The entire nation has witnessed the extent to which the TMC of Mamata Didi is willing to go to repress democratic voices: PM Modi
The election results of 23rd May will provide a reality check to the arrogant and repressive regime of Mamata Didi: PM Modi
With renewed supprt from the people, the BJP will make reviving Bengali culture a priority: Prime Minister Modi

भारत माता की…जय

भारत माता की…जय

भारत माता की…जय

गंगा के तट पर बसे आप सभी साथियो को गंगा मां के इस बेटे का प्रणाम।

भाइयो और बहनो, 2019 के इस चुनाव अभियान में पूरे देश ने अपने इस सेवक को भरपूर समर्थन दिया है, लेकिन पश्चिम बंगाल के लोग एक विशिष्ट दायित्व निभाने जा रहे हैं। उनका ये सेवक एक मजबूत सरकार बना पाए, बुलंद हौसले वाली सरकार बना पाए, इसीलिए पश्चिम बंगाल कि जनता ने ठान लिया है की वो बीजेपी को 300 सीटें पार कराएगी। भाइयो-बहनो, अभी मैं हेलीपैड से उतरा, मुझे वहां गाड़ी से बाहर निकल कर रोड शो करना पड़ा। जितने लोग मैं यहां देख रहा हूं, इससे 3 गुना ज्यादा वहां हेलीपैड के पास दोनों तरफ खड़े थे। ये आपका अद्भुत प्यार मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ये जो मंच पर चढ़ गए उनको नीचे उतारिए, ये पूरा मंच नीचे गिरेगा। वो लाल शर्ट वाले सज्जन, आप नीचे आइए भैया, जो ऊपर हैं सब नीचे आ जाइए। देखिए आपका कोई भी नुकसान वो मेरा नुकसान है। कृपा करके नीचे आ जाइए। देखिए कभी चोट लग जाएगी तो मुझे बहुत दुख होगा भैया। शाबाश, बहुत समझदार लोग हैं।

बहनो और भाइयो, बीजेपी पर इस विशेष आशीर्वाद के साथ ही बंगाल की जनता, दीदी को लोकतंत्र का मतलब भी समझाने जा रही है। जिस प्रकार दीदी, पश्चिम बंगाल को अपनी और अपने भतीजे की जागीर समझ बैठी है, जिस तरह की हरकतें कर रही है, उसे देश भली-भांति जान गया है।

साथियो, चुनाव प्रचार के दौरान और खासकर बीते 3-4 दिन से यहां जो हो रहा है, वो आप सभी देख रहे हैं। टीएमसी के गुंडों ने जो नर्क यहां बना रखा है, जिस प्रकार की हिंसा यहां फैला रखी है, उसके कारण गणतंत्र बदनाम हुआ है। टीएमसी के इन गुंडों ने जिस प्रकार का तूफान मचा दिया और एक कमरे में बंद जहां ताला लगा हुआ है, वहां पर रात को महान शिक्षाविद्, समाज सुधारक ईश्वर चन्द्र विद्यासागर जी की मूर्ति को तोड़ दिया गया। उस कॉलेज में CCTV कैमरा लगे हुए हैं। क्या कारण है सरकार जैसे नारदा-शारदा के सबूत मिटाए, वैसे इसके सबूत भी मिटाने में लगी है। ये साफ दिखाता है कि वोटबैंक की राजनीति के लिए दीदी किस स्तर पर जा सकती है।  

साथियो, ईश्वर चन्द्र विद्यासागर जी सिर्फ बंगाल के ही नहीं पूरे देश के सपूत थे। उनकी मूर्ति को नुकसान पहुंचाकर, जिन लोगों ने काम किया है, ये पाप किया है मूर्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को कड़ी कार्रवाई की जानी, कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए, ये मेरी मांग है। भाइयो और बहनो, स्वामी विवेकानंद से लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी तक भारतीय जनता पार्टी के चिंतन को गढ़ने में बंगाल की संस्कृति का बहुत बड़ा योगदान रहा है। बंगाल के गौरव की रक्षा करना, ये भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता है। आज ईश्वर चन्द्र विद्यासागर जी जहां भी होंगे, वो देख रहे होंगे की कौन सा दल बंगाल के गौरव की रक्षा के लिए लड़ रहा है और कौन घुसपैठियों की रक्षा लिए काम कर रहा है।   

साथियो, ये भाजपा ही है जिसने बंगाल में हो रहे अत्याचार के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाई। यहां दुर्गा पूजा को लेकर दिक्कत है, सरस्वती पूजा को लेकर दिक्कत है, जय श्री राम बोलना भी यहां गुनाह हो गया है। बंगाल की जनता कुछ वर्षों से इन बातों से बहुत ज्यादा परेशान थी। इन विषयों को राष्ट्रीय पटल पर कौन लेकर के आया, कौन सी पार्टी आज बंगाल की आवाज बनी है? इसका जवाब एक ही है और वो है भारतीय जनता पार्टी।

भाइयो और बहनो, हार की हताशा दीदी को इस तरह से डरा रही है कि वो सरेआम धमकियों पर उतर आई है। आज सुबह-सुबह ही मुझे जेल भेजने की धमकी दी गई है। कल मीडिया में मैंने देखा कि दीदी ने बीजेपी के दफ्तर पर, बीजेपी के ऑफिस पर कब्जा करने की भी धमकी दी है। दीदी, बीजेपी के कार्यकर्ताओं के घर पर कब्जा करने की भी धमकी दे रही है। दीदी, जनता के बीच आपकी जो पहचान बनी है, उसका कारण जमीन और प्रॉपर्टी के लिए आपकी अंधी दौड़ है। इसी मानसिकता से अब आपको बीजेपी के कार्यालयों को भी हड़पना है, इसी मानसिकता से पश्चिम बंगाल आपसे परेशान है और आपका बोरिया-बिस्तर पैक करने की ठान चुका है। ममता दीदी, चुनाव में जय और पराजय तो आता जाता रहता है। ये लोकतंत्र का हिस्सा है। कभी इसी बंगाल की जनता ने आपको इतना स्नेह दिया था, आज वही जनता आज खुले आम आपको हटाना चाहती है। भयभीत मत होइए दीदी, ये बंगाल की सच्चाई को स्वीकार कीजिए।

भाइयो और बहनो, दीदी को पश्चिम बंगाल के सामान्य मानवी की जरा भी चिंता नहीं है, सिर्फ और सिर्फ सत्ता का अहंकार है। वो भारत के प्रधानमंत्री को, अपना प्रधानमंत्री नहीं मानती, लेकिन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते वो थकती नहीं हैं। वो बंगाल के बच्चों को, बंगाल की बेटियों को बात-बात पर जेल में ठूंस देती है, लेकिन घुसपैठियों और तस्करों को उन्होंने खुली छूट दी है। दीदी के गुंडे बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर हमले करते हैं, उन्हें फांसी पर लटका देते हैं, लेकिन दीदी ऐसा करने वालों को और आगे बढ़ाती है। आखिर किस दिशा में बंगाल को वो ले जाना चाह रही है।

भाइयो और बहनो, अपने भतीजे के साथ मिलकर इन्होंने टोलाबाजों और तस्करों का एक सिंडिकेट चला रखा है। जिसने बंगाली मानुष को परेशान कर के रखा है और पश्चिम बंगाल के विकास पर स्पीड ब्रेकर लगा रखा है।

भाइयो और बहनो, पूरे देश में किसानों के बैंक के खाते में मोदी सरकार सीधे पैसे जमा कर रही है, लेकिन दीदी की सरकार सोई हुई है। पूरे देश में गरीब परिवारों को हर वर्ष पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है, लेकिन दीदी ने उसमें भी यहां के गरीबों को वंचित कर दिया है।  

भाइयो और बहनो, गरीबों की जिंदगी आसान बनाने वाले हर काम में दीदी लूट का रास्ता निकाल रही है। दिल्ली से आपका ये सेवक, जो आपके लिए मदद भेजता है उसमें वो अपना स्टीकर लगाती है ताकि आसानी से टोलाबाजी की जा सके। भाइयो बहनो, ये जगह बहुत छोटी है, आप आगे आने की कोशिश मत कीजिए, आपके प्यार के लिए मैं आपका आभारी हूं। आप एक दूसरे को धक्का मत लगाइये। देखिए कुछ माताएं छोटे बच्चे भी लेकर आयी हैं, उनको परेशानी नहीं होनी चाहिए। आप इतना प्यार दे रहे हो, इतना आशीर्वाद दे रहे हो, बस थोड़ी धीरज रखो।  

भाइयो बहनो, सस्ते राशन की योजना हो, घर बनाने की योजना, सड़क बनाने की योजना और सभी केंद्रीय योजनाओं पर दीदी ने अपना स्टीकर लगा दिया है। अरे! स्टीकर दीदी, अपना स्टीकर लगाएं इसे मुझे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जरा काम तो ढंग से करिए, काम तो जरा देश के लिए करिए। ये देश का काम है, गरीबों का है इतना तो ईमानदारी रखिए, अरे आपको भी पुण्य मिलेगा।

भाइयो और बहनो, पूरे देश में गांव की सड़कें तेज गति से बन रही है लेकिन पश्चिम बंगाल में हालत खराब है। गंगा जी पर पुल तक यहां की सरकार नहीं बना पा रही है, जबकि हमारा प्रयास की है देश के समुद्री किनारों की कनेक्टिविटी सशक्त हो। इसके लिए देश भर में सागरमाला के तहत बंदरगाहों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है। गंगा जी पर जैसे हल्दिया से वाराणसी तक जल मार्ग को विकसित किया गया है, वैसे ही दूसरी नदियों के जल मार्ग पर भी काम चल रहा है। इससे समुद्री किनारे पर बसे क्षेत्रों को लाभ मिलेगा, यहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

भाइयो और बहनो, हमारे मछुआरे साथियो की सुविधा के लिए हम व्यापक काम कर रहे हैं। हमने घोषणा की है कि मछुआरों के लिए एक अलग मंत्रालय विभाग बनाया जाएगा। अभी तक पशुपालन विभाग के तहत ही मछली के कारोबार का संचालन होता था। अब अलग विभाग ये सारे काम करेगा। इतना ही नहीं अब मछुआरों के लिए भी किसानों की तरह किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी गई है।   

साथियो, एक तरफ हम लोगों का जीवन आसान बनाने में जुटे हैं, वही तृणमूल अपनी गुंडागर्दी के दम पर आपका जीवन मुश्किल बना रही है, इस गोरख धंधे को बंद करना जरूरी है। आपको एक ही बात याद रखनी है, चुप चाप-कमल छाप

 

मेरे साथ एक नारा बोलेंगे, आप सब मेरे साथ एक नारा बोलेंगे, सब के सब बोलेंगे, सब के सब बोलेंगे? मैं कहूंगा चुप चाप आप कहेंगे कमल छाप। चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप और दूसरा नारा बुलवाता हूं, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ। बूथ=-बूथ से...टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से...टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से...टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से...टीएमसी साफ। चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप, चुप चाप...कमल छाप।   

भाइयो-बहनो, कमल छाप पर पड़ा हर वोट मोदी के खाते में जाएगा। भाइयो-बहनो, इनकी सरकार, उनके गुंडे, उनका जुल्म, आपको कुछ नहीं कर सकता। बूथ में जाइए और किसी और को बटन मत दबाने देना, आप खुद अपनी उंगली से कमल के निशान पर बटन दबाना। मतदान करने जाएंगे, सब के सब जाएंगे, भारी मतदान करेंगे, भाजपा को जिताएंगे?

मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। आप इतनी बड़ी मात्रा में आशीर्वाद देने आए, अब दोनों हाथ ऊपर कर के मुट्ठी बंद कर के मेरे साथ बोलिए

भारत माता की...जय

भारत माता की...जय

भारत माता की...जय

बहुत बहुत धन्यवाद।



Explore More
প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল

Popular Speeches

প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।