Congress aims to weaken India by sowing discord among its people: PM Modi

Published By : Admin | October 8, 2024 | 20:15 IST
The BJP is not just the largest party; it is the one closest to the people's hearts: PM Modi on Haryana’s win
Congress aims to weaken India by sowing discord among its people: PM Modi on opposition’s agenda
Some said Kashmir would burn after Article 370’s removal, but instead, it blossomed: PM Modi on J&K’s election result
Haryana will prosper, and Jammu & Kashmir will thrive: PM Modi at BJP headquarters

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!

हम सबने सुना है, जहां दूध-दही का खाना, वैसा है अपना हरियाणा। हरियाणा के लोगों ने फिर कमाल कर दिया है और कमल-कमल कर दिया है!

साथियों,
आज नवरात्रि का छठा दिन है, मां कात्यायनी की आराधना का दिन है। मां कात्यायनी, शेर पर विराजमान होकर हाथ में कमल को धारण किए हुए हैं। हम सभी को आशीर्वाद दे रही हैं। ऐसे पावन दिन, हरियाणा में तीसरी बार लगातार कमल खिला है। गीता की धरती पर सत्य की जीत हुई है। गीता की धरती पर विकास की जीत हुई है। गीता की धरती पर सुशासन की जीत हुई है। हर जाति, हर वर्ग के लोगों ने हमें वोट दिया है।

साथियों,
जम्मू-कश्मीर में दशकों के इंतजार के बाद आखिरकार शांतिपूर्वक चुनाव हुए। वोटों की गिनती हुई, नतीजे आए, ये भारत के संविधान की जीत है, भारत के लोकतंत्र की जीत है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और उनके गठबंधन को ज्यादा सीटें दी हैं। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं। वोट प्रतिशत के हिसाब से देखें तो जम्मू-कश्मीर में जितनी भी पार्टियां चुनाव लड़ रही थीं उसमें वोट शेयर के हिसाब से भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मैं हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में जीत हासिल करने वाले सभी उम्मीदवारों को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मैं हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की जनता को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मैं सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को, उनके तप और तपस्या के लिए नमन करता हूं। हरियाणा की ये जीत कार्यकर्ताओं के अथाह परिश्रम का परिणाम है। हरियाणा की ये जीत नड्डा जी और हरियाणा की टीम के प्रयासों की जीत है। हरियाणा की ये जीत अतिशय नम्र-विनम्र ऐसे हमारे मुख्यमंत्री जी के कर्तव्यों की भी जीत है।

साथियों,
आज हरियाणा में झूठ की घुट्टी पर विकास की गारंटी भारी पड़ी है। हरियाणा की जनता ने नया इतिहास रच दिया है। शायद आप लोगों को पूरी जानकारी नहीं होगी। हरियाणा का गठन 1966 में हुआ था। इतने वर्षों में बड़े-बड़े दिग्गजों ने इस राज्य का नेतृत्व किया। शायद हिंदुस्तान में बहुत कम राज्य के नेता ऐसे होते हैं, जिनको पूरा हिंदुस्तान जानता है। एक जमाना था, हरियाणा के इन दिग्गज नेताओं का नाम पूरे देश में चर्चा में रहता था। हरियाणा में अब तक 13 चुनाव हुए। 13 चुनावों में से 10 चुनावों में हरियाणा के लोगों ने हर पांच साल के बाद सरकार बदली है। लेकिन इस बार हरियाणा के लोगों ने जो किया है, वो अभूतपूर्व है। वो पहले कभी नहीं हुआ। पहली बार ऐसा हुआ है, जब दो कार्यकाल पूरा करने वाली किसी सरकार को हरियाणा में फिर से मौका मिला हो। ये भारतीय जनता पार्टी को तीसरी बार मौका मिला है। यहां के लोगों ने सिर्फ तीसरी बार हमारी सरकार नहीं बनाई, बल्कि हमें सीटें भी ज्यादा दी हैं और वोट शेयर भी ज्यादा दिया है। ऐसा लगता है कि हरियाणा के लोगों ने छप्पर फाड़कर वोट दिया है। इस जनादेश की गूंज दूर-दूर तक जाएगी।

साथियों,
भाजपा दुनिया का सिर्फ सबसे बड़ा दल ही नहीं है। भाजपा सबसे ज्यादा दिलों में भी बसी हुई है। हरियाणा में जनता ने विकास के मुद्दे पर भाजपा की हैट्रिक लगवाई। भाजपा ने कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति दिलाई। इसलिए गुजरात और मध्य प्रदेश की जनता, दो दशक से वहां अपना आशीर्वाद बनाए हुए है। अरुणाचल प्रदेश और गोवा में तीसरी बार भाजपा ने सरकार बनाई है। यूपी और बिहार में कानून का राज स्थापित करने वाली भाजपा-एनडीए की सरकार को लोग बार-बार मौका दे रहे हैं। असम, त्रिपुरा और उत्तराखंड में लगातार दो टर्म से भाजपा की सरकार है। जहां-जहां भाजपा सरकार बनाती है, वहां की जनता लंबे समय तक भाजपा को समर्थन देती है। और दूसरी तरफ कांग्रेस की हालत कैसी है? पिछली बार कब कांग्रेस की किसी सरकार की वापसी हुई है? यानि जो सरकार में थे कितने साल पहले वो दोबारा आए थे। करीब 13 साल पहले, 2011 में असम में उनकी सरकार फिर से लौटी थी। उसके बाद जितने भी चुनाव हुए, लोगों ने कहीं भी कांग्रेस को सेकंड टर्म नहीं दिया। आपको जानकर हैरानी होगी दोस्तों, देश में कितने ही राज्य हैं जहां कांग्रेस कभी 60 साल पहले वहां पर थी, कहीं पर 50 साल पहले, कहीं पर 40 साल पहले थी। 50-50, 60 साल से वो सत्ता में आई ही नहीं। एक बार लोगों ने निकाल दिया, कांग्रेस को घुसने नहीं दिया। देश के ज्यादातर राज्य के लोगों ने कांग्रेस के लिए नो-ट्री का बोर्ड लगा दिया है। पहले कांग्रेस सोचती थी कि वो चाहे काम करे या ना करे, लोग तो उसको वोट देंगे ही। लेकिन अब कांग्रेस की पोल खुल चुकी है। उसका डिब्बा गोल हो चुका है।

साथियों,
कांग्रेस, सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती है। सरकार में ना रहने पर कांग्रेस की हालत जल बिन मछली जैसी हो जाती है। इसलिए, वो सरकार में आने के लिए देश को, समाज को भी दांव पर लगाने से नहीं हिचकती। आज पूरा देश देख रहा है कि कैसे कांग्रेस हमारे समाज में जाति का जहर फैलाने पर उतर आई है। जो लोग, चांदी नहीं, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए, जो लोग, पीढ़ी दर पीढ़ी फाइव स्टार लाइफ जीते आ रहे हैं, वो गरीब को जाति के नाम पर लड़वाना चाहते हैं। हमारे दलित-पिछड़े-आदिवासी समाज को भूलना नहीं है। ये कांग्रेस है जिसने दलितों, पिछड़ों पर सबसे ज्यादा अत्याचार किया है। ये कांग्रेस है जिसने उन्हें इतने दशकों तक रोटी, पानी, मकान से वंचित रखा। ये वो लोग हैं, जो 100 साल बाद भी सत्ता मिलने पर कभी किसी दलित, पिछड़े, आदिवासी को प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे। सच्चाई ये है कि कांग्रेस का परिवार, दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों से नफरत करता है, उनसे चिढ़ता है। इसलिए आज जब दलित, पिछड़े, आदिवासी शीर्ष स्थान पर जा रहे हैं, तो इनके पेट में चूहे दौड़ने लग जा रहे हैं। हरियाणा में भी इन्होंने दलितों को, ओबीसी को भागीदारी देने से साफ इनकार कर दिया था। इन्होंने दलितों और पिछड़ों को भी अपमानित किया। कांग्रेस के शाही परिवार ने तो डंके की चोट पर कहा कि वो आरक्षण खत्म कर देंगे। दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर कांग्रेस अपने वोटबैंक में देना चाहती थी। हरियाणा में भी वो यही करने जा रही थी।

साथियों,
कांग्रेस भारत के समाज को कमज़ोर करके, भारत में अराजकता फैलाकर देश को कमज़ोर करना चाहती है। इसलिए वो अलग-अलग वर्गों को भड़का रही है। लगातार आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। देश ने देखा कि कैसे किसानों को भड़काने के प्रयास हुए। लेकिन हरियाणा के किसानों ने उन्हें करारा जवाब दिया कि वो देश के साथ हैं, वो भाजपा के साथ हैं। हमारे दलित-ओबीसी साथियों को भड़काने की कितनी ही कोशिशें हुईं, क्या-क्या प्रपंच नहीं किए गए, लेकिन इस समाज ने भी इस षडयंत्र को पहचाना और कहा कि वो देश के साथ है, भाजपा के साथ है। इन लोगों ने हमारी सेना को लेकर भी अपप्रचार किए, हमारे नौजवानों को भड़काया। इस साजिश को भी हरियाणा के नौजवानों ने नाकाम कर दिया। आज हरियाणा ने कांग्रेस को दो टूक संदेश दे दिया है। ये देश विरोधी पॉलिटिक्स नहीं चलेगी। हरियाणा की हर बिरादरी, हर परिवार ने एकजुट होकर वोट दिया, देशभक्ति से ओतप्रोत होकर वोट दिया। देशभक्तों को बांटने की साजिश को हरियाणा ने फेल कर दिया है।

साथियों,
बीते कुछ समय से भारत के विरुद्ध भांति-भांति के षडयंत्र चल रहे हैं। भारत के लोकतंत्र को, भारत के अर्थतंत्र को, भारत के सामाजिक ताने-बाने को कमज़ोर करने के लिए भांति-भांति की साजिशें हो रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय साजिशें हो रही हैं। आज मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ मेरे प्यारे देशवासियों ये कह रहा हूं कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी और उनके चट्टे-बट्टे इस खेल में शामिल हैं। देशभक्त हरियाणा ने आज ऐसी हर साजिश को भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत और हर भारतीय को संकल्प लेना है कि हम ऐसी किसी साजिश को सफल नहीं होने देंगे। भारत, विकास के रास्ते से नहीं भटकेगा।

साथियों,
आज के चुनाव नतीजों ने एक और बात स्पष्ट की है। कांग्रेस, आज पूरी तरह परजीवी पार्टी बन गई है। यहां हरियाणा में कांग्रेस परजीवी बनकर किसी के साथ नहीं थी, अकेली थी, तो उसे करारी हार मिली। जम्मू-कश्मीर में उसकी सहयोगी पार्टी डर के मारे पहले से कह रही थी कि कांग्रेस की वजह से उसे नुकसान हो रहा है। और आज के नतीजों में भी वही दिखा है। आपको याद होगा। लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भी हमने यही देखा था। लोकसभा में कांग्रेस जितनी सीटें जीतीं, उनमें आधी से ज्यादा सीटें वो अपने सहयोगियों की वजह से जीती। इसके अलावा, जहां सहयोगियों ने कांग्रेस पर भरोसा किया, वहां उन सहयोगियों की ही नैया डूब गई। कई राज्यों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का खामिय़ाजा उसकी सहयोगी पार्टियों को उठाना पड़ा। कांग्रेस, ऐसी परजीवी पार्टी है, जो अपने सहयोगियों को ही निगल जाती है।

साथियों,
कांग्रेस एक ऐसा देश बनाना चाहती है, जहां लोग अपनी ही विरासत से नफ़रत करते हों, अपनी राष्ट्रीय संस्थाओं पर शंका करते हों, जिस जिस पर देशवासी गर्व करते हैं, कांग्रेस, हर उस चीज की छवि को धूमिल करना चाहती है। देश का चुनाव आयोग हो, देश की सेना हो, हमारी पुलिस हो, देश की न्यायपालिका हो, कांग्रेस हर संस्था पर दाग लगाना चाहती है। आपको याद होगा, लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के पहले इन्होंने किस तरह का कोहराम मचाया था। चुनाव के दौरान भी ये लोग, इनके सहयोगी दल, इनके अर्बन नक्सल साथी कितनी बार कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट तक गये और किसलिए गए? ताकि ये लोग चुनाव आयोग की संवैधानिक निष्पक्षता पर बट्टा लगा सकें। आज भी इन्होंने ऐसा ही काम किया है। आज भी कांग्रेस ने देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है। कांग्रेस हर बार यही कोशिश करती है कि हमारी संस्थाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उसकी प्रतिष्ठा पर आघात करे। कांग्रेस की यही आदत रही है। कांग्रेस बड़ी बेशर्मी से ऐसी करतूतें करती आ रही है।

साथियों,
जम्मू-कश्मीर में इस बार हुआ चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा है। वहां भारत का संविधान पूरी तरह से लागू होने के बाद ये पहला चुनाव था। आजादी के सात दशक बाद भी अनेक लोगों को वोट डालने का हक नहीं था। उन्होंने भी पहली बार इस चुनाव में अपना वोट डाला है। कुछ लोग कहते थे कि आर्टिकल-370 हटा तो कश्मीर जल जाएगा! लेकिन, कश्मीर जला नहीं, कश्मीर और खूबसूरती से खिला है, खिलखिलाया है। जिस तरह लोगों ने बाहर आकर रिकॉर्ड नंबर्स में वोट डाले वो हर हिंदुस्तानी के दिल को खुश करने वाला है। हमारा जम्मू-कश्मीर, कर्फ़्यू और अलगाववाद के कालखंड से बाहर निकल रहा है। 1947 के बाद पहली बार हमारी सरकार ने जम्मू कश्मीर में बीडीसी के चुनाव कराए। आज पहली बार प्रशासन के हर स्तर पर, फिर चाहे वो विधायक हों, बीडीसी हों, डीडीसी हों, हर स्तर पर अब जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि काम करेंगे। हमने जम्मू-कश्मीर में संविधान की स्पिरिट और उसकी मर्यादा की पुनर्प्रतिष्ठा की है। बाबा साहब आंबेडकर को इससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या होगी?

साथियों,
मैंने विकसित भारत के लिए चार स्तंभों की बार-बार चर्चा की है। ये चार स्तंभ, किसान, युवा, महिलाएं और गरीब हैं। जम्मू-कश्मीर हो या हरियाणा, हम विकास को इन्हीं चार स्तंभों के बलबूते पर देश को विकसित भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इनको सशक्त करना ही भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। हरियाणा के गरीब तो पिछले 10 साल से डबल इंजन की सरकार का काम देख रहे हैं। मुफ्त इलाज की सुविधा से लेकर नल से जल और पक्के घर तक, हरियाणा के गरीब परिवारों को अनेक सुविधाएं मिली हैं। अब हरियाणा की भाजपा सरकार, गरीब कल्याण के काम को और अधिक गति देगी।

साथियों,

हरियाणा तो कृषि के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। हरियाणा की इस ताकत को भाजपा और मज़बूती देने वाली है। हमारा लक्ष्य एकदम साफ है। भाजपा सरकार, हरियाणा के किसानों की उपज को दुनिया के बाजारों तक पहुंचाना चाहती है। बाजरा जैसा यहां का मोटा अनाज, श्री अन्न के रूप में दुनियाभर के डायनिंग टेबल पर पहुंचे, ये हमारी प्रतिबद्धता है। हरियाणा खाने के तेल में आत्मनिर्भरता के मिशन को भी शक्ति देने वाला है। इससे हरियाणा के तिलहन किसानों को भी ज्यादा लाभ होगा।

साथियों

हरियाणा के युवाओं ने दुनियाभर में अपना लोहा मनवाया है। चाहे मानेसर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो, गुरुग्राम के स्टार्टअप्स हों या फिर खेल की दुनिया, हरियाणे के छोरा-छोरी खूब धूम मचा रहे हैं। भाजपा सरकार, इन सभी क्षेत्रों में और अधिक निवेश को बढ़ावा देने वाली है। आने वाले समय में भारत दुनिया में खेलों की एक महाशक्ति बनने जा रही है। इसमें हरियाणा के नौजवानों की भूमिका बहुत बड़ी रहने वाली है। इसलिए, हरियाणा में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए एक आधुनिक रोडमैप भाजपा ने रखा है।

साथियों

जब महिलाओं की बात आती है, तो women led development आज देश का मिजाज बनता जा रहा है। हमारी माताओं-बहनों-बेटियों के सशक्तिकरण से जुड़े हर पहलू पर भाजपा का फोकस है। हरियाणा वो राज्य है जिसने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के रूप में देश को नेतृत्व दिया है। हम हरियाणा में हज़ारों लखपति दीदी और ड्रोन दीदी बनाने वाले हैं। लाडो लक्ष्मी योजना से भी हरियाणा की बहनों को बहुत लाभ होगा। जब माताएं-बहनें आर्थिक रूप से समर्थ होंगी, तो इसका लाभ पूरे परिवार को होगा। परिवार समर्थ होगा, तो हरियाणा समर्थ होगा, देश समर्थ होगा।

साथियों

भाजपा की सरकार, राष्ट्र को सर्वोपरि रखती है, नेशन फर्स्ट। भाजपा की सरकार, गरीबों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र हो या फिर हरियाणा, इन दस सालों में भाजपा की सरकार पर भ्रष्टाचार का एक दाग नहीं लगा। केंद्र सरकार पर जैसे दाग नहीं लगा है, वैसे ही हरियाणा सरकार 10 साल चलाई हमने, भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है। हमने सिर्फ समर्पण भाव से जनता के विकास के लिए काम किया। और मैं इसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी जी और पूर्व सीएम मनोहर लाल जी की भरपूर तारीफ करता हूं, भरपूर प्रशंसा करता हूं। उन्होंने हरियाणा के विकास के लिए बहुत मेहनत की है।

साथियों

जब जनता, ऐसे काम को प्रोत्साहित करती है, नेक नीयत और अच्छी नीति को सराहती है, तब काम करने की ऊर्जा भी दोगुनी हो जाती है। हरियाणा ने भाजपा सरकार को प्रोत्साहित किया है। जम्मू-कश्मीर ने भी भाजपा को प्रोत्साहित किया है। ये आशीर्वाद हमें और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं इसके लिए जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की जनता को भी फिर एक बार हृदय से बहुत-बहुत साधुवाद करता हूं। आज के जनादेश से भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने का संकल्प और मजबूत हुआ है। इस जनादेश ने भारत को दुनिया की स्किल कैपिटल बनाने के संकल्प को भी मज़बूती दी है। आपने हर उस प्रण, हर उस प्रेरणा को सशक्त किया है, जिसका मकसद करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना है। ये जनादेश, भारत को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कठिन से कठिन फैसले लेने के लिए भी नया हौसला देगा। मैं आप सभी को, पूरे देश को, फिर ये भरोसा देता हूं कि आने वाले 5 साल और तेज विकास के होंगे। हरियाणा विकसित होगा, जम्मू-कश्मीर विकसित होगा, भारत विकसित होगा और ये हम करके दिखाएंगे। मैं एक बार फिर हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की जनता का आभार करता हूं। आप सब कार्यकर्ताओं का जितना अभिनंदन करूं उतना कम है। देश के कोने-कोने में आज भारतीय जनता पार्टी जो कुछ भी है, हर संघर्ष को पार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जनता के दिलों में जो जगह बनाई है उसके मूल में भाजपा के कार्यकर्ता हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं का परिश्रम है, भाजपा के कार्यकर्ताओं का त्याग और तपस्या है। और इसीलिए विजय के इस उत्सव में मुझे बार-बार मेरे कार्यकर्ताओं की याद आना स्वाभाविक है। उनके प्रति अहोभाव व्यक्त करने का मेरा स्वाभाविक मन करता है। और इसलिए टीम स्पिरिट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर, कदम से कदम मिलाकर, लक्ष्य की ओर बढ़ते जाने वाले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता न रुकने वाले हैं, न थकने वाले हैं और झुकने का तो सवाल ही नहीं उठता। मैं फिर एक बार आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। अभिनंदन करता हं। देशवासियों को भी मैं उनके आशीर्वाद के लिए प्रणाम करता हूं। 

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय! भारत माता की जय! 

भारत माता की जय! भारत माता की जय! 

भारत माता की जय! भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।