প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা ঙসি উত্তর প্রদেশকী সন্ত কবির নগর জিলাদা লৈরিবা মাগরদা চৎখ্রে।
মহাক্না অফাওবা লাইনিংবা অমসুং শৈরেং ইবা কবির লৈখিদবগী চহি ৫০০ শুবগী থৌরমদা সন্ত কবির সমাধিদা লৈ কত্তুনা ইকায় খুম্নখি। মহাক্না সন্ত কবির মাজারদা চাদরসু কৎখি। মহাক্না সন্ত কবির শুরুংদসু চৎখি অমদি সন্ত কবির একাদেমিগী উরেপ উয়ুং তম্বগী প্লেক অমা মায়খুম হাংদোকখি।
মগরগী শেংলবা লমদম অসিদা অফাওবা লাইনিংবা কবিরগী মফমদা ইকায় খুম্নবা ফংজদুনা চহি কয়াদগী মহাক্না নিংজরকপা অমা ফংবা ঙম্লে হায়না মীয়ামগী মীফম অমদা প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি চাওরাক্না লুপা কোতি ২৪ চংনা শাগদৌরিবা সন্ত কবির একাদেমিনা সন্ত কবিরগী উইল তৌদুনা পীরম্বা লোয়ন লোয়ননা উত্তর প্রদেশকী রিজনেলগী লোনশিং অমসুং ফোল্ক আর্তশিং অদু লীদুনা থম্নবা ইন্সতিত্যুৎ অমা শারগনি।
সন্ত কবিরনা ভারতকী আত্মাগী খ্বাইদগী মরুওইবা ৱাখল্লোন অদু তাকলি হায়না প্রধান মন্ত্রীনা ফোংদোকখি। মহাক্না কাস্তকী পল অদু থুগায়খি অমসুং ভারতকী খুঙ্গংশিংদা ঙাংনরিবা অচম্বা লোন ঙাংখি হায়না শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা মখা তাখি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি ভারতকী তোঙান তোঙানবা মফমশিংদা মতম মতমগী ওইনা লাইনিংবশিং থোক্লক্লি, মখোয়না সমাজকী ফত্তবশিং তানথোক্তুনা সমাজ অসিবু লমজিংখি। ভারতকী তোঙান তোঙানবা মফমশিদা তোঙান তোঙানবা যুগশিংদা লৈরম্বা অসিগুম্লবা লাইনিংবা কয়াগী মমিং পল্লদুনা প্রধান মন্ত্রীনা সংবিধানগী থোংদা ভারতকী নাগরিক খুদিংমকপু মান্নহন্নবা হোৎনখিবা অদুগুম্লবা বাবা সাহেব অম্বেদকরবু পন্দুনা ঙাংখি।
রাজনিতিগী খুদোংচাবা লৌবগী মায়োক্তা অকনবা ৱাফম থম্লদুনা প্রধান মন্ত্রীনা সন্ত কবিরনা তাকপি তম্বিরম্বশিং অদু নৌহৌনা নিংশিংখি মদুদি প্রজাগী অপাম্বা অমসুং অৱা-অনা খংবা মহাক অদু ফিদম্নফম ওইরবা লৈবাক ঙাকপা অমনি। সন্ত কবিরনা প্রজাশিংগী মরক্তা অমগা অমগা খেৎননা উরিবা অদুগুম্লবা সমাজকী মওং মতৌ পুম্নমক্কী অফ-ফত্তা নৈনখি। মসিগা মরি লৈননা প্রধান মন্ত্রীনা সমাজকী শোত্থরবা অমসুং লাইরবশিংদা শক্তি শিন্ননবা কেন্দ্র সরকারনা পায়খৎলিবা জন ধন য়োজনা, উজ্জ্বলা য়োজনা, ইন্সুরেন্স স্কিমশিং, তোইলেৎ শাবা অমসুং দাইরেক্ত বেনেফিৎ ত্রান্সফরগুম্বা তোঙান তোঙানবা স্কিমশিং পন্দুনা ঙাংখি। মহাক্না লম্বী-থোং, রেলৱেজ, ওপ্তিকেল ফাইবর নেৎৱার্কনচিংবা তোঙান তোঙানবা ইনফ্রাস্ত্রকচর সেক্তরশিংদা খোংথাং হেঙ্গৎলক্লিবা অদুসু পন্দুনা ঙাংখি। ভারতকী মফম পুম্নমক্না দিবেলপমেন্তকী মহৈ অদু ফংবা ঙমহন্নবা কেন্দ্র সরকারনা থবক তৌরি হায়না মহাক্না হায়খি।
ন্যু ইন্দিয়াগী মীৎয়েং অদু মওং মতৌ পীবদা সন্ত কবিরগী তাকপি তম্বিরম্বশিং অদুনা মতেং পাংলগনি হায়না মহাক্না আশা তৌখি।
आज मेरी बरसों की कामना पूरी हुई है..
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संत कबीर दास जी की समाधि पर फूल चढ़ाने का,
उनकी मजार पर चादर चढ़ाने का, सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मैं उस गुफा में भी गया, जहां कबीर दास जी साधना करते थे: PM
आज ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा है..
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आज ही से भगवान भोलेनाथ की यात्रा शुरु हो रही है।
मैं तीर्थयात्रियों को सुखद यात्रा के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं।
कबीर दास जी की 500वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज से ही यहां कबीर महोत्सव की शुरूआत हुई है: PM
थोड़ी देर पहले यहां संत कबीर अकादमी का शिलान्यास किया गया है।
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यहां महात्मा कबीर से जुड़ी स्मृतियों को संजोने वाली संस्थाओं का निर्माण किया जाएगा।
कबीर गायन प्रशिक्षण भवन, कबीर नृत्य प्रशिक्षण भवन, रीसर्च सेंटर,
लाइब्रेरी,
ऑडिटोरियम,
हॉस्टल,
आर्ट गैलरी विकसित किया जाएगा: PM
कबीर की साधना ‘मानने’ से नहीं, ‘जानने’ से आरम्भ होती है..
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वो सिर से पैर तक मस्तमौला, स्वभाव के फक्कड़
आदत में अक्खड़
भक्त के सामने सेवक
बादशाह के सामने प्रचंड दिलेर
दिल के साफ
दिमाग के दुरुस्त
भीतर से कोमल
बाहर से कठोर थे।
वो जन्म के धन्य से नहीं, कर्म से वंदनीय हो गए: PM
वो धूल से उठे थे लेकिन माथे का चन्दन बन गए।
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वो व्यक्ति से अभिव्यक्ति और इससे आगे बढ़कर शब्द से शब्दब्रह्म हो गए।
वो विचार बनकर आए और व्यवहार बनकर अमर हुए।
संत कबीर दास जी ने समाज को सिर्फ दृष्टि देने का काम ही नहीं किया बल्कि समाज को जागृत किया: PM
कबीर ने जाति-पाति के भेद तोड़े,
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“सब मानुस की एक जाति” घोषित किया,
और अपने भीतर के अहंकार को ख़त्म कर उसमें विराजे
ईश्वर का दर्शन करने का रास्ता दिखाया।
वे सबके थे, इसीलिए सब उनके हो गए: PM
ये हमारे देश की महान धरती का तप है, उसकी पुण्यता है कि समय के साथ, समाज में आने वाली आंतरिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए समय-समय पर ऋषियों, मुनियों, संतों का मार्गदर्शन मिला।
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सैकड़ों वर्षों की गुलामी के कालखंड में अगर देश की आत्मा बची रही, तो वो ऐसे संतों की वजह से ही हुआ: PM
कुछ दलों को शांति और विकास नहीं, कलह और अशांति चाहिए
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उनको लगता है जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे
उतना राजनीतिक लाभ होगा।
सच्चाई ये है ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं
इन्हें अंदाजा नहीं कि संत कबीर, महात्मा गांधी, बाबा साहेब को मानने वाले हमारे देश का स्वभाव क्या है: PM
समाजवाद और बहुजन की बात करने वालों का सत्ता के प्रति लालच आप देख रहे हैं
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2 दिन पहले देश में आपातकाल को 43 साल हुए हैं। सत्ता का लालच ऐसा है कि आपातकाल लगाने वाले और उस समय आपातकाल का विरोध करने वाले एक साथ आ गए हैं।
ये समाज नहीं, सिर्फ अपने और अपने परिवार का हित देखते हैं: PM
जनधन योजना के तहत उत्तर प्रदेश में लगभग 5 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोलकर,
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80 लाख से ज्यादा महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर,
करीब 1.7 करोड़ गरीबों को बीमा कवच देकर,
1.25 करोड़ शौचालय बनाकर,
गरीबों को सशक्त करने का काम किया है: PM
14-15 वर्ष पहले जब पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी यहां आए थे, तब उन्होंने इस जगह के लिए एक सपना देखा था।
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उनके सपने को साकार करने के लिए,
मगहर को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र में सद्भाव-समरसता के मुख्य केंद्र के तौर पर विकसित करने का काम अब किया जा रहा है: PM