নই দিল্লীদা নেস্নেল ৱার মেমোরিয়েল লৈবাক্কী মীয়ামদা কৎথোকপা ওইনা ঙসি প্রধান মন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীনা মুৎপা নাইদ্রবা মৈরি চুখৎখি। মহাক্না মেমোরিয়েল অদুগী শরুক কয়া য়েংখি।
মমাংদা এক্স-সর্বিসমেনশিংদা ৱা ঙাংবদা মহাক্না হায়খি, লান্মী লাখ কয়াগী থৌনা অমসুং কৎথোকপনা মরম ওইদুনা ভারত লান্মী অসি মালেমদা খ্বাইদগী কনবশিংগী মরক্ত য়াওরিবনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি হায়রিবা লান্মীশিং অসিনা য়েক্নবশিং অমসুং মহৌশানা থোকহনবা অমাং-অতাশিং অহানবা ওইনা মায়োক্নরি।
হন্দক থোকখিবা পুলৱামাগী থৌদোক অদুদা থৱায় কৎখ্রবা সি আর পি এফ জৱানশিং প্রধান মন্ত্রীনা নীংশিংখি অমসুং ভারত ঙাকশেন্নবা থৱায় কৎখ্রবা অথৌবশিং অদুদা ইকায়খুম্নবা উৎখি। মহাক্না হায়খি ঙসিদি অনৌবা ভারত অসি মালেমগী থাক্ত ফিবম ফগৎলে অমসুং মসি লৈবাক অসিগী আর্মদ ফোর্সশিংনা ওইহনবনি। ঙসি নেস্নেল ৱার মেমোরিয়েল নৎত্রগা রাস্ত্রয় সমর স্মারক হাংদোকপদা মহাক্না হরাওবা ফোংদোকখি।
লান্মীশিংদা অমসুং পেন্সন ফংলবশিংদা ৱান রেঙ্ক, ৱান পেন্সন পীনবা সরকার অসিনা ৱাশকখিবা অদু কেন্দ্র সরকারনা থুংহল্লে হায়না প্রধান মন্ত্রীনা ফোংদোকখি। মহাক্না হায়খি ও আর ও পি অসিনা পেন্সন চাদা ৪০ ফাওবা হেনগৎলে অমসুং লান্মীশিংগী তোলোব চাদা ৫৫ ফাওবা হেনগৎলে।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, হৌজিক সুপর স্পিসিয়েলিতী হোস্পিতাল য়াম্না দরকার ওইরে অমসুং অসিগুম্বা সুপর স্পিসিয়েলিতি হোস্পিতাল অহুম লিংখৎলগনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, আর্মি দে, নেভী দে অমসুং এয়র ফোর্স দেদা লান্মীশিং পুক্নীং থৌগৎনবা অনৌবা থৌরাং কয়া পায়খৎলে। ২০১৭গী ওগস্ত ১৫দা গেলেন্তরি এৱার্দস পোর্তেল হাংদোক্লে। হৌজিক নুপীশিং ফাইত্তর পাইলোত ওইনবগী খুদোংচাবা লৈরে। মখোয়গী নুপা ওফিসরশিংগা চপ মান্ননা সোর্ত সর্বিস কম্মিসনগী নুপী ওফিসরশিং পর্মিনেন্ত কম্মিসন পীরে।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, ঙাকশেনগী খুৎলায় লৈবদা মপুং ফানা অহোংবা লৈরে। অরোনবা লৈতবা অমসুং খুদিংমক খুদোংবা ফংগদবা সরকারগী থৌরাং লৈরে। মেক ইন ইন্দিয়াদা সরকারনা পুক্নীং থৌগৎলি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, য়ু এন পিসকিপ্পিং মিসন ৭০গী মনুংদা ভারত লান্মীনা মিসন ৫০ শরুক য়াখি অমসুং হায়রিবা ওপরেসনশিং অসিদা লান্মী লাখ ২ রোম শরুক য়াখি। ভারত নেভীনা ২০১৬দা পাংথোকখিবা ইন্তর্নেস্নেল ফ্লিত রিভ্যুদা লৈবাক ৫০গী নেভীশিং শরুক য়াখি। চহি খুদিংগী মরুপ-মপাং ওইবা লৈবাকশিংগী লান্মীশিংগা ঐখোয়গী লান্মীনা অচৌবা জোইন্ত এক্সরসাইজ ১০ পাংথোক্লি।
মহাক্না হায়খি, ভারত লান্মীগী তৌবা ঙম্বা অমসুং ঐখোয়না মালেমগী ওইনা লৈনরিবা মরি অসিনা মরম ওইদুনা ভারত মহাসাগরদা পাইরেসীগী থবক অঙকপা ফংনা হন্থরে। ভারত লান্মীগী নোংমৈ চংদবা জেক্কেত লাখ ১.৮৬ লৈনবা মতম কয়াগী মমাংদগী তক্নদুনা লাকখি অমসুং হৌখিবা চহি মরি মখাই অসিদা কেন্দ্র সরকারনা নোংমৈ চংদবা জেক্কেত লাখ ২.৩০ লৈরে। কেন্দ্র সরকারনা ভারত লান্মী অসি অনৌবা এয়রক্রাফশিং, হেলিকোপ্তরশিং, সবমেরিনশিং, জহাজশিং অমসুং খুৎলায়শিং পীরে। মতম কয়া পন্দুনা লাক্লিবা ৱারেপশিং অসি লৈবাক্কী য়াইফনবা থবক ওইনা পাংথোকপনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, নেস্নেল ৱার মেমোরিয়েলগী মথক্ত, নেস্নেল পুলিস মেমোরিয়েলসু লিংখৎলে। সরদার পতেল, বাবাসাহেব অম্বেদকর অমসুং নেতাজী সুভাষ চন্দ্র বোস য়াওনা লৈবাক্কী লুচিংবশিং কেন্দ্র সরকারনা মশক খঙলে। লৈবাক্কী য়াইফনবা ৱাফমশিং মাংদা থমদুনা কেন্দ্র সরকারনা মখা তানা ৱারেপ কয়া লৌখিগনি।
आज मुझे बहुत संतोष है कि थोड़ी देर बाद आपका और देश का, दशकों लंबा इतंज़ार खत्म होने वाला है।
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आज़ादी के सात दशक बाद मां भारती के लिए बलिदान देने वालों की याद में निर्मित राष्ट्रीय समर स्मारक, उन्हें समर्पित किया जाने वाला है: PM
राष्ट्रीय समर स्मारक की मांग कई दशक से निरंतर हो रही थी।
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बीते दशकों में एक-दो बार प्रयास हुए लेकिन कुछ ठोस हो नहीं पाया।
आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने राष्ट्रीय समर स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण होने वाला है: PM
बहुत लंबे समय से आपकी मांग थी कि आपके लिए सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाया जाए।
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आज इस ऐतिहासिक अवसर पर मुझे आपको ये बताने का सौभाग्य मिला है कि एक नहीं बल्कि हम ऐसे तीन सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाने जा रहे हैं: PM
देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं।जिन फैसलों को नामुमकिन समझा जाता था, उन्हें मुमकिन बना रहे हैं.
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हमने रक्षा उत्पादन के पूरे ecosystem में बदलाव की शुरुआत की है। Licensing से Export प्रक्रिया तक, हम पूरे system में पारदर्शिता ला रहे हैं: PM
हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं।
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यही कारण है कि 2016 में हमारे International Fleet Review में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था।
यही कारण है कि एक के बाद एक देश हमारे साथ रक्षा सहयोग के समझौते करना चाहते हैं: PM
साल 2009 में सेना ने 1 लाख 86 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की थी।
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2009 से लेकर 2014 तक पाँच साल बीत गए, लेकिन सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं खरीदी गई।
ये हमारी ही सरकार है जिसने बीते साढ़े चार वर्षों में 2 लाख 30 हजार से ज्यादा बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदी है: PM
सेना और देश की सुरक्षा को उन लोगों ने अपनी कमाई का साधन बना लिया था।
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शायद शहीदों को याद करके उन्हें कुछ मिल नहीं सकता था, इसलिए उन्हें भुलाना ही उन्हें आसान लगा: PM
बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर तक, सारी जांच का एक ही परिवार तक पहुंचना, बहुत कुछ कह जाता है। अब यही लोग पूरी ताकत लगा रहे हैं कि भारत में राफेल विमान न आ पाए।
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अगले कुछ महीनों में जब देश का पहला राफेल, भारत के आसमान में उड़ान भरेगा, तो खुद ही इनकी सारी साजिशों को ध्वस्त कर देगा: PM
सेना के लिए अत्याधुनिक राइफलों को खरीदने और भारत में बनाने का काम भी हमारी सरकार ने ही शुरु किया है। हाल ही में सरकार ने 72 हजार आधुनिक राइफल की खरीद का ऑर्डर दिया है।
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साथ ही हमारी सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपए का एम्यूनीशन यानि गोला-बारूद और गोलियां मिशन मोड में खरीदी है: PM
आज देश को राष्ट्रीय समर स्मारक मिलने जा रहा है लेकिन राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल की भी तो यही कहानी थी।
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इस मेमोरियल को बनाने और राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य भी हमारी ही सरकार को मिला: PM
करीब ढाई दशक पहले इस स्मारक की फाइल चली थी, बीच में अटल जी की सरकार के समय बात आगे बढ़ी लेकिन उनकी सरकार के जाने के बाद स्थिति फिर जस की तस हो गई: PM
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आज देश का हर फौजी, हर नागरिक ये सवाल पूछ रहा है कि आखिर शहीदों के साथ ये बर्ताव क्यों किया गया?
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देश के लिए खुद को समर्पित करने वाले महानायकों के साथ इस तरह का अन्याय क्यों किया गया?
वो कौन सी वजहें थीं, जिसकी वजह से किसी का ध्यान शहीदों के लिए स्मारक पर नहीं गया?: PM
इंडिया फर्स्ट और फैमिली फर्स्ट का जो अंतर है, वही इसका जवाब है।
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स्कूल से लेकर अस्पताल तक, हाईवे से लेकर एयरपोर्ट तक, स्टेडियम से लेकर अवॉर्ड तक – हर जगह एक ही परिवार का नाम जुड़ा रहता था: PM
मेरा ये स्पष्ट मानना है कि मोदी महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इस देश की सभ्यता, संस्कृति और इतिहास सबसे ऊपर है।
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मोदी याद रहे न रहे, परंतु इस देश के करोड़ों लोगों के त्याग, तपस्या, समर्पण, वीरता और उनकी शौर्यगाथा अजर-अमर रहनी ही चाहिए: PM