शांघाय सहकार्य संघटनेच्या  (एससीओ ) सदस्य देशांच्या  प्रमुखांच्या 22 व्या बैठकीच्या निमित्ताने, उझबेकिस्तानच्या  समरकंद येथे  पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी उझबेकिस्तान प्रजासत्ताकचे राष्ट्राध्यक्ष शवकत मिर्जिओयेव यांची भेट घेतली.

राजनैतिक संबंधांच्या स्थापनेच्या 30 व्या वर्धापन दिनानिमित्त उभय देशांसाठी हे विशेष वर्ष आहे.डिसेंबर 2020 मध्ये झालेल्या आभासी संमेलनात घेतलेल्या  निर्णयांच्या अंमलबजावणीसह द्विपक्षीय संबंधांमधील एकंदर प्रगतीचा  दोन्ही नेत्यांनी आढावा घेतला .

उभय नेत्यांनी द्विपक्षीय सहकार्याच्या प्राधान्य क्षेत्रांवर विशेषत: व्यापार, आर्थिक सहकार्य आणि संपर्क सुविधा या विषयांवर चर्चा केली.व्यापार क्षेत्रामध्ये वैविध्य  आणण्यासाठी एकत्रित प्रयत्न करण्याची तसेच व्यापार आणि गुंतवणुकीला चालना देण्यासाठी दीर्घकालीन व्यवस्था उभी करण्याच्या गरजेवर त्यांनी भर दिला.  चाबहार बंदर आणि आंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण वाहतूक मार्गिकेच्या अधिक वापरासह यासंदर्भात संभाव्य संधी खुल्या करण्यासाठी संपर्क सुविधा (कनेक्टिव्हिटी) महत्त्वाची मानली गेली आहे याबाबत  त्यांनी चर्चा केली.

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 भारताचे  विकासात्मक अनुभव आणि कौशल्याच्या आधारे माहिती तंत्रज्ञान, आरोग्यसेवा, उच्च शिक्षण इत्यादी क्षेत्रातील सहकार्यावर उभय नेत्यांनी भर दिला.भारतीय शैक्षणिक संस्था सुरु करण्याचे तसेच  उझबेक आणि भारतीय विद्यापीठांमधील भागीदारीचे स्वागत करण्यात आले.

 अफगाणिस्तानसह प्रादेशिक मुद्यांवरही यावेळी  चर्चा झाली. अफगाणिस्तानचा भूभाग दहशतवादी कारवायांसाठी वापरला जाऊ नये, यावर उभय नेत्यांनी सहमती  दर्शवली.

 या वर्षी जानेवारीमध्ये झालेल्या पहिल्या भारत-मध्य आशिया शिखर परिषदेच्या  फलनिष्पत्तीला दोन्ही  नेत्यांनी खूप महत्त्व दिले.त्यांनी शिखर परिषदेच्या निर्णयांच्या अंमलबजावणीत होत असलेली  प्रगतीही  अधोरिखित केली.

शांघाय सहकार्य संघटनेच्या  शिखर परिषदेचे उत्कृष्ट आयोजन आणि उझबेकिस्तानच्या यशस्वी अध्यक्षतेबद्दल पंतप्रधानांनी राष्ट्राध्यक्ष  मिर्जिओयेव यांचे अभिनंदन केले.

  • Reena chaurasia August 28, 2024

    नमो
  • Chowkidar Margang Tapo September 25, 2022

    Jai hind jai BJP..,
  • Ranjeet Kumar September 24, 2022

    jay sri ram🙏
  • Neeraj Bajpai September 24, 2022

    जय हो
  • SRS RSS SwayamSewak September 23, 2022

    हमारे धर्म का रहस्य... क्या हमारे ऋषि मुनि पागल थे? जो कौवों के लिए खीर बनाने को कहते थे? और कहते थे कि कौवों को खिलाएंगे तो हमारे पूर्वजों को मिल जाएगा? नहीं, हमारे ऋषि मुनि क्रांतिकारी विचारों के थे। *यह है सही कारण।* तुमने किसी भी दिन पीपल और बरगद के पौधे लगाए हैं? या किसी को लगाते हुए देखा है? क्या पीपल या बड़ के बीज मिलते हैं? इसका जवाब है ना.. नहीं.... बरगद या पीपल की कलम जितनी चाहे उतनी रोपने की कोशिश करो परंतु नहीं लगेगी। कारण प्रकृति/कुदरत ने यह दोनों उपयोगी वृक्षों को लगाने के लिए अलग ही व्यवस्था कर रखी है। यह दोनों वृक्षों के टेटे कौवे खाते हैं और उनके पेट में ही बीज की प्रोसेसीग होती है और तब जाकर बीज उगने लायक होते हैं। उसके पश्चात कौवे जहां-जहां बीट करते हैं, वहां वहां पर यह दोनों वृक्ष उगते हैं। पीपल जगत का एकमात्र ऐसा वृक्ष है जो round-the-clock ऑक्सीजन छोड़ता है और बरगद के औषधि गुण अपरम्पार है। देखो अगर यह दोनों वृक्षों को उगाना है तो बिना कौवे की मदद से संभव नहीं है इसलिए कौवे को बचाना पड़ेगा। और यह होगा कैसे? मादा कौआ भादो महीने में अंडा देती है और नवजात बच्चा पैदा होता है। तो इस नयी पीढ़ी के उपयोगी पक्षी को पौष्टिक और भरपूर आहार मिलना जरूरी है इसलिए ऋषि मुनियों ने कौवों के नवजात बच्चों के लिए हर छत पर श्राघ्द के रूप मे पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर दी। जिससे कि कौवों की नई जनरेशन का पालन पोषण हो जाये...... इसलिए श्राघ्द करना प्रकृति के रक्षण के लिए नितांत आवश्यक है। घ्यान रखना जब भी बरगद और पीपल के पेड़ को देखो तो अपने पूर्वज तो याद आएंगे ही क्योंकि उन्होंने श्राद्ध दिया था इसीलिए यह दोनों उपयोगी पेड़ हम देख रहे हैं। 🏵सनातन धर्म🏵 पर उंगली उठाने वालों, पहले सनातन धर्म को जानो फिर उस पर ऊँगली उठाओ। जब आपके विज्ञान का (वि) भी नही था तब हमारे सनातन धर्म को पता था कि किस बीमारी का इलाज क्या है, कौन सी चीज खाने लायक है कौन सी नहीं...? अथाह ज्ञान का भंडार है हमारा सनातन धर्म और उनके नियम, मैकाले के शिक्षा पद्धति में पढ़ के केवल अपने पूर्वजों, ऋषि मुनियों के नियमों पर ऊँगली उठाने के बजाय , उसकी गहराई को जानिये। 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
  • Amresh Mishra September 21, 2022

    जय हो।
  • Ranjeet Kumar September 20, 2022

    jay sri ram🙏🙏
  • Sujit KumarNath September 20, 2022

    sujit
  • शिवानन्द राजभर September 20, 2022

    सेवा पखवाड़ा के तहत आज मण्डुआडीह चौराहे पर सफाई कार्यक्रम चलाया गया जिसमें भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर हिसा लिया। आपका सेवक :- #भावी_पार्षद_प्रत्याशी वार्ड न. - 4 #शिवानन्द_राजभर_ऊर्फ_कैलाश_पूर्व_प्रधान_शिवदासपुर_वाराणसी #शक्ति_केन्द्र_संयोजक_भारतीय_जनता_पार्टी_वाराणसी
  • Sudhir kumar modi September 19, 2022

    vande matram vande matram vande matram vande matram
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Former UK PM, Mr. Rishi Sunak and his family meets Prime Minister, Shri Narendra Modi
February 18, 2025

Former UK PM, Mr. Rishi Sunak and his family meets Prime Minister, Shri Narendra Modi today in New Delhi.

Both dignitaries had a wonderful conversation on many subjects.

Shri Modi said that Mr. Sunak is a great friend of India and is passionate about even stronger India-UK ties.

The Prime Minister posted on X;

“It was a delight to meet former UK PM, Mr. Rishi Sunak and his family! We had a wonderful conversation on many subjects.

Mr. Sunak is a great friend of India and is passionate about even stronger India-UK ties.

@RishiSunak @SmtSudhaMurty”