Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP

Published By : Admin | May 24, 2024 | 10:15 IST
The Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP
The entire Congress is vehemently anti-women: PM Modi in Mandi, HP
Congress is leading Himachal to ruin: PM Modi in Mandi, HP

काशी के सांसद की तरफ से, छोटी काशी में दूर-दूर से आए आप सभी परिवारजनों को प्रणाम। मांडव ऋषि की इस तपोस्थली से मैं सभी देवी-देवताओं को, तीर्थों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मंडी आ जाएं तो पुरानी यादें भी आ जाती हैं साथ-साथ। काफी पुराने चेहरे भी नजर आ रहे हैं और पुरानी यादें भी बहुत ताजा हो जाती हैं। मैं आपके बीच में यहां बहुत लंबे समय तक रहा हूं। हमारे सरदार संतोष सिंह जी, अवरिन्द्र सिंह जी, गुरमान सिंह जी, आर के राजू कितने ही साथी, इनके साथ रह करके मैंने काम किया। औऱ उस समय हम लोग दूसरे नेताओं की रैलियों के लिए आय़ोजन करते थे, नीचे बैठ करके प्लानिंग करते थे कि कौन कहां बैठेगा। औऱ उस समय देखता था कि इतनी बड़ी रैली नहीं कर पाते थे, मैं खुद यहां काम देखता था, लेकिन आज जिस प्रकार से आपने माहौल बना दिया है, जो जनसैलाब उमड़ा है और मुझे मालूम है मंडी लोकसभा की रैली अपनेआप में पहाड़ चढ़ने जैसा है। कहां से कहां तक ये क्षेत्र फैला हुआ है। मंडी लोकसभा क्षेत्र, ब्यास औऱ सतलुज को आपस में जोड़ता है। किन्नौर, लाहोल स्पिति, बांगी, भरमौर-ये सारे इलाके तो कितने दुर्गम हैं। देखिए, इतनी बड़ी सभा, आपलोग दूर दूर से आए हैं, इतना उत्साह, इतना जोश, मंडी हो, कूल्लू हो, रामपुर हो, लाहौल स्पिति हो, किन्नौर हो, बांगी हो, भरमौर हो, चप्पे चप्पे से एक ही आवाज आ रही है, एक ही गूंज सुनाई दे रही है। फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

पालपपुर यहां से ज्यादा दूर नही है और आज मैं याद दिलाना चाहता हूं, ये भाजपा का पालमपुर बीजेपी की वर्किंग कमेटी थी औऱ पालमपुर बीजेपी वर्किंग कमेटी में, जो निर्णय हुआ इसी हिमांचल की धरती में उससे इतिहास रचा गया। इसी अधिवेशन में भाजपा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। इस देव भूमि में संकल्प हुआ था, पालमपुर में हुआ था। यानि हिमाचल, राम मंदिर के निर्माण की संकल्प भूमि है। हिमाचल में लिया गया वो ऐतिहासिक संकल्प सिद्ध हो चुका है। 500 साल का ये इंतज़ार किसने खत्म किया? 500 साल तक अविरत संघर्ष चला, कितनी पीढियों ने इंतजार इंतजार करते करते अपना जीवन पूरा कर दिया, लाखों लोगों ने शहादत दी। अब वो 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। किसने किया? ये इंतजार खत्म किसने किया? इस इंतजार को खत्म किसने किया? जरा आवाज, दबी हुई लग रही है किसने किया? किसने किया? किसने किया? आपका जवाब शत प्रतिशत गलत है। ये इंतजार खत्म किया है आपके एक वोट ने। ये आपके वोट की ताकत है, जिसने पांच सौ साल का इंतजार खत्म किया। आज अयोध्या में रामलला विराजमान हुए , हिमाचल खुश हुआ है, देवी-देवता खुश हुए हैं लेकिन कांग्रेस इससे खुश नहीं हुई है। अगर आपके एक वोट ने मोदी की ताकत नहीं बढ़ाई होती तो कांग्रेस कभी राम मंदिर नहीं बनने देती। ये आपको एक वोट की ताकत है।

साथियों,

आपके एक वोट ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 की दीवार को गिरा दिया। आपके एक वोट ने, हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला CAA कानून बनाया। आपके एक वोट ने हमारे पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिलवाई। आपके एक वोट ने भारत को दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बनाया। और ये आपका ही वोट है जिसने विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस के इस चुनाव में 5 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इन पांच चरणों में BJP-NDA को बहुमत से ज्यादा सीटें मिल चुकी हैं। अब इसमें हिमाचल की चार सीटें जुड़ जाएंगी, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। और मैं देख रहा हूं, फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! औऱ उसके लिए 4-0 से हैट्रिक बनाने जा रहा है। देश लगातार तीसरी बार कांग्रेस को रिजेक्ट करने जा रहा है।

साथियों,

आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को ऐसा भारत पसंद है जहां गरीबी हो, संकट हो, नागरिक समस्याओं से घिरे हों, इसलिए वो देश में पुराने हालात वापस लाना चाहती है। वो देश के विकास में रिवर्स गीयर लगाना चाहती है। और इसलिए कांग्रेस कह रही है, अगर हम सत्ता में आएगें तो 370 को वापस लाएंगे। कांग्रेस कह रही है, CAA को खत्म करेंगे। कांग्रेस के साथी को यहां तक पागलपन आया है, कह रहे हैं कि हमारे परमाणु हथियार खत्म करेंगे। चुनाव में घोषणा कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी ने समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है। भारत का नागरिक, भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या ईसाई हो, बौद्ध हो, उसके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए, लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है। क्या देश को, हिमाचल को ऐसी कांग्रेस मंजूर है? ऐसी कांग्रेस मंजूर है? भाइयों और बहनों, कांग्रेस घोर सांप्रदायिक है। कांग्रेस घोर जातिवादी है। कांग्रेस घोर परिवारवादी है।

साथियों,

इस देश को वो नहीं बना सकते जो सिर्फ बाप-दादा की विरासत पर ही जीते हैं। इस देश को वो बनाएंगे हैं जो मिट्टी से उठकर पहाड़ जितनी ऊंचाइयां छूते हैं। इसलिए, आज भारत का भविष्य हमारे स्टार्ट अप्स शुरू करने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, स्पेस में अपनी सैटेलाइट भेजने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, खेतों में ड्रोन उड़ा रही बेटियां हैं। आज भारत का भविष्य, लड़ाकू विमान उड़ा रही बेटिया हैं। इसलिए, बहन कंगना भी सिर्फ हमारी कैंडिडेट भर नहीं हैं, ये देश के नौजवानों की, हमारी बेटियों की aspirations को represent करती हैं। बेटियां भी एकदम नई फील्ड में जाकर, अपने दम पर successful हो सकती हैं, ये इस विश्वास को रिप्रेज़ेंट करती हैं। लेकिन
साथियों, कांग्रेस उसी दकियानूसी सोच में डूबी हुई है। आपने देखा है, अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या बोलती है? कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना जी के लिए जो भद्दी बातें कही हैं, वो मंडी का अपमान है, वो छोटी काशी का अपमान है, हिमाचल का अहमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है। जिस हिमाचल में शिकारी माता, मां ज्वाला, मां चिंतपूर्णी, मां भीमाकाली की पूजा होती है, वहां की बेटी का ऐसा अपमान आज तक कांग्रेस के शाही परिवार ने इसके लिए माफी नहीं मांगी है। क्या आपको ऐसा अपमान मंजूर है क्या? ऐसा अपमान करने वालों को सजा देंगे क्या ? इस चुनाव में हर पोलिंग बूथ में चुन चुन करके इनको साफ कर दीजिए।

भाइयों और बहनों,

ये कांग्रेस, अभी भी 21वीं सदी में आ ही नहीं पाई। लोग आगे बढ़ते हैं, कांग्रेस उल्टा चलती है। ये 20वीं सदी, 19 वीं सदी, की तरफ जा रही है। कांग्रेस का शाही परिवार घोर बेटी विरोधी है। पूरी कांग्रेस घोर महिला विरोधी है। लेकिन हिमाचल के मेरे परिवारजनों, मेरी बात लिख लीजिए, आप अपनी बेटियों को खूब पढ़ाइए। उनको खुला सुरक्षित माहौल देने और नई बुलंदियां देने की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। मैंने सैनिक स्कूलों और डिफेंस अकेडमी के दरवाज़े बेटियों के लिए खोल दिए हैं। मैंने सेना में बेटियों के लिए जो दरवाजे पहले बंद थे, वो भी खोल दिए हैं।10 साल में केंद्रीय बलों में महिलाओं की संख्या दो गुने से अधिक हो चुकी है। फाइटर पायलट हों या फिर पैसेंजर जहाज़ों की पायलट, बेटियों के लिए आने वाले 5 साल बुलंद उड़ान के होने वाले हैं। और ये, अगर आप लिखते हैं तो लिख लेना, पत्रकार भी मेरी इस बाइट को भी सेव करके रख लेना, बड़ी जिम्मेवारी से कह रहा हूं, यहां जैसी सरकार ने झूठे वादे किए थे न, वो मोदी का काम नहीं। औऱ इसलिए कहता हूं, ये मोदी की गारंटी है। ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस को सिर्फ धोखा देना और ताला लगाना ही आता है। कहां तो हिमाचल में लाखों नौकरियां देने की घोषणा की थी, और कहां सर्विस कमीशन में ही इन्होंने ताला लगा दिया। और इन्होंने सिर्फ सर्विस कमीशन पर सिर्फ ताला नहीं लगाया, उन्होंने हमारे हिमाचल प्रदेश के बेटे बेटियों नवजवानों को भविष्य के उनके ताला लगा दिया है। मेरे मित्र, जयराम जी ने, सरकार के समय में सैकड़ों संस्थान खोले थे, कांग्रेस ने उनमें ताला लगा दिया। मंडी में बड़ा एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चल रही थी, कांग्रेस ने उस पर ताला लगा दिया। क्या मंडी में हवाई अड्डा बनना चाहिए की नहीं बनना चाहिए? टूरिज्म के लिए जरूरी है की नहीं है ? उस पर भी ताला लगा दिया। यहां बहनें 1500 रुपए का इंतज़ार कर रही है, 1500 रूपया मिला क्या ? सवाल 1500 रूपए का नहीं है, सवाल आपने हमारे साथ धोखा किया है। आज हिमाचल का एक एक नागरिक, हर्ट फिल कर रहा है। उसको लगता है कि इतना बड़ा धोखा, चुनाव के समय ऐसी ऐसी बातें करके वोट ले गए और अब हाथ ऊपर करके बैठ गए। कोई बातें नहीं होती हैं, समझ सकते हैं। देश, धोखेबाजों को कभी माफ नहीं करता है। और मैं जानता हूं हिमाचल को, हिमाचल के जीवन में कर्मचारी ही एक बहुत बड़ी जिंदगी है। पूरा परिवार उसके भरोसे चलता है, आधे से ज्यादा हिमाचल की जिंदगी उससे जुड़ी हुई है। उस कर्माचरी के साथ कितना बड़ा धोखा किया। वो महंगाई भत्ते का आज भी इंतज़ार कर रहा है। ये कैसी सरकार चला रहे हो तुम ? आपदा के बाद केंद्र ने सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे, यहां उसकी भी बंदरबांट कर दी गई। और मेरे शब्द लिख कर रखिए, ये सरकार का कोई भविष्य नहीं है, ये सरकार का जाना तय है। औऱ मैं पहला काम करूंगा, मैंने आपदा के समय जो पैसे भेजे हैं,उस पैसे में कहां कहां बंदरबाट हुई, किस ने उसमें से चोरी की है, मैं सारा खोज करके निकालूंगा और मंडी के लोगो के हाथ में दूंगा। डेढ़ साल में ही हिमाचल इस धोखेबाज़ी से तंग आ चुका है।

भाइयों और बहनों,

मोदी हिमाचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे याद है कि जब हम पहले चंडीगढ़ से आते थे तो स्वारघाट का सफर मार देता था। मंडी पहुंचते-पहुंचते कमर टूट जाती थी। अब कीरतपुर-मनाली फोर लेन और और अटल टनल ने चंडीगढ़ से लेकर लाहौल तक का सफर सुहाना कर दिया है। अब लाहौल से भी फल-सब्ज़ी तेज़ी से मंडियों तक पहुंच रहे हैं और पर्यटन भी फल-फूल रहा है।

साथियों,

हिमाचल में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं। कांग्रेस की सरकार तो इतनी डरपोक थी कि दलाई लामा जी का नाम लेने से भी डरती थी, कांपते थे। मेरी तो दलाई लामा जी से अक्सर बात होती है। वो हमारी समृद्ध विरासत के प्रणेता हैं। भारत, बुद्ध का देश है और मोदी सरकार ने ज़ोर शोर से अपनी इस विरासत का प्रचार प्रसार किया है। इसका लाभ हिमाचल के पर्यटन को भी होगा।

साथियों,

हिमाचल का, देश का गौरव और समृद्धि बढ़ाने के लिए आपका एक-एक वोट ज़रूरी है। कांग्रेस यहां पर हिमाचल को बर्बादी के रास्ते पर ले जा रही है। इसलिए इसे रोकना जरूरी है। हिमाचल को कांग्रेस से शिकंजे से निकालने में मुझे आपका साथ चाहिए। मैं हिमाचल की जनता से आग्रह करूंगा कि यहां विधानसभा उपचुनाव में भी सभी 6 की 6 सीटें बीजेपी को जिताएं। हिमाचल का भविष्य सुनिश्चित करें, लाहौल-स्पिति से बीजेपी उम्मीदवार रवि ठाकुर जी तो मंच पर मौजूद भी हैं। उन्हें और उनके बाकी 5 साथियों को भारी मतों से विजयी बनाना है। इसके अलावा लोकसभा में मंडी सीट से बहन कंगना जी को आफका वोट मिले, वो आपकी आवाज बनेंगी औऱ यहां के विकास के लिए अपने आपको खपा देगी। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की बंपर जीत का नया रिकॉर्ड बनाना है। करेंगे? गांव-गांव जाएगें? घर -घर जाएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? हर पोलिंग बूथ पर विजय दिलाएगें? पक्का? वादा? गारंटी? आपकी भी ? मेरी भी। अच्छा एक और काम करना है। एक काम करना है, मेरा काम करना है, करेंगे? कमाल हो यार, मैं इन लोगों के लिए कह रहा तो , उछल उछल कर बोल रहे थे, मैं जो कह रहा हूं तो ठंडे पड़ गए। मेरा एक काम करोगे? पक्का करोगे? ये चुनाव का काम नहीं है। करोगे? मेरा पर्सनल काम है, करोगे? मेरी भक्ति से जुड़ा हुआ काम है। देखिए, मैंने हिमाचल में बहुत समय निकाला है औऱ मैं, हमारे देवी देवता, उनके आशिर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी शक्ति है। लेकिन मैं, इतना समय निकाल नहीं पाता हूं, मैं जा नहीं पाता हूं। तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मेरी तरफ से हर गांव में, जितने भी देवी देवता हैं मेरी तरफ से मत्था टेकना, शीश नवाइएगा और सभी देवी देवाताओँ से आशिर्वाद चाहिए। मोदी के लिए,नहीं। मोदी के परिवार के लिए, नहीं। मोदी की बिरादरी के लिए. नही। मुझे मेरे देश के उज्जवल भविष्य के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित हिमचाल बनान के लिए आशिर्वाद चाहिए।

मेरे साथ बोलिए- भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।