If voted back to power, Congress-RJD will push Bihar back to the days of misery and darkness: PM Modi
The people of Bihar have long witnessed the scale of poor governance, lawlessness and corruption rampant during the Congress-RJD days: PM Modi in Bihar
Since coming to power in 2014, BJP-led NDA has is leading the nation away from darkness and lighting people’s lives with its guiding mantra of ‘Sabka Sath, Sabka Vikas’: Prime Minister Modi

 कैलाशपति जी का आशीर्वाद तो संगठन के कार्य में भी मुझे मिला और वे गुजरात के गवर्नर थे उसके कारण भी मिला। गुजरात के विकास के लिए उनके मार्गदर्शन का मैं हमेशा आभारी रहूंगा।

साथियो, आपके इस उत्साह और समर्थन का परिणाम है की 6 चरणों के बाद विरोधी दलों की हालत पस्त है और उनके नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इसलिए ही मोदी को गाली देने का ये कंपटिशन बड़ा तेज़ हो गया है। अभी जब मैं आ रहा था तो सुशील जी का भाषण सुनाई दे रहा था वो सारी सूची बता रहे थे, कैसी-कैसी गालियां ये निकाल के ले आए हैं।

दोस्तो, आपका प्यार, आपका आशीर्वाद, आपका उत्साह, आपका जोश, ये सब कुछ मेरे सर आंखों पर। अब आप इजाजत दें, अब आप इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं, मैं बोलूं क्या? मैं अपनी बात बताऊं क्या? आपका उत्साह, आपका प्यार, यही तो मेरी ताकत है दोस्तों लेकिन जो काम के लिए मुझे बुलाया है वो भी तो करना पड़ेगा ना। तो बोलना शुरू करूं, आपका प्यार बना रहेगा, ये जोश, उत्साह 19 को भी चलाना है, चलेगा?

भाइयो-बहनो, वो जीत तो सकते नहीं, गाली देकर ही अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं। साथियो, ये केंद्र में मजबूर और कमजोर खिचड़ी सरकार बनाने के चक्कर में थे। सोच रहे थे की कमजोर सरकार आई तो फिर इन्हें सरकार को ब्लैकमेल करके जनता को लूटने का लाइसेंस मिल जाएगा। लेकिन आपके इस चौकीदार ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है। 10 दिन के बाद 23 मई के नतीजे तय हैं, क्या नतीजा आने वाला है, क्या नतीजा आने वाला है? फिर एक बार...मोदी सरकार, फिर एक बार...मोदी सरकार। नतीजे तय हैं लेकिन एक बात याद रखिए बिहार में, पूरे हिंदुस्तान में, जहां भी चुनाव बाकी है उन सभी के लिए मैं कहना चाहता हूं। विजय निश्चित है लेकिन हम याद रखें बचपन में हमें सिखाया गया है की बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है। इसलिए आपको भी 19 मई को घर से निकलना है और देश में एक मजबूत सरकार बनाने के लिए वोट देना है और इस विजय को अधिक भव्य बनाना ये हमारा सपना है। 

साथियो, ये चुनाव सिर्फ ये तय करने के लिए नहीं है की कौन सा दल या गठबंधन जीतेगा, बल्कि ये यह चुनाव तय करेगा की आने वाले वर्षों में भारत कितनी तेजी से विकास करेगा। ये चुनाव 21वीं सदी के हमारे बच्चों का भविष्य तय करेगा। लेकिन आप मुझे बताइए ये महामिलावट वाले भारत की विकास की बात कभी भी करते हैं क्या? ये भारत के विकास की बात करते है क्या? भारत के विकास की चर्चा करते हैं क्या? भारत के विकास का उनका एजेंडा बताते हैं क्या? ये लोग सिर्फ और सिर्फ अपना हित करना जानते हैं, गरीबों का नहीं। इन लोगों ने समझ लिया है की कुछ जातियां उनकी गुलाम हैं, जैसे कहेंगे, उस जाति के लोग वैसा ही करेंगे। ये लोग बोल रहे हैं की जब देश की बात आती है तो हम सब पहले भारतीय होते हैं और बाद में कुछ और होते हैं।

भाइयो और बहनो, ये वो लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक गरीबों के नाम पर वोट बटोरे, बड़े-बड़े पद हासिल किए, लेकिन जब काम करने की बारी आई, तो सबसे पहले उन्होंने गरीबों को भूलने का ही काम किया। ये लोग भी गरीबी से निकले थे, लेकिन इन लोगों ने आज हजारों करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली है। राजनीति में कब से इतनी तनख्वाह मिलने लगी की अरबों-खरबों का मालिक हो जाए। भाइयो और बहनो, इन लोगों ने आपसे लूट कर, अपने लिए बड़े-बड़े बंगले बनाए, लाखों की गाड़ियां खरीदी हैं। जबकि आपका ये सेवक गुजरात में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा और पांच साल से देश का प्रधानमंत्री है, लेकिन एक पल के लिए भी न मैंने, ना मैं अपने लिए जीया हूं और न ही अपने रिश्तेदारों के लिए मैंने अपना समय बिताया है। मेरे लिए तो आप ही मेरा परिवार हैं। 130 करोड़ हिंदुस्तानी, यही मेरा परिवार है, इन्हीं के लिए जीता हूं, इन्हीं के लिए जीऊंगा।  

साथियो, ईमानदारी की इस ताकत ने, गरीबी के जीवन ने मुझे वो ताकत दी की मैं गरीबों के लिए इतना कुछ कर पाया। हमारी सरकार का, हमारी सरकार की हर योजना के केंद्र में गांव और गरीब रहे हैं। आजादी के बाद, हमारी पहली ऐसी सरकार है जिसने गांवों के बारे में इतना सोचा है, इतना काम किया है। हम देश के हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। गांव में रहने वाली माताओ-बहनो के लिए करोड़ों शौचालय बनाकर हमने उनकी पीड़ा कम की है। गांव में रहने वाली गरीब बहनों को हमने मुफ्त गैस कनेक्शन दिया है। गांव में रहने वाले हर गरीब के पास अपनी पक्की छत हो, इस पर भी हमारी सरकार काम कर रही है। ये आप लोग इतना प्यार करते हो और वो लोग परेशान हो जाते हैं। गांव में रहने वाले हर व्यक्ति के पास अपना बैंक खाता हो, इसकी कोशिश हमने जन धन योजना के माध्यम से की है। अब तक डाकघरों को बैंक में बदलकर हर गांव तक बैंक ले जाने का काम भी किया जा रहा है। गांव में रहने वाले दूर-दराज इलाकों में बच्चों को ही ध्यान में रखकर हम मिशन इंद्रधनुष चला रहे हैं।

साथियो, दशकों से गरीब पैसे के अभाव में बिना इलाज से ही तड़पता रहा। इलाज के लिए घर-बार तक बिक जाता था, लेकिन ये महामिलावटी आपको झूठे नारे ही देते रहे। आपके इस सेवक ने इलाज की आपकी चिंता को समझा और इसी वजह से आज आयुष्मान भारत आपके सामने है। आज गरीब से गरीब का भी अच्छे अस्पताल में मुफ्त इलाज संभव हो पाया है। भाइयो और बहनो, पिछले पांच साल में जितना भाजपा एनडीए की सरकार ने गरीबों के लिए किया है उतना पहले कभी नहीं हुआ, इसीलिए जब आज गरीब मोदी, मोदी करता है, मोदी को आशीर्वाद देता है तो इनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है।
भाइयो और बहनो, कांग्रेस हो या आरजेडी, इनकी सोच में ही खोट है। ये 21वीं सदी के भारत को नहीं समझ सकते। ये बिहार को, देश को अंधेरे में ही रखना चाहते हैं। इनकी इसी कोशिश के बीच, एनडीए का प्रयास, घर-घर को रोशन करने का है। अभी कुछ दिन पहले ही यहां बक्सर में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये एक बहुत बड़े पावर प्लांट के शिलान्यास का मुझे अवसर मिला था।

साथियो, विकास के ये काम तभी हो सकते हैं जब देश सुरक्षित हो लेकिन इन महामिलावटी लोगों को न देश की सुरक्षा की चिंता है न ही इनकी कोई नीति है। इसी वजह से 2014 से पहले पूरे देश में आतंक की विनाश लीला चलती रही।

साथियो, एनडीए की सरकार ने अपनी एजेंसियों को, अपने सपूतों को हमने खुली छूट दे दी। जिसके कारण आज देश के भीतर भी सफाई हो रही है और सीमा के उस पार भी सफाई हो रही है। ये नया हिंदुस्तान है, ये आतंकियों को घर में घुसकर के मारता है। मारना चाहिए कि नहीं मारना चाहिए? हिम्मत के साथ करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए? पूरी ताकत के साथ करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए? इस देश में से आतंकवाद खत्म होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? ये निर्दोषों को मारने वाली दुनिया समाप्त होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए?

साथियो, एक तरफ हम आतंकियों और नक्सलियों के खिलाफ सफाई अभियान में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ महामिलावट वाले उनको बचाने में लगे हैं। ये लोग भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को, पत्थरबाजों को, उनके समर्थकों को, नक्सलियों के समर्थकों को खुला लाइसेंस देना चाहते हैं। ये महामिलावटी देश की अखंडता और सुरक्षा को दांव पर लगाने निकले हैं। इन्हें रोकना, हम सभी का कर्तव्य है।

साथियो, सबका साथ-सबका विकास हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा-सबको सम्मान ये हमारा प्रण है। इसी लक्ष्य पर चलते हुए एनडीए ने हर वर्ग, हर क्षेत्र के विकास के लिए काम किया है। किसी भी वर्ग के हितों से छेड़छाड़ किए बिना, सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को 10% का आरक्षण इसी सोच का परिणाम निकला है।
OBC कमीशन को संवैधानिक दर्जा देना भी सामाजिक न्याय को सशक्त करने वाला है। भाइयो और बहनो, किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे जमा होने शुरू हो चुके है और अब 23 मई को जब चुनाव का नतीजा आएगा फिर एक बार...मोदी सरकार, फिर एक बार...मोदी सरकार, फिर एक बार जब मोदी सरकार बनेगी तो किसानों को, खेत मजदूर को, छोटे दुकानदार को, ऐसे लोगों को हर महीने पेंशन मिले इसकी सुविधा उसकी योजना भी बनाई जाएगी। इसी तरह हम व्यापारियों के लिए भी राष्ट्रीय व्यापारी आयोग और 50 लाख रुपए तक का बिना गारंटी का ऋण, दुकानदारों को 50 लाख रुपए तक बिना गारंटी का कर्ज, ये सुविधा भी फिर एक बार मोदी सरकार बनने के बाद हम शुरू करने वाले हैं। यहां मेगा फूड पार्क के लिए भी स्वीकृति दी जा चुकी है। इस पार्क के माध्यम से भी यहां रोजगार का निर्माण होगा और किसानों को अपनी उपज का उचित दाम मिलेगा।

साथियो, इस क्षेत्र में भगवान राम और माता सीता के चरण पड़े हैं। आस्था की इस महत्वपूर्ण धरोहर को हमने युवाओं के रोजगार से जोड़ने का भी बीड़ा उठाया है। रामायण सर्किट से बक्सर को जोड़ा गया है। इसके तहत यहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सुविधाओं का निर्माण हो रहा है इसी प्रकार महादेव घाट पर गंगा आरती को और दिव्य बनाने का प्रयास भी निरंतर चल रहा है।
साथियो, भव्य और दिव्य भारत बनाने की ये यात्रा सशक्त हो इसीलिए आपका एक-एक वोट एनडीए को पड़ना चाहिए। कमल के फूल उस पर और तीर के निशान पर या बंगले के निशान पर जो भी वोट पड़ेगा वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप अपना बूथ मजबूत बनाएंगे, अपना बूथ मजबूत बनाएंगे? घर-घर जाएंगे, मतदाताओं से मिलेंगे, वोटिंग के लिए समझाएंगे? ज्यादा से ज्यादा वोट करवाएंगे, इतनी गर्मी में भी वोट करवाएंगे, पूरी मेहनत करेंगे? शांति से मतदान करवाएंगे, कमल खिलाएंगे, तीर चलाएंगे, बंगला बनाएंगे? देश को महान बनाएंगे, देश को मजबूत बनाएंगे? भाइयो बहनो, भारत मजबूत बनाने के लिए आपका वोट, सबका वोट बहुत जरूरी है।

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भारत माता की... जय
भारत माता की... जय
भारत माता की... जय।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।