NDA’s victory for the 3rd time represents the victory of 140 crore Indians: PM Modi at BJP HQ
These elections have been special with the unprecedented support the NDA has received owing to the Mothers-Sisters-Daughters of India: PM Modi at BJP HQ
All the decisions in the last decade have been committed to ‘Nation First’ & an ‘Atmanirbhar Bharat’: PM Modi at BJP HQ
NDA’s 3rd term will see a new ‘Golden Chapter’ in India’s development and this is Modi’s guarantee: PM Modi at BJP HQ

भारत माता की जय ! जय जगन्नाथ !

आपका ये स्नेह...आपका ये प्यार...इस आशीर्वाद के लिए मैं सभी देशवासियों का ऋणी हूं। आज बड़ा मंगल है। और इस पावन दिन NDA की लगातार तीसरी बार सरकार बननी तय है। हम सभी जनता-जनार्दन के बहुत-बहुत आभारी हैं। देशवासियों ने भाजपा पर, एनडीए पर पूर्ण विश्वास जताया है। आज की ये विजय दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है। ये भारत के संविधान पर अटूट निष्ठा की जीत है। ये विकसित भारत के प्रण की जीत है। ये सबका साथ- सबका विकास के मंत्र की जीत है। ये 140 करोड़ भारतीयों की जीत है।

भाइयों और बहनों,

मैं आज देश के चुनाव आयोग का भी अभिनंदन करूंगा। चुनाव आयोग ने दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव इतनी कुशलता के साथ संपन्न कराया। करीब 100 करोड़ मतदाता...11 लाख पोलिंग स्टेशन...डेढ़ करोड़ मतदान कर्मी...

55 लाख वोटिंग मशीनें...हर कर्मचारी ने इतनी प्रचंड गर्मी में अपने दायित्व को बखूबी निभाया...हमारे सुरक्षा कर्मियों ने अपने कर्तव्य भाव का शानदार परिचय दिया...भारत के चुनाव प्रोसेस...चुनाव के इस पूरे सिस्टम और चुनाव प्रक्रिया की क्रेडिबिलिटी पर हर भारतीय को गर्व है। इस स्केल पर चुनाव का...इस efficiency के साथ चुनाव का दुनिया में कहीं कोई उदाहरण नहीं है। मैं देशवासियों को कहूंगा, मैं influencers को कहूंगा और मैं opinion makers को कहूंगा कि भारत की लोकतंत्र में ये चुनावी प्रक्रिया की ताकत है efficiency है। ये अपने आप में बहुत गौरव का विषय है और भारत की पहचान को चार चांद लगाने वाली बात है। और ऐसे जो भी लोग हैं जो दुनिया में अपनी बात पहुंचा सकते हैं, उन सबसे मैं आग्रह करूंगा कि भारत के लोकतंत्र के इस सामर्थ्य को विश्व में हमें बड़े गर्व के साथ प्रस्तुत करना चाहिए।

इस बार भी भारत में जितने लोगों ने मतदान किया...वो अनेक बड़े लोकतांत्रिक देशों की कुल आबादी से भी कहीं ज्यादा है। जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने इस चुनाव में रिकॉर्ड वोटिंग कर अभूतपूर्व उत्साह दिखाया है। और दुनियाभर में भारत को बदनाम करने वाली जो ताकतें हैं उनको आइना दिखा दिया है। मैं देश के हर मतदाता को, जनता जनार्दन को विजय के इस पावन पर्व पर आदरपूर्वक नमन करता हूं। मैं देशभर के सभी दलों, सभी उम्मीदवारों का भी अभिनंदन करता हूं...सभी की सक्रिय भागीदारी के बिना लोकतंत्र की ये विराट सफलता संभव नहीं थी। भाजपा के, NDA के हर कार्यकर्ता साथी को भी मेरा आभार!

साथियों,

इस चुनाव के, इस जनादेश के कई पहलू हैं। 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार वापस आई है। राज्यों में जहां भी विधानसभा के चुनाव हुए, वहां पर NDA को भव्य विजय मिली है, चाहे वो अरुणाचल प्रदेश हो, आंध्र प्रदेश हो, ओडिशा हो या फिर सिक्किम। इन राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। मेरे पास डिटेल तो नहीं है, लेकिन शायद उनको जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया होगा। बीजेपी, ओडिशा में सरकार बनाने जा रही है और लोकसभा चुनाव में भी उसने वहां बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ये पहली बार होगा, जब महाप्रभु जगन्नाथ की धरती पर बीजेपी का मुख्यमंत्री होगा। बीजेपी ने केरल में भी सीट जीती है। हमारे केरल के कार्यकर्ताओं ने बहुत बलिदान दिए हैं, कई पीढ़ियों तक वे संघर्ष भी करते रहे और जनसामान्य की सेवा भी करते रहे और पीढ़ियों से जिस क्षण का इंतजार किया, वो आज सफलता को चूमने लगी है। तेलंगाना में हमारी संख्या दो गुनी हुई है। मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल जैसे कई राज्यों में हमारी पार्टी ने लगभग क्लीन स्वीप किया है। मैं इन सभी राज्यों और अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के मतदाताओं का भी विशेष आभार व्यक्त करता हूं। मैं इन राज्यों की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि केंद्र सरकार आपके विकास के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू जी के नेतृत्व में NDA ने शानदार प्रदर्शन किया है। बिहार में नीतीश बाबू के नेतृत्व में भी NDA ने शानदार प्रदर्शन किया है।

साथियों,

10 वर्ष पहले देश ने बदलाव के लिए जनादेश दिया था। तब ये वो समय था जब देश निराशा के गर्त में डूब चुका था। 2013-14 का कालखंड देखिए। देश निराशा की गर्त में डूब चुका था। फ्रेजाइल फाइव जैसे शब्दों से हमें नवाजा जाता था, हर दिन अखबारों की हेडलाइन घोटालों की खबरों से भरी रहती थी, देश की युवा पीढ़ी अपने भविष्य के प्रति आशंकित हो गई थी। ऐसे समय देश ने हमें निराशा के गहरे सागर से आशा के मोती निकालने का जिम्मा सौंपा था। हम सभी ने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया, काम किया। 2019 में इसी प्रयास पर विश्वास व्यक्त करते हुए देश ने दोबारा प्रचंड जनादेश दिया। इसके बाद NDA का दूसरा कार्यकाल विकास और विरासत की गारंटी बन गया। 2024 में इसी गारंटी के साथ...हम जन-जन का आशीर्वाद लेने देश के कोने-कोने में गए। आज तीसरी बार जो आशीर्वाद NDA को मिला है, मैं इसके लिए जनता-जनार्दन के सामने विनय भाव से नतमस्तक हूं।

साथियों,

आज का यह पल, निजी तौर पर मेरे लिए भी भावुक करने वाला पल है। मेरी मां के जाने के बाद ये मेरा पहला चुनाव था। लेकिन सच मानिए...देश की कोटि-कोटि माताओं-बहनों-बेटियों ने मां की कमी मुझे खलने नहीं दी। मैं पूरे देश में जहां-जहां भी गया...माताओं-बहनों-बेटियों ने अभूतपूर्व स्नेह और आशीर्वाद दिया। ये आंकड़ों में नहीं दिख सकता है। देश के इतिहास में महिलाओं द्वारा वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूट गए। इस प्यार, इस अपनेपन को मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता...ये मेरे भावों में है, ये मेरे मन-मस्तिष्क के कोने-कोने में रचा-बसा हुआ है। देश की कोटि-कोटि माताओं-बहनों ने मुझे नई प्रेरणा दी है।

साथियों,

पिछले 10 साल में देश ने बहुत बड़े फैसले लिए हैं। राष्ट्र प्रथम की भावना हमें असमान्य लक्ष्य हासिल करने का हौसला देती है। ये हम में कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति उत्पन्न करती है। हमने दुनिया की सबसे बड़ी जन कल्याणकारी योजनाएं चलाईं...आजादी के 70 साल बाद 12 करोड़ लोगों को नल से जल मिला...आजादी के 70 साल बाद 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर मिले...देश के 80 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन की सुविधा मिली...करोड़ों गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली...राष्ट्र प्रथम की इसी भावना की वजह से…जम्मू कश्मीर से 370 हटी...जीएसटी और IBC जैसे रीफॉर्म हुए...बैंकिंग रिफॉर्म हुए...हमने राष्ट्रहित को हमेशा सबसे आगे रखा। आप याद करिए...कोरोना का इतना बड़ा संकट आया। हमने वही फैसला लिया, जो देशहित में था...जनहित में था। हमने हर दबाव से अलग हटकर कदम उठाया। और इसी का नतीजा है- आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी इकॉनॉमी है। राष्ट्र प्रथम की यही भावना भारत को आत्मनिर्भर बनाएगी...

साथियों,

हमारे सामने एक महान संकल्प है-विकसित भारत का संकल्प...10 साल के बाद, लगातार तीसरी बार जनता जनार्दन का प्यार...उनका आशीर्वाद...हमारा हौसला बढ़ाता है...हमारे संकल्प को नई मजबूती देता है...नई ऊर्जा देता है। हमारे विरोधी एकजुट होकर भी उतनी सीटें नहीं जीत पाए...जितनी इस लोकसभा चुनाव में अकेले बीजेपी ने जीती है। मैं देश के कोने-कोने में उपस्थित बीजेपी के कार्यकर्ता को कहूंगा...देशवासियों को कहूंगा। आपकी मेहनत, इतनी गर्मी में आपका बहाया पसीना...ये मोदी को निरंतर काम करने की प्रेरणा देता है। मैं देशवासियों को दुबारा दुहराना चाहता हूं। आप 10 घंटे काम करेंगे तो मोदी 18 घंटे काम करेगा। आप दो कदम चलेंगे तो मोदी चार कदम चलेगा।हम भारतीय मिलकर चलेंगे, देश को आगे बढ़ाएंगे...तीसरे कार्यकाल में देश बड़े फैसलों का एक नया अध्याय लिखेगा और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

NDA सरकार की प्रतिबद्धता हमेशा ही समाज के हर क्षेत्र और हर वर्ग के विकास की रही है। बीते 10 वर्षों में हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। इसमें एक बड़ी संख्या SC-ST-OBC की है। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक गरीबी देश के अतीत का हिस्सा ना हो जाए। वूमन लेड डेवलपमेंट, हमारी सरकार के गवर्नेंस मॉडल के केंद्र में रहा है। स्पोर्ट्स से स्पेस और एंटरप्रेन्योरशिप तक...हम हर क्षेत्र में माताओं-बहनों-बेटियों को नए अवसर देने के लिए काम करेंगे। बीते 10 वर्षों में आपने देखा है...हमने मेडिकल कॉलेज की संख्या दोगुनी की है...एम्स की संख्या तीन गुनी की है...

स्वरोजगार और स्टार्टअप में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है...हमने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैनुफैक्चरर बनाया है...अब इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और ऐसे नए सेक्टर्स में और तेजी से काम किया जाएगा। हमने देश के डिफेंस प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट को बढ़ाने के प्रयास किए हैं। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक देश का डिफेंस सेक्टर आत्मनिर्भर नहीं बन जाता। हम अपने युवाओं को शिक्षा, रोजगार-स्वरोजगार हर क्षेत्र में सशक्त करते रहेंगे। किसानों के लिए बीज से बाजार तक आधुनिक नीतियों को बनाने का काम और प्राथमिकता पर होगा। दलहन से लेकर खाद्य तेल तक, हम हमारे किसानों को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करते रहेंगे।

साथियों,

आने वाला समय Green Era- हरित युग का है। आज भी हमारी सरकार की नीतियां- प्रगति-प्रकृति और संस्कृति के समागम की हैं। हम Green Industrialisation पर निवेश बढ़ाएंगे। ग्रीन एनर्जी हो या फिर ग्रीन मोबिलिटी...हम भारत को सबसे आगे ले जाएंगे। भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनॉमी बनाने के लिए NDA सरकार पूरी शक्ति से काम करेगी।

भाइयों और बहनों,

आज का भारत...वैश्विक समाधान का हिस्सा भी बन रहा है। हमने कोरोना के दौरान देखा है कि कैसे भारत की वैक्सीन कैपेसिटी ने दुनिया को संकट से बचाने में मदद की। हमारे चंद्रयान ने चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिंग करके, space exploration के नए रास्ते खोले हैं। क्लाइमेट चेंज से लेकर फूड सेक्योरिटी तक जो भी विषय दुनिया के सामने हैं...भारत उनके लिए काम करना अपनी ज़िम्मेदारी समझता है। भारत, ग्लोबल सप्लाई चेन को stability और diversity देना भी अपना दायित्व समझता है। इसलिए भारत आज विश्वबंधु के रूप में सबको गले लगा रहा है। मुझे विश्वास है, मजबूत भारत, मजबूत दुनिया का एक मजबूत स्तंभ सिद्ध होगा।

साथियों,

21वीं सदी के भारत को आगे बढ़ना है तो उसे करप्शन पर भी लगातार तेज प्रहार करना ही होगा। डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी ने करप्शन के अनेक रास्ते बंद किए हैं। लेकिन ये भी सच है कि करप्शन के खिलाफ लड़ाई, दिनोंदिन कठिन हो रही है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए जब करप्शन का महिमामंडन शुरु हो जाए, और इसमें निर्लज्जता की सारी हदें पार हो जाएं, तब करप्शन को बहुत ताकत मिल जाती है। इसलिए, तीसरे कार्यकाल में NDA सरकार का बहुत ज्यादा जोर, हर तरह के करप्शन को जड़ से उखाड़ फेंकने का होगा।

भाइयों और बहनों,

भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए हमेशा से, दल से बड़ा देश रहा है। सेवाभाव से बड़ी राजनीति कोई नहीं हो सकती। इसलिए हमें सेवाभाव को सर्वोपरि रखने कि परंपरा को निरंतर मज़बूत करना है। भाजपा का कार्यकर्ता जन आकांक्षाओं, जन-भावनाओं और जन-अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। इसको हमें कभी नहीं भूलना है। जरूरी है कि समाज के हर वर्ग से और हर व्यक्ति से हम निरंतर संवाद करते रहें।

साथियों,

कुछ ही दिनों में देश छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ मनाएगा। उनका जीवन अपने आप में इस बात की प्रेरणा है कि ध्येय पथ पर अडिग कैसे रहा जाता है। अपने ध्येय पथ में भी...हमारी मेहनत में कोई कमी ना रहे...हम पूरी निष्ठा से, पूरी ईमानदारी से देश की सेवा करते रहें...हमारे जीवन की ये बहुत बड़ी कसौटी होनी चाहिए। हम सभी मिलकर देश के लिए काम करें...हम देशहित को सर्वोपरि रखें...तभी हम अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाएंगे। हमारा संविधान हमारी Guiding Light है। इसी साल हमारे संविधान के 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। केंद्र की NDA सरकार, सभी राज्य सरकारों के साथ, चाहें वो किसी भी दल की क्यों ना हों...मिलकर काम करेगी। विकसित भारत के लक्ष्य के लिए हम खूब मेहनत करेंगे...जमकर मेहनत करेंगे...हमारे पास रुकने का, थमने का समय नहीं है। ये राष्ट्रनीति के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ने का समय है। विकसित भारत के हमें निरंतर बड़े फैसले लेने हैं, भारत के उज्जवल भविष्य के लिए उत्तम फैसले भी लेने हैं। छह दशक के बाद, देश के मतदाताओं ने एक नया इतिहास रचा है। छह दशक बाद, किसी गठबंधन को...एनडीए को लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का अवसर दिया है। जनता जनार्दन के साथ विश्वास का ये अटूट रिश्ता, ये लोकतंत्र की बहुत बड़ी शक्ति है। आपका आशीर्वाद...नए उत्साह, नए उमंग के साथ काम करने की हमारी ऊर्जा है।

मैं हमारे अध्यक्ष श्रीमान नड्डा जी और संगठन की केंद्र की टीम, संगठन के राज्यों की टीम, जिले की टीम, मंडल की टीम, बूथ लेवल की कमेटी हो या पन्ना प्रमुख, नड्डा जी के नेतृत्व में अनेक चुनौतियों के बीच, जिस हिम्मत के साथ, जिस समर्पण भाव से, राष्ट्र प्रथम के मंत्र को जीते हुए, इस चुनावी जंग में एनडीए को विजय दिलाई है। वे सब के सब अनेक-अनेक अभिनंदन के पात्र हैं। देशवासियों ने मुझ पर बहुत बड़ी कृपा की है। भारतीय जनता पार्टी पर बहुत बड़ी कृपा की है। एनडीए पर बहुत बड़ी कृपा की है। मैं 140 करोड़ देशवासियों का पुन: आभार व्यक्त करता हूं। मैं हमारे एनडीए के सभी साथियों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं। मैं इस देश के महान लोकतंत्र को, महान संविधान को फिर श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

बोलिए...भारत माता की जय!... भारत माता की जय!... भारत माता की जय!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।