Arunachal Pradesh is India's pride: PM Narendra Modi in Itanagar

Published By : Admin | February 9, 2019 | 12:21 IST
In an effort to connect all the capitals of North East states, Itanagar has also been connected with the Railways: PM
Not just airports, the lives of people in Arunachal Pradesh will improve vastly with new and improved rail and road facilities: PM Modi
Arunachal Pradesh is India's pride. It is India's gateway, Centre will not only ensure its safety and security, but also fast-track development in the region: PM

मेरे प्‍यारे भाईयों और बहनों।

उगता हुआ सूरज ऊर्जा, उम्‍मीद और आकांक्षाओं का प्रतीक होता है। अरूणाचल का तो नाम ही सूर्य का ही नाम है। यह उगते हुए सूरज की भूमि है। इस वजह से यह भूमि पूरे देश के विश्‍वास का प्रतीक भी है। अरूणाचल हमारे विश्‍वास को ताकत देता है, हमारे संकल्‍प को और समर्थ बनाता है। बीते 55 महीने में अनेक बार मैं आप सभी के बीच आया हूं। उसका एक कारण आप सभी के आशीर्वाद की इच्‍छा तो है ही साथ में देश के लिए निरंतर नई ऊर्जा और ताजगी से काम करने की प्रेरणा मिले इसके लिए भी अरूणाचल प्रदेश आना मुझे बहुत सुखद लगता है। और हर नागरिक जब मिलता है, जय हिंद बोल करके greet करता है। ऐसा मन को आनंद मिलता है, इतनी ऊर्जा मिलती है और यह जयहिंद को जिंदगी का हिस्‍सा बनाने वाली धरती को मैं आज फिर एक बार नमन करता हूं।

साथियों, बीते 55 महीनों से केंद्र की एनडीए सरकार और यहां पर हमारे मित्र खांडू जी की अगुवाई में चल रही बीजेपी की सरकार अरूणाचल को सशक्‍त करने के लिए आप सभी लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए पूरी निष्‍ठासे, पूरी ईमानदारी से जुटी हुई है। आज भी मुझे अरूणाचल प्रदेश को मजबूती देने वाली 4 हजार करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा रुपये की परियोजनाओं का शिलान्‍यास और लोकार्पण करने का अवसर मिला है।

इन परियोजनाओं के अलावा आपके प्रदेश में करीब 13 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। आज की परियोजनाओं से अरूणाचल प्रदेश की connectivity तो सुधरेगी ही राज्‍य के Power Sector को भी मजबूती मिलेगी। इन परियोजनाओं से जहां, एक राज्य की स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं की सेहत बेहतर होगी, तो वहीं दूसरी तरफ अरूणाचल की संस्‍कृति को भी बढ़ावा मिलेगा। इन सभी परियोजनाओं के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई है।

भाईयों और बहनों, आज आजादी के बाद एक ही पार्टी के 55 सालों को एक तरफ रखिए और दूसरी तरफ केंद्र में हमारे बीते 55 महीनों को रखकर तुलना कीजिए। अरूणाचल और पूरे नॉर्थ ईस्‍ट के लिए क्‍या काम हुए हैं, इसकी तस्‍वीर आपके सामने साफ हो जाएगी।

अरूणाचल के पास तो समृद्ध जल संपदा है। यहां बिजली पैदा करने की अभूतपूर्व क्षमता है, लेकिन विकास उस गति से नहीं हो पा रहा था, जैसा होना चाहिए था। यह देश की सुरक्षा से जुड़ा एक महत्‍वपूर्ण क्षेत्र रहा है। strategic लिहाज से अहम क्षेत्र रहा है। फिर भी यहां आवश्‍यक सुविधाओं का निर्माण नहीं हुआ है। स्थिति यह थी कि न तो यहां के नौजवानों की परवाह की गईऔर न ही सीमा पर डटे जवानों की।

साथियों, पहले की सरकारों ने इस बात पर कम ही ध्‍यान दिया कि इस क्षेत्र को नजर अंदाज करने से यहां के लोगों को कितनी परेशानाी और तकलीफ होती है। देश को.... और आप देखते हुए दशकों से मांग हो रही थी कि अरूणाचल प्रदेश समेत यहां के तमाम क्षेत्रों में आधुनिक Infrastructure की जरूरत है, लेकिन पहले वालों ने इसकी भी परवाह नही की। साथियों, इस सरकार द्वारा इस स्थिति को बदलने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। मैं बार-बार कहता आया हूं कि New India तभी अपनी पूरी शक्ति से विकसित हो पाएगा जब पूर्वी भारत North East का तेज गति से विकास होगा। यह विकास संसाधनों का भी है और संस्‍कृति के गौरव का भी है। यह विकास अलग-अलग क्षेत्रों को जोड़ने का भी है और जन-जन को भी जोड़ने का है।

भाईयों और बहनों, सबका साथ, सबका विकास इस मंत्र पर चलते हुए बीते 55 महीनों में अरूणाचल और उत्‍तर पूर्व के विकास के लिए न तो कभी फंड की कमी आने दी गई और न ही इच्‍छा शक्ति की कमी आई है। बीते वर्षों में राज्‍यों को 44 हजार करोड़ रुपयों का फंड दिया गया, जो पिछली सरकार की तुलना में लगभग डबल है डबल। इसके अलावा केंद्र सरकार यहां हजारों करोड़ के अन्‍य प्रोजेक्‍ट पर भी काम कर रही है। विकास की इसी कड़ी में आज अरूणाचल में एक साथ दो एयरपोर्ट का उद्घाटन और शिलान्‍यास हो रहा है। संभवत: यह प‍हली बार है कि भारत में किसी भी राज्‍य में एक एयरपोर्ट पर काम पूरा हुआ हो और दूसरे पर काम शुरू हुआ हो। अरूणाचल प्रदेश के लिए तो यह और भी अहम अवसर है क्‍योंकि आजादी के इतने वर्षों तक यहां एक भी ऐसा एयरपोर्ट नहीं था जहां नियमित रूप से बड़े यात्री जहाज उतर पाए। गुवाहाटी तक एयरपोर्ट की connectivity थीऔर वहां से या तो सड़क के रास्‍ते आपको आना-जाना होता था, या फिर मजबूरी में, या emergency में हेलीकॉप्‍टर का सहारा लेना पड़ता था।

साथियों, आज से तेजू एयरपोर्ट सामान्‍य जनता से जुड़ी यात्री सेवाएं देने के लिए तैयार है। तेजू हवाई अड्डे को लगभग 50 साल पहले बनाया गया थाऔर उसके बाद किसी ने यह नहीं सोचा कि इसका इस्‍तेमाल यहां के लोगों को देश से जोड़ने के लिए भी किया जा सकात है। हमारी सरकार ने इस छोटे एयरपोर्ट का करीब सवा सौ करोड़ रुपया खर्च करके विस्‍तार किया। यहां की आधुनिक सुविधाएं जुटाई। अब इसके बाद अरूणाचल प्रदेश की air connectivity गुवाहाटी, जोरहार्ट और वालोंग से हो जाएगी। और यह भी मैं बताऊं, अरूणाचल प्रदेश प्राकृतिक रूप से इतना बड़ा समृद्ध है अगर दिल्‍ली और बड़े शहर के लोगों को यहां के भिन्‍न-भिन्‍न colour के पुष्‍प, ताजे फूल अगर देखने को भी मिल जाए न तो भी शायद दिनभर वो वही देखते रहेंगे।

अब यह हवाई अड्डे बनने से हम कुछ ही घंटों में यहां से फल-फूल हिन्‍दुस्‍तान बड़े मार्केटों में ले जा सकते हैं, मेरा किसान कमाई कर सकता है।

साथियों, कुछ महीनें पहले ही अरूणाचल के लिए commercial flight शुरू की गई थी। अब इस एयरपोर्ट के विस्‍तार से आपको दोहरा लाभ होने वाला है। सरकार का प्रयास है कि उड़ान योजना के तहत बहुत ही सस्‍ती हवाई यात्रा का और अधिक फायदा अरूणाचल प्रदेश के आप सभी को मिल सके। साथियों, करीब एक हजार करोड़ रुपये की लागत से Hollongigreenfield airportका शिलान्‍यास भी आज हुआ है। कुछ महीने पहले ही देश के 100वें और North East के पहले greenfield पाक्योंग airportका लोकार्पण करने सौभाग्‍य मुझे मिला था। मैं आपको आश्‍वस्‍त करता हूं कि North East के इस दूसरे greenfield airportका उद्घाटन भी समय से ही करने का प्रयास किया जाएगा। और आप जानते हैं कि जिसका शिलान्‍यास हम करते हैंउद्घाटन भी हम ही करते हैं।

साथियों, के एयरवे के साथ-साथ रोड वे और रेलवे से भी अरूणाचल की भारत से connectivity मजबूत की जा रही है। लगभग सात करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली --- सुरंग को भी जल्‍द से जल्‍द तैयार करने का प्रयास किया जाएगा। जब यह सुरंग बन जाएगी तो बालीपाड़ा से तवांग तक पहुंचना आसान हो जाएगा। साल भर हर मौसम में आपके आने-जाने की समस्‍या का सामाधान हो सकेग। हाल ही में ब्रह्मपुत्र, परदेश के सबसे बड़े रेल रोड ब्रिज बोगीबिल पुल का भी लोकार्पण किया जा चुका है। इससे भी अरूणाचल प्रदेश के अनेक क्षेत्रों को बहुत लाभ मिल रहा है।

भाईयों और बहनों, अरूणाचल प्रदेश में connectivity चाहे गांव की हो, शहर की हो या फिर देश के दूसरे हिस्‍सों से केंद्र सरकार हजारों, करोड़ रुपये के प्रोजेक्‍ट्स पर आज काम कर रही है। इसमें लगभग 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करके नये National Highway तो बनाए ही जा रहे हैं, बीते दो वर्षों में ही लगभग एक हजार गांवों को भी सड़कों से जोड़ा गया है। लगभग 4 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे ट्रांस अरूणाचल हाईवे उस पर भी बहुत तेजी से काम चल रहा है।

साथियों, सड़क संपर्क के अलावा रेलवे को लेकर भी अभूतपूर्व काम अरूणाचल प्रदेश में किया जा रहा है। North East के हर राज्‍य की राजधानी को रेलवे से जोड़ने के अभियान के तहत ईंटानगर भी रेलवे से जुड़ चुका है। नाहरलांगुन और दिल्‍ली के बीच चलने वाली अरूणाचल AC express अब हफ्ते में दो बार चलती है। इसके अलावा पूरे अरूणाचल प्रदेश में रेलवे नेटवर्क का विस्‍तार करने के लिए सात जगहों पर सर्वे का काम चालू किया गया है। इसमें से तीन जगह पर सर्वे का काम पूरा भी हो चुका है। तवांग को भी रेल नेटवर्क से जोड़ने की बड़ी योजना पर तेजी से काम चल रहा है।

भाईयों और बहनों, हाईवे, रेलवे, एयरवे के साथ-साथ बिजली की connectivity भी अहम है। आज में अरूणाचल प्रदेश को सौभाग्‍य योजना के तहत करीब-करीब हर परिवार तक बिजली पहुंचाने वाला राज्‍य बनने के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं, मुख्‍यमंत्री जी को बधाई देता हूं, उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं। आज अरूणाचल ने जो हासिल किया है वो बहुत ही जल्‍द पूरे देश में भी हासिल होने वाला है। सौभाग्‍य योजना के तहत बीते एक-डेढ़ साल में ही देश में करीब ढ़ाई करोड़ परिवारों के घरों, उन घरों से अंधेरों को मिटाया गया है, दूर किया जा चुका है। मुफ्त में बिजली का कनेक्शन दिया जा चुका है।

साथियों, हर घर तक बिजली पहुंचाने के साथ-साथ पर्याप्‍त बिजली भी पहुंचे इसके लिए भी हमारी सरकार power generation पर भी बल दे रही है। आज एक 110 MW Pare Hydroelectric Plant का उद्घाटन किया है, इससे अरूणाचल को तो बिजली मिलेगी ही, North East के दूसरे राज्‍यों को भी लाभ मिलेगा। वहीं, यहां transmission system को सुधारने के लिए लगभग तीन हजार करोड़ रुपये का काम भी आज से शुरू हुआ है। इससे राज्‍य के दूर-दराज इलाकों को बिजली मिल सकेगी। साथ ही, एक और बड़ा काम यह होगा कि यहां की बिजली व्‍यवस्‍था ग्रिड से जुड़ जाएगी। साथियों, connectivity और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं जब किसी राज्‍य में बनती है तो वहां सामान्‍य मानव का तो जीवन सुगम होता ही है, पर्यटन को भी बल मिलता है। पर्यटन तो एक ऐसा सेक्‍टर है, जहां हर कोई कमाता है। गाइड कमाता है, होटल वाला कमाता है, टैक्‍सी वाला कमाता है, दुकानदार कमाता है, खिलौने वाल कमाता है, फूल वाला कमाता है और चाय वाला भी कमाता है।

कल मैंने एक ट्वीट किया था North Eastके सौंदर्य के संदर्भ में, North Eastके टूरिज्‍म के संभावनाओं के संदर्भ में, और मैंने लोगों से request की थी कि आप अगर North Eastगए हो तो वहां के अनुभव की एक फोटो शेयर कीजिए। मैं हैरान हूं कुछ ही सेकेंड में हजारों लोगों ने ट्वीट पर कि वो North Eastगए थे क्‍या अनुभव हुआ, अपनी फोटो ट्वीट कर दी। टूरिज्‍म को प्रोमोशन को कैसे बढ़ाया जा सकता है और जिस प्रकार से देशवासियों ने यानी विदेशों से भी, विदेशों से भी लोगों ने ट्वीट किया। आप भी अगर उस हेश टेग पर जा करके देखेंगे, आप भी हैरान हो जाएंगे कि कैसे देश और दुनिया आपके प्रति गर्व का अनुभव करती है।

अरूणाचल के लिए न तो प्रकृति ने कोई कमी छोड़ी है और न ही अध्‍यात्‍म और आस्‍था से जुड़े स्‍थानों की यहां कमी है। नई एयरपोर्ट बनने से, नई रेल लाइन बिछने से यहां देश-विदेश के टूरिस्‍टों की संख्‍या भी बढ़ेगी। इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के अनेक नये अवसर बनेंगे और अरूणाचल की अर्थव्‍यवस्‍था को भी ताकत मिलेगी।

भाईयों और बहनों, केंद्र सरकार देश के हर क्षेत्र की संस्‍कृति, भाषा, खान-पान, रहन-सहन को सुरक्षित और संरक्षित करने उनको और विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह विविधता यह भारत का अनमोल खजाना है, यह हमारा गौरव है और भाजपा की तो विचारधारा में ही भारत की संस्‍कृति के प्रति हमारा मजबूत आग्रह है। यही कारण है कि हमारी सरकार ने अरूणाचल की संस्‍कृति को ताकत देने के लिए यहां के अपने 24 घंटे के टीवी चैनल अरूण प्रभा को launch किया गया है। आपके इस चैनल के लिए यहां सारी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। इस चैनल की वजह से अब राज्‍य के दूर-दराज वाले इलाकों की खबरें भी आप तक और जल्‍दी पहुंचा करेगी। मुझे उम्‍मीद है कि चैनल यहां की संस्‍कृति, यहां की परंपरा का एक शानदार वाहक बनेगा। पूरे देश के लोगों को अरूणाचल की सुदंरता से परिचय कराएगा। इसी तरह जोटे में बनने वाले film and television institute से यहां के युवाओं को नए अवसर मिलेंगे हीयहां की संस्‍कृति को एक बेहतर अभिव्‍यक्ति भी मिलेगी।

भाईयों और बहनों, हमारी सरकार विकास की पंचधारा यानी बच्‍चों की पढ़ाई, युवा का कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। विशेष तौर पर खेल सेक्‍टर में देश के हर व्‍यक्ति तक सस्‍ती और उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य सेवा पहुंचाने के लिए देश में ऐतिहासिक काम हो रहा है। आयुष्‍मान भारत योजना के तहत Health and wellness centresबनाए जा रहे हैं और गंभीर बीमारियों के लिए बड़े अस्‍पतालों में गरीबों को मुफ्त ईलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।

साथियों, आज यहां जो 50 Health and wellness centresका उद्घाटन हुआ है उससे दूरदराज के क्षेत्रों में अच्‍छी स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं तो मिल ही पाएगी साथ में गंभीर बीमारियों की पहचान शुरूआती दौर में ही हो पाएगी। विशेषतौर पर गर्भवती महिलाओं और emergency जैसी स्थितियों के लिए यह Health and wellness centreबहुत काम आने वाला है।

साथियों, अरूणाचल प्रदेश के गरीब परिवारों को भी बाकी देश की तरह ही आयुष्‍मान भारत PMJAY यानी Modicareका लाभ मिल पा रहा है। इस योजना के तहत गंभीर बीमारियों की स्थिति में गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त ईलाज उपलब्‍ध कराया जा रहा है। अभी इस योजना को डेढ़ सौ दिन भी नहीं हुए हैं। लगभग 11 लाख लोगों को देशभर में ईलाज का लाभ मिल चुका है। मुझे जानकारी दी गई है कि PemaKhanduजी की सरकार के इन प्रयासों को और विस्‍तार देने में जुटी हुई है।

साथियों, सामान्‍य मानव की सेहत के साथ-साथ देश के किसान के स्‍वास्‍थ्‍य को आर्थिक ताकत देने के लिए भी इस साल के बजट में किसानों के लिएबहुत बड़ी योजना लाई गई है। पीएम किसान सम्‍मान निधि। इस पीएम किसान सम्‍मान निधि के तहत हर उस किसान परिवार को जिसके पास पांच एकड़ या उससे कम जमीन है हर वर्ष उसके बैंक खाते में छह हजार रुपया दिल्‍ली से केंद्र सरकार उसके खाते में सीधी जमा कराएगी। और यह हर वर्ष होगा। साल में तीन बार दो-दो हजार रुपया पहुंचाए जाएंगे, ताकि खेती के साथ उसका जोड़ा जा सके। इससे अरूणाचल प्रदेश के भी अनेक किसानों को लाभ मिलेगा।

भाईयों और बहनों, खेती को तो हम शक्ति देने का प्रयास कर ही रहे हैं, साथ में organic खेती को भी बढ़ावा दे रहे हैं। मुझे बताया गया है कि यहां की सरकार इस दिशा में बहुत तेजी से काम कर रही है। और मैं आपको आश्‍वस्‍त करता हूं कि केंद्र की तरफ से जो भी मदद आपको चाहिए वो मदद पूरी तरह उपलब्‍ध कराई जाएगी।

भाईयों और बहनों, अरूणाचल प्रदेश देश का अभिमान है, यह भारत के विकास का, भारत की सुरक्षा का Gate way भी है। इस Gate wayको शक्ति देने का काम भाजपा की सरकारें करती रहेगी। आप सभी के आशीर्वाद से आपका यह प्रधान सेवक अरूणाचल सहित इस पूरे क्षेत्र को विकास का अंचल बनाने में जुटा है। एक बार फिर आज शुरू हुई परियोजनाओं के लिए मैं सभी अरूणाचल के मेरे प्‍यारे भाईयों-बहनों को बहुत बधाई देता हूं। जय हिंद का नारा जिनकी जुबां पर हर पल रहता है ऐसे मेरे अरूणाचलवासी मेरे साथ बोलिये –

जय हिंद.... जय हिंद....

जय हिंद.... जय हिंद....

जय हिंद... जय हिंद....

बहुत-बहुत धन्‍यवाद।

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जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।