The state which was infamous for naxal violence is today the state is famous for the unprecedented development done by the BJP’s efforts: PM Modi in Chhattisgarh
The Congress-led Chhattisgarh Government is based on a plank of false promises and has only indulged in corruption scandals: PM Modi
The Congress Party is replete of fake guarantees as even 50 years back they had the Mantra of ‘Garibi Hatao’ and even today they contest elections on the same fake guarantee: PM Modi
The egoistic I.N.D.I Alliance, indulging in divisive politics intends to eradicate Sanatan Dharma: PM Modi
All our policies have always been directed towards the development of the tribals: PM Modi

छत्तीसगढ़ के जम्मो. भाई-बहिनी, सियान महतारी मनल मोर जय जोहार।

आप सभी इतनी बारिश के बीच इतनी असुविधा होते हुए भी दूर-दूर से हमें आशीर्वाद देने आए हैं, और कई साथी तो शायद सुबह-सुबह घर से निकले होंगे, ये जो प्यार, ये जो स्नेह छत्तीसगढ़ के हर कोने में मुझे मिलता है, मेरे लिए ये बहुत बड़ा आशीर्वाद है आपकी सेवा करने की शक्ति देता है।

मेरे परिवारजनों,

पूरे देश में आजकल उत्सव का माहौल है। आज मैं यहां छत्तीसगढ़ में भी यही भाव, यही उमंग, यही उत्साह, यही उत्सव देख रहा हूं। उत्सवों के इस मौसम में हर खुशी इस बार डबल हो गई है। इस बार भारत अपनी उपलब्धियों का उत्सव भी मना रहा है। कुछ ही दिन पहले हमारे वैज्ञानिकों ने भारत को चांद पर पहुंचा दिया। भारत का चंद्रयान वहां पहुंचा, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया था। और जैसे हमारे छत्तीसगढ़ में लोग कहते हैं न- छत्तीसगढ़िया, सबसे बढ़िया, वैसे ही आज दुनिया के लोग कह रहे हैं- भारत का चंद्रयान, सबसे बढ़िया।

साथियों,

इन सफलताओं के बीच भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। सफल जी-20 हर देशवासी की तपस्या का परिणाम है। ये 140 करोड़ भारतीयों के परिश्रम का परिणाम है। जी-20 की एक और बहुत बड़ी विशेषता रही है, एक और बड़ी सफलता रही है। जिन छोटे-छोटे देशों की आवाज़ वैश्विक मंचों तक नहीं पहुंच पाती थी, उनको पहली बार जी-20 में इतनी बड़ी भागीदारी मिली है। अपनी जड़ों से जुड़े रहने की वजह से आज भारत इतना बड़ा काम कर पाया है। जो वंचित है, उसे वरीयता देना यही आज के भारत की प्राथमिकता है। जिन गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज़ दबी हुई थी, उनके सपनों को हमने संकल्पों में बदला है। और मुझे खुशी है कि जी-20 को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ की जनता की भी सीधी भागीदारी रही है। आपने नवा रायपुर में जी-20 की इतनी सफल बैठक कराई। आपने इतने अच्छे से मेहमानों का स्वागत किया। उनको छत्तीसगढ़ की संस्कृति, यहां के खान-पान, यहां की विशेषताओं, यहां के सामर्थ्य के बारे में बताया। इससे पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ की चर्चा हुई है, यहां का गौरव बढ़ा है। एक समय था जब छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सली हमलों औऱ हिंसा से ही हुआ करती थी। भाजपा सरकार के प्रयासों के बाद आज छत्तीसगढ़ की पहचान यहां के विकास कार्यों की वजह से हो रही है।

मेरे परिवारजनो,

दिल्ली की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। लेकिन यहां जो कांग्रेस की सरकार है, वो विकास के काम में नहीं बल्कि सिर्फ हवा-हवाई बातों और दावों में जुटी रहती है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ना होने का बहुत बड़ा नुकसान, जबसे बीजेपी की सरकार गई, जबसे ये लोग बैठे हैं, सबसे बड़ा नुकसान मेरे छत्तीसगढ़ के भाइयों और बहनों को उठाना पड़ा है, मेरे नौजवानों को उठाना पड़ा है। केंद्र की भाजपा सरकार बीते 9 वर्षों में देशभर के गरीब परिवारों को करीब-करीब 4 करोड़ घर दे चुकी है। कितने ? जरो जोर से बोलिए कितने? चार करोड़ घर। हम चाहते थे कि छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को भी पीएम आवास योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले। लेकिन कांग्रेस की सरकार, यहां छत्तीसगढ़ में गरीबों के पक्के घर नहीं बनने दे रही है। महिला कल्याण हो, पीएम स्वनिधि योजना हो, हर घर जल योजना हो, गरीब कल्याण से लेकर युवा कौशल और रोज़गार की हर योजना में कांग्रेस ने, यहां की सरकार ने छत्तीसगढ़ को बहुत पीछे पहुंचा दिया है।

मेरे परिवारजनों,

कांग्रेस जिस तरह घोटालों की राजनीति करती है, उसमें सिर्फ उसके नेताओं की तिजोरी भरती है। भरती है ना.. भरती है ना.. लूट रहे हैं ना.. गरीब कल्याण में भले पीछे हो, लेकिन भ्रष्टाचार में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार आगे बढ़ रही है। आप कल्पना कीजिए, मैं तो सोच भी नहीं सकता हूं, देशवासी भी सोच नहीं सकते, गरीब से गरीब इंसान भी सोच नहीं सकता। आप कल्पना करिए कि अगर कोई गाय के गोबर में भी भ्रष्टाचार करे, तो उसकी मानसिकता क्या होगी। छत्तीसगढ़ की बहनों से वादा तो किया था शराबबंदी का, लेकिन कांग्रेस ने शराब की बिक्री में ही घोटाला कर दिया। छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से इतना समृद्ध राज्य है। केंद्र की भाजपा सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड योजना बनाई। हमारा मकसद था कि जिन जिलों से खनिज संपदा निकलती है, तो उसका एक हिस्सा उसी क्षेत्र में विकास के लिए खर्च किया जाए। हम चाहते थे, हमारे आदिवासी बहनों-भाइयों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिले। लेकिन यहां की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार ने इसको भी नहीं छोड़ा। छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा को कांग्रेस के, ये जो पार्टी है न वो कांग्रेस के एटीएम की तरह उपयोग किया जा रहा है। झूठा प्रचार और आकंठ भ्रष्टाचार – यही छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की पहचान है। और वो तो कहते हैं कि बहुत सालों के बाद मौका मिला है और इसके बाद मिलने वाला नहीं है, यही समय है जितना लूट सको लूटो।

मेरे परिवारजनों,

कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड और भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है।
50 साल से भी पहले, कांग्रेस ने देश से गरीबी हटाने की गारंटी दी थी। दी थी कि नहीं दी थी भैया, इंदिरा जी के जमाने गरीबी हटाने की बातें कर रहे थे ना। कांग्रेस तब भी हर चुनाव इस गारंटी पर लड़ती थी, आज भी इसी गारंटी पर लड़ती है। अगर कांग्रेस अपने जमाने में अपना काम ठीक से करती, तो आज मोदी को इतनी मेहनत ना करनी पड़ती। मोदी ने गारंटी दी थी कि देश के गरीब को सशक्त बनाऊंगा। आज आप इसके परिणाम देख रहे हैं। सिर्फ 5 वर्षों में ही साढ़े 13 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा सरकार ने गरीब के हित में योजनाएं बनाईं। भाजपा ने गरीबों को गरीबी से लड़ने के लिए ज़रूरी साधन दिए सामर्थ्य दिया। भाजपा ने सरकारी योजनाओं से बिचौलियों को, कटकी कंपनी को लुटेरों को बाहर निकाला। हमने ये सुनिश्चित किया कि लाभार्थियों तक पूरा लाभ पहुंचे। आज आप देखिए, मुफ्त राशन हर लाभार्थी तक, हर गरीब तक, बिना किसी घोटाले के पहुंच रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। जो कभी गैस सिलेंडर की कल्पना तक नहीं कर सकते थे, उनतक गैस कनेक्शन मुफ्त में पहुंचाया है। अभी कुछ दिन पहले ही उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सिलेंडर 400 रुपए सस्ता किया गया है। कल ही केंद्र सरकार ने 75 लाख नए उज्ज्वला कनेक्शन देने को मंजूरी दी है। जिन परिवारों में विस्तार हुआ है या परिवार में विभाजन हुआ है, वो भी रह न जाए उसकी चिंता अभी से शुरू कर दी है, इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी छत्तीसगढ़ की बहनों-बेटियों को होने जा रहा है।

 मेरे परिवारजनों,

छत्तीसगढ़ में अच्छी सड़कों, अच्छी रेल व्यवस्था, बिजली ये सारी सुविधा बहुत जरूरी है। जब दिल्ली और रायपुर दोनों जगह भाजपा सरकार होती है तब ऐसी सुविधाएं तेजी से आखिरी गांवों तक पहुंचती है गरीब से गरीब तक पहुंचती है। आज मैं अभी सरकार कार्यक्रम से आ रहा हूं। उस सरकारी कार्यक्रम में मैंने जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया वो सारी परियोजनाएं हमें छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाई पर ले जाने की ताकत देती है। छत्तीसगढ़ के गरीबों का कल्याण करने की ताकत देती है। थोड़ी देर पहले जो कार्यक्रम हुआ उसमें कुछ साथियों को सिकल सेल काउंसिलिंग कार्ड भी दिए गए हैं। सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जो माता-पिता से बच्चों तक जाती है आदिवास परिवारों में ये बहुत बड़ी चुनौती रही है। ये आदिवासी युवाओं के स्वास्थ्य और स्वाभाविक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए भाजपा सरकार ने पहली बार इससे मुक्ति के लिए, सिकल सेल से मुक्ति के लिए मेरे आदिवासी भाइयों, बहनो, बच्चों को मदद करने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया है। इसके तहत आने वाले तीन वर्षों में सात करोड़ साथियों की जांच की जाएगी। हमने संकल्प लिया है कि आदिवासी माताओं, बहनों और बच्चों को सिकल सेल की इस बीमारी से मुक्ति दिलाकर के ही रहेंगे।

मेरे परिवारजनो,

भाजपा की प्राथमिकता छोटे किसान हैं, आदिवासी किसान हैं। भाजपा का निरंतर प्रयास है कि छोटे किसानों की उपज और वनोपज उसको महत्व मिले। उन्हें अधिक से अधिक दाम मिले। अभी दिल्ली में जी-20 के लिए जो मेहमान आए थे, उनको हमारी राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी ने एक भोज दिया था। दुनिया के बड़े-बड़े नेता भोजन के लिए पधारे थे और हमारी राष्ट्रपति जी ने उनको क्या खिलाया? कोदो, कुटकी, रागी, हम जो अपने परिवारों में खाते हैं, जिसे मोटा अनाज कहते हैं, जिसको आजकल हम श्री अन्न कहते हैं और जो हमारे छोटे-छोटे किसान छोटी-छोटी जमीन के टुकड़ों पर उगाते हैं। जो मेरे आदिवासी भाई-बहन उगाते हैं, हमने इन मोटे अनाजों से बड़े-बड़े नेताओं का स्वागत किया है। भारत का श्री अन्न, आपके खेतों में उगने वाला श्री अन्न, विश्व की पोषण और पौष्टिक सुरक्षा का ब्रांड बने, ये मोदी का मिशन है। हमारे आदिवासी बहन-भाई जंगल से जो उत्पाद इकट्ठा करते हैं, ऐसे उत्पादों के बेहतर दाम देने के लिए भी भाजपा प्रतिबद्ध है। इसलिए बीते 9 वर्षों में दर्जनों वन उपजों को समर्थन मूल्य के दायरे में लाया गया है। जो सैकड़ों वनधन केंद्र बनाए गए हैं, इससे भी इन वन उत्पादों की भी अधिक कीमत मिलनी तय हुई है। मुझे खुशी है कि वनधन केंद्रों में बड़ी संख्या में आदिवासी बहन-भाइयों को रोज़गार मिला है। विशेष रूप से आदिवासी बहनों के सैकड़ों स्वयं सहायता समूह वनधन योजना से जुड़े हैं।

मेरे परिवारजनो,

छत्तीसगढ़ की ये भूमि, भगवान श्री राम का ननिहाल है। माता कौशल्या का भव्य मंदिर यहां है। आज इस पवित्र भूमि पर मैं आप सभी को आप सभी भाई-बहनों को हमारी आस्था, हमारे देश के खिलाफ जो साजिश हो रही है उसके प्रत जागरूक करना चाहता हूं। जिन लोगों को आप सभी ने पिछले 9 साल से केंद्र सरकार से बाहर कर रखा है, जो लोग लगातार चुनाव हार रहे हैं, वे लोग अब आपसे इतनी नफरत से भर गए हैं कि उन्होंने आपकी पहचान, आपकी संस्कृति के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन बनाया है। कुछ लोग इसे घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। अब इंडी गठबंधन ने तय किया है कि वो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करके रहेगा। यानि जो संस्कृति हजारों साल से भारत को एक किए हुए है, सत्ता के लालच में ये लोग अब उसे तोड़ना चाहते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जिसमें भगवान् राम सबरी को माँ कहकर उनके जूठे बेरों को खाने का आनंद लेते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम वनवासियों को, निषादराज गुहु को अपने भाई से भी बढ़कर बताते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम, नाव चलाने वाले केवट को गले लगाकर धन्य हो जाते हैं। सनातन संस्कृति वो है जिसमें वानरों की सेना श्रीराम की शक्ति बढ़ाकर, लंका विजय का कारण बनती है। सनातन संस्कृति वो है- जो किसी परिवार में हुए जन्म को नहीं, बल्कि व्यक्ति के कर्म उसको प्रधानता देती है।गांधी जी से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, देवी मां अहिल्याबाई होल्कर से लेकर मीरा बाई तक, हजारों हजार साल से ये सनातन धर्म, सनातन संस्कृति हर किसी को प्रेरित करती रही है। ये सनातन संस्कृति है जो रविदास और कबीरदास को संत शिरोमणि कहकर अपना गौरव बढ़ाती है। हमारे यहां छत्तीसगढ़ में ही बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी हुए थे, श्याम लाल सोम जी। उन्हें प्रथम जंगल सत्याग्रही कहा जाता है। श्याम लाल सोम जी का जीवन सनातन से ही प्रेरित था। हमारे छत्तीसगढ़ के ही शहीद रामाधीन गोंड का तो नाम ही सनातन का प्रतिबिंब रहा है। ऐसी सनातन संस्कृति को समाप्त करने का ऐलान इंडी अलायंस के लोगों ने किया है। छत्तीसगढ़ के लोगों को, देश के लोगों को इनसे बहुत सतर्क रहना है। ये भारत की हजारों साल से चली आ रही संस्कृति को मिटाना चाहते हैं, ये भारत को मिटाना चाहते हैं।

मेरे परिवारजनो,

पूरी दुनिया में भारत की धूम है, दुनिया भारत में निवेश की हर संभावना को तलाश रही है, लेकिन यहां कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार केंद्र के काम में रोड़े अटकाने वाली सरकार रहेगी तो छत्तीसगढ़ को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। छत्तीसगढ़ के युवाओं को यहीं पर बेहतर रोजगार मिले, छत्तीसग़ढ़ निवेश आकर्षित करने में अग्रणीय हो इसके लिए यहां भाजपा की सरकार बनना आवश्यक है। ये जो समय आया है इसको छत्तीसगढ़ को चूकना नहीं है। छत्तीसगढ़ को अटल जी ने जिस भाव के साथ बनाया है अब मोदी को उसी भाव के साथ विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का अवसर देना यही मैं आपलोगों से प्रार्थना करता हूं। छत्तीसगढ़ के पास अपार संपदा है अब इसे भाजपा का कमल खिलाकर समर्पण और संकल्प से जोड़ना है। आप इतनी बड़ी संख्या में इतनी बारिश के बावजूद भी हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए इसके लिए हम सभी आप सबका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं।


मेरे साथ बोलिए, भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।