It is my mission to make sure water reaches every house and farmer in the country: PM Modi in Rajasthan's Jalore
Congress hollowed the country by spreading the termite of 'Parivarwad' and corruption: PM Modi
We have to elevate the development of Rajasthan and the progress of the nation to new heights: PM Modi in Jalore

नमस्कार।
भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय

जालौर आना मतलब हम गुजरात वालों को लगता है अपने घर गए हैं। पार्टी का काम करता था तब भी और गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब भी आप सबके बीच आने का अवसर मिला है। कई परिवारों से भी मेरा परिचय रहा है, आज सब नजर आ रहे हैं आज, यहां सब नजर आ रहे हैं आज। मुझे याद है कि यहां के परिवारों से गप्प मारते थे तो बोलते थे, वे एक कहावत सुनाते थे। और बड़े गर्व के साथ कहते थे...
आभ फटै घर ऊलटै,
कटै बख्तरां कोर।
शीश कटै, धड़ लड़फड़ै,
जद छुटै जालौर।

यानि चाहे आसमान फट जाये, धरती पलट जाए, सुरक्षा का कवच फट जाए, शीश कटे, धड़ तड़पे, लेकिन जालौर नहीं छूटता। भाजपा और जालौर-सिरोही का रिश्ता भी इतना ही निकट है। आपने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। और इस बार भी जालौर-सिरोही यही कह रहा है-फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

पहले चरण के मतदान में आधे राजस्थान ने कांग्रेस को बराबर की सजा दी है, उनको बराबर का सबक सिखाया है। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत राजस्थान ये जानता है कि कांग्रेस कभी मजबूत भारत नहीं बना सकती। देश को ऐसी कांग्रेस सरकार नहीं चाहिए, देश को 2014 से पहले जैसे हालात थे , वो हालात वापस नहीं चाहिए। कांग्रेस की कमज़ोर सरकार को आने-जाने वाले लोग भी धमकाते थे। और हर कोई देश को लूटने में जुटा था। प्रधानमंत्री को कोई पूछता ही नहीं था, सरकार रिमोट कंट्रोल से चला करती थी। कैबिनेट से पास हुए अध्यादेश, आप कल्पना करिए कैबिनेट ने जो निर्णय पास किया हो, देश की संवैधानिक संस्था ने जो निर्णय पास किया हो। उसको उनकी पार्टी के एक नेता मीडिया की मीटिंग बुला करके फाड़ के फेंक देते थे। क्या ऐसी दुर्बल अवस्था देश को मजबूत बना सकती है क्या। आप मुझे बताइए, अस्थिरता की प्रतीक कांग्रेस और उनका कुनबा देश चला सकता है क्या।

साथियों,

आज कांग्रेस पार्टी की जो हालत हुई है, उसकी गुनहगार वो खुद है। अब देखिए, आपके यहां से राज्यसभा में कांग्रेस के एक नेता दक्षिण के हैं उनको भेजा। क्या उन्होंने राजस्थान के लिए एक बार भी राजस्थान की बात कही है, नहीं कही है। आपने बड़ी उदारतापूर्वक भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के सम्मान में उनको भी राज्यसभा में भेजा। हलांकि काफी समय तक बीमार रहे। लेकिन क्या कभी राजस्थान में फिर से उनको देखा। और अब एक दूसरे नेता को पहुंचाने की कोशिश की आपने राज्यसभा में, जो लोग चुनाव नहीं लड़ सकते। चुनाव जीत नहीं सकते। मैदान से भाग गए। इस बार राजस्थान से राज्यसभा में आए हैं। कांग्रेस की हालत बहुत खराब है भाई। कांग्रेस ने देश पर 60 वर्षों तक राज किया। इसी कांग्रेस ने हमारी माताओं बहनों को शौचालय, गैस, बिजली, पानी बैंक अकाउंट जैसी छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसाया।इसी कांग्रेस ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार का दीमक फैलाकर देश को खोखला कर दिया। इन्हीं पापों की सजा देश कांग्रेस को दे रहा है। और देश का युवा इतना गुस्से में है कि वो कांग्रेस का मुंह नहीं देखना चाहता। जिस पार्टी ने कभी 400 सीट जीती थी, देखिए उनकी हालत, उसके लिए आज 300 सीटों पर लड़ना भी मुश्किल हो रहा है। कांग्रेस को उम्मीदवार तक नहीं मिल रहे हैं। इन्होंने जो अवसरवादी इंडी अलायंस बना लिया है, उसकी पतंग उड़ने से पहले ही कट गई है। कहने को तो गठबंधन है, और की राज्य हैं ये गठबंधन वाले आपस में ही भिड़े हुए हैं। इस लोकसभा चुनाव में 25 प्रतिशत सीटें ऐसी हैं, जहां ये लोग एक दूसरे को मारने-काटने में जुटे हैं, एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव के पहले इतनी लड़ाई चल रही है , तो चुनाव के बाद लूट के लिए कितना लड़ाई लड़ेंगे, इसकी कल्पना कर सकते हैं। और इसलिए मैं फिर पूछूंगा, क्या ऐसे लोगों को इतना बड़ा देश सूपूर्द कर सकते हैं क्या। ऐसे लोगों को देश सूपूर्द कर सकते हैं क्या। अरे आप के घर में गाड़ी हो ना, तो भी किसी ऐरे-गैरे के हाथ में नहीं दे सकते हो भाई। देते हो क्या 50 बार सोचते हो ये कहां पहुंचाएगा।

भाइयों-बहनों,

आप सब जानते हैं, मुझे भली भांति जानते हैं, मेरा बचपन जानते हैं। मैं भी आप ही की तरह एक सामान्य परिवार से आता हूं। मैंने भी परिवार में देखा है ना बिजली होती थी, ना पानी होता था। घर के रसोई का चूल्हा धुएं से भर जाता था। बचपन ऐसे ही बीता लेकिन आज यहां पहुंचा हूं तो मेरे दिल में यही रहता है की बचपन में जो मैंने अपनी मां को भुगतते देखा है। मैं ऐसी कठिनाई देश की एक भी माता-बहन को नहीं देखना चाहता। इसलिए मैं आपके बेटे की तरह, मेरी माताएं- बहने आपके एक भाई की तरह आपके दुख दर्द को मिटाने के लिए दिन-रात दौड़ रहा हूं। अभी तक राजस्थान के करीब 19 लाख गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों के पक्के घर बन चुके हैं। वो लोग पक्के घर में रहने चले गए हैं और इसमें से करीब 1 लाख पक्के घर यहीं जालौर-सिरोही में बने हैं। एक घर बनाना होता है तो कितनी तकलीफ होती है आप जानते हैं। अकेले इस इलाके में मोदी ने गरीबों के लिए 1 लाख पक्के घर बना कर दे दिए। इसलिए नहीं की पैसे है तो काम हो, दिल में एक दर्द पड़ा हुआ है, संवेदना पड़ी हुई है। इसलिए मोदी ये काम करने के लिए लालायित रहता है।

अब आपको मेरा एक काम करना है। ऐसे नहीं हाथ ऊपर कर बताइए, देखिए चुनाव में आप घर-घर मिलने जाते होंगे चुनाव की चर्चाएं होती होंगी। हमने इतने घर बनाए, नल से जल दिया, गैस का कनेक्शन दिया। लेकिन हो सकता है. कुछ लोगों को घर मिलना बाकी हो। कुछ लोग परिवार में पहले एक साथ रहते थे। अब अलग-अलग रहने लगे, उसके पास घर नहीं है। तो मेरा एक काम करना, आपको ऐसे जो लोग ध्यान में आए, जो इस योजना के हकदार हैं, लेकिन उनको अभी तक मिला नहीं है। मोदी की तरफ से उनको गारंटी दे देना मोदी तीसरी बार आएगा। घर पक्का मिलेगा। कह देंगे। कह देंगे। मेरे लिए तो आप ही मोदी हैं। आप बोल करके आ जाना, मोदी उसको पूरा करेगा। और आप यह भी कह देना माताओं-बहनों को यह जो 3 करोड़ में नए घर बनने वाले हैं, उनमें उनका नंबर लगेगा ही लगेगा। उस परीवार की माता-बहनों को कहना, मोदी जो घर देगा ना उस परिवार की माताओं या बहन के नाम पर देगा, यह भी बता देना।

साथियों,

आयुष्मान भारत के तहत मिल रहे मुफ्त इलाज का फायदा भी पूरे देश में मिलता है। अब मोदी ने गारंटी दी है कि हर परिवार में जो बुज़ुर्ग हैं, हर परिवार में कोई भी बाकी नहीं रहेगा। जो यहां बैठे हुए हैं उनका भी हर परिवार है, जिसके घर में 70 साल से ऊपर की आयु के लोग हैं। बुजुर्ग माता है, पिता है, दादा है, दादी है, नाना है, नानी है, चाचा है, चाची है। जो भी हो उनको कह देना की दिल्ली में आपका एक बेटा बैठा है। 70 साल से ऊपर के ऐसे सभी बुजुर्गों की बीमारी में इलाज के लिए 5 लाख रुपए तक का खर्च आपका बेटा करेगा। बता देना और यह मोदी की गारंटी। ये गारंटी भी मैंने इसलिए दी है, क्योंकि एक बेटे के रूप में मां-बाप की सेहत का ध्यान रखना, जैसे आपका दायित्व है ना मैं भी तो बुजुर्गों का बेटा हूं, मेरा भी दायित्व है। शुरुआती इलाज के लिए आपको ज्यादा दूर न जाना पड़े इसके लिए राजस्थान में 10 हज़ार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं। सिरोही में मेडिकल कॉलेज बनने से बहुत फायदा हुआ है। जालौर में भी मेडिकल कॉलेज बनकर जल्द तैयार होगा। मोदी का मिशन है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। हर जगह मेडिकल कॉलेज हो ताकि उस जगह के लोगों को पढ़ाई के लिए मौका मिले।

भाइयों और बहनों,

जब यहां मैं आपसे बात करने के लिए आता हूं और यह सच है कि चुनाव है और मैं आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। इतनी धूप में आप आए हैं तो आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखेंगे। यह तो मुझे पता है। इसलिए मोदी के गारंटी है कि आपका सपना ही मेरा संकल्प है। मेरा पल-पल आपके नाम, मेरा पल-पल देश के नाम। अब देखिए, कोरोना का महासंकट आया। एक तरफ हमने जीवन बचाने के लिए हर परिवार को मुफ्त टीका लगाया तो दूसरी तरफ, मुफ्त राशन की योजना लागू की। और आने वाले पांच बरस ये चलती रहेगी ताकि गरीब का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा सो ना जाए। इसका बहुत बड़ा फायदा गरीब परिवार को हुआ है। हमने वन नेशन वन राशन कार्ड योजना बनाई। इसका सबसे बड़ा लाभ हमारे प्रवासी परिवार को हुआ है। हमारे राजस्थान में तो हर गांव से कोई नौकरी के लिए कोई बाहर रहता है। राशन कार्ड की समस्या रहती थी। बच्चा वहां चला जाए। मां-बाप यहां रहे कौन सा राशन कार्ड कहां चलेगा, तो हमने बना दिया, वन नेशन वन राशन कार्ड, वो जहां भी जाएगा, वहां से भी उसको राशन मिलेगा। उसका परिवार यहां होगा। उसको भी राशन मिलेगा। फिर परिवार का जो सदस्य गांव में है, उसको भी फायदा मिल रहा है और इस कार्ड पर प्रवासी कामगार के लिए भी कोई गया है। उसको भी लाभ मिल रहा है।

भाइयों बहनों.

राजस्थान मैंने जब से यहां आना शुरू किया, कोई भी ऐसा समय नहीं जब मैंने पानी के विषय में सुना ना हो। अभी मैं बैठा था, तो हमारे उम्मीदवार महोदय, तुरंत बोले, मोदी जी पानी मेरी पहली बड़ी काम है। और ये राजस्थान है, यहां तो पानी के लिए जीवन समर्पित करने वाले लाखा बंजारा की बात घर घर की जाती है। आपके इस सेवक ने भी किसान के हर खेत और हर बहन के घर तक पानी पहुंचाना अपना मिशन बनाया है। इतिहास में पहली बार जल जीवन मिशन जैसा कार्यक्रम चल रहा है। सिर्फ 5 वर्षों में ही देश में 11 करोड़ से अधिक नए परिवारों को नल से जल दिया जा चुका है। लेकिन अफसोस है कि इसी दौरान राजस्थान में 5 साल तक कांग्रेस की सरकार रही। उसने सिर्फ पानी की योजना में घोटाला किया, काम नहीं किया। अब हमारी भजनलाल जी की सरकार आई है तो वो इस घोटाले की जांच करा रही है। अगर यहां कांग्रेस सरकार न होती, तो अब तक हम हर घर जल के लक्ष्य के बहुत निकट पहुंच चुके होते। अब भजनलाल शर्मा जी के नेतृत्व में हम हर घर पाइप से पानी पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस की कभी नीयत ही नहीं रही कि किसानों को, यहां के लोगों को पानी मिले, उनके जीवन का सबसे बड़ा संकट समाप्त हो। इसका एक उदाहरण ये सालगांव बांध परियोजना भी है। ये परियोजना साढ़े 4 दशक पहले तब बनी थी, जब हर जगह कांग्रेस ही कांग्रेस थी। लेकिन ये कभी ज़मीन पर नहीं उतर पाई। अगर ये बांध समय पर बनता तो 30 लाख रुपए से भी कम में बन जाता। आज इसकी लागत 250 करोड़ तक पहुंच चुकी है। अब भाजपा सरकार इसे तेजी से पूरा करने के संकल्प के साथ काम कर रही है।

साथियों,

गुजरात में सरदार सरोवर बांध नर्मदा नदी पर पंडित नेहरू ने उसका शिलान्यास किया था। फिर कांग्रेस ने ऐसे लटकाए रखा, ऐसे लटकाए रखा, कि मोदी ने आकर पूरा किया। कितने साल हो गए। मुझे उपवास पर बैठना पड़ा था। मैं मुख्यमंत्री था। मुझे मनमोहन जी की सरकार के सामने नर्मदा बांध को लेकर उपवास पर बैठना पड़ा था, क्योंकि मुझे मेरे गुजरात को भी पानी देना था। मेरे राजस्थान को भी पानी देने थे। इसलिए मैंने उपवास किए थे और तब मैं वहां सुजलाम-सुफलाम योजना चलाई थी। कोशिश यही थी कि कडाना बांध से पानी किसान के खेतों तक पहुंचे। मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों से आज नर्मदा का पानी बाड़मेर और जालौर जिले के भी डेढ़ हजार से अधिक गांवों तक पहुंचा है। फर्क देखिए यह भारतीय जनता पार्टी के चरित्र का फर्क है। हिंदुस्तान में बहुत सारे राज्य हैं, जो पानी के लिए एक दूसरे से लड़ाई लड़ रहा है और पानी समुद्र में जाता है। राजस्थान में पानी पहुंचा क्योंकि गुजरात में भाजपा की सरकार थी। राजस्थान को कोई आंदोलन नहीं करना। राजस्थान को आवेदन पत्र देने के लिए गांधीनगर नहीं आना पड़ा कि मैं अपना कर्तव्य मानता था। पानी की जरूरत गुजरात को है तो राजस्थान भी तो मेरा है। उसे भी तो पानी मिलना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री था, तब प्रधानमंत्री नहीं था। तभी राजस्थान मुझे मेरा लगता था। इसलिए जालौर-बाड़मेर के किसानों में किसानों के खेत में पानी पहुंचाया गया। लगभग 2 लाख हेक्टर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिली है। हम सिंचाई के लिए ड्रीप और स्प्रिंकलर जैसी नई टेक्नॉलॉजी पर काम कर रहे हैं। मेरी किसानों से प्रार्थना है आप ड्रीप और स्प्रिंकलर पर आएंगे तो जो पानी है , जितने परिवारों को मिलता है ना उससे डेढ़ गुना तक पहुंच जाएगा। ये बहुत बड़ा पुण्य का काम हो जाएगा। ये बनासकांठा ने करके दिखाया है, ये आपके देवी भाई को पूरा पता है। वहां पर पानी बचा करके पानी पहुंचाया है। यहां भी पहुंचाया जा सकता है। इससे यहां एक बहुत बड़े क्षेत्र में जीरा, सौंफ, इसबगोल जैसी अनेक कैश क्रॉप्स की पैदावार हो सकती है।

साथियों,

कांग्रेस ने तो पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना और यमुना के पानी को पहुंचाने में भी अड़चनें पैदा की थीं। ये भाजपा ही है जिसने इसके समाधान के लिए भी प्रयास किया, हरियाणा में भाजपा सरकार, राजस्थान में भाजपा सरकार हमारे भजनलाल जी बराबर मैदान में उतर गए मामला निपटा दिया काम आगे बढ़ रहा है। हमारे प्रत्याशी आदरणीय लुंबाराम जी तपस्वी कार्यकर्ता हैं, जीवन खपा देने वाले कार्यकर्ता हैं। पानी की समस्या की बारिकियों को जानते हैं और उसके समाधान के लिए समर्पित हैं। मुझे खुशी है कि ऐसे ही कर्मठ मुख्यमंत्री हमें राजस्थान को मिले हैं। इस सारे अधूरे प्रोजेक्ट को तेज़ी से पूरा करने के लिए कमर कसके काम शुरू कर दिया।

साथियों,

इस क्षेत्र में खेती-किसानी को मुनाफेदार बनाना मोदी का लक्ष्य है। मोदी ने छोटे किसानों के मोटे अनाज यानि श्री अन्न को भी दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचाने का मिशन शुरु किया है। हमारा बाजार अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडेन के साथ भोजन में थाली में राजस्थान का बाजार भरोसा गया था। सारी दुनिया में मैं समझता हूं। यह हमारे छोटे-छोटे किसानों ने कम पानी की लागत से यह पैदा किया हुआ फसल है। मैं दुनिया में पहुंचा कर रहने वाला हूं और इसका फायदा यहां के मेरे सभी छोटे-छोटे किसानों को होगा।
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भी जालौर और सिरोही जिले के किसानों के खाते में 800 करोड़ से ज्यादा भेजे गए हैं। ये क्षेत्र गौमाता की जय करने वाला क्षेत्र है। मोदी ने गोमाता को, हमारे पशुधन का भी मुफ्त में टीकाकरण करने की गारंटी दी है। भाजपा सरकार ने खुरपका-मुंहपका बीमारी को खत्म करने के लिए अकेले राजस्थान में करीब एक करोड़ पशुओं का मुफ्त टीकाकरण कराया है। यहां जालौर में भी डेढ़ लाख और सिरोही में करीब 80 हजार पशुओं का टीकाकरण हुआ है। इसके अलावा हम गोबरधन, बायोगैस और जैविक खाद के जरिए एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं जो गोपालकों को औऱ समृद्ध करेगा।

भाइयों और बहनों,

जालौर-सिरोही का ये पूरा क्षेत्र अद्भुत संभावनाओं का क्षेत्र है। हमारे पास माउंट आबू है। यहां बड़े-बड़े मंदिर हैं, ऋषियों और मनीषियों की ये तपोस्थली है।यहां नौजवानों को लिए पर्यटन सेक्टर में रोजगार-स्वरोजगार की अनेक संभावनाएं हैं। अंबाजी में जो सुविधाएं तैयार हो रही हैं, उसका लाभ राजस्थान को भी मिलने जा रहा है। पर्यटन को अच्छी कनेक्ट्निविटी से बहुत लाभ होता है। इसलिए हम इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं। ये क्षेत्र को तो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी जुड़ा है। इससे यहां के ग्रेनाइट उद्योग को बहुत बल मिलेगा।

साथियों,

10 सालों में आपके आशीर्वाद से ऐसे अनेक काम पूरे हुए हैं। लेकिन अभी तो मोदी के लिए ये ट्रेलर है। अभी हमें राजस्थान के विकास को, देश के विकास को नई बुलंदी देनी है। और ये संकल्प लेकर मैं चल पड़ा हूं। भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनाना है, विकसित भारत-विकसित राजस्थान बनाना है। इस काम में हमें आपका साथ चाहिए। आपको 26 अप्रैल को लुंबाराम जी को कमल के निशान वाले बटन को दबाकर संसद भेजना है। आप देखिए मेरा नाता ऐसा है। आप लुंबाराम जी को एक वोट देंगे, जैसे ही कमल के बटन पर आपकी उंगली दबेगी। सीधा-सीधा वो मोदी के खाते में जमा हो जाएगा। यानि लुंबाराम जी को वोट यानि मोदी को मजबूत बनाने की गारंटी। और यह गारंटी देश के मतदाताओं की है। आपकी गारंटी है। आपके एक-एक वोट से मोदी की ताकत बढ़ेगी। आपके एक-एक वोट से मोदी को काम तेज करने की ताकत मिलेगी। आपके एक-एक वोट से मोदी को देश को विकसित बनाना और राजस्थान को विकसित बनाने का काम करने में और आसानी होगी और इसलिए आज मैं आपसे लुंबाराम जी के लिए ही नहीं, आज मेरे लिए भी आपसे वोट मांगने आया हूं।

देखिए इसके लिए आपको एक मेरा एक काम करना होगा। एक भी मतदाता ऐसा ना हो जिसके पास आप मेरी बात लेकर पहुंचे ना हो घर-घर जाएंगे, हर मतदाता को मिलेंगे। उनको बताएंगे। मोदी को वोट देना है बताएंगे। दूसरा काम हम जालौर लोकसभा तो जीतेंगे। हम देश भी जीत जाएंगे। लेकिन मुझे बताइए मेरा कोई कार्यकर्ता पोलिंग बूथ हार जाए। जो मुझे दुख होगा कि नहीं होगा। हर कार्यकर्ता हर नागरिक के मन में रहना चाहिए। हमारे पोलिंग बूथ में भाजपा का झंडा झुकने नहीं देंगे। हर पोलिंग बूथ को जितना है हर पोलिंग बूथ को जीतने के लिए मुझे विशेष रूप से माताओं और बहनों के आशीर्वाद चाहिए। फर्स्ट टाइम वोटर्स के आशीर्वाद चाहिए और मेरा एक तीसरा काम है। जिस दिन मतदान होना, एक तो जलपान से पहले मतदान, क्योंकि तेज धूप है। सुबह-सुबह जितना ज्यादा मतदान हो जाए, अच्छा। तुम जलपान से पहले मतदान करोगे। सुबह-सुबह ज्यादा से ज्यादा मतदान करोगे। दूसरा एक काम कभी-कभी हम किसी काम के लिए जाते हैं। रास्ते में खड़े हैं, वोट देकर निकल गए। ऐसा नहीं। यह लोकतंत्र का उत्साह है। जैसे परिवार में कोई अवसर होता है तो कैसे धूम-धाम से निकलते हैं। मैं तो पूरे राजस्थान से प्रार्थना करूंगा। पूरे देश से प्रार्थना करूंगा। 15-15, 20-20 लोग जुलूस निकाल करके, भारत माता की जय बोलते-बोलते लोकतंत्र का उत्साह, लोकतंत्र का जय जयकार करते हमें मतदान के लिए जाना चाहिए, जाओगे अरे गाजेबाजे के साथ जाना चाहिए, हम देश की सरकार बनाने के लिए जा रहे हैं। मामूली काम के लिए नहीं जा रहे हैं। जब इसको गर्व में पलट देंगे तो गर्मी कितनी भी क्यों ना हो मतदान के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।

अच्छा मेरा एक काम करोगे। यह मेरा पर्सनल काम है इसलिए भाजपा का काम नहीं है। मेरे पर्सनल काम करोगे। ऐसे ढीले पड़ गए आप, करोगे एक काम करना और घर-घर जाना और कहना मोदी जी जालौर आए थे और मोदी जी ने राम-राम कहां है, मेरा राम-राम पहुंचा दोगे। देखिए इसमें मेरा स्वार्थ है, बता दूं। मेरे स्वार्थ यह है कि जब आप किसी परिवार में राम राम कहेंगे तो सब बड़े बुजुर्ग माताएं मन से मुझे आशीर्वाद देंगे और जब बिना स्वार्थ के इतने पवित्र भाव से हर परिवार से आशीर्वाद मिलता है तो ये आशीर्वाद मेरे लिए पूजा का काम करता है। मेरे लिए नई ताकत बन जाता है और फिर मुझे आपके लिए दौड़ने का मेरा हौसला बुलंद हो जाता है। इसलिए मुझे आशीर्वाद चाहिए तो मेरा राम-राम पहुंचाएंगे। पक्का पहुंचाएंगे। मेरे साथ बोलिए

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।