INDI alliance aims to play musical chairs with the Prime Minister's seat: PM Modi in Pataliputra, Bihar
The RJD-Congress are conspiring to allocate SC/ST/OBC quotas to their vote bank: PM Modi in Bihar
Congress allowed grains to rot while refusing to feed the poor: PM Modi taking a jibe at the Opposition

महान पाटलिपुत्र के ई ज्ञान-विज्ञान, शौर्य-पराक्रमी, वैभवशाली भूमि के नमन करीत हियो ! रउआ सभन के हमर प्रणाम पहुंचे !

भाइयों और बहनों,

आज छठे चरण का मतदान हो रहा है। मतदाताओं का अभूतपूर्व उत्साह और उमंग हम लगातार देख रहे हैं। मैं देश के हर मतदाता का अभिनंदन करता हूं और भारी संख्या में मतदान का आग्रह करता हूं।

साथियों,

ये भूमि स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र जी की विरासत है। उनकी तपस्या, हर बीजेपी कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा है। बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम आज पूरा देश देख रहा है। ऐसा लग रहा है कि आप सब लोग मनेर के लड्डू खाकर आए हो। मनेर के लड्डू मशहूर तो है, लेकिन लग रहा है कि मनेर के लड्डू की ताकत भी बड़ी है। आप लोग भी 4 जून के लिए ये मनेर के लड्डू तैयार रखिए। चुनाव के नतीजे क्या आने वाले हैं, उसका एग्जिट पोल चालू हो गया है। आप समझ लीजिए, जब इंडी गठबंधन वाले सोते-उठते, जागते-बैठते EVM को गाली देना शुरू कर दें, मतलब की NDA की सफलता का एक्जिट पोल आ चुका है। 4 जून को पाटलिपुत्र में नया रिकॉर्ड बनेगा और देश में भी नया रिकॉर्ड बनेगा।

साथियों,

मैं हिंदुस्तान के कोने-कोने में गया हूं। जनता-जनार्दन के दर्शन करने गया हूं। देशवासियों के आशीर्वाद लेने गया हूं। माताओं-बहनों के सामने सर झुकाने के लिए गया हूं और चारो तरफ से एक ही मंत्र सुनाई देता है, एक ही गूंज सुनाई देती है और एक ही विश्वास झलक रहा है। फिर एक बार...मोदी सरकार। फिर एक बार...मोदी सरकार। फिर एक बार...मोदी सरकार।

साथियों,

चौबीस के इस चुनाव में, एक तरफ चौबीस घंटे आपके लिए मेहनत करने वाला मोदी है...तो दूसरी तरफ चौबीस घंटे आपसे झूठ बोलने वाला इंडी गठबंधन है। एक तरफ मोदी है...जो चौबिसो घंटे...सातों दिन 2047 में विकसित भारत बनाने में जुटा है। जो 24x7 आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटा है। जो 24x7 देश की सुरक्षा बढ़ाने में जुटा है। जो 24x7 अच्छी आधुनिक सड़कें, आधुनिक रेलवे देने में जुटा है। वहीं दूसरी तरफ इंडी-गठबंधन है...इंडी गठबंधन के पास काम नहीं है...समय ही समय है...खाली है। देशवासियों ने उनकी छुट्टी कर दी है। वे जेल में विश्राम करते रहते हैं...कभी बाहर रहते हैं और इसलिए ये इंडी गठबंधन...दिन हो या रात मोदी को गालियां देने में जुटा है। दिन हो या रात अपने वोट बैंक को खुश करने में जुटा है।

साथियों,

LED बल्ब के जमाने में...यहां बिहार में एक लालटेन लेकर घूम रहे हैं। ये एक ऐसी लालटेन जो सिर्फ एक ही घर में रोशनी करता है। एक ही घर में रोशनी करता है...30 साल का इतिहास देख लीजिए...सिर्फ एक ही घर में रोशनी करता है। चारो तरफ अंधेरा हो जाए तो हो जाए, उनके घर की रोशनी जलती रहे। इस लालटेन ने बिहार में अंधेरा ही अंधेरा फैलाया है। दूसरे के बेटे-बेटियों को ये लोग पूछते तक नहीं हैं। इंडी गठबंधन वालों का सूत्र है...अपना काम बनता, भाड़ में जाए जनता।

भाइयों और बहनों,

ये सिर्फ MP चुनने के लिए चुनाव नहीं है, ये देश का PM चुनने के लिए है। अब आपका वोट मामूली नहीं है, अब आपका वोट इतना वजनदार है इतना ताकतवर है कि आपका वोट देश का पीएम चुनने वाला है। भले ही आप पाटलिपुत्र में बैठे हों, लेकिन पीएम का फैसला आप मेरे भाई-बहन करने वाले हो और भारत को कैसा पीएम चाहिए?... भारत को कैसा पीएम चाहिए?... भारत को कैसा पीएम चाहिए? भारत को ऐसा पीएम चाहिए जो इस दमदार देश का दम दुनिया के सामने दमखम के साथ रख सके। वहीं दूसरी ओर ये इंडी वाले हैं। इंडी-गठबंधन की योजना, 5 साल में 5 पीएम देने की है। अब मुझे बताइए 5 साल में 5 पीएम क्या होगा इस देश का। इसके लिए दावेदार कौन-कौन है? गांधी परिवार का बेटा..सपा वाले परिवार का बेटा...नेशनल कॉन्फ्रेंस परिवार का बेटा...NCP वाले परिवार की बेटी...TMC वाले परिवार का भतीजा...आप पार्टी के आका की पत्नी...नकली शिवसेना परिवार का बेटा...और RJD परिवार के बेटे या फिर बेटियां...ये सारे परिवारवादी मिलकर, प्रधानमंत्री की कुर्सी पर म्यूजिकल चेयर खेलना चाहते हैं।

साथियों,

ये इंडी-गठबंधन के लोग...और मैं आग्रह करता हूं..मैं जो बता रहा हूं..आप भी जांच पड़ताल करके देख लेना। मेरा एक शब्द आपको गलत नहीं मिलेगा। ये लोग घोर सांप्रदायिक हैं। इनको संविधान से...बिन सांप्रदायिकता से...सर्वपंथ सम्भाव से कोई लेना देना नहीं है। ये घोर सांप्रदायिक हैं। ये घोर जातिवादी हैं और ये घोर परिवारवादी हैं। सबसे पहले वो अपने परिवार का ही सोचते हैं और बाकियों को पीछे रखते हैं। क्या ऐसे लोग बिहार का भला कर सकते हैं? पाटलिपुत्र का भला कर सकते हैं? आपके परिवार का भला कर सकते हैं?

साथियों,

बिहार की इस धरती ने सामाजिक न्याय को लेकर पूरे देश को दिशा दिखाई है। SC/ST/OBC के आरक्षण के अधिकार के लिए बिहार ने लंबी लड़ाई लड़ी है। लेकिन आज बिहार के जागरूक लोगों के सामने मैं बड़े दुख और पीड़ा के साथ एक कड़वा सच रख रहा हूं। क्योंकि मैं भी आपकी ही तरह अति पिछड़े लोगों के बीच में पल-बढ़ कर आपके बीच पहुंचा हूं। इसलिए मैं उस दर्द को जानता हूं। RJD-कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दल मिलकर SC/ST/OBC के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात कर रहे हैं। हमारा संविधान कहता है कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा...बाबासाहेब अम्बेडकर कहते थे कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा...लेकिन RJD-कांग्रेस SC/ST/OBC का कोटा खत्म करके, अपने वोट बैंक को..जो वोट जिहाद करते हैं...ऐसे लोगों को धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती हैं। चौबीस के इस चुनाव में जब मैंने इन दलों की इस साजिश का पर्दाफास किया है...तो एक के बाद एक इनकी SC/ST/OBC आरक्षण विरोधी करतूतें सामने आ रही हैं। मैं बहुत जिम्मेदारी से बिहार के मेरे परिवारजनों के सामने ये पीड़ा बताना चाहता हूं। RJD-कांग्रेस ने मिलकर मेरे यादव परिवारों को, मेरे कुर्मी परिवारों को, मेरे कुशवाहा परिवारों को, मेरे कलवार परिवारों को, मेरे तेली परिवारों को, मेरे सूरी परिवारों को, मेरे कानू परिवारों को, मेरे निषाद परिवारों को, मेरे पासवान परिवारों को, मेरे रविदास परिवारों को, मेरे मुसहर परिवारों को...ऐसे हरेक का जो आरक्षण था ना उसपर डाका डाल दिया है। आपको अंधेरे में रख कर के जैसे चोर आकर चोरी कर जाए वैसे ही इन लुटेरों ने आपके हक को लूटा है। मैं बात कड़वी बता रहा हूं, लेकिन मेरे जेहन पर बड़े घाव लगे हैं, मेरे भाइयों और इन जातियों के आरक्षण का कोटा कम करके RJD-कांग्रेस-इंडी गठबंधन ने वोट जिहाद वाले अपने वोट बैंक को दे दिया है।

साथियों,

SC/ST/OBC के हमारे बच्चों को दाखिले में आरक्षण से बहुत मदद मिलती है। लेकिन RJD-कांग्रेस ने दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों के बच्चों से ये अधिकार छीनकर इसे मुसलमानों को दे दिया है। ये संविधान के खिलाफ है। ये बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो संविधान बनाया उसकी पीठ में छुरा भोंकने का पाप किया है। अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए कांग्रेस ने रातों-रात माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन्स से जुड़ा कानून बदल दिया...इसके बाद धड़ा-धड़ हजारों संस्थानों को माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन घोषित कर दिया। इन संस्थानों में पहले एडमिशन के दौरान SC/ST/OBC को पूरा आरक्षण मिलता था। RJD-कांग्रेस के चलते आज SC/ST/OBC को माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन में 1 परसेंट भी आरक्षण नहीं मिलता है। जो पहले मिलता था उसपर ताले लगा दिए, आपका जो हक था उसपर डाका डाल दिया। यानि लाखों SC/ST/OBC युवाओं की शिक्षा के अवसर इंडी गठबंधन वालों ने छीन लिए हैं। आप मुझे बताइए...क्या ये आपसे विश्वासघात है की नहीं है... ये आपसे विश्वासघात है की नहीं है...मैं आपसे पूछता हूं... क्या ये आपसे विश्वासघात है की नहीं है। क्या ये आपके बच्चों से विश्वासघात है की नहीं है।

साथियों,

इंडी-गठबंधन की एक और साजिश उसको अभी कोलकता हाईकोर्ट ने नकाब उतारकर खुला कर दिया है। इंडी वालों ने बंगाल में 77 मुस्लिम जातियों को खटाखट... खटाखट...एक झटके में OBC का दर्जा दे दिया। इसके बाद सरकारी नौकरियों में जो लाभ OBC को मिलना चाहिए था, वो इन 77 मुस्लिम जातियों को मिलने लगा। हक किसका मारा गया? हक मेरे OBC परिवारों का मारा गया, हक मेरे अति पिछड़ों का मारा गया, फायदा किसको हुआ? इंडी वालों के वोट जिहाद करने वालों को मिला। कांग्रेस के राज में कर्नाटक में रातों-रात सभी मुसलमानों को ओबीसी घोषित कर दिया।

साथियों,

RJD-कांग्रेस-इंडी गठबंधन इस सच्चाई से इनकार नहीं कर सकते। ये संविधान बदलकर पूरे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं। लेकिन मैं भी आज बिहार की इस धरती से..सामाजिक न्याय की पुण्य भूमि से देश को एक गारंटी दे रहा हूं..बिहार को गारंटी देता हूं...SC/ST/OBC परिवारों को गारंटी देता हूं...अति पिछड़े परिवारों को गारंटी देता हूं। जब तक मोदी जिंदा है, मैं SC/ST/OBC और अति पिछड़ों के हकों को छीनने नहीं दूंगा। ये मोदी की गारंटी है। मोदी के लिए संविधान सर्वोपरि है...मोदी के लिए बाबासाहेब अम्बेडकर की भावना सर्वोपरि है...इंडी अलायंस को अपने वोट बैंक की गुलामी करनी है, तो करे...उनको वहां जाकर मुजरा करना है तो भी करें। मैं SC/ST/OBC आरक्षण के साथ डटकर खड़ा हूं...खड़ा रहूंगा, जब तक जान है लड़ता रहूंगा।

साथियों,

गरीब का ये बेटा जानता है कि जब किसी का हक छिनता है...जब किसी को उसका हक नहीं मिलता...तो उस पर क्या बीतती है। इसलिए मोदी ने गरीब को उसका हक दिया है। तभी हिंदुस्तान के हर कोने में ...दुनिया के लोगों को आश्चर्य होता है कि आज हजारों-लाखों की तादाद में माताएं-बहनें आती हैं, बैठ करके आशीर्वाद देती हैं। अपने घर का काम छोड़ कर आती हैं। आप याद कीजिए..देश के गोदामों में आनाज सड़ जाता था, लेकिन कांग्रेस सरकार सुप्रीम कोर्ट में जाकर कहती थी कि वो गरीबों को अनाज नहीं दे सकती और सुप्रीम कोर्ट टांग अड़ाना बंद कर दे, यहां तक चले गए थे वो लोग। मोदी ने हर जरूरतमंद के लिए गोदाम के दरवाजे खोल दिए। आज भी गरीबों को मुफ्त राशन मिलता है और ये मोदी की गारंटी है कि आने वाले पांच साल भी जिन परिवारों को मुफ्त राशन मिलता रहा है, मिलता रहेगा। आज कोई मां इसलिए रात-रात भर नहीं जागती...कि उसके बच्चे के पास खाने को कुछ नहीं है। हर गरीब का पेट भरे, ये मोदी की गारंटी है। कोई बच्चा भूखा सो ना जाए, गरीब के घर का चूल्हा बुझ ना जाए, इसलिए आपने मोदी को बिठाया है।

माताओं-बहनों,

आप में से बहुतों को मोदी ने जो पक्का आवास की योजना बनाई है, वो मिल चुका होगा। मेरा एक काम करोगे आप लोग जरा यहां जो बैठे हैं, जरा हाथ ऊपर करके बताएं, तो मैं बताऊं। मेरा एक काम करेंगे। उधर से आवाज नहीं आई, मेरा एक काम करेंगे। उधर माताओं-बहनों से आवाज नहीं आई, मेरा एक काम करेंगे। उधर पीछे से आवाज नहीं आई मेरा एक काम करेंगे। देखिए अगर आप गांव में जाते हैं, अलग-अलग बस्तियों में जाते हैं...लोगों से मिलते हैं और कहीं पर भी आपकी नजर में आए की कोई झुग्गी-झोंपड़ी में रहता है। कोई मिट्टी के कच्चे घर में रहता है तो आप उसका नाम-पता लिख करके मुझे दे दीजिए। आप उसका नाम-पता लिख करके मुझे भेज दीजिए और उसको कह देना...उसको बिना संकोच कह देना की 4 जून के बाद मोदी की सरकार जब तीसरी बार बनेगी तो तुम्हारे लिए घर भी बनेगा ये बता देना, ये मोदी की गारंटी है...कहना उनको और उस गरीब परिवार को कहना। मेरे लिए तो आप सभी मोदी हैं। 3 करोड़ पक्के घर बनाउंगा, लेकिन एक भी परिवार कच्चे घर या झोंपड़ी में रहने के लिए मजबूर ना हो, ये मैं करके रहूंगा। जिनको नहीं मिला उनको भी पक्का घर मिलेगा। अभी तक इसमें शौचालय, बिजली कनेक्शन, सस्ता सिलेंडर, नल और नल से जल...ये सबकुछ मिलता था। अब मोदी एक और काम करने वाला है, वो सबके लिए है, जितना अमीर हो वो भी फायदा ले सकता है, जितना भी गरीब हो वो भी ले सकता है। गांव वाला भी फायदा ले सकता है, शहर वाला भी ले सकता है। ऐसी योजना है कि आपको जीवन भर तकलीफ ही ना हो। और मोदी ने तय किया है आपका बिजली का बिल जीरो। बिजली का बिल जीरो। हमने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरु की है। छत पर सोलर पैनल लगेगा, उससे बिजली पैदा होगी, ये बिजली आपकी जरूरत के हिसाब से आप मुफ्त में उपयोग करेंगे और जो अतिरिक्त बिजली होगी ना वो सरकार खरीदेगी उसका पैसा देगी आपको। अबतक बिजली का बिल देते थे, अब बिजली का पैसा सरकार आपको देगी और ये काम करने के लिए...आपको लगता होगा कि मोदी बिजली का बिल जीरो तो ले आया..सोलर पैनल की बात तो कर रहा है...लगाएगा कौन..उसके लिए भी मोदी हर परिवार को 75 हजार रूपए देगा। और ये ऑनलाइन जाकर के अभी भी आप रजिस्ट्रेशन करवा सकते हो। योजना शुरू है..ऐसे ही खप्पड़बाजी नहीं है कि ये होगा तो वो होगा...योजना चालू है। आप आपना नाम रजिस्टर करवा दीजिए। जैसे -जैसे आगे बढ़ेगा...आपका नंबर लग जाएगा। बेटा तुम थक जाओगे...आप मुझे देना चाहते हैं, आप मेरे लिए लाए हैं..अच्छा मैं ले लेता हूं। मुझे बहुत दया आती है..तुम कब से खड़े हो भैया...लेकिन मैं देख रहा हूं तुमने बढ़िया बनाया है...तुमने तो मोदी भी बनाया है...पार्लियामेंट भी बनाया है..कमल भी बनाया है। सुंदर बनाया है...जरा कैमरे वाले भी इन बच्चों के फोटो ले लो। अच्छा पीछे अपना नाम लिखा है बेटा...अच्छा अपना नाम लिखना और मैं आपको चिट्ठी जरूर लिखूंगा। ये सबसे जो भी हैं, ले लीजिए भाई..इतने प्यार से बच्चे लेकर आए हैं...मेरा सौभाग्य है...ये बेटी भी कुछ लेकर आई है...ले लीजिए इससे ..ऐसा लग रहा है....बच्चों का इतना प्यार...कभी-कभी सोचता हूं कि ये कर्ज मैं कैसे उतारूंगा। मैं सबका आभारी हूं। साथियों, जितनी बिजली चाहिए मुफ्त उपयोग करो और बाकी सरकार को बेच कर कमाई भी कर लो।

भाइयों और बहनों,

नीतीश जी के नेतृत्व में NDA सरकार...बिहार को विकास की पटरी पर ले आई है। आने वाले 5 सालों में हमें बिहार में और तेज विकास करना है। आज उत्तर और दक्षिण बिहार...गंगा जी पर बन रहे दीघा-सोनपुर रेल रोड ब्रिज से जुड़ चुका है। NDA सरकार की पहचान ऐसे ही विकास के लिए है। आने वाले 5 साल भारतीय रेल के आधुनिकीकरण के स्वर्णिम साल होने वाले हैं। इसका सीधा फायदा पाटलीपुत्र को होगा...मेरे बिहार को होगा... यहां नई इंडस्ट्री आएगी...रोजगार के नए अवसर आएंगे। इसलिए...मेरे अनन्य साथी और मैं कहूंगा कुछ लोगों को राम के नाम से ही झगड़ा है। और इसलिए वो रामकृपाल नाम भी सहन नहीं करेंगे, ऐसे लोग जो है जिनको राम से घोर विरोध है, वो रामकृपाल नाम से भी उनके माथे के बाल खड़े हो जाएंगे। ऐसे रामकृपाल बाबू को आप प्रतिनीधि बनाकर दिल्ली भेजिए, ये मेरे हाथ मजबूत करेंगे। इसलिए मैं आपके पास आशीर्वाद मांगने आया हूं। और कमल पर पड़ा आपका हर वोट सीधे-सीधे मोदी के खाते में जाएगा। आप ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे। हर पोलिंग बूथ जीत कर दिखाएंगे..घर-घर जाएंगे।

मेरा एक काम करेंगे...ऐसे नहीं...हाथ ऊपर करके बताओ तो बोलूं...आप लोग करेंगे की नहीं करेंगे मालूम नहीं..माताएं-बहनें तो जरूर करेंगी। ये माताएं-बहनें तो पक्का करेंगी। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा एक काम करेंगे। ये चुनाव का काम नहीं है...मेरा पर्सनल है करेंगे...करेंगे। आप अपने क्षेत्र में अपने गांव में मंदिर होंगे.. देवीस्थान होंगे...वहां मेरी तरफ से जाकर मत्था टेक देना और ईश्वर से विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद ले लेना। हर मंदिर में मेरी तरफ से जाकर के मत्था टेकेंगे....हर तीर्थ क्षेत्र में मेरी तरफ से जाकर मत्था टेकेंगे। मेरे लिए और देश के लिए आशीर्वाद मांगेंगे। विकसित भारत बनाने का काम पक्का करेंगे। बोलिए...
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बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।