पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी आज नवी दिल्लीत क्षयरोग निर्मूलन शिखर परिषदेच्या उद्घाटन सत्राला संबोधित केले. दिल्ली क्षयरोग निर्मूलन शिखर परिषद म्हणजे क्षयरोग समूळ नष्ट होण्याच्या दिशेने मैलाचा दगड ठरेल, असा विश्वास पंतप्रधानांनी व्यक्त केला. या रोगाच्या निर्मूलनाच्या दिशेने टाकलेले प्रत्येक पाऊल हे गरिबांचे जीवन सुधारण्यांशी निगडीत आहे, असे ते म्हणाले.
2025 पर्यंत क्षयरोगाचे संपूर्ण उच्चाटन करण्याचे लक्ष्य भारतानं निश्चित केले असल्याचे पंतप्रधानांनी घोषित केले. हे लक्ष्य साध्य करण्यासाठी सरकार सर्वंकष कार्य करत असल्याचे ते म्हणाले. यासंदर्भात राज्य सरकारांची भूमिका महत्त्वपूर्ण असल्याचे सांगून या मोहिमेत सहभागी होण्यासाठी सर्व मुख्यमंत्र्यांना व्यक्तीश: पत्र लिहिल्याचे पंतप्रधानांनी सांगितले.
क्षयरोग निर्मूलनात क्षयरोग तज्ञ डॉक्टर आणि कर्मचारी यांचा महत्त्वपूर्ण सहभाग असल्याचे ते म्हणाले. या रोगावर मात केलेले रुग्ण इतरांना प्रेरणादायी ठरत आहेत असं पंतप्रधानांनी सांगितले.
इच्छित लक्ष्य साध्य करण्यासाठी सरकारच्या वेगवान कार्यवाहीचं उदाहरण देतांना पंतप्रधानांनी ‘मिशन इंद्रधनुष’ आणि ‘स्वच्छ भारत’ मोहिमेचे उदाहरण दिले.
मुझे खुशी है कि भारत की Health और Family Welfare Ministry, WHO South East Asia Region और Stop TB Partnership मिलकर एशिया, अफ्रीका और दुनिया के अनेक देशों के प्रतिनिधियों को आज एक मंच पर लाए हैं: PM
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मुझे उम्मीद है कि 'Delhi End TB Summit' TB को धरती से हमेशा के लिए खत्म करने की दिशा में एक landmark event के तौर पर जाना जाएगा: PM @narendramodi
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भारत में तो वैसे भी किसी भी communicable disease से TB का प्रभाव सबसे ज्यादा है और इसका सबसे ज्यादा शिकार भी गरीब होते हैं। इसलिए TB खत्म करने के लिए उठाया गया हर कदम, सीधे-सीधे गरीबों के जीवन से जुड़ा हुआ है: PM @narendramodi
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दुनिया भर में TB को खत्म करने के लिए वर्ष 2030 तक का समय तय किया गया है। लेकिन आज मैं ये घोषणा कर रहा हूं कि भारत ने वर्ष 2030 से 5 साल और पहले, यानि 2025 तक TB को खत्म करने का लक्ष्य अपने लिए तय किया है: PM
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TB के मरीजों की सही पहचान हो, Active Cases के बारे में समय पर पता चले, जो दवाइयां दी जा रही हैं, वो प्रभावी हैं भी या नहीं, drug-resistant TB तो नहीं है, इन विषयों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है: PM
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TB को भारत से मिटाने के लिए राज्य सरकारों की भी बड़ी भूमिका है। Co-operative Federalism की भावना को मजबूत करते हुए, इस मिशन में राज्य सरकारों को अपने साथ लेकर चलने के लिए मैंने खुद देश के सभी मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर इस अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है: PM
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इस आयोजन में राज्यों की तरफ से आए मंत्रिगण और संबंधित पदाधिकारियों का इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित होना, इस बात का संकेत है कि कैसे हम Team India की तरह अपने देश को TB से मुक्ति दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं: PM
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TB से मुक्ति का ये मिशन भले ही भारत में हो या किसी भी देश में, frontline TB physicians और workers की बड़ी भूमिका होती है। इसके साथ ही हर वो व्यक्ति जो TB से ग्रसित होने के बाद रेग्यूलर दवा लेता है, अपना इलाज कराता है और इस बीमारी को हराकर दम लेता है, वो भी प्रशंसा का पात्र है: PM
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TB का मरीज अपनी इच्छाशक्ति से जिस तरह इस बीमारी पर विजय प्राप्त करता है, वो दूसरों के लिए भी प्रेरणा का काम करता है।
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मेरा दृढ़ विश्वास है कि मरीजों की इच्छाशक्ति और अपने passionate TB workers के सहयोग से भारत के साथ ही दुनिया का हर देश अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगा: PM
भारत में immunization 30-35 साल से चल रहा है। बावजूद इसके 2014 तक हम संपूर्ण कवरेज का लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पाए थे। जिस रफ्तार से immunization का दायरा बढ़ रहा था, अगर वैसे ही चलता रहता तो भारत को संपूर्ण कवरेज तक पहुंचने में 40 साल और लग जाते: PM
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साथियों, पहले हमारा immunisation coverage सिर्फ 1% की रफ्तार से बढ़ रहा था। सिर्फ तीन-साढ़े तीन साल में अब ये 6% प्रतिवर्ष से ज्यादा हो गया है और अगले एक वर्ष में हम 90 प्रतिशत immunisation coverage का लक्ष्य हासिल करने जा रहे हैं: PM
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ऐसी ही नई अप्रोच के साथ हमारी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के लिए भी काम कर रही है। इसी का नतीजा है कि 2014 में देश के ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता का जो दायरा लगभग 40% था अब वो बढ़कर लगभग 80% तक पहुंच गया है। इतने कम समय में हमने दोगुनी कवरेज हासिल की है: PM
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बड़े और मुश्किल लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। उसके लिए पहली आवश्यकता है कि कोई लक्ष्य तय तो किया जाए।
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जब लक्ष्य ही तय नहीं होगा, तो फिर न रफ्तार रहेगी, न दिशा रहेगी और न ही आप मंजिल तक पहुंच पाएंगे: PM