भारत माता की... जय!
भारत माता की... जय!
नमोष्कार !!!
शक्तिपीठ, देवी बर्गाभिमा माता के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं! क्रांति की धरती मेदिनीपुर, जहां शायद ही कोई गांव हो जहां से स्वतंत्रता सेनानी ना निकला हो, ऐसी धरती को मैं आदरपूर्वक वंदन करता हूं। संथाल आंदोलन हो, चुआड़ आंदोलन हो, ताम्रलिप्त जातीय सरकार का गठन हो, हर क्रांति के समय मेदिनीपुर अग्रणी रहा है, लीडर रहा है। देशप्राण वीरेंद्र नाथ शासमल, मां मातंगिनी हाजरा, शहीद खुदीराम बोस, क्रांतिकारी हेमचन्द्र कानूनगो, सुशील कुमार धारा जैसे अनगिनत-अनेक क्रांतिवीर इस धरती ने दिए हैं।
भाइयो और बहनो,
आजादी के लिए लड़ने वाले हर नायक-नायिकाओं को सम्मान देने के लिए पूरा देश आजादी के 75 साल, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 75 साल के उत्सव में पश्चिम बंगाल का विशेष महत्व है। आजादी की लड़ाई में दिए गए हर योगदान को भावी पीढ़ी तक पहुंचाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए, पश्चिम बंगाल बीजेपी के संकल्पों का भी अहम केंद्र है। आज जो युवा 25 साल की उमर के हैं, और वो युवा जो आज इस चुनाव में फर्स्ट टाइम वोटर हैं, पहली बार अपने पवित्र मत का योगदान देने वाले हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत अहम है। यहां के युवाओं के सामने आने वाले 25 साल के पश्चिम बंगाल के निर्माण का दायित्व है। और इसलिए, आशोल पॉरिबोर्तोन आज पश्चिम बंगाल की जरूरत है। शोनार बांग्ला का शंखनाद होता हुआ हर कोई यहां सुन रहा है। बंगाल के कोने-कोने से अब एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर घर से एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर मुख से एक ही आवाज आ रही है- 2 मई, दीदी जाच्छे, आशोल पॉरिबोर्तोन आस्छे!
साथियो,
दीदी आजकल मेदिनीपुर में आकर बार-बार बहाने बना रही हैं। दीदी उन बहनों, उन परिवारों को जवाब नहीं दे पाईं, जिनको पहले अम्फान ने तबाह किया और फिर तृणमूल के टोलाबाजों ने लूट लिया। यहां केंद्र सरकार ने जो राहत भेजी थी, वो भाइपो विंडो में फंस गई! दीदी, ओ दीदी, दीदी- आज पश्चिम बंगाल पूछ रहा है कि अम्फान की राहत किसने लूटी? गरीब का चावल का किसने लूटा? अम्फान के सताए लोग आज भी टूटी हुई छत के नीचे जीने को मजबूर क्यों हैं? जब जरूरत होती है, तब तो दीदी दिखती नहीं हैं, जब चुनाव आता है तो कहती हैं- सरकार दुआरे-दुआरे, सरकार दुआरे-दुआरे। यही इनका खैला है! यही इनका खैला है ! पश्चिम बंगाल, यहां का बच्चा-बच्चा, दीदी यहां का बच्चा-बच्चा आपका ये खैला समझ गया है। इसलिए, 2 मई को पश्चिम बंगाल दीदी को दुआर दिखाएगा- लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! दीदी, ओ दीदी!! अरे दीदी, तृणमूल के पाप का घड़ा भर चुका है। पूरणचंद्र दास, मदन घड़ाई, शेख लियाकत अली, वसुदेव माइली और गोकुलचंद्र जना, मेदिनीपुर की ऐसी अनेक संतानों को तृणमूल ने शहीद किया है। इसकी सजा भाजपा सरकार तो देगी ही, लेकिन उससे पहले पोलिंग बूथ पर हमारी माताएं-बहनें आपके कुशासन को सजा देने का तय करके बैठी हैं। आमादेर मायेरा पाये हेंटे बेरिये आशबे! माताएं-बहनें टीएमसी को इस चुनाव में सजा देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाहर निकल चुकी हैं। मैं जहां देख रहा हूं, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, मैदान छोटा पड़ गया, मैं हैलीपैड पर देख रहा था, हजारों की तादाद में लोग वहां खड़े हैं। ये तस्वीर, दीदी, आप सुनती भी नहीं हो, अगर देख सकती हो तो देख लो, ये तस्वीर इसकी गवाह है। बंगाल की स्वाभिमानी महिलाओं ने तय कर दिया है-
टीएमसीर का खैला शेष होबे, बिकाश आरंभो होबे!! बिकाश आरंभो होबे
भाइयो और बहनो,
बंगाल का विकास, यहां के लोगों का विकास, ये बीजेपी का कमिटमेंट है। ये बीजेपी का संकल्प है। बंगाल का उज्ज्वल भविष्य, इसके लिए हम जी-जान से जुट जाएंगे, ये वादा करने मैं आया हूं।
भाइयो और बहनो,
बांग्ला चाय शिक्खा, शिल्पो, कोर्म-सोस्थान!
बांग्ला चाय नारी शुरोक्खा!
बांग्ला चाय, कृशोक सम्मान!
बांग्ला चाय, कर्मचारी सम्मान !
बांग्ला चाय, बीजेपी सरकार!
बांग्लाय दोरकार, बीजेपी सोरकार!
बीजेपी का संकल्प, बंगाल के गरीब से गरीब तक, हर क्षेत्र तक विकास पहुंचाने का संकल्प है। बीजेपी, हर स्कीम को स्कैम से मुक्त करेगी। कट, कमीशन पर रोक लगाएगी। बीजेपी, लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधा लाभ देने के लिए, डीबीटी देने के लिए कदम उठाएगी। कोई बिचौलिया नहीं, कोई तोलाबाज नहीं।
साथियो,
ये बीजेपी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि उसकी हर योजना के केंद्र में नारीशक्ति है- माताएं, बहनें-बेटियां हैं। बीजेपी की केंद्र सरकार ने बहनों के लिए शौचालय-इज्जतघर बनवाए, बीजेपी की सरकार ने बिजली का कनेक्शन दिया, एलपीजी गैस कनेक्शन दिया, पक्के घर की रजिस्ट्री बहनों के नाम की। कोरोना काल में सैकड़ों करोड़ रुपए की सीधी मदद बहनों के जनधन खातों में पहुंचाई। अब बीजेपी की केंद्र सरकार पूरे देश में बहनों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए घर-घर जल पहुंचाने की योजना चला रही है। लेकिन तृणमूल की सरकार ने यहां ये भी नहीं होने दिया। टीएमसी सरकार को आपकी परेशानियों की चिंता नहीं है, आपकी मुश्किलों की चिंता नहीं है।
साथियो,
बहनों-बेटियों के लिए जो काम केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है, उसको डबल इंजन की सरकार कई गुणा बढ़ाने वाली है। बंगाल में बीजेपी का संकल्प पत्र भी सामने आ चुका है। मैं बंगाल बीजेपी के सभी नेताओं, बंगाल बीजेपी की टीम को इसके लिए बधाई देता हूं। उन्होंने जो संकल्प पत्र बनाया है, जनता की आवाज को सुनकर के बनाया है, लोगों की मुसीबतों को समझकर के बनाया है, बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए बनाया है। बंगाल के लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए, यहां के नौजवानों, यहां की महिलाओं, यहां के किसानों के विकास को ध्यान में रखते हुए ये संकल्प पत्र बंगाल बीजेपी ने तैयार किया है।
भाइयो और बहनो,
मेदिनीपुर, भारत की कृषि आत्मनिर्भरता का भी बहुत बड़ा केंद्र है। खेती में फसलों को लेकर यहां नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। यहां अनेक जगह हमारे किसान Prawn Farming में जुटे हैं। लेकिन दीदी की सरकार ने यहां के किसानों को आधुनिक मंडी की सुविधा, कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की सुविधा से वंचित रखा है। अब ये स्थिति नहीं रहेगी। भाजपा लोकल के लिए वोकल है। लोकल के लिए वोकल- ये हमारा कमिटमेंट है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत हर जिले के अहम उत्पादों को विकसित करने के लिए काम कर रही है।
यहां के काजू किसान हों, पान किसान हों, जूट किसान हों, आलू और नारियल किसान हों, हर किसी को आत्मनिर्भर भारत अभियान का लाभ मिलेगा। जूट किसानों के लिए तो केंद्र सरकार निरंतर कदम उठा रही है। हमने जो सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में एक के बाद एक कदम उठाए, इसका सीधा लाभ जूट किसान को होने वाला है। जूट किसान का जयजयकार हिन्दुस्तान के हर कोने में होने वाला है। गेहूं की पैकेजिंग शत-प्रतिशत जूट से हो रही है। प्लास्टिक की पैकेजिंग की जगह अब जूट के पैकेट देश में उपयोग हो रहे हैं।
भाइयो और बहनो,
बंगाल का किसान भूल नहीं सकता कि कैसे दीदी ने उसके साथ निर्ममता दिखाई है। दीदी ने आपको पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित रखा। ये पैसे टीएमसी सरकार को नहीं देने थे। ये पैसे दिल्ली से भारत सरकार किसानों के खातों में जमा करना चाहती थी, लेकिन दीदी किसानों से दुश्मनी लेकर बैठ गई। किसानों के खाते में भारत सरकार के पैसे नहीं जाने दिए। भाइयो-बहनो, बंगाल के किसान, ये मोदी के शब्द लिखकर रखिए, 2 मई को, बंगाल के विकास के बीच आ रही दीवारें टूट जाएंगी। बीजेपी की सरकार बनेगी, और यहां के किसानों के हक के 3 साल के पैसे भी उन खातों में जमा करके रहूंगा मैं। सरकार बनते ही बंगाल के हर किसान के खाते में पिछले तीन साल के जो पैसे दीदी ने जो नहीं देने दिया, मैं आपको देकर रहूंगा, भाइयो-बहनो, मैं वादा पूरा करके रहूंगा। भूमिहीन किसानों, मछुआरे साथियों के लिए भी बंगाल बीजेपी ने हजापों रुपए की सीधी सहायता तय की है। यही डबल इंजन की सरकार की ताकत है, जो अब बंगाल में दिखेगी भाइयो और बहनो।
भाइयो और बहनो,
पश्चिम बंगाल की तटीय अर्थव्यवस्था को तृणमूल की तोलाबाज और सिंडिकेट की सरकार ने बर्बाद कर दिया है। हल्दिया की क्या स्थिति बनाकर रख दी है, ये आप बेहतर तरीके से जानते हैं। कहां तो मेदिनीपुर को हल्दिया की तर्ज पर विकसित करना था और कहां हल्दिया के गौरव को सिंडिकेट ने तहस-नहस कर दिया। अब इस समुद्री किनारे को, हमारे मछुआरों को कट, कमीशन और टोलाबाजी के कल्चर से मुक्त करने का समय आ गया है। आपके एक वोट की ताकत है के ये कट-कल्चर, ये कमीशन-कल्चर, ये टोलाबाजी रातों-रात खत्म हो जाएगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए भाजपा ब्लू इकॉनॉमी पर बल दे रही है। ऐसा विकास जिसमें समुद्री किनारे बसे, हर परिवार की, हर मछुआरे साथी की भागीदारी हो। इसी सिलसिले में कुछ दिन पहले ही हल्दिया पोर्ट के विकास के लिए अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थीं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हल्दिया को नदी जलमार्गों से कनेक्ट कर रही है। पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्टील प्लांट्स और अन्य उद्योगों के लिए जो आयात और निर्यात होगा, उसका हल्दिया अहम सेंटर बनने वाला है। सिर्फ हल्दिया ही नहीं, बल्कि डबल इंजन की सरकार इस पूरे क्षेत्र को, मेदिनीपुर को पोर्ट लेड डेवलपमेंट के लाभ से जोड़ रही है। केंद्र सरकार पेटुआघाट फिशिंग हार्बर के आधुनिकीकरण के लिए भी कदम उठा रही है। ये सारे प्रयास यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर बनाएंगे।
भाइयो और बहनो,
आपके पास जो ये विस्तृत समुद्री किनारा है, इसमें टूरिज्म आधारित रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां तीर्थाटन से लेकर क्रूज टूरिज्म तक की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। आपके पास दीघा बीच जैसी एक अनमोल प्राकृतिक विरासत है, बहुत बड़ी ताकत है। केंद्र सरकार अलग-अलग सर्किट के माध्यम से देश में टूरिज्म को प्रमोट कर रही है। अब डबल इंजन की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी, और इसका लाभ मेदिनीपुर को भी होने वाला है, यहां के हर परिवार को होने वाला है, हर मछुआरे को होने वाला है, हर किसान को होने वाला है, हर माता-बहन को होने वाला है, हर नौजवान को होने वाला है।
भाइयो और बहनो,
जिस बंगाल ने पूरे भारत को बंदे मातरम की भावना में बांधा है, उस बंगाल में ममता दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। एइ भूमी बोंकीम बाबूर, रोबी ठाकूरेर, शुभाश बोशेर, मातोंगिनी हाजरार, श्यामाप्रोशाद मुखार्जीर बोंगो-भूमी आर भारोत-भूमी।
आमरा शोबाइ एइ भारोत-भूमीर शोन्तान।
एइ भूमीते कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय।
बोलून भारत माता की... जय!
बंदे...मातरम!
दीदी, ओ दीदी, एखाने कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय। शोब भारोत-मातार शोन्तान। साथियो, जिस बंगाल से गुरुदेव ने हर भारतवासी को एक माला में पिरोया और इसी धरती से गुरुदेव ने कहा और जो हम रोज कहते हैं-
पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
उस बंगाल में, गुरुदेव की धरती से, उस बंगाल में दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। टूरिस्ट कहा जा रहा है, मजाक उड़ाया जा रहा है, अपमान किया जा रहा है। दीदी, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बंग-भूमि के लोग किसी को, ये गुरुदेव की मिट्टी की आवाज है, किसी को बोहिरागोतो नहीं मानते। बंगाल में बीजेपी की जो राज्य सरकार आप बनाने जा रहे हैं, उसमें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी इसी मिट्टी के संतान की होगी, यही बंगाल की भूमि से होगी।
साथियो,
लोकतंत्र में हार-जीत जनता के लिए किए गए सेवा कार्यों से तय होती है। आप सभी ने ममता दीदी को 10 साल काम करने का मौका दिया। आपके बीच आकर ममता दीदी की जिम्मेवारी थी, वो आकर के 10 साल के काम का हिसाब दें, पल-पल का हिसाब दें, पाई-पाई का हिसाब दें। ये चुनाव में उनकी जिम्मेवारी है। लेकिन दीदी आपको हिसाब नहीं दे रही हैं, इतना ही नहीं अगर कोई हिसाब मांगे तो उसको गालियां दे रही हैं, उन पर गुस्सा कर रही हैं। अरे, जरा अपने पड़ोस में देखिए। असम में भी चुनाव चल रहा है। असम में एनडीए की सरकार है। इन 5 वर्षों में वहां तेजी से विकास के काम हुए हैं। पहले असम से लगातार हिंसा की खबरें आती थीं, तनाव की खबरें आती थीं। इन 5 वर्षों में असम में शांति आई है, स्थिरता आई है। जिन्होंने अलगाववाद का रास्ता चुना था, वो मुख्यधारा में लौट आए हैं। जबकि दीदी के राज में यहां हिंसा, बम, बंदूक उसी के धमाके सुनाई दे रहे हैं। उसी की खबरें आती हैं। पूरे-पूरे घर उड़ जाते हैं धमाकों से घर के घर, छत की छत उड़ रही है और दीदी की सरकार सिर्फ देख रही है। इस स्थिति को हमें मिलकर बदलना होगा।
बंगाल को शांति चाहिए, बंगाल को स्थिरता चाहिए, बंगाल को बम-बंदूकों और हिंसा से मुक्ति चाहिए। और ये काम, ये काम सिर्फ बीजेपी कर सकती है। और बीजीपी कर के दिखाएगी। दीदी, ओ दीदी, मुझे बार-बार इसलिए कहना पड़ता है कि वो सुनती नहीं हैं किसी की। दीदी, ओ दीदी-
आपनी खैला खेलेन, आपनी खैला खेलेन, आमरा शेबा कॉरबो, आमरा शेबा कॉरबो
खैला नॉय, शेबा हौबे,
बीजेपीर एकटाई मॉन्त्रो - गरीबेर रोजगार, गरीबेर बाड़ी, गरीबेर शॉम्मान!
साथियो,
दीदी इस बात से बौखलाई हुई हैं कि बंगाल के लोग उनका खैला समझ गए हैं। इसलिए, तृणमूल वाले आजकल झूठ और प्रपंच पर उतर आए हैं। आप भी यहां देख रहे हैं कैसे नंदीग्राम को बदनाम करने के लिए एक के बाद एक झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं, झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। दीदी, आपको नंदीग्राम ने बहुत कुछ दिया, मान दिया, सम्मान दिया। अब आप नंदीग्राम के लोगों को बदनाम कर रही हो, नंदीग्राम के लोगों पर झूठे आरोप लगा रही हो, आप नंदीग्राम के लोगों को पूरे हिन्दुस्तान भर में बदनाम कर रही हो, ये नंदीग्राम के लोग, दीदी ये नंदीग्राम के लोग ये अपमान नहीं सहेंगे और दीदी तुम्हारा जवाब मांगेंगे। नंदीग्राम के स्वाभिमानी लोग, आपको इस अपमान की सजा देंगे और इस चुनाव में जरूर देंगे।
भाइयो और बहनो,
तृणमूल का सरोकार है- कट, कमीशन, तोलाबाजी और सिंडिकेट के ओंधोकार से!
तृणमूल का सरोकार है- अराजकता का ओंधोकार से!
तृणमूल का सरोकार है- हिंसा और अत्याचार के ओंधोकार से!
दीदी की सरकार ने ओंधोकार दिया, डबल इंजन की भाजपा सरकार शोनार बांग्ला देगी !
हमारा सपना- शोनार बांग्ला !
हमारा संकल्प- शोनार बांग्ला !
हमारा सिद्धांत- शोनार बांग्ला !
और इसलिए बार-बार बीजेपी सरकार !
इसलिए इस बार भी बीजेपी सरकार, इस बार जोर से छाप, कमल छाप!
जोर से छाप, कमल छाप !
आप यहां भारी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका बहुत आभारी हूं। और मैं देख सकता हूं आपकी आंखों में, 2 मई का चुनाव नतीजा आपकी आंखों में नजर आ रहा है। भाइयो-बहनो, मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए-
भारत माता की... जय!!
भारत माता की... जय!!
बहुत-बहुत धन्यवाद!!