QuoteThe Congress and its ‘Mahamilawati’ allies spent decades ruling the country but could not eradicate poverty from the country: PM Modi
QuoteThe reason that people do not trust the false promises made by the Congress anymore is because they have seen its past track-record: PM Modi in M.P.
QuoteIn the past months, thepeople of M.P. have witnessed how the state government of Congress has totally failed to meet the expectations of the people: Prime Minister Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

राम-राम, जै माई की। जिस धरती ने अटल बिहारी वाजपेयी जी, विजिया राजे सिंधिया जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी जैसे देश को दिशा देने वाले महान व्यक्तित्व दिए, उस धरती को मैं प्रणाम करता हूं। आज ग्वालियर-चंबल की इस धरती पर ऐसे समय पर आया हूं जब देश में चार चरणों का चुनाव हो चुका है और इसमें कांग्रेस और उसके साथी चारों खाने चित हो चुके हैं। ये मेरा सौभाग्य है की आप लोगों का इतना स्नेह, आशीर्वाद मुझे और मेरे सभी साथियों को मिल रहा है। आज यहां मैं अपना प्रचार नहीं, आपका आभार व्यक्त करने आया हूं। 2014 से 2019, मैं जो कुछ भी कर पाया हूं, वो आपके साथ और सहयोग के कारण कर पाया हूं, आपके समर्थन के कारण कर पाया हूं और इसके लिए मैं आप सब का, पूरे मध्यप्रदेश का आदरपूर्वक धन्यवाद करता हूं।

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साथियो, ये तो पूरी दुनिया ही पहली बार देख रही है की कैसे देश के लोगों ने अपने इस सेवक के प्रचार की कमान लोगों ने खुद ही संभाल ली है। मैं कहीं पर भी जाता हूं, कार्यकर्ताओं से पूछता हूं कि क्या हाल है भाई चुनाव का। वो कहते हैं साहब, हम कहां चुनाव लड़ रहे हैं, चुनाव तो जनता लड़ रही है, आपके लिए लड़ रही है। शायद 77 के बाद इमरजेंसी के बाद ये पहला चुनाव है जो देश की जनता लड़ रही है और सरकार को दोबारा बनाने के लिए लड़ रही है। जब देश का नवजवान दिन-रात फिर एक बार मोदी सरकार कह के दौड़ रहा हो। जब देश की माताएं-बहने-बेटियां, मेरा प्रचार कर रही हों, जब देश के छोटे-छोटे उद्यमी मेरा प्रचार कर रहे हों तो इससे बड़ा सौभाग्य मेरे लिए और क्या हो सकता है।

साथियो, 2019 के इस चुनाव में एक तरफ महामिलावट करने वालों की गाली-गलौज, झूठ और प्रपंच है और दूसरी तरफ अपने इस सेवक पर जनता जनार्दन का विश्वास है। ये कांग्रेस और उनके सब महामिलावटी, ये कहते हैं मोदी हटाओ लेकिन जिस गरीब को पक्का घर मिला है वो कह रहा है, फिर एक बार… मोदी सरकार। महामिलावटी कहते हैं, मोदी हटाओ लेकिन जिस बहन को शौचालय मिला है, इज्जतघर मिला है वो कह रही है। फिर एक बार… मोदी सरकार। महामिलावटी कहते हैं, मोदी हटाओ लेकिन जिस गरीब बहने को मुफ्त में गैस कनेक्शन मिला है, धुएं से मुक्ति मिली है वो कह रही है, फिर एक बार… मोदी सरकार। महामिलावटी कहते हैं, मोदी हटाओ लेकिन जिस गरीब परिवार को पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त सुनिश्चित हुआ है, आयुष्मान योजना उसके दरवाजे पहुंच गई है वो कह रहा है, फिर एक बार… मोदी सरकार। महामिलावटी कहते हैं, मोदी हटाओ लेकिन जिन किसानों के खाते में साधी सहायता पहुंच रही है, जिन्हें छोटे खर्चो के लिए अब उधार नहीं लेना पड़ रहा है वो कह रहे हैं, फिर एक बार… मोदी सरकार। महामिलावटी कहते हैं, मोदी हटाओ लेकिन जिस मिडिल क्लास के लिए पांच लाख रुपए तक की इनकम पर हमने टैक्स जीरो किया है, जो देख रहा है की हमने महंगाई नियंत्रण में रखी है वो कह रहा है, फिर एक बार… मोदी सरकार।

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साथियो, एक तरफ जातिवादियों और वंशवादियों की जिद्द है मोदी को हटाने की, दूसरी तरफ जनता की भी जिद्द है, जनता भी अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। जनता ने महामिलावटी नेताओं को कह दिया है, आएगा तो मोदी ही। भाइयो-बहनो, अब जो बात मैं कहने जा रहा हूं। अब इतना प्यार करोगे तो मुझे ग्वालियर में ही रहना पड़ेगा।

भाइयो-बहनो, मैं आज देश के भविष्य के साथ कुछ बात करना चाहता हूं। वो नवजवान, युवा और युवती जो इक्कीसवीं सदी में लोकसभा के लिए पहली बार वोट देने वाले हैं। जो नवजवान इक्कीसवीं सदी का भविष्य, उंगली दबा कर के, कमल के निशान पर बटन दबा कर के देश का भविष्य सुनिश्चित करने वाले हैं। जो फर्स्ट टाइम वोटर है, जो पहली बार लोकसभा में मतदान करने वाले हैं। उनके लिए ये बात सामान्य नहीं है, जिनके पहली बार वोट करने का, देश का भविष्य तय करने का अवसर मिला है, ऐसे सभी मतदाताओं को, युवक और युवतियों को मैं हृदयपूर्वक बहुत-बहुत बधाई देता हूं। लेकिन मैं आज उनके सामने देश की राजनीति का एक चित्र रखना चाहता हूं और मुझे विश्वास है की मेरी ये नई पीढ़ी देश के लिए सोचेगी, देश के लिए मतदान करेगी। और नई पीढ़ी का मत, पांच साल के लिए नहीं है क्योंकि जो पहली बार वोट देने जा रहा है वो 18-19-20 साल का नवजवान, उसे तो 21वीं सदी में अपना पूरा जीवन गुजारना है। इसलिए उसका वोट 21वी सदी की उसकी जिंदगी के लिए है।

भाइयो-बहनो, भारत की राजनीति का एक चित्र, भारत की राजनीति में चार-चार अलग-अलग तरह की राजनीतिक परंपराएं रही हैं। ये चार दलीय व्यवस्थाएं ही देश की स्थिति, देश के विकास की गति इन्हीं के हाथ में रही है, ये चार हैं कौन। मैं चाहूंगा की देश की नई पीढ़ी इस बात को समझे और ग्वालियर ऐसे बुद्धिजीवियों की ऐसी जगह है तो मेरा मन भी करता है की राजनीति की बात करते-करते कुछ एकेडेमिक चर्चा भी उनके साथ कर लूं। इसलिए राजनीतिक मंच होने के बावजूद भी कुछ मैं उन बातों को भी करना चाहता हूं जो आने वाले दिनों में, यूनीवर्सिटीज में, टीवी डिबेट में चुनाव नतीजों के बाद भी इसकी गूंज सुनाई देनी चाहिए। ये चार कौन है, इसमें पहला है नामपंथी, दूसरा है वामपंथी, तीसरा है दाम और दमनपंथी और चौथा है विकासपंथी। आपको ऐसी बात सुनना ठीक लगेगा ना? नामपंथी, जो दिन-रात अपने वंशवादी नेता का नाम जपे, पार्टी में किसी सामान्य कार्यकर्ता को आगे ना बढ़ने दे, ये है नामपंथी जमात, हमारे देश में वो जमात आप जानते हैं। दूसरी है वामपंथी, वामपंथी यानी जिन्होंने बंगाल को बर्बाद किया, जिन्होंने त्रिपुरा को बर्बाद किया, जिन्होंने केरल को बर्बाद किया और ये वामपंथी यानी जो मरी पड़ी विदेशी विचारधारा को भारत में जिंदा करने की कोशिश करें, हिंसा का सहारा लें, वे हैं वामपंथी। तीसरा है दाम और दमनपंथी, यानी जो धन और गन से सत्ता पर कब्जा करना चाहे। आज फिर बंगाल दाम और दमन से कुचला जा रहा है। भाइयो-बहनो, और चौथी है विकासपंथी यानी भारतीय जनता पार्टी जैसे दल जिनके लिए देश का विकास सर्वोच्च प्राथमिकता है, जो सत्ता को सेवा मानते हैं।

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साथियो, इस लोकसभा चुनाव में आप अपने जीवन का पहला वोट करने जा रहे हैं। आपका एक-एक वोट तय करेगा की देश में किसी तरह की राजनीतिक परंपरा, राजनीतिक संस्कृति, राजनीतिक दल मजबूत होने चाहिए। एक तरफ नामपंथी, वामपंथा, दाम और दमनपंथी दल हैं तो दूसरी तरफ हमारे जैसे विकासपंथी हैं। आपका एक वोट देश को दिशा देने का काम करेगा।

भाइयो-बहनो, नामपंथी, वामपंथा, दाम और दमनपंथी रीजनीति ने हमेशा देश में विकास की गति को रोका है। युवाओं का आशाओं, आकाक्षाओं को रौंदा है, कांग्रेस के नेता मध्यप्रदेश में हो या दिल्ली में इनका एक ही एजेंडा है। अपने बच्चों के लिए तिजोरियां भर लो, उन्हें मध्यप्रदेश और देश के युवाओं की चिंता नहीं है, सिर्फ अपने परिवार की चिंता है।

साथियो, अपने परिवार के लिए ये देश की साख को भी दांव पर लगा देते हैं। आप जरा 2014 से पहले की तस्वीरें याद कीजिए। कांग्रेस जब सत्ता में थी तो वो दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं को भारत बुलाते थे, भारत आते थे लेकिन वो भारत को किस तरह पेश करते थे। ये नामदार ने दुनिया के नेताओं को भारत की गरीबी दिखाने के लिए उनकी हर मुलाकात का उपयोग किया। इन लोगों ने भारत की गरीबी को दुनिया में ब्रांड की तरह बेचा है। इन्होंने भारत की छवि सांप-सपेरे वाले देश की बनाई थी और आज भी सांप-सपेरों से आगे वो नहीं बढ़ पाते हैं। भाइयो-बहनो, वहीं जब राष्ट्र के गौरव को सर्वोच्च रखने वाली सरकार आती है तब क्या स्थिति होती है ये आपने बीते पांच वर्षों में देखा है। आज विदेशी मेहमान आते हैं गंगा आरती की तस्वीर देखने, आज विदेशी मेहमान आते हैं कुंभ की दिव्यता और भव्यता देखने, आज विदेशी मेहमान आते हैं भारत की सोरल एनर्जी को, उसकी शक्ति देखने के लिए, आज विदेशी मेहमान आते हैं तो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति, स्टेचू ऑफ यूनिटी, सरदार वल्लभाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए। कांग्रेस के नामदारों ने दुनिया को भारत की गरीबी दिखाई और हमने भारत का गौरव दिखाया।

साथियो, इनके गरीबी दर्शन कार्यक्रम का एक उदाहरण तो कुछ दिन पहले ही मीडिया में आया है। यहीं पड़ोस में टीकमगढ़ की आदिवासी बहन की एक झोंपड़ी को भी अपने इस पर्यटन के लिए नामदार ने 2008 में चुना था और उस आदिवासी बहन के घर गए, पूरा कैमरे का ताम-झाम लेकर के गए। फोटो निकलवाए, उस आदिवासी की झोंपड़ी में खाना खाया और खाना खा कर जैसे उस गरीब मां पर एहसान किया हो, वो भी किया। उसके बाद, ये घटना 2008 की है और अभी मीडिया ने निकाला है की उसके बाद 2014 तक रिमोट कंट्रोल सरकार रही दिल्ली में, नामदार की सरकार रही लेकिन नामदार ने उस गरीब मां का, उसके नमक का कर्ज नहीं चुकाया, उस नमक को भी भूल गए। मैं मीडिया में देख रहा था की अब जाकर मोदी के आने के बाद, नमक तो वो खा गए लेकिन नमक का हक मोदी ने चुकाया। मोदी ने आ कर के प्रधानमंत्री योजना के तहत, अपना पक्का घर अब उस बहन को मिल पाया है और खुद पक्के घर में रहने गई है।

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भाइयो-बहनो, गरीब को लेकर ये कितने संवेदनशील रहे हैं, इसका एक और उदाहरण आज मीडिया में छाया हुआ है। साथियो, यूपी के अमेठी में एक अस्पताल है। इस अस्पताल के ट्रस्टी नामदार परिवार के सदस्य हैं। कुछ दिन पहले इस अस्पताल में एक गरीब, आयुष्मान कार्ड लेकर अपना इलाज कराने के लिए गया। वो मौत के साथ लड़ाई लड़ रहा था, वो जीने के लिए तड़प रहा था, उसके हाथ में मोदी का दिया हुआ आयुष्मान योजना का कार्ड था, वो अस्पताल गया। आप जानकर के हैरान हो जाएंगे, अमेठी का वो अस्पताल, जिसका काम ये नामदार परिवार चलाता है उस अस्पताल ने मरीज को इसलिए मना कर दिया की उसके हाथ में मोदी का दिया हुआ आयुष्मान भारत का कार्ड था। जानते हैं नामदार परिवार के अस्पताल ने उस गरीब को क्या कहा। मीडिया की अगर बात मानें तो उस गरीब को कहा गया की ये मोदी का अस्पताल नहीं जहां आयुष्मान कार्ड चल जाए। सोचिए, भाइयो-बहनो, गरीब की बीमारी को लेकर, उसकी मुश्किल परिस्थिति को लेकर कांग्रेस से जुड़े लोगों का ये कितना भयंकर रवैया है। भाइयो-बहनो, दुख की बात तो ये है की इलाज से इनकार करने पर अमेठी का वो गरीब अब इस दुनिया में नहीं है, उसकी मृत्यु हो चुकी है। अमेठी में उस मृत्यु के गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिए। 

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भाइयो-बहनो, गरीब की भलाई में भी कांग्रेस पहले अपनी राजनीति देखती है। ये हाल सिर्फ अमेठी के अस्पताल का ही नहीं है, राजस्थान में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां आयुष्मान योजना लागू नहीं की जा रही है। छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां आयुष्मान योजना का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है। साथियो, इन नामदारों को सजा दिए जाने का समय आ गया है, देश की जनता ने नामदारों के परिवारों को दशकों तक स्नेह दिया था, उन पर विश्वास किया था लेकिन इतने लंबे शासनकाल में सिवाय धोखेबाजी इन्होंने कुछ नहीं किया। याद है आपको, नामदार ने यहां ग्वालियर में ही 1,2,3,4,5 दस की गिनती सिखाई थी कि नहीं सिखाई थी और उन्होंने कहा थी की दस दिन में किसान का कर्ज माफ नहीं तो मुख्यमंत्री साफ। ये कहा था कि नहीं कहा था, ये वादा किया था कि नहीं किया था? अब पता चल रहा है की किसानों को बैंकों के नोटिस आ रहे हैं लेकिन नामदार के दस दिन नहीं आ रहे हैं। हां, एक काम जरूर हो गया, सीएम तो साफ नहीं हुए बल्कि एक नहीं, दो नहीं, ढाई-ढाई मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश में थोप दिए गए हैं।

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भाइयो-बहनो, इन्होंने गरीबों के साथ-साथ हमारी आदिवासी बहनों को, गरीब बच्चों तक को नहीं छोड़ा। प्रसूता माताओं को पोषक आहार मिले, मध्यप्रदेश से भुखमरी और कुपोषण समाप्त हो, इसके लिए राष्ट्रीय पोषण अभियान ये चौकीदार चला रहा है, इसका पैसा भी कांग्रेस के रागदरबारी डकार गए। आज मध्यप्रदेश में नामदारों के जो बड़े-बड़े पोस्टर लगे हैं, जो टीवी में न्याय-न्याय का राग ये सुनाते हैं उसके लिए पैसा गरीब बच्चों के मुंह से निवाला छीन कर जुटाया गया है। साथियो, अब उन्होंने ठगी का एक और तरीका ढूंढा है। गरीबों से फर्जी फार्म भरवाए जा रहे हैं, नकली चेक दिए जा रहे हैं और यहां कर्मचारियों के ट्रांसफर के नाम पर, बिल्कुल पश्चिम बंगाल की तरह सिंडिकेट राज इन्होंने शुरू कर दिया है, ट्रांसफर उद्योग शुरू हो गया है। अभी तो चार महीने हुए हैं, कहीं से भी रुपए लाओ, बस। साथियो, अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए जो छल प्रपंच ये करते हैं उसका ही परिणाम आज देश को भुगतना पड़ रहा है। आज जो आतंकवाद और नक्सलवाद की समस्या है वो कैसे पैदा हुई। ये कांग्रेस सरकार की लापरवाही उसकी नाकामी की ही देन है।

साथियो, भाजपा के लिए सामान्य मानवी का जीवन सर्वोच्च प्राथमिकता है और राष्ट्र रक्षा ये सबसे बड़ा मुद्दा है। ग्वालियर-चंबल का ये पूरा क्षेत्र तो वीर-वीरांगनाओं और वीर माताओं का क्षेत्र है। उन्हीं के आशीर्वाद से यहां के सपूत आतंकियों और नक्सलियों के साथ लोहा ले रहे हैं लेकिन मैं उन्हें कांग्रेस के ढकोसलापत्र की याद दिलाना चाहता हूं, उनका मेनिफेस्टो, ये बस ढकोसलापत्र है और कुछ नहीं है। कांग्रेस ने वादा किया है की सत्ता में आए तो सैनिकों को मिला विशेष अधिकार हटा देंगे। देशद्रोह का कानून हटा देंगे। साथियो, सैनिकों के मान-सम्मान के लिए हमारी पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों के सम्मान के लिए इन लोगों के मन में कोई भावना नहीं है। दशकों से हमारे देश में सेना के जवान मांग कर रहे थे की आजाद हिंदुस्तान में जान देने वाले वीर-सुपूतों के सम्मान में एक नेशनल वॉर मेमोरियल बनना चाहिए। हमारे देश के पुलिस के जवान जो सामान्य मानवी की सेवा में लगे रहते हैं, ये हमारे पुलिस के जवान गर्मी हो, सर्दी हो, बारिश हो खड़े मिलते हैं। राखी का त्योहार हो, होली हो, दीवाली हो, वो सड़क पर खड़े रह कर के आपकी हिफाजत करते हैं और आप जानकर के हैरान होंगे भाइयो, देश आजाद होने के बाद, पुलिस की छवि जो लोगों ने बनाई होगी, मैं उनके प्रति बड़ा आदर करता हूं। आजाद हिंदुस्तान में 33 हजार पुलिस सामान्य मानवी की सेवा करते-करते शहीद हुए हैं। ये पुलिस वाले कह रहे थे की नेशनल पुलिस मेमोरियल बनना चाहिए।

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भाइयो-बहनो, 70 साल परिवार के लिए तो बांति-भांति मेमोरियल बने लेकिन देश के लिए मर मिटने वाले सेना के जवान का सम्मान करने के लिए मेमोरियल नहीं बना। पुलिस के जवानों के लिए मेमोरियल नहीं बना, ये चौकीदार जब आया, ये सौभाग्य भी इस चौकीदार को मिला और हमने दिल्ली में बना दिया। और मैं ग्वालियर के लोगों को, मध्यप्रदेश के लोगों को कहूंगा की जब भी दिल्ली जाने का मौका मिले इन दोनों तीर्थों पर जा कर के जरूर सर झुका के आना दोस्तों, वो मरे हैं हमारे लिए, वो जिये हैं हमारे लिए, उनका सम्मान करना चाहिए। क्या देश के किसान को, देश के जवान को धोखा देने वाली कांग्रेस को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? साथियो, कांग्रेस के कमजोर रवैये से अलग भाजपा नए हिंदुस्तान के लिए नई नीति और नई रीति पर काम कर रही है। किसी को छेड़ेंगे नहीं लेकिन छेड़ोगे तो छोड़ेंगे भी नहीं। ये नया हिंदुस्तान है ये नए हिंदुस्तान की नीति है, हम घर में घुसकर मारेंगे।

भाइयो-बहनो, बलिदानी और पानी बुंदेलखंड की कहानी की दो धुरियां हैं। यहां बलिदानियों की कमी नहीं है लेकिन पानी के लिए बहुत संघर्ष भी रहा है। भाजपा सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए सार्थक प्रयास किए हैं। कांग्रेस ने जिन 14 बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को अधर में लटका दिया था उनमें से 10 को हम पूरा कर चुके हैं। आने वाले पांच वर्षों में पानी के लिए हम समर्पित भाव से काम करने वाले हैं। अलग से एक जल शक्ति मंत्रालय बनाकर, आधुनिक तकनीक से पानी को बचाने और नदियों, समंदर से पानी देश के कोने-कोने में कैसे उपयोगी हो, इसके लिए व्यापक रूप से काम करने वाले हैं। भाइयो-बहनो, बीते पांच वर्ष माताओं-बहनों को धुएं से, खुले में शौच से और अंधेरे से मुक्ति दिलाने के लिए हमने बहुत कुछ किया। आने वाले पांच वर्ष माताओं-बहनों के पानी के संघर्ष को खत्म करने के लिए समर्पित करना मैंने तय किया है। साथियो, इन संकल्पों को पूरा करने के लिए इस बार पिछली बार से भी ज्यादा शक्ति से कमल खिलाना है। बूथ-बूथ पर कमल खिलाना है, आपका हर वोट मोदी के खाते में जाएगा।

भइयो-बहनो, इतनी विशाल संख्या में आप हम सब को आशीर्वाद देने के लिए आए, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की…जय, भारत माता की…जय, भारत माता की…जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • बबिता श्रीवास्तव May 04, 2024

    अबकि बार 400 पार
  • Jitendra Rajbhar April 26, 2024

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April 14, 2025
QuoteViksit Haryana for Viksit Bharat, this is our resolve: PM
QuoteOur effort is to increase the production of electricity in the country, lack of electricity should not become an obstacle in nation building: PM
QuotePM Suryagarh Muft Bijli Yojana started by us can reduce electricity bill to zero by installation of solar panels : PM
QuoteOur effort is to increase the potential of the farmers of Haryana: PM

हरियाणा के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान नायब सिंह सैनी जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनोहर लाल जी, राव इंद्रजीत सिंह जी, कृष्णपाल जी, हरियाणा सरकार के मंत्रिगण, सांसद और विधायकगण और मेरे प्यारे भाईयों और बहनों। हरियाणा के मेरे भाई-बेहणा ने मोदी की राम-राम।

साथियों,

आज मैं उस धरती को प्रणाम करता हूं, जहां मां सरस्वती का उद्गम हुआ। जहां मंत्रा देवी विराजती हैं, जहां पंचमुखी हनुमान जी हैं, जहां कपालमोचन साहब का आशीर्वाद है, जहां संस्कृति, श्रद्धा और समर्पण की त्रिवेणी बहती है। आज बाबा साहेब अंबेडकर जी की एक सौ पैंतीसवीं जयंती भी है। मैं सभी देशवासियों को अंबेडकर जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। बाबा साहेब का विजन, उनकी प्रेरणा, निरंतर विकसित भारत की यात्रा में हमें दिशा दिखा रही है।

साथियों,

यमुनानगर सिर्फ एक शहर नहीं, ये भारत के औद्योगिक नक्शे का भी अहम हिस्सा है। प्लाईवुड से लेकर पीतल और स्टील तक, ये पूरा क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था को मज़बूती देता है। कपाल मोचन मेला, ऋषि वेदव्यास की तपोभूमि और गुरु गोविंद सिंह जी की एक प्रकार से शस्त्र भूमि।

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साथियों,

ये आपने आप में एक गरिमा बढ़ाने वाली बात है। और यमुनानगर के साथ तो, जैसे अभी मनोहर लाल जी बता रहे थे, सैनी जी बता रहे थे, मेरी कई पुरानी यादें जुड़ी हुई हैं। जब मैं हरियाणा का प्रभारी था, तो पंचकूला से यहां आना-जाना लगा रहता था। यहां काफी सारे पुराने कार्यकर्ताओं के साथ मुझे काम करने का अवसर मिला है। ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं की ये परंपरा आज भी चल रही है।

साथियों,

हरियाणा लगातार तीसरी बार, डबल इंजन सरकार के विकास की डबल रफ्तार को देख रहा है। और अब तो सैनी जी कह रहे हैं ट्रिपल सरकार। विकसित भारत के लिए विकसित हरियाणा, ये हमारा संकल्प है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए, हरियाणा के लोगों की सेवा के लिए, यहां के युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए, हम ज्यादा स्पीड से, ज्यादा बड़े स्केल पर काम करते रहते हैं। आज यहां शुरू हुई विकास परियोजनाएं, ये भी इसी का जीता जागता उदाहरण हैं। मैं हरियाणा के लोगों को इन विकास परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

मुझे गर्व है कि हमारी सरकार बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाते हुए चल रही है। बाबा साहेब अंबेडकर ने उद्योगों के विकास को सामाजिक न्याय का मार्ग बताया था। बाबा साहेब ने भारत में छोटी जोतों की समस्या को पहचाना था। बाबा साहेब कहते थे कि, दलितों के पास खेती के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है, इसलिए दलितों को उद्योगों से सबसे अधिक फायदा होगा। बाबा साहेब का विजन था कि, उद्योगों से दलितों को ज्यादा रोजगार मिलेंगे और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा। भारत में औद्योगीकरण की दिशा में बाबा साहेब ने देश के पहले उद्योग मंत्री डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर काम किया था।

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साथियों,

औद्योगीकरण और मैन्यूफैक्चरिंग के इस तालमेल को दीनबंधु चौधरी छोटू राम जी ने भी गांव की समृद्धि का आधार माना था। वो कहते थे- गाँवों में सच्ची समृद्धि तब आएगी, जब किसान खेती के साथ-साथ छोटे उद्योगों के माध्यम से भी अपनी आय बढ़ाएगा। गांव और किसान के लिए जीवन खपाने वाले चौधरी चरण सिंह जी की सोच भी इससे अलग नहीं थी। चौधरी साहब कहते थे- औद्योगिक विकास को कृषि का पूरक होना चाहिए, दोनों हमारी अर्थव्यवस्था के स्तंभ हैं।

साथियों,

मेक इन इंडिया के, आत्मनिर्भर भारत के, मूल में भी यही भावना है, यही विचार है, यही प्रेरणा है। इसलिए, हमारी सरकार भारत में मैन्युफेक्चरिंग पर इतना बल दे रही है। इस वर्ष के बजट में हमने, मिशन मैन्युफेक्चरिंग की घोषणा की है। इसका मकसद है कि, दलित-पिछड़े-शोषित-वंचित नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले, नौजवानों को ज़रूरी ट्रेनिंग मिले, व्यापार-कारोबार का खर्चा कम हो, MSME सेक्टर को मजबूती मिले, उद्योगों को टेक्नॉलॉजी का लाभ मिले और हमारे उत्पाद दुनिया में सबसे बेहतरीन हों। इन सारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत जरूरी है कि, देश में बिजली की कोई कमी ना हो। हमें एनर्जी में भी आत्मनिर्भर होना ही होगा। इसलिए आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। आज दीनबंधु चौधरी छोटूराम थर्मल पावर प्लांट की तीसरी इकाई का काम शुरू हुआ है। इसका फायदा यमुनानगर को होगा, उद्योगों को होगा भारत में जितना औद्योगिक विकास, जैसे प्लाईवुड बनता है, उसका आधा तो यमुनानगर में होता है। यहां एल्युमिनियम, कॉपर और पीतल के बर्तनों की मैन्युफैक्चरिंग बड़े पैमाने पर होती है। यहीं से पेट्रो-केमिकल प्लांट के उपकरण दुनिया के कई देशों में भेजे जाते हैं। बिजली का उत्पादन बढ़ने से इन सभी को फायदा होगा, यहां मिशन मैन्यूफैक्चरिंग को मदद मिलेगी।

साथियों,

विकसित भारत के निर्माण में बिजली की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। और हमारी सरकार बिजली की उपलब्धता बढ़ाने के लिए चौ-तरफा काम कर रही है। चाहे वन नेशन-वन ग्रिड हो, नए कोल पावर प्लांट हों, सोलर एनर्जी हो, न्यूक्लियर सेक्टर का विस्तार हो, हमारा प्रयास है कि, देश में बिजली का उत्पादन बढ़े, राष्ट्र निर्माण में बिजली की कमी बाधा ना बने।

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लेकिन साथियों,

हमें कांग्रेस के दिनों को भी भूलना नहीं चाहिए। हमने 2014 से पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, वो दिन भी देखे हैं, जब पूरे देश में ब्लैकआउट होते थे, बिजली गुल हो जाती थी। कांग्रेस की सरकार रहती तो देश को आज भी ऐसे ही ब्लैकआउट से गुजरना पड़ता। ना कारखाने चल पाते, ना रेल चल पाती, ना खेतों में पानी पहुंच पाता। यानि कांग्रेस की सरकार रहती तो, ऐसे ही संकट बना रहता, बटा रहता। अब इतने वर्षों के प्रयासों के बाद आज हालात बदल रहा है। बीते एक दशक में भारत ने बिजली उत्पादन की क्षमता को करीब-करीब दोगुना किया है। आज भारत अपनी ज़रूरत को पूरी करने के साथ-साथ पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात भी करता है। बिजली उत्पादन इस पर भाजपा सरकार के फोकस का लाभ हमारे हरियाणा को भी मिला है। आज हरियाणा में 16 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है। हम आने वाले कुछ सालों में ये क्षमता, 24 हजार मेगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर के काम कर रहे हैं।

साथियों,

एक तरफ हम थर्मल पावर प्लांट में निवेश कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ देश के लोगों को पावर जेनरेटर बना रहे हैं। हमने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली स्कीम शुरू की है। अपने छत पर सोलर पैनल लगाकर आप अपना बिजली का बिल जीरो कर सकते हैं। इतना ही नहीं, जो अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा, उसे बेचकर कमाई भी कर सकते हैं। अब तक देश के सवा करोड़ से ज्यादा लोग इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। मुझे खुशी है कि, हरियाणा के भी लाखों लोगों ने इससे जुड़ने के लिए अप्लाई किया है। और जैसे-जैसे इस योजना का विस्तार हो रहा है, इससे जुड़ा सर्विस इकोसिस्टम भी बड़ा हो रहा है। सोलर सेक्टर में नई स्किल्स बन रही है। MSME के लिए नए मौके बन रहे हैं और युवाओं के लिए अनेक अवसर तैयार हो रहे हैं।

साथियों,

हमारे छोटे-छोटे शहरों में छोटे उद्योगों को पर्याप्त बिजली देने के साथ ही सरकार इस तरफ भी ध्यान दे रही है कि, उनके पास पर्याप्त पैसे रहें। कोरोना काल में MSME को बचाने के लिए लाखों करोड़ रुपए की सहायता सरकार ने दी है। छोटे उद्योग भी अपना विस्तार कर सकें, इसके लिए हमने MSME की परिभाषा बदली है। अब छोटे उद्योगों को ये डर नहीं सताता कि, जैसे ही वो आगे बढ़े, सरकारी मदद छिन जाएगी। अब सरकार, छोटे उद्योगों के लिए स्पेशल क्रेडिट कार्ड की सुविधा देने जा रही है। क्रेडिट गारंटी कवरेज को भी बढ़ाया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही मुद्रा योजना को 10 साल पूरे हुए हैं। आपको जानकर के खुशी भी होगी और सुखद आश्चर्य भी होगा। मुद्रा योजना में पिछले 10 साल में, देश के सामान्य लोग जो पहली बार उद्योग के क्षेत्र में आ रहे, कारोबार के क्षेत्र में आ रहे थे, उनको बिना गारंटी तैंतीस लाख करोड़ रुपए, आप कल्पना कीजिए, तैंतीस लाख करोड़ रुपए बिना गारंटी के लोन के रूप में दिए जा चुके हैं। इस योजना के 50 परसेंट से भी ज्यादा लाभार्थी SC/ST/OBC परिवार के ही साथी हैं। कोशिश यही है कि, ये छोटे उद्योग, हमारे नौजवानों के बड़े सपनों को पूरा करें।

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साथियों,

हरियाणा के हमारे किसान भाई-बहनों की मेहनत, हर भारतीय की थाली में नजर आती है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार किसानों के दुख-सुख की सबसे बड़ी साथी है। हमारा प्रयास है कि हरियाणा के किसानों का सामर्थ्य बढ़े। हरियाणा की भाजपा सरकार, अब राज्य की 24 फसलों को MSP पर खरीदती है। हरियाणा के लाखों किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ भी मिला है। इस योजना के तहत, लगभग नौ हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के क्लेम दिए गए हैं। इसी तरह पीएम किसान सम्मान निधि से, साढ़े 6 हजार करोड़ रुपए हरियाणा के किसानों की जेब में गए हैं।

साथियों,

हरियाणा सरकार ने अंग्रेज़ों के जमाने से चले आ रहे आबियाना को भी खत्म कर दिया है। अब आपको नहर के पानी पर टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा और आबियाने का जो 130 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया था, वो भी माफ हो गया है।

साथियों,

डबल इंजन सरकार के प्रयासों से किसानों को, पशुपालकों को, आय के नए साधन मिल रहे हैं। गोबरधन योजना, इससे किसानों के कचरे के निपटारे और उससे आय का अवसर मिल रहा है। गोबर से, खेती के अवशेष से, दूसरे जैविक कचरे से बायोगैस बनाई जा रही है। इस वर्ष के बजट में, देशभर में 500 गोबरधन प्लांट बनाने की घोषणा की गई है। आज यमुनानगर में भी नए गोबरधन प्लांट की आधारशिला रखी गई है। इससे नगर निगम के भी हर साल 3 करोड़ रुपए बचेंगे। गोबरधन योजना, स्वच्छ भारत अभियान में भी मदद कर रही है।

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साथियों,

हरियाणा की गाड़ी अब विकास के पथ पर दौड़ रही है। यहां आने से पहले मुझे हिसार में लोगों के बीच जाने का अवसर मिला। वहां से अयोध्या धाम के लिए सीधी हवाई सेवा शुरु हुई है। आज रेवाड़ी के लोगों को बाइपास की सौगात भी मिली है। अब रेवाड़ी के बाजार, चौराहों, रेलवे फाटकों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा। ये चार लेन का बाइपास गाड़ियों को बड़ी आसानी से शहर से बाहर निकाल देगा। दिल्ली से नारनौल की यात्रा में एक घंटा कम समय लगेगा। मैं आपको इसकी बधाई देता हूं।

साथियों,

हमारे लिए राजनीति सत्ता सुख का नहीं, सेवा का माध्यम है, जनता की भी सेवा का माध्यम और देश की सेवा का भी माध्यम। इसलिए भाजपा जो कहती है, उसे डंके की चोट पर करती भी है। हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनने के बाद हम लगातार आपसे किए वायदे पूरे कर रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस-शासित राज्यों में क्या हो रहा है? जनता से पूरा विश्वासघात। पड़ोस में देखिए हिमाचल में, जनता कितनी परेशान है। विकास के, जनकल्याण के सारे काम ठप पड़े हैं। कर्नाटका में बिजली से लेकर दूध तक, बस किराए से लेकर बीज तक- हर चीज़ महंगी हो रही है। मैं सोशल मीडिया पर देख रहा था, कर्नाटका में कांग्रेस सरकार ने जो महंगाई बढ़ाई है., भांति-भांति के टैक्स लगाए हैं। सोशल मीडिया में इन लोगों ने बड़ा articulate किया है और उन्होंने कहा है और A टू Z, पूरी ABCD, और हर अक्षर के साथ कैसे –कैसे उन्होंने टैक्स बढ़ाए, उसका A टू Z पूरा लिस्ट बनाकर के ये कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की पोल खोलकर रखी है। खुद वहां के मुख्यमंत्री के करीबी कहते हैं कि, कांग्रेस ने कर्नाटका को करप्शन में नंबर वन बना दिया है।

साथियों,

तेलंगाना की कांग्रेस सरकार भी जनता से किए वादे भूल गई है, वहां कांग्रेस, वहां की सरकार जंगलों पर बुलडोजर चलवाने में व्यस्त है। प्रकृति को नुकसान, जानवरों को खतरा, यही है कांग्रेस की कार्यशैली! हम यहां कचरे से गोबरधन बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं और बने बनाए जंगलों को उजाड़ रहे हैं। यानि सरकार चलाने के दो मॉडल आपके सामने हैं। एक तरफ कांग्रेस का मॉडल है, जो पूरी तरह झूठ साबित हो चुका है, जिसमें सिर्फ कुर्सी के बारे में सोचा जाता है। दूसरा मॉडल बीजेपी का है, जो सत्य के आधार पर चल रहा है, बाबा साहेब अंबेड़कर ने दी हुई दिशा पर चल रहा है, संविधान की मर्यादाओं को सर आंखों पर चढ़ाकर चल रहा है। और सपना है विकसित भारत बनाने के लिए प्रयास करना। आज यहां यमुनानगर में भी हम इसी प्रयास को आगे बढ़ता देखते हैं।

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साथियों,

मैं आपसे एक और अहम विषय की चर्चा करना चाहता हूं। कल देश ने बैसाखी का पर्व मनाया है। कल ही जलियांवाला बाग हत्याकांड के भी 106 वर्ष हुए हैं। इस हत्याकांड में अपनी जान गंवाने वालों की स्मृतियां आज भी हमारे साथ हैं। जलियांवाला हत्याकांड में शहीद हुए देशभक्तों और अंग्रेज़ों की क्रूरता के अलावा एक और पहलू है, जिसे पूरी तरह अंधेरे में डाल दिया गया था। ये पहलू, मानवता के साथ, देश के साथ खड़े होने के बुलंद जज्बे का है। इस जज्बे का नाम- शंकरन नायर था, आपने किसी ने नहीं सुना होगा। शंकरन नायर का नाम नहीं सुना होगा, लेकिन आजकल इनकी बहुत चर्चा हो रही है। शंकरन नायर जी, एक प्रसिद्ध वकील थे और उस जमाने में, 100 साल पहले अंग्रेज़ी सरकार में बहुत बड़े पद पर विराजमान थे। वो सत्ता के साथ रहने का सुख, चैन, मौज, सब कुछ कमा सकते थे। लेकिन, उन्होंने विदेशी शासन की क्रूरता के विरुद्ध, जलियावाला बाग की घटना से व्यतीत होकर, मैदान में उतर उठे, उन्होंने अंग्रेजों के विरूद्ध आवाज़ उठाई, उन्होंने उस बड़े पद से लात मारकर के उसे छोड़ दिया, केरल के थे, घटना पंजाब में घटी थी, उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड का केस लड़ने का खुद ने फैसला किया। वो अपने दम पर लड़े, अंग्रेज़ी साम्राज्य को हिला कर रख दिया। जिस अंग्रेज़ी साम्राज्य का सूरज, जिनका सूरज कभी अस्त नहीं होता था, उसको शंकरन नायर जी ने जलियांवाला हत्याकांड के लिए कोर्ट में कठघरे में खड़ा कर दिया।

साथियों,

ये सिर्फ, मानवता के साथ खड़े होने का ही मामला भर नहीं था। ये एक भारत, श्रेष्ठ भारत का भी बहुत उत्तम उदाहरण था। कैसे दूर-सुदूर दक्षिण में केरला का एक व्यक्ति, पंजाब में हुए हत्याकांड के लिए अंग्रेज़ी सत्ता से टकरा गया। यही स्पिरीट हमारी आजादी की लड़ाई की असली प्रेरणा है। यही प्रेरणा, आज भी विकसित भारत की यात्रा में हमारी बहुत बड़ी ताकत है। हमें केरल के शंकरन नायर जी के योगदान के बारे में जरूर जानना चाहिए और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, यहां के एक-एक बच्चें को जानना चाहिए।

साथियों,

गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति- इन चारों स्तंभों को सशक्त करने के लिए डबल इंजन सरकार निरंतर काम कर रही है। हम सभी के प्रयासों से, हरियाणा जरूर विकसित होगा, मैं अपनी आंखों से देख रहा हूं, हरियाणा फलेगा, फूलेगा, देश का नाम रोशन करेगा। आप सभी को इन अनेक विकास कार्यों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से मेरे साथ बोलिये -

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद।