ঙসি প্রধান মন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীনা সেন্তর ফোর ফোর্থ ইন্দস্ত্রিয়েল রিভোলুসন হৌদোকপগী থৌরমদা শরুক য়াখ্রে অমসুং মহাক্কী ৱারোল পীখ্রে।
মহাক্না হায়খি, “ইন্দস্ত্রি ৪.০”না তশেংনা হৌজিক্কী অমসুং তুংগী মীওইবগী পুন্সি হোংহনবা ঙমগনি। সন ফ্রান্সিস্কো, তোকিয়ো অমসুং বৈজিংগী মতুংদা মালেমদা মরিশুবা ওইনা হাংদোক্লিবা সেন্তর অসিনা তুংগী খুদোংচাবা কয়াগী থোং হাংদোক্লগনি।
মহাক্না হায়খি, আর্তিফিসিয়েল ইন্তিলিজেন্স, মেছিন লারনিং, ইন্তর্নেত ওফ থিংস, ব্লোগচেন অমসুং বিগ দেতা য়াউনা নৌনা থৌরক্লিবা হিরমশিং অসিনা ভারত অসি চাউখৎপগী অৱাংবা থাক অমদা পুখৎপা ঙমগনি অমসুং লৈবাক অসিগী মীয়ামগী পুন্সি মহিং ফগৎহনগনি। মসি ভারতকী উদোক্কী অওনবা অমা ওইবতা নত্তনা খুন্নাইগী ওইবা অওনবা অমসুনি। ইন্দস্ত্রি ৪.০না ভারত্তা মনিং হল্লক্লোইদবা অওনবা পুরকপা ঙমগনি। মসিনা ভারত্তা থবক তৌনবা দরকার ওইবা খোঙজেল অমসুং পাকচাউবা অদু পুরকপদা মতেং ওইগনি।
প্রধান মন্ত্রীনা মতৌ করম্না দিজিতেল ইন্দিয়ানা ভারতকী খুঙ্গংশিংদা দেতা ফংহনবগে হায়বা প্রধান মন্ত্রীনা পনখি। হৌখিবা মতম খর অসিদা মতৌ করম্না তেলি-দেন্সিতী, ইন্তর্নেত কবরেজ অমসুং মোবাইল ইন্তর্নেত শীজিন্নবা হেনগৎলকখিবগে হায়বা মহাক্না শন্দোক্না তাকখি। ভারত্তা কম্মন সর্বিস সেন্তর মশিং য়াম্না হেনগৎলক্লিবা অসি মহাক্না পনখি। মহাক্না হায়খি, ভারত অসি মালেমদা মোবাইল দেতা খ্বাইদগী য়াম্না শীজিন্নবা লৈবাক অমনি অমসুং লৈবাক অসিনা খ্বাইদগী হোংবা মমলদা দেতা ফংলি। মসিগী মতাংদা মহাক্না ভারতকী দিজিতেলগী মচাক-মথুমশিং আধার, য়ু পি আই, ই-নাম অমসুং জি ই এমগী মতাংদা পনখি। মহাক্না হায়খি, থা খরগী মমাংদা আর্তিফিসিয়েল ইন্তিলিজেন্সগী মতাংদা রিসর্স তৌনবা মচাক-মথুম শেমগৎনবা লৈবাক্কী ওইবা থৌরাং অমা পায়খৎলে। ইন্দস্ত্রি ৪.০ অমসুং আর্তিফিসিয়েল ইন্তিলিজেন্সনা অনা-লায়েংগী থবক্তা কান্নগনি অমসুং হকশেলগী খরচ হন্থহনগনি। মহাক্না হায়খি, মসিনা লৌমীশিংগী মতেং পাংগনি অমসুং লৌউ-শিংউগী লমদা অচৌবা মতেং ওইগনি। ত্রান্সপোর্ত, স্মার্ত মোবিলিতীদা অচৌবা থৌদাং লৌগনি। হায়রিবা হীরমশিং অসিদা ভারতগী খুমাং চাউশিনবা অসিনা “ভারতকী পান্দম ফংবা, মালেমগী পান্দম ফংগনি ‘হায়বা অদু ঐখোয়না ফংবা ঙমগনি।
ভারতনা মরিশুবা উদ্যোক্কী অওনবা অসিগী খুদোংচাবা লৌবা ঙমগনি হায়না প্রধান মন্ত্রীনা থাজবা ফোঙদোকখি। মসিনা ভারতনা অচৌবা মতেং পাংগনি। সরকারনা পায়খৎলিবা স্কিল ইন্দিয়া মিসন, স্তার্ত অপ ইন্দিয়া অমসুং অতল ইন্নোবেসন মিসন অসিনা অনৌবা অমসুং নৌনা শীজিন্নবা হৌরক্লিবা তেক্লোলোজীশিংগীদমক ঐখোয়গী নহারোলশিং শেম-শাগনি।
अलग-अलग technologies के बीच सामंजस्य-समन्वय Fourth Industrial Revolution का आधार बन रहा है।
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ऐसी परिस्थितियों में सैन फ्रांसिस्को, टोक्यो और बीजिंग के बाद अब भारत में इस महत्वपूर्ण सेंटर का खुलना, भविष्य की असीम संभावनाओं के द्वार खोलता है: PM
Artificial Intelligence, Machine Learning, Internet of Things, Blockchain, Big Data और ऐसी तमाम नई तकनीकों में भारत के विकास को नई ऊँचाई पर ले जाने, रोजगार के लाखों नए अवसर बनाने और देश के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने की क्षमता है: PM
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भारत इसे सिर्फ इंडस्ट्री में परिवर्तन के तौर पर नहीं, बल्कि इसे सामाजिक परिवर्तन के आधार के तौर पर देख रहा है।
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Industry एक Process है, Technology एक Tool है, लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य, समाज की आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति के जीवन को आसान बनाना है, उसमें बदलाव लाना है: PM
2014 से पहले देश की 59 पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं, आज 1 लाख से ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंच चुका है।
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2014 में देश में 83,000 CSC थे, आज 3 लाख CSC काम कर रहे हैं
देश के ग्रामीण इलाकों में सरकार 32,000 से ज्यादा Wi-Fi Hot Spots मुहैया कराने पर काम कर रही है: PM
मुंबई में @wef का ये नया सेंटर इस कड़ी को और मजबूत करने का काम करेगा।
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ये सेंटर सबका साथ-सबका विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के लिए प्रेरक और पूरक की तरह काम करेगा।
ये सेंटर नई-नई उभरती Technologies के इर्द-गिर्द सरकार की नीतियों को डिजाइन करने में भी मदद करेगा: PM
इन सभी प्रमुख विषयों में, अलग-अलग स्तर पर भारत में काम शुरू हो चुका है।
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इन कार्यों में ‘Solve for India, Solve for the World’ का लक्ष्य भी समाहित है।
हम ‘Local Solution से Global Application’ की तरफ भी बढ़ रहे हैं।
इसमें टेक्नोलॉजी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है: PM
जब पहली औद्योगिक क्रांति हुई, तो भारत गुलाम था।
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जब दूसरी औद्योगिक क्रांति हुई, तो भी भारत गुलाम था।
जब तीसरी औद्योगिक क्रांति हुई, तो भारत स्वतंत्रता के बाद मिली चुनौतियों से ही निपटने में संघर्ष कर रहा था।
लेकिन अब 21वीं सदी का भारत बदल चुका है।
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मैं मानता हूं कि चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत का योगदान, पूरे विश्व को चौंकाने वाला होगा।
अभूतपूर्व, अप्रत्याशित, अकल्पनीय योगदान: PM
हमारी विविधता, हमारा demographic potential, fast-growing market size और digital infrastructure, भारत को research और implementation का global hub बनाने की क्षमता रखता है।
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भारत में होने वाले innovations का लाभ पूरी दुनिया को मिलेगा, पूरी मानवता को मिलेगा: PM
कुछ लोग चिंता करते हैं कि टेक्नोलॉजी का ये उत्थान, रोजगार कम कर देगा।
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लेकिन सच्चाई ये है कि मानव जीवन की जिन वास्तविकताओं को हमने आज तक छुवा तक नहीं है, उसके द्वार अब ‘इंडस्ट्री 4.0’ द्वारा खुलेंगे।
ये Nature of Job को काफी हद तक बदल देगा: PM
इस वास्तविकता को समझते हुए ही भारत सरकार स्किल इंडिया मिशन, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन जैसे कार्यक्रम चला रही है।
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हमारे देश का युवा बदलती हुई तकनीकों के लिए तैयार हो सके, उस पर पहले से काम किया जा रहा है: PM