PM Modi, South Korean President inaugurate world’s largest mobile manufacturing unit in Noida
Digital technology is playing a key role in making the lives of the common man simpler: PM Modi
The expansion of smartphones, broadband and data connectivity is a sign of digital revolution in India: PM Modi
India’s growing economy and rising neo middle class, creates immense investment possibilities: PM Modi

রাষ্ট্রপতি অমদি ঐহাক্কী মরূপ শ্রীমান মুন জে-ইন, সামসুংগী ভাইস চেয়রমেন জে ৱাই. লী, কোরিয়া অমসুং ভারতকী মীহুৎশিং অমসুং শরুক য়াবীরিবা শক্নাইরবশিং।

ঐহাক্কী মরূপ রাষ্ট্রপতি মুনগা লোয়ননা নোয়দাদা শারিবা সামসুংগী অসিগুম্লবা ফেক্তরীদা লাকপা ফংবা অসি ঐহাক্কীদমক নুংঙাইবা ৱাফম অমনি। ভারতকা লোয়ননা মোবাইল মেন্যুফেকচরিংগী অনৌবা য়ুনিৎ অমা উত্তর প্রদেশকী নোইদাদা লিংখৎলিবা অসি চাউথোকচনীংঙাইনি। মসিগী অনৌবা য়ুনিৎ অসিগীদমক সামসুংগী তীম অপুনববু নুংঙাইবা ফোংদোকচরি, য়াইফ-পাউজেল পীজরি।

মরূপশিং, ভারতপু মেন্যুফেকচরিংগী গ্লোবেল হব ওইহন্নবগী মায়কৈদা ঙসিগী অসিগুম্লবা তাঞ্জা অসি য়াম্না মরু ওই। লুপা কোতি ৫০০০ ইনভেস্ত তৌবা অসিনা সামসুংবু ভারতকা ললোন ইতিক্কী মরি চেৎশিলহনবতা নত্তনা ভারত অমসুং কোরিয়াগী মরক্তা লৈনরিবা মরিসু হেন্না চেৎশিলহল্লগনি। সামসুংগী গ্লোবেল আর এন্দ দি হব ভারত্তা লৈরি অমসুং হৌজিক্তি মসিগী মেন্যুফেকচরিং ফেসিলিতী অসিনসু ঐখোয়গী মীংচৎ হেঙ্গৎহল্লগনি।

মরূপশিং, ব্যুজিনেস কমুনিতীগী মীওঈশিংগা ঐহাক্কা ৱারী শান্নবা খুদিংদা ৱাফম অমদি ঐহাক্না অদুমক হায়দুনা লাক্লি। ভারত্তা লৈরিবা মিদল ক্লাসকী ইমুং খুদিংদা কোরিয়াগী প্রদক্ত উবা ফংদবা ইমুং অমত্তা য়াওরমলোই। তশেংনা হায়রবদা ভারতকী প্রজাশিংগী পুন্সিদা সামসুংনা মহাক্কী ওইবা তোপ তোপ্পা মফম অমা কন্দুনা থম্লি। অখন্ননা অদোমগী ফোন, খোংজেল য়াংনা চংশিল্লক্লিবা স্মার্ত ফোন মার্কেৎতা ঙসিদি মালেমগী মকোক ওইরি। সামসুংগী লুচীংবশিংগা ঐহাক্কা ৱারী শানবা খুদিং ঐহাক্না মখোয়বু ভারত্তা মেন্যুফেকচরিংগীদমক পুক্নীং থৌগৎখি। ঙসি নোইদাদা পাংথোক্লিবা থৌরম অসি মদুগী মমিনি। ঙসিদি দিজিতেল তেক্নোলোজীনা মীচম প্রজাগী পুন্সিবু হেন্না লায়থোকহনবদা মরুওইবা থৌদাং লৌরি। ঙসি ভারত্তা চাউরাক্না স্মার্তফোন কোতি ৪০ শিজিন্নরি, মীওই কোতি ৩২না ব্রোদবেন্দ শিজিন্নরি, য়াম্না হোংনা ইন্তর্নেত দেতা ফংলি, লৈবাক অসিগী গ্রাম পঞ্চায়ৎ লাখ অমা হেনবদা ফাইবর নেৎৱার্ক য়ৌরে। মসি পুম্নমক অসি লৈবাক অসিদা ওইরক্লিবা দিজেতেল রিবোলুসনগী খুদম্নি।

মরূপশিং, মমল হোংবা মোবাইল ফোন, খোঞ্জেল য়াংবা ইন্তর্নেত, মমল হোংবা দেতাগা লোয়ননা ঙসিদি অয়াংবা অমসুং ত্রান্সপরেন্ত ওইবা সর্বিস দেলিবরী শোয়দনা ফংহল্লে। মৈ-ঈশিংগী বিল থিবা ওইগেরা, স্কুল-কোলেজদা এদমিসন ওইগেরা, প্রোবিদেন্ত ফন্দ ওইগেরা নত্রগা পেন্সন ওইগেরা চাউরাক্না খুদোংচাবা পুম্নমক ওনলাইন্দা ফংলে। লৈবাক্কী মফম কয়াদা হাংলিবা কমন সর্বিস সেন্তর চাউরাক্না লাখ অহুমলোম্না খুঙ্গংগী মীয়ামগীমক থবক তৌরি। শহরশিংদা ফ্রী ৱাই ফাই হোৎস্পোৎনা লায়রবা অমসুং মিদল ক্লাসকী নহাশিংগী এস্পিরেসন্দা পুক্নীং থৌগৎলি।

মসিদসু নত্তনা জি.ই.এম. হায়বদি গবর্নমেন্ত ই-মার্কেৎকী খুত্থাংদা হৌজিক্তি সরকারনা পোত্থোক পুথোক্লিবশিংদগী হকথেংননা পোৎ লৈরি। মসিনা ময়ায় ওইরপ্পা অমসুং অপীকপা ইন্ত্রপ্রিনরশিংদসু কান্নবা ফংহল্লে অমদি সরকারনা পোৎ লৈবদা নুং-পান উবসু হেঙ্গৎলে।

মরূপশিং, ঙসিদি দিজিতেল ত্রাঞ্জেক্সন লেপ্পা লৈতনা হেঙ্গৎলক্লি। ভিম এপ্লিকেসন অমসুং রুপে কার্দনা ত্রাঞ্জেক্সন য়াম্না লায়থোকহল্লে। জুন থা খক্তদা ভিম এপ্লিকেসনগী থোংদা চাউরাক্না লুপা কোতি লিশিং ৪১গী শেনফম পীথোক পীশিন তৌনখি। ঙসিদি ভিম অমসুং রুপে অসি মালেম পুম্বদা য়াম্না পাম্নরি। নুমীৎ খরনিগী মমাংদা সিঙ্গাপুরদসু খুদোংচাবা অনি অসি হৌদোক্নবা তাঞ্জা অদু ঐহাক্না ফংজখি।

মরূপশিং, মেক ইন ইন্দিয়া ইনিসিয়েতিব অসি ইকোনোমিক পোলিসীগী শরুক অমখক্তা নত্তে মসি সাউথ কোরিয়াগুম্বা মরূপ ওইরিবা লৈবাকশিংগা লোয়ননা হেন্না ফবা মরি থম্ননবা ৱারেপসুনি। মসিনা সামসুংগুম্বা থাজনীংঙাই ওইবা ব্রান্দা অনৌবা খুদোং চাবা পীবগা লোয়ননা মালেম অসিদা লৈরিবা অনৌবা ভারতকী নুং-পান উবা ওইবা ললোন ইতিক্কী মচৎকী কান্নবা লৌবা পাম্বা অদুগুম্লবা ললোন ইতিক তৌবশিংদা বার্তন তৌরি। ঐহাক নুংঙাইবা ফাওই মদুদি অসিগুম্লবা ইনিসিয়েতিব অসি ঙসিদি মালেম পুম্বনা তরাম্না ওক্লি, মতেং পাংলক্লি। মোবাইল ফোন মেন্যুফেকচরিংগী ৱাফম ওইরগদি ঙসি ভারত অসি মালেমদা অনিশুবা মফমদা লৈরে। চহি মরিগী মনুংদা ফেক্তরীগী মশিং, মোবাইল ফোন শারিবা ফেক্তরীগী মশিং ২দগী ১২০দা হেঙ্গৎলে, অমদি নুংঙাইবা ৱাফম অমনা, মদুগী মনুংদা ৫০ হেন্না নোইদাদা লৈরি। মসিনা নহা লাখ ৪ হেন্না থবক ফংহল্লে। থবক ফংহনবদা সামসুংনা অচৌবা থৌদাং লৌরি। লৈবাক পুম্বদা সামসুংনা চাউরাক্না মীওই লিশিং ৭০দা থবক পীরি, মদুগী মনুংদা চাউরাক্না লিশিং ৫দি নোইদাদা লৈরি। মসিগী অনৌবা প্লান্ত অসিদা অতোপ্পা মীওই লিশিং অমগা থবক ফংলগনি। মফম অসিদা শারিবা য়ুনিৎ অসি কম্পনীগী খ্বাইদগী চাউবা মোবাইল ফোন মেন্যুফেকচরিং য়ুনিৎ ওইগনি হায়না ঐঙোন্দা তাকপীরে। মফম অসিদা থা খুদিংগী চাউরাক্না ফোন কোতি অমা শেম শাগনি। মরু ওইরিবা ৱাফমদি মফম অসিদা পুথোক্লিবা পোত্থোক্কী চাদা ৩০দি এক্সপোর্ত তৌগনি, মালেমগী তোঙান তোঙানবা লমদমশিংদা চৎখিগনি। মসিনা গ্লোবেল মার্কেৎতা অদোমগী মফম চেৎহল্লগনি। হায়বদি কোরিয়াগী তেক্নোলোজী অমদি ভারতকী মেন্যুফেকচরিং অমসুং সোফৱেয়র সপোর্তকী থোংদা মালেমদা খ্বইদগী ফবা পোত্থোকশিং থৌরাং তৌরগনি। মসিমক ঐখোয়গী লৈবাক অনিগী পাঙ্গলনি অমদি ঐখোয়গী অপুনবা মীৎয়েংনি।

সামসুংগী অপুনবা তিম্বু অমুক হন্না নুংঙাইবা ফোংদোকচরি, য়াইফ-পাউজেল পীজরি। অদোম্না ঐহাকপু মফম অসিদা বার্তন তৌবীরকপা, থৌরম অসিগী শরুক অমা ওইহনবীবগীদমক হন্না হন্না থাগৎচরি। 

 
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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।