They want to cancel CAA, allow infiltrators free entry, re-impose Article 370 in Kashmir: PM Modi on Opposition
The NDA government has a proven track record and a clear vision for the future: PM Modi

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

गुरु विश्वामित्र और मां गंगा की पावन धरती बक्सर पर हम अपने सब परिवार के लोगन के प्रणाम करतानी। बक्सर के हमरे परिवार क इ जोश, हमार उत्साह बढ़ा देत हौ।

साथियों,

आज छठे चरण का मतदान भी तेज गति से लोकतंत्र का उत्सव मना रहे हैं और विकसित भारत के संकल्प को मजबूत कर रहे हैं। और आज जो मतदान हो रहा है इंडी गठबंधन के गुब्बारे की सारी हवा भी निकल चुकी है। ( अरे भाई एसपीजी वाले, ये बेटी बढ़िया फोटो बना कर लायी है, छोटी सी गुड़िया, कब से उसके हाथ दुखते होंगे, ऐसे खड़ी कर रखी है। आप मत लिजिए, उस बच्ची को दीजिए। एसपीजी के लोग जरा जा करके उनसे ले लें। थैंक्यू बेटा। थैंक्यू। तुम्हारा नाम पता लिखा है ना उसमें। उसमें तुम्हारा नाम पता है? मेरी चिठ्ठी आएगी।)

साथियों,

जो पांच चरण का मतदान पूरा हुआ है। और आज जो छठे चरण में चीजें नजर आ रही हैं, उसमें साफ दिखता है कि अब सारे शहजादों का शटर गिरने वाला है। (दे दीजिए भाई दे दिजिए, जो बच्चों के पास तस्वीरें हैं।) बिहार के शहजादे अब आराम से जमानत-अमानत, जमानत-अमानत, उसका काम देखेंगे। कांग्रेस के शहजादे ने भी छुट्टियों की तैयारी शुरू कर दी है। और एक यूपी के शहजादे भी हैं, आपके बगल में। यूपी के शहजादे को तो शायद सदमा लग गया होगा। कल कह रहे थे, बनारस में मोदी चुनाव हारने वाला है। आप हंस क्यों रहे हो भाई, वो बोल रहे थे भाई। इतना नहीं, उन्होंने यह भी कह दिया कि यूपी में 80 की 80 सीटें इंडी गठबंधन जीत रहा है। और जो सुन रहे हैं, उनकी पार्टी के लोग वो भी हंस रहे थे। मैं तो वो बता रहा था कि यूपी के शहजादे भाषण में अब ये मुद्दे बोल रहे हैं। अब पता नहीं, बार-बार साइकल पंक्चर होने का सदमा है या काँग्रेस वाले शहजादे की संगत का असर है! ऐसी संगत से बचकर रहना चाहिए। 2024 के लोकसभा के चुनाव में वैसे ही इनकी गपोड़ बाजी खुल जाने वाली है जैसे 22 के असेंबली के चुनाव में हुआ था। बाकी., अब ये पक्का हो चुका है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! 04 जून चार सौ पार! 04 जून चार सौ पार! 04 जून चार सौ पार! देखिए 4 जून को मनेर के लड्डू के लड्डू बटेंगे, हम ठीक कह तानी ना?

साथियों,

बक्सर की ये धरती, ये प्रभु श्रीराम की गुरुभूमि है। आसुरी ताक़तें जब यहाँ आतंक फैला रही थीं तब प्रभु राम यज्ञ रक्षा के लिए विश्वामित्र जी के आश्रम आए थे। साथियों, आज एक बार फिर विकसित भारत का महायज्ञ चल रहा है। ( मेरी आप सब से प्रार्थना है, मैदान छोटा पड़ गया है वहां बहुत लोग धूप में तप रहे हैं वो धूप में भी इतने धैर्य के साथ सुन रहे हैं। मैं उनकी तपस्या को प्रणाम करता हूं। कि इतने धूप में वो खड़े हैं। लेकिन यहां वाले और आगे आने की कोशिश करते हैं। अब मैदान में आगे आने की जगह नही है भाई। जहां हो वहां रहो। मैं आपके पास आय़ा हूं न। आपका प्यार मुझे खींच के लाया है जी। आप कृपा करके आगे आने की कोशिश मत करो दोस्तों! और आपका जो जोश है न एक तारीख को भी जरूरत पड़ेगी औऱ चार को भी जरूरत पड़ेगी। जय श्रीराम!) औऱ साथियों जब प्रभु श्रीराम आए, यज्ञ हुए औ आप देख रहे हैं कि वो कौन सी ताक़तें हैं जो राष्ट्रयज्ञ में बाधा डाल रही हैं। बक्सर के लोग जान रहे हैं न? भारत एकजुट होकर विकास की बात करता है लेकिन कौन विकसित भारत के संकल्प का मज़ाक उड़ाता है? भारत का दुनिया में सम्मान होता है लेकिन कौन विदेशों में जाकर भारत को गाली देते हैं?

भाइयों बहनों,

500 साल बाद, 500 साल बाद अयोध्या में भव्य राममंदिर बना। आपको गर्व हुआ की नहीं हुआ? कितनी पीढ़ियों की साधना, कितनी पीढ़ियों का इंतजार , कीतनी पीढ़ियों का बलिदान, पांच सौ साल बाद आप सबका एक सपना पूरा हुआ। आपको खुशी हुई की नहीं हुई? आपको आनंद हुआ की नहीं हुआ?आपका माथा गर्व से उंचा हुआ की नहीं हुआ? लेकिन वो कौन लोग हैं जिन्हें ये बर्दाश्त नहीं हो रहा? जब पूरा देश उत्सव मना रहा था जब बक्सर के लोग रामलला के लिए उपहार भेज रहे थे तब कौन लोग थे, जो प्राणप्रतिष्ठा का बहिष्कार कर रहे थे? वो कौन लोग हैं जो राममंदिर को अपवित्र और पाखंड बता रहे हैं? यही काँग्रेस, RJD और इंडी गठबंधन वाले लोग, यही उल्टी चाल वाले हर पवित्र यज्ञ में विघ्न डालने वाले लोग। मैं बक्सर की पुण्य धरती की जनता से पूछता हूँ, आप जवाब देंगे न? , आप जवाब देंगे न? मैं जरा आप से पूछना चाहता हूं,जिन लोगों ने ये किया है ऐसे लोगों को सजा करोगे की नहीं करोगे ? हर पोलिंग बूथ पर उनका सफाया करोगे कि नहीं करोगे?

साथियों,

देश की जनता जानती है, ये चुनाव प्रधानमंत्री बनाने के लिए है। ये चुनाव देश में मजबूत और स्थिर सरकार चुनने के लिए है। आपने 10 साल तक अपने मोदी को जांचा है, परखा है। आपको मोदी का काम भी पता है, मोदी की नियत भी पता है। लेकिन, दूसरी ओर कौन है? लोग पूछते हैं कि इंडी जमात में, प्रधानमंत्री कौन बनेगा? जनता को ये हक है जानने का है कि नही है भाई? हक है न? लेकिन वो जवाब नहीं देते है। वो, जैसे ही कोई पूछता है तुम्हारा प्रधानमंत्री का कैंडिंटेड कौन तो वहाँ आपस में ही सिर-फुटव्वल हो जाता है! और काँग्रेस देश को अपनी जागीर समझती है। उसे लगता है, शहजादे ही इकलौते वारिस हैं। लेकिन, गठबंधन वाले कह रहे हैं, 5 साल में 5 प्रधानमंत्री बनेंगे। जरा सोचिए, 5 साल में 5 प्रधानमंत्री, इतना बड़ा देश , ऐसे देश चलता है क्या? बताइए न चल सकता है क्या? भ्रष्टाचार इनके संस्कारों में इतना गहरे तक बैठा है,ये देश को भी नोटों की गड्डी के रूप में देखते हैं।ये देश चलाने जा रहे हैं या बैंक लूटने जा रहे हैं और जो लूट का माल आपस में बाँट लेंगे?

साथियों,

NDA सरकार के पास ट्रैक रिकॉर्ड है, भविष्य का विज़न है। हमने 4 करोड़ गरीबों को पीएम-आवास दिये हैं। आप NDA को वोट देंगे, आप बीजेपी एनडीए को वोट देंगे। तो हम और 3 करोड़ गरीबों को घर देंगे। हमने गरीबों को मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड दिया है। आप NDA को वोट देंगे तो हम 70 वर्ष से अधिक के सभी बुजुर्गों को भी मुफ्त इलाज देंगे। आप बीजेपी को वोट करेंगे, तो हम पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से आपका बिजली बिल जीरो कर देंगे। आप बीजेपी को वोट देंगे तो 3 करोड़ बहनें लखपति दीदी बनेंगी। आप BJP को वोट देंगे तो आपको 5 साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। आप बीजेपी को वोट देंगे तोआतंकवाद और नक्सलवाद मुंह नहीं उठाएगा। ये हम बोलते हैं, ठीक है। ये लोग क्या बोलते हैं? इंडी की जमात क्या बोलती है? ये इंडी की जो जमात है वो क्या बोलती है? एनडीए वाले क्या बोलते हैं वो मैंने आपको बताया। अब मैं बताता हूं इंडी वाले क्या बोलते हैं। वो कहते हैं उन्हें वोट चाहिए क्यो? वो CAA को रद्द करना चाहते हैं। इन्हें वोट चाहिए क्योंकि इन्हें घुसपैठियों को फ्री एंट्री दिलानी है। इन्हें वोट चाहिए क्योंकि इन्हें कश्मीर में फिर से 370 लगाना है। इन्हें सीमा पर फिर से बिहार और बक्सर के बेटों का खून बहाना है।

साथियों,

ये इंडी गठबंधन वाले तुष्टिकरण के लिए अपने वोटबैंक के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इन्हें आपकी संपत्ति की एक्सरे जांच करवानी है। ये आपकी जीवन भर की कमाई को अपने वोटबैंक को, वोट जिहाद वालों को देना चाहते हैं।काँग्रेस कहती है, देश की संपत्ति पर पहला हक मुस्लिमों का है! क्या बिहार इन देशविरोधी एजेंडों के लिए वोट कर सकता है कभी क्या? ऐसे लोगों को वोट कर सकता है क्या?

 

साथियों,

मैं बक्सर की जनता को एक और षड्यंत्र से आगाह करने आया हूँ। इंडी गठबंधन के सारे दल मिलकर SC-ST-OBC का आरक्षण हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहते हैं।आप खुद देखिए, काँग्रेस ने कर्नाटक में OBC का आरक्षण, रातों -रात, मुसलमानों को दे दिया। मैंने इस पर सवाल उठाया,तो RJD ने कहा कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को ही देना चाहिए। बंगाल में TMC ने मुसलमानों की 77 जातियों को OBC घोषित करके, ओबीसी का हक मुस्लिमों और घुसपैठियों में बाँट दिया। इंडी जमात वालों का इरादा है, ये सरकार बनाएँगे तो संविधान बदलकर मुस्लिमों को आरक्षण देंगे। आप मुझे बताइये, बाबा साहब ने धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था ? फिर आज बाबा साहेब की पीठ पर छुरा क्यों भोंक रहे हो? आप SC, ST, OBC के आरक्षण की लूट क्यों होने देंगे ? इन्हें जवाब 1 जून को देना है।

साथियों,

बिहार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिये हैं। बिहार अब विकास के रास्ते से हटने वाला नहीं है। हमारे बिहार ने बहुत सालों तक जंगलराज का आतंक देखा है। इन लोगों ने बिहार की पीढ़ियाँ बर्बाद कर दीं! कौन भूल सकता है, शाम तक बच्चा घर न आए तो माँ परेशान हो जाती थी। कब किसके बच्चे का अपहरण हो जाए. कब किसको फिरौती के लिए फोन आ जाए. कब RJD के गुंडे व्यापारियों से फिरौती की मांग कर दें। इस खौफ में कितनी पीढ़ियां गुजर गईं, कितने लोग बिहार छोड़कर पलायन कर गए। यहाँ उद्योग बंद हो गए, रोजगार नहीं बचा, आज वही लोग फिर से आपका वोट मांगने की बेशर्मी दिखा रहे हैं।

भाइयों बहनों,

आज नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार अंधेरे से निकलकर विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है। बक्सर के लोगों को इलाज के लिए बनारस जाना पड़ता था। हम अब यहां बक्सर में ही मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। बनारस में हमने एक बहुत बड़ा कैंसर अस्पताल बनाया है। अब किसी कैंसर मरीज को दिल्ली-मुंबई नहीं भागना पड़ेगा।आज आरा से बक्सर फोरलेन हाइवे है। पटना से आरा फोरलेन हाइवे भी बन रहा है। आने वाले समय में यहाँ उद्योग और व्यापार के अवसर बढ़ेंगे।

साथियों,

आने वाले 5 साल देश और बिहार के विकास के लिए निर्णायक होंगे। इसका फैसला आपका एक वोट करेगा। बीजेपी ने बक्सर से हमारे साथी, भाई मिथिलेश तिवारी को प्रत्याशी बनाया है। आपका हर वोट जो उनको मिलेगा, वो सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। तो ज्यादा से ज्यादा मतदात कराएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगे? हर पोलिंग बूथ जीतेंगे? पुराने सारे रिकार्ड तोड़ेंगे? अच्छा, मेरा एक काम करेंगे? कमाल है यार, इनके लिए कह रहा हूं तो बड़े जोश से बोल रहे हैं। मेरे लिए कहा तो चुप हो गए। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? पूरी ताकत से बताओ, जो करने वाले हैं वो बताओ? पक्का करेंगे? देखिए, यहां से जा करके, सब परिवारों में जा करके, जितने ज्यादा परिवारों में जा सकते हैं जाना, औऱ जा कर के कहना अपने मोदी जी आए थे, जय श्रीराम कहा है। मेरा जय श्रीराम पहुंचा देंगे? मेरा एक दूसरा काम है, करेंगे? करेंगे? हर गांव में देवस्थान होते हैं, आप उन देवस्थानों में जाऐं सब गांव वाले औऱ देवस्थान में जा करके, मत्था टेके। और ईश्वर से आशिर्वाद मांगे कि मोदी जी की इच्छा है मोदी जी की तरफ से मत्था टेकने आए हैं। औऱ विकसित भारत के लिए आशिर्वाद दीजिए। करेंगे? पक्का करेंगे? बोलिए -भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।