ঙসি নিউ দিল্লিদা প্রধান মন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীনা একাদেমিক লিদরশিপ ওন এজুকেশন ফোর রিসর্জেন্স হায়বা কনফরেন্স অমদা ৱা ঙাংখ্রে।
মহাক্না হায়খি, কনাগুম্বা অমনা নৌনা শেমগৎনবা ৱাখল খল্লকপা মতমদা, অহানবা ওইনা কোক্তা খল্লকপা অসি মালেমদা ভারতকী মপাঙ্গল কল্লবা ৱাখল্লোন মশক তাকখিবা শ্বামি বিবেকানন্দনি।
প্রধান মন্ত্রীনা শ্বামি বিবেকানন্দগী মশা-মরোমদোম লেপচবা, লমচৎ-শাজৎ শেমগৎপা, মীওইবগী মগুন অমসুং মহৈ তম্বগী থবকশিং নৌহৌননা নীংশিংখি। প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, অনৌবা পুথোকপা হায়বসি ঙসিগী লাইরিক তম্বগী মরুওইবা অমনি।
ভারতকী অরিবা লাইরিক বেদগী ৱাফম পল্লদুনা প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, লৌশিং য়াউদনা ঐখোয়না ঐখোয়গী খুন্নাই, ঐখোয়গী লৈবাক, ঐখোয়গী পুন্সি শেমগৎপা ঙম্লোই। মহাক্না হায়খি, ঐখোয়গী অরিবা য়ুনিভর্সিতীশিং তক্সসিলা, নালন্দা অমসুং বিক্রমসিলানচীংবনা লৌশিংগী মথক্তা অনৌবা পুথোকপদা মরুওইনা লৌখি। প্রধান মন্ত্রীনা বাবাসাহেব ভিমরাও অম্বেদকর, দীনদয়াল উপধ্যায় অমসুং দোক্তর রাম মনোহর লোহিয়াগী লাইরিক তম্বদা লৈরিবা ৱাখল্লোনশিং নীংশিংখি।
নরেন্দ্র মোদীনা হায়খি, ঙসিদি লৈবাক অমত্তনা নৎত্রগা মীওই অমত্তা নাইতোম হিংবা ঙম্লোই।গ্লোবেল সিতিজন নৎত্রগা গ্লোবেল ভিলেজগী ৱাখল্লোন অসি মরুওই। মহাক্না হায়খি, য়ুনিভর্সিতীশিং অমসুং কোলেজশিংনা ঐখোয়না থেংনরিবা খুদোংচাদবশিং অসি কোকহন্নবা পাম্বৈ পুথোক্কদবনি। ঐখোয়না মহৈলোইশঙশিং অসি অনৌবা পুথোকপগা মরি লৈনহনগদবনি। মহৈরোইশিংনা মখোয়না ক্লাস্তগী ফংলকপা লৌশিং অদু লৈবাক অসিগী দরকার ওইবশিংগা শম্নহনগদবনি। অঙাংশিং অনৌবা পুথোকপগী থবক পুক্নিং থৌগৎনবা অতল তিংকরিং লেবশিং লিংখৎলে। রাইজ-রিভিতালাইজেসন ওফ ইনফ্রাস্ত্রকচর এন্দ সিস্তেম ইন এজুকেশন থৌরম্না মহৈ-মশিং তম্বগী মচাকশিং শেমগৎলি। অৱাংবা থাক্কী মহৈ তম্বগী মতাংদা পায়খৎলিবা থবকশিং মহাক্না পনখি।
খুন্নাই অমদা অফবা ওজা শেমগৎপগী মরুওইবা প্রধান মন্ত্রীনা পনখি। মহাক্না হায়খি, দিজিতেলগী মহৈ হৈহনবদা অমসুং হিংবদা লাইনবা সরকারগী থবকশিং মীয়ামদা খঙহনবদা অখঙ-অহৈশিং অমসুং মহৈরোইশিংনা অচৌবা থৌদাং লৌগদবনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি, নহারোলশিংনা ভারত অসি মালেমগী মশক অমা তাক্লে। স্তার্ত অপ ইন্দিয়া, স্তেন্দ অপ ইন্দিয়া অমসুং স্কিল ইন্দিয়া অসি নহারোলশিংগী হৈশিংবা শেমগৎনবা পায়খৎপনি।
ज्ञान और शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं हो सकते हैं।
— PMO India (@PMOIndia) September 29, 2018
शिक्षा का मकसद व्यक्ति के हर आयाम का संतुलित विकास करना है और संतुलित विकास Innovation के बिना संभव नहीं है।
हमारे प्राचीन तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों में ज्ञान के साथ INNOVATION पर भी ज़ोर दिया जाता था: PM
हमें एक और वास्तविकता को स्वीकार करना होगा कि आज दुनिया में कोई भी देश, समाज या व्यक्ति isolate होकर नहीं रह सकता।
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हमें ‘ग्लोबल सिटीजन और ग्लोबल विलेज’ के दर्शन पर सोचना ही होगा।
और ये दर्शन तो हमारे संस्कारों में प्राचीन काल से ही मौजूद है: PM
उच्च शिक्षा हमें
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उच्च विचार,
उच्च आचार,
उच्च संस्कार और
उच्च व्यवहार के साथ ही समाज की समस्याओं का
उच्च समाधान भी उपलब्ध करती है।
मेरा आग्रह है कि विद्यार्थियों को कालेज, यूनीविर्सिटी के क्लास रुम में तो ज्ञान दें हीं लेकिन उन्हें देश की आकांक्षाओं से भी जोड़ें: PM
इसी मार्ग पर चलते हुए केंद्र सरकार की भी यही कोशिश है कि हम हर स्तर पर देश की आवश्यकताओं में शिक्षण संस्थानों को भागीदार बनाएं।
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इसी विजन के साथ हमने अटल टिंकरिंग लैब की शुरुआत की है। इसमें स्कूली बच्चों में Innovation की प्रवृत्ति बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है: PM
हमारी सरकार शिक्षा जगत में निवेश पर भी ध्यान दे रही है।
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शिक्षा का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने के लिए RISE यानि Revitalisation of Infrastructure and Systems in Education कार्यक्रम शुरु किया गया है।
इसके जरिए वर्ष 2022 तक एक लाख करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है: PM
सरकार ने HEFA- यानि HIGHER EDUCATION FUNDING AGENCY की स्थापना भी की है जो उच्च शिक्षण संस्थाओं के गठन में आर्थिक सहायता मुहैया कराएगी।
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सरकार ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान का बजट भी बढ़ाने का निर्णय लिया है: PM
हमने IIM जैसे संस्थानों को स्वायत्ता देकर इसकी शुरुआत कर दी है।
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अब IIM को अपने कोर्स करिकुलम, टीचर अपाइंटमेंट, बोर्ड मेंबर अपाइंटमेंट, एक्सपेंशन, खुद तय करने की शक्ति मिल गई है।
सरकार की इनमें अब कोई भूमिका नहीं होगी। भारत में उच्च शिक्षा से जुड़ा ये एक अभूतपूर्व फैसला है: PM
हाल ही में UGC ने ग्रेडेड एटॉनॉमी रेग्यूलेशंस भी जारी किए हैं।
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इसका उद्देश्य शिक्षा के स्तर को सुधारना तो है ही, इससे उन्हें सर्वश्रेष्ठ बनने में भी मदद मिलेगी।
इस रेग्यूलेशन की वजह से देश में 60 Higher Education Institutes और Universities को ग्रेडेड अटॉनॉमी मिली है: PM
मेरी कोशिश रहती है कि जहां कहीं भी मैं कॉन्वोकेशन में जाऊं, तो वहां पर 40-50 गरीब बच्चों को भी उस कार्यक्रम में बुलाया जाए।
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ये बच्चे आते हैं, देखते हैं कि कैसे बड़े भैया,बड़ी दीदी डिग्रियां लेकर खुश हो रहे हैं, उनका सम्मान किया जा रहा है, तो उन्हें भी प्रेरणा मिलती है: PM