Want UP to make a mark with its development story in the next 25 years: PM Modi

Published By : Admin | February 7, 2022 | 11:31 IST
Before 2017, Uttar Pradesh’s development was like still water in a stagnant river. The government then did not care for the welfare of the poor: PM Modi
We want that in the next 25 years, when India would complete 100 years of independence, UP will make a mark with its development story: PM Modi
In virtual Jan Chaupal, PM Modi talks about the several central schemes which are benefiting the people of UP at large

नमस्कार!

मंच पर उपस्थित उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, मंत्रीपरिषद के मेरे सहयोगी धर्मेंद प्रधान जी, बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा के सभी मतदाता भाइयों और बहनों, भारतीय जनता पार्टी के सारे उत्साही कार्यकर्ता, भारतीय जनता पार्टी के सभी उम्मीदवार, भाइयों और बहनों। मैं सबसे पहले तो आपसे क्षमा चाहता हूं, क्योंकि आज इलेक्शन कमीशन की तरफ से कुछ मुक्ति मिलने के कारण, मैं सोच रहा था कि रूबरू आकर बिजनौर से चुनाव अभियान का प्रारंभ करूं, लेकिन मौसम के कारण मेरा हेलिकॉप्टर नहीं निकल पाया। और उसके कारण मुझे फिर एक बार वर्चुअली ही, आपके दर्शन करने का सौभाग्य मिला है।

साथियों,

ये धरती भगवान श्रीकृष्ण और पांडवों के श्रीचरणों की साक्षी है। महात्मा विदुर की कर्मभूमि और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीर सपूत पैदा करने वाली इस धरती को मैं आदरपूर्वक मेरा नमन। आज यहां बिजनौर के साथ ही अमरोहा और मुरादाबाद के साथी भी जुड़े हुए हैं। उन सभी का भी मैं स्वागत करता हूं।

साथियों,

अपनी बात की शुरुआत, मैं इस क्षेत्र के ही मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की दो लाइनों से करूंगा। उन्होंने लिखा था- “यहां तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियां मुझे मालूम है पानी कहां ठहरा हुआ होगा”। 2017 से पहले, उत्तर प्रदेश में भी विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था। ये पानी नकली समाजवादियों के परिवार में, उनके करीबियों में ठहरा हुआ था। इन लोगों को सामान्य मानवी की विकास की प्यास से, प्रगति की प्यास से, गरीबी से मुक्त होने की प्यास से, कभी कोई मतलब नहीं रहा। वो सिर्फ अपनी प्यास बुझाते रहे, अपने करीबियों की प्यास बुझाते रहे। और अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे। बस अपना स्वार्थ सोचने वाली यही प्यास विकास की नदी के हर बहाव को सोख लेती है। अपना घर भर लेने की यही प्यास गरीबों को घर नहीं देने देती थी। अपनी जेबें भर लेने की यही प्यास गरीब का राशन चट कर जाती थी। प्रोजेक्ट लटकाकर कमाई करने की इसी प्यास से लाल फीताशाही और लेटलतीफी को ताकत मिलती थी।

भाइयो और बहनों

भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को अपना परिवार मानती है।हमारा मंत्र है- सबका-साथ, सबका-विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।इसलिए बीजेपी की सरकार में भाई-भतीजावाद और तुष्टीकरण की कोई जगह नहीं हैं। जब पीएम आवास योजना में घर मिलता है तो हर गरीब को घर मिलता है, उसकी जाति, पंथ, क्षेत्र नहीं देखा जाता। जब उज्ज्वला योजना में गैस का कनेक्शन मिलता है तो माताओं बहनों की जाति, पंथ नहीं पूछी जाती है। हमारी सरकार में जब मुफ्त राशन मिलता है तो किसी की बिरादरी, किसी का समाज कौन क्या है, ये किसका बेटा है, क्या है, कुछ नहीं पूछा जाता। जब गन्ना किसान का बकाया भुगतान किया जाता है, सिंचाई का पानी मिलता है, वो सभी को बराबरी से मिलता है। ये फर्क मेरे उत्तर प्रदेश के किसान, मेरे उत्तर प्रदेश के गरीब भाई-बहन, मेरे उत्तर प्रदेश के नौजवान, ये फर्क जो है न इसको कभी भूल नहीं सकते हैं। जो लोग आज जात-पात के नाम पर वोट मांग रहे हैं, जाति का वास्ता दे रहे हैं, सत्ता में आने पर इन्हें केवल ही केवल उनके परिवार का स्वार्थ याद रहता है।

साथियों,

पिछले पांच साल में योगी जी की सरकार का प्रयास रहा है कि विकास कुछ ही इलाकों तक सीमित नहीं रहना चाहिए। इसी सोच के साथ हमारी सरकार मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा जैसे शहरों में भी कनेक्टिविटी बढ़ा रही है। करीब 500 किलोमीटर का दिल्ली-लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर भी मुरादाबाद से ही होकर गुजरेगा। अलीगढ़-मुरादाबाद कॉरिडोर का काम भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।
डबल इंजन की भाजपा सरकार में मुरादाबाद-बरेली कॉरिडोर भी पूरा होने जा रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे के रुप में इस इलाके को बहुत बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बिजनौर से मुरादाबाद तक के फोर लेन हाईवे पर भी तेजी से काम हो रहा है। इससे पूरा जिला आस-पास के सभी प्रमुख स्थानों से जुड़ जाएगा।

साथियों,

योगी जी की सरकार ने पिछले पांच साल में इन इलाकों में बहुत से बडे और जहां जरूरत पड़ी वहां छोटे भी, अनेकों पुल बनवाए हैं। इनसे गंगा पार से आने-जाने वाले किसानों का रास्ता भी आसान हुआ है। डबल इंजन सरकार ने सड़कें और रिंग रोड बनाकर यहां के लोगों की जिंदगी में रोजमर्रा की मुश्किलों को आसान किया है। बिजनौर में करीब 300 करोड़ की लागत से महात्मा विदुर मेडिकल कालेज का काम भी तेजी से चल रहा है।

साथियों,

आज़ादी के इस अमृतकाल में हमने उत्तर प्रदेश को लेकर भी कई सपने देखे हैं। हम चाहते हैं आने वाले 25 वर्षों में जब देश आज़ादी के सौ साल पूरे करे तो यूपी विकास की सुनहरी गाथा के साथ अपना परचम लहराए। हमारी सरकार लगातार कोशिश में जुटी है, यहां के व्यापारियों, उद्यमियों, किसानों को हर संभव सहायता दी जाए। हमारी सरकार ने बिजनौर की नगीना काष्ठ कला को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना में शामिल किया है। इस वजह से आज बिजनौर की कला की पहचान विदेशों में और बढ़ रही है। दुनिया भर में मशहूर मुरादाबाद के पीतल को भी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना से जोड़ा गया है। हमारी कोशिश है कि पीतल नगरी मुरादाबाद दुनिया में सोने सी चमक हासिल करे।आने वाले समय में यहां पर इंडस्ट्रियल पार्क लगेगा और दो कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी बनेंगे। उत्तर प्रदेश की कर्मठ योगी सरकार दिन रात मेहनत में लगी है जिससे छोटे उद्यमियों को मदद मिल सके। बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा के युवा के सामने अवसरों की कमी ना हो। यही हमारी प्राथमिकता है।

साथियों,

केंद्र सरकार और यूपी की भाजपा सरकार अपने किसान भाइयों के सम्मान और उनका अधिकार वापस दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले पांच साल में गन्ना किसानों को डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया है। इतना तो पहले की दो सरकारों में मिलाकर नहीं किया गया है। पहले की सरकारों में गन्ने की पर्ची से लेकर गन्ना बकाए के भुगतान तक हर जगह नकली समाजवादियों का राज था। पीएम किसान सम्मान निधि हो, छोटे किसानों की आर्थिक मदद हो या किसान भाइयों की फसल का बीमा हो, हमारी सरकार ने यह सब सीधे बैंक खातों में उपलब्ध कराया है, कोई बिचौलिया नहीं।

साथियों,

हम हर वो व्यवस्था लागू करने की कोशिश में जुटे हैं जहां किसानों को खाद के लिए कहीं भाग-दौड़ ना करनी पड़े, और यूरिया आपके खेतों तक कम लागत में पहुंचे। पिछली राज्य सरकारों में यूरिया आती थी किसानों के लिए लेकिन चली जाती थी कालाबाजारी करने वालों के पास। हमने प्रदेश में वर्षों से बंद पड़े गोरखपुर खाद कारखाने को फिर से चालू किया है। वहां से निकला नीम कोटेड यूरिया पूरे प्रदेश के किसानों के खेतों को लाभ पहुंचाएगा। चौधरी चरण सिंह जी के आदर्शों को अपनाते हुए हर किसान का सम्मान हमारा ध्येय है। पहले की सरकारों में यूरिया खाद के लिए यूपी के किसानों ने लाठियां तक खाई हैं। जिन्होंने सत्ता में रहते हुए किसानों को ये दिन दिखाए थे वो कभी किसानों का भला नहीं कर सकते। वो सिर्फ किसानों को धोखा दे सकते हैं।

साथियों,

ये जो लोग आज चौधरी चरण सिंह की विरासत की दुहाई देकर आपको बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं आपको एक और बात बताता हूं। आपको जानकर आश्चर्य होगा पहले की सरकार में गेहूं की जितनी सरकारी खरीद हुई थी, योगी जी की सरकार ने उससे दोगुने से भी ज्यादा गेहूं MSP पर खरीदा है। योगी जी की सरकार में किसानों से अनाज खरीद में हर साल रिकार्ड बनाया गया है। अपने किसानों को, और पूरे पश्चिमी यूपी को मैं एक बात और याद दिलाना चाहता हूं। आज जो लोग आपको बहकाने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे ये जरूर पूछिएगा। जब उनकी सरकार थी, तब वो इस इलाके में, आपके गांवों में कितनी बिजली देते थे? यूपी में, और पश्चिमी यूपी में ये बात होती थी या नहीं कि हमारा किसान और युवा बिना बिजली के मात खा जाता है? घर-घर में चर्चा होती थी कि बिजली के अभाव में किसानों का भविष्य कैसे रौंदा जा रहा है। आज जब आपके गांव-गांव में बिजली आ रही है तो इसका हिसाब होना चाहिए या नहीं होना चाहिए? उन्होंने प्रदेश को अंधेरे में रखा ताकि अपराध बढ़े, हमने बिजली दी, ताकि विकास बढ़े।

भाइयों और बहनों,

पहले की सरकारों ने यूपी का बहुत समय गंवा दिया है। अब यूपी को उस नुकसान की भरपाई करते हुए और तेजी से आगे बढ़ना है। पहले की सरकारों का मॉडल समस्या पैदा करो फिर सहानुभूति के नाम पर सब समेट लो का था। उनके इस मॉडल से किसान, नौजवान, गरीब, शोषित, दलित सब परेशान थे। आप याद करिए, महिलाओं से, हमारी बहनों-बेटियों से छेड़छाड़ कितनी आम बात थी। हालात इतने खराब थे कि चेन लूटे जाने पर इस बात का शुक्र मनाया जाता था कि चलो जान तो बच गई। योगी जी की सरकार ने बेटियों को उस भय से मुक्त करके दिखाया है। हमने बेटियों को उनका असल सम्मान दिलाया है। हमारी सरकार ने बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा में हज़ारों बहनों को उज्ज्वला के जरिए मुफ्त कनेक्शन देकर उनका जीवन आसान बनाया है। पिछले पांच साल में इन इलाकों में इंटर कालेज, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, डिग्री कालेज बनावाए हैं।

भाइयो बहनों,

पिछली सरकारों ने गरीब की कभी चिंता नहीं की। गरीब उनके लिए हमेशा राजनीति का माध्यम रहा। हमारी सरकार गरीब की हर जरूरत का ध्यान रखते हुए उसकी हर चिंता को कम करने का प्रयास कर रही है। आयुष्मान भारत के जरिए हमने गरीब को बीमारी के दौरान इलाज़ के खर्चे की चिंता से मुक्त किया है। इसका लाभ मुरादाबाद, बिजनौर और अमरोहा के तीन लाख से ज्यादा गरीब परिवारों को सुनिश्चित हुआ है। आज यूपी में हर ज़िले में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अस्पतालों का निर्माण हो रहा है।

साथियों,

आज उत्तर प्रदेश की जनता देख रही है, समझ रही है कि यूपी का विकास कौन कर सकता है। पहले उत्तर प्रदेश को शुद्ध जल भी नसीब नहीं होता था। आज हर गांव के हर परिवार को नल से जल की सुविधा दी जा रही है। हमारी माताएं और बहनें इन कामों की वजह से हमें आर्शीवाद दे रही हैं। पहले गिनती के एक्सप्रेस-वे थे, आज नए एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो चुके हैं। पहले की सरकारों ने यूपी की छवि को ख़राब किया। आज यूपी पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बन रहा है। यह सिर्फ भाजपा की डबल इंजन सरकार में ही हो सकता है। क्योंकि हमारी सोच ईमानदार और काम असरदार है।

साथियों,

एक बहुत जरूरी बात मैं पूरे यूपी और खासकर पश्चिमी यूपी के लोगों से कहना चाहता हूं। आपने देखा है कि योगी जी के शासन में अपराधी किस तरह खुद भागकर जेल गए और मांग करते रहे कि हमें बंद कर दो। वो सालों से इस चुनाव का इंतज़ार कर रहे हैं। उन्हें एक ही उम्मीद है, कि जल्दी से जल्दी चुनाव आए, कैसे भी सरकार बदल जाए, ताकि वो जेल से बाहर आ सकें। ये अपराधी मना रहे हैं कि किसी भी तरह पुरानी वाली माफियाराज वाली सरकार आ जाए। जो अपराधी यूपी छोड़कर भाग गए थे, वो भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार बदलें तो फिर से लौटकर आयें। ये अपराधी चाहते हैं कि लूट डकैती छिनैती का जो धंधा पांच साल से ठप्प पड़ा है, यूपी की जनता से उसकी भरपाई करें। बदला देने के मूड में है। इनके गुर्गे भी पूरी ताकत लगाए हुये हैं। ये लोग जात-पात के नाम पर बंटबारा करके भाजपा को रोकना चाहते हैं। मैं आपसे कहना चाहता हूं, इस खेल से सावधान रहिएगा। इस चुनाव में और कुछ नहीं देखना है, केवल कमल छाप देखना है, केवल भाजपा को देखना है। भाजपा आएगी तो आपकी सुरक्षा होगी। ये आएंगे तो गुंडों के सपने पूरे होंगे। जब आप वोट डालने जाएं तो भी जरूर याद रखें, आप यूपी के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी वोट दे रहे हैं। आप यूपी के मतदाता है, और यूपी के विकास के बिना देश का विकास भी नहीं हो सकता! यूपी के मतदाता हमेशा ये याद रखकर वोट देते हैं। पिछले कई चुनावों में आपने ये साबित कर के दिखाया है। आज भी आपका जोश बता रहा है एकजुट होकर आप सही फैसला लेने को तैयार है। इसीलिए, मैं देख रहा हूं।

यूपी ने हैं भरी हुंकार

एक बार फिर योगी सरकार

मेरा आप सभी से एक और आग्रह है। मतदान के दिन इसी प्रकार की तेजी से , इसी प्रकार के उत्साह से, मतदान कीजिएगा। पहले मतदान,फिर जलपान।

इन्हीं शब्दों के साथ, आप सभी से फिर एक बार रूबरू नहीं पहुंच पाने के लिए क्षमा चाहता हूं।

आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद।

मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए

भारत माता की...

(दोनों हाथ ऊपर कर बोलिए) भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत-बहुत धन्यवाद।

Explore More
প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল

Popular Speeches

প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।