्री मोदी- 100 से ज्यादा सुनते होंगे। और आपने पोलिंग बूथ की मीटिंग की, नहीं की , आप तो जवाब ही नहीं दे रही हैं मुझे। अच्छा श्रुति जी बेलगावी और इसके आस पास के इलाके में खेती करने वाले अन्नदाताओं की बड़ी संख्या है। वहां गन्ने की खेती भी हुई है। हमने किसानों के लिए जो काम किए हैं। खासकर गन्ना किसानों के भलाई के लिए जो काम किए हैं। क्या ये वहां के हमारे अन्नदाताओं को पता है क्या।
श्रुति- हां पता है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- हां बोलिए, श्रुति जी आप बोलिए।
महिला- सर जब कर्नाटक में जब हमारी सरकार, बीजेपी की सरकार थी, तब किसान निधि के अन्तर्गत के 6000 के अलावा हमारी कर्नाटक की बीजेपी सरकार के 4000 किसानों को मिले थे, जो अब की कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष के कारण पिछले साल 1000 किसानों को देना बंद किया है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा ये जो हमने एथेनॉल बना रहे हैं, जिसे गन्ना किसानों को बहुत लाभ हो रहा है, इसका गन्ना किसानों को पता है क्या।
महिला- पता है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, श्रुति जी आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं तो यही कहूंगा कि किसान भाईयों के लिए, दस साल में कितने सारे काम हुए। खेती के इलाकों से कनेक्टिविटी अच्छी हुई है। किसानों को फसलों का सही दाम मिला है, फसल बीमा मिला है, और भी बहुत कुछ है और ये बीजेपी काम है। जनता यही देखकर विरोधी दलों से सवाल करती है कि आपका काम क्या है। ये मोदी के खिलाफ बोलते रहते हैं, लेकिन हमने इतना सारा काम किया है कि वो हम आसानी से लोगों को बता सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी- कांग्रेस के जो लोग चुनाव में फ्री बिजली की बातें कर करके चुनाव जीतने की कोशिश करते थे। अब उनकी सरकार में किसानों की बिजली महंगी हो गई, गन्ना किसानों के हित के लिए उन्होंने कभी कुछ नहीं किया। लेकिन मोदी जब कुछ अच्छा कभी करेगा, तो ये लोग उनको भी गाली देते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी- गरीब और मध्यम वर्ग की आकाक्षांओं को बीजेपी ही पूरा कर सकती है। गरीब को पक्का मकान हो, शौचालय मिले, बिजली, गैस, नल से जल और गैस कनेक्शन की सुविधा हो, ये सब जरूरी है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाकर भी, कर्नाटक के युवाओं को नए अवसर दे रही है। पीएम सम्मान नीधि के माध्यम से हम किसानों के छोटे छोटे सपने पूरे कर रहे हैं। और मिलेट पर जो बल दे रहे हैं। इस पूरे कर्नाटका को मिल रहा है। क्योंकि कर्नाटक ने मिलेट में काफी काम किया हुआ है। वहां किसानों ने काम किया है, अब हम मिलेट को पूरी दुनिया में पहुंचा रहे हैं। इसके कारण जो छोटे-छोटे किसान हैं, जो मिलेट की खेती करते हैं,जिसको अब हम श्रीअन्न कहते हैं, इस श्री अन्न का भी लाभ मिल रहा है। इन सभी आकांक्षाओं को केन्द्र में भाजपा की सरकार ही पूरा कर सकती है। ये मोदी की गारंटी है। इसी गारंटी को आप लोगों को घर-घर पहुंचाना है। आइए, इसके बाद हमारे साथ कौन कार्यकर्ता बात करेंगे।


सुप्रीत- नमस्ते मोदी जी।
प्रधानमंत्री मोदी -मोदी-नमस्ते
सुप्रीत-आपसे बात करके बहुत खुश लग रहा है, It is my pleasure to talking with you.
प्रधानमंत्री मोदी-सुप्रीत जी आप को बहुत-बहुत नमस्कार, आप कहां से बोल रहे हैं।
सुप्रीत- मैं कृष्णनगरी उडुपी से बात कर रहा हूं। मेरा बूथ नम्बर है 144 है। मेरा बूथ से वीएस आचार्या जी औऱ भाजपा को पहली वोट मतलब एक सीट इधर से ही आया था, मतलब वो बहुत कनेक्शन है।
प्रधानमंत्री मोदी- मेरा पर्सनल कनेक्शन क्या है।
सुप्रीत- राम मंदिर का ट्रस्टी हमारा पेजाऊर मठ का स्वामी जी ट्रस्टी है न तो, वो कनेक्शन हो सकता है, सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा देखिए, आप की ये जो कृष्णनगरी है न,ये जो भगवान कृष्ण की मूर्ति है न, कहते हैं कि वो द्वारका से आई है और समुद्री प्रलय में द्वारका से आई और वही पर प्रतिस्थापित हुई। और पेजावर मठ के स्वामी जी के साथ मेरा बहुत घनिष्ठ संबंध रहा। मुझे अच्छा लगा, आज मुझे उडुपी से बात करने का मौका मिला है।
सुप्रीत - जी सर
प्रधानमंत्री मोदी- तो ये सुना है आपने
सुप्रीत -जी सर
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सुप्रीत जी चलिए, हमें तो बूथ जीतना है और वही हमारा मकसद होना चाहिए। अगर लोकसभा जीतना है तो पहले पोलिंग बूथ जीतना पड़ता है। अच्छा समाज के अलग-अलग वर्गों तक पहुंचने के लिए आपके क्या आयोजन है, जैसे फर्स्ट टाइम वोटर है, उसके लिए क्या योजना है। या हमारे लाभार्थी हैं, कोई आवास के लाभार्थी होंगे। कोई गैस के लाभार्थी होंगे, उनको मिलने की आपकी क्या योजना है। किसी ने मुद्रा योजना मिली होगी। मुद्रा योजना के कारण किसी का कारोबार अच्छा चलता होगा। क्या कभी ऐसे लोगों के इंटरव्यू लेकर के, इनकी रील बना करके सोशल मीडिया में प्रचारित करते हैं क्या।
सुप्रीत- जी सर, उसके लिए हमारे बूथ का एक टीम बनाया है, और जो भी लाभार्थी होते हैं मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, जो भी होते है, उन लोगों से मीटिंग कर करके, मतदाताओं तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। और उसके साथ ही साथ हर एक मतदाता को आर्टिकल-370 जो रद्द हुआ है। उसके बारे में इनफार्मेशन दे रहे हैं और राम मंदिर का निर्माण हुआ है न, उसके बारे में भी इनफार्मेशन दे रहे हैं। और रील्स का हम लोग सोच रहे थे, हमलोग अब उसको बना करके, हम ग्रुप में और हमारे वार्ड के बूथ के ग्रुप में डालने का मीटिंग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- देखिए, आपने पिछले तीन चुनावों का पोलिंग बूथ का हिसाब किताब निकाला है क्या। पिछली लोकसभा में कितने वोट मिले थे, उसके बाद विधानसभा में कितने मिले थे, फिर लोकसभा में कितने मिले थे औऱ अभी विधानसभा में कितने मिले थे, क्या इसका हिसाब सबने कागज पर निकाला है।
सुप्रीत- हां सर, वो सबका हिसाब हमारे पास है। हमारे टीम के पास है, हमलोग उसके, हर एक चुनाव से हमारा लीड बढ़ते जा रहा है, पिछले विधानसभा चुनाव में लीड बढ़ा है। इस बार भी हमारा पूरा कोशिश रहेगा कि पोलिंग 75 परसेंट से ज्यादा हो और बीजेपी को 50 से 60 परसेंट वोट आना चाहिए इसलिए हम लोग डेली रात को मीटिंग करके, हमारे जो 14 मेंबर्स है उनसे मीटिंग करके, उसका रणनीति जारी की है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सुप्रीत जी अगर हमें महिलाओं के वोट ज्यादा मिलते हैं तो महिला ज्यादे से ज्यादा मतदान करें,महिला कार्यक्रम हो। महिलाओं को लेकर महिला नेतृत्व करे, तो बूथ पर सबसे ज्यादा वोट महिलाओं के मिले। इसके लिए कोई अलग से योजना बन सकती हैं।
सुप्रीत- हां सर, हमने एक योजना बनायी है। हमारे राम मंदिर के टाइम हम लोग भजना प्रोग्राम की थी। उसका एक टीम थे। महिलाओं की टीम थी, वही हम लोग हर एक घर ले जा करके, हमारे केंद्र सरकार की कुछ भी योजना है। हमारा सक्सेस स्टोरी है, वो महिलाओं को इनड्यूजली महिलाओं को हम लोग बता रहे हैं। ये प्लान से हम लोग महिलाओं के ज्यादा वोट जीत सकते हैं सर।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या आप एक काम कर सकते हैं, सभी महिलाऐं मेंहदी का कार्यक्रम करें। और अपने हाथ में, कमल निशान की मेंहदी लगाएं और कमल दिखाई दे। औऱ ऐसा बड़ा कार्यक्रम, सिर्फ कमल ही बनाना है मेंहदी में। इस बड़ा अभियान चला सकते हैं क्या।
सुप्रीत- जरूर सर, ऐसा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- एक मिनट,मुझे लगता है..कर्नाटक के लोग करें, बाकी के लोग समझ सके कि मैं क्या कह रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी- हां..सुप्रीत जी बोलिए
सुप्रीत- हां सर, हमारा एक योजना है। गुडी पड़वा के दिन, घर के सामने कमल का रंगोली बनाने का।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, ये बहुत बढ़िया सुझाव दिया आपने कि हम गुड़ी पड़वा के दिन, सब लोग घर के सामने कमल बनाएं। लेकिन आप एक कार्यक्रम बनाइए, उस दिन सभी महिला इकठ्ठी हों और सभी महिलाओं के हाथ में कमल के चित्र की मेंहदी लगाइए, रंगोली तो कीजिए ही कीजिए,साथ-साथ यह भी कीजिए।
सुप्रीत- जरूर सर, जरूर सर करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी- सुप्रीत जी, आपके माध्यम से कर्नाटक के सभी कार्यकर्ताओं से यही कहूंगा कि हम बूथ स्तर पर जो बैठकें होती हैं, उनका बहुत बड़ा महत्व होता है। बूथ स्तर पर संकलन बहुत जरूरी होता है। पन्ना प्रमुख अपने वोटर से लगातार संपर्क बनाए रखें। जो वर्किंग प्रोफेशनल्स हैं, उनसे हफ्ते में किसी न किसी छुट्टी के दिन मीटिंग करें। बुजुर्गों से घर जाकर मिलें। बाजार निकलते हैं तो हर दुकानदार से बात करें। उन्हें भरोसा दें कि उन्हें वोट देने में कोई असुविधा नहीं होगी। उनका समय भी ज्यादा नहीं जाएगा। बूथ पर आते ही उनको वोट करवा देंगे। और उनको बूथ पहुंचाने से और उन्हें वापस घर छोड़ने का इंतजाम करना चाहिए। और घर की मुखिया महिला को आग्रहपूर्वक जिम्मा दें कि वो घर के सब लोगों का वोट दिलवाना सुनिश्चित करे।

प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, कर्नाटक के सभी कार्यकर्ता, आज मुझे आप सब से फोन पर बात करने का मौका मिला। आप इससे अंदाज लगा सकते होंगे कि कितना महत्वपूर्ण है। मेरे लिए बूथ का कार्यकर्ता कितना महत्वपूर्ण है। मेरे लिए बूथ जीतना कितना महत्वपूर्ण है। और मुझे देखिए, किसी का कोई किला जीतना होता है न, तो पहले उस किले की जो चौकियां होती है न उसे जीतनी पड़ती हैं, तब किला जीता जाता है। उसी प्रकार से लोकसभा जीतनी है तो बूथ जीतना पड़ता है। इसलिए हमें पूरी शक्ति बूथ जीतने पर लगानी है। मैंने कहा है जो पहले वोट मिले हैं, उसमें 370 और ज्यादा वोट मिलने चाहिए। 370 की धारा हटाकर हमने इतना बड़ा काम किया है तो हमें हर बूथ में 370 अधिक वोट के लिए प्रयास करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी- दूसरा, जब हम मतदान के लिए संपर्क करने जाएं। हमें हर नाम के सामने टिक मार्क करनी चाहिए कि मतदान के लिए कौन रहने वाला है। कौन नहीं रहने वाला है। कौन मतदान के दिन बाहर जाने वाला है। ये हमारे पास लिस्ट होनी चाहिए और उनसे रिक्वेस्ट करनी चाहिए कि वोट करके आप बाहर जाएं। इस एक-एक वोट की चिन्ता करनी चाहिए और उनको कोई असुविधा है तो उसकी भी चिंता करनी चाहिए। कोई बुजुर्ग है तो हम आ करके ले जाएंगे। कोई दिव्यांग है तो कहना चाहिए कि हम आ करके ले जाएंगे। लेकिन वोट ज्यादा से ज्यादा हो और हमारे मतदाता, जो भाजपा के मतदाता हैं, वो सुबह-सुबह वोट करें। क्योंकि गर्मी बहुत हो रही है आजकल। सुबह जितनी जल्दी हमारा वोटिंग हो जाए, इसकी हमें व्यवस्था करनी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, आप सब से बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा। कर्नाटक के कार्यकर्ता बहुत मेहनती है और विजय के विश्वास से भरे हुए हैं, लेकिन इस सब के बीच बूथ जीतने का विश्वास मजबूत हो, बूथ जीतने की योजना मजबूत हो, और हम सब पूरी ताकत लगा दें बूथ जीतने की। मेरी आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं। गुड़ी पड़वा की बहुत शुभकामनाएं हैं। आने वाले रामनवमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

बहुत-बहुत धन्यवाद आप सबका।
सबको नमस्कार।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।