Our government truly prioritizes the well-being of the Janjatiyas: PM Modi

Published By : Admin | February 3, 2024 | 15:30 IST
The government has decided to honour Advani ji with the Bharat Ratna for his invaluable contributions and service to India
Previous governments instead of focusing on improved budgets, they only squandered public money indulging in rampant corruption
Our government truly prioritizes the well-being of the Janjatiyas and not merely treating them as vote-banks like previous governments
To enable international acclaim to the state of Odisha the Konark Chakra was chosen as a symbol during the G20 Summit in New Delhi
Sadhu Meher Ji was the ambassador of the entire potential of the state of Odisha

जॉय जगन्नाथ! जॉय जगन्नाथ! जॉय मां समलेई मोर सबू मा बहेन, आर दादा भाई, समकू नुआ बछर, आर पुषपुनिर्, गुर्दु-टे शुभेच्छा आर ऑभिनंदन!

मेरे परिवारजनो,
संबलपुर, वीर सुरेंद्र साय जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों, संत कवि भीम भोई जैसे दार्शनिकों और स्‍वभाव कवि गंगाधर मेहर जैसे स्वाभिमानी देशभक्तों की भूमि है। मैं कूदोपाली, चिताखाई और सिंघोंड़ा के सभी शहीदों को भी नमन करता हूं। इस वर्ष ओडिशा की कला-संस्कृति की सेवा करने वाले 4 और साथियों को पद्म पुरस्कार मिले हैं। मैं, गोपीनाथ स्वैन जी, भगबत प्रधान जी, बिनोद महराणा जी और बिनोद कुमार पसायत जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियो,
आज भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यकर्ता के लिए भी गर्व और गौरव का दिन है। आप सबको ये खुशखबरी मिल चुकी है कि आज देश ने हम सबके आदरणीय नेता लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न देने की घोषणा की है। ये सम्मान राष्ट्रसेवा की परंपरा के सम्मान के हम सब कार्यकर्ताओं का भी सम्मान है। ये सम्मान उस विचारधारा का सम्मान भी है, जो सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र प्रथम को लेकर के ही चलती है। ये सम्मान 2 सांसदों वाली पार्टी से चलकर देश और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने का और लोकतंत्र को मजबूती देने वाले कार्यकर्ताओं के संघर्षों का सम्मान है। एक समय था जब शुचिता और ईमानदारी पर आधारित एक अलग राजनीति के कारण भाजपा को सियासी अछूत घोषित कर दिया गया। लेकिन अटल जी के साथ, आडवाणी जी जैसे नेताओं ने उस दुष्चक्र को तोड़ने के लिए अपना जीवन खपाया। आडवाणी जी ने भारत के लोकतन्त्र को एक पार्टी, एक परिवार की कैद से निकालने के लिए निरंतर संघर्ष किया, सबका मार्गदर्शन किया। उन्होंने परिवारवादी विचारधारा को चुनौती देकर भारत के लोकतन्त्र को सर्वसमावेशी और राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ा। आज उस तपस्या का परिणाम हम सब देख रहे हैं। मैं आडवाणी जी को पुन: बधाई दूंगा, उनके दीर्घायु होने की कामना करूंगा।

साथियो,
अब से कुछ देर पहले ही मैंने ओडिशा के विकास के लिए 70 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। केंद्र की भाजपा सरकार, ओडिशा के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। मैं इन योजनाओं के लिए ओडिशा के लोगों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।

भाइयों और बहनो,
दो दिन पहले ही देश का नया बजट आया है। पिछले 10 वर्षों में जिस नीति पर चलते हुए देश के 25 करोड़ लोग, गरीबी से बाहर निकले हैं, ये बजट उसी नीति को और मजबूत करता है। इस बजट का ऐलान है- गरीबों को सशक्त करने की गारंटी। हमारे युवा हों, महिलाएं हों, किसान हों, मछलीपालक हों, ये बजट सबके विकास की गारंटी देता है और आप भलीभांति जानते हैं- मोदी की गारंटी यानि...गारंटी पूरा होने की गारंटी।

भाइयों और बहनो,
मोदी की गारंटी है कि देश के हर गरीब परिवार के पास अपना पक्का घर हो। बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को अपना पक्का घर मिल चुका है। इसमें से 25 लाख लाभार्थी परिवार ये हमारे ओडिशा के ही हैं। जिन लोगों को अब तक पीएम आवास योजना के घर नहीं मिल पाए हैं, उनकी भी चिंता हमारी सरकार कर रही है। इस बजट में गरीबों के लिए 2 करोड़ और नए घर बनाने की घोषणा की गई है। आप अपने इलाके में कोई गरीब परिवार अगर पक्के घर में नहीं रह रहा है तो जाकर के बताना कि मोदी जी आए थे आपको पकका घर देंगे, इसकी गारंटी देकर के गए हैं। बताओगे? सबको बताओगे? मिलकर के बताओगे? मेरा कोई गरीब भाई-बहन झुग्गी-झोपड़ी में ना रहे, इसके लिए मैं दिन-रात एक कर रहा हूं।

साथियो,
किसान हो, पशुपालक हो, मछुआरे हों, इनकी आय बढ़े, इनका जीवन आसान हो, ये भाजपा सरकार की प्राथमिकता रही है। पीएम किसान सम्मान निधि से पहली बार देश के करोड़ों किसानों को सीधा लाभ पहुंचा है। इसमें से ओडिशा के भी 40 लाख किसानों को लाभ हुआ है। हर किसान के बैंक खाते में भाजपा सरकार ने कम से कम 30 हजार रुपए भेजे हैं। आपको आंकड़ा याद रहेगा? जरा हाथ ऊपर करके बताइये कि आंकड़ा याद रहेगा? एक किसान को कितने रुपये पहुंचे हैं? 30 हजार, कितने? भाजपा सरकार ने पहली बार लागत का डेढ़ गुणा MSP भी सुनिश्चित किया। भाजपा सरकार, यहां के धान किसानों से ज्यादा से ज्यादा सरकारी खरीद भी कर रही है। 2014 के पहले के 10 सालों में ओडिशा के धान किसानों से 36 हज़ार करोड़ रुपए की ही खरीद हुई थी। ये आंकड़े याद रखना। जब पहले जो लोग सरकार चलाते थे उन्होंने 36 हजार करोड़ का ही धान खरीदा था। जबकि हमारी सरकार के 10 साल में ओडिशा के धान किसानों को MSP के रूप में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए मिले हैं। अभी जो बजट आया है, उसमें भी किसानों की आय बढ़ाने और खर्च करने के लिए अनेक योजनाएं देश के सामने रखी गई है। नैनो यूरिया के बाद अब केंद्र सरकार नैनो DAP भी किसानों को उपलब्ध कराने जा रही है। इससे किसान की लागत और कम होगी। हमारी सरकार, देश के करोड़ों पशुपालकों के लिए भी बहुत बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। बजट में मछुआरों के लिए भी बहुत बड़ी घोषणा की है। मत्स्य संपदा योजना के तहत मिलने वाली मदद अब और बढ़ाई जाएगी। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा के मछुआरे साथियों को भी होगा।

साथियो,
मछलीपालकों के हित में जितना काम भाजपा की सरकार ने किया है, उतना पहले किसी सरकार ने नहीं किया। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग मिनिस्ट्री बनाई। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों की बीमा राशि को एक लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया। हमारे मछुवारे भाइयों के पास आधुनिक नावें हों, उनके पास आधुनिक संसाधन हो, इसके लिए भाजपा सरकार ने हजारों करोड़ रुपए की मदद दी है। सरकार के इन प्रयासों से देश में मछली उत्पादन भी रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है।

साथियो,
भाजपा सरकार, लगातार आपका जीवन आसान बनाने के लिए काम कर रही है। आपकी बचत बढ़े, आपकी आमदनी बढ़े, आपके खर्च कम हों, ये हमारी प्राथमिकता है। बीते 10 वर्षों में हमने उन गांवों में भी बिजली पहुंचाई, जो आज़ादी के अनेक दशकों बाद भी अंधेरे में थे। हमारे इस अभियान से ओडिशा के भी 25 लाख से अधिक परिवारों तक बिजली पहुंची। हम LED बल्ब की नई क्रांति देश में लाए, ताकि बिजली का बिल कम हो। अब हमारा प्रयास है कि देश के गरीब का बिजली बिल भी ज़ीरो हो जाए। इसलिए इस बजट में 1 करोड़ परिवारों के लिए रूफटॉप सोलर पावर स्कीम को घोषणा की गई है। इससे छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करने वालों को मुफ्त बिजली तो मिलेगी ही, वो ज्यादा बिजली पैदा कर पैसे भी कमा सकेंगे। हमारा ओड़िया तो सूर्य भगवान के साथ जुड़ा हुआ है, जहां कोनार्क का सूर्य मंदिर हो वहां हर घर में तपता हुआ सूर्य एक नई जिंदगी लेकर के आएगा। रूफटॉप सोलर की इतनी बड़ी योजना से देश में रोजगार के भी लाखों नए अवसर बनेंगे।

भाइयों और बहनो,
बीते 10 वर्षों में बहनों के स्वास्थ्य, उनकी सुविधा के लिए जो अभूतपूर्व काम हुए हैं, उनको इस बजट में और विस्तार दिया गया है। गांव-गांव में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी भूमिका है। अब भाजपा सरकार ने तय किया है कि आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स को भी आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। आज ओडिशा में बने साढ़े 6 हज़ार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का लाभ हमारी बहनों-बेटियों को ही हो रहा है। भाजपा सरकार ने ओडिशा के 60 लाख से ज्यादा परिवारों तक पाइप से पानी पहुंचाया है। यहां की लगभग 55 लाख बहनों को उज्ज्वला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। इसने हमारी बहनों-बेटियों का स्वास्थ्य भी सुधारा है और उनका जीवन भी आसान किया है।

साथियो,
मोदी ने बहनों को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है। बीते 10 वर्षों में करीब 1 करोड़ बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। इस वर्ष के बजट में 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की तरफ बड़ा कदम उठाया गया है। आप कल्पना कीजिए जब इतने परिवारों की बहनें लखपति होंगी तो पूरे परिवार की ताकत कितनी बढ़ जाएगी। आज मैं देख रहा हूं दूर-दूर तक माताएं और बहनें ही दिख रही हैं। इतनी बड़ी तादाद में माताएं और बहनें आशीर्वाद देने आए इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या हो सकता है। इससे ओडिशा में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हज़ारों बहनों को बहुत लाभ होने जा रहा है।

साथियो,
2014 से पहले के 10 वर्षों में केंद्र में जो सरकार थी, वो बजट में जितनी घोषणाएं करती थी, उनसे कई गुणा बड़े घोटाले करती थी। 2014 से पहले भारत का युवा निराशा में डूबा था, उसका भविष्य अंधेरे में था। लेकिन आज स्थितियां बदल गई हैं। आज भारत का युवा आत्मविश्वास से भरा है, क्योंकि उसके पीछे ईमानदार और मज़बूत भाजपा सरकार खड़ी है। जिनके पास बैंक को गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था, उनके पास आज मोदी की गारंटी है। आज किसी को मुद्रा योजना का लोन लेना हो, तो उसके पास मोदी की गारंटी है। आज किसी को स्वनिधि योजना का लोन लेना हो, तो उसके पास मोदी की गारंटी है। संबलपुर तो मेक इन इंडिया का, आत्मनिर्भर भारत का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। केंद्र सरकार के प्रयासों से बीते 10 वर्षों में ओडिशा में हज़ारों नए लघु उद्योग स्थापित हुए हैं। ओडिशा में हथकरघा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने 30 से ज्यादा हथकरघा क्लस्टर स्‍वीकृत किए हैं। जब मैं यहां उतरा तो मुझसे स्पेशल जैकेट पहनने का आग्रह किया हमारी टोली ने। मैंने कहा क्यों? तो बोले अरे साहब इतना बड़ा हथकरघा के लिए यहां काम हुआ है आज जरा आप इसको पहनिए। मेरे लिए ये प्रसाद है। मैं आपका आभारी हूं। जो परिवार ऐसी चीजें बनाते हैं ना मैं उनका गौरव करता हूं। कच्चा माल हो या फिर दूसरी मदद, यहां के उद्यमियों को केंद्र सरकार ने करोड़ों रुपए की मदद दी है। इसका लाभ यहां के श्रमिकों और नौजवानों को हुआ है।

मेरे परिवारजनो,
मोदी की गारंटी, उसके साथ है, जिसके पास किसी का सहारा नहीं है। जिसका कोई नहीं उसका मोदी है। ओडिशा में बड़ी संख्या में हमारा आदिवासी समाज रहता है। लेकिन सालों-साल तक सरकारें चलाने वालों ने आदिवासियों को सिर्फ और सिर्फ वोट-बैंक बनाकर रखा। मोदी ने तो अपने आदिवासी भाई-बहनों के बीच दशकों तक काम किया है, मैं उनके सुख-दुख से परिचित हूं। इसलिए आज हमारी सरकार आदिवासी कल्याण को भी सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। बीते 10 वर्षों में जनजातीय कल्याण के लिए बजट को हमने कई गुणा बढ़ाया है। ये भाजपा ही है जिसने ओडिशा की सम्मानित बेटी, आदिवासी समाज की प्रतिनिधि द्रोपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति बनाया है। अभी तीन दिन पहले जब उन्होंने संसद को संबोधित किया, तो पूरी दुनिया उनके एक-एक शब्द को सुन रही थी। लेकिन ओडिशा के मेरे भाइयों और बहनों, आपको याद रखना है, ये कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हैं, जिन्होंने द्रोपदी मुर्मू जी के खिलाफ पूरी ताकत लगा दी थी। और वो द्रौपदी जी का अपमान था ऐसा नहीं, समग्र देश के आदिवासी समाज का अपमान था। वो द्रौपदी जी का अपमान नहीं वो मेरे प्यारे ओड़िशा का भी अपमान था।

साथियो,
आज भाजपा सरकार, राष्ट्रनिर्माण में आदिवासियों के योगदान को निरंतर आगे ला रहा है। देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के म्यूजियम बनाए जा रहे हैं। आदिवासी जनजातियों में भी जो सबसे पिछड़ी जनजातियां हैं, जिन्हें PVTG कहते हैं, उनकी भी पहली बार किसी ने सुध ली है तो वो भाजपा सरकार है। इन जनजातियों के लिए पहली बार हज़ारों करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना बनाई गई। इसका सबसे अधिक फायदा ओडिशा के करीब 1700 कबीलों के लाखों साथियों को होने वाला है। इससे इन बस्तियों में अच्छे घर बनेंगे, सड़कें पहुंचेंगी, पानी पहुंचेगा, रोजगार के साधन बनेंगे। इस क्षेत्र के, देबगड़ के जो पाऊडी भूयां बहन-भाई हैं, उन्हें भी जनमन अभियान से बहुत मदद मिलने जा रही है।

साथियो,
भाजपा सरकार, गरीबों का कल्याण करने वाली सरकार है, गरीबों की चिंता को कम करने वाली सरकार है। हम आज गरीब को मुफ्त इलाज और मुफ्त राशन की सुविधा दे रहे हैं। ओडिशा के सवा 3 करोड़ साथियों को आने वाले 5 वर्षों तक राशन की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आपके घर भोजन बनता रहे, इसकी गारंटी मोदी ने दी है। मोदी ने एक और काम भी किया है। ओडिशा के जो साथी काम के लिए दूसरे राज्यों में गए हैं, उनकी परेशानी को भी समझा है। मेरे गुजरात में तो बहुत बड़ी तादाद में ओड़िया भाई-बहन रहते हैं। गुजरात के विकास में मेरे ओड़िया भाई-बहन बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। और इसलिए मैं उनके जीवन को बाहर रहने के कारण जो आवश्यकताएं होती हैं उसे भलीभांति जानता हूं। पहले उन्हें दूसरे राज्यों में सरकारी राशन नहीं मिल पाता था, यहां बना राशनकार्ड दूसरे राज्यों में नहीं चलता था। मोदी, एक देश, एक राशनकार्ड योजना लेकर आया। आज ओडिशा का कोई भी साथी, देश के किसी भी राज्य में मुफ्त राशन का लाभ ले सकता है।

मेरे परिवारजनो,
बीजेपी की केंद्र सरकार की एक बहुत बड़ी पहचान, नए भारत के निर्माण की रही है। इस वर्ष के बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपए रखे गए हैं। 10 वर्ष पहले इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 2 लाख करोड़ रुपए से भी कम का बजट रहता था। इसका सीधा अर्थ ये है कि आने वाले साल में रोड, रेल, हवाई अड्डे, मेट्रो, बिजली, गैस, ऐसे हर प्रोजेक्ट्स का बहुत विस्तार होगा। इससे लाखों नए रोजगार भी बनेंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला खर्च, रेत, सीमेंट, लोहा, मशीनें, ऐसे अनेक सेक्टरों को गति देता है। यानि इन सभी उद्योगों में, ऐसे हर बिजनेस में नई भर्तियां होती हैं। भाजपा सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना खर्च कर रही है, तो इसका सबसे अधिक लाभ पूर्वी भारत को, ओडिशा को हो रहा है।

भाइयो और बहनो,
दिल्ली में जब कांग्रेस का राज था, तब ओडिशा को अपने हक के लिए भी परेशान होना पड़ता था। आज आपका ये बेटा दिल्ली में बैठा है। इसलिए, आज ओडिशा के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। बीते 10 वर्षों में ओडिशा में नेशनल हाईवे के लिए 7 गुणा अधिक बजट दिया गया। रेलवे के विकास के लिए औसत बजट में 12 गुणा तक वृद्धि की है। ओडिशा में रेलवे का शत-प्रतिशत बिजलीकरण हुआ है। आज ओडिशा में पुरी-हावड़ा और पुरी-राउरकेला रूट पर तेज़ गति की आधुनिक वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं।

साथियो,
आज मैं ओडिशा आता हूं, तो यहां के विकास को गति देने के संकल्प के साथ आता हूं। लेकिन आपको याद करना होगा,...2014 से पहले दिल्ली से कांग्रेस के नेता यहां आते थे तो क्या करते थे? वे लोग यहां कालाहांडी जाते थे, आदिवासी बस्तियों में जाकर तस्वीरें खिंचवाते थे। टीवी और अखबारों में तस्वीरें छपती थी और पूरी दुनिया में ओडिशा की गरीबी छाई रहती जाती थी। जिस ओडिशा में भगवान जगन्नाथ विराजते हों...जहां कोणार्क में सूर्यदेव विराजते हों...जहां हज़ारों वर्षों की हमारी समृद्ध सभ्यता के निशान हैं...ऐसे समृद्ध ओडिशा को कुछ राजनीतिक दलों ने विकास से वंचित रखने का पाप किया है।

साथियो,
2014 से पहले जहां ओडिशा की पहचान को खराब करने के प्रयास होते थे, वहीं हमारी सरकार आज ओडिशा का गौरव बढ़ा रही है। आपने देखा है कि ओडिशा में G-20 की बड़ी बैठकें हुईं, जिनमें दुनियाभर से लोग आए। दिल्ली में जो G-20 शिखर सम्मेलन हुआ, उसमें भी ओडिशा छाया रहा। भारत की सांस्कृतिक विरासत से दुनिया के ताकतवर देशों के नेताओं को परिचित कराने के लिए हमने कोणार्क चक्र को चुना। आज दुनिया के शीर्ष नेताओं में से कोई ऐसा नहीं है, जिसकी तस्वीर कोणार्क चक्र के सामने नहीं है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे दुनिया के नेताओं को ओडिशा की समृद्ध धरोहर के बारे में बताने का अवसर मिला। यहां पर्यटन के लिए अभूतपूर्व संभावनाएं हैं। हीराकुंड बांध में भी पर्यटन की जितनी संभावनाएं हैं, उनका उपयोग नहीं हो पाया है। भाजपा सरकार बनते ही, इस क्षेत्र में टूरिज्म के नए आयाम जोड़े जाएंगे।

वैसे साथियो,
जीवन में सुख और दुख दोनों समाहित होते हैं। आज प्रतिभाशाली फिल्म एक्टर, डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर साधु मेहर जी के निधन का दुखद समाचार भी मिला है। साधु मेहर फिल्म और कला के क्षेत्र में ओडिशा की प्रतिभा के एंबेसडर थे। हमारी सरकार ने 2017 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था, उनके जरिए ओडिशा के लोगों की प्रतिभा को सम्मानित किया था। मैं श्री साधु मेहर जी को मेरी ओर से विनम्र श्रद्धांजलि देता हूँ।

साथियो,
हमारी सरकार ओडिशा का गौरव बढ़ाने, ओडिशा का सम्मान बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा ही है जिसके पास ओडिशा के, देश के विकास के लिए एक प्रोग्राम है, एक रोडमैप है। आपको याद रखना है, मोदी की गारंटी वहां से शुरु होती है, जहां दूसरों से उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। और मोदी की गारंटी, ओडिशा के विकास से भारत को विकसित बनाने की है। एक बार फिर आप सभी का इतनी बड़ी संख्या में आकर हमें आशीर्वाद देने के लिए मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। मैं माताओं और बहनों का विशेष धन्यवाद करता हूं कि समय निकालकर के मुझे आशीर्वाद देने के लिए आईं।

मेरे साथ बोलिए...भारत माता की जय! दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए भारत माता की... भारत माता की.... भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।