Efforts are underway to give Shravasti a distinct identity on the national map: PM Modi in Shravasti rally
I want to make our country so strong that dynastic parties cannot spoil the country: PM Modi in UP

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

मैं पाटेश्वरी मां के चरणों में प्रणाम करता हूं। भगवान बुद्ध और तीर्थंकर संभवनाथ, प्रभु राम के पुत्र लवकुश की इस धरती को मैं नमन करता हूं। मैं हेलिकॉप्टर से देख रहा था कि जितने लोग यहां अंदर हैं उससे ज्यादा लोग बाहर हैं, अब यहां जगह भी नहीं बची है कि शायद वो अंदर आ पाएंगे कि नहीं आ पाएंगे, लेकिन वो इतना कष्ट उठाकर यहां तक आए हैं ना मैं उनके दर्शन कर पा रहा हूं ना वो मुझे देख पा रहे हैं। लेकिन उसके बावजूद इतना प्यार, इतने आशीर्वाद जीवन में इससे बड़ी पूंजी क्या हो सकती है? अभी जब मैं हेलिकॉप्टर से आया बहुत सारे मेरे पुराने साथी मिल गए और बहुत सारी पुरानी बातें हेलीपैड के पास खड़े-खड़े उन्होंने मुझे याद कराई। 30-35 साल पहले जब मैं यहां संगठन के काम के लिए आया करता था वहां के उस समय के पुराने अनुभव आज मेरे मन को ताजा-तरार कर दिया है एक प्रकार से। साथियों, आपका ये प्यार बता रहा है, ये जनसैलाब, ये उत्साह, ये साफ-साफ बता रहा है कि सपा-कांग्रेस का इंडी गठबंधन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। पूरा देश एक ही बात कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार...

साथियों,

कल मैंने कुछ वीडियो देखें जिसमें लोग भाग-भागकर के मंच पर चढ़ जाते थे तो मैंने पूछा कि भाई ये हुड़दंग क्या चल रहा है, उन्होंने बताया कि सपा-कांग्रेस वाले रैली में लोगों को लाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट देते हैं, प्रति व्यक्ति पैसे देते हैं लेकिन इन्होंने पेमेंट किया नहीं इसलिए लोग गुस्से में भागकर के मंच पर पहुंच गए, अब जिस पार्टी का ये हाल हो वो आपका भला कैसे कर सकते हैं? साथियों, आपने देखा होगा हफ्ते पहले कांग्रेस के एक दिग्गज नेता (देखिए, भाइयों अब जगह नहीं है आप जहां हैं वहां अब मुझे देख नहीं पाओगे, सुन लीजिए बस और ये स्क्रीन वगैरह लगाए हैं वहां अगर कुछ दिखाई देता है तो उसी के सहारे काम करना पड़ेगा। अगर आप इजाजत दें तो मैं आगे बोलना शुरू करूं तो आपकी इजाजत है) कांग्रेस के एक दिग्गज नेता जो कांग्रेस के शहजादे पर जिनका पूरा- पूरा कंट्रोल है और वो एक प्रकार से कांग्रेस के शहजादे के कमांडो की तरह काम कर रहे हैं। तीन-चार दिन पहले वो ट्वीट करते थे मोदी को भला-बुरा कहना ये उनका काम होता है तो वो लगातार कह रहे थे निवर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, अब ठीक है उनको मजा आता था करते थे मैं कुछ बोलता नहीं था लेकिन अभी चौथे और पांचवें चरण के मतदान के बाद उन्होंने निवर्तमान वाला जो मजाक उड़ाते थे वो भी मजाक करना छोड़ दिया है। मतलब कि एक कमांडो ने भी मान लिया है कि देश की जनता मोदी को फिर एक बार प्रधानमंत्री बनाने का निर्णय कर चुकी है। साथियों, मैं हिंदुस्तान के हर कोने में गया, जनता- जनार्दन के आशीर्वाद लेने के लिए गया हूं और सब ओर एक ही मंत्र है, एक ही नारा है, एक ही संकल्प है, फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार..

साथियों,

(उनको करने दीजिए नहीं आप चालू रखो आप थक जाएंगे फिर मैं शुरू करूंगा) साथियों, ये चौबीस का चुनाव भारत का भविष्य तय करने जा रहा है। जिन लोगों ने 60 साल तक कुछ नहीं किया, वो मोदी के कामों को, मोदी को रोकने के लिए एक हो गए हैं। यूपी में ‘दो लड़कों की जोड़ी’ फिर से लॉन्च हुई है। वही पुरानी फ्लॉप फिल्म, फिर एक बार ये फ्लॉप फिल्म वो ही पुराने किरदार और वही पुराने डायलॉग, अब आप मुझे बताइए पूरा चुनाव खत्म होने को है, आपने एक भी नई बात इन लोगों के मुंह से सुनी क्या? देश को आगे कैसे लेकर जाएंगे? विकास का विज़न क्या है? अर्थव्यवस्था को लेकर क्या प्लान है? दोनों शहजादों ने एक बार भी भरोसेमंद बात नहीं कही, मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर ये वोट मांग क्यों रहे हैं भाई? ये कहते हैं मोदी ने जो काम किया है हम उसको पलटने के लिए आएंगे, मोदी के सारे कामों को सब खत्म करके हम नए सिरे से देश को चलाएंगे और ये ही इनका एजेंडा है मोदी के कामों को पलटना।

भाइयों और बहनों,

10 साल में मोदी ने क्या काम किए? मोदी ने 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर दिये। अब सपा-कांग्रेस वाले सब पलटने का निर्णय कर लिए हैं मतलब इन चार करोड़ घरों की जो चाबी है वो उसे ले लेंगे, मकान छीन लेंगे और वो उनके वोट बैंक को मकान दे देंगे। मोदी ने 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जनधन खाते खुलवाए। ये आपके बैंक खाते बंद करा देंगे, उसका पैसा छीन लेंगे। मोदी ने हर गांव में बिजली पहुंचाई। ये आपके घर में बिजली कनेक्शन कटा के फिर अंधेरा कर देंगे, मोदी घर-घर पानी पहुंचा रहा है, सपा-कांग्रेस वाले आपके घर की पानी की टोंटी भी खोल के ले जाएंगे और इसमें तो इनकी महारत है, क्या आप सपा-कांग्रेस को ऐसा करने देंगे? ऐसी आवाज नहीं चलती है भाई, आप जरा हिम्मत से बताइये, आप सपा-कांग्रेस को ऐसा पाप करने देंगे? ऐसा जुल्म करने देंगे?

साथियों,

मोदी देश के लिए जीता है, मोदी ने देश हित में जो फैसले लिए वो इंडी वालों की बस की बात नहीं है, अरे क्या- क्या पलटोगे? क्या-क्या बदलोगे? इनके नेता कह रहे हैं कांग्रेस आई तो, CAA को रद्द कर देंगे। कहते हैं कांग्रेस आई तो कश्मीर में 370 फिर से लगाएंगे। इसका मतलब क्या होगा? जो आतंकवादी आज जेल में हैं, उन्हें कांग्रेसी पीएम के घर में बुलाकर बिरयानी खिलाएंगे। जिन लोगों को सोच ऐसी है जो ऐसे ख्यालों को पालते हैं ऐसे इंडी गठबंधन वाले...साथियों, आप कल्पना करिए इन लोगों के इरादे देश को कितने तबाह करने के हैं? कांग्रेस आई तो, भ्रष्टाचार पर जो कड़े नियम बने हैं, जो नोटों के पहाड़ पकड़े जा रहे हैं, ये कानून बदलकर भ्रष्टाचारियों को बचाएंगे। सपा राज में डीएम बनाने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, डीजीपी बनाने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, नौकरी देने के लिए रेट कार्ड फिक्स था, सड़क बने बिना पैसों का भुगतान हो जाता था, अब ये सब बंद हो गया है। अब बताइए जिसका इतना नुकसान होगा वो मोदी को गाली देगा कि नहीं देगा? दिन-रात गाली देगा कि नहीं देगा? रोज नई- नई गालियां देगा कि नहीं देगा? मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मोदी को ये सारी गालियां मंजूर है, मोदी को अनाप-शनाप उनको जो बोलना है सबकुछ मंजूर है, मेरे लिए बोले, मेरे परिवार के लिए बोले सबकुछ मंजूर है लेकिन सपा वाले, कांग्रेस वाले, इंडी गठबंधन वाले कान खोलकर सुन लें मोदी को भ्रष्टाचार मंजूर नहीं है.. नहीं है.. नहीं है।

साथियों,

यूपी के शहजादे को यूपी में पुराना गुंडाराज वापस चाहिए। जब से भाजपा सरकार यहां आई है, गुंडों पर आफत आई है। जो ज़मीनें माफियाओं ने कब्जे की थीं, उन पर गरीबों के लिए घर बन रहे हैं। आपने देखा होगा जो गुंडे उनका नाम सुनते ही लोग कांपते थे आज वो गुंडे गले में तख्ती लटकाकर हाथ जोड़कर के कहते हैं कि मुझे जेल में भेज दो। साथियों, भाजपा यूपी को उस हालात में वापस नहीं जाने देगी और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

इंडी गठबंधन में ऐसी भयंकर बीमारियां हैं, कैंसर से भी बुरी बीमारियां हैं और ये फैलते- फैलते पूरे हिंदुस्तान को तबाह करदे इतनी भयंकर बीमारियां ये इंडी अलायंस में हैं। तीन बीमारियां जिससे देश को सावधान रहना जरूरी है। ये इंडी अलायंस वालों की सबसे बड़ी बीमारी है- ये लोग घोर सांप्रदायिक हैं। दूसरी गंभीर बीमारी है- ये घोर जातिवादी हैं। तीसरी बीमारी है- ये घोर पारिवारवादी हैं और ये तीनों बीमारियां देश के लिए कैंसर से भी ज्यादा विनाशक बन सकती है। ये लोग जनता के बीच जाते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जनता पूछती है 60 साल में क्या किया? पहले ये तो बताओ, तो ये लोग अपना तुरुप का इक्का निकालते हैं, इनका एक इक्का है- समाज को बांटो और वोट जिहाद करवाओ।

साथियों,

इंडी गठबंधन वाले तुष्टीकरण के लिए नई-नई स्कीम लेकर आए हैं। इनके कुछ नेता आपकी संपत्ति की जांच करवाने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस कहती है, संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। मोदी कहता है संपत्ति पर पहला अधिकार इस देश के गरीबों का है और साथियों, ये कांग्रेस वाले जो कहते हैं कि संपत्ति पर अधिकार मुसलमानों का है वो आपकी कमाई छीनकर के ये अपनी वोट जिहाद वाली वोट बैंक में बांटना चाहता है। इनकी दूसरी स्कीम है- SC- ST- OBC का आरक्षण कोटा SC- ST- OBC से छीन लेना और वो कोटा मुस्लिम वोट बैंक में बांट देना। पहले इन्होंने अपनी राज्य सरकारों में दलित, पिछड़ा के आरक्षण पर डाका डाला। अब ये पूरे देश में आरक्षण छीनकर वोट जिहाद करने वालों को देना चाहते हैं लेकिन, मैं इन्हें भी कहूंगा ये चाहे जितना जोर लगा लें जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है गरीब-दलित-पिछड़ों-आदिवासियों का आरक्षण कोई छीन नहीं सकता और भाइयों-बहनों मैं आपको गारंटी देता हूं वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है। मैं आपको गारंटी देता हूं, आरक्षण छीनने का कर्नाटक मॉडल कभी भी देश में लागू नहीं होने दूंगा।

साथियों,

हमारा श्रावस्ती इतनी ऐतिहासिक और पौराणिक जगह है। यहां पूरे देश से पर्यटक आना चाहते हैं। पहले इतने समय सपा-बसपा-कांग्रेस की सरकारें रहीं लेकिन, किसी ने श्रावस्ती के विकास के बारे में सोचा क्या? उन्हें ना श्रावस्ती के विकास की चिंता थी, ना देश की विरासत की फिक्र थी। हमारी सरकार श्रावस्ती को देश के नक्शे पर अलग पहचान देने के लिए काम कर रही है। आज श्रावस्ती को अपना एयरपोर्ट मिला है। श्रावस्ती से देश भर के लिए फ्लाइट्स चलें, हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। श्रावस्ती-बलरामपुर-खलीलाबाद रेल परियोजनाओं का भी शिलान्यास हो चुका है। यहां मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय भी तैयार हो रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मेडिकल कॉलेज भी बनाया जा रहा है। इस क्षेत्र में बाढ़ की इतनी समस्या थी, हर बार हजारों परिवारों का जीवन खतरे में पड़ता था। लेकिन, अब सरयू नदी परियोजना से बाढ़ का संकट भी खत्म होगा, किसानों को फायदा होगा। आप जरा बताइये सपा- कांग्रेस के रहते कभी भी ये काम संभव थे क्या? अगर गलती से इन्हें मौका मिला तो जो काम चल रहा है, ये उन्हें भी ठप्प करके रख देंगे और पैसे खा जाएंगे।

साथियों,

मोदी किसी शाही खानदान से नहीं आया है। मैं इन्हीं माताओं जैसी गरीब मां का बेटा हूं। मुझे किसी के लिए कुछ कमाना नहीं है। लेकिन, मेरा संकल्प है मैं अपने देश को इतना मजबूत बनाना चाहता हूं कि परिवारवादी पार्टियां फिर से देश को बदहाल ना कर सकें। इसके लिए मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। 25 मई को श्रावस्ती से आप साकेत मिश्रा को जिताकर दिल्ली भेजें। आपको यहां गैंसड़ी विधानसभा उपचुनाव में भाई शैलेष कुमार सिंह जी को भी भारी मतों से विजयी बनाना है। घर-घर जाइएगा और कहिएगा मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको जय श्री राम कहा है। हर परिवार में मोदी का जय श्री राम पहुंचाओगे, घर-घर जाओगे। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत- बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।