The vision for 400+ seats for N.D.A. will enable India to become the 3rd largest economy on the back of solid decision-making & robust policy implementation
The last 10 years have seen unprecedented investments in Odisha, and we aim to make Odisha the gateway of an Atmanirbhar & Viksit Bharat
The PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana aims to facilitate self-sufficiency in electricity generation and provision, aiming to provide 300 units of free electricity to all
The members of the I.N.D.I alliance have become roadblock to the development of India, whose motto is 'Family First.
My duty is to work for the empowerment of all, and all the people of Odisha are Modi ka Parivar

जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !

जय मां बिरजा ! जय सियाराम !

एति उपस्तिथा समस्त भाई, भौनि मनंकु मोरा नमस्कार ! आज देश के लिए जीवन समर्पित करने वाले, विजनरी नेता, बीजू पटनायक जी की जन्म जयंती है। आज पूरा देश उन्हें आदर के साथ याद कर रहा है। ये संयोग है कि आज मुझे ओडिशा की धरती से ही उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। मैं बीजू पटनायक जी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

इतनी विशाल संख्या में…जहां भी मेरी नजर जाती है, उत्साह और उमंग से भरे मेरे भाई-बहन दिखाई दे रहे हैं। इतनी विशाल संख्या में आपका यहां आना, पूरब का मूड दिखाता है, ओडिशा का संकल्प क्या है, ये आज साफ-साफ नजर आ रहा है। और ये संकल्प है- अबकी बार...400 पार ! अबकी बार… अबकी बार… अबकी बार...। 400 पार का संकल्प- भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने वाला है। 400 पार का संकल्प- देश में एक मजबूत और निर्णायक फैसले लेने वाली सरकार फिर एक बार बनाने के लिए है। 400 पार का संकल्प, किसान, नौजवान, नारीशक्ति और गरीबों का जीवन बदलने के लिए है। इसमें पूर्वी भारत की, ओडिशा की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। जरा एसपीजी के लोग…ये दो बच्चे कुछ चित्र लेकर आए हैं, अगर उनको एतराज न हो, देना चाहते हैं तो एसपीजी के लोग जरा कलेक्ट कर लें। वर्ना ये ऐसे ही हाथ…उनके हाथ को दर्द होता रहेगा। आपके प्यार के लिए, आपके शुभकामनाओं के लिए…पीछे अपना एड्रेस लिख दीजिए, मैं चिट्ठी लिखूंगा। आप पीछे अपना एड्रेस लिख दीजिए। जरा एसपीजी के लोग कलेक्ट कर लीजिए उनसे। अपना अता-पता लिख दीजिए भैया। लिख दिया है…तो लिख दीजिए। मैं जरूर आपको चिट्ठी लिखूंगा। अब हाथ नीचे करिए, दर्द हो जाएगा। ओडिशा की धरती में तो रग-रग कला भरी पड़ी है जी।    

साथियों, 

बीते 10 वर्षों से भाजपा सरकार, यहां ओडिशा में अभूतपूर्व निवेश कर रही है। हमारा प्रयास है कि ओडिशा, विकसित भारत का भी गेटवे बने। एक प्रकार से ओडिशा, विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत को ऊर्जा दे रहा है। पाइप से घरों में सस्ती गैस देना हो, सीएनजी आधारित यातायात हो, गैस आधारित इंडस्ट्री हो, इसके बड़े उद्योग ओडिशा में लग रहे हैं। यहां से गैस पाइपलाइन, पूर्वी भारत के अनेक राज्यों तक पहुंच रही है। ओडिशा पॉलीस्टर का भी एक बड़ा केंद्र बन रहा है। टेक्स्टाइल पार्क्स के लिए रॉ मटीरियल भी यहीं बन रहा है। 10 वर्षों में सिर्फ पेट्रोकेमिकल सेक्टर में ही ओडिशा में 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है। ज्यादा निवेश मतलब नौकरी के ज्यादा मौके, नौकरी के ज्यादा अवसर। यानि ये विकास कार्य, ओडिशा के नौजवानों का भाग्य बदलने वाले हैं। 

साथियों,

आज जो ये विकास के बड़े-बड़े काम हो रहे हैं, ये पहले भी हो सकते थे। लेकिन 2014 से पहले के वर्षों में, कांग्रेस और उसके साथियों का पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपनी तिजोरी में नोट भरने में लगा रहा। जो कांग्रेस सरकार, कोयले को लूट कर खा जाए, वो गरीबों को मुफ्त खाना खिलाने के बारे में कैसे सोच सकती है? जो कांग्रेस सरकार, यूरिया में घोटाला कर दे, वो किसानों को सस्ती दर पर यूरिया कैसे उपलब्ध कराती? जो कांग्रेस सरकार, भर्तियों में भी घोटाला कर दे, वो देश के नौजवानों को कैसे नौकरी देती?

साथियों, 

आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने देश में ऐसी व्यवस्थाओं का निर्माण किया, जिसमें गरीब पर, नौजवान पर, आदिवासियों पर अविश्वास पैदा हो। गरीब, कांग्रेस सरकार से कुछ भी मदद मांगने जाता था तो कांग्रेस सरकार कहती थी...कुछ गारंटी लेकर आओ। उस समय रिवाज था हर किसी से गारंटी मांगी जाती थी। बैंक में खाता खोलना है...कांग्रेस कहती थी गारंटी लाओ। बैंक से रोजगार के लिए कर्ज चाहिए... कांग्रेस कहती थी गारंटी लाओ। नौकरी के लिए अप्लाई करना हो... कांग्रेस कहती थी किसी अफसर की गारंटी लाओ। अब संयोग देखिए कि 2014 के बाद एक गरीब का बेटा केंद्र सरकार में आ गया। और जब एक गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बना तो उसने कहा- गरीब की सबसे बड़ी गारंटी मोदी बनेगा। जिस गरीब के पास गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था, उसकी गारंटी मोदी ने ले ली।। हमने जनधन बैंक खाते खोले। मोदी सबकी गारंटी बना। पहले बहनों के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होती थी। गरीब, दलित, ओबीसी, आदिवासी, के पास बैंक को देने के लिए क्या था? हमने बिना गारंटी लोन देने वाली मुद्रा योजना शुरु की। पहले हमारे विश्वकर्मा साथियों की गारंटी लेने वाला भी कोई नहीं था। हमने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत उनकी गारंटी ली, उन्हें बैंक से मदद दिलाई। ऐसी योजनाओं की वजह से ही आज गरीब का आत्मविश्वास बढ़ा है, उसे ऐहसास हुआ है कि सरकार उसके साथ है। मोदी गरीब के साथ है। 

साथियों, 

जिन्हें कभी किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूछा है। ओडिशा में अनेक ऐसी जनजातियां हैं, जो सबसे पिछड़ी हुई हैं। इन जनजातियों की सुध किसी ने नहीं ली। मोदी ने पहली बार इन आदिवासी बहन-भाइयों के लिए भी, 24 हजार करोड़ रुपए की पीएम-जनमन योजना शुरु की है। रेहड़ी-फुटपाथ-ठेले काम करने वालों को भी परेशान हाल छोड़ दिया गया था। आज उन्हें भी पीएम स्वनिधि योजना से लाभ मिल रहा है। हमारे छोटे किसानों तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचता ही नहीं था। आज पीएम स्वनिधि योजना के तहत उन्हें भी पैसा मिल रहा है। हमारे मछुआरे साथियों के हिस्से में तो कुछ भी नहीं आता था। पहली बार उनके लिए अलग मंत्रालय, उनके लिए अलग बजट हमने बनाया। पहली बार उनके लिए पीएम मत्स्य संपदा योजना बनाई। पक्का घर, घर पर नल से जल, गैस कनेक्शन- ये कभी गरीब के लिए तो सपना होता था। आज वो हकीकत बन रहा है। जब ऐसे काम होते हैं, तभी लोग कहते हैं- जब ऐसे काम होते हैं, तभी लोग कहते हैं- जहां दूसरों से उम्मीद खत्म हो जाती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरु होती है। मेरे नौजवान साथियों, आपका ये उत्साह, आपका ये उमंग, आपका ये प्यार मेरे सर आंखों पर। मैं आपका ये प्यार कभी भूल नहीं सकता हूं। आपका ये जोश मुझे भी काम करने की प्रेरणा देता है। साथियों, मैं आपका जितना धन्यवाद करूं उतना कम है। 

मेरे साथियों बोलिए…भारत माता की। दोनों हाथ ऊपर करके मुट्ठी बंद करके बोलिए… भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। अब मैं एक महत्वपूर्ण बात आपको बताना चाहता हूं। बताऊं? याद रखोगे, ये आपके फायदे वाली है। फायदा उठाओगे, देखिए ओडिशा तो हमारा भगवान सूर्यदेव की भूमि है। सूर्यदेव की प्रेरणा से ही मोदी ने देश को एक और गारंटी दी है। सुनिए, ये आपके काम की बात लेकर आया हूं। और मोदी की गारंटी है मुफ्त बिजली देने की। जीरो बिल। और घर में बिजली तो आएगी, लेकिन ज्यादा बिजली होने पर बेचकर कमाई भी होगी। भाजपा सरकार ने पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना बनाई है। घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी। हर परिवार अपनी ज़रूरत पूरी करके, अतिरिक्त बिजली सरकार को बेच भी सकेगा। यही नहीं, हम किसानों को, अन्नदाता को भी ऊर्जादाता बना रहे हैं। वे भी खेत की मेढ पर या खाली ज़मीन पर सोलर पैनल लगा सकते हैं।

साथियों,

मोदी, भारत को विकसित बनाने का संकल्प ले रहा है- ताकि देश का हर परिवार, हर नौजवान का भविष्य समृद्ध हो। साथियों, आपका जोश मुझे मंजूर है। अब आप इससे आगे तो आ नहीं सकते हो…आपका इतना उत्साह है, इतना जोश है…कि यहां छोड़ो, दिल्ली में कुछ लोगों की नींद खराब हो जाती है। आपके प्यार का कोई जवाब नहीं है दोस्तों…मेरे पास आपके उत्साह के लिए धन्यवाद कहने जैसा शब्द भी छोटा पड़ रहा है। साथियों, ये भगवान जगन्नाथ की कृपा के बिना इतना प्यार किसी इंसान को नहीं मिल सकता। ये भगवान जगन्नाथ की कृपा है कि आप मुझे इतना प्यार दे रहे हैं, इतना आशीर्वाद दे रहे हैं।  

साथियों,

हमने मुफ्त राशन वाली योजना…यहां जो मेरे गरीब परिवार के भाई-बहन हैं, मोदी जो मुफ्त राशन भेजता है वो मिलता है न? मुफ्त राशन मिलता है न? समय पर मिलता है न? अच्छी क्वालिटी का मिलता है न? गरीब का पेट भरता है कि नहीं भरता है, गरीब के घर का चूल्हा जलता है कि नहीं जलता है। और इसीलिए मोदी को आशीर्वाद मिलता है, और इसीलिए मोदी ने कहा है कि ये गरीब को राशन वाली योजना अगले 5 साल के लिए आगे बढ़ा दी जाएगी। साथियों, हम हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए भी तेजी से काम कर रहे हैं। हम गांव-गांव में महिला स्वयं सहायता समूहों को मदद दे रहे हैं ताकि हमारी बहनें, लखपति दीदी बनें। मैं देशभर में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहा हूं। गांव-गांव लखपति दीदी बनेगी। लेकिन साथियों, इंडी गठबंधन के भ्रष्टाचारियों को ये पसंद नहीं आ रहा। इन लोगों के पास हमारे संकल्पों, हमारी सिद्धियों, हमारी नीति और हमारी निष्ठा के जवाब में कुछ नहीं है। इसलिए इंडी गठबंधन के लोगों ने अब मोदी पर हमले और बढ़ा दिए हैं। ये कह रहे हैं कि मोदी का परिवार नहीं है, इसलिए मोदी को हटाना है। इंडी गठबंधन के ये परिवारवादी कहते हैं कि इनकी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। अगर ये वाकई विचारधारा की लड़ाई है तो इंडी गठबंधन वाले जरा कान खोलकर सुन लो…पैर जमीन पर आ जाएंगे। आपकी विचारधारा, इंडी गठबंधन की विचारधारा है- फैमिली फर्स्ट, परिवार प्रथम। मोदी की विचारधारा है- नेशन फर्स्ट, राष्ट्र प्रथम। ये लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए ही जीते हैं और मोदी- भारत के हर परिवार के लिए खटता है, खपता है। ये परिवारवादी, अपने बेटे-बेटियों, नाती-पोतों, भाई-भतीजों के फ्यूचर की ही सोचते हैं। ये इंडी गठबंधन भी इसीलिए बनाया गया है। लेकिन मोदी, देश के करोड़ों बेटे-बेटियों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए डटा है। इसलिए, इंडी गठबंधन के परिवारवादी कहते हैं, उनका लक्ष्य एक ही है, मोदी को हटाना है। जबकि मोदी का लक्ष्य भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाना है, भारत को विकसित बनाना है। इन्होंने अपने बच्चों के लिए ही महल बनाए हैं। जबकि मोदी ने अपने गरीब से गरीब परिवार के बच्चों के लिए पक्के घर बनाए हैं। परिवारवादियों ने सत्ता में रहते हुए, अपने परिवार की गरीबी हटाई है। मोदी के सेवाकाल में 25 करोड़ परिवारजनों ने खुद को गरीबी से बाहर निकाला है।

इसलिए मैं कहता हूं- 

साथियों, इसलिए मैं कहता हूं-मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार !

यही बात इन परिवारवादियों को खटक रही है। लेकिन मैं देख रहा हूं, कल से ही देश का हर गरीब, हर किसान, हर नौजवान, हर बहन-बेटी कह रही है-

मैं हूं मोदी का परिवार ! 

मैं हूं मोदी का परिवार ! 

आप मेरे साथ बोलिए...

मुन् मोदी परिवार र

मुझे विश्वास है कि, भारत के हर परिवार को सशक्त करने के लिए, आपका आशीर्वाद हमें लगातार मिलता रहेगा। ओडिशा में आप सभी ज्यादा से ज्यादा कमल खिलाएं। आप यहां इतनी बड़ी संख्या में आए, इसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार ! सब अपना हमारे ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने मोबाइल फोन को निकालिए, मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू कीजिए। यहां पर भी बैठे लोग मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू करें। ये रोशनी ओडिशा के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। ये चमकते तारे भारत का भाग्य बदलने के लिए है। ये हर नौजवान की ऊर्जा देश को नई ऊर्जा देने वाली है। 

पूरी ताकत से मेरे साथ बोलिए…जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। 

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। 

बहुत-बहुत धन्यवाद। 

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।