ভারত অমসুং য়ু এ ইগী মরক্তা সরকারগী ওইবা এম ও য়ু মঙাদা খুয়েক পীনখ্রে। খুয়েক পীনবা অসি প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী অমসুং য়ু  এই আর্ম ফোর্সেসকী দিপ্যুতী সুপ্রিম কমান্দর অমসুং অবু ধাবীগী ক্রাউন প্রিন্স হিজ হাইনেস মোহম্মদ বিন জায়েদ অল নহয়ানগী মমাংদা রাষ্ট্রপতিগী লৈফমদা ফেব্রুৱারী ১০দা পাংথোকখি। খুয়েক পীনখিবা অমসুং লান্থোক্নখিবা এম ও য়ুশিং অদু ইনর্জী, রেলৱেজ, মেনপাৱর অমসুং ফাইনান্সিয়েল সর্বিসশিংগী লমদনি।

ইন্দিয়ন কন্সোর্তিয়ম (ও ভি এল, বি পি আর এল অমসুং আই ও সি এল) অমসুং এদনোক্কী মরক্তা ওফশোর লোৱর জাকুম কন্সেসন্দা ১০% ফংননবা এম ও য়ু অমদা খুয়েক পীনখি। কন্সেসন অসি ২০১৮দগী ২০৫৭ ফাওবগী চহি ৪০গী ওইগনি, শরুক য়ামিন্নরিবা ইন্তরেস্তকী ৬০% এদনোক্না পাইগনি অমসুং লেমহৌরিবা ৩০%না মালেমগী ওইল কম্পনীশিংদা য়েন্থোক্কনি। মসি য়ুনাইতেদ আরব ইমিরেৎসকী অপ্সত্রীম ওইল সেক্তরদা তৌবা ভারতকী অহানবা ইনভেস্তমেন্তনি, মসিনা ত্রেদিনেস্নেল ওইরবা বায়র-সেলরগী মরি অসিবু তুং কোইগদবা ইনভেস্তরগী মরিদা হোংদোক্লি।

মেনপাৱরগী লমদা তেংবাং পীননবগীদমক ভারত সরকার অমসুং য়ু এ ইগী সরকারগী মরক্তা খুয়েক পীনরিবা এম ও য়ু অসিগী পান্দমদি য়ু এ ইদা থবক তৌরিবা ভারতকী শিন্মীশিংগী কন্ত্রেকচুএল ইম্প্লোইমেন্ত অসি ইন্সতিত্যুস্নেলাইজ তৌহনবনি। এম ও য়ু অসিগী মখাদা নাকল অনিমক্না লৈরিবা মেলপ্রেক্তিসশিং, কোম্বেত ত্রাফিকিং লোইশিন্নবা মখোয়গী লেবরগা মরি লৈনবা ই-প্লেৎফোর্মশিং পুন্সিন্নবগীদমক থবক তৌমিন্নগনি অমসুং কন্ত্রেকচুএল ৱার্করশিংগীদমক্তা মহৈ-মশিং অমসুং খঙহন-হৈহন্নবগীদমক্তা অপুনবা থৌরমশিং পাইখৎকনি। 

রেল সেক্তরদা তেক্নিকেলগী ওইবা তেংবাং পীননবা এম ও য়ু অমসু ভারতকী রেলমেজ মন্ত্রালয় অমসুং য়ু এ ইগী ফেদরেল ত্রান্সপোর্ত ওথোরিতী – লেন্দ & মেরীতাইমগী মরক্তা খুয়েক পীনখি। এম ও য়ু অসিগী পান্দম অসি ইনফ্রাস্ত্রকচরগী লমদা মরু ওইনা রেলৱেজদা তেংবাং পীনবনি। এম ও য়ু অসিনা অপুনবা প্রোজেক্তশিং, লৌশিং শরুক য়ামিন্নবা, পুন্না থিজিনমিন্নবা অমসুং তেক্নোলোজী পীথোক পীশিন তৌনবগী লমদা চাওখৎপা পুরক্কনি। এম ও য়ু অসিদা কোওপরেসন মেকানিজম্বু ইন্সতিত্যুস্নেলাইজিং ওইহন্নবা অপুনবা ৱার্কিং গ্রুপ অমা শেম্নবসু খন্নরি।

শেন-থুমগী লমদা থম্নরিবা লৈবাক অনিগী ওইবা মরি অসিবু হেন্না চেৎশিনহন্নবা এম ও য়ু অমা বোম্বে স্তোক এক্সচেঞ্জ (বি এস ই) অমসুং অবু ধাবী এক্সচেঞ্জ (এ দি এক্স)কী মরক্তা খুয়েক পীনখ্রে অমসুং লান্থোকনখ্রে। মসিগী পান্দম ফাইনান্সিএল সর্বিসেস ইন্দস্ত্রীদা লৈবাক অনিগী মরক্তা তেংবাং পীনবা হেনগৎনবনি। এম ও য়ু অসিদা ই-পাউ পীথোক-পীশিন তৌনবা, অখঙ-অহৈশিং পীথোক-পীশিন তৌনবা অমসুং নাকল অনিগী কান্ননবগীদমক ত্রেনিং পাংথোক্নবগী পান্দমসু থম্লি। এম ও য়ু অসিনা লৈবাক অনি অসিগী ইনভেস্তরশিংদা ফাইনান্সিয়েল মার্কেৎশিংদা ইনভেস্তমেন্ত তৌবগী খুদোংচাবা ফংহনগনি। জম্মু অমসুং কশ্মীর সরকার অমসুং দি পি ৱর্ল্দগী মরক্তা জম্মুদা ৱেরহাউস অমসুং অখন্নবা স্তোরেজ সোলুসনশিং য়াওবা মল্তি-মোদেল লোজিস্তিক্স পার্ক অমসুং হব শানবা এম ও য়ু অমসু খুয়েক পীনখি।

 

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !