The last five years have seen Haryana progress rapidly with the ‘double-engine growth’: PM Modi in Haryana
The overwhelming crowd of supporters I see here are proof of CM Khattar’s mass popularity in Haryana: PM Modi
The first 100 days of our government have been that of taking bold decisions and putting nation first: PM Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।
मंच पर उपस्थित हरियाणा के लोकप्रिय, यशस्वी और परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले श्रीमान मनोहर लालखट्टर जी, मंत्री परिषद के मेरे सहयोगी श्रीमान नरेंद्र सिंह जी तोमर, राव इंद्रजीत सिंह जी, कृष्णपालगुर्जर जी, संसद में मेरे सहयोगी श्रीमान वीरेंद्र सिंह जी, श्री अरविंद शर्मा जी, यहां पधारे सभी माननीय सांसद, हरियाणा सरकार के मंत्रीगण, माननीय विधायक गण, पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बंधु और मेरे प्यारे भाइयो और बहनो।

मैं सबसे पहले तो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सब की सब सीटें छोली में भर देने के लिए आप सबका आदरपूर्वक नमन करते हुए धन्यवाद करता हूं। राजनीति के आज के युग में 55-60 प्रतिशत वोट पाना, ये अपने आप में भी जन समर्थन का, जन विश्वास का, जन जागृति का, एक अनमोल अवसर के रूप में मैं इसे देखता हूं। मैं हरियाणा को जितनी बधाइयां दूं, जितना धन्यवाद करूं उतना कम है। पिछले महीनों में मुझे तीसरी बार रोहतक में आने का मौका मिला है। कभी चौधरी छोटूराम जी की प्रतिमा के लोकार्पण के लिए आया था फिर मई में आप सबको मेरे काम का हिसाब देने के लिए आया था और फिर एक बार आपके बीच और अधिक समर्थन मांगने के लिए आया हूं। और हरियाणा ऐसा है, जितना मैंने मांगा उससे ज्यादा दिया है, भरपूर स्नेह दिया है और इसके लिए मैं आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं।

भाइयो-बहनो, रोहतक की मेरी आज की यात्रा के पीछे दो बड़े मकसद हैं। पहला मकसद आपको विकास की नई-नई परियोजनाओं का उपहार देना और दूसरा मनोहर लाल जी को मिल रहे जबरदस्त जन आशीर्वाद का साक्षी बनने का। यहां जो दृश्य मैंने देखा है वो अभूतपूर्व है, बहुत सारे लोग जो मैं देख रहा हूं धूप में तप रहे हैं। इतनी बड़ी तादाद में आप सबका आना ये हवा का रुख दिखा रहा है। मैं कह सकता हूं कि मनोहर लाल जी और उनकी सरकार ने जिस प्रकार हरियाणा के लोगों की सेवा की है ये जन आशीर्वाद उसी का जीता-जागता सबूत है। मनोहर लाल जी की जन आशीर्वाद यात्रा आज भले ही रोहतक में समाप्त हो रही है लेकिन इससे साफ हो गया है कि आने वाले समय में भी हरियाणा का आशीर्वाद किसके साथ रहेगा। और मनोहर जी, पांच साल पहले जब दायित्व संभाला तब भांति-भांति की बातें, 2001 में जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना और जैसा मैं मेरे लिए भांति-भांति की बाते सुनता था मनोहर लाल जी के लिए भी, लेकिन पांच साल के एकनिष्ठ, अथक पुरुषार्थ का परिणाम है कि आज हर परिवार मनोहर बन गया है।

अब हरियाणा के लोगों को कठिनाई हो रही है कि सही नाम क्या है, कोई नमोहर बोलता है कोई मनोहर बोलता है तो एक में ही दोनों समाहित हैं, नमोहर भी है मनोहर भी है। लोग मुझे नमो-नमो करते थे लेकिन जब लोगों ने मुझे नमोहर कहा तो मुझे भी जरा आश्चर्य हुआ। भाइयो-बहनो, विकास के रास्ते पर चलते हुए गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित की सेवा करते हुए जन विश्वास मिलता है। आज की ये सभा उस जन विश्वास को एक और मोहर लगा रही है। बीते पांच वर्ष में हरियाणा को भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार के डबल इंजन का पूरा लाभ मिला है। अभी हरियाणा में केंद्र सरकार की मदद से लगभग 25 हजार करोड़ रुपए को बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। विकास के इसी सिलसिले को जारी रखते हुए थोड़ी देर पहले लगभग 2 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। इसमें बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए सिरसा, पलवल, हिसार और नूह में डिग्री कॉलेज भी शामिल हैं। मुझे खुशी है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के साथ ही यहां की बीजेपी सरकार बेटियों की शिक्षा पर व्यापक बल दे रही है। मैं मनोहर जी और उनकी टीम को बधाई देता हूं। यहां आस-पास के जिलों में बेटियों के अनुपात में जिस तरह वृद्धि हुई है, इसकी चर्चा पूरा देश कर रहा है।

साथियो, कॉलेज के साथ-साथ पानी की परियोजना, सोलरस्ट्रीट लाइट का काम, स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं, स्मार्ट व्यवस्थाओं से जुड़े प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ भी आज यहां हुआ है। इसके अलावा यहीं रोहतक में करीब 600 गरीब परिवारों को घर भी दिए गए हैं और एक मेगाफूडपार्क का शिलान्यास भी किया गया है। ये फूडपार्क हरियाणा के किसानों के लिए, यहां के युवा साथियों के लिए आय के रोजगार के नए अवसर तैयार करने वाला है। जिन लोगों की दीवाली इस बार अपने नए घर में बीतने वाली है, उन्हें अभी से मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इन सभी विकास परियोजनाओं के लिए आप सभी को, पूरे हरियाणा को अनेक-अनेक अभिनंदन, बहुत-बहुत बधाई।

साथियो, आज मैं यहां आप सभी के प्रति, पूरे हरियाणावासियों के प्रति आभार व्यक्त करने भी आया हूं। जिस प्रकार दिल खोलकर प्यार और अपनापन, जैसा मैंने प्रारंभ में कहा, लोकसभा के चुनाव में बीजेपी को दिशा दी, समर्थन दिया, एक नई ऊर्जा दी, ये अभूतपूर्व है। आपने जो विश्वास, जो भरोसा मुझ पर और भाजपा पर जताया है उसके लिए मैं फिर एक बार आपके सामने विनम्रता के साथ अपना शीष झुकाता हूं। साथियो, मैंने तब भी कहा था कि हरियाणा से मुझे मिली सीट और हरियाणा से मुझे मिले संस्कार हरियाणा के पालन-पोषण पर आपको गर्व हो, ऐसा काम करने में मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा। ये संयोग ही है कि मैं हरियाणा ऐसे समय आया हूंजब केंद्र में भाजपा-एनडीए सरकार के नए कार्यकाल के भी 100 दिन हो रहे हैं और सौ दिन में, कुछ लोगों को तो समझ में ही नहीं आ रहा है, कुछ लोग चुनाव पराजय से इतने बेहाल हैं कि मन सुन्न हो गया है उनका। ये 100 दिन विकास के रहे हैं, विश्वास के रहे हैं, देश में बड़े-बड़े परिवर्तन के रहे हैं। ये 100 दिन निर्णय के रहे हैं, निष्ठा के रहे हैं, नेक नीयत के भी रहे हैं, ये 100 दिन जन संकल्प के रहे हैं, जन सिद्धियों के रहे हैं, जनहित में सुधार के रहे हैं। साथियो, बीते 100 दिन में जो भी बड़े फैसले लिए गए, उनकी प्रेरणा और प्रोत्साहन सिर्फ और सिर्फ 130 करोड़ भारतवासी हैं, आप सभी हैं।

आपके अभूतपूर्व विश्वास के बल पर ही कृषि से लेकर राष्ट्र की रक्षा-सुरक्षा से जुड़े बड़े निर्णय सरकार ले पाई है। आतंकवाद से निपटने के लिए, मुस्लिम बहनों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए और हमारे हेल्थ सेक्टर की बेहतरी के लिए अनेक कानून बनाए गए हैं। इसी तरह अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए अलग-अलग सेक्टर्स को मदद करने का रोडमैप रखा गया है। देश में बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ऐतिहासिक फैसले भी लिए गए हैं। ये अभी शुरुआत है जिसका निश्चित लाभ आने वाले समय में मिलेगा। साथियो, इसके अलावा इन 100 दिनों में एक और महत्वपूर्ण काम हुआ है, इस दौरान संसद के सत्र में जितने बिल पास हुए हैं, जितना काम हुआ है उतना किसी भी सत्र में पिछले 60 साल में नहीं हुआ है। बहुत देर रात तक बैठकर संसद सदस्यों ने चर्चाएं की, विचार-विमर्श किया, बहस की, वाद किया, विवाद किया, नए-नए कानूनों पर चर्चा की। ये मंच बीजेपी का है लेकिन संसद में रिकॉर्ड कार्यों के लिए मैं सभी दलों को धन्यवाद देता हूं।

अब हरियाणा के लोगों को कठिनाई हो रही है कि सही नाम क्या है, कोई नमोहर बोलता है कोई मनोहर बोलता है तो एक में ही दोनों समाहित हैं, नमोहर भी है मनोहर भी है। लोग मुझे नमो-नमो करते थे लेकिन जब लोगों ने मुझे नमोहर कहा तो मुझे भी जरा आश्चर्य हुआ। भाइयो-बहनो, विकास के रास्ते पर चलते हुए गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित की सेवा करते हुए जन विश्वास मिलता है। आज की ये सभा उस जन विश्वास को एक और मोहर लगा रही है। बीते पांच वर्ष में हरियाणा को भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार के डबल इंजन का पूरा लाभ मिला है। अभी हरियाणा में केंद्र सरकार की मदद से लगभग 25 हजार करोड़ रुपए को बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। विकास के इसी सिलसिले को जारी रखते हुए थोड़ी देर पहले लगभग 2 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। इसमें बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए सिरसा, पलवल, हिसार और नूह में डिग्री कॉलेज भी शामिल हैं। मुझे खुशी है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के साथ ही यहां की बीजेपी सरकार बेटियों की शिक्षा पर व्यापक बल दे रही है। मैं मनोहर जी और उनकी टीम को बधाई देता हूं। यहां आस-पास के जिलों में बेटियों के अनुपात में जिस तरह वृद्धि हुई है, इसकी चर्चा पूरा देश कर रहा है।

साथियो, कॉलेज के साथ-साथ पानी की परियोजना, सोलरस्ट्रीट लाइट का काम, स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं, स्मार्ट व्यवस्थाओं से जुड़े प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ भी आज यहां हुआ है। इसके अलावा यहीं रोहतक में करीब 600 गरीब परिवारों को घर भी दिए गए हैं और एक मेगाफूडपार्क का शिलान्यास भी किया गया है। ये फूडपार्क हरियाणा के किसानों के लिए, यहां के युवा साथियों के लिए आय के रोजगार के नए अवसर तैयार करने वाला है। जिन लोगों की दीवाली इस बार अपने नए घर में बीतने वाली है, उन्हें अभी से मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इन सभी विकास परियोजनाओं के लिए आप सभी को, पूरे हरियाणा को अनेक-अनेक अभिनंदन, बहुत-बहुत बधाई।

साथियो, आज मैं यहां आप सभी के प्रति, पूरे हरियाणावासियों के प्रति आभार व्यक्त करने भी आया हूं। जिस प्रकार दिल खोलकर प्यार और अपनापन, जैसा मैंने प्रारंभ में कहा, लोकसभा के चुनाव में बीजेपी को दिशा दी, समर्थन दिया, एक नई ऊर्जा दी, ये अभूतपूर्व है। आपने जो विश्वास, जो भरोसा मुझ पर और भाजपा पर जताया है उसके लिए मैं फिर एक बार आपके सामने विनम्रता के साथ अपना शीष झुकाता हूं। साथियो, मैंने तब भी कहा था कि हरियाणा से मुझे मिली सीट और हरियाणा से मुझे मिले संस्कार हरियाणा के पालन-पोषण पर आपको गर्व हो, ऐसा काम करने में मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा। ये संयोग ही है कि मैं हरियाणा ऐसे समय आया हूंजब केंद्र में भाजपा-एनडीए सरकार के नए कार्यकाल के भी 100 दिन हो रहे हैं और सौ दिन में, कुछ लोगों को तो समझ में ही नहीं आ रहा है, कुछ लोग चुनाव पराजय से इतने बेहाल हैं कि मन सुन्न हो गया है उनका। ये 100 दिन विकास के रहे हैं, विश्वास के रहे हैं, देश में बड़े-बड़े परिवर्तन के रहे हैं। ये 100 दिन निर्णय के रहे हैं, निष्ठा के रहे हैं, नेक नीयत के भी रहे हैं, ये 100 दिन जन संकल्प के रहे हैं, जन सिद्धियों के रहे हैं, जनहित में सुधार के रहे हैं। साथियो, बीते 100 दिन में जो भी बड़े फैसले लिए गए, उनकी प्रेरणा और प्रोत्साहन सिर्फ और सिर्फ 130 करोड़ भारतवासी हैं, आप सभी हैं। आपके अभूतपूर्व विश्वास के बल पर ही कृषि से लेकर राष्ट्र की रक्षा-सुरक्षा से जुड़े बड़े निर्णय सरकार ले पाई है।

आतंकवाद से निपटने के लिए, मुस्लिम बहनों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए और हमारे हेल्थ सेक्टर की बेहतरी के लिए अनेक कानून बनाए गए हैं। इसी तरह अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए अलग-अलग सेक्टर्स को मदद करने का रोडमैप रखा गया है। देश में बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ऐतिहासिक फैसले भी लिए गए हैं। ये अभी शुरुआत है जिसका निश्चित लाभ आने वाले समय में मिलेगा। साथियो, इसके अलावा इन 100 दिनों में एक और महत्वपूर्ण काम हुआ है, इस दौरान संसद के सत्र में जितने बिल पास हुए हैं, जितना काम हुआ है उतना किसी भी सत्र में पिछले 60 साल में नहीं हुआ है। बहुत देर रात तक बैठकर संसद सदस्यों ने चर्चाएं की, विचार-विमर्श किया, बहस की, वाद किया, विवाद किया, नए-नए कानूनों पर चर्चा की। ये मंच बीजेपी का है लेकिन संसद में रिकॉर्ड कार्यों के लिए मैं सभी दलों को धन्यवाद देता हूं।

भाइयो-बहनो, बीते 100 दिन में देश और दुनिया ने देखा है कि हर चुनौती को चाहे वो दशकों पुरानी हो या फिर भविष्य की हो, भारत अब हर चुनौती को चुनौती देता है, हम चुनौतियों से सीधा टकराना जानते हैं।जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का मामला हो या फिर गंभीर होता जल संकट हो। 130 करोड़ देशवासियों से मिलकर नए समाधान तलाशने शुरू कर दिए हैं। जम्मू-कश्मीर के लद्दाख के करोड़ों साथियों के साथ मिलकर एक नई सोच के साथ उनके सपनों को आकांक्षाओं को पूरा करने में हम जुट गए हैं। साथियों आप की ही प्रेरणा से बीते चार महीने में ऐसे अनेक संकल्प पूरे किए गए हैं, जो चुनाव के दौरान हमने लिए थे। हमने देश की 8 करोड़ गरीब बहनों के घर उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन देने का संकल्प लिया था, उसको कल ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद के कार्यक्रम में हासिल कर लिया गया है और हरियाणा में ही 7 लाख से अधिक परिवारों को गैस कनेक्शन का लाभ मिला है।

हमने संकल्प लिया था कि किसान सम्मान निधि का लाभ देश के हर किसान परिवार को दिलाएंगे, सरकार बनते ही इसको लागू कर दिया गया है। अभी तक देश भर में इस योजना के तहत देश के 7 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिल चुका है जिसमें 13 लाख से अधिक परिवार सिर्फ हमारे हरियाणा के हैं। इतने कम समय में ही देश भर के किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ रुपया तो हरियाणा के किसानों के खाते में सवा चार सौ करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। किसान परिवारों के लिए ही पेंशन का एक और बड़ा संकल्प आप के सामने भाजपा ने रखा था। बुढ़ापे में सहारा देने वाली हर महीने 3 हजार रुपए की नियमित पेंशन सुनिश्चित करने वाली ये योजना भी शुरू हो चुकी है। बहुत ही कम समय में देश भर के करीब 8 लाख किसान भाई-बहन इस योजना से जुड़ भी चुके हैं, इनमें से 33 हजार से अधिक मेरे हरियाणा के किसान भाई-बहन हैं। आने वाले समय में इसमें व्यापक वृद्धि होने वाली है बल्कि बहुत ही जल्द छोटे और लधु व्यापारियों और कारोबारियों के लिए भी पेंशन योजना की सुविधा मिलने वाली है।

भाइयो-बहनो, किसानों के हित में ऐसे अनेक प्रयास हो रहे हैं, जिनके बल पर 2022 तक किसान की आमदनी दो गुनी करने का लक्ष्य पूरा हो कर के रहने वाला है। किसानों की लागत कम हो, फसल का उचित दाम उन्हें मिले, उपज की बर्बादी ना हो इसके लिए निरंतर नए-नए प्रकल्प आगे बढ़ाए जा रहे हैं। रोहतक में बनने वाला मेगाफूडपार्क ऐसी ही कोशिशों का एक हिस्सा है, इस फूडपार्क से हरियाणा के हजारों किसानों और व्यापारियों को फायदा होने वाला है। इसके साथ फूडपार्क से करीब-करीब 7 हजार लोगों को नए रोजगार मिलने वाले हैं, इसके अलावा इससे फूडप्रासेसिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी ताकत मिलेगी, इसके लिए एक प्रभावी सप्लाई चेन यहां विकसित की जा रही है।

साथियों भाजपा का एक और संकल्प है, जिसमें बहुत बड़े पैमाने पर काम शुरू कर दिया गया है। साल 2024 तक, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के लिए देश जुट चुका है, जल-जीवन मिशन पर पूरा देश जुट चुका है, हरियाणा भी इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहा है। ये तय किया गया है कि पानी को बचाने और घर-घर जल पहुंचाने के लिए आने वाले पांच वर्षों में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका लाभ हरियाणा को भी मिलने वाला है आज दुल्हेड़ाडिस्ट्रीब्यूटरी का पुनर्निर्माण इस दिशा में बड़ा कदम है। इसके पूरा होने से अब दर्जनों गांवों के किसानों को जहां सिंचाई का पानी मिलेगा, वहीं लाखों गैलेन पानी जो बर्बाद होता था, अब वो लोगों के पीने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथियो, रोहतक की धरती से मैं पूरे हरियाणा से ये निवेदन करूंगा कि पानी को बचाने के लिए, जल संरक्षण के लिए आप सबक योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। अपने स्तर पर हम जो भी छोटे-बड़े प्रयास कर सकते हैं वो करें। हम उतना ही पानी जमीन से या दूसरे स्रोतों से लें जितना जरूरी है। ये जागरूकता लाना अपने बच्चों के लिए, अपने नाती-पोतों के बेहतर जीवन के लिए बहुत जरूरी है।

भाइयो-बहनो, भाजपा सरकार चाहे केंद्र में हो या राज्य में उनके काम में सबसे बड़ी प्राथमिकता गरीबों के हितों को दी जा रही है। हम टुकड़ों में नहीं सोचते बल्कि एक बड़े लक्ष्य को ध्यान में रख कर चौतरफा कदम उठाते हैं। मैं आपको इसका एक उदाहरण देता हूं, हम सब जानते हैं कि भारत में स्वास्थ्य सेवा सुधारने की आवश्यकता है लेकिन ऐसा रोड मैप पहले किसी के पास नहीं था। जिसमें 130 करोड़ देशवासियों के स्वास्थ्य की चिंता समाहित हो। हमने स्वास्थ्य के साथ-साथ इससे जुड़ी सुविधाओं में सुधार भी, उस पर भी ध्यान केंद्रित किया। हमारा रोड मैप था कि ऐसी स्थितियों को दूर करो जिसकी वजह से लोग बीमार पड़ते हैं यानी प्रवेंटिवहेल्थकेयर, इसके साथ ही हमने स्वास्थ्य सेवाओं तक लोगों के पहुंच को आसान बनाने पर काम किया, सुविधाओं को किफायती बनाया और उन क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं लेकर गए जहां अब तक इससे वंचित थे। स्वच्छ भारत से लेकर योग तक, उज्जवला से लेकर फिट इंडिया तक और इन सब के साथ-साथ आयुर्वेद को बढ़ावा देने तक, इस तरह की हर पहल बीमारियों की रोकथाम में अपना अहम योगदान दे रही है। एक तरफ जहां इससे एक-दूसरे से फैलने वाली बीमारियों को रोकने में मदद मिल रही है, वहीं दूसरी तरफ लाइफस्टाइल के कारण होने वाली बीमारियां भी ठीक हो रही हैं।

साथियो, हरियाणा सहित देश भर में पारंपरिक और आधुनिक इलाज की तमाम व्यवस्थाओं को, अस्पतालों को, दवाखानों को, नेटवर्क को सशक्त किया जा रहा है। इसी सोच के साथ कुछ दिन पहले ही हरियाणा में 10 आयुषहेल्थ और वेलनेस सेंटर की शुरूआत मैंने दिल्ली से वीडियो के माध्यम से की थी। आज गुरुग्राम में नए मेडिकलकॉलेज का शिलान्यास किया गया है। इससे स्वास्थ्य सुविधाएं भी बढ़ेंगी और हमारे युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए अधिक अवसर भी मिलेंगे। साथियो, आधुनिक मेडिकलइंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ गरीब से गरीब को भी अस्पताल में जगह मिले, उसका इलाज हो सके, इस मकसद से काम हो रहा है। आयुष्मान भारत ने गरीबों को मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया है। जन औषधि योजना से सस्ती दवाइयां मिल रही हैं, जीवन रक्षक दवाइयों की कीमतों को भी नियंत्रित किया गया है। साथियो, अगर आप ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि हेल्थकेयर से जुड़े जो भी कदम उठाए जा रहे हैं वो स्वस्थ और सशक्त भारत के लक्ष्य के अनुकूल है। इसके लिए कई मंत्रालय मिलकर एक यूनिट की तरह कार्य कर रहे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, हम यहीं रुकने वाले नहीं हैं, अभी तो बहुत कुछ होना बाकी है।

भाइयो-बहनो, लोकसभा चुनाव में आपने भारत के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जनादेश दिया था, अब हरियाणा के भविष्य के लिए भी दें। बीते पांच वर्षों की निरंतरता कोआगे आने वाले पांच वर्षों के लिए जारी रखने का आप के पास एक और मौका दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। साथियो, हरियाणा की भाजपा सरकार राज्य के गौरव को बढ़ाने वाले कार्य कर रही है, आज स्वच्छ भारत की बात करें तो हरियाणा पूरे देश में अव्वल राज्यों में एक है। हरियाणा ने अपने आप को पूरी तरह से ओपन डेफेकेशनफ्रीODF मुक्त घोषित कर लिया है, इसके अलावा हरियाणा केरोसीन मुक्त राज्य बन चुका है और एमएसएमई सेक्टर में भी देश के टॉप राज्यों में भी हरियाणा का नाम है। हरियाणा के बेहतर भविष्य के लिए आपके राज्य को मनोहर जी जैसे नेतृत्व की जरूरत है, जो संकल्प के साथ, समर्पण के साथ लगातार आपकी सेवा में लगे रहे हैं, मनोहर लाल जी सहित हमारे तमाम साथियों ने बीते पांच वर्षों में इन संस्कारों के अनुरूप काम किया है। बीते पांच वर्षों में हरियाणा के सरकारी सिस्टम से अपने पराये के भेद को खत्म करने का, उस मानसिकता पर चोट पहुंचाने का काम किया है। बीते पांच वर्षों में हरियाणा में परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया गया है। बीते पांच वर्षों में, हरियाणा में सरकारी नौकरियों में बंदरबांट की एक गलत परंपरा को खत्म किया गया है। बीते पांच वर्षों में बेरोजगार युवाओं को कौशल से लेकर उनको मिलने वाली मदद तक में वृद्धि की गई है। बीते पांच वर्षों, शिक्षकों के नाम पर ट्रांसफरपोस्टिंग के खेल को बंद करने का सफल प्रयास किया गया है। बीते पांच वर्षों में हरियाणा में किसानों की जमीन पर भ्रष्टाचार का जो खेल चलता था वो भी बंद हो गया है।

पांच वर्ष के ऐसे बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड के दम पर पूरा हरियाणा आज भाजपा के पक्ष में खड़ा है। मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा के साथ, मनोहर लाल जी के साथ, रोहतक के हरियाणा के जन-जन का ये विश्वास ऐसे ही बना रहेगा। आपने देखा होगा यहां पर 35, 40, 45, 60, 70 की उम्र के लोग, जिन्होंने हरियाणा में बहुत सारी सरकारें दखी हैं, उन सरकारों के चरित्र को देखा है, उन सरकारों की पहचान पता है आपको। परिवारवाद, सिर्फ और सिर्फ परिवारवाद, सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार और यहां मुख्यमंत्री कौन बनते थे। दिल्ली में जो सरकार हो, वहां के प्रधानमंत्री को, वहां की सरकार को कोई मुसीबत हो या कोई छोटी-मोटी सिद्धि के गीत गाने हों तो यहां उस मुख्यमंत्री को पसंद किया जाता था कि जो दिल्ली में ट्रकें भर-भर के हरियाणा से लोगों को ले आएं, प्रधानमंत्री के घर के बाहर ढोल-नगाड़े पीटें और उस समय के प्रधानमंत्री का जय जयकार करें, ये काम कर दो तो हरियाणा को वो मुख्यमंत्री मिल जाए। यही कारोबार चला था, पांच साल में कभी हरियाणा से एक ट्रक भी लोगों को ले जाने का काम ना यहां के मुख्यमंत्री को करना पड़ा है, ना यहां की सरकार को करना पड़ा है। हरियाणा के लिए ये नई कार्य संस्कृति का अनुभव है, नई राजनीति का अनुभव है। निस्वार्थ भाव से हरियाणा के लिए जीने मरने वाले लोग भी हरियाणा में हैं, ये इस सरकार ने दिखा दिया है।

भाइयो-बहनो, आज देश, दुनिया में अपना कमाल दिखा रहा है। हिंदुस्तान के जीवन में 7 सितंबर, मुझे एक और साक्षात्कार हुआ और मैं कहना चाहूंगा 7 सितंबर रात में 1 बजकर 50 मिनट पर पूरा देश टीवी के सामने नजरें गाड़ कर बैठा था। देश और दुनिया चंद्रयान की गति को, खुशखबरी के लिए एक नजर से देख रही थी, अभी होगा, अभी होगा,अभी होगा,। 1 बजकर 50 मिनट के बाद के 100 सेकेंड, 7 सितंबर की रात के वो 100 सेकेंड, 7 सितंबर की सुबह के वोअर्ली 100 सेकेंड मैंने एक और साक्षात्कार किया। एक घटना ने पूरे देश को 10 सेकेंड के अंदर जगा दिया, एक घटना ने 100 सेकेंड के अंदर पूरे हिंदुस्तान को जोड़ दिया। एक ऐसा स्पिरीट और मैं कहूंगा, जैसे स्पोर्ट्समैनस्पिरीट का बात करते हैं। मैं कहूंगा, अब हिंदुस्तान में ये इसरोस्पिरीट है। अब देश नकारात्मकता को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। सफलता, असफलता के मायने 100 सेकेंड के भीतर-भीतर देश ने बदल दिए हैं, अब देश पुरुषार्थ की पूजा करता है, अब देश पराक्रम की पूजा करता है, अब देश परिवर्तन की आस्था को लेकर चल पड़ा है। सवा 100 करोड़ देशवासियों का ये मिजाज मेरे जीवन की बहुत बड़ी पूंजी है। हिंदुस्तान के उज्जवल भविष्य की बहुत बड़ी विरासत है, जो लोग निराशा में जीते हैं, जिनको निराश खोजने में ही आनंद आता है, आशा और विश्वास की ताकत क्या होती है, संकल्प का सामर्थ्य क्या होता है, 100 सेकेंड में कश्मीर से कन्याकुमारी, अटक से कटक हिंदुस्तान ने दिखा दिया है।

जिस देश में संकल्पों को जीने के लिए इतनी बड़ी ताकत होती है वोइसरोस्पिरीट होता है। जो देश सफलता और असफलता की सीमाओं के परे संकल्पों के लिए जीता है वो सपने भी पूरे करता है और इसलिए उस 100 सेकेंड में देश ने जो कर के दिखाया है। निमित्त इसरो था,निमित्त इसरो के वैज्ञानिक थे, निमित्त चंद्रयान की यात्रा थी लेकिन मिजाज सवा सौ करोड़ देशवासियों का था। भारत भाग्यवान है, हम भाग्यवान हैं कि इस देश के अंदर ऐसी ऊर्जा है, देश के अंदर ऐसी भावनाएं हैं, यही भावनाएं देश के सारे संकल्पों को पूरा करने वाली हैं।

भाइयो-बहनो, हम निर्णय ले पा रहे हैं, हम फैसले ले पा रहे हैं क्योंकि देश की जनता को विश्वास है। देशहित के सिवाय हमारा कोई मानदंड नहीं है, कोई तराजू नहीं है और उसी उसूल से मनोहर लाल जी ने हरियाणा को नई दिशा दी, नई गति दी, नई ताकत दी। हरियाणा के मेरे प्यारे भाइयो-बहनो एक बार फिर विकास परियोजनाओं के लिए आपको बधाई। आप भारी संख्या में यहां हम सभी को आशीर्वाद देने आए, इसके लिए आपका आभार। मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए,

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।