QuoteThe illegal occupation of the homes, land and shops of the poor, Dalits, backwards and the downtrodden was a sign of socialism five years ago: PM Modi
QuoteThose who don't believe in India's own Covid vaccine and fuel rumours, can they respect talent of UP's youth: PM Modi takes a dig at opposition
QuoteMafias want to come back into power; vote Yogi for 'Badlaav': PM Modi
QuoteFive years ago, Uttar Pradesh was ruled by Mafias: PM Modi takes a jibe at Opposition
QuoteWe are working hard to bring about a change in UP. On the other hand, they are looking for an opportunity to seek revenge from you: PM Modi
QuoteEarlier, abduction and demand for ransom had ruined the lives of the middle-class and traders. The Yogi Govt has brought the state out of these situations: PM Modi

नमस्कार।

उत्तर प्रदेश के यशस्वी और उर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जी, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा जी, राधा मोहन सिंह जी, वी. के सिंह जी, संजीव बालियान जी, यूपी सरकार के मंत्रीगण, सांसदगण, भाजपा के सभी प्रत्याशी साथी, भाजपा के कार्यकर्ता, भाइयों और बहनों।

आज उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भाजपा की ये पहली वर्चुअल रैली है। इतने कम समय में टेक्नोलॉजी को माध्यम बनाते हुए, इतने ज्यादा लोगों को एक साथ जोड़ना, ये भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत का ही परिणाम है। एक जीवंत संगठन का ये सबूत है। हजारों कार्यकर्ताओं ने मुझे आज के इस संबोधन के लिए अपने सुझाव भी भेजे हैं। ये भी Grassroot के कार्यकर्ताओं की सक्रियता का एक जीता जागता उदाहरण है। मां शाकम्भरी के आशीर्वाद से मैं इस चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहा हूं। बागपत, शामली, गौतमबुद्धनगर, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर से हमारे साथ जुड़े प्रत्येक मतदाता का भी मैं आदरपूर्वक स्वागत और अभिनंदन करता हूं।

साथियों,

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये वो धरती है जिसने 1857 की क्रांति में देश को एकजुटता का संदेश दिया था। कमल के फूल और रोटी ने हमेशा देश को बांटने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।हम एकजुट रहेंगे,
तो कोई हमें कभी परास्त नहीं कर पाएगा। हर एक का प्रयास ही, उत्तर प्रदेश को वो ऊंचाई देगा, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है।

साथियों,

जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था, तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने
पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से, आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है। कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी ? 5 साल पहले- दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। 5 साल पहले- व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी...उत्सव। 5 साल पहले- गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-ज़मीन-दुकान पर अवैध कब्ज़ा,
ये समाजवाद का प्रतीक था। लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी। अपहरण, फिरौती, रंगदारी ने मध्यम वर्ग को, व्यापारियों को तबाह करके रख दिया था। पांच साल में योगी सरकार, उत्तर प्रदेश को इन हालातों से बाहर निकालकर लाई है। ये कोई मामूली कामम नहीं है मैं भी सालों तक एक राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूं। इतने कठिन परिस्थितियों से प्रदेश को बाहर लाना, दंगों से मुक्त कराना, शांति और सुख की जिंदगी का विश्वास पैदा करना।

साथियों,

आज यूपी का किसान हो, कर्मचारी हो, व्यापारी हो या फिर माताएं-बहनें-बेटियां, सभी को सुरक्षा और सम्मान मिल रहा है। जो माफिया और गुंडे खुद को कानून से भी बड़ा मानते थे, यूपी की भाजपा सरकार ने उन्हें कानून का मतलब समझा दिया है। और इसलिए, आज चुनाव के इस माहौल में वो पूरी ताकत लगा रहे हैं कि किसी भी तरह, जो गुंडागर्दी करने वाले लोग थे न, वे अवसर की तलाश में हैं, कैसे भी कर के उन्हें सत्ता में वापस आना है। एक ऐसी अनुकूल सरकार उन्हें चाहिए कि उनको अपने खेल खेलने में सुविधा हो। हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, जबकि वो आपसे बदला लेने के लिए ठानकर बैठे हैं। इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है,उनकी भाषा, उनका व्यवहार, उनका इतिहास, उनके करतूत, उनके कारनामे, ये सारे उनके सबूत है। ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है। और इसलिए मैं ये देखकर खुश हूं कि उत्तर प्रदेश के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, बहुत सतर्क हैं। उत्तर प्रदेश की जनता वो पुराने दिन नहीं चाहती है। इन बदला लेने वालों के बयानों को देखकर, यूपी के लोगों ने ठान लिया है कि इस बार पहले से भी ज्यादा मतों से भाजपा को विजयी बनाएंगे। हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, ये सब देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है। और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, जो पहली बार मतदान करने जा रहे हैं। वे तो उत्साह और उमंग से भरे हुए हैं। भाजपा की सरकार बनाने के लिए वे खुलकर भाजपा के साथ हैं। पहली बार वोट डालने जा रहे युवा भी इसको समझ रहे हैं कि अब यूपी को फिर से गुंडों-माफियाओं के हवाले नहीं करना है।

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सोचिए साथियों,

जो लोग जो सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते,वैज्ञानिकों पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट,

उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं? यूपी को ऐसी सरकार चाहिए जो अपनी विरासत पर गर्व करे और ज्ञान-विज्ञान और आधुनिकता को भी बढ़ाए। ये काम भाजपा ही कर रही है और भाजपा ही कर सकती है। बीते 5 सालों में अगर यूपी में अनेकों नए शिक्षण संस्थान खुले हैं, आईटीआई खुली हैं, नए मेडिकल कॉलेज बने हैं, इतने सारे नए विश्वविद्यालय बने हैं, तो इसके पीछे युवा सपने ही हैं,
युवा आकांक्षाएं ही हैं।

भाइयों और बहनों,

सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये हमारे लिए डबल इंजन सरकार की नीति और निष्ठा का मूल मंत्र भी है। बीते वर्षों में जो भी योजनाएं भाजपा सरकार ने लागू की हैं,
उनका लाभ सभी को मिला है, बिना किसी भेदभाव मिला है। यही भावना तो हमारे संविधान के मूल में है। ऐसा ही भारत तो बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर देखना चाहते थे। ऐसे ही विकास के लिए तो चौधरी चरण सिंह जी ने अपना जीवन समर्पित किया।

साथियों,

जिन्होंने गरीब की तकलीफ ना कभी देखी, ना कभी महसूस की, हमेशा जमीन से कटे रहे, वो ना गरीब को समझ सकते हैं, ना उसका भला कर सकते हैं। गरीबों की भाजपा सरकार ने कैसे काम किया है,
उसका एक उदाहरण गरीबों के पक्के घर हैं। पहले वाली सरकार ने अपने पांच साल में गौतमबुद्ध नगर में सिर्फ 73 घर बनाए थे। जरा सुनिए आप लोग पांच साल में 73 घर, योगी जी सरकार ने इन्हीं 5 साल में उस एक जिले में करीब 23 हजार घर बनाकर शहरी गरीबों को दिए हैं। सोचिए, कहां 73 घर
पांच साल में और कहां 23 हजार घर। सहारनपुर शहर में भी पहले वाली सरकार ने सिर्फ 221 घर गरीबों के लिए बनवाए थे। पांच साल में 221, योगी जी की सरकार ने इन्हीं पांच सालों में 18 हजार से ज्यादा
घर बनाकर सहारनपुर के गरीबों को दिए हैं। इसी तरह शामली, मुज़फ़्फ़रनगर और बागपत शहर में भी कुल मिलाकर पिछली सरकार ने पांट साल में सिर्फ 800 घर बनाए थे। पांच साल में इतने बड़े इलाके में 800 घर, योगी जी की सरकार ने इन तीन शहरों में पांच साल में 33 हजार से ज्यादा गरीबों को घर बनवाकर दिए हैं। जब गरीब का दर्द दिल में हो, तो सरकार ऐसे ही दौड़ती है, ऐसे ही काम करती है। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग देख रहे हैं, समझ रहे हैं। पिछली सरकार जहां पूरे यूपी में कुछ हजार घर ही बनवा पाई थी, वहीं योगी जी की सरकार ने अपने पांच साल में 33 लाख से ज्यादा घर बनवाकर गरीबों को दिए हैं। यानि ये 33 लाख गरीब, इन पांच सालों में लखपति बने हैं, आज इनके पास लाखों का घर है। और इसमें भी सबसे बड़ी बात ये कि इनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम हैं। माताओं-बहनों के नाम है। यानि हमारी सरकार ने यूपी की लाखों महिलाओं को उनके घर का मालिक बनाया है।

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साथियों,

भाजपा के नेतृत्व में यूपी सरकार जो कुछ भी कर रही है, उसका सबसे अधिक लाभ दलितों को, वंचितों को, पिछड़ों को हो रहा है। मुफ्त इलाज हो, मुफ्त गैस कनेक्शन हो, शुद्ध पेयजल का कनेक्शन हो,
पीने के पानी की व्यवस्था, ये समाज के हर वर्ग के, हर संप्रदाय के जीवन को आसान बना रहा है। विशेष रूप से हमारी बहनों-बेटियों को गरीबों की सरकार का सबसे अधिक लाभ मिल रहा है। तीन तलाक के खिलाफ जो कानून हमारी सरकार ने बनाया, उसका लाभ हमारी लाखों मुस्लिम बहनों-बेटियों को हुआ है। बेटे-बेटी को एक समान मानने वाली हमारी सरकार अब बेटियों की शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास कर रही है। इससे बेटियों को अपने सपने पूरे करने में और मदद मिलेगी।

भाइयों और बहनों,

गरीबों की सरकार की प्राथमिकता क्या है, ये दुनिया पर आए 100 साल में सबसे बड़े संकट, इतनी बड़ी बीमारी, इतनी बड़ी महामारी। विश्व के कोने-कोने में फैली हुई और 100 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ है। उस समय गरीबों के लिए सोचने वाली, गरीबों के लिए जीने वाली सरकार कैसे काम करती है, ये आज देश अनुभव कर रहा है। भारत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत एक-एक गरीब परिवार का ध्यान रख रहा है। उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ नागरिकों को डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां 5 साल पहले राशन की दुकानों से गरीबों का राशन चोरी हो जाता था। आज एक-एक दाना गरीब के घर तक पहुंच रहा है। यही फर्क है, यही बदलाव है जो 5 सालों में आया है। और जैसा मैनें प्रारंभ में कहा 1857 की बात कही, कमल और रोटी इस संकट के काल में गरीब के घर में रोटी बने, इसका पूरा प्रबंध किया और आज हम आपके पास कमल लेकर आए हैं।

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साथियों,

जब दिल में सेवा की भावना हो, भ्रष्टाचार पास भी नहीं फटक सकता है, तो काम करने के नतीजे भी मिलते हैं। डबल इंजन की सरकार का भी यही ट्रैक रिकॉर्ड है। हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली सरकारी मदद में लूट बंद हो,, कटकी बंद हो, बेईमानी बंद हो, यूपी के छोटे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधी मदद मिले। आज पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खातों में मिले हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ छोटे किसानों को हुआ है। और ये मेरा पक्का विश्वास है, अब समय आ गया है, हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। और हमने ये काम शुरू कर दिया है। छोटे किसान ही हमारे ग्रामीण जीवन को बदलेंगे। छोटे किसान ही किसानों की अवस्था को बदलने में मेरी बहुत बड़ी ताकत है। सरकार द्वारा दशकों से अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराने, फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाने, पेंशन योजनाओं का लाभ भी छोटे किसानों को हुआ है। छोटे किसानों का धन, हमारे पशुधन से भी बढ़ता है। इसके लिए, सरकार ने कामधेनु आयोग बनाया है, डेयरी सेक्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए आज हज़ारों करोड़ रुपए निवेश किए जा रहे हैं। सरकार ने एक बहुत बड़ा अभियान चलाकर लाखों पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से भी जोड़ा है। पशुओं में Foot and Mouth Disease- खुरपका-मुंहपका के नियंत्रण के लिए जो राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मिशन चला गया है, उससे भी किसानों को बहुत लाभ हुआ है। हमारे देश में वैक्सीनेशन की तो चर्चा हो रही है, लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि जिस प्रकार से इंसान को वैक्सीनेशन का बहुत बड़ा अभियान चला है, वैसा ही हिंदुस्तान के हर पशु को वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है। इससे पशुपालकों को बहुत बड़ी चिंता से मुक्ति मिलने वाली है। यूपी में बनाए जा रहे बायोगैस प्लांट, बेसहारा पशुओं से जुड़ी दिक्कत को भी कम करेंगे और किसानों को आय का अतिरिक्त साधन भी मुहैया कराएंगे। उस दिशा में जाएंगे जहां किसान या पशुपालक जिसका पशु दूध नहीं दे रहा है, उसके गोबर से भी पैसा मिलेगा।

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साथियों,

हमने लक्ष्य रखा था कि किसानों से MSP पर रिकॉर्ड खरीद करेंगे और हमने इस संकल्प को पूरा किया है। । 2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में MSP पर की गई है। हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया। पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान भूले नहीं है कि 2017 से पहले कैसे मेहनत का पैसा सालों-साल किश्तों में दिलाया गया। योगी जी की सरकार ने वो बकाया भी चुकाया, और नए सीज़न का भुगतान भी तेज़ किया। आज पिछले पैराई सत्र का 98 प्रतिशत से अधिक का भुगतान हो चुका है और मौजूदा सत्र का भी लगभग 70 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। किसानों का जितना भुगतान योगी जी की सरकार ने किया है उतना पिछली दो सरकारों ने अपने 10 साल में नहीं किया था। हमारी सरकार इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाकर भी गन्ना किसानों की मदद कर रही है, चीनी मिलों की सेहत सुधार रही है। यूपी के गन्ना किसानों से बीते 5 साल में 12 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का इथेनॉल खरीदा गया है।

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साथियों,

डबल इंजन की सरकार, डबल तेजी से यूपी के विकास में जुटी है। आज यूपी में एक्सप्रेस-वे डबल हो रहे हैं, हवाई अड्डों की संख्या भी डबल हो रही है। यूपी देश का एकमात्र राज्य है, जहां 5 शहरों में मेट्रो है और 5 पर काम चल रहा है। 2017 से पहले जो सरकार थी, वो कागजों पर आधी-अधूरी परियोजनाएं बनाने और उनके शिलान्यास में माहिर थी। पत्थर टांग दो बस। अस्पताल हों, सड़कें हों, एक्सप्रेव-वे हों, ये लोग सालों-साल परियोजनाओं को खींचते थे ताकि उसमें से भी कुछ दोहना है, उसमें से भी कुछ निकालना है, कमाई करनी है। तो अपनी दुनिया चलती रहे। वो लोग सिर्फ सपने दिखाते थे, डबल इंजन की सरकार सपने पूरे करती है। और एक बात हम न भूलें, मैं सुनता हूं कुछ लोगों को सपने आते हैं। आप सबको मालूम है। सपने किसको आते हैं भाई, जो सोता रहता है न, उसके सपने आते हैं। जो जागता है वो संकल्प लेता है, योगी जी जागने वाले जागते रखने वाले और इसलिए संकल्प करने वाले नेता हैं। यही फर्क है, जो आज यूपी के लोग अच्छी तरह समझ रहे हैं, देख रहे हैं। आज पश्चिमी यूपी देश के सबसे अधिक कनेक्टेड क्षेत्रों में से एक बन रहा है। कुछ दिन पहले ही गंगा एक्सप्रेसवे पर काम शुरु हो चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पश्चिमी यूपी को अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी देने वाला है। हमारा दादरी तो भारतीय रेल की आधुनिकता का सबसे बड़ा सेंटर होने जा रहा है। आज देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बन रहा है। ये सारे प्रोजेक्ट अपने साथ उद्योग की, नए रोज़गार की, अनेकों नई संभावनाएं लेकर आ रहे हैं। बीते 5 साल में हमने यूपी के ऐसे ही समृद्ध भविष्य की नींव रखी है। इस बार आपका एक-एक वोट इसी नींव को सशक्त करने के लिए होगा।

साथियों,

यूपी के गांव हों या शहर, पश्चिमी यूपी हो या पूर्वी यूपी, सभी के लिए, हर क्षेत्र के लिए आगे बढ़ने का समय है। यूपी के लोग तो पहले की सरकार में रहने वालों की बदनीयत को अच्छी तरह जानते हैं।
इन लोगों ने भ्रष्टाचार और रियल एस्टेट माफिया का ऐसा गठबंधन कराया कि NCR के हजारों फ्लैट खरीदारों के जीवन भर की पूंजी लुट गई। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे मध्यम वर्ग के भाइयों-बहनों को हुआ। हमारे युवाओं को उठाना पड़ा। डबल इंजन की सरकार ने इस माफिया को खत्म करने के लिए RERA कानून लागू किया है। इससे आज अपना घर मिलने में लोगों को आसानी हुई है। अधूरे पड़े घरों को पूरा करने के लिए सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपए की अलग से व्यवस्था भी की है। इनको अगर मौका मिल गया, तो ये RERA की व्यवस्था को भी खत्म कर सकते हैं।

साथियों,

एक तरफ भाजपा है, जिसके पास विकास का स्पष्ट विजन है, साफ सुथरा ईमानदार और दमदार नेतृत्व है। वहीं दूसरी तरफ अहंकार से भरे, समाज को तोड़ने वाले, किसी भी कीमत पर सत्ता पाने का सपना देख रहे ये ''नकली समाजवादी'' हैं। विजन के नाम पर इनके पास सिर्फ विरोध है, गुस्सा है, आक्रोश है। इसलिए आज यूपी कह रहा है-

एक बार फिर गरीबों की सरकार !

भाजपा सरकार !

डबल इंजन सरकार !

इस वर्चुअल रैली के लिए आपने अपना समय निकाला, आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद !

  • Jitender Kumar Haryana BJP State President August 04, 2024

    Saket court lawyer
  • MLA Devyani Pharande February 17, 2024

    जय हिंद
  • Manda krishna BJP Telangana Mahabubabad District mahabubabad September 13, 2022

    ✍️✍️✍️✍️🚩🚩🚩
  • ranjeet kumar May 20, 2022

    jay sri ram🙏🙏🙏
  • Suresh k Nayi February 13, 2022

    દેશના પ્રથમ મહિલા રાજ્યપાલ, સ્વાતંત્ર્ય સેનાની તેમજ મહાન કવયિત્રી અને ભારત કોકિલાથી પ્રસિદ્ધ સ્વ. શ્રી સરોજિની નાયડૂજીની જયંતી પર શત શત નમન
  • Chowkidar Margang Tapo February 09, 2022

    Jai jai jai jai jai jai jai jai shree ram
  • शिवकुमार गुप्ता February 08, 2022

    जय श्री राम..
  • शिवकुमार गुप्ता February 08, 2022

    जय श्री राम.
  • Amit Chaudhary February 07, 2022

    Jay Hind
  • Suresh k Nayi February 05, 2022

    આપ સૌને વસંતપંચમી ની ખુબ ખુબ હાર્દિક શુભકામનાઓ
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In future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
February 21, 2025
QuoteThe School of Ultimate Leadership (SOUL) will shape leaders who excel nationally and globally: PM
QuoteToday, India is emerging as a global powerhouse: PM
QuoteLeaders must set trends: PM
QuoteIn future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
QuoteIndia needs leaders who can develop new institutions of global excellence: PM
QuoteThe bond forged by a shared purpose is stronger than blood: PM

His Excellency,

भूटान के प्रधानमंत्री, मेरे Brother दाशो शेरिंग तोबगे जी, सोल बोर्ड के चेयरमैन सुधीर मेहता, वाइस चेयरमैन हंसमुख अढ़िया, उद्योग जगत के दिग्गज, जो अपने जीवन में, अपने-अपने क्षेत्र में लीडरशिप देने में सफल रहे हैं, ऐसे अनेक महानुभावों को मैं यहां देख रहा हूं, और भविष्य जिनका इंतजार कर रहा है, ऐसे मेरे युवा साथियों को भी यहां देख रहा हूं।

साथियों,

कुछ आयोजन ऐसे होते हैं, जो हृदय के बहुत करीब होते हैं, और आज का ये कार्यक्रम भी ऐसा ही है। नेशन बिल्डिंग के लिए, बेहतर सिटिजन्स का डेवलपमेंट ज़रूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, जन से जगत, जन से जग, ये किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करना है, विशालता को पाना है, तो आरंभ जन से ही शुरू होता है। हर क्षेत्र में बेहतरीन लीडर्स का डेवलपमेंट बहुत जरूरी है, और समय की मांग है। और इसलिए The School of Ultimate Leadership की स्थापना, विकसित भारत की विकास यात्रा में एक बहुत महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा कदम है। इस संस्थान के नाम में ही ‘सोल’ है, ऐसा नहीं है, ये भारत की सोशल लाइफ की soul बनने वाला है, और हम लोग जिससे भली-भांति परिचित हैं, बार-बार सुनने को मिलता है- आत्मा, अगर इस सोल को उस भाव से देखें, तो ये आत्मा की अनुभूति कराता है। मैं इस मिशन से जुड़े सभी साथियों का, इस संस्थान से जुड़े सभी महानुभावों का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बहुत जल्द ही गिफ्ट सिटी के पास The School of Ultimate Leadership का एक विशाल कैंपस भी बनकर तैयार होने वाला है। और अभी जब मैं आपके बीच आ रहा था, तो चेयरमैन श्री ने मुझे उसका पूरा मॉडल दिखाया, प्लान दिखाया, वाकई मुझे लगता है कि आर्किटेक्चर की दृष्टि से भी ये लीडरशिप लेगा।

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साथियों,

आज जब The School of Ultimate Leadership- सोल, अपने सफर का पहला बड़ा कदम उठा रहा है, तब आपको ये याद रखना है कि आपकी दिशा क्या है, आपका लक्ष्य क्या है? स्वामी विवेकानंद ने कहा था- “Give me a hundred energetic young men and women and I shall transform India.” स्वामी विवेकानंद जी, भारत को गुलामी से बाहर निकालकर भारत को ट्रांसफॉर्म करना चाहते थे। और उनका विश्वास था कि अगर 100 लीडर्स उनके पास हों, तो वो भारत को आज़ाद ही नहीं बल्कि दुनिया का नंबर वन देश बना सकते हैं। इसी इच्छा-शक्ति के साथ, इसी मंत्र को लेकर हम सबको और विशेषकर आपको आगे बढ़ना है। आज हर भारतीय 21वीं सदी के विकसित भारत के लिए दिन-रात काम कर रहा है। ऐसे में 140 करोड़ के देश में भी हर सेक्टर में, हर वर्टिकल में, जीवन के हर पहलू में, हमें उत्तम से उत्तम लीडरशिप की जरूरत है। सिर्फ पॉलीटिकल लीडरशिप नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में School of Ultimate Leadership के पास भी 21st सेंचुरी की लीडरशिप तैयार करने का बहुत बड़ा स्कोप है। मुझे विश्वास है, School of Ultimate Leadership से ऐसे लीडर निकलेंगे, जो देश ही नहीं बल्कि दुनिया की संस्थाओं में, हर क्षेत्र में अपना परचम लहराएंगे। और हो सकता है, यहां से ट्रेनिंग लेकर निकला कोई युवा, शायद पॉलिटिक्स में नया मुकाम हासिल करे।

साथियों,

कोई भी देश जब तरक्की करता है, तो नेचुरल रिसोर्सेज की अपनी भूमिका होती ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा ह्यूमेन रिसोर्स की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे याद है, जब महाराष्ट्र और गुजरात के अलग होने का आंदोलन चल रहा था, तब तो हम बहुत बच्चे थे, लेकिन उस समय एक चर्चा ये भी होती थी, कि गुजरात अलग होकर के क्या करेगा? उसके पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, कोई खदान नहीं है, ना कोयला है, कुछ नहीं है, ये करेगा क्या? पानी भी नहीं है, रेगिस्तान है और उधर पाकिस्तान है, ये करेगा क्या? और ज्यादा से ज्यादा इन गुजरात वालों के पास नमक है, और है क्या? लेकिन लीडरशिप की ताकत देखिए, आज वही गुजरात सब कुछ है। वहां के जन सामान्य में ये जो सामर्थ्य था, रोते नहीं बैठें, कि ये नहीं है, वो नहीं है, ढ़िकना नहीं, फलाना नहीं, अरे जो है सो वो। गुजरात में डायमंड की एक भी खदान नहीं है, लेकिन दुनिया में 10 में से 9 डायमंड वो है, जो किसी न किसी गुजराती का हाथ लगा हुआ होता है। मेरे कहने का तात्पर्य ये है कि सिर्फ संसाधन ही नहीं, सबसे बड़ा सामर्थ्य होता है- ह्यूमन रिसोर्स में, मानवीय सामर्थ्य में, जनशक्ति में और जिसको आपकी भाषा में लीडरशिप कहा जाता है।

21st सेंचुरी में तो ऐसे रिसोर्स की ज़रूरत है, जो इनोवेशन को लीड कर सकें, जो स्किल को चैनेलाइज कर सकें। आज हम देखते हैं कि हर क्षेत्र में स्किल का कितना बड़ा महत्व है। इसलिए जो लीडरशिप डेवलपमेंट का क्षेत्र है, उसे भी नई स्किल्स चाहिए। हमें बहुत साइंटिफिक तरीके से लीडरशिप डेवलपमेंट के इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। इस दिशा में सोल की, आपके संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आपने इसके लिए काम भी शुरु कर दिया है। विधिवत भले आज आपका ये पहला कार्यक्रम दिखता हो, मुझे बताया गया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के effective implementation के लिए, State Education Secretaries, State Project Directors और अन्य अधिकारियों के लिए वर्क-शॉप्स हुई हैं। गुजरात के चीफ मिनिस्टर ऑफिस के स्टाफ में लीडरशिप डेवलपमेंट के लिए चिंतन शिविर लगाया गया है। और मैं कह सकता हूं, ये तो अभी शुरुआत है। अभी तो सोल को दुनिया का सबसे बेहतरीन लीडरशिप डेवलपमेंट संस्थान बनते देखना है। और इसके लिए परिश्रम करके दिखाना भी है।

साथियों,

आज भारत एक ग्लोबल पावर हाउस के रूप में Emerge हो रहा है। ये Momentum, ये Speed और तेज हो, हर क्षेत्र में हो, इसके लिए हमें वर्ल्ड क्लास लीडर्स की, इंटरनेशनल लीडरशिप की जरूरत है। SOUL जैसे Leadership Institutions, इसमें Game Changer साबित हो सकते हैं। ऐसे International Institutions हमारी Choice ही नहीं, हमारी Necessity हैं। आज भारत को हर सेक्टर में Energetic Leaders की भी जरूरत है, जो Global Complexities का, Global Needs का Solution ढूंढ पाएं। जो Problems को Solve करते समय, देश के Interest को Global Stage पर सबसे आगे रखें। जिनकी अप्रोच ग्लोबल हो, लेकिन सोच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Local भी हो। हमें ऐसे Individuals तैयार करने होंगे, जो Indian Mind के साथ, International Mind-set को समझते हुए आगे बढ़ें। जो Strategic Decision Making, Crisis Management और Futuristic Thinking के लिए हर पल तैयार हों। अगर हमें International Markets में, Global Institutions में Compete करना है, तो हमें ऐसे Leaders चाहिए जो International Business Dynamics की समझ रखते हों। SOUL का काम यही है, आपकी स्केल बड़ी है, स्कोप बड़ा है, और आपसे उम्मीद भी उतनी ही ज्यादा हैं।

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साथियों,

आप सभी को एक बात हमेशा- हमेशा उपयोगी होगी, आने वाले समय में Leadership सिर्फ Power तक सीमित नहीं होगी। Leadership के Roles में वही होगा, जिसमें Innovation और Impact की Capabilities हों। देश के Individuals को इस Need के हिसाब से Emerge होना पड़ेगा। SOUL इन Individuals में Critical Thinking, Risk Taking और Solution Driven Mindset develop करने वाला Institution होगा। आने वाले समय में, इस संस्थान से ऐसे लीडर्स निकलेंगे, जो Disruptive Changes के बीच काम करने को तैयार होंगे।

साथियों,

हमें ऐसे लीडर्स बनाने होंगे, जो ट्रेंड बनाने में नहीं, ट्रेंड सेट करने के लिए काम करने वाले हों। आने वाले समय में जब हम Diplomacy से Tech Innovation तक, एक नई लीडरशिप को आगे बढ़ाएंगे। तो इन सारे Sectors में भारत का Influence और impact, दोनों कई गुणा बढ़ेंगे। यानि एक तरह से भारत का पूरा विजन, पूरा फ्यूचर एक Strong Leadership Generation पर निर्भर होगा। इसलिए हमें Global Thinking और Local Upbringing के साथ आगे बढ़ना है। हमारी Governance को, हमारी Policy Making को हमने World Class बनाना होगा। ये तभी हो पाएगा, जब हमारे Policy Makers, Bureaucrats, Entrepreneurs, अपनी पॉलिसीज़ को Global Best Practices के साथ जोड़कर Frame कर पाएंगे। और इसमें सोल जैसे संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

साथियों,

मैंने पहले भी कहा कि अगर हमें विकसित भारत बनाना है, तो हमें हर क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ना होगा। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है-

यत् यत् आचरति श्रेष्ठः, तत् तत् एव इतरः जनः।।

यानि श्रेष्ठ मनुष्य जैसा आचरण करता है, सामान्य लोग उसे ही फॉलो करते हैं। इसलिए, ऐसी लीडरशिप ज़रूरी है, जो हर aspect में वैसी हो, जो भारत के नेशनल विजन को रिफ्लेक्ट करे, उसके हिसाब से conduct करे। फ्यूचर लीडरशिप में, विकसित भारत के निर्माण के लिए ज़रूरी स्टील और ज़रूरी स्पिरिट, दोनों पैदा करना है, SOUL का उद्देश्य वही होना चाहिए। उसके बाद जरूरी change और रिफॉर्म अपने आप आते रहेंगे।

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साथियों,

ये स्टील और स्पिरिट, हमें पब्लिक पॉलिसी और सोशल सेक्टर्स में भी पैदा करनी है। हमें Deep-Tech, Space, Biotech, Renewable Energy जैसे अनेक Emerging Sectors के लिए लीडरशिप तैयार करनी है। Sports, Agriculture, Manufacturing और Social Service जैसे Conventional Sectors के लिए भी नेतृत्व बनाना है। हमें हर सेक्टर्स में excellence को aspire ही नहीं, अचीव भी करना है। इसलिए, भारत को ऐसे लीडर्स की जरूरत होगी, जो Global Excellence के नए Institutions को डेवलप करें। हमारा इतिहास तो ऐसे Institutions की Glorious Stories से भरा पड़ा है। हमें उस Spirit को revive करना है और ये मुश्किल भी नहीं है। दुनिया में ऐसे अनेक देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने ये करके दिखाया है। मैं समझता हूं, यहां इस हॉल में बैठे साथी और बाहर जो हमें सुन रहे हैं, देख रहे हैं, ऐसे लाखों-लाख साथी हैं, सब के सब सामर्थ्यवान हैं। ये इंस्टीट्यूट, आपके सपनों, आपके विजन की भी प्रयोगशाला होनी चाहिए। ताकि आज से 25-50 साल बाद की पीढ़ी आपको गर्व के साथ याद करें। आप आज जो ये नींव रख रहे हैं, उसका गौरवगान कर सके।

साथियों,

एक institute के रूप में आपके सामने करोड़ों भारतीयों का संकल्प और सपना, दोनों एकदम स्पष्ट होना चाहिए। आपके सामने वो सेक्टर्स और फैक्टर्स भी स्पष्ट होने चाहिए, जो हमारे लिए चैलेंज भी हैं और opportunity भी हैं। जब हम एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हैं, मिलकर प्रयास करते हैं, तो नतीजे भी अद्भुत मिलते हैं। The bond forged by a shared purpose is stronger than blood. ये माइंड्स को unite करता है, ये passion को fuel करता है और ये समय की कसौटी पर खरा उतरता है। जब Common goal बड़ा होता है, जब आपका purpose बड़ा होता है, ऐसे में leadership भी विकसित होती है, Team spirit भी विकसित होती है, लोग खुद को अपने Goals के लिए dedicate कर देते हैं। जब Common goal होता है, एक shared purpose होता है, तो हर individual की best capacity भी बाहर आती है। और इतना ही नहीं, वो बड़े संकल्प के अनुसार अपनी capabilities बढ़ाता भी है। और इस process में एक लीडर डेवलप होता है। उसमें जो क्षमता नहीं है, उसे वो acquire करने की कोशिश करता है, ताकि औऱ ऊपर पहुंच सकें।

साथियों,

जब shared purpose होता है तो team spirit की अभूतपूर्व भावना हमें गाइड करती है। जब सारे लोग एक shared purpose के co-traveller के तौर पर एक साथ चलते हैं, तो एक bonding विकसित होती है। ये team building का प्रोसेस भी leadership को जन्म देता है। हमारी आज़ादी की लड़ाई से बेहतर Shared purpose का क्या उदाहरण हो सकता है? हमारे freedom struggle से सिर्फ पॉलिटिक्स ही नहीं, दूसरे सेक्टर्स में भी लीडर्स बने। आज हमें आज़ादी के आंदोलन के उसी भाव को वापस जीना है। उसी से प्रेरणा लेते हुए, आगे बढ़ना है।

साथियों,

संस्कृत में एक बहुत ही सुंदर सुभाषित है:

अमन्त्रं अक्षरं नास्ति, नास्ति मूलं अनौषधम्। अयोग्यः पुरुषो नास्ति, योजकाः तत्र दुर्लभः।।

यानि ऐसा कोई शब्द नहीं, जिसमें मंत्र ना बन सके। ऐसी कोई जड़ी-बूटी नहीं, जिससे औषधि ना बन सके। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जो अयोग्य हो। लेकिन सभी को जरूरत सिर्फ ऐसे योजनाकार की है, जो उनका सही जगह इस्तेमाल करे, उन्हें सही दिशा दे। SOUL का रोल भी उस योजनाकार का ही है। आपको भी शब्दों को मंत्र में बदलना है, जड़ी-बूटी को औषधि में बदलना है। यहां भी कई लीडर्स बैठे हैं। आपने लीडरशिप के ये गुर सीखे हैं, तराशे हैं। मैंने कहीं पढ़ा था- If you develop yourself, you can experience personal success. If you develop a team, your organization can experience growth. If you develop leaders, your organization can achieve explosive growth. इन तीन वाक्यों से हमें हमेशा याद रहेगा कि हमें करना क्या है, हमें contribute करना है।

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साथियों,

आज देश में एक नई सामाजिक व्यवस्था बन रही है, जिसको वो युवा पीढी गढ़ रही है, जो 21वीं सदी में पैदा हुई है, जो बीते दशक में पैदा हुई है। ये सही मायने में विकसित भारत की पहली पीढ़ी होने जा रही है, अमृत पीढ़ी होने जा रही है। मुझे विश्वास है कि ये नया संस्थान, ऐसी इस अमृत पीढ़ी की लीडरशिप तैयार करने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक बार फिर से आप सभी को मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

भूटान के राजा का आज जन्मदिन होना, और हमारे यहां यह अवसर होना, ये अपने आप में बहुत ही सुखद संयोग है। और भूटान के प्रधानमंत्री जी का इतने महत्वपूर्ण दिवस में यहां आना और भूटान के राजा का उनको यहां भेजने में बहुत बड़ा रोल है, तो मैं उनका भी हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

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साथियों,

ये दो दिन, अगर मेरे पास समय होता तो मैं ये दो दिन यहीं रह जाता, क्योंकि मैं कुछ समय पहले विकसित भारत का एक कार्यक्रम था आप में से कई नौजवान थे उसमें, तो लगभग पूरा दिन यहां रहा था, सबसे मिला, गप्पे मार रहा था, मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत कुछ जानने को मिला, और आज तो मेरा सौभाग्य है, मैं देख रहा हूं कि फर्स्ट रो में सारे लीडर्स वो बैठे हैं जो अपने जीवन में सफलता की नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर चुके हैं। ये आपके लिए बड़ा अवसर है, इन सबके साथ मिलना, बैठना, बातें करना। मुझे ये सौभाग्य नहीं मिलता है, क्योंकि मुझे जब ये मिलते हैं तब वो कुछ ना कुछ काम लेकर आते हैं। लेकिन आपको उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जानने को मिलेगा। ये स्वयं में, अपने-अपने क्षेत्र में, बड़े अचीवर्स हैं। और उन्होंने इतना समय आप लोगों के लिए दिया है, इसी में मन लगता है कि इस सोल नाम की इंस्टीट्यूशन का मैं एक बहुत उज्ज्वल भविष्य देख रहा हूं, जब ऐसे सफल लोग बीज बोते हैं तो वो वट वृक्ष भी सफलता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाले लीडर्स को पैदा करके रहेगा, ये पूरे विश्वास के साथ मैं फिर एक बार इस समय देने वाले, सामर्थ्य बढ़ाने वाले, शक्ति देने वाले हर किसी का आभार व्यक्त करते हुए, मेरे नौजवानों के लिए मेरे बहुत सपने हैं, मेरी बहुत उम्मीदें हैं और मैं हर पल, मैं मेरे देश के नौजवानों के लिए कुछ ना कुछ करता रहूं, ये भाव मेरे भीतर हमेशा पड़ा रहता है, मौका ढूंढता रहता हूँ और आज फिर एक बार वो अवसर मिला है, मेरी तरफ से नौजवानों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।