Solutions to all the problems is in development: PM Modi in West Bengal

Published By : Admin | April 7, 2016 | 20:07 IST
QuoteI have come here so ensure proper education for children, opportunities for youth and for development: PM Modi
QuoteI have only three agendas: Development, fast-paced development & all-round development
QuoteFor 34 years the Left front ruled and ruined Bengal; TMC stands for Terror, Maut, Corruption: PM Modi
QuoteLeft and Congress contest against one another in Kerala but in spite of ideological differnces are allies in West Bengal: PM
QuoteAfter coming to power, Mamata Di said Maa, Maati, Manush but now it's all about only Maut and Money: PM
QuoteSolutions to all the problems is in development: PM Modi in West Bengal
QuoteWe will ensure overall development of Bengal and eliminate all the problems people face in the state: PM
 

मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव और विशाल संख्या में पधारे हुए आसनसोल के मेरे प्यारे भाईयों एवं बहनों 

आज मैं सुबह से पश्चिम बंगाल में दौरा कर रहा हूँ। टीवी पर आता है कि इस बार जून महीने में जो गर्मी पड़ती है, वो गर्मी अप्रैल महीने में शुरू हो गई है और इतनी भयंकर गर्मी के बीच पश्चिम बंगाल में चुनावी गर्मी है और आप लोगों का इतना जबर्दस्त उत्साह है। दिल्ली में बैठकर किसी को अंदाजा नहीं सकता कि पश्चिम बंगाल के चुनाव का मिजाज़ क्या है, यहाँ के लोगों का इरादा क्या है। मैंने ऐसा उत्साह पश्चिम बंगाल में कभी देखा नहीं था। मैं आप लोगों से एक शिकायत करना चाहता हूँ जब 2014 में लोकसभा का चुनाव था और मैं ख़ुद प्रधानमंत्री का उम्मीदवार था और इसी मैदान में आया था और तब इसकी आधी भीड़ भी नहीं थी। आज पश्चिम बंगाल का भविष्य तय करने के लिए आप जो उत्साह दिखा रहे हैं, ये मेरी शिकायत नहीं है, आपका अभिनंदन है। 

लेफ़्ट और टीएमसी और उसके पीछे भाग रही कांग्रेस, आने वाले दिनों में ये सभा देखने के बाद सोचेंगे कि कौन से गुंडे हैं जिनको आसनसोल भेजा जाए ताकि ये लोग मतदान न कर सकें, घपलेबाजी हो, हिंसा हो। ये सभा दीदी की भी नींद खराब कर देंगे और लेफ़्ट और सोनिया जी की भी नींद खराब कर देंगे। आप लोगों ने पूरे पश्चिम बंगाल को ये सन्देश दिया है कि अब पश्चिम बंगाल इन दोनों से मुक्ति चाहता है। क्या मिला पश्चिम बंगाल को? 34 साल तक लेफ्ट वालों ने बंगाल की प्रतिष्ठा, सम्मान को मिट्टी में मिला दिया और जब बाद में दीदी आई तो उन्होंने कहा था कि मां, माटी और मानुष लेकिन हमने 5 साल में हर दिन देखा – मौत का कारोबार, पैसों का कारोबार। 

यहाँ जिस प्रकार से बंगाल के लोगों के साथ धोखा किया गया, शारदा चिटफंड को कोई भूल सकता है क्या? गरीबों के पैसे डूबे हैं और ये पाप करने वाले जेलों में होने चाहिए थे, दीदी को ऐसे लोगों के खिलाफ़ कठोर कदम उठाने चाहिए थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। ये सरकार गरीबों का धन लूटने वालों पर मेहरबानी करने वाली सरकार है। गरीब बेचारा कुछ सपने देखकर पैसे रखता था, बेटी की शादी हो या बच्चों की पढ़ाई लेकिन इन लुटेरों ने गरीब के पैसे हज़म कर लिये और उन्हें बेघर बना दिया। 

जब अच्छी एवं ईमानदार सरकार होती है तो गरीबों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं बनाती हैं। इन्होंने चिटफंड चलाया और हम प्रधानमंत्री जन-धन योजना लेकर आए; उन्होंने चिटफंड के नाम पर गरीबों से पैसे बनाए और हमने बिना पैसे गरीबों के खाते खोल दिए और मुफ़्त में अकाउंट खोलने की व्यवस्था कर दी। हमने गरीबों को रूपये कार्ड दिया ताकि उनके परिवार में कभी कोई संकट आ गया तो उसमें 2 लाख का बीमा होगा और परिवार को ये पैसा मिल जाएगा। अनेकों को ये मिला भी और जन-धन योजना के तहत हमने हिंदुस्तान के करोड़ों गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे खोल दिए। असम हो, उड़ीसा हो, बंगाल हो, इन्होंने कहीं के गरीबों को नहीं छोड़ा। गरीबों को लूटने वालों को क्या चुनाव जीतना चाहिये? 

मैं आज आपसे आग्रह करने आया हूँ कि जिन-जिन लोगों ने गरीबों के पेट पर लात मारी है, ऐसे लोगों को इस चुनाव में एक पल के लिए भी स्वीकार नहीं करना चाहिए। 34 साल तक बंगाल में लेफ़्ट वालों की सरकार रही और उन्होंने बंगाल को बर्बाद कर दिया। दूर जाने की जरुरत नहीं है, 5 साल पहले चुनाव में कांग्रेस के नेता ने लेफ़्ट के खिलाफ़ क्या-क्या बोला था, ये आप वीडियो निकाल के सुन लो तो पता चल जाएगा कि लेफ़्ट वाले क्या करते थे और ये अजूबा देखो कि कांग्रेस वाले लेफ़्ट का कुर्ता पकड़ कर चल पड़े। जिस कांग्रेस पार्टी ने पहली बार केरल में लेफ़्ट की सरकार को धारा 356 लगाकर भंग कर दिया था और जिस कांग्रेस को लेफ़्ट के प्रति गुस्सा रहता था, आज पूरी कांग्रेस पार्टी लेफ़्ट के चरणों में जाकर बैठ गई है। ये जनता-जनार्दन जब देती है तो छप्पर फाड़कर देती है लेकिन जब ये लेती है तो कूड़े-कचरे की तरह साफ़ कर देती है। 

एक जमाना था जब कांग्रेस पार्टी 400 लोगों के साथ संसद में बैठती थी और जनता का गुस्सा ऐसा फूटा कि वे 40 पर आ गए। आज कांग्रेस की हालत देखो कि जीने-मरने के लिए लेफ़्ट के सामने झुकना पड़ा है और इनकी बेईमानी देखो - विचारधारा से अगर झगड़ा होता है तो ये केरल में भी होना चाहिए और वहां भी आमने-सामने लड़ना चाहिए लेकिन कांग्रेस का कमाल देखो कि केरल में वे कम्युनिस्ट को गाली दे रहे हैं और उनसे लड़ रहे हैं और बंगाल में कम्युनिस्ट को कंधे पर बिठाकर नाच रहे हैं। समझ नहीं आ रहा कि केरल में कुश्ती और बंगाल में दोस्ती? ये आप लोगों की आँखों में धूल झोंक रहे हैं। केरल में दोनों एक-दूसरे को गालियां देते हैं और बंगाल में कहते हैं कि बहुत अच्छे हैं और सबका भला करेंगे। 

एक जमाना था जब दीदी भ्रष्टाचार का नाम सुनती थी तो कुर्सी फेंक कर चली जाती थी लेकिन अब दीदी को क्या हो गया, ऐसा परिवर्तन कैसे आ गया। वो तो भ्रष्टाचार के खिलाफ़ रोड पर निकलती थीं, लाठियां झेलती थीं; आज इतना बड़ा स्कैंडल आ गया, टेंडर का सौदा होता है, नोटों की थप्पियाँ दी जा रही हैं और सब कैमरा पर है लेकिन इसके बावजूद दीदी ने कोई कदम नहीं उठाया। इसका मतलब है कि अब दीदी भ्रष्टाचार से एडजस्ट हो गई हैं; अब दीदी को ये सब ठीक लग रहा है। ये लुटते रूपये जनता के हैं और ये लूट बंद होना चाहिए। ये चुनाव एक ऐसा मौका है जब ऐसा करने वालों को राजनीति से हमेशा के लिए विदा कर देना चाहिए। 

मैं कभी कभी सोचता हूँ कि ये टीएमसी क्या है – टी फॉर टेरर, एम फॉर मौत और सी फॉर करप्शन। पांच सालों में टीएमसी का यह सीधा-सीधा मतलब निकल कर आया है। जब हम छोटे थे और लेफ़्ट वाले चुनाव जीतते थे तो हम लोगों से पूछते थे कि ये लेफ़्ट वाले चुनाव कैसे जीतते हैं तो समझदार लोग मुझे बताते थे कि यहाँ का चुनाव साइंटिफिक रिजीम करके जीता जाता था। साइंटिफिक रिजीम तो मैंने सुना था लेकिन दीदी के राज़ में मैं देख रहा हूँ - साइंटिफिक करप्शन। टेंडर का कारोबार टेंडर निकलने से पहले तय हो जाता है। 

अभी कोलकाता में करप्शन का भंडा फूट गया। विवेकानंद ब्रिज अनेकों की ज़िन्दगी को तबाह कर गया जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है लेकिन दीदी मौत पर भी राजनीति कर रही हैं। ब्रिज गिरा है, लाशें पड़ी हैं, घायल लोग कराह रहे हैं और दीदी मदद करने के नाम पर कुछ नहीं बोलती हैं और कहती हैं इस ब्रिज का कॉन्ट्रैक्ट तो लेफ़्ट वालों ने दिया था। मैं पूछता हूँ कि अगर ये ब्रिज बन जाता तो आप उद्घाटन करने जाती कि नहीं और आप ब्रिज बनाने के क्रेडिट लेने की कोशिश करती कि नहीं। अगर लेफ़्ट वालों ने पाप किया तो उस पाप को आपने आगे क्यों बढ़ाया। पूरे पश्चिम बंगाल में जो लेफ़्ट वाले करके गए, उसे ही आगे बढ़ाने का काम दीदी कर रही हैं और इसलिए पश्चिम बंगाल को लेफ़्ट और दीदी, दोनों से मुक्ति चाहिए। 

जिस प्रकार से टेरर का माहौल बनाया जा रहा है, अपने विरोधियों को ख़त्म करने की कोशिश हो रही है, ये लोकतंत्र और उसके प्रति आस्था का प्रतीक नहीं है। इस चुनाव में जो डिबेट चल रही है, उससे मैं हैरान हूँ। वो पूछते हैं कि ममता जी के राज़ में कितनी हत्याएं हुईं तो ममता जी कहती हैं कि आपके राज़ में इतनी हत्याएं हुईं, लेफ़्ट वाले कहते हैं कि आपके ज़माने में इतनी बलात्कार की घटनाएँ हुईं तो ममता जी कहती हैं कि आपके ज़माने में इतनी हुईं, दोनों के बीच दंगों की गिनती हो रही है। मैं पूछता हूँ कि चुनाव में यही डिबेट चलेगा क्या? ये आरोप-प्रत्यारोप गलत है। अच्छा होता कि ये कहते कि लेफ़्ट वालों ने इतना रास्ता बनाया था और हमने उससे ज्यादा बना दिया; लेफ़्ट वालों ने इतने स्कूल खोले थे और हमने उससे ज्यादा स्कूल खोल दिए, ये स्पर्धा होनी चाहिए थी लेकिन यहाँ स्पर्धा इस बात की हो रही है कि कौन ज्यादा बुरा है। 

भाईयों-बहनों, हमारी सरकार को 2 साल होने को आए हैं। आपने कभी अपने सांसद बाबुल सुप्रियो जो मेरी सरकार में महत्वपूर्ण मंत्री हैं, उनके ऊपर एक भी आरोप सुना है क्या? 2 साल से हम बैठे हैं, हमने एक भी पाप नहीं किया, ऐसे सरकार चलाई जाती है। हमारी सभी समस्याओं का समाधान चुनावी खोखलेबाजी से नहीं होने वाला है। मेरा 3 एजेंडा है – पहला विकास, दूसरा तेज़ गति से विकास और तीसरा चारों तरफ विकास, जिस पर मैं पिछले साल से काम कर रहा हूँ और यहाँ भी करना चाहता हूँ। आप मुझे सेवा करने का मौका दीजिए। हमारी सभी समस्याओं का समाधान विकास में है। 

आप हैरान होंगे कि ये पश्चिम बंगाल इतना प्यारा और प्रगतिशील था कि अंग्रेजों को भी कोलकाता में आकर अपना काम करने का मन कर गया था, ऐसा शानदार और जानदार हुआ करता था हमारा बंगाल। बंगाल पूरे देश को दिशा दिखाता था लेकिन आज इस बंगाल की स्थिति देखिये। सुभाष भाई के भतीजे, चन्द्र कुमार बोस भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं और दीदी ऐसी घबरा गई हैं और दीदी ने ऐसा टेरर दिया है कि कोई चन्द्र बोस को दफ्तर खोलने की जगह नहीं दे रहा है। लोग कहते हैं कि हम वोट दे देंगे लेकिन जब तक दीदी हैं तब तक हम आपको मकान नहीं दे पाएंगे वर्ना हम जिंदा नहीं रह पाएंगे। ये लोकतंत्र है क्या? 

आसनसोल सुंदर नगरी के रूप में जाना जाता था। अभी भारत सरकार पूरे देश में लगातार स्पर्धा करती है और ज्यूरी निष्पक्षता से उसकी जाँच करती है। 2016 के शुरू में इस देश के 72 शहरों में सफ़ाई को लेकर स्पर्धा हुई। दो महीने का समय दिया गया कि आपको क्या-क्या करना है। आपको जानकर दुःख होगा कि आसनसोल उस सूची में नीचे से दूसरे पायदान पर था। दीदी ने आसनसोल को ऐसा बना दिया कि पूरे हिंदुस्तान में इसकी इज्ज़त को मिट्टी में मिला दिया। आसनसोल एक औद्योगिक नगरी रही है, साफ़-सुथरा होना चाहिए लेकिन न बंगाल की सरकार को परवाह है और न यहाँ बैठे हुए लोगों को परवाह है। 

मैं कहता हूँ कि आप इन लोगों से मुक्ति लेकर बंगाल में भाजपा को स्वीकार करें। दिल्ली पूरी ताक़त लगाएगा और जितनी बुराईयाँ यहाँ पिछले कई वर्षों से हैं, उसे निकालने के लिए मैं कंधे से कंधा मिलकर काम करूँगा। साइंटिफिक रिजीम और साइंटिफिक करप्शन; पश्चिम बंगाल में सिंडिकेट के नाम पर सारा कारोबार हड़प लिया जाता है। कोयले की कालाबाजारी में सिंडिकेट का क्या नाता है और ये सिंडिकेट लेफ़्ट वालों ने शुरू किया और तृणमूल वालों ने उसे आगे बढ़ाया है। मैंने पहले भी कहा है कि जिन्होंने देश का कोयला भी नहीं छोड़ा, उन्हें हम नहीं छोड़ेंगे। आपने कुछ दिन पहले देखा होगा कि कोयले की कालाबाजारी करने वाले कुछ लोगों को सजा भी हो गई और जेल भी हो गया और अब आगे औरों की भी बारी है। 

हमने करप्शन के खिलाफ़ लड़ाई चलाई है और मैं जानता हूँ कि मैं जितना इन चीजों को ठीक करता हूँ, उतना इन लोगों को परेशानी ज्यादा होती है। इसलिए वे जोर से चिल्लाते हैं क्योंकि उनको पता है कि अब उनके जेल में जाने के दिन आ रहे हैं। विकास की बात को छोड़कर और बातें जो उठाई जा रही हैं, उसका मूल कारण यही है कि मुसीबत अब उनके कदमों तक पहुँचने की तयारी कर रही है। कहीं भी जोर से आवाज़ सुनाई दे तो समझ लेना कि मोदी ने कोई ऐसा कदम उठाया है जिससे बेईमान लोगों के लिए परेशानी आनी शुरू हो गई है। 

मैं आपके पास वोट मांगने आया हूँ। मुझे वोट चाहिए – बच्चों की पढ़ाई के लिए, नौजवानों की कमाई के लिए, बुजुर्गों की दवाई के लिए, अच्छी शिक्षा के लिए, अच्छे जीवन के लिए, विकास के लिए। आप पूरी तरह समर्थन देकर भाजपा के उम्मीदवारों को विजयी बनाईए। 

बहुत-बहुत धन्यवाद!
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आदमपूर हवाई तळावर पंतप्रधानांनी शूर हवाई योद्धे आणि सैनिकांशी साधलेला संवाद
May 13, 2025
Quoteआपल्या राष्ट्राचे रक्षण करण्यासाठी त्यांचे धैर्य आणि अचूकता प्रशंसनीय आहे: पंतप्रधान
Quote‘भारत माता की जय’ हा केवळ जयघोष नव्हे तर आपल्या देशाचा सन्मान आणि प्रतिष्ठेसाठी आपले प्राण पणाला लावणाऱ्या प्रत्येक सैनिकाची ही शपथ आहे: पंतप्रधान
Quoteऑपरेशन सिंदूर ही भारताचे धोरण, उद्देश आणि निर्णायक क्षमता यांची त्रिसूत्री आहे : पंतप्रधान
Quoteज्यावेळी आपल्या भगिनी आणि कन्यांचे कुंकू पुसण्यात आले, आम्ही दहशतवाद्यांना त्यांच्या लपण्याच्या ठिकाणांमध्येच चिरडले : पंतप्रधान
Quoteभारताकडे वाकड्या नजरेने पाहिले तर केवळ विनाश होईल, याची जाणीव आता दहशतवादाच्या सूत्रधारांना झाली आहे : पंतप्रधान
Quoteपाकिस्तानमधील दहशतवाद्यांचे केवळ तळ आणि हवाई तळच उद्ध्वस्त झाले नाहीत तर त्यांचे विकृत हेतू आणि दुःसाहस देखील धुळीला मिळाले : पंतप्रधान
Quoteदहशतवादाविरोधातील भारताची लक्ष्मणरेखा आता अतिशय सुस्पष्ट आहे, जर पुन्हा एखादा दहशतवादी हल्ला झाला, तर भारत त्याचे प्रत्युत्तर देईल आणि हे प्रत्युत्तर निर्णायक असेल : पंतप्रधान
Quoteऑपरेशन सिंदूरचा प्रत्येक क्षण हा भारतीय सशस्त्र दलांच्या सामर्थ्याचा पुरावा आहे : पंतप्रधान
Quoteजर पाकिस्तानने आणखी एखादे दहशतवादी कृत्य केले किंवा लष्करी आगळीक केली तर आम्ही त्याचे निर्णायक उत्तर देऊ,हे प्रत्युत्तर आमच्या अटींवर, आमच्या पद्धतीने असेल :पंतप्रधान
Quoteहा नवा भारत आहे! या भारताला शांततेची आस आहे, पण मानवतेवर हल्ला झाला तर आपल्या शत्रूला युद्धभूमीत कसे चिरडायचे हे देखील भारताला ठाऊक आहे : पंतप्रधान

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

या जयघोषाचे  सामर्थ्य नुकतेच जगाने पाहिले आहे. भारत माता की जय हा केवळ जयघोष नव्हे तर भारत मातेची  प्रतिष्ठा राखण्यासाठी प्राणांची बाजी लावणाऱ्या  देशाच्या प्रत्येक सैनिकाची  ही शपथ आहे.देशासाठी काही करू इच्छिणाऱ्या, देशहितासाठी जगणाऱ्या प्रत्येक नागरिकाचा हा आवाज आहे. भारता माता की जय हा जयजयकार मैदानातही घुमतो आणि मोहिमांमधेही. भारतीय सैनिक जेव्हा भारत मातेचा जयजयकार करतात तेव्हा शत्रूचाही थरकाप उडतो.जेव्हा आपली ड्रोन्स, शत्रूची तटबंदी ढासळवतात, जेव्हा सणसणत जाणारी आपली क्षेपणास्त्रे अचूक लक्ष्यभेद करतात तेव्हा शत्रूला ऐकू येतो भारत मातेचा जयजयकार ! जेव्हा रात्रीच्या अंधारातही आम्ही सूर्याप्रमाणे लखलखीत उजेड करणारी कामगिरी  करतो तेव्हा शत्रूसमोर तरळतो भारत मातेचा जयजयकार. शत्रूची अण्वस्त्रांची धमकी जेव्हा आपली सैन्यदले पोकळ ठरवितात तेव्हा आकाशापासून पाताळापर्यंत  एकच जयजयकार दुमदुमतो-भारत माता की जय!

मित्रहो,

आपणा सर्वांनी खरोखरच कोट्यवधी भारतीयांची मान अभिमानाने उंचावली आहे, त्यांचा ऊर अभिमानाने भरून आला आहे.आपण इतिहास घडवला आहे. आज आपल्याला भेटण्यासाठी मी सकाळी-सकाळी इथे आलो आहे. जेव्हा शूरवीरांची  पाऊले  जमिनीवर पडतात तेव्हा धरती धन्य होते, शूरवीरांचे दर्शन करण्याची संधी प्राप्त होते तेव्हा जीवन धन्य होते आणि म्हणूनच आज सकाळी-सकाळी आपले दर्शन घेण्यासाठी मी इथे आलो आहे.अनेक दशकांनंतरही जेव्हा भारताच्या या पराक्रमाची चर्चा होईल तेव्हा त्याच्या केंद्रस्थानी आपण आणि आपले सहकारी असतील.सध्याच्या पिढीबरोबरच भावी पिढ्यांसाठीही आपण नवी प्रेरणा बनले आहात.शूरवीरांच्या या धरतीवरून मी आज हवाईदल, नौदल,आणि लष्कराच्या सर्व धाडसी वीरांना, बीएसएफच्या आपल्या शूरवीरांना सलाम करतो. आपल्या पराक्रमाने आज ऑपरेशन सिंदूर देशाच्या कानाकोपऱ्यात निनादत आहे.या संपूर्ण ऑपरेशनच्या काळात प्रत्येक भारतीय आपल्यासमवेत खंबीरपणे उभा राहिला,प्रत्येक भारतीयाची प्रार्थना आपल्यासमवेत राहिली.आज प्रत्येक देशवासीय, आपले सैनिक,त्यांच्या कुटुंबाप्रती कृतज्ञ आहे, त्यांचा ऋणी आहे.

मित्रहो,

ऑपरेशन सिंदूर ही सामान्य लष्करी मोहीम नव्हे तर भारताचे धोरण,हेतू आणि निर्णायक क्षमतेची त्रिवेणी आहे.भारत ही भगवान बुद्धांचीही धरती आहे आणि  गुरु गोविंदसिंह जी यांचीही धरती आहे. गुरु गोविंदसिंह जी यांनी म्हटले होते,- सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज़ तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं।”अधर्माचा नाश आणि धर्म स्थापनेसाठी शस्त्र उचलणे ही आपली परंपरा आहे. म्हणूनच आपल्या भगिनी,कन्या  यांचे कुंकू पुसले गेले तेव्हा आम्ही दहशतवाद्यांच्याच  आश्रयस्थानी घुसून त्यांचा कणा मोडला. ते भेकडाप्रमाणे लपूनछपून आले होते,मात्र ते हे विसरले की त्यांनी ज्यांना आव्हान दिले आहे ते  हिंदुस्तानचे सैन्य आहे. आपण  त्यांच्यावर समोरून हल्ला केला, दहशतवादाचे मोठे अड्डे जमीनदोस्त केले, 9 दहशतवादी तळ उध्वस्त केले, 100 हून अधिक दहशतवाद्यांना मारले,दहशतवादाच्या सूत्रधारांना आता समजले आहे की भारताकडे वाकड्या नजरेने बघण्याचा एकच परिणाम आहे- विनाश! भारताच्या निर्दोष लोकांचे रक्त सांडण्याचा  एकच परिणाम होईल – विनाश आणि सर्वनाश ! ज्या पाकिस्तानी सैन्याच्या भरवश्यावर हे दहशतवादी अवलंबून होते,त्या पाकिस्तानी सैन्यालाही भारताचे हवाईदल,भारताच्या नौदलाने धूळ चारली. आपण पाकिस्तानी सैन्यालाही दाखवून दिले की पाकिस्तानमध्ये असे कोणतेही ठिकाण नाही जिथे दहशतवादी निर्वेधपणे  राहतील.आम्ही त्यांच्या घरात घुसून मारू आणि बचावाची एक संधीही देणार नाही. आमची ड्रोन्स, आमची क्षेपणास्त्रे, यांच्या विचारानेच  पाकिस्तानची झोप उडाली असेल.

कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में।

निर्भीक गया वह ढालों में, सरपट दौड़ा करवालों में।

या ओळी महाराणा प्रताप यांच्या चेतक या प्रसिद्ध घोड्याबद्दल  लिहिल्या गेल्या आहेत मात्र आधुनिक  भारतीय शस्त्रांसाठीही त्या चपखल बसतात.

माझ्या शूरवीरांनो,

ऑपरेशन सिंदूरमुळे आपण देशाचे आत्मबल वाढवले आहे,देशाला एकतेच्या धाग्याने घट्ट बांधले आहे आणि आपण भारताच्या सीमांचे रक्षण केले आहे, भारताच्या स्वाभिमानाला नवी उंची दिली आहे.

मित्रहो,

आपण अभूतपूर्व,अकल्पनीय,अप्रतिम कामगिरी केली आहे. आपल्या हवाई दलाने पाकिस्तानमध्ये खोलवर दहशतवादी तळाना लक्ष्य केले. केवळ 20-25 मिनिटात सीमापार लक्ष्याचा वेध घेणे,अचूक वेध घेणे हे केवळ आधुनिक तंत्रज्ञान युक्त आणि कसलेले सैन्यच करू शकते. आपला वेग आणि अचूकता पाहून शत्रू गोंधळून गेला.आपली अवस्था विदीर्ण कधी झाली हे त्याला कळलेही नाही.
मित्रहो,

पाकिस्तानमधील दहशतवादी मुख्यालयावर हल्ला करणे आणि दहशतवाद्यांना यमसदनी पाठवणे हे आमचे उद्दिष्ट होते. पण पाकिस्तानने आपल्या प्रवासी विमानांना अग्रभागी ठेवून जी खेळी केली तेव्हाचा तो क्षण किती कठीण असेल याची मी कल्पना करू शकतो, प्रवासी विमान दिसत असताना अतिशय काळजीपूर्वक आणि सावधगिरीने त्या प्रवासी विमानाला कोणतीही हानी न पोहोचवता तुम्ही हवाई तळ ध्वस्त करून चोख प्रत्युत्तर दिले त्याचा मला अभिमान आहे.मी अभिमानाने सांगू शकतो की तुम्ही सर्वांनी तुमचे ध्येय पूर्णपणे साध्य केले आहे.पाकिस्तानमधील दहशतवाद्यांचे अड्डे आणि त्यांचे हवाई तळ उद्ध्वस्त झालेच, त्याचबरोबर त्यांचे वाईट हेतू आणि दुःसाहस दोन्हीही पराभूत झाले.

मित्रहो,

ऑपरेशन सिंदूरमुळे निराश झालेल्या शत्रूने या हवाईतळावर तसेच आपल्या अनेक हवाईतळांवर हल्ला करण्याचा अनेक वेळा प्रयत्न केला. त्यांनी आम्हाला वारंवार लक्ष्य केले, परंतु पाकिस्तानचे निष्फळ, विकृत हेतू प्रत्येक वेळी फोल ठरले. पाकिस्तानचे ड्रोन, त्यांचे यूएव्ही, पाकिस्तानची विमाने आणि त्यांची क्षेपणास्त्रे, हे सर्व आमच्या मजबूत हवाई संरक्षणाने नष्ट केले. देशातील सर्व हवाई तळांच्या नेतृत्वाचे, भारतीय हवाई दलाच्या प्रत्येक हवाई योद्ध्याचे मी मनापासून कौतुक करतो, तुम्ही खरोखरच अद्भुत काम केले आहे.

मित्रहो,

दहशतवादाविरुद्ध भारताची लक्ष्मणरेषा आता अतिशय सुस्पष्ट झाली आहे. आता जर पुन्हा दहशतवादी हल्ला झाला तर भारत त्याला प्रत्युत्तर देईल, निर्णायक उत्तर देईल. आपण हे सर्जिकल स्ट्राईक दरम्यान, एअर स्ट्राईक दरम्यान पाहिले आहे आणि आता ऑपरेशन सिंदूर हे भारताचे नवीन सामान्य स्वरूप आहे. आणि मी कालही म्हटल्याप्रमाणे, भारताने आता तीन तत्वांवर निर्णय घेतला आहे, पहिले - जर भारतावर दहशतवादी हल्ला झाला तर आम्ही आमच्या पद्धतीने, आमच्या अटींवर आणि आमच्या वेळेनुसार प्रत्युत्तर देऊ. दुसरे - भारत कोणताही आण्विक ब्लॅकमेल सहन करणार नाही. तिसरे म्हणजे, दहशतवादाला आश्रय देणारी सरकारे आणि दहशतवादी मास्टरमाईंड यात फरक केला जाणार नाही. जग भारताचे हे नवीन रूप, ही नवीन व्यवस्था समजून घेऊन वाटचाल करत आहे.

मित्रहो,

ऑपरेशन सिंदूरचा प्रत्येक क्षण भारतीय सशस्त्र दलांच्या सामर्थ्याची साक्ष देतो. मी निश्चितपणे सांगतो की या काळात, आमच्या सैन्यांमधील समन्वय उत्कृष्ट होता. सेना असो, नौदल असो किंवा हवाई दल असो, सर्वांमध्ये समन्वय जबरदस्त होता. नौदलाने समुद्रावर आपले वर्चस्व प्रस्थापित केले. सैन्याने सीमा मजबूत केली. आणि भारतीय हवाई दलाने हल्ला पण केला आणि बचावही केला. बीएसएफ आणि इतर दलांनीही उल्लेखनीय कामगिरी केली. एकात्मिक हवाई आणि स्थल युद्धजन्य प्रणालींनी उत्तम कामगिरी पार पाडली आहे. आणि हीच एकता आता भारतीय सैन्याच्या सामर्थ्याची एक मजबूत ओळख बनली आहे.

मित्रहो,

ऑपरेशन सिंदूरमध्ये, मनुष्यबळ आणि यंत्रांमधील समन्वय देखील आश्चर्यकारक राहिला आहे. अनेक लढाया अनुभवलेल्या भारताच्या पारंपरिक हवाई संरक्षण प्रणाली असोत, किंवा आकाश सारख्या आमच्या मेड इन इंडिया प्लॅटफॉर्म असोत, त्यांना S-400 सारख्या आधुनिक आणि शक्तिशाली संरक्षण प्रणालींनी अभूतपूर्व ताकद दिली आहे. एक मजबूत सुरक्षा कवच ही भारताची ओळख बनली आहे. पाकिस्तानच्या सर्व प्रयत्नांना न जुमानता, आमचे हवाई तळ किंवा आमच्या इतर संरक्षण पायाभूत सुविधांवर कोणताही परिणाम झाला नाही. आणि याचे श्रेय तुम्हा सर्वांना जाते, आणि मला तुम्हा सर्वांचा अभिमान आहे, याचे श्रेय सीमेवर तैनात असलेल्या प्रत्येक सैनिकाला जाते, या ऑपरेशनशी संबंधित प्रत्येक व्यक्तीला जाते.

मित्रहो,

आज आपल्याकडे नवीन आणि अत्याधुनिक तंत्रज्ञानाची इतकी क्षमता आहे की पाकिस्तान त्याच्याशी स्पर्धा करू शकत नाही. गेल्या दशकात, हवाई दलासह आपल्या सर्व दलांकडे जगातील सर्वोत्तम तंत्रज्ञानाची उपलब्धता आहे. पण आपल्या सर्वांना माहित आहे की नवीन तंत्रज्ञानामुळे आव्हानेही तितकीच वाढतात. गुंतागुंतीच्या आणि अत्याधुनिक प्रणालींची देखभाल करणे, त्यांना कार्यक्षमतेने चालवणे, हे एक मोठे कौशल्य आहे. तंत्रज्ञानाला युक्त्यांशी जोडून तुम्ही दाखवून दिले आहे. या खेळात, जगात तुम्ही सर्वोत्तम आहात हे तुम्ही सिद्ध केले आहे. भारतीय हवाई दल आता केवळ शस्त्रांनीच नव्हे तर डेटा आणि ड्रोनच्या मदतीनेही शत्रूचा पराभव करण्यात पारंगत झाले आहे.

मित्रहो,

पाकिस्तानच्या आवाहनानंतर, भारताने केवळ आपली लष्करी कारवाई पुढे ढकलली आहे. जर पाकिस्तानने पुन्हा दहशतवादी कारवाया किंवा लष्करी दुःसाहस दाखवले तर आम्ही त्याला जशास तसे उत्तर देऊ. या प्रश्नाचे उत्तर आमच्या अटीशर्तींवर, आमच्या पद्धतीने देऊ. आणि या निर्णयाचा पाया, त्यामागचा विश्वास, तुम्हा सर्वांचा संयम, धैर्य, शौर्य आणि सतर्कता आहे. तुम्हाला हे धाडस, ही आवड, हा उत्साह असाच टिकवून ठेवावा लागेल. आपल्याला सतत सतर्क राहावे लागेल, सज्ज राहावे लागेल. आपण शत्रूला सतत जाणीव करून देत राहावे की हा एक नवीन भारत आहे. या भारताला शांतता हवी आहे, पण जर मानवतेवर हल्ला झाला तर युद्धाच्या आघाडीवर शत्रूचा नाश कसा करायचा हे देखील या भारताला चांगलेच माहित आहे. हा संकल्प करून, आपण पुन्हा एकदा म्हणूया-

भारत माता की जय। भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम।

खूप खूप धन्यवाद.