প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী, ঙসি, উত্তর প্রদেশকী বরানাসীদা চৎখ্রে। মহাক্না উত্তর প্রদেশকী বরানাসীদা লৈরিবা জনগামৱাদি মথতা জগদগুরু বিশ্বারাধ্য গুরুকুলগী সেন্তিনরী সেলেব্রেসনগী লোইশিনবগী থৌরমদা শরুক য়াখি।
থৌরম অদুদা প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা লোন ১৯দা ‘শ্রী সিদ্ধান্ত শিখামনি গ্রন্থ’কী ত্রান্সলেতেদ বর্জনসু রিলিজ তৌখি। মহাক্না ‘শ্রী সিদ্ধান্ত শিখামনি গ্রন্থ’কী মোবাইল এপ্লিকেসনসু হৌদোকখি। মীয়াম তিনখিবদা ৱা ঙাংলদুনা প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি অনৌবা দিকেদ হৌরকপা অসিদা সেন্তিনরী সেলেব্রেসন পাংথোকপা অসি মতা চানরুবা অমনি অমদি দিকেদ অসিনা মালেমদা ২১শুবা চহীচাদা ভারতকী থৌদাং অমুক হন্না ইস্তাব্লিস তৌরগনি।
মোবাইল এপ্লিকেসনগী থোংদা শ্রী সিদ্ধান্ত শিখামনি গ্রন্থ দিজিতেলাইজ তৌবনা নহা ওইরিবা জেনরেসনগা লোয়ননা লৈনরিবা মদুগী মরীশিংবু হেন্না চেৎশিলহল্লগনি অমদি মখোয়গী পুন্সিবু ইন্সপায়রসু তৌরগনি। মোবাই এপ্লিকেসন অসিগী থোংদা গ্রন্থকা মরী লৈনবা তোপিকশিংদা চহীগী ওইবা ক্ব্যুইজ কম্পিতিসন অমা পাংথোক্নবসু মহাক্না সজেস্ত তৌখি। মহাক্না হায়খি মদুদি লোন ১৯গা গ্রন্থ অসি অনুবাদ তৌবনা মসিবু মীয়াম প্রজা পাক শন্না য়ৌহনবদা মতেং ওইরগনি।
প্রধান মন্ত্রীনা হাখি, “নাগরিক অমা ওইনা ঐখোয়না লমজিংবনা ভারতকী তুংলমচৎ চপ চানা লেপ্লগনি, অনৌবা ভারত অমগী মায়কৈ লেপ্লগনি।” মহাক্না হায়খি মদুদি লাইনিংবশিংনা উৎপীরিবা লম্বীদা চৎতুনা, ঐখোয়না ঐখোয়গী পুন্সিগী এস্পিরেসন মপুং ফাহল্লগনি অমসুং নেস্নেল বিলদিংদা মপুংফানা তেংবাং পীবা মখা চত্থরগনি।
মহাক্না লু নানবগী মতাংদা এৱারনেস পাংথোকপা অমসুং স্বচ্ছতা মিসনবু লৈবাক্কী কাচিন কোয়া খুদিংদা য়ৌহনবদা মীয়াম্না লৌখিবা থৌদাং অদু থাগৎপা ফোংদোকখি। মেদ ইন ইন্দিয়া প্রদক্তশিং শিজিন্ননবা মহাক্না মখোয়দা তকশিনখি। জল জীবন মিসনবু মায় পাকহন্নবদা শরুক য়ানবসু মহাক্না মীপুম খুদিংমক্তা হায়খি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি গঙ্গা তুরেল শেংদোকপদা খুমাং চাউশিল্লে। মহাক্না হায়খি মদুদি মসি মীয়াম্না শরু য়াবনা মরম ওইদুনা ফংবা ঙম্লিবনি। নমামি গঙ্গে প্রোগ্রামগী মখাদা লুপা কোতি ৭০০০কী মমল ওইবা প্রোজেক্তশিং মপুং ফানা লোইশিনখ্রে, অদুগা লুপা কোতি ২১০০০গী মমল ওইবা প্রজেক্তশিংদা থবক চত্থরি হায়না মহাক্না হায়খি।
প্রধান মন্ত্রীনা হায়খি মদুদি সরকারনা হন্দক্তা রাম মন্দির শানবগীদমক ‘শ্রী রাম জন্মভুমী তির্থ ক্ষেত্র’ ত্রস্ত শেম্নবা লাউথোকখ্রে। ত্রস্ত অসিনা অয়োধ্যাদা শ্রী রাম মন্দির শাবা য়েংশিনগনি। মহাক্না হায়খি মদুদি সরকারনা ত্রস্ততা একর ৬৭কী লম ত্রান্সফর তৌনবসু ৱারেপ লৌরে।
संस्कृत और संस्कृति की संगम स्थली में आप सभी के बीच आना मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। बाबा विश्वनाथ के सानिध्य में, मां गंगा के आंचल में, संतवाणी का साक्षी बनने का अवसर कम ही मिल पाता है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
तुलसीदास जी कहा करते थे- ‘संत समागम हरि कथा तुलसी दुर्लभ दोउ’। इस भूमि की यही विशेषता है। ऐसे में वीरशैव जैसी संत परंपरा को युवा पीढ़ी तक पहुंचा रहे जगद्गुरु विश्वराध्य गुरुकुल के शताब्दी वर्ष का समापन एक गौरवशाली क्षण है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
भारत में राष्ट्र का ये मतलब कभी नहीं रहा कि किसने कहाँ जीत हासिल की, किसकी कहाँ हार हुई! हमारे यहाँ राष्ट्र सत्ता से नहीं, संस्कृति और संस्कारों से सृजित हुआ है, यहां रहने वालों के सामर्थ्य से बना है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
भक्ति से मुक्ति का मार्ग दिखाने वाले इस दर्शन को भावी पीढ़ी तक पहुंचना चाहिए। एक App के माध्यम से इस पवित्र ज्ञानग्रंथ का डिजिटलीकरण युवा पीढ़ी के जुड़ाव को और बल देगा, उनके जीवन की प्रेरणा बनेगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
संस्कृत भाषा और दूसरी भारतीय भाषाओं को ज्ञान का माध्यम बनाते हुए, टेक्नॉलॉजी का समावेश आप कर रहे हैं, वो भी अद्भुत है। सरकार का भी यही प्रयास है कि संस्कृत सहित सभी भारतीय भाषाओं का विस्तार हो, युवा पीढ़ी को इसका लाभ हो: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
देश सिर्फ सरकार से नहीं बनता बल्कि एक-एक नागरिक के संस्कार से बनता है। नागरिक के संस्कार को उसकी कर्तव्य भावना श्रेष्ठ बनाती है। एक नागरिक के रूप में हमारा आचरण ही भारत के भविष्य को तय करेगा, नए भारत की दिशा तय करेगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
मठों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, संतों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, हमें अपने जीवन के संकल्प पूरे करने हैं और राष्ट्र निर्माण में भी अपना पूरा सहयोग करते चलना है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
बीते 5-6 वर्षों में अगर गंगाजल में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिल रहा है तो इसके पीछे भी जनभागीदारी का बहुत महत्व है।
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
मां गंगा के प्रति आस्था और दायित्व का भाव आज अभूतपूर्व स्तर पर है: PM @narendramodi
नमामि गंगे अभियान के तहत 7 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स पर काम पूरा हो चुका है। 21 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट्स पर कार्य प्रगति पर है।
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
जिन प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है उनको भी हम तेज़ी से पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं: PM @narendramodi
कुछ दिन पहले ही सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट- ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन करने की भी घोषणा की है।
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर, भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का काम देखेगा और सारे निर्णय लेगा: PM @narendramodi
अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ा एक और बड़ा फैसला सरकार ने किया है।
— PMO India (@PMOIndia) February 16, 2020
अयोध्या कानून के तहत जो 67 एकड़ जमीन अधिगृहित की गई थी, वो भी पूरी की पूरी, नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को ट्रांसफर कर दी जाएगी: PM @narendramodi