Tamil Nadu’s Kongu region represents India’s growth story with its vibrant textile and industry hubs: PM Modi
In 2024, Tamil Nadu is set to create history as the epicenter of the politics of development in India: PM Modi
Annamalai’s dedication reflects our mantra of ‘Sabka Saath, Sabka Vikas & Sabka Vishvas’: PM Modi
‘Modi’s Guarantee’ ensures free grains, smoke-free households, and housing for rural families: PM Modi
BJP’s vision for a developed India contrasts with INDI Alliance’s family-centered politics: PM Modi

वणक्कम !
Coming to पल्लडम् and being with all of you is a great pleasure. This Kongu region of Tamil Nadu represents India’s growth story in many ways. It is one of India’s most vibrant textile and industry hubs. It also contributes to our country’s wind energy capacity. This region is also known for its spirit of enterprise. Our risk-taking entrepreneurs and MSMEs play a role in making us the fastest growing economy.

साथियों
आज जहां भी मेरी नजर पहुंच रही है, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। ऐसा लग रहा है, जैसे मानव केसरिया समंदर, इतना बड़ा विराट ये सम्मेलन आप सब इतनी बड़ी तादाद में हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। जो लोग दिल्ली के एयरकंडिशंड कमरों में बैठकर देश को टुकड़ों में देखने की कोशिश करते हैं, देश को टुकड़ों में बांटने की कोशिश करते हैं वो जरा आकर के देख लें, तमिलनाडु हिंदुस्तान का भाग्य बनाने वाला ये राज्य आज आपके आंखों के सामने है। जो राजनीति के समीकरण बनाते हैं वे लिख लें कि इस बार देश का भाग्य पक्का करने में तमिलनाडु सबसे आगे होगा। मैं तमिलनाडु का जितना आभार व्यक्त करूं, मेरे पास शब्द कम पर जाएंगे।

साथियों,
2024 में आज तमिलनाडु की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। क्योंकि, तमिलनाडु देश में विकास की राजनीति का, नई राजनीति का सबसे नया वाइब्रेंट सेंटर बनने जा रहा है। 2024 में तमिलनाडु एक नया इतिहास रचने जा रहा है। जो ऐतिहासिक ‘एन् मण् एन् मक्कल’ पदयात्रा आज पूरी हुई है, वो इसका सबसे बड़ा सबूत है। मेरे तमिल भाइ-बहनों ने ‘एन् मण् एन् मक्कल’ यात्रा को जो समर्थन दिया है, वो अभूतपूर्व है।

साथियो,
‘एन् मण् एन् मक्कल’ यात्रा अपने नाम की वजह से भी बेहद खास रही है। हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए इस मिट्टी का कण-कण ईश्वर के समान है। हर भाजपा Nation-First के संकल्प के साथ समाज की सेवा में जुटा है। मैंने भी देखा है, कैसे समाज के हर एक वर्ग ने इस यात्रा के दौरान बीजेपी के लिए अपना समर्थन, अपना आशीर्वाद दिया है। मैं विशेष रूप से अपने युवा और ऊर्जावान सहयोगी भाई अन्नामलाई जी को अनेक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने इस यात्रा से सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ये मंत्र घर-घर तक पहुंचाया है।

साथियों,
मेरे लिए तमिल भाषा और तमिल संस्कृति बहुत विशेष रही है। संयुक्त राष्ट्र, यूनए में मैंने जो तमिल कविता पढ़ी थी, उसके बारे में विदेशों तक में पूछा जाता है। मैंने मेरे संसदीय क्षेत्र काशी में ‘काशी तमिल संगमम्’ करवाया, उसे लेकर भी लोग सवाल पूछते हैं। मैंने इस देश की महान परंपरा का सम्मान करते हुए तमिलनाडु की महान परंपरा उसका सम्मान करते हुए पवित्र सेंगोल को देश की संसद में सबसे ऊंचे मंच पर स्थापित किया, इसे लेकर भी लोगों को इसके बारे में जानने की नई जिज्ञासा पैदा हुई है। तमिलनाडु से मेरा रिश्ता राजनीति का नहीं है, ये रिश्ता दिल का है, और दशकों पुराना है। मुझे तमिलनाडु की मिट्टी ने हमेशा असीम प्रेम दिया है। करीब 32 साल पहले, 1991 में मैंने जब एकता यात्रा निकाली थी, उसकी शुरुआत भी तमिलनाडु के कन्याकुमारी से हुई थी। और वो यात्रा दो मकसद लेकर के चली थी.. एक श्रीनगर के लालचौक में आतंकवादियों की गोलियों के बीच भी जाऊंगा और तिरंगा झंडा फहराकर के रहूंगा। और दूसरा संकल्प था आर्टिकल 370 हमेशा-हमेशा के लिए मिटा के रहूंगा। और इसलिए कन्याकुमारी से तमिलनाडु की मिट्टी को माथे पर चढ़ाकर निकला था और आज, आज वो दोनों काम लाल चौक में शान से तिरंगा फहरा रहा है, और आज आर्टिकल 370 इतिहास के पन्नों में बंद हो चुकी है। अब एन् मण् एन् मक्कल यात्रा तमिलनाडु को एक नए पथ पर ले जा रही है।

साथियों,
बीजेपी तमिलनाडु में भले ही कभी सत्ता में न रही हो, लेकिन, तमिलनाडु हमेशा बीजेपी के दिल में रहा है। ये बात आज हर तमिल भाई-बहन जानता है, हर तमिल भाई-बहन समझ रहा है। इसीलिए, जिन्होंने दशकों तक तमिलनाडु को लूटा, वो लोग बीजेपी की बढ़ती ताकत से घबराये हुये हैं। वो लोग झूठ बोलकर, जनता को आपस में बांटकर, लोगों को लड़वाकर अपनी कुर्सी बचाना चाहते हैं। लेकिन, तमिलनाडु के लोग दिल से जितने पवित्र होते हैं, उतने ही समझदार भी होते हैं। इनकी सच्चाई सामने आ चुकी है। इनकी पोल खुल चुकी है। इसलिए अब तमिलनाडु के लोग बीजेपी पर भरोसा जता रहे हैं। ये नजारा कह रहा है।

साथियों,
केंद्र में बीजेपी सरकार ने तमिलनाडु के विकास को हमेशा प्राथमिकता दी है। 2004 से 2014 के बीच तमिलनाडु को केंद्र सरकार से Tax Devolution की जितनी राशि मिली थी, बीजेपी सरकार ने उससे तीन गुना ज्यादा राशि तमिलनाडु को दी है। और तब दिल्ली में तमिलनाडु से डीएमके के लोग सरकार में बैठे थे मलाई खा रहे थे लेकिन तमिलनाडु का भला करने के लिए कुछ भी नहीं करते थे। पिछले 10 साल में बीजेपी सरकार ने तमिलनाडु को विकास के कार्यों के लिए पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा पैसे दिए हैं। और आप ये भी याद रखिए कि DMK और कांग्रेस लंबे समय से एक दूसरे के सहयोगी हैं।
2004 से 2014 तक डीएमके के लोग कांग्रेस की UPA सरकार के बड़े मंत्रालयों में बड़े-बड़े मंत्री बनकर बैठे थे थे। लेकिन इसके बाद भी इन लोगों ने तमिलनाडु के लोगों के विकास को प्राथमिकता नहीं दी।

साथियों,
मोदी जब काम करता है तो सबके लिए करता है और इसमें भी सबसे गरीब सबसे ऊपर रहते हैं। इसीलिए, आज भारत के हर गरीब के पास है- मोदियिन् गारंटी तमिलनाडु में मोदियिन् गारंटी का अर्थ है- साढ़े तीन करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज। मोदियिन् गारंटी का मतलब है- तमिलनाडु की 40 लाख से अधिक महिलाओं को धुएँ से आज़ादी, उनके लिए एलपीजी सिलेंडर! मोदियिन् गारंटी का मतलब है- तमिलनाडु के 6 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों के लिए पीएम आवास। और आज पूरा देश जानता है कि ये मोदियिन् गारंटी अब अगले कई सालों तक और चलने वाली है।

साथियों,
आज जब मैं तमिलनाडु आया हूं, तो आदरणीय MGR जी को भी याद कर रहा हूं। श्रीलंका की यात्रा के दौरान मुझे MGR की जन्मभूमि कैंडी जाने का अवसर मिला था। मैंने वहां के लोगों से उनकी बात की थी। आज मैं उनकी कर्मभूमि पर आया हूं। MGR ने परिवारवाद की परंपरा से हटकर सुशासन की महान परंपरा को स्थापित किया था। उन्होंने क्वालिटी एजुकेशन और हेल्थकेयर के लिए काम किया। और यही कारण था कि समाज के नौजवान और महिलाएं उनका इतना सम्मान करते हैं। यही कारण है कि आज भी समाज के गरीब तबके के लोग उन्हें अपना सबसे बड़ा नेता कहते हैं। MGR ने परिवार के आधार पर नहीं, बल्कि प्रतिभाओं के आधार पर लोगों को आगे बढ़ाया। लेकिन दुर्भाग्य से आज तमिलनाडु में DMK के कारण जो राजनीति हो रही है, वो MGR साहब के लिए अपमान जैसा है। अगर MGR के बाद कोई था, तो वो अम्मा जयललिता जी थीं...जिन्होंने तमिलनाडु के जनहित और जनकल्याण के लिए अपना पूरा जीवन दिया। अभी कुछ समय पहले उनकी जन्मजयंती थी। आज तमिलनाडु की इस भूमि से मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। मेरा सौभाग्य है कि मैंने काफी समय तक जयललिता जी के साथ काम किया था। मैं जानता हूं कि वो किस तरह तमिलनाडु के लोगों के साथ दिल से जुड़ी हुई थीं। उन्होंने जीवन भर MGR के सिद्धांतों पर चलकर तमिलनाडु के लोगों के विकास और उनके हित के लिए काम किया। और यही कारण है कि आज भी तमिलनाडु के घर-घर में लोग उन्हें याद करते हैं।

साथियों,
मोदी जब देश के विकास की गारंटी लेता है, तो ये भी सुनिश्चित करता है कि तमिलनाडु भी उसी रफ्तार से आगे बढ़े। तमिलनाडु के लोगों ने हमेशा देश को सबसे ऊपर रखा है। इसीलिए, आज अगर देश में दो डिफेंस कॉरिडॉर बनते हैं, तो उनमें से एक तमिलनाडु में बनाया जाता है। आज देश जब टेक्सटाइल की फील्ड में संभावनाओं के लिए काम करता है, तो तमिलनाडु को उसका भरपूर फायदा मिलता है।

साथियों,
विपक्ष मैं बैठे हुए इंडी एलायंस के लोग और आज जो इंडी एलायंस के साथियों ने आज तमिलनाडु को जकड़ा हुआ है, वो कभी तमिलनाडु का विकास नहीं होने देंगे। आप पहले का समय याद करिए, जो काँग्रेस डिफेंस के सौदों में हजारों करोड़ रुपए की दलाली खाती थी, वो कांग्रेस क्या तमिलनाडु में डिफेंस कॉरिडॉर बनने देती? आज डिफेंस सेक्टर में देश जो कई गुना निर्यात कर रहा है, उससे युवाओं को जो रोजगार मिल रहा है, क्या कांग्रेस ये होने देती क्या? हमने टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए PLI स्कीम शुरू की। उसका परिणाम है कि, 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। 2 लाख करोड़ के करीब टर्नओवर इससे होगा। इसके अलावा यहां विरुधुनगर में एक पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क भी बनाया जा रहा है। इससे आने वाले समय में लाखों नौकरियों के अवसर बनने वाले हैं। मुद्रा लोन के जरिए भी तमिलनाडु के उद्यमियों को 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग दी गई है। आप मुझे बताइये, काँग्रेस सरकार में क्या ये मुमकिन हो सकता था? मोदी तमिलनाडु के विकास के लिए काम कर रहा है, और इसलिए इंडी एलायंस वाले पूरी गैंग मोदी से इतना परेशान हैं।

साथियों,
आज बीजेपी अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल में विकसित भारत के निर्माण की बात कह रही है। बीजेपी अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की बात कह रही है। लेकिन दूसरी तरफ केवल मोदी से नफरत के नाम पर एकजुट हुए इंडी गठबंधन के लोग अनाप शनाप बोलते रहते हैं! क्या आप ने इनके एक भी दल को विकास पर, अर्थव्यवस्था पर, इंडस्ट्री पर, शिक्षा पर, एग्रिकल्चर पर, लेबरर्स पर फिशरमैन पर बात करते सुना है क्या? इन्हें बस एक ही चिंता है कि कैसे इनके परिवार की दुकान चलती रहे! अपने परिवार को बढ़ावा देकर ये तमिलनाडु के हर युवा का विकास रोके हुए हैं।

साथियों,
इंडी गठबंधन के ये लोग केंद्र में तो अपनी हार मान चुके हैं। लेकिन इनकी कोशिश है कि कैसे तमिलनाडु जैसे राज्यों में लूटने का लाइसेन्स बना रहे। लेकिन, 2024 में जनता ने मन बना लिया है कि इनकी लूट की हर दुकान पर ताला डालना है। तमिलनाडु में ‘एन् मण् एन् मक्कळ्’ यात्रा ने इस ताले का इंतजाम कर दिया है। अब तमिलनाडु में भी भाजपा भ्रष्टाचार की राजनीति का अंत करने के लिए तैयार हो रही है। मैं, हमारे सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहूँगा, आपको जनता का आशीर्वाद लेकर पूरी ऊर्जा के साथ तमिलनाडु में सेवा करनी है। आपको तमिलनाडु के घर-घर तक बीजेपी के तीसरे कार्यकाल के संकल्प को पहुंचाना है। जो मैंने यहाँ कहा है, उसे आपको जन-जन तक लेकर जाना है। मैं फिर एक बार इस विशाल जनसमुदाय को और तमिलनाडु के ये उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर के आए हैं, ये तमिलनाडु के युवाओं के भाग्य को बदलने की गारंटी मैं देख रहा हूं। ये युवा तमिलनाडु के अधिकारों की रक्षा की गारंटी आज मैं देख रहा हूं। और मोदी आपकी गारंटी के लिए आपके साथ खड़ा है।

दोनों हाथ ऊपर करके मेरे साथ बोलिए... भारत माता की... जय.. भारत माता की... जय... भारत माता की... जय.. भारत माता की... जय.. भारत माता की... जय.. भारत माता की... जय..
वंदे...मातरम... वंदे...मातरम... वंदे...मातरम... वंदे...मातरम वंदे...मातरम... वंदे...मातरम... वंदे...मातरम...
बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।