QuoteWhen I was the Gujarat CM, I gave water to Rajasthan and there was no Court matter or anything: PM Modi in Chittorgarh
QuoteI want to guarantee the youth of Rajasthan that the paper leak mafia will be held accountable and punished, says PM Modi
QuoteRajasthan is saying with great confidence and trust - BJP will come, hooliganism will go, BJP will come and stop the riots, BJP will come and stop stone pelting, BJP will come and stop dishonesty: PM Modi
QuotePM Modi says every corrupt person, goon, rioter, tyrant and every leader of Congress has considered himself the government of Rajasthan. Congress left no stone unturned in looting the state

सांवलिया सेठ महाराज की जय !!
मेवाड़ की रक्षक बायण माता, कालिका माता की… सगरा माता की… आप सबको इस धरती को प्रणाम करते हुए मेरे साथ बोलिए भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की.. !!
महाराणा प्रताप, रानी पद्मिनी, राणा कुंभा के शौर्य और वीरता की भूमि, श्रीनाथजी, नाथद्वारा और सांवलिया सेठ जी की पावन धरती ऐसी मेवाड़ की धरती को मेरा शत-शत नमन!

पूरा राजस्थान, पूरा मेवाड़ क्या सोच रहा है, ये आज यहां चित्तौड़गढ़ में साफ-साफ दिखाई देता है। मैं पार्टी का बहुत आभारी हूं कि मुझे आपके बीच जाने का अवसर दिया और बहुत पुराने-पुराने परिचित चेहरे उनको प्रणाम करने का अवसर मिल गया पुराने साथियों को नमस्कार करने का मौका मिल गया। लेकिन इससे भी बड़ा मेरा अजूबा ये था कि इस पंडाल से बाहर इतनी तादाद में लोग थे, अगर मैं खुली जीप में न आता तो शायद मैं कल्पना नहीं कर सकता कि इतनी बड़ी तादाद में लोग बाहर खड़े हैं। लेकिन जिनको पंडाल में जगह नहीं मिली है उनसे मैं क्षमा याचना भी करता हूं, लेकिन उनको विश्वास दिलाता हूं कि पंडाल भले ही छोटा पड़ गया मोदी का दिल बहुत बड़ा है। आप सब मेरे दिल में बसते हैं। साथियों राजस्थान ने आह्वान कर दिया है- राजस्थान को बचाएंगे, भाजपा सरकार को लाएंगे।

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मेरे परिवारजनों,
मेवाड़ की, राजस्थान की पहचान आतिथ्य सत्कार की है। लोक संगीत की है, लोक संस्कृति की है। शौर्य की है, यहां की एक-एक विरासत पर गर्व करने की है। लेकिन 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया तबाह कर। मैं इस मेवाड़ की धरती को करना चाहता हूं जब यहां से खबरें आती है तो बहुत दुखी मन हो जाता है, बहुत तकलीफ अनुभव करता हूं और मैं बहुत दुखी मन से कह रहा हूं.... आज जब अपराध की बात आती है, तो कौन सा राज्य टॉप पर आता है? कौन सा राज्य? ये हमारा राजस्थान। आज जब अराजकता, दंगे, पत्थरबाजी की बातें होती है, तो कौन सा राज्य का नाम बदनाम होता है? ये हमारा राजस्थान। आज जब महिलाओं-दलितों-पिछड़ों पर अत्याचार की बात होती है, तो कौन सा राज्य आज सबसे ज्यादा बदनाम हो रहा है? ये हमारा राजस्थान। क्या आपने.. मैं राजस्थान की जनता को बड़े दर्द के साथ, बड़े दुख के साथ, बड़ी तकलीफ के साथ मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आपने पांच साल पहले इसके लिए कांग्रेस को वोट दिया था?

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साथियों,
राजस्थान के लोगों को भ्रम में डालकर कांग्रेस ने यहां सरकार तो बना ली लेकिन सरकार चला नहीं पाई। यहां गहलोत जी सोते-जागते, उठते-बैठते मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने में लगे थे और आधी कांग्रेस उनकी कुर्सी गिराने में जुटी थी। जनता को अपने हाल पर छोड़कर ये लोग आपसी लड़ाई में ही व्यस्त रहे। अपने बेटों को सेट कैसे करना, दूसरे के बेटे को कैसे उखाड़ देना लेकिन इस सबके बावजूद एक विषय को लेकर कांग्रेस में हमेशा मिलीभगत रही हमेशा सहमति रही। कांग्रेस ने राजस्थान को लूटने में कोई कमी नहीं छोड़ी। पांच साल राजस्थान में कांग्रेस ने यही किया है। हर भ्रष्टाचारी, हर गुंडा, हर दंगाई, हर अत्याचारी, कांग्रेस का हर नेता खुद को राजस्थान की सरकार मान बैठा है।

मेरे परिवारजनों,
आप मुझे बताइए, राजस्थान में ऐसी सरकार को रहना चाहिए क्या? ऐसी सरकार को रहना चाहिए क्या? एक दिन भी रहना चाहिए क्या?
राजस्थान को ऐसी सरकार चलेगी क्या? मेवाड़ की ये आवाज़ पूरे राजस्थान की आवाज़ है। राजस्थान कह रहा है- राजस्थान पूरे विश्वास से कह रहा है, राजस्थान पूरे भरोसे से कह रहा है- भाजपा आएगी, गुंडागर्दी जाएगी। भाजपा आएगी, दंगे रुकवाएगी। भाजपा आएगी, पत्थरबाजी रुकवाएगी। भाजपा आएगी, बेईमानी जाएगी। भाजपा आएगी, महिला सुरक्षा लाएगी। भाजपा आएगी, रोज़गार लाएगी। भाजपा आएगी, समृद्ध राजस्थान बनाएगी।

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मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की जनता का संदेश, कांग्रेस के नेताओं तक भी पहुंच चुका है। यहां मुख्यमंत्री गहलोत जी को भी पता है कि कांग्रेस सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इसलिए आपने भी सुना होगा, इसका मेरे पास सबूत है, दिल्ली में बैठे कुछ लोगों को भले ही भरोसा ना हो कि गहलोत जी जा रहे हैं, लेकिन गहलोत जी को खुद पर भरोसा है कि वो जा रहे हैं और इसलिए गहलोत जी ने भी एक प्रकार से भाजपा को बधाई दे दी है। आप देखिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री क्या बोल रहे हैं, वो आग्रह कर रहे हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद उनकी योजनाओं को बंद ना किया जाए। ऐसा कह रहे हैं वो उनकी योजनाओं को बंद न किया जाए। तो पहले तो गहलोत जी ने अपनी पराजय स्वीकार कर लिया कि हमारी सरकार बनेगी इस बात को सार्वजनिक कह दिया मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। और आपने जब इतनी ईमानदारी से कह दिया है तो मोदी तो आपसे अनेक गुना ईमानदार है, मैं राजस्थान की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि भले ही गहलोत जी ने योजनाएं चालू की होगी लेकिन जनहित की किसी योजना को भाजपा सरकार बनने के बाद उसको रोकेगी नहीं, उसको अच्छा करने का उसे बेहतर बनाने का प्रयास करेगी। और ये मोदी की गारंटी है। मोदी की गारंटी मतलब, हर गारंटी के पूरा होने की गारंटी।

लेकिन राजस्थान के भाइयों और बहनों, मैं एक और बात की गारंटी देना चाहता हूं। जिन-जिन ने यहां भ्रष्टाचार किया है, योजनाएं तो हम चलाए रखेंगे, सुधार भी करेंगे लेकिन जिन-जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया है गरीबों के पैसे लूटे हैं, उनके खिलाफ तो कार्रवाई जरूर होगी। ये भी मोदी की गारंटी है। ये लोग मोदी को चाहे जितना गाली देते रहे, चाहे जितना उसकी कब्र खोदने के सपने देखते रहें, करप्शन पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। कांग्रेस सरकार का तो हाल ये है - आपणो घोड़ो छाया मे बाँधणों, दूजां को फरबा द्यो! यानि जनता के पैसों से अपनी तिजोरी भरो और जनता को बेहाल छोड़ दो! राजस्थान के युवाओं के साथ जो धोखा किया गया है, भाजपा उसकी तह तक भी जाएगी। यहां के पेपरलीक माफिया को, पेपरलीक माफिया, खदान मापिया तो सुनते थे हम, पेपरलीक माफिया.. मैं राजस्थान के नौजवानो को वादा करता हूं, नौजवानों हम पर भरोसा करना ये पेपरलीक माफिया का पाताल में जाकर भी इसका हिसाब किया जाएगा। मैं आपको भरोसा देता हूं, नौजवानों के भविष्य के साथ जिसने खिलवाड़ किया है ऐसे पेपरलीक माफिया को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी।

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साथियों,
कांग्रेस वोट पाने के लिए भांति-भांति के छल-प्रपंच ये करती रहती है है, झूठी घोषणाएं, झूठे वायदे तो इसका स्वाभाव बन गया है। अब आप देखिए, हमारे सैनिकों के साथ भी वन रैंक वन पेंशन को लेकर ऐसा ही छल इन्होंने किया था। दशकों तक कांग्रेस ने वन रैंक वन पेंशन का मामला लटकाए रखा। कांग्रेस सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर कहती थी कि वन रैंक वन पेंशन को लागू करेगी। जबकि 500 करोड़ रुपए में ये करना असंभव था, मुश्किल था और ये कांग्रेस को मालूम भी था। लेकिन लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए ये ड्रामा करने से भी बाज नहीं आए। राजस्थान के मेरे वीर भाइयों और बहनों, मोदी ने अपने सैनिक परिवारों को वन रैंक वन पेंशन की गारंटी दी थी। हमने डंके की चोट पर इसे पूरा किया।आपको हैरानी होगी कि अभी तक पूर्व सैनिकों को आप देखिए उन्होंने क्या खेल खेला था 500 करोड़ रुपये का ड्रामा, हमने अब तक 70 हज़ार करोड़ रुपए OROP के तहत हमारे सेना के जवानों को मिल चुके हैं। कहां 500 करोड़ रुपए और कहां 70 हज़ार करोड़ रुपए। याद रखिएगा, कांग्रेस ऐसे ठगी करती है, ऐसे ही झूठ बोलती है।

मेरे परिवारजनों,
जब भी कांग्रेस को पक्का हो जाता है कि वो चुनाव हारने वाली है, वो ऐसे ही झूठी घोषणाएं करने में लग जाती है। अखबारों में और टीबी में छाए रहने के लिए खजाना लुटा देती है। राजस्थान में भी ये ऐसा ही खेल, खेल रहे हैं, जनता को धोखा देने में जुट गए हैं। ये सोच रहे हैं कि जनता इनकी बातों में आ जाएगी, इनके 5 साल के कुशासन को भूल जाएगी। इसलिए इन्होंने फिर धड़ाधड़ घोषणाएं करनी शुरू कीं हैं। लेकिन मेवाड़ की, राजस्थान की जनता तो पूछ रही है, कि इतनी ही चिंता थी तो बीते 4-5 साल कहां थे? कुर्सी बचाने के सिवाए कोई काम किया है क्या? गरीब कल्याण की गारंटी तो मोदी पूरा कर रहा है। कोरोना काल में हर परिवार का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भी भूखा सो ना जाए मोदी ने उस गारंटी को पूरा कर के दिखाया है।
हर गरीब को कोरोना का मुफ्त टीका लगे, ये गारंटी मोदी ने पूरी की।

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हर गरीब का अस्पताल में मुफ्त इलाज हो, ये गारंटी मोदी ने पूरी की। और आप जानते हैं हमारे समाज में परिवार में अगर मां बीमार हो जाए, कितनी ही पीड़ा हो, कितनी ही तकलीफ हो, लेकिन मां परिवार में किसी को पता नहीं चलने देती कि वो बीमार है, दर्द हो रहा है, वो अपना काम करती रहती है। मूसीबत, पीड़ा, दर्द सब सहती रहती है.. क्यों? क्योंकि मां के मन में होता है कि अगर बच्चों को बीमारी का पता चल जाएगा और अस्पताल में जाएंगे तो भाड़ी-भरकम बिल आएगा, ये बच्चे कर्जदार बन जाएंगे। बेटे पर कर्ज नहीं करने देना है, भले दो साल पहले चले जाऊं, भले ही दर्द सहती रहूं, लेकिन बेटे को कर्ज में नहीं डूबनी दूंगी। ये हमारे देश की माताएं सोचती हैं। लेकिन मेरी माताएं-बहनें, अब आपका बेटा दिल्ली में बैठा है। अब आपको बीमारी सहनी नहीं पड़ेगी। ये आपका बेटा पांच लाख रुपये तक आपके इलाज पर खर्चा करने के लिए आपको गारंदी देता रहा है और पूरी कर रहा है। आज मैं राजस्थान के हर गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों को एक और गारंटी दे रहा हूं। मोदी हर गरीब को पक्की छत देगा, पक्का घर देगा। अब तक चार करोड़ घर बना दिए हैं और जिनका बाकी रहा है, काम चालू है और आपका घर भी बनेगा। मोदी की गारंटी है कि आपके गांव में कोई भी गरीब परिवार हो जिसका पक्की छत नहीं है उसे जाकर के बता देना कि मोदी आया था सांवलिया सेठ के चरणों में बैठकर के बोल के गया है कि तेरा भी पक्का घर बन जाएगा। मोदी ने राजस्थान के लाखों परिवारों को पाइप से पानी पहुंचाने की गारंटी भी दी है। मोदी आज गारंटी देता है, ऐसा नहीं, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, नर्मदा का पानी राजस्थान को देना था, आज हिंदुस्तान में देखिए, एक राज्य दूसरे राज्य को पानी देना मना करता है। दो-दो राज्यों के बीच में लड़ाई होती है, लेकिन ये मोदी की गारंटी थी। अगर नर्मदा का पानी गुजरात को मिलता है, राजस्थान को भी जरूरत है, राजस्थान भी मेरा है, मैं राजस्थान को तरसता नहीं रख सकता हूं। और नर्मदा का पानी, कोई झगड़ा नहीं, कोई विवाद नहीं कोई कोर्ट-कचहरी नहीं। आज राजस्थान के कई जिलों में नर्मदा का पानी पहुंच रहा है ये मोदी की गारंटी होती है। राजस्थान की मेरी माताएं-बहने मैं गुजरात से जानता हूं बिना पानी कैसे जिंदगी मुश्किल से गुजरती है। सूखा प्रदेश है बारिश कम होती है उसके बावजूद भी गारंटी दी है। मेरी माताएं-बहने आपके रसोई घर में नल से जल ये मोदी की गारंटी है। राज्य के 45 लाख से अधिक परिवारों तक पिछले 4 साल में नल से जल पहुंच चुका है। और यहां ये कुर्सी बचाओ सरकार नहीं होती न, भाजपा की सरकार होती तो आज हमारा काम पूरा हो गया होता। लेकिन मैं आपको गारंटी देता हूं कि भाजपा सरकार बनते ही जिन घरों में नल से जल नहीं पहुंचा है वहां भी तेज गति से पहुंच जाएगा।

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मेरे परिवारजनों,
इस क्षेत्र में सिंचाई के पानी की जो दिक्कत हैं, मैं उसे भी भलीभांति जानता हूं। ये पूरा क्षेत्र, हम गुजरात के लोगों को तो ऐसा लगता है जैसे हमारा ही घर है। भाजपा सरकार बनने के बाद किसानों की सिंचाई से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी को सुविधा देने और सशक्त करने के ऐसे हर काम तो मोदी कर रहा है। कांग्रेस ने क्या किया? या तो मोदी को गाली देती है या फिर भाजपा सरकार की योजनाओं को रोकती है। कांग्रेस जो भी योजनाएं बनाती है, वो बिना भ्रष्टाचार के लागू हो जाएं, ये संभव ही नहीं है। अब आप मुझे बताइए, महात्मा गांधी स्वच्छता के आग्रही थे कि नहीं थे? जरा मुझे जवाब दीजिए महात्मा गांधी स्वच्छता के आग्रही थे कि नहीं थे? महात्मा गांधी हमें स्वच्छता के लिए कह के गए थे कि नहीं गए थे? क्या 75 साल तक कांग्रेस को जितना भी समय काम करने का मौका मिला क्या उन्हें स्वच्छता के लिए काम करना चाहिए था कि नहीं चाहिए था। स्वच्छता होती तो बीमारी जाती कि नहीं जाती? अब मुझे बताइए कल पूरे देश में गांव-गांव स्वच्छता का अभियान हुआ क्या ये स्वच्छता का काम इसमें भी कांग्रेस-भाजपा ज्यादा होता है क्या? कांग्रेस के लोगों को स्वच्छता करने में क्या जाता था, करनी चाहिए थी कि नहीं करनी चाहिए थी, ये तो मोदी का कोई जन्मदिन तो था नहीं। ये महात्मा गांधी के जन्मदिन पर हो रहा है, वो भी कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है। मैं तो सभी पोलिटिकल पार्टियों को कहना चाहता हूं, ये सारा घमंडिया गठबंधन को भी कहना चाहता हूं, अरे कम से कम स्वच्छता का काम तो हाथ में लो, चलो भाई गांधी जयंती पर नहीं करना है तो खुद के जन्मदिवस पर करो। खुद के जन्मदिवस पर नहीं करना है तो आपके और नेता के जन्मदिवस पर करो, वो नहीं करना है तो अपने बच्चों के जन्मदिन पर करो, लेकिन स्वच्छात के काम करने में भी राजनीति का खेल खेल रहे हैं। ऐसा काम इनसलिए नहीं करते क्योंकि इसमें कटकी करने की जगह नहीं होती मलाई खाने का मौका नहीं होता है।

मेरे परिवारजनों,
जनता को अपने हक के लिए भी कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के पीछे लाइऩ में खड़ा रहना पड़ता है। कांग्रेस की ये मनमानी अब राजस्थान की धरती पर नहीं चलेगी। लाभार्थी का जो हक है वो सीधा मिले, वो पूरा मिले, ये भाजपा सरकार सुनिश्चित करती है। भाजपा सरकार ने बीते 9 वर्षों में डायरेक्ट बेनिफिट से लाखों करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पहुंचाए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि आज सीधे किसान के बैंक खाते में आती है। कोई बिचौलिया नहीं। कोई कटकी कंपनी नहीं, कोई कमीशन नहीं। किसी दफ्तर में चक्कर काटने की जरूरत नहीं। मोदी का मॉडल ही यही है- हर लाभार्थी तक सीधा लाभ। इसलिए राजस्थान को भरोसा है कि भाजपा आएगी, बेईमानी जाएगी।

मेरे परिवारजनों,
जो कांग्रेस सरकार, जानमाल की सुरक्षा नहीं कर सकती, उसको हटाना बहुत ज़रूरी है। आप मुझे बताइए, जो उदयपुर में हुआ, वैसी कभी आपने कल्पना भी की थी? जिस राजस्थान ने दुश्मन पर भी धोखे से वार ना करने की परंपरा को जीया है, उस राजस्थान की धरती पर इतना बड़ा पाप हुआ। कपड़े सिलाने के बहाने लोग आते हैं और बिना डर, बिना खौफ के टेलर का गला काट देते हैं। और वीडियो बनाकर गर्व से वायरल कर देते हैं। कांग्रेस सरकार को इसमें भी वोट बैंक की चिंता सताती है। राजस्थान की वीर धरा की कैसी छवि कांग्रेस ने दुनिया के सामने प्रस्तुत की है? कोई भी तीज-त्यौहार राजस्थान में शांति से मना पाना संभव नहीं है। कब दंगे भड़क जाएं, कब कर्फ्यू लग जाए, कोई नहीं जानता। सामान्य जन को जीवन की चिंता, व्यापारी को व्यापार की चिंता और कामगार को काम की चिंता, ये माहौल कांग्रेस ने राजस्थान में बना दिया है। इस विकास विरोधी माहौल को बदलना ही पड़ेगा। दंगाई हो, अपराधी हो, उसे भाजपा सरकार ही ठीक कर सकती है, ये हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है। इसलिए लोग कह रहे हैं कि भाजपा आएगी, दंगे रुकवाएगी।

मेरे परिवारजनों,
मुझे बहुत तकलीफ होती है जब मैं देश में कहीं भी बेटियों के साथ हो रहे अन्याय को देखता हूं, उसके बारे में सुनता हूं। लेकिन राजस्थान में तो कांग्रेस सरकार ने बेटियों से अन्याय की परंपरा ही बना दी है। यहां बाड़मेर में दलित महिला से दुष्कर्म कर उस पर एसिड डाल दिया जाता है। सूरतगढ़ में महिला की हत्या कर शव रोड पर फेंक दिया जाता है। भीलवाड़ा में गैंगरेप के बाद बच्ची को भट्टी में जला दिया जाता है। और जमवारामगढ़ में महिला को जिंदा जला दिया जाता है। इसलिए ही आज राजस्थान की माताएं-बहनें-बेटियां कह रही हैं उन्हें भरोसा है- भाजपा आएगी, महिला सुरक्षा लाएगी।

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मेरे परिवारजनों,
मेरी माताएं-बहनें-बेटियां भी जानती हैं की मोदी उनको दी हुई हर गारंटी पूरा कर रहा है। बीते 9 वर्षों में भाजपा सरकार ने ही बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों के, सेना के अग्रिम मोर्चों में तैनाती के दरवाजे खोल दिए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों में महिलाओं की संख्या दोगुनी की जा चुकी है।देशभर में पुलिस सिस्टम में 33 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती को भाजपा सरकार प्रोत्साहित कर रही है। अब लोकसभा और विधानसभा में भी 33 प्रतिशत सीटों में बहनों को आरक्षण की गारंटी मोदी ने पूरी की है। कांग्रेस कितने दशकों से आरक्षण के नाम पर बहनों से वोट मांगती रही। आपसे वोट मांगती थी और संसद में अपने साथियों से बिल को फड़वाती भी थी। ये तो मोदी है और आपका मोदी पर आशीर्वाद है, जो इस बार इनको समर्थन करना पड़ा।
वरना इनकी मानसिकता क्या है, ये आप देख ही रही हैं। कांग्रेस के घमंडिया गठबंधन के नेता महिलाओं को लेकर कैसी-कैसी अपमानित करने वाली बातें कर रहे हैं, ये आए दिन हम देख रहे हैं। इस कानून से बहुत नाराज़ हैं। ये चाहते ही नहीं कि महिलाओं को उनका हक मिले। इसलिए बहाने बना रहे हैं, जाति-धर्म के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। मेवाड़ की, राजस्थान की युवा बेटियों को अपने वोट से कांग्रेस की इस साजिश का जवाब देना है। आपको अपने घर में, अपने परिवार के सदस्यों को भी कांग्रेस की साजिश के बारे में बताना है।

मेरे परिवारजनों,
मेवाड़ का ये पूरा क्षेत्र असीम संभावनाओं का क्षेत्र है। हमारे सीपी जोशी जी तो इसी क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं। वे मेवाड़ के, राजस्थान के विकास से जुड़े हर मुद्दे को दिल्ली में ज़ोरशोर से उठाते हैं। आज भी चित्तौड़गढ़ में 7 हज़ार 200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। आज पाली-हनुमानगढ़ पाइपलाइन का लोकार्पण किया गया है। इससे राजस्थान में इंडस्ट्री का विस्तार होगा, हज़ारों नए रोजगार बनेंगे। भाजपा, राजस्थान को टूरिज्म में नंबर वन बनाना चाहती है। इसके लिए हम कनेक्टिविटी और कल्चर, दोनों पर जोर दे रहे हैं। आज रेलवे, सड़क और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया गया है। नाथद्वारा टूरिस्ट सेंटर से लोगों की सहूलियत बढ़ने वाली है। हमारे ‘सांवलिया सेठ’ मंदिर में भी भारत सरकार ने बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं को जोड़ने का काम किया है। यहां जब भाजपा सरकार आएगी, तो ये काम और भी तेज़ी से पूरे होंगे। इसलिए राजस्थान कह रहा है- भाजपा आएगी, सुविधा और समृद्धि लाएगी।

मेरे परिवारजनों,
आदिवासी हों, दलित हों, पिछड़े हों, हर समाज कांग्रेस के झूठ और वोटबैंक की राजनीति को पहचान चुका है। भाजपा उन वर्गों के लिए काम कर रही है, जिनको किसी ने नहीं पूछा। हमारे कुम्हार, सुथार, माली, सुनार, लोहार, धोबी, दर्ज़ी, जूते बनाने वाले, राजमिस्त्री, बढ़ई, ऐसे लाखों परिवार अपने हाल पर थे। इसलिए हमारी सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना लेकर आई। इससे राजस्थान के विश्वकर्मा साथियों को भी आधुनिक ट्रेनिंग और आधुनिक उपकरण मिलेंगे। इसके लिए भाजपा सरकार हज़ारों रुपए विश्वकर्मा साथियों को दे रही है। यही नहीं, बैंकों से लाखों रुपए का कम ब्याज वाला ऋण भी विश्वकर्मा साथियों को मिलेगा। बैंक आपसे गारंटी नहीं मांगेगा, बिना गारंटी पैसा मिलेगा। क्यों? क्योंकि मोदी ने आपकी गारंटी दे के रखी है।

साथियों,
मोदी की हर गारंटी को हर बूथ तक पहुंचाना है। और इस चुनाव हमारा एक ही चेहरा है और वो चेहरा है कमल। इस कमल को ही भारी बहुमत से जिताना है। और हम इस कमल के नेतृत्व में कमल के निसान से राजस्थाना का भाग्य भी तेज गति से आगे बढ़ाएंगे। हमारी उम्मीद कमल है, हमारा उम्मीदवार कमल है। हम कमल खिलाएंगे, भाजपा को जिताएंगे, इसी लक्ष्य के साथ हम सबको एकजुटता के साथ आगे निकलना है। मैं एक बार फिर मेवाड़ की इस धरती को प्रणाम करता हूं, इस वीर माताओं को प्रमाण करता हूं,यहां के सभी नागरिकों को प्रणाम करता हूं।

मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की... दोनों हाथ ऊपर करके मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद!

 

 

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 20, 2024

    हर हर महादेव
  • JBL SRIVASTAVA May 27, 2024

    मोदी जी 400 पार
  • Vaishali Tangsale February 12, 2024

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻
  • ज्योती चंद्रकांत मारकडे February 11, 2024

    जय हो
  • ज्योती चंद्रकांत मारकडे February 11, 2024

    जय हो
  • Uma tyagi bjp January 28, 2024

    जय श्री राम
  • Babla sengupta December 24, 2023

    Babla sengupta
  • Mahendra singh Solanki Loksabha Sansad Dewas Shajapur mp October 15, 2023

    समस्त देशवासियों को नवरात्रि के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। #Dewas #Shajapur #AgarMalwa #MadhyaPradesh #BJP #BJPMadhyaPradesh
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India is driving global growth today: PM Modi at Republic Plenary Summit
March 06, 2025
QuoteIndia's achievements and successes have sparked a new wave of hope across the globe: PM
QuoteIndia is driving global growth today: PM
QuoteToday's India thinks big, sets ambitious targets and delivers remarkable results: PM
QuoteWe launched the SVAMITVA Scheme to grant property rights to rural households in India: PM
QuoteYouth is the X-Factor of today's India, where X stands for Experimentation, Excellence, and Expansion: PM
QuoteIn the past decade, we have transformed impact-less administration into impactful governance: PM
QuoteEarlier, construction of houses was government-driven, but we have transformed it into an owner-driven approach: PM

नमस्कार!

आप लोग सब थक गए होंगे, अर्णब की ऊंची आवाज से कान तो जरूर थक गए होंगे, बैठिये अर्णब, अभी चुनाव का मौसम नहीं है। सबसे पहले तो मैं रिपब्लिक टीवी को उसके इस अभिनव प्रयोग के लिए बहुत बधाई देता हूं। आप लोग युवाओं को ग्रासरूट लेवल पर इन्वॉल्व करके, इतना बड़ा कंपटीशन कराकर यहां लाए हैं। जब देश का युवा नेशनल डिस्कोर्स में इन्वॉल्व होता है, तो विचारों में नवीनता आती है, वो पूरे वातावरण में एक नई ऊर्जा भर देता है और यही ऊर्जा इस समय हम यहां महसूस भी कर रहे हैं। एक तरह से युवाओं के इन्वॉल्वमेंट से हम हर बंधन को तोड़ पाते हैं, सीमाओं के परे जा पाते हैं, फिर भी कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं रहता, जिसे पाया ना जा सके। कोई मंजिल ऐसी नहीं रहती जिस तक पहुंचा ना जा सके। रिपब्लिक टीवी ने इस समिट के लिए एक नए कॉन्सेप्ट पर काम किया है। मैं इस समिट की सफलता के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आपका अभिनंदन करता हूं। अच्छा मेरा भी इसमें थोड़ा स्वार्थ है, एक तो मैं पिछले दिनों से लगा हूं, कि मुझे एक लाख नौजवानों को राजनीति में लाना है और वो एक लाख ऐसे, जो उनकी फैमिली में फर्स्ट टाइमर हो, तो एक प्रकार से ऐसे इवेंट मेरा जो यह मेरा मकसद है उसका ग्राउंड बना रहे हैं। दूसरा मेरा व्यक्तिगत लाभ है, व्यक्तिगत लाभ यह है कि 2029 में जो वोट करने जाएंगे उनको पता ही नहीं है कि 2014 के पहले अखबारों की हेडलाइन क्या हुआ करती थी, उसे पता नहीं है, 10-10, 12-12 लाख करोड़ के घोटाले होते थे, उसे पता नहीं है और वो जब 2029 में वोट करने जाएगा, तो उसके सामने कंपैरिजन के लिए कुछ नहीं होगा और इसलिए मुझे उस कसौटी से पार होना है और मुझे पक्का विश्वास है, यह जो ग्राउंड बन रहा है ना, वो उस काम को पक्का कर देगा।

साथियों,

आज पूरी दुनिया कह रही है कि ये भारत की सदी है, ये आपने नहीं सुना है। भारत की उपलब्धियों ने, भारत की सफलताओं ने पूरे विश्व में एक नई उम्मीद जगाई है। जिस भारत के बारे में कहा जाता था, ये खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा, वो भारत आज दुनिया की ग्रोथ को ड्राइव कर रहा है। मैं भारत के फ्यूचर की दिशा क्या है, ये हमें आज के हमारे काम और सिद्धियों से पता चलता है। आज़ादी के 65 साल बाद भी भारत दुनिया की ग्यारहवें नंबर की इकॉनॉमी था। बीते दशक में हम दुनिया की पांचवें नंबर की इकॉनॉमी बने, और अब उतनी ही तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं।

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साथियों,

मैं आपको 18 साल पहले की भी बात याद दिलाता हूं। ये 18 साल का खास कारण है, क्योंकि जो लोग 18 साल की उम्र के हुए हैं, जो पहली बार वोटर बन रहे हैं, उनको 18 साल के पहले का पता नहीं है, इसलिए मैंने वो आंकड़ा लिया है। 18 साल पहले यानि 2007 में भारत की annual GDP, एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंची थी। यानि आसान शब्दों में कहें तो ये वो समय था, जब एक साल में भारत में एक लाख करोड़ डॉलर की इकॉनॉमिक एक्टिविटी होती थी। अब आज देखिए क्या हो रहा है? अब एक क्वार्टर में ही लगभग एक लाख करोड़ डॉलर की इकॉनॉमिक एक्टिविटी हो रही है। इसका क्या मतलब हुआ? 18 साल पहले के भारत में साल भर में जितनी इकॉनॉमिक एक्टिविटी हो रही थी, उतनी अब सिर्फ तीन महीने में होने लगी है। ये दिखाता है कि आज का भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। मैं आपको कुछ उदाहरण दूंगा, जो दिखाते हैं कि बीते एक दशक में कैसे बड़े बदलाव भी आए और नतीजे भी आए। बीते 10 सालों में, हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल हुए हैं। ये संख्या कई देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। आप वो दौर भी याद करिए, जब सरकार खुद स्वीकार करती थी, प्रधानमंत्री खुद कहते थे, कि एक रूपया भेजते थे, तो 15 पैसा गरीब तक पहुंचता था, वो 85 पैसा कौन पंजा खा जाता था और एक आज का दौर है। बीते दशक में गरीबों के खाते में, DBT के जरिए, Direct Benefit Transfer, DBT के जरिए 42 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए गए हैं, 42 लाख करोड़ रुपए। अगर आप वो हिसाब लगा दें, रुपये में से 15 पैसे वाला, तो 42 लाख करोड़ का क्या हिसाब निकलेगा? साथियों, आज दिल्ली से एक रुपया निकलता है, तो 100 पैसे आखिरी जगह तक पहुंचते हैं।

साथियों,

10 साल पहले सोलर एनर्जी के मामले में भारत दुनिया में कहीं गिनती नहीं होती थी। लेकिन आज भारत सोलर एनर्जी कैपेसिटी के मामले में दुनिया के टॉप-5 countries में से है। हमने सोलर एनर्जी कैपेसिटी को 30 गुना बढ़ाया है। Solar module manufacturing में भी 30 गुना वृद्धि हुई है। 10 साल पहले तो हम होली की पिचकारी भी, बच्चों के खिलौने भी विदेशों से मंगाते थे। आज हमारे Toys Exports तीन गुना हो चुके हैं। 10 साल पहले तक हम अपनी सेना के लिए राइफल तक विदेशों से इंपोर्ट करते थे और बीते 10 वर्षों में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट 20 गुना बढ़ गया है।

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साथियों,

इन 10 वर्षों में, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्टील प्रोड्यूसर हैं, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर हैं और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बने हैं। इन्हीं 10 सालों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपने Capital Expenditure को, पांच गुना बढ़ाया है। देश में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई है। इन दस सालों में ही, देश में ऑपरेशनल एम्स की संख्या तीन गुना हो गई है। और इन्हीं 10 सालों में मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल सीट्स की संख्या भी करीब-करीब दोगुनी हो गई है।

साथियों,

आज के भारत का मिजाज़ कुछ और ही है। आज का भारत बड़ा सोचता है, बड़े टार्गेट तय करता है और आज का भारत बड़े नतीजे लाकर के दिखाता है। और ये इसलिए हो रहा है, क्योंकि देश की सोच बदल गई है, भारत बड़ी Aspirations के साथ आगे बढ़ रहा है। पहले हमारी सोच ये बन गई थी, चलता है, होता है, अरे चलने दो यार, जो करेगा करेगा, अपन अपना चला लो। पहले सोच कितनी छोटी हो गई थी, मैं इसका एक उदाहरण देता हूं। एक समय था, अगर कहीं सूखा हो जाए, सूखाग्रस्त इलाका हो, तो लोग उस समय कांग्रेस का शासन हुआ करता था, तो मेमोरेंडम देते थे गांव के लोग और क्या मांग करते थे, कि साहब अकाल होता रहता है, तो इस समय अकाल के समय अकाल के राहत के काम रिलीफ के वर्क शुरू हो जाए, गड्ढे खोदेंगे, मिट्टी उठाएंगे, दूसरे गड्डे में भर देंगे, यही मांग किया करते थे लोग, कोई कहता था क्या मांग करता था, कि साहब मेरे इलाके में एक हैंड पंप लगवा दो ना, पानी के लिए हैंड पंप की मांग करते थे, कभी कभी सांसद क्या मांग करते थे, गैस सिलेंडर इसको जरा जल्दी देना, सांसद ये काम करते थे, उनको 25 कूपन मिला करती थी और उस 25 कूपन को पार्लियामेंट का मेंबर अपने पूरे क्षेत्र में गैस सिलेंडर के लिए oblige करने के लिए उपयोग करता था। एक साल में एक एमपी 25 सिलेंडर और यह सारा 2014 तक था। एमपी क्या मांग करते थे, साहब ये जो ट्रेन जा रही है ना, मेरे इलाके में एक स्टॉपेज दे देना, स्टॉपेज की मांग हो रही थी। यह सारी बातें मैं 2014 के पहले की कर रहा हूं, बहुत पुरानी नहीं कर रहा हूं। कांग्रेस ने देश के लोगों की Aspirations को कुचल दिया था। इसलिए देश के लोगों ने उम्मीद लगानी भी छोड़ दी थी, मान लिया था यार इनसे कुछ होना नहीं है, क्या कर रहा है।। लोग कहते थे कि भई ठीक है तुम इतना ही कर सकते हो तो इतना ही कर दो। और आज आप देखिए, हालात और सोच कितनी तेजी से बदल रही है। अब लोग जानते हैं कि कौन काम कर सकता है, कौन नतीजे ला सकता है, और यह सामान्य नागरिक नहीं, आप सदन के भाषण सुनोगे, तो विपक्ष भी यही भाषण करता है, मोदी जी ये क्यों नहीं कर रहे हो, इसका मतलब उनको लगता है कि यही करेगा।

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साथियों,

आज जो एस्पिरेशन है, उसका प्रतिबिंब उनकी बातों में झलकता है, कहने का तरीका बदल गया , अब लोगों की डिमांड क्या आती है? लोग पहले स्टॉपेज मांगते थे, अब आकर के कहते जी, मेरे यहां भी तो एक वंदे भारत शुरू कर दो। अभी मैं कुछ समय पहले कुवैत गया था, तो मैं वहां लेबर कैंप में नॉर्मली मैं बाहर जाता हूं तो अपने देशवासी जहां काम करते हैं तो उनके पास जाने का प्रयास करता हूं। तो मैं वहां लेबर कॉलोनी में गया था, तो हमारे जो श्रमिक भाई बहन हैं, जो वहां कुवैत में काम करते हैं, उनसे कोई 10 साल से कोई 15 साल से काम, मैं उनसे बात कर रहा था, अब देखिए एक श्रमिक बिहार के गांव का जो 9 साल से कुवैत में काम कर रहा है, बीच-बीच में आता है, मैं जब उससे बातें कर रहा था, तो उसने कहा साहब मुझे एक सवाल पूछना है, मैंने कहा पूछिए, उसने कहा साहब मेरे गांव के पास डिस्ट्रिक्ट हेड क्वार्टर पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना दीजिए ना, जी मैं इतना प्रसन्न हो गया, कि मेरे देश के बिहार के गांव का श्रमिक जो 9 साल से कुवैत में मजदूरी करता है, वह भी सोचता है, अब मेरे डिस्ट्रिक्ट में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा। ये है, आज भारत के एक सामान्य नागरिक की एस्पिरेशन, जो विकसित भारत के लक्ष्य की ओर पूरे देश को ड्राइव कर रही है।

साथियों,

किसी भी समाज की, राष्ट्र की ताकत तभी बढ़ती है, जब उसके नागरिकों के सामने से बंदिशें हटती हैं, बाधाएं हटती हैं, रुकावटों की दीवारें गिरती है। तभी उस देश के नागरिकों का सामर्थ्य बढ़ता है, आसमान की ऊंचाई भी उनके लिए छोटी पड़ जाती है। इसलिए, हम निरंतर उन रुकावटों को हटा रहे हैं, जो पहले की सरकारों ने नागरिकों के सामने लगा रखी थी। अब मैं उदाहरण देता हूं स्पेस सेक्टर। स्पेस सेक्टर में पहले सबकुछ ISRO के ही जिम्मे था। ISRO ने निश्चित तौर पर शानदार काम किया, लेकिन स्पेस साइंस और आंत्रप्रन्योरशिप को लेकर देश में जो बाकी सामर्थ्य था, उसका उपयोग नहीं हो पा रहा था, सब कुछ इसरो में सिमट गया था। हमने हिम्मत करके स्पेस सेक्टर को युवा इनोवेटर्स के लिए खोल दिया। और जब मैंने निर्णय किया था, किसी अखबार की हेडलाइन नहीं बना था, क्योंकि समझ भी नहीं है। रिपब्लिक टीवी के दर्शकों को जानकर खुशी होगी, कि आज ढाई सौ से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स देश में बन गए हैं, ये मेरे देश के युवाओं का कमाल है। यही स्टार्टअप्स आज, विक्रम-एस और अग्निबाण जैसे रॉकेट्स बना रहे हैं। ऐसे ही mapping के सेक्टर में हुआ, इतने बंधन थे, आप एक एटलस नहीं बना सकते थे, टेक्नॉलाजी बदल चुकी है। पहले अगर भारत में कोई मैप बनाना होता था, तो उसके लिए सरकारी दरवाजों पर सालों तक आपको चक्कर काटने पड़ते थे। हमने इस बंदिश को भी हटाया। आज Geo-spatial mapping से जुडा डेटा, नए स्टार्टअप्स का रास्ता बना रहा है।

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साथियों,

न्यूक्लियर एनर्जी, न्यूक्लियर एनर्जी से जुड़े सेक्टर को भी पहले सरकारी कंट्रोल में रखा गया था। बंदिशें थीं, बंधन थे, दीवारें खड़ी कर दी गई थीं। अब इस साल के बजट में सरकार ने इसको भी प्राइवेट सेक्टर के लिए ओपन करने की घोषणा की है। और इससे 2047 तक 100 गीगावॉट न्यूक्लियर एनर्जी कैपेसिटी जोड़ने का रास्ता मजबूत हुआ है।

साथियों,

आप हैरान रह जाएंगे, कि हमारे गांवों में 100 लाख करोड़ रुपए, Hundred lakh crore rupees, उससे भी ज्यादा untapped आर्थिक सामर्थ्य पड़ा हुआ है। मैं आपके सामने फिर ये आंकड़ा दोहरा रहा हूं- 100 लाख करोड़ रुपए, ये छोटा आंकड़ा नहीं है, ये आर्थिक सामर्थ्य, गांव में जो घर होते हैं, उनके रूप में उपस्थित है। मैं आपको और आसान तरीके से समझाता हूं। अब जैसे यहां दिल्ली जैसे शहर में आपके घर 50 लाख, एक करोड़, 2 करोड़ के होते हैं, आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू पर आपको बैंक लोन भी मिल जाता है। अगर आपका दिल्ली में घर है, तो आप बैंक से करोड़ों रुपये का लोन ले सकते हैं। अब सवाल यह है, कि घर दिल्ली में थोड़े है, गांव में भी तो घर है, वहां भी तो घरों का मालिक है, वहां ऐसा क्यों नहीं होता? गांवों में घरों पर लोन इसलिए नहीं मिलता, क्योंकि भारत में गांव के घरों के लीगल डॉक्यूमेंट्स नहीं होते थे, प्रॉपर मैपिंग ही नहीं हो पाई थी। इसलिए गांव की इस ताकत का उचित लाभ देश को, देशवासियों को नहीं मिल पाया। और ये सिर्फ भारत की समस्या है ऐसा नहीं है, दुनिया के बड़े-बड़े देशों में लोगों के पास प्रॉपर्टी के राइट्स नहीं हैं। बड़ी-बड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कहती हैं, कि जो देश अपने यहां लोगों को प्रॉपर्टी राइट्स देता है, वहां की GDP में उछाल आ जाता है।

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साथियों,

भारत में गांव के घरों के प्रॉपर्टी राइट्स देने के लिए हमने एक स्वामित्व स्कीम शुरु की। इसके लिए हम गांव-गांव में ड्रोन से सर्वे करा रहे हैं, गांव के एक-एक घर की मैपिंग करा रहे हैं। आज देशभर में गांव के घरों के प्रॉपर्टी कार्ड लोगों को दिए जा रहे हैं। दो करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड सरकार ने बांटे हैं और ये काम लगातार चल रहा है। प्रॉपर्टी कार्ड ना होने के कारण पहले गांवों में बहुत सारे विवाद भी होते थे, लोगों को अदालतों के चक्कर लगाने पड़ते थे, ये सब भी अब खत्म हुआ है। इन प्रॉपर्टी कार्ड्स पर अब गांव के लोगों को बैंकों से लोन मिल रहे हैं, इससे गांव के लोग अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, स्वरोजगार कर रहे हैं। अभी मैं एक दिन ये स्वामित्व योजना के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंस पर उसके लाभार्थियों से बात कर रहा था, मुझे राजस्थान की एक बहन मिली, उसने कहा कि मैंने मेरा प्रॉपर्टी कार्ड मिलने के बाद मैंने 9 लाख रुपये का लोन लिया गांव में और बोली मैंने बिजनेस शुरू किया और मैं आधा लोन वापस कर चुकी हूं और अब मुझे पूरा लोन वापस करने में समय नहीं लगेगा और मुझे अधिक लोन की संभावना बन गई है कितना कॉन्फिडेंस लेवल है।

साथियों,

ये जितने भी उदाहरण मैंने दिए हैं, इनका सबसे बड़ा बेनिफिशरी मेरे देश का नौजवान है। वो यूथ, जो विकसित भारत का सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर है। जो यूथ, आज के भारत का X-Factor है। इस X का अर्थ है, Experimentation Excellence और Expansion, Experimentation यानि हमारे युवाओं ने पुराने तौर तरीकों से आगे बढ़कर नए रास्ते बनाए हैं। Excellence यानी नौजवानों ने Global Benchmark सेट किए हैं। और Expansion यानी इनोवेशन को हमारे य़ुवाओं ने 140 करोड़ देशवासियों के लिए स्केल-अप किया है। हमारा यूथ, देश की बड़ी समस्याओं का समाधान दे सकता है, लेकिन इस सामर्थ्य का सदुपयोग भी पहले नहीं किया गया। हैकाथॉन के ज़रिए युवा, देश की समस्याओं का समाधान भी दे सकते हैं, इसको लेकर पहले सरकारों ने सोचा तक नहीं। आज हम हर वर्ष स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन आयोजित करते हैं। अभी तक 10 लाख युवा इसका हिस्सा बन चुके हैं, सरकार की अनेकों मिनिस्ट्रीज और डिपार्टमेंट ने गवर्नेंस से जुड़े कई प्रॉब्लम और उनके सामने रखें, समस्याएं बताई कि भई बताइये आप खोजिये क्या सॉल्यूशन हो सकता है। हैकाथॉन में हमारे युवाओं ने लगभग ढाई हज़ार सोल्यूशन डेवलप करके देश को दिए हैं। मुझे खुशी है कि आपने भी हैकाथॉन के इस कल्चर को आगे बढ़ाया है। और जिन नौजवानों ने विजय प्राप्त की है, मैं उन नौजवानों को बधाई देता हूं और मुझे खुशी है कि मुझे उन नौजवानों से मिलने का मौका मिला।

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साथियों,

बीते 10 वर्षों में देश ने एक new age governance को फील किया है। बीते दशक में हमने, impact less administration को Impactful Governance में बदला है। आप जब फील्ड में जाते हैं, तो अक्सर लोग कहते हैं, कि हमें फलां सरकारी स्कीम का बेनिफिट पहली बार मिला। ऐसा नहीं है कि वो सरकारी स्कीम्स पहले नहीं थीं। स्कीम्स पहले भी थीं, लेकिन इस लेवल की last mile delivery पहली बार सुनिश्चित हो रही है। आप अक्सर पीएम आवास स्कीम के बेनिफिशरीज़ के इंटरव्यूज़ चलाते हैं। पहले कागज़ पर गरीबों के मकान सेंक्शन होते थे। आज हम जमीन पर गरीबों के घर बनाते हैं। पहले मकान बनाने की पूरी प्रक्रिया, govt driven होती थी। कैसा मकान बनेगा, कौन सा सामान लगेगा, ये सरकार ही तय करती थी। हमने इसको owner driven बनाया। सरकार, लाभार्थी के अकाउंट में पैसा डालती है, बाकी कैसा घर बनेगा, ये लाभार्थी खुद डिसाइड करता है। और घर के डिजाइन के लिए भी हमने देशभर में कंपीटिशन किया, घरों के मॉडल सामने रखे, डिजाइन के लिए भी लोगों को जोड़ा, जनभागीदारी से चीज़ें तय कीं। इससे घरों की क्वालिटी भी अच्छी हुई है और घर तेज़ गति से कंप्लीट भी होने लगे हैं। पहले ईंट-पत्थर जोड़कर आधे-अधूरे मकान बनाकर दिए जाते थे, हमने गरीब को उसके सपनों का घर बनाकर दिया है। इन घरों में नल से जल आता है, उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन होता है, सौभाग्य योजना का बिजली कनेक्शन होता है, हमने सिर्फ चार दीवारें खड़ी नहीं कीं है, हमने उन घरों में ज़िंदगी खड़ी की है।

साथियों,

किसी भी देश के विकास के लिए बहुत जरूरी पक्ष है उस देश की सुरक्षा, नेशनल सिक्योरिटी। बीते दशक में हमने सिक्योरिटी पर भी बहुत अधिक काम किया है। आप याद करिए, पहले टीवी पर अक्सर, सीरियल बम ब्लास्ट की ब्रेकिंग न्यूज चला करती थी, स्लीपर सेल्स के नेटवर्क पर स्पेशल प्रोग्राम हुआ करते थे। आज ये सब, टीवी स्क्रीन और भारत की ज़मीन दोनों जगह से गायब हो चुका है। वरना पहले आप ट्रेन में जाते थे, हवाई अड्डे पर जाते थे, लावारिस कोई बैग पड़ा है तो छूना मत ऐसी सूचनाएं आती थी, आज वो जो 18-20 साल के नौजवान हैं, उन्होंने वो सूचना सुनी नहीं होगी। आज देश में नक्सलवाद भी अंतिम सांसें गिन रहा है। पहले जहां सौ से अधिक जिले, नक्सलवाद की चपेट में थे, आज ये दो दर्जन से भी कम जिलों में ही सीमित रह गया है। ये तभी संभव हुआ, जब हमने nation first की भावना से काम किया। हमने इन क्षेत्रों में Governance को Grassroot Level तक पहुंचाया। देखते ही देखते इन जिलों मे हज़ारों किलोमीटर लंबी सड़कें बनीं, स्कूल-अस्पताल बने, 4G मोबाइल नेटवर्क पहुंचा और परिणाम आज देश देख रहा है।

साथियों,

सरकार के निर्णायक फैसलों से आज नक्सलवाद जंगल से तो साफ हो रहा है, लेकिन अब वो Urban सेंटर्स में पैर पसार रहा है। Urban नक्सलियों ने अपना जाल इतनी तेज़ी से फैलाया है कि जो राजनीतिक दल, अर्बन नक्सल के विरोधी थे, जिनकी विचारधारा कभी गांधी जी से प्रेरित थी, जो भारत की ज़ड़ों से जुड़ी थी, ऐसे राजनीतिक दलों में आज Urban नक्सल पैठ जमा चुके हैं। आज वहां Urban नक्सलियों की आवाज, उनकी ही भाषा सुनाई देती है। इसी से हम समझ सकते हैं कि इनकी जड़ें कितनी गहरी हैं। हमें याद रखना है कि Urban नक्सली, भारत के विकास और हमारी विरासत, इन दोनों के घोर विरोधी हैं। वैसे अर्नब ने भी Urban नक्सलियों को एक्सपोज करने का जिम्मा उठाया हुआ है। विकसित भारत के लिए विकास भी ज़रूरी है और विरासत को मज़बूत करना भी आवश्यक है। और इसलिए हमें Urban नक्सलियों से सावधान रहना है।

साथियों,

आज का भारत, हर चुनौती से टकराते हुए नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मुझे भरोसा है कि रिपब्लिक टीवी नेटवर्क के आप सभी लोग हमेशा नेशन फर्स्ट के भाव से पत्रकारिता को नया आयाम देते रहेंगे। आप विकसित भारत की एस्पिरेशन को अपनी पत्रकारिता से catalyse करते रहें, इसी विश्वास के साथ, आप सभी का बहुत-बहुत आभार, बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद!