JMM and Congress are looting Jharkhand from all sides: PM Modi in Dumka rally
I will not let the reservation for SC, ST, and OBC be looted: PM Modi in Jharkhand
Jharkhand is now known for 'mountains of cash' as JMM-Congress indulged in rampant loot, says PM Modi

भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की…

अहां सबके प्रणाम, अपना सिनी के प्रणाम, जोतो कु मानोत जोहार, एय दुपुर बेलाय सोबाय के नोमोस्कार। बाबा तिलका मांझी, सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो की वीर संथाल भूमि को मैं सिर झुकाकर के नमन करता हूं। संथाल की ये धरती क्रांति की धरती है। ये देश के लिए जीने- मरने वालों की धरती है। इस धरती पर ये जनसैलाब इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें हमें आशीर्वाद देने आई हैं, आपके आशीर्वाद ने ये पक्का कर दिया है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. (मैं देख रहा हूं जितने लोग इस पंडाल में हैं उससे ज्यादा लोग बाहर धूप में तप रहे हैं जो धूप में तप रहे हैं मैं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के नाते आपको जो असुविधा हुई है, आपको जो ताप में तपना पड़ रहा है मैं आपसे क्षमा मांगता हूं लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं इतनी तेज धूप में आप तप रहे हैं हमें आशीर्वाद दे रहे हैं मैं आपकी इस तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा, मैं आपकी इस तपस्या के बदले में विकास करके जरूर लौटाऊंगा ये मैं आपको गारंटी देता हूं।)

साथियों,

2014 में आपने मोदी को आशीर्वाद दिया था। तब पूरा देश कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुका था। (जो आगे आने की कोशिश करते हैं कृपा करें वहीं रुकिए अब आगे संभावना ही नहीं है आप वहीं रुके रहिए) आप याद करिए 2014 में मोदी के आने से पहले रोज- रोज घोटाले होते थे कि नहीं होते थे? घोटाले होते थे ना? कांग्रेस गरीबों के नाम पर पैसे लूटने में बिल्कुल एक ही काम 24\7 लूटो, मोदी ने आकर वो सब बंद कर दिया, जनता का पैसा आज जनता के हित में इस्तेमाल हो रहा है। हमने चार करोड़ गरीबों को पक्का घर दिया, हमने गरीब माताओं- बहनों को गैस सिलेंडर दिया, हमने देश के हर गांव में बिजली पहुंचाई, इसका सबसे ज्यादा लाभ किसको हुआ? हमारे गांव, गरीब और दलित आदिवासी परिवारों को हुआ, हमारी माताएं- बहनें जिन्हें पहले की सरकारों ने पूछा तक नहीं, मोदी ने उन्हें पूजा है, हमने उनका जीवन बदला, उनकी परेशानी दूर की।

साथियों,

JMM और कांग्रेस झारखंड को हर तरफ से लूट रहे हैं। आप देखिए, यहां इतने खूबसूरत पहाड़ हैं लेकिन झारखंड की चर्चा ये खूबसूरत पहाड़ों से नहीं हो रही है, झारखंड की चर्चा नोटों के पहाड़ के लिए हो रही है। कहीं नोटों का पहाड़ 19 करोड़, कहीं नोटों का पहाड़ 35 करोड़, कहीं नोटों का पहाड़ 300 करोड़। भाई-बहन मैं आपको बताता हूं मैं तो प्रधानमंत्री हूं ना, 13 साल मुख्यमंत्री रहा था लेकिन मैंने अपनी आंखों से नोटों का पहाड़ कभी देखा नहीं है, पहली बार टीवी पर देखा ये कितने बड़े मगरमच्छ हैं आप देखिए। जेएमएम-कांग्रेस वालों के यहां नोटों के पहाड़ पकड़े जा रहे हैं, ये पैसा कहां से आ रहा है? ये पैसा आ रहा है, शराब के घोटाले से। ये पैसा आ रहा है, करोड़ों रुपए के टेंडर के घोटाले से। ये पैसा आ रहा है, खान, खनिज, खनन घोटाले से। अकेले साहिबगंज जिले में 1 हजार करोड़ के खनन घोटाले का पता लगा है। साथियों, इन लोगों ने ज़मीनें हड़पने के लिए अपने माता-पिता का नाम बदल दिया। गरीबों, आदिवासियों की जमीन कब्जा की जा रही है। सेना हर कोई जिसका सम्मान करते हैं इन लोगों ने सेना तक की जमीन को भी लूटा। आपको झारखंड को इन लोगों से मुक्ति दिलानी ही होगी।

भाइयों- बहनों,

जेएमएम वालों ने आपकी थाली का राशन लूट लिया है उनको शर्म नहीं आई। ये लोग घर में पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन अरे गरीब से गरीब आदमी की गर्मी के दिनों में घर के बाहर एक मटका रखता है पानी भरता है आने- जाने वाले व्यक्ति को वहीं पीने का पानी मिल जाए, पंक्षियों के लिए भी छोटे से बर्तन में पानी रखता है ताकि पानी मिल जाए, मैंने हर घर में पानी पहुंचाने का काम चलाया इन्होंने उसमें भी भ्रष्टाचार किया। मैं दिल्ली से आपके लिए मुफ्त राशन भेजता हूं वो आप तक पहुंचाने की जगह सीधा- सीधा काले बाजारी में बाजार में बेच देते हैं, सरकारी अनाज से भरा ट्रक पकड़ा जाता है लेकिन लीपापोती होती है, फाइलें बंद, कोई कार्रवाई नहीं होती क्योंकि सबको पता है जेएमएम खुद लूट में शामिल है लेकिन गरीब का अन्न, गरीब का पानी मोदी ये किसी को भी छीनने नहीं देगा (उधर एक छोटी बच्ची कब से बेचारी हाथ ऊपर करके तस्वीर लेकर खड़ी है, जरा आगे उस बच्ची से ले लीजिए भाई देखिए इतना आशीर्वाद दे रही वो बेटी, बेटा मैं करता हूं कोई ले लेता है तो तुम अपना पता लिख देना पीछे, अपना एड्रेस लिख देना मैं तुम्हें चिट्ठी भेजूंगा जरा उसको कलेक्ट करने की व्यवस्था कीजिए। बेटी बहुत दूर है तो जरा पुलिस के लोग उनकी मदद करके वो जो एक चित्र लाई है वो मुझ तक पहुंचा दीजिए। बहुत-बहुत धन्यवाद बेटी। आपकी सद्भावना के लिए और परमात्मा तुम्हें बहुत शक्ति दें, मैं हैरान हूं मैं पूरा समय बोल रहा हूं वो ऐसे ही खड़ी थी एक बार भी उसने हाथ नीचे नहीं किया) साथियों, 4 जून के बाद भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई और तेज होगी, ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

बीजेपी दलित, वंचित, आदिवासियों के लिए समर्पित है, समर्पण भाव से काम करती है, सेवा भाव से काम करती है, हो सके उतनी सेवा करती है। हमने आदिवासी कल्याण के लिए चार गुने से ज्यादा बजट बढ़ाया, हम जनजातीय इलाके में 400 से ज्यादा एकलव्य आवासीय विद्यालय बना रहे हैं, आदिवासी इलाकों में खनिज का पैसा आपके बच्चों के लिए खर्च हो, हमने इसके लिए कानून बनाया, हमारी सरकार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाती है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने क्या किया, इन्होंने बीजेपी की योजनाओं का विरोध किया, इन्होंने आदिवासी इतिहास को सामने नहीं आने दिया, इंडी जमात ने आदिवासी समाज की बेटी को राष्ट्रपति चुनाव हराने के लिए भी सारी ताकत झोंक दी थी। साथियों, इंडी गठबंधन के लिए सिर्फ अपना वोट बैंक जरूरी है, उसे आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना- देना नहीं है, जहां- जहां ये लोग सत्ता में आए आदिवासी समाज और संस्कृति खतरे में पड़ गई। आदिवासियों के खिलाफ इनके हथियार है, नक्सलवाद, घुसपैठ और तुष्टीकरण। आप याद करिए जब तक कांग्रेस सत्ता में रही नक्सलवाद फलता- फूलता रहा, हमारे होनहार बच्चे इनका जीवन बर्बाद होता रहा, उन बच्चों की माताएं आंसू बहाती रहीं, बेटा चला गया नक्सलवाद की आग में सबसे ज्यादा कौन जला, अगर नक्सलवाद की आग में सबसे ज्यादा कोई जला है तो मेरा आदिवासी परिवार जला है। अब झारखंड में एक बड़ा संकट घुसपैठियों का हो गया है, हमारा ये संथाल परगना तो बहुत ज्यादा घुसपैठियों की चुनौती से जूझ रहा है, इसका परिणाम क्या हो रहा है? कई इलाकों में आज आदिवासियों की संख्या तेजी से कम हो रही है और घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासियों की जमीने घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं कि नहीं कर रहे? साथियों, हमारी आदिवासी बेटियां घुसपैठियों के निशाने पर आई है कि नहीं आई है? बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ी है कि नहीं पड़ी है? बेटियों का जीवन खतरे में है नहीं है, 50- 50 टुकड़े करके बेटियों की हत्या हो रही है, किसी आदिवासी बेटी को जिंदा जला दिया जाता है, किसी आदिवासी बेटी की जुबान खींच ली जाती है, आदिवासी बेटियों को निशाना बनाने वाले ये कौन लोग है? आखिर क्यों इन्हें जेएमएम सरकार पाल- पोस रही है? और मुझे तो अभी हमारे साथी बता रहे थे बोले लव जिहाद शब्द जो है ना वो सबसे पहले झारखंड में आया, झारखंड वालों ने शब्द दिया है। अब देखिए हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है हॉलिडे, पहले जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज हॉलिडे मनाता है पवित्र दिवस तो तब से रविवार परंपरा शुरू हुई अब यहां अब रविवार को हिंदुओं से जुड़ा हुआ नहीं है, ईसाई समाज से जुड़ा हुआ है 200 साल से 300 साल से यहां चल रहा है, अब उन्होंने एक जिले में रविवार की छुट्टी पर ताले लगवा दिए बोले शुक्रवार को छुट्टी होगी, अब ईसाइयों से भी झगड़ा। पहले हिंदुओं से झगड़ा अब ईसाइयों से झगड़ा ये क्या चल रहा है भाई।

साथियों,

इंडी गठबंधन की देश विरोधी राजनीति का एक खतरनाक फॉर्मूला है, उनका फॉर्मूला है घोर सांप्रदायिक राजनीति करो, घोर तुष्टीकरण की राजनीति करो, अलगाववादियों को संरक्षण दो, आतंकवादियों का बचाव करो और जो उसका विरोध करें उस पर हिंदू- मुसलमान करने का आरोप लगा दो। इंडी जमात वाले धर्म के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देते हैं। मोदी कहता है, मैं SC, ST, OBC को जो आरक्षण मिला है, बाबा साहब अंबेडकर ने जो अधिकार दिया है, भारत के संविधान ने जो अधिकार दिया है, एससी- एसटी- ओबीसी का आरक्षण की रक्षा करने के लिए मोदी जान की बाजी लगा देगा और मैं इंडी गठबंधन वालों को कहता हूं जब तक मोदी जिंदा है आप आदिवासियों का, दलितों का, पिछड़ों का, अति पिछड़ों का आरक्षण छीन करके मुसलमानों को, वोट जिहाद करने वालों को नहीं दे सकते हैं ये मैं आपको साफ कहता हूं और जब मैं इनके इस घोर संप्रदाय नकाब को उतार देता हूं, इनकी ये आदिवासी विरोधी हरकतों को उजागर करता हूं, दलित विरोधी उनकी हरकतों को उजागर करता हूं इनको ना रात को नींद नहीं आती है, अनाप-शनाप भाषा बोलते हैं ये कहते हैं मोदी हिंदू- मुसलमान कर रहा है, इन्हें लगता है कि ये मोदी की छवि पर कीचड़ उछालेंगे तो मोदी डर जाएगा अरे इंडी वाले कान खोल के सुन लो तुम जितना कीचड़ उछालोगे ना लोग उतने कमल ज्यादा खिलाएंगे, तुम जितना कीचड़ उछालोगे कमल ज्यादा खिलने वाला है। ये अभी तक समझ नहीं पा रहे कि मोदी इनका नफरती प्रोपेगेंडा फेल करके रहेगा ये चाहे कुछ भी कर ले मोदी दलित, आदिवासी और पिछड़ा आरक्षण की लूट कतई नहीं होने देगा, ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

मैंने ये इंडी वालों से एक मांग की है उनसे करीब एक महीना, सवा महीना हो गया मैं इनको कहता हूं आप लिखित में देश को विश्वास दो कि आप दलितों का, आदिवासियों का, पिछड़ों का, आरक्षण छीनेंगे नहीं, लूट नहीं लेंगे लिख करके नहीं देते। मैं उनको कहता हूं दूसरा लिखकर दो आप संविधान बदल करके हमारे एससी- एसटी- ओबीसी को जो आरक्षण मिला है वो आरक्षण मुसलमानों देने का संविधान में बदलाव नहीं करोगे। मैंने तीसरा उनको कहा कि रातों-रात मुसलमानों को ओबीसी बनाकर ओबीसी का आरक्षण जो आपने कर्नाटक में लूट लिया है हिंदुस्तान में कहीं भी नहीं करोगे ये लिख कर के दो, बोलने को तैयार नहीं है भाई ईमानदारी है तो जरा हिम्मत से बताओ ना क्यों चुप बैठे हो इसका मतलब मेरे आदिवासी भाई- बहन, मेरे ओबीसी भाई- बहन, मेरे दलित भाई- बहन, आप जाग जाइए ये लूटने की ताक में बैठे हैं आपको जो बाबा साहब अंबेडकर ने दिया है, जो भारत के संविधान ने दिया है, इसको लूटने के लिए ये लोग बैठे हैं।

साथियों,

मोदी आपकी तरह ही गरीब परिवार में पैदा होकर के आपके आशीर्वाद से यहां आया है और इसलिए जिन दलित, वंचित, आदिवासी इलाकों में कभी विकास नहीं हुआ मोदी वहां विकास कर रहा है हमने आकांक्षी जिले बनाए वहां विकास शुरू किया इसका सबसे ज्यादा लाभ आदिवासी इलाकों को हुआ हमारा झारखंड, हमारा संथाल परगना ये क्षेत्र आज विकास के नए आयाम छू रहा है। देवघर में एम्स बना है, एयरपोर्ट बना है। साहिबगंज में गंगा पर पुल पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। बनारस-रांची-कोलकाता ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बन रहा है। साहिबगंज- मनिहारी फोरलेन का काम भी पूरा होने वाला है। साहिबगंज में गंगा नदी पर मल्टी-मॉडल टर्मिनल बना है। हम यहां लॉजिस्टिक पार्क भी बनाएंगे। मेडिकल कॉलेज हो, केन्द्रीय विद्यालय हो, ऐसे कितने काम एक साथ इस क्षेत्र में हो रहे हैं। इन विकास कार्यों से यहां भविष्य बदलेगा। आपकी तो जिंदगी बदलेगी आपके बच्चों की जिंदगी इससे भी शानदार होगी, इससे भी जानदार होगी, इससे भी ज्यादा होनहार होगी। युवाओं को नए अवसर मिलेंगे।

साथियों,

हमें झारखंड को विकास की और नई ऊंचाइयों पर लेकर जाना है, विकास की ये गारंटी आपके एक वोट से आएगी, आपके वोट की ताकत आपका भविष्य बदलने वाली है, आपके एक वोट की ताकत आपके बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने वाली है और इसलिए दुमका से हमारी बहन श्रीमती सीता सोरेन जी, गोड्डा से हमारे पुराने साथी निशिकांत दुबे जी और राजमहल से श्री ताला मरांडी जी। मेरा अनुरोध है कमल के फूल पर बटन दबाकर के इनको भारी बहुमत से विजय बनाइए और आपका वोट जब आपको इनको वोट कमल दबाएंगे ना तो मेरे लिए वो कमल का फूल आशीर्वाद बन करके दिल्ली आएगा। अच्छा मेरा एक काम करेंगे, मेरा एक काम करेंगे, मेरा एक काम करेंगे, हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे, पक्का करेंगे, देखिए आपके हर गांव में कोई न कोई देवस्थान होता होगा, उस देवस्थान में या तो आप रोज पूजा करते होंगे या संडे को जाते होंगे या किसी त्योहार में जाते होंगे और पूरा गांव देवस्थान का आदर करता होगा तो मेरा एक काम करना है, करोगे? इतना करिए जब आप वापस जाए तो देवस्थान पर जाकर के मोदी की तरफ से मत्था टेकना, मत्था टेकेंगे और परमात्मा से आशीर्वाद मांगना मोदी के लिए नहीं मोदी के परिवार के लिए नहीं देश के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद मांगिए करेंगे पक्का करेंगे। मुझे विश्वास है आपकी ये प्रार्थना 140 करोड़ देशवासियों को मजबूती देगी, उनके सपने पूरे करेगी। मेरे साथ बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।