Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP

Published By : Admin | May 24, 2024 | 10:15 IST
QuoteThe Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP
QuoteThe entire Congress is vehemently anti-women: PM Modi in Mandi, HP
QuoteCongress is leading Himachal to ruin: PM Modi in Mandi, HP

काशी के सांसद की तरफ से, छोटी काशी में दूर-दूर से आए आप सभी परिवारजनों को प्रणाम। मांडव ऋषि की इस तपोस्थली से मैं सभी देवी-देवताओं को, तीर्थों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मंडी आ जाएं तो पुरानी यादें भी आ जाती हैं साथ-साथ। काफी पुराने चेहरे भी नजर आ रहे हैं और पुरानी यादें भी बहुत ताजा हो जाती हैं। मैं आपके बीच में यहां बहुत लंबे समय तक रहा हूं। हमारे सरदार संतोष सिंह जी, अवरिन्द्र सिंह जी, गुरमान सिंह जी, आर के राजू कितने ही साथी, इनके साथ रह करके मैंने काम किया। औऱ उस समय हम लोग दूसरे नेताओं की रैलियों के लिए आय़ोजन करते थे, नीचे बैठ करके प्लानिंग करते थे कि कौन कहां बैठेगा। औऱ उस समय देखता था कि इतनी बड़ी रैली नहीं कर पाते थे, मैं खुद यहां काम देखता था, लेकिन आज जिस प्रकार से आपने माहौल बना दिया है, जो जनसैलाब उमड़ा है और मुझे मालूम है मंडी लोकसभा की रैली अपनेआप में पहाड़ चढ़ने जैसा है। कहां से कहां तक ये क्षेत्र फैला हुआ है। मंडी लोकसभा क्षेत्र, ब्यास औऱ सतलुज को आपस में जोड़ता है। किन्नौर, लाहोल स्पिति, बांगी, भरमौर-ये सारे इलाके तो कितने दुर्गम हैं। देखिए, इतनी बड़ी सभा, आपलोग दूर दूर से आए हैं, इतना उत्साह, इतना जोश, मंडी हो, कूल्लू हो, रामपुर हो, लाहौल स्पिति हो, किन्नौर हो, बांगी हो, भरमौर हो, चप्पे चप्पे से एक ही आवाज आ रही है, एक ही गूंज सुनाई दे रही है। फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

पालपपुर यहां से ज्यादा दूर नही है और आज मैं याद दिलाना चाहता हूं, ये भाजपा का पालमपुर बीजेपी की वर्किंग कमेटी थी औऱ पालमपुर बीजेपी वर्किंग कमेटी में, जो निर्णय हुआ इसी हिमांचल की धरती में उससे इतिहास रचा गया। इसी अधिवेशन में भाजपा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। इस देव भूमि में संकल्प हुआ था, पालमपुर में हुआ था। यानि हिमाचल, राम मंदिर के निर्माण की संकल्प भूमि है। हिमाचल में लिया गया वो ऐतिहासिक संकल्प सिद्ध हो चुका है। 500 साल का ये इंतज़ार किसने खत्म किया? 500 साल तक अविरत संघर्ष चला, कितनी पीढियों ने इंतजार इंतजार करते करते अपना जीवन पूरा कर दिया, लाखों लोगों ने शहादत दी। अब वो 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। किसने किया? ये इंतजार खत्म किसने किया? इस इंतजार को खत्म किसने किया? जरा आवाज, दबी हुई लग रही है किसने किया? किसने किया? किसने किया? आपका जवाब शत प्रतिशत गलत है। ये इंतजार खत्म किया है आपके एक वोट ने। ये आपके वोट की ताकत है, जिसने पांच सौ साल का इंतजार खत्म किया। आज अयोध्या में रामलला विराजमान हुए , हिमाचल खुश हुआ है, देवी-देवता खुश हुए हैं लेकिन कांग्रेस इससे खुश नहीं हुई है। अगर आपके एक वोट ने मोदी की ताकत नहीं बढ़ाई होती तो कांग्रेस कभी राम मंदिर नहीं बनने देती। ये आपको एक वोट की ताकत है।

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साथियों,

आपके एक वोट ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 की दीवार को गिरा दिया। आपके एक वोट ने, हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला CAA कानून बनाया। आपके एक वोट ने हमारे पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिलवाई। आपके एक वोट ने भारत को दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बनाया। और ये आपका ही वोट है जिसने विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस के इस चुनाव में 5 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इन पांच चरणों में BJP-NDA को बहुमत से ज्यादा सीटें मिल चुकी हैं। अब इसमें हिमाचल की चार सीटें जुड़ जाएंगी, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। और मैं देख रहा हूं, फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! औऱ उसके लिए 4-0 से हैट्रिक बनाने जा रहा है। देश लगातार तीसरी बार कांग्रेस को रिजेक्ट करने जा रहा है।

साथियों,

आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को ऐसा भारत पसंद है जहां गरीबी हो, संकट हो, नागरिक समस्याओं से घिरे हों, इसलिए वो देश में पुराने हालात वापस लाना चाहती है। वो देश के विकास में रिवर्स गीयर लगाना चाहती है। और इसलिए कांग्रेस कह रही है, अगर हम सत्ता में आएगें तो 370 को वापस लाएंगे। कांग्रेस कह रही है, CAA को खत्म करेंगे। कांग्रेस के साथी को यहां तक पागलपन आया है, कह रहे हैं कि हमारे परमाणु हथियार खत्म करेंगे। चुनाव में घोषणा कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी ने समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है। भारत का नागरिक, भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या ईसाई हो, बौद्ध हो, उसके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए, लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है। क्या देश को, हिमाचल को ऐसी कांग्रेस मंजूर है? ऐसी कांग्रेस मंजूर है? भाइयों और बहनों, कांग्रेस घोर सांप्रदायिक है। कांग्रेस घोर जातिवादी है। कांग्रेस घोर परिवारवादी है।

साथियों,

इस देश को वो नहीं बना सकते जो सिर्फ बाप-दादा की विरासत पर ही जीते हैं। इस देश को वो बनाएंगे हैं जो मिट्टी से उठकर पहाड़ जितनी ऊंचाइयां छूते हैं। इसलिए, आज भारत का भविष्य हमारे स्टार्ट अप्स शुरू करने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, स्पेस में अपनी सैटेलाइट भेजने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, खेतों में ड्रोन उड़ा रही बेटियां हैं। आज भारत का भविष्य, लड़ाकू विमान उड़ा रही बेटिया हैं। इसलिए, बहन कंगना भी सिर्फ हमारी कैंडिडेट भर नहीं हैं, ये देश के नौजवानों की, हमारी बेटियों की aspirations को represent करती हैं। बेटियां भी एकदम नई फील्ड में जाकर, अपने दम पर successful हो सकती हैं, ये इस विश्वास को रिप्रेज़ेंट करती हैं। लेकिन
साथियों, कांग्रेस उसी दकियानूसी सोच में डूबी हुई है। आपने देखा है, अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या बोलती है? कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना जी के लिए जो भद्दी बातें कही हैं, वो मंडी का अपमान है, वो छोटी काशी का अपमान है, हिमाचल का अहमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है। जिस हिमाचल में शिकारी माता, मां ज्वाला, मां चिंतपूर्णी, मां भीमाकाली की पूजा होती है, वहां की बेटी का ऐसा अपमान आज तक कांग्रेस के शाही परिवार ने इसके लिए माफी नहीं मांगी है। क्या आपको ऐसा अपमान मंजूर है क्या? ऐसा अपमान करने वालों को सजा देंगे क्या ? इस चुनाव में हर पोलिंग बूथ में चुन चुन करके इनको साफ कर दीजिए।

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भाइयों और बहनों,

ये कांग्रेस, अभी भी 21वीं सदी में आ ही नहीं पाई। लोग आगे बढ़ते हैं, कांग्रेस उल्टा चलती है। ये 20वीं सदी, 19 वीं सदी, की तरफ जा रही है। कांग्रेस का शाही परिवार घोर बेटी विरोधी है। पूरी कांग्रेस घोर महिला विरोधी है। लेकिन हिमाचल के मेरे परिवारजनों, मेरी बात लिख लीजिए, आप अपनी बेटियों को खूब पढ़ाइए। उनको खुला सुरक्षित माहौल देने और नई बुलंदियां देने की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। मैंने सैनिक स्कूलों और डिफेंस अकेडमी के दरवाज़े बेटियों के लिए खोल दिए हैं। मैंने सेना में बेटियों के लिए जो दरवाजे पहले बंद थे, वो भी खोल दिए हैं।10 साल में केंद्रीय बलों में महिलाओं की संख्या दो गुने से अधिक हो चुकी है। फाइटर पायलट हों या फिर पैसेंजर जहाज़ों की पायलट, बेटियों के लिए आने वाले 5 साल बुलंद उड़ान के होने वाले हैं। और ये, अगर आप लिखते हैं तो लिख लेना, पत्रकार भी मेरी इस बाइट को भी सेव करके रख लेना, बड़ी जिम्मेवारी से कह रहा हूं, यहां जैसी सरकार ने झूठे वादे किए थे न, वो मोदी का काम नहीं। औऱ इसलिए कहता हूं, ये मोदी की गारंटी है। ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस को सिर्फ धोखा देना और ताला लगाना ही आता है। कहां तो हिमाचल में लाखों नौकरियां देने की घोषणा की थी, और कहां सर्विस कमीशन में ही इन्होंने ताला लगा दिया। और इन्होंने सिर्फ सर्विस कमीशन पर सिर्फ ताला नहीं लगाया, उन्होंने हमारे हिमाचल प्रदेश के बेटे बेटियों नवजवानों को भविष्य के उनके ताला लगा दिया है। मेरे मित्र, जयराम जी ने, सरकार के समय में सैकड़ों संस्थान खोले थे, कांग्रेस ने उनमें ताला लगा दिया। मंडी में बड़ा एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चल रही थी, कांग्रेस ने उस पर ताला लगा दिया। क्या मंडी में हवाई अड्डा बनना चाहिए की नहीं बनना चाहिए? टूरिज्म के लिए जरूरी है की नहीं है ? उस पर भी ताला लगा दिया। यहां बहनें 1500 रुपए का इंतज़ार कर रही है, 1500 रूपया मिला क्या ? सवाल 1500 रूपए का नहीं है, सवाल आपने हमारे साथ धोखा किया है। आज हिमाचल का एक एक नागरिक, हर्ट फिल कर रहा है। उसको लगता है कि इतना बड़ा धोखा, चुनाव के समय ऐसी ऐसी बातें करके वोट ले गए और अब हाथ ऊपर करके बैठ गए। कोई बातें नहीं होती हैं, समझ सकते हैं। देश, धोखेबाजों को कभी माफ नहीं करता है। और मैं जानता हूं हिमाचल को, हिमाचल के जीवन में कर्मचारी ही एक बहुत बड़ी जिंदगी है। पूरा परिवार उसके भरोसे चलता है, आधे से ज्यादा हिमाचल की जिंदगी उससे जुड़ी हुई है। उस कर्माचरी के साथ कितना बड़ा धोखा किया। वो महंगाई भत्ते का आज भी इंतज़ार कर रहा है। ये कैसी सरकार चला रहे हो तुम ? आपदा के बाद केंद्र ने सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे, यहां उसकी भी बंदरबांट कर दी गई। और मेरे शब्द लिख कर रखिए, ये सरकार का कोई भविष्य नहीं है, ये सरकार का जाना तय है। औऱ मैं पहला काम करूंगा, मैंने आपदा के समय जो पैसे भेजे हैं,उस पैसे में कहां कहां बंदरबाट हुई, किस ने उसमें से चोरी की है, मैं सारा खोज करके निकालूंगा और मंडी के लोगो के हाथ में दूंगा। डेढ़ साल में ही हिमाचल इस धोखेबाज़ी से तंग आ चुका है।

भाइयों और बहनों,

मोदी हिमाचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे याद है कि जब हम पहले चंडीगढ़ से आते थे तो स्वारघाट का सफर मार देता था। मंडी पहुंचते-पहुंचते कमर टूट जाती थी। अब कीरतपुर-मनाली फोर लेन और और अटल टनल ने चंडीगढ़ से लेकर लाहौल तक का सफर सुहाना कर दिया है। अब लाहौल से भी फल-सब्ज़ी तेज़ी से मंडियों तक पहुंच रहे हैं और पर्यटन भी फल-फूल रहा है।

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साथियों,

हिमाचल में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं। कांग्रेस की सरकार तो इतनी डरपोक थी कि दलाई लामा जी का नाम लेने से भी डरती थी, कांपते थे। मेरी तो दलाई लामा जी से अक्सर बात होती है। वो हमारी समृद्ध विरासत के प्रणेता हैं। भारत, बुद्ध का देश है और मोदी सरकार ने ज़ोर शोर से अपनी इस विरासत का प्रचार प्रसार किया है। इसका लाभ हिमाचल के पर्यटन को भी होगा।

साथियों,

हिमाचल का, देश का गौरव और समृद्धि बढ़ाने के लिए आपका एक-एक वोट ज़रूरी है। कांग्रेस यहां पर हिमाचल को बर्बादी के रास्ते पर ले जा रही है। इसलिए इसे रोकना जरूरी है। हिमाचल को कांग्रेस से शिकंजे से निकालने में मुझे आपका साथ चाहिए। मैं हिमाचल की जनता से आग्रह करूंगा कि यहां विधानसभा उपचुनाव में भी सभी 6 की 6 सीटें बीजेपी को जिताएं। हिमाचल का भविष्य सुनिश्चित करें, लाहौल-स्पिति से बीजेपी उम्मीदवार रवि ठाकुर जी तो मंच पर मौजूद भी हैं। उन्हें और उनके बाकी 5 साथियों को भारी मतों से विजयी बनाना है। इसके अलावा लोकसभा में मंडी सीट से बहन कंगना जी को आफका वोट मिले, वो आपकी आवाज बनेंगी औऱ यहां के विकास के लिए अपने आपको खपा देगी। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की बंपर जीत का नया रिकॉर्ड बनाना है। करेंगे? गांव-गांव जाएगें? घर -घर जाएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? हर पोलिंग बूथ पर विजय दिलाएगें? पक्का? वादा? गारंटी? आपकी भी ? मेरी भी। अच्छा एक और काम करना है। एक काम करना है, मेरा काम करना है, करेंगे? कमाल हो यार, मैं इन लोगों के लिए कह रहा तो , उछल उछल कर बोल रहे थे, मैं जो कह रहा हूं तो ठंडे पड़ गए। मेरा एक काम करोगे? पक्का करोगे? ये चुनाव का काम नहीं है। करोगे? मेरा पर्सनल काम है, करोगे? मेरी भक्ति से जुड़ा हुआ काम है। देखिए, मैंने हिमाचल में बहुत समय निकाला है औऱ मैं, हमारे देवी देवता, उनके आशिर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी शक्ति है। लेकिन मैं, इतना समय निकाल नहीं पाता हूं, मैं जा नहीं पाता हूं। तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मेरी तरफ से हर गांव में, जितने भी देवी देवता हैं मेरी तरफ से मत्था टेकना, शीश नवाइएगा और सभी देवी देवाताओँ से आशिर्वाद चाहिए। मोदी के लिए,नहीं। मोदी के परिवार के लिए, नहीं। मोदी की बिरादरी के लिए. नही। मुझे मेरे देश के उज्जवल भविष्य के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित हिमचाल बनान के लिए आशिर्वाद चाहिए।

मेरे साथ बोलिए- भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • Amrita Singh September 26, 2024

    हर हर महादेव
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Vimlesh Mishra July 22, 2024

    jai mata di
  • Dr Swapna Verma July 11, 2024

    bjp
  • Yogendra Singh Tomar July 05, 2024

    bjp
  • Pradhuman Singh Tomar July 05, 2024

    BJP 32
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

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  • Madhusmita Baliarsingh June 22, 2024

    वंदे मातरम्
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In future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
February 21, 2025
QuoteThe School of Ultimate Leadership (SOUL) will shape leaders who excel nationally and globally: PM
QuoteToday, India is emerging as a global powerhouse: PM
QuoteLeaders must set trends: PM
QuoteIn future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
QuoteIndia needs leaders who can develop new institutions of global excellence: PM
QuoteThe bond forged by a shared purpose is stronger than blood: PM

His Excellency,

भूटान के प्रधानमंत्री, मेरे Brother दाशो शेरिंग तोबगे जी, सोल बोर्ड के चेयरमैन सुधीर मेहता, वाइस चेयरमैन हंसमुख अढ़िया, उद्योग जगत के दिग्गज, जो अपने जीवन में, अपने-अपने क्षेत्र में लीडरशिप देने में सफल रहे हैं, ऐसे अनेक महानुभावों को मैं यहां देख रहा हूं, और भविष्य जिनका इंतजार कर रहा है, ऐसे मेरे युवा साथियों को भी यहां देख रहा हूं।

साथियों,

कुछ आयोजन ऐसे होते हैं, जो हृदय के बहुत करीब होते हैं, और आज का ये कार्यक्रम भी ऐसा ही है। नेशन बिल्डिंग के लिए, बेहतर सिटिजन्स का डेवलपमेंट ज़रूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, जन से जगत, जन से जग, ये किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करना है, विशालता को पाना है, तो आरंभ जन से ही शुरू होता है। हर क्षेत्र में बेहतरीन लीडर्स का डेवलपमेंट बहुत जरूरी है, और समय की मांग है। और इसलिए The School of Ultimate Leadership की स्थापना, विकसित भारत की विकास यात्रा में एक बहुत महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा कदम है। इस संस्थान के नाम में ही ‘सोल’ है, ऐसा नहीं है, ये भारत की सोशल लाइफ की soul बनने वाला है, और हम लोग जिससे भली-भांति परिचित हैं, बार-बार सुनने को मिलता है- आत्मा, अगर इस सोल को उस भाव से देखें, तो ये आत्मा की अनुभूति कराता है। मैं इस मिशन से जुड़े सभी साथियों का, इस संस्थान से जुड़े सभी महानुभावों का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बहुत जल्द ही गिफ्ट सिटी के पास The School of Ultimate Leadership का एक विशाल कैंपस भी बनकर तैयार होने वाला है। और अभी जब मैं आपके बीच आ रहा था, तो चेयरमैन श्री ने मुझे उसका पूरा मॉडल दिखाया, प्लान दिखाया, वाकई मुझे लगता है कि आर्किटेक्चर की दृष्टि से भी ये लीडरशिप लेगा।

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साथियों,

आज जब The School of Ultimate Leadership- सोल, अपने सफर का पहला बड़ा कदम उठा रहा है, तब आपको ये याद रखना है कि आपकी दिशा क्या है, आपका लक्ष्य क्या है? स्वामी विवेकानंद ने कहा था- “Give me a hundred energetic young men and women and I shall transform India.” स्वामी विवेकानंद जी, भारत को गुलामी से बाहर निकालकर भारत को ट्रांसफॉर्म करना चाहते थे। और उनका विश्वास था कि अगर 100 लीडर्स उनके पास हों, तो वो भारत को आज़ाद ही नहीं बल्कि दुनिया का नंबर वन देश बना सकते हैं। इसी इच्छा-शक्ति के साथ, इसी मंत्र को लेकर हम सबको और विशेषकर आपको आगे बढ़ना है। आज हर भारतीय 21वीं सदी के विकसित भारत के लिए दिन-रात काम कर रहा है। ऐसे में 140 करोड़ के देश में भी हर सेक्टर में, हर वर्टिकल में, जीवन के हर पहलू में, हमें उत्तम से उत्तम लीडरशिप की जरूरत है। सिर्फ पॉलीटिकल लीडरशिप नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में School of Ultimate Leadership के पास भी 21st सेंचुरी की लीडरशिप तैयार करने का बहुत बड़ा स्कोप है। मुझे विश्वास है, School of Ultimate Leadership से ऐसे लीडर निकलेंगे, जो देश ही नहीं बल्कि दुनिया की संस्थाओं में, हर क्षेत्र में अपना परचम लहराएंगे। और हो सकता है, यहां से ट्रेनिंग लेकर निकला कोई युवा, शायद पॉलिटिक्स में नया मुकाम हासिल करे।

साथियों,

कोई भी देश जब तरक्की करता है, तो नेचुरल रिसोर्सेज की अपनी भूमिका होती ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा ह्यूमेन रिसोर्स की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे याद है, जब महाराष्ट्र और गुजरात के अलग होने का आंदोलन चल रहा था, तब तो हम बहुत बच्चे थे, लेकिन उस समय एक चर्चा ये भी होती थी, कि गुजरात अलग होकर के क्या करेगा? उसके पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, कोई खदान नहीं है, ना कोयला है, कुछ नहीं है, ये करेगा क्या? पानी भी नहीं है, रेगिस्तान है और उधर पाकिस्तान है, ये करेगा क्या? और ज्यादा से ज्यादा इन गुजरात वालों के पास नमक है, और है क्या? लेकिन लीडरशिप की ताकत देखिए, आज वही गुजरात सब कुछ है। वहां के जन सामान्य में ये जो सामर्थ्य था, रोते नहीं बैठें, कि ये नहीं है, वो नहीं है, ढ़िकना नहीं, फलाना नहीं, अरे जो है सो वो। गुजरात में डायमंड की एक भी खदान नहीं है, लेकिन दुनिया में 10 में से 9 डायमंड वो है, जो किसी न किसी गुजराती का हाथ लगा हुआ होता है। मेरे कहने का तात्पर्य ये है कि सिर्फ संसाधन ही नहीं, सबसे बड़ा सामर्थ्य होता है- ह्यूमन रिसोर्स में, मानवीय सामर्थ्य में, जनशक्ति में और जिसको आपकी भाषा में लीडरशिप कहा जाता है।

21st सेंचुरी में तो ऐसे रिसोर्स की ज़रूरत है, जो इनोवेशन को लीड कर सकें, जो स्किल को चैनेलाइज कर सकें। आज हम देखते हैं कि हर क्षेत्र में स्किल का कितना बड़ा महत्व है। इसलिए जो लीडरशिप डेवलपमेंट का क्षेत्र है, उसे भी नई स्किल्स चाहिए। हमें बहुत साइंटिफिक तरीके से लीडरशिप डेवलपमेंट के इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। इस दिशा में सोल की, आपके संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आपने इसके लिए काम भी शुरु कर दिया है। विधिवत भले आज आपका ये पहला कार्यक्रम दिखता हो, मुझे बताया गया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के effective implementation के लिए, State Education Secretaries, State Project Directors और अन्य अधिकारियों के लिए वर्क-शॉप्स हुई हैं। गुजरात के चीफ मिनिस्टर ऑफिस के स्टाफ में लीडरशिप डेवलपमेंट के लिए चिंतन शिविर लगाया गया है। और मैं कह सकता हूं, ये तो अभी शुरुआत है। अभी तो सोल को दुनिया का सबसे बेहतरीन लीडरशिप डेवलपमेंट संस्थान बनते देखना है। और इसके लिए परिश्रम करके दिखाना भी है।

साथियों,

आज भारत एक ग्लोबल पावर हाउस के रूप में Emerge हो रहा है। ये Momentum, ये Speed और तेज हो, हर क्षेत्र में हो, इसके लिए हमें वर्ल्ड क्लास लीडर्स की, इंटरनेशनल लीडरशिप की जरूरत है। SOUL जैसे Leadership Institutions, इसमें Game Changer साबित हो सकते हैं। ऐसे International Institutions हमारी Choice ही नहीं, हमारी Necessity हैं। आज भारत को हर सेक्टर में Energetic Leaders की भी जरूरत है, जो Global Complexities का, Global Needs का Solution ढूंढ पाएं। जो Problems को Solve करते समय, देश के Interest को Global Stage पर सबसे आगे रखें। जिनकी अप्रोच ग्लोबल हो, लेकिन सोच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Local भी हो। हमें ऐसे Individuals तैयार करने होंगे, जो Indian Mind के साथ, International Mind-set को समझते हुए आगे बढ़ें। जो Strategic Decision Making, Crisis Management और Futuristic Thinking के लिए हर पल तैयार हों। अगर हमें International Markets में, Global Institutions में Compete करना है, तो हमें ऐसे Leaders चाहिए जो International Business Dynamics की समझ रखते हों। SOUL का काम यही है, आपकी स्केल बड़ी है, स्कोप बड़ा है, और आपसे उम्मीद भी उतनी ही ज्यादा हैं।

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साथियों,

आप सभी को एक बात हमेशा- हमेशा उपयोगी होगी, आने वाले समय में Leadership सिर्फ Power तक सीमित नहीं होगी। Leadership के Roles में वही होगा, जिसमें Innovation और Impact की Capabilities हों। देश के Individuals को इस Need के हिसाब से Emerge होना पड़ेगा। SOUL इन Individuals में Critical Thinking, Risk Taking और Solution Driven Mindset develop करने वाला Institution होगा। आने वाले समय में, इस संस्थान से ऐसे लीडर्स निकलेंगे, जो Disruptive Changes के बीच काम करने को तैयार होंगे।

साथियों,

हमें ऐसे लीडर्स बनाने होंगे, जो ट्रेंड बनाने में नहीं, ट्रेंड सेट करने के लिए काम करने वाले हों। आने वाले समय में जब हम Diplomacy से Tech Innovation तक, एक नई लीडरशिप को आगे बढ़ाएंगे। तो इन सारे Sectors में भारत का Influence और impact, दोनों कई गुणा बढ़ेंगे। यानि एक तरह से भारत का पूरा विजन, पूरा फ्यूचर एक Strong Leadership Generation पर निर्भर होगा। इसलिए हमें Global Thinking और Local Upbringing के साथ आगे बढ़ना है। हमारी Governance को, हमारी Policy Making को हमने World Class बनाना होगा। ये तभी हो पाएगा, जब हमारे Policy Makers, Bureaucrats, Entrepreneurs, अपनी पॉलिसीज़ को Global Best Practices के साथ जोड़कर Frame कर पाएंगे। और इसमें सोल जैसे संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

साथियों,

मैंने पहले भी कहा कि अगर हमें विकसित भारत बनाना है, तो हमें हर क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ना होगा। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है-

यत् यत् आचरति श्रेष्ठः, तत् तत् एव इतरः जनः।।

यानि श्रेष्ठ मनुष्य जैसा आचरण करता है, सामान्य लोग उसे ही फॉलो करते हैं। इसलिए, ऐसी लीडरशिप ज़रूरी है, जो हर aspect में वैसी हो, जो भारत के नेशनल विजन को रिफ्लेक्ट करे, उसके हिसाब से conduct करे। फ्यूचर लीडरशिप में, विकसित भारत के निर्माण के लिए ज़रूरी स्टील और ज़रूरी स्पिरिट, दोनों पैदा करना है, SOUL का उद्देश्य वही होना चाहिए। उसके बाद जरूरी change और रिफॉर्म अपने आप आते रहेंगे।

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साथियों,

ये स्टील और स्पिरिट, हमें पब्लिक पॉलिसी और सोशल सेक्टर्स में भी पैदा करनी है। हमें Deep-Tech, Space, Biotech, Renewable Energy जैसे अनेक Emerging Sectors के लिए लीडरशिप तैयार करनी है। Sports, Agriculture, Manufacturing और Social Service जैसे Conventional Sectors के लिए भी नेतृत्व बनाना है। हमें हर सेक्टर्स में excellence को aspire ही नहीं, अचीव भी करना है। इसलिए, भारत को ऐसे लीडर्स की जरूरत होगी, जो Global Excellence के नए Institutions को डेवलप करें। हमारा इतिहास तो ऐसे Institutions की Glorious Stories से भरा पड़ा है। हमें उस Spirit को revive करना है और ये मुश्किल भी नहीं है। दुनिया में ऐसे अनेक देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने ये करके दिखाया है। मैं समझता हूं, यहां इस हॉल में बैठे साथी और बाहर जो हमें सुन रहे हैं, देख रहे हैं, ऐसे लाखों-लाख साथी हैं, सब के सब सामर्थ्यवान हैं। ये इंस्टीट्यूट, आपके सपनों, आपके विजन की भी प्रयोगशाला होनी चाहिए। ताकि आज से 25-50 साल बाद की पीढ़ी आपको गर्व के साथ याद करें। आप आज जो ये नींव रख रहे हैं, उसका गौरवगान कर सके।

साथियों,

एक institute के रूप में आपके सामने करोड़ों भारतीयों का संकल्प और सपना, दोनों एकदम स्पष्ट होना चाहिए। आपके सामने वो सेक्टर्स और फैक्टर्स भी स्पष्ट होने चाहिए, जो हमारे लिए चैलेंज भी हैं और opportunity भी हैं। जब हम एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हैं, मिलकर प्रयास करते हैं, तो नतीजे भी अद्भुत मिलते हैं। The bond forged by a shared purpose is stronger than blood. ये माइंड्स को unite करता है, ये passion को fuel करता है और ये समय की कसौटी पर खरा उतरता है। जब Common goal बड़ा होता है, जब आपका purpose बड़ा होता है, ऐसे में leadership भी विकसित होती है, Team spirit भी विकसित होती है, लोग खुद को अपने Goals के लिए dedicate कर देते हैं। जब Common goal होता है, एक shared purpose होता है, तो हर individual की best capacity भी बाहर आती है। और इतना ही नहीं, वो बड़े संकल्प के अनुसार अपनी capabilities बढ़ाता भी है। और इस process में एक लीडर डेवलप होता है। उसमें जो क्षमता नहीं है, उसे वो acquire करने की कोशिश करता है, ताकि औऱ ऊपर पहुंच सकें।

साथियों,

जब shared purpose होता है तो team spirit की अभूतपूर्व भावना हमें गाइड करती है। जब सारे लोग एक shared purpose के co-traveller के तौर पर एक साथ चलते हैं, तो एक bonding विकसित होती है। ये team building का प्रोसेस भी leadership को जन्म देता है। हमारी आज़ादी की लड़ाई से बेहतर Shared purpose का क्या उदाहरण हो सकता है? हमारे freedom struggle से सिर्फ पॉलिटिक्स ही नहीं, दूसरे सेक्टर्स में भी लीडर्स बने। आज हमें आज़ादी के आंदोलन के उसी भाव को वापस जीना है। उसी से प्रेरणा लेते हुए, आगे बढ़ना है।

साथियों,

संस्कृत में एक बहुत ही सुंदर सुभाषित है:

अमन्त्रं अक्षरं नास्ति, नास्ति मूलं अनौषधम्। अयोग्यः पुरुषो नास्ति, योजकाः तत्र दुर्लभः।।

यानि ऐसा कोई शब्द नहीं, जिसमें मंत्र ना बन सके। ऐसी कोई जड़ी-बूटी नहीं, जिससे औषधि ना बन सके। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जो अयोग्य हो। लेकिन सभी को जरूरत सिर्फ ऐसे योजनाकार की है, जो उनका सही जगह इस्तेमाल करे, उन्हें सही दिशा दे। SOUL का रोल भी उस योजनाकार का ही है। आपको भी शब्दों को मंत्र में बदलना है, जड़ी-बूटी को औषधि में बदलना है। यहां भी कई लीडर्स बैठे हैं। आपने लीडरशिप के ये गुर सीखे हैं, तराशे हैं। मैंने कहीं पढ़ा था- If you develop yourself, you can experience personal success. If you develop a team, your organization can experience growth. If you develop leaders, your organization can achieve explosive growth. इन तीन वाक्यों से हमें हमेशा याद रहेगा कि हमें करना क्या है, हमें contribute करना है।

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साथियों,

आज देश में एक नई सामाजिक व्यवस्था बन रही है, जिसको वो युवा पीढी गढ़ रही है, जो 21वीं सदी में पैदा हुई है, जो बीते दशक में पैदा हुई है। ये सही मायने में विकसित भारत की पहली पीढ़ी होने जा रही है, अमृत पीढ़ी होने जा रही है। मुझे विश्वास है कि ये नया संस्थान, ऐसी इस अमृत पीढ़ी की लीडरशिप तैयार करने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक बार फिर से आप सभी को मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

भूटान के राजा का आज जन्मदिन होना, और हमारे यहां यह अवसर होना, ये अपने आप में बहुत ही सुखद संयोग है। और भूटान के प्रधानमंत्री जी का इतने महत्वपूर्ण दिवस में यहां आना और भूटान के राजा का उनको यहां भेजने में बहुत बड़ा रोल है, तो मैं उनका भी हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

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साथियों,

ये दो दिन, अगर मेरे पास समय होता तो मैं ये दो दिन यहीं रह जाता, क्योंकि मैं कुछ समय पहले विकसित भारत का एक कार्यक्रम था आप में से कई नौजवान थे उसमें, तो लगभग पूरा दिन यहां रहा था, सबसे मिला, गप्पे मार रहा था, मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत कुछ जानने को मिला, और आज तो मेरा सौभाग्य है, मैं देख रहा हूं कि फर्स्ट रो में सारे लीडर्स वो बैठे हैं जो अपने जीवन में सफलता की नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर चुके हैं। ये आपके लिए बड़ा अवसर है, इन सबके साथ मिलना, बैठना, बातें करना। मुझे ये सौभाग्य नहीं मिलता है, क्योंकि मुझे जब ये मिलते हैं तब वो कुछ ना कुछ काम लेकर आते हैं। लेकिन आपको उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जानने को मिलेगा। ये स्वयं में, अपने-अपने क्षेत्र में, बड़े अचीवर्स हैं। और उन्होंने इतना समय आप लोगों के लिए दिया है, इसी में मन लगता है कि इस सोल नाम की इंस्टीट्यूशन का मैं एक बहुत उज्ज्वल भविष्य देख रहा हूं, जब ऐसे सफल लोग बीज बोते हैं तो वो वट वृक्ष भी सफलता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाले लीडर्स को पैदा करके रहेगा, ये पूरे विश्वास के साथ मैं फिर एक बार इस समय देने वाले, सामर्थ्य बढ़ाने वाले, शक्ति देने वाले हर किसी का आभार व्यक्त करते हुए, मेरे नौजवानों के लिए मेरे बहुत सपने हैं, मेरी बहुत उम्मीदें हैं और मैं हर पल, मैं मेरे देश के नौजवानों के लिए कुछ ना कुछ करता रहूं, ये भाव मेरे भीतर हमेशा पड़ा रहता है, मौका ढूंढता रहता हूँ और आज फिर एक बार वो अवसर मिला है, मेरी तरफ से नौजवानों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।