Quoteপোলিসী অসিনা ইন্তর্দিসিপ্লিনরী, ক্রোস-সেক্তোরেল অমসুং মলতি-জুরিসদিক্সনেল ফ্রেমৱার্ক অমা শেমদুনা লোজিস্তিক্সকী অচঙবা শেল হন্থহল্লগনি
Quoteমপুং ওইবা প্লান্নিং অমসুং থবক্তা ওন্থোক্নবগীদমক স্তেকহোল্দর পুম্নমকপু পুনশিন্দুনা ইফিসিএন্সী অমসুং সাইনর্জী ফংনবগী প্রধান মন্ত্রীগী মঙলান অসিগা চুন্নগনি
Quoteপোলিসী অসিনা লল্লোন ইতীক্তা লায়বা অমসুং হিংবদা লায়হনবা হেল্লগনি
Quoteপোলিসী অসিনা পি.এম. গতিশক্তিদা মতেং ওইরগনি

প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা সেপ্তেম্বর ১৭কী নুমিৎ য়ুংবা মতুং পুং ৫:৩০দা ভিগ্যান ভাবন, নই দিল্লীদা নেসনেল লোজিস্তিক্স পোলিসী (এন.এল.পি.) হৌদোক্কদৌরি।

ভারত্তা পোৎ চৈ পুথোক পুশিন তৌবগী মমল অসি অতোপ্পা চাউখৎলবা শেন্মিৎলোন লৈবা লৈবাকশিংগা চাংদম্নবদা ৱাংবনা মরম ওইদুনা নেসনেল লোজিস্তিক্স পোলিসী অমা লৈবগী তঙাইফদবসি লাকপা কুইরবনি। দোমেস্তিক অমসুং এক্সপোর্ত মার্কেৎ অনিমক্তা  ভারতকী পোৎচৈগী অথোই অহেন তান্নবগী মশক হেনগৎনবগীদমক ভারত্তা লোজিস্তিক্সকী অচঙবা শেল অসি হন্থহনবা তঙাইফদে। লোজিস্তিক্স কোস্ত হন্থহনবনা শেন্মিৎলোনগী তোঙান-তোঙানবা সেক্তরশিংদা কান্নবা হেনগৎহল্লি, ভেল্যু এদিসন অমসুং এন্তর্প্রাইজ হেনগৎহল্লি।

২০১৪দগী হৌদুনা লৈঙাক অসিনা ইজ ওব দুইং বিজিনেস অমসুং ইজ ওব লিভিং ফগৎনবা মশক থোক্না মীৎয়েং চঙদুনা লাক্লি। মমল ৱাংবা অমসুং কান্নফম খঙদবগী সমশ্যা অসি মপুং ওইবা ইন্তর্দিসিপ্লিনরী, ক্রোস-সেক্তোরেল অমসুং মলতি-জুরিসদিক্সনেল ফ্রেমৱার্ক অমা শেমদুনা অপুনবা লোজিস্তিক্স ইকোসিস্তেম চাউখৎহন্নবা থৌরাং অমা ওইরিবা নেসনেল লোজিস্তিক্স পোলিসী অসি হায়রিবা মায়কৈ অসিদা চঙশিন্নবা অতোপ্পা খোংথাং অমনি। পোলিসী অসি ভারতকী পোৎচৈদা অথোই অহেন তান্নবা হেনগৎনবা, শেন্মিৎলোন চাউখৎনবা অমসুং থবক পীবগী খুদোংচাবা হেনগৎনবা খোঙথাং অমনি। মপুং ওইবা প্লান্নিং অমসুং থবক্তা ওন্থোক্নবগীদমক স্তেকহোল্দর পুম্নমকপু পুনশিন্দুনা প্রোজেক্ত অসি পায়খৎপদা ইফিসিএন্সী অমসুং সাইনর্জী ফংহন্দুনা মালেমগী থাক্তা লৈবা অনৌবা ইনফ্রাস্ত্রকচর অমা শেমগৎপা হায়বসি প্রধান মন্ত্রীগী মঙলান্নি। প্রধান মন্ত্রীনা মমাং চহিদা হৌদোকখিবা পি.এম. গতিশক্তি –নেসনেল মাস্তর প্লান ফোর মলতি মোদেল কন্নেক্তিবিতী অসি হায়রিবা মায়কৈ অসিদা চঙশিল্লিবা মশক নাইবা খোঙথাং অমনি। পি.এম. গতিশক্তি অসিনা নেসনেল লোজিস্তিক্স পোলিসী হৌদোকপদা হেন্না মপাঙ্গল পীরগনি অমসুং মতেং ওইরগনি।

 

  • Gulshan Kumar October 13, 2024

    Jai sri ram
  • Chowkidar Margang Tapo September 25, 2022

    Jai hind jai BJP.
  • SRS RSS SwayamSewak September 23, 2022

    हमारे धर्म का रहस्य... क्या हमारे ऋषि मुनि पागल थे? जो कौवों के लिए खीर बनाने को कहते थे? और कहते थे कि कौवों को खिलाएंगे तो हमारे पूर्वजों को मिल जाएगा? नहीं, हमारे ऋषि मुनि क्रांतिकारी विचारों के थे। *यह है सही कारण।* तुमने किसी भी दिन पीपल और बरगद के पौधे लगाए हैं? या किसी को लगाते हुए देखा है? क्या पीपल या बड़ के बीज मिलते हैं? इसका जवाब है ना.. नहीं.... बरगद या पीपल की कलम जितनी चाहे उतनी रोपने की कोशिश करो परंतु नहीं लगेगी। कारण प्रकृति/कुदरत ने यह दोनों उपयोगी वृक्षों को लगाने के लिए अलग ही व्यवस्था कर रखी है। यह दोनों वृक्षों के टेटे कौवे खाते हैं और उनके पेट में ही बीज की प्रोसेसीग होती है और तब जाकर बीज उगने लायक होते हैं। उसके पश्चात कौवे जहां-जहां बीट करते हैं, वहां वहां पर यह दोनों वृक्ष उगते हैं। पीपल जगत का एकमात्र ऐसा वृक्ष है जो round-the-clock ऑक्सीजन छोड़ता है और बरगद के औषधि गुण अपरम्पार है। देखो अगर यह दोनों वृक्षों को उगाना है तो बिना कौवे की मदद से संभव नहीं है इसलिए कौवे को बचाना पड़ेगा। और यह होगा कैसे? मादा कौआ भादो महीने में अंडा देती है और नवजात बच्चा पैदा होता है। तो इस नयी पीढ़ी के उपयोगी पक्षी को पौष्टिक और भरपूर आहार मिलना जरूरी है इसलिए ऋषि मुनियों ने कौवों के नवजात बच्चों के लिए हर छत पर श्राघ्द के रूप मे पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर दी। जिससे कि कौवों की नई जनरेशन का पालन पोषण हो जाये...... इसलिए श्राघ्द करना प्रकृति के रक्षण के लिए नितांत आवश्यक है। घ्यान रखना जब भी बरगद और पीपल के पेड़ को देखो तो अपने पूर्वज तो याद आएंगे ही क्योंकि उन्होंने श्राद्ध दिया था इसीलिए यह दोनों उपयोगी पेड़ हम देख रहे हैं। 🏵सनातन धर्म🏵 पर उंगली उठाने वालों, पहले सनातन धर्म को जानो फिर उस पर ऊँगली उठाओ। जब आपके विज्ञान का (वि) भी नही था तब हमारे सनातन धर्म को पता था कि किस बीमारी का इलाज क्या है, कौन सी चीज खाने लायक है कौन सी नहीं...? अथाह ज्ञान का भंडार है हमारा सनातन धर्म और उनके नियम, मैकाले के शिक्षा पद्धति में पढ़ के केवल अपने पूर्वजों, ऋषि मुनियों के नियमों पर ऊँगली उठाने के बजाय , उसकी गहराई को जानिये। 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
  • Ranjeet Kumar September 20, 2022

    jay sri ram🙏
  • Sujit KumarNath September 20, 2022

    sujit
  • Raj kumar Das September 19, 2022

    शुभकामनाएं साहेब🙏🏻💐💐
  • Chowkidar Margang Tapo September 18, 2022

    Jai jai jai shree ram 🐏
  • SRS SwayamSewak of RSS September 18, 2022

    सनातन धर्म संस्कृति को जीवित रखने वाले महाराज भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला असली राजा कौन था ? कौन था वह राजा जिसके राजगद्दी पर बैठने के बाद उनके श्रीमुख से देववाणी ही निकलती थी और देववाणी से ही न्याय होता था ? कौन था वह राजा जिसके राज्य में अधर्म का संपूर्ण नाश हो गया था ? *महाराजा वीर विक्रमादित्य* बड़े ही दुख की बात है कि महाराजा विक्रमादित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है। जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था और स्वर्णिम काल लाया था। उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन। उनके तीन संताने थी, सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती, उससे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे छोटा वीर विक्रमादित्य... बहन मैनावती की शादी धारानगरी के राजा पदमसैन के साथ कर दी, जिनके एक लड़का हुआ गोपीचन्द, आगे चलकर गोपीचन्द ने श्री ज्वालेन्दर नाथ जी से योग दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए।फिर मैनावती ने भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग दीक्षा ले ली। आज ये देश और यहाँ की संस्कृति केवल विक्रमादित्य के कारण अस्तित्व में है। सम्राट अशोक ने बोद्ध धर्म अपना लिया था और बोद्ध बनकर 25 साल राज किया था। भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था, देश में बौद्ध और अन्य हो गए थे। रामायण और महाभारत जैसे धर्म ग्रन्थ खो गए थे, महाराजा विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया। विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया। विक्रमादित्य के 9 रत्नों में से एक कालिदास ने "अभिज्ञान शाकुन्तलम्" लिखा। जिसमे भारत का इतिहास है। अन्यथा भारत का इतिहास क्या हम भगवान् श्री कृष्ण और प्रभु श्री राम को भी खो चुके थे। हमारे ग्रन्थ ही भारत में खोने के कगार पर आ गए थे। उस समय उज्जैन के राजा भृतहरि ने राज छोड़कर श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग की दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए, राज पाठ अपने छोटे भाई विक्रमादित्य को दे दिया। वीर विक्रमादित्य भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से गुरू दीक्षा लेकर राजपाट सम्भालने लगे और आज उन्ही के कारण सनातन धर्म बचा हुआ है, हमारी संस्कृति बची हुई है। महाराजा विक्रमादित्य ने केवल धर्म ही नही बचाया, उन्होंने देश को आर्थिक तौर पर सोने की चिड़िया बनाई, उनके राज को ही भारत का स्वर्णिम राज कहा जाता है। विक्रमादित्य के काल में भारत का कपडा विदेशी व्यपारी सोने के वजन से खरीदते थे। भारत में इतना सोना आ गया था कि विक्रमादित्य काल में सोने के सिक्के चलते थे। कैलंडर जो विक्रम संवत लिखा जाता है वह भी विक्रमादित्य का स्थापित किया हुआ है। आज जो भी ज्योतिष गणना है जैसे हिन्दी सम्वंत, वार, तिथियां, राशि, नक्षत्र, गोचर आदि वह उन्ही के काल की रचना है। वे बहुत ही पराक्रमी, बलशाली और बुद्धिमान राजा थे। कहा जाता है कि कई बार तो देवता भी उनसे न्याय करवाने आते थे। विक्रमादित्य के काल में हर नियम धर्मशास्त्र के हिसाब से बने होते थे। न्याय और राज सब धर्मशास्त्र के नियमो पर चलता था। विक्रमादित्य का काल प्रभु श्रीराम के राज के बाद सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जहाँ प्रजा धनी थी और धर्म पर चलने वाली थी। बड़े दुःख की बात है कि भारत के सबसे महानतम राजा विक्रमादित्य के बारे में हमारे स्कूल कालेजों मे कोई स्थान नही है। देश को अकबर, बाबर, औरंगजेब जैसै खूनी दरिन्दो का इतिहास पढाया जा रहा है। ऐसे महान सम्राट को कोटि-कोटि नमन।
  • Jayantilal Parejiya September 17, 2022

    Jay Hind
  • adv shalini singh September 17, 2022

    आपको जन्मदिन की बहुत सारी शुभ कामनाएँ…. पूरे दिन व्यस्त होने की वजह से अभी संदेश भेज रही हूँ… मातारानी आपको हमेशा ख़ुश रखे 💐💐💐💐जय हिंद 🙏
Explore More
প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল

Popular Speeches

প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা 78শুবা নীংতম নুমিত্তা লাল কিলাগী ফম্বাক্তগী লৈবাক মীয়ামদা থমখিবা ৱারোল
India’s Average Electricity Supply Rises: 22.6 Hours In Rural Areas, 23.4 Hours in Urban Areas

Media Coverage

India’s Average Electricity Supply Rises: 22.6 Hours In Rural Areas, 23.4 Hours in Urban Areas
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
PM pays tributes to revered Shri Kushabhau Thackeray in Bhopal
February 23, 2025

Prime Minister Shri Narendra Modi paid tributes to the statue of revered Shri Kushabhau Thackeray in Bhopal today.

In a post on X, he wrote:

“भोपाल में श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे जी की प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उनका जीवन देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रेरित करता रहा है। सार्वजनिक जीवन में भी उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।”