The daughters of Kerala have shaped India’s Freedom, Culture, and constitution: PM Modi
India’s Nari Shakti will ensure the ‘Sankalp se Siddhi’ of a Viksit Bharat: PM Modi
The politics of LDF-UDF has always been to weaken the Nari Shakti: PM Modi
I.N.D.I alliance only aims to hurt the religious sentiments of the people: PM Modi

भारत माता की... भारत माता की.. भारत माता की
केरला की मेरी माताओं और बहनों, केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे, आप सभी इतनी बड़ी संख्या में ‘स्त्रीशक्ति’ मुझे आशीर्वाद देने आई हैं, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। आप सभी को 2024 की अनेक-अनेक शुभकामनाएं। कल ही भारत केसरी मन्नाथु पद्मनाभन की जन्मजयंती थी। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

साथियों,
सौभाग्य से मैं भगवान शिव की काशी का सांसद हूं। और यहां भी वडक्कुम-नाथन मंदिर में शिव खुद विराजे हैं। इस मैदान पर जब हम एकत्र हुए हैं तो, विश्व प्रसिद्ध त्रिशूर पूरम उत्सव का उत्साह ही नजर आ रहा है। केरला की कल्चरल कैपिटल, त्रिशूर से निकलने वाला ये संदेश, पूरे केरला में नई चेतना का संचार करेगा।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
आज शिवगंगई की महान पराक्रमी रानी, वेलू नाचियार की जन्म जंयती है। आज देश ही महान शिक्षाविद और समाज सुधारक सावित्रिबाई फुले जी की भी जन्म जयंति है। नारीशक्ति का सामर्थ्य कितना बड़ा होता है, ये इन दोनों के व्यक्तित्व से सीखने को मिलता है। केरला की मिट्टी, इस मिट्टी ने ऐसी अनेक संतानें देश को दी हैं, जिन्होंने भारत की बौद्धिक और सामाजिक चेतना को समृद्ध किया है। केरला की बेटियों ने भारत की आज़ादी, संस्कृति और संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ए. वी. कुट्टिमालू अम्मा, अकम्मा चेरियन, रोसम्मा पनूस जैसी वीरांगनाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई ऊर्जा दी। केरला की कार्त्यायनी अम्मा और भागीरथी अम्मा ने देश को दिखाया कि सीखने की कोई आयु नहीं होती। आदिवासी कलाकार, नांजियम्मा को उनकी अद्भुत कला के लिए नेशनल अवॉर्ड देने का सौभाग्य भी हमे मिला। पीटी ऊषा जी हों, अंजू बॉबी जॉर्ज हों, ये पूरे देश की बेटियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
आजकल देश में मोदी की गारंटी की चर्चा है। लेकिन मैं मानता हूं देश की नारीशक्ति, विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि की सबसे बड़ी गारंटी है। दुर्भाग्य से आज़ादी के बाद लेफ्ट-कांग्रेस की सरकारों ने, LDF-UDF की सरकारों ने नारीशक्ति को कमजोर माना। लेफ्ट और कांग्रेस ने लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को रिज़र्वेशन देने वाला कानून बरसों तक लटकाए रखा। लेकिन मोदी ने आप सभी बहनों को आपका हक देने की गारंटी दी थी और उस गारंटी को पूरा भी करके दिखाया। नारीशक्ति वंदन अधिनियम अब कानून बन चुका है। आपको याद होगा, जब तक देश में लेफ्ट और कांग्रेस के गठबंधन की सरकारें थीं, तब तक मुस्लिम बहनें ट्रिपल तलाक से परेशान थीं। मोदी ने मुस्लिम बहनों को ट्रिपल तलाक के मुक्ति देने की गारंटी दी थी और उसे ईमानदारी से पूरा भी करके दिखाया है।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA सरकार के लिए 4 जातियां सर्वोपरि हैं। जब देश के गरीब, देश के युवा, देश के किसान और देश की महिलाओं का विकास होगा, तभी देश का विकास होगा। इसलिए बीजेपी सरकार की योजनाओं का बड़ा लाभ इन 4 जातियों को सबसे ज्यादा मिला है। लेफ्ट-कांग्रेस के लंबे शासनकाल में नारीशक्ति, अनेक बेसिक सुविधाओं से वंचित थीं। मोदी ने बहनों की समस्याओं को दूर करने की गारंटी दी थी और आपके आशीर्वाद से उन्हें पूरा भी किया।

साथियों,
बीते 10 वर्षों में हमने महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। हमने 10 करोड़ उज्ज्वला गैस कनेक्शन दिए- ये सफलता कैसे मिली? मोदी युडे गारंटी। (मोदी की गारंटी) हमने 11 करोड़ परिवारों की बहनों को पाइप से पानी दिया- ये क्यों हुआ? मोदी-युडे गारंटी। हमने 12 करोड़ परिवारों की बहनों के लिए टॉयलेट बनवाया- ये कैसे बने? मोदी-युडे गारंटी। हमने 1 रुपए में ‘सुविधा सेनिटेरी पैड्स’ की योजना शुरु की- इसे किसे संभव बनाया? मोदी-युडे गारंटी। हमने केरला की 60 लाख महिलाओं के बैंक अकाउंट खोले- ये सफलता कैसे मिली? मोदी-युडे गारंटी। हमने 30 करोड़ से अधिक मुद्रा लोन, महिला लाभार्थियो को दिए- ये कैसे संभव हुआ? मोदी-युडे गारंटी। हमने प्रेग्नेंसी लीव को बढ़ाकर 26 हफ्ते किया- इसे किसे संभव बनाया? मोदी-युडे गारंटी। हमने सैनिक स्कूलों में बेटियों की एडमिशन का रास्ता खोला- ये कैसे संभव हुआ? मोदी-युडे गारंटी। हमने लोकसभा-विधानसभा में महिलाओं को रिजर्वेशन दिया- ये वायदा कैसे पूरा हुआ? मोदी-युडे गारंटी।

मेरे परिवारजनों,
आज जब हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं, तो उसमें नारीशक्ति को हम एक सशक्त फोर्स बनाना चाहते हैं। इसलिए आने वाले समय में हमारी माताओं-बहनों-बेटियों के लिए अवसर ही अवसर आने वाले हैं। अब 15 हजार महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को ड्रोन मिलेंगे। क्योंकि आपके पास है- मोदी - युडे गारंटी। अब देश में 2 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनाई जाएंगी- ये कैसे होगा? मोदी - युडे गारंटी। पीएम विश्वकर्मा योजना से महिलाओं को पैसे और ट्रेनिंग मिलेगी। क्योंकि आपके पास है- मोदी-युडे गारंटी। पीएम स्वनिधि योजना से रेहड़ी-फुटपाथ पर दुकान लगाने वाली महिलाओं को मदद मिलेगी क्योंकि आपके पास है- मोदी-युडे गारंटी। बेटियों को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि आपके पास है- मोदी-युडे गारंटी। आपको 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज मिलता रहेगा- क्योंकि आपके पास है- मोदी - युडे गारंटी। आपको सस्ती रसोई गैस मिलती रहेगी क्योंकि आपके पास है- मोदी - युडे गारंटी। पीएम आवास योजना के घर आपके नाम रजिस्टर होते रहेंगे...क्योंकि आपके पास है- मोदी - युडे गारंटी।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
केरला की अनेक माताओं की संतानें दुनियाभर में काम कर रही हैं, पढ़ाई के लिए गई हुई हैं। आप देख रहे हैं कि बीते वर्षों में दुनिया में कैसे-कैसे संकट आए हैं। कोरोना हो, सुडान का संकट हो, यूक्रेन का संकट हो, गाजा का संकट हो, बड़े-बड़े संकट हमने देखे हैं। कितना ही बड़ा संकट क्यों ना हो, बीजेपी सरकार ने अपने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। जब केरला की नर्सेस इराक में फंसी थीं तो ये बीजेपी सरकार थी, जो उन्हें सुरक्षित बाहर निकालकर केरला वापस लाई। कल्पना कीजिए कि अगर दिल्ली में लेफ्ट-कांग्रेस की कमज़ोर सरकार होती तो क्या होता? ये मोदी की गारंटी है, कि दुनिया में कहीं भी, संकट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, हर भारतीय की सुरक्षा की जाएगी।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
केरला में लंबे समय से लेफ्ट और कांग्रेस पक्ष और विपक्ष का ढोंग रचते रहे हैं। जबकि ये हमेशा से एक ही थे, ये सिर्फ नाम के लिए दो पार्टियां हैं। केरला में करप्शन हो, क्राइम हो या परिवारवाद, ये दोनों सबकुछ मिलकर करते हैं। अब इंडी गठबंधन बनाकर इन्होंने घोषणा कर दी कि इनकी विचारधारा और इनकी नीतियों में कोई अंतर नहीं है। अब केरला की जनता को भी साफ पता चला है कि केरला का विकास कोई कर सकता है तो वो बीजेपी है, NDA है। लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन यानि इंडी अलायंस को केरला में भी बीजेपी ही हराएगी।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
केंद्र की बीजेपी सरकार का मंत्र, राज्य के विकास से, देश के विकास का है। आज देश में चौड़ी सड़कें बन रही हैं, आधुनिक रेलवे, आधुनिक एयरपोर्ट बन रहे हैं। लेकिन इंडी गठबंधन की सरकार, सिर्फ मोदी विरोध के कारण, यहां काम होने नहीं देती। इंडी गठबंधन यहां केरला में लूट की खुली छूट चाहता है। यहां गोल्ड की स्मग्लिंग को लेकर जो खेल चलता है, जिन दफ्तरों से चलता है, वो किसी से छिपा नहीं है। ये लोग चाहते हैं कि केंद्र सरकार गरीबों के लिए, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जो फंड देती है, उसके बारे में पूछताछ ही न हो। इसलिए, ये केंद्र की हर योजना पर अड़ंगे लगाते हैं।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
इंडी गठबंधन को सिर्फ एक ही काम आता है। इंडी गठबंधन, हमारी आस्था पर चोट करता है। इन्होंने मंदिरों को, हमारे त्योहारों को भी लूट का माध्यम बना दिया है। त्रिशूर पूरम के साथ जिस प्रकार की राजनीति की जा रही है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है। सबरीमाला में भी जिस प्रकार की अव्यवस्था सामने आई है, उससे भी श्रद्धालुओं को बहुत असुविधा हुई है। ये यहां की राज्य सरकार की अक्षमता का प्रमाण है।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
भाजपा जब सबका सबका, सबका विकास की बात करती है, तो इसमें सबकी आस्था का सम्मान भी शामिल है। इसलिए, आज नॉर्थ ईस्ट सहित देश के ऐसे अनेक राज्य जहां बड़ी संख्या में ईसाई आबादी रहती है, वहां भाजपा की सरकारें हैं। हाल में क्रिसमस के दौरान मुझे दिल्ली में अपने आवास पर क्रिश्चन कम्यूनिटी को होस्ट करने का अवसर मिला। कम्यूनिटी के धर्मगुरुओं ने, इंटेलेक्चुअल्स और अचीवर्स ने जो आशीर्वाद मुझे दिया, सरकार के काम को सराहा, उसके लिए मैं उनका फिर से आभार व्यक्त करता हूं।

केरेला-थिल्ले एन्डे अम्मा मारे - सहोदरि मारे,
आपने इतना बड़ा आयोजन किया। इस उत्साह को हमें अब केरला में नारीशक्ति के आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना है। एक ऐसा आंदोलन, जो विकसित भारत में केरला की सशक्त भूमिका सुनिश्चित करेगा। इस आंदोलन का आधार केरला की आप जैसी मेरी माताएं- बहनें ही होंगी। आपने इतनी बड़ी तादाद में आकर के हमें आशीर्वाद दिया और पूरे रास्ते भर जिस प्रकार से स्वागत सम्मान किया। इसके लिए मैं केरला के नागरिकों का हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। आप सबका भी बहुत आभार व्यक्त करता हूं। आप भी झंडी ऊपर कीजिए और मेरे साथ बोलिए, भारत माता की... आवाज जोर से आनी चाहिए... भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की... सब खड़े होने अपनी झंडी हिलाइए... भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...
वंदे... मातरम... वंदे... मातरम... वंदे... मातरम...वंदे...मातरम.. वंदे...मातरम...वंदे...मातरम
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।