Quoteভারত্তা অহানবা ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিং পায়খৎনবা স্কিম অসিনা পান্দম থম্লি

লুপা করোর ৭৪৫৩গী অপুনবা শেনফম অমা কাইথোক্তুনা ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিং পায়খৎনবা ভাইএবিলিতি গেপ ফন্দিং(ভি জি এফ) স্কিম, ঙসি প্রধান মন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা লুচিংবা কেন্দ্রগী মন্ত্রীমন্দলনা অয়াবা পীরে। কাইথোক্লিবা শেনফম অসিগী মনুংদা গিগাৱাত ১গী ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিং( গুজরাত অমসুং তামিল নাদুগী সমুদ্র মপান্দা মেগাৱাত ৫০০গী অমমম) পানখৎনবা অমসুং থবক হৌনবা লুপা করোর ৬৮৫৩ অমসুং ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিংগী পোৎ-চৈ পুথোক-পুশিনগী দরকার ওইশিং ফংহন্নবা হিথাংফম অনি ফগৎহন্নবা লুপা করোর ৬০০গী গ্রান্ত য়াওরি।

ভারতকী এক্সক্লুসিপ ইকোনোমিক জোন মনুংদা লৈরিবা য়াম্লবা নুংশিত্তগী মৈ পুথোক্নবগী খুদোংচাবশিং লৌনবা পান্দমদা ২০১৫ দা নোতিস থোকখিবা ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি পোলিসি থবক ওইনা পায়খৎনবা মাইকৈদা ভি.জি.এফ স্কিম অসি হৌদোকপনি। ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিংদগী মৈ পুথোকপদা চঙবা শেনফম হন্থহনবা অমসুং মৈ অদু দিসকোমশিংনা লৈবা ঙম্নবা ভি.জি.এফনা মতেং পাংগনি। অরোন-অথুপ লৈতাবা বিদ্দিং প্রোসেস অমগী খুৎথাংদা খল্লবা লনাই কাংবুনা প্রোজেকশিং অসি পায়খৎকদবনি। সমুদ্র মপানগী ইনফ্রাস্ত্রকচরশিং অসি পৱার গ্রিদ কোর্পোরেসন ওফ ইন্দিয়া লিমিতেদনা শাগনি। নিউ অমসুং রিনিউএবল ইনর্জি মিনিস্ত্রিনা নোদেল মিনিস্ত্রি ওইনা, স্কিম অসি মাইপাক্না পায়খৎনবা তোঙান-তোঙানবা মিনিস্ত্রিশিং/দিপার্তমেন্তশিংগা পুন্না থবক তৌমিন্নগনি।

ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিং শাগৎনবা অমসুং মসি থবক পাংথোক্নবা অরুম্বা অমসুং অচৌবা খুৎলায় কয়া থম্বা অমসুং পুথোক-পুশিন তৌনবা অখন্নবা হিথাংফমগী ইনফ্রাস্ত্রকচর দরকার ওই। স্কিম অসিগী মখাদা, ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি প্রোজেকশিংগী দরকার ওইবশিং ফংহনবা ঙম্নবা পোর্তস, সিপ্পিং অমসুং ৱাতরৱেজ মিনিস্ত্রিনা লৈবাক অসিদা হিথাংফম অনি মতেং পাংগনি।

সমুদ্র মপানগী নুংশিৎ অসি রিনিউএবল ইনর্জিগী হৌরকফম অমনি অমসুং মসিনা কংফালগী ৱিন্দ অমসুং সোলার প্রোজেকশিংদগী কান্নবা হেন্না লৈরি। মসিনা হেন্না মতিক চাবা, মৈ তুংশিন্দুনা থম্নবগী মফম হন্থহনবা অমসুং থবক ফংহনবগী খুদোংচাবা য়াবা লৈরি। শেন থাদনবা মীওই লাকহন্দুনা, লৈবাক মনুংগী মেনুফেকচরিংগী তৌবা ঙম্বা হেনগৎহন্দুনা, ভেলু চেন শীনবা থুংনা থবক পীনবা খুদোংচাবা পীদুনা অমসুং লৈবাক অসিদা ওফসোর ৱিন্দগী তেক্নোলোজি পুথোক্তুনা ওফসোর ৱিন্দনা খুদোংচাবশিং হেন্না পীরি। মসিনা ভারতকী ইনর্জিগী লমদা অওনবা পুরক্নবা পান্দমশিং ফংহনবদা মতেং পাংগনি।

১ গিগাৱাত ওফসোর ৱিন্দ প্রোজেকশিং থবক তৌরকপা মতমদা চহিদা রিনিউএবল ইলেক্ত্রিসিতি য়ুনিত বিল্লিয়ন ৩.৭২ রোম পুথোক্কনি, মসিনা চহি ২৫ চহি অমদা কার্বোনদাইওক্সাইদ তন মিল্লিয়ন ২.৯৮ থাদোকপা হন্থহনগনি। মখা তানা, স্কিম অসিনা ভারত্তা ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি পুথোকপা হৌবা খক নত্তনা লৈবাক অসিগী সমুদ্রদা য়ু্ম্ফম ওইবা শেন্মিৎলোনগী থবকশিংদা মতেং পাংনবা দরকার ওইবা ফিবম অমা শেমগৎপা ঙমহনগনি। পায়খৎকদৌরিবা থবক অসিনা লুপা করোর ৪,৫০,০০০ রোম থাদুনা গিগাৱাত ৩৭গী ওফসোর ৱিন্দ ইনর্জি পুথোক্নবা থবক্তা মতেং পাংগনি।

 

  • Vivek Kumar Gupta September 02, 2024

    नमो ..🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta September 02, 2024

    नमो ...........🙏🙏🙏🙏🙏
  • Aseem Goel August 26, 2024

    🙏🙏🙏
  • Rajpal Singh August 10, 2024

    🙏🏻🙏🏻
  • Subhash Sudha August 06, 2024

    bjp
  • Vimlesh Mishra July 20, 2024

    jai mata di jai shree ram
  • Rakesh dangayach July 13, 2024

    स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस का शासन में होना देश रसातल में चला गया भारत पहले भी मजबूत था लेकिन कांग्रेस की मंशा देश कमाए और हम लूटे देशहित में कोई मनसा नहीं होना जिसके परिणाम स्वरूप भारत की अर्थव्यवस्था किन्ही नीव कमजोर होती चली गई अगर उस समय नियत और नीति होती तो आज भारत की अर्थव्यवस्था अन्य देशों के मुकाबले कितनी अपर होती जब विगत 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी का जब संकल्प था जानते थे भारत जब कमजोर स्थिति में हो तब की नहीं अर्थव्यवस्था को सुधार तो पहले भारत को आत्मनिर्भर बनाया जाए किन्हीं टेक्निकल के माध्यम से भारत विदेशो के समकेक्ष मुकाबला जिसमें हम सफल हुए हैं जिसके कारण व्यापारिक क्षेत्र में हम सफल हो रहे हैं तब विदेशी कंपनियां भी भारत में निवेश कर रही हो तब विदेशी मुद्रा भंडार भी हमारा बढ़ रहा है सैनय रक्षा क्षेत्र स्वास्थ्य क्षेत्र अन्य क्षेत्रों में जब हम आत्मनिर्भर होकर उत्पादन कर रहे हैं तब निर्यात के क्षेत्र में भी हम अपेक्षित सफलता हासिल कि ह जिसके कारण भारत का रुपए का अवमूल्यन रुका ह जिसके कारण भारतीय मुद्रा की सभी विदेशी देशों में मांग बनी हुई है जबकि नहीं प्रोत्साहन में भारत इंजीनियरिंग क्षेत्र में जब कोई सोच हो तो हमारे सभी टेक्निकल आज विदेशी टेक्निकल के मुकाबले ज्यादा समझ रखते हैं जब विदेशी मुद्रा भंडार भारत के पास पर्याप्त भंडार जब इन सबको देखते हुए निर्यात संवर्धन पर ध्यान हो तब हम कह सकते हैं की 2047 से पहले भारत विकसित राष्ट्र बनेगा और 2060 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी राकेश Dangayach https://www.business-standard.com/economy/news/india-has-potential-to-become-second-largest-economy-by-2031-rbi-dg-patra-124071201019_1.html
  • Dr Swapna Verma July 11, 2024

    bjp
  • Pradhuman Singh Tomar July 09, 2024

    BJP 281
  • Mohd Husain July 04, 2024

    Mod
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Explained: How PM Narendra Modi's Khelo India Games programme serve as launchpad of Indian sporting future

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The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM Modi at Khelo India Youth Games
May 04, 2025
QuoteBest wishes to the athletes participating in the Khelo India Youth Games being held in Bihar, May this platform bring out your best: PM
QuoteToday India is making efforts to bring Olympics in our country in the year 2036: PM
QuoteThe government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM
QuoteThe sports budget has been increased more than three times in the last decade, this year the sports budget is about Rs 4,000 crores: PM
QuoteWe have made sports a part of mainstream education in the new National Education Policy with the aim of producing good sportspersons & sports professionals in the country: PM

बिहार के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनसुख भाई, बहन रक्षा खड़से, श्रीमान राम नाथ ठाकुर जी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, उपस्थित अन्य महानुभाव, सभी खिलाड़ी, कोच, अन्य स्टाफ और मेरे प्यारे युवा साथियों!

देश के कोना-कोना से आइल,, एक से बढ़ के एक, एक से नीमन एक, रउआ खिलाड़ी लोगन के हम अभिनंदन करत बानी।

साथियों,

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के कई शहरों में प्रतियोगिताएं होंगी। पटना से राजगीर, गया से भागलपुर और बेगूसराय तक, आने वाले कुछ दिनों में छह हज़ार से अधिक युवा एथलीट, छह हजार से ज्यादा सपनों औऱ संकल्पों के साथ बिहार की इस पवित्र धरती पर परचम लहराएंगे। मैं सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। भारत में स्पोर्ट्स अब एक कल्चर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। और जितना ज्यादा भारत में स्पोर्टिंग कल्चर बढ़ेगा, उतना ही भारत की सॉफ्ट पावर भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस दिशा में, देश के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बना है।

साथियों,

किसी भी खिलाड़ी को अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, खुद को लगातार कसौटी पर कसने के लिए, ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना, ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा, ये बहुत जरूरी होता है। NDA सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज खेलो इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया यूथ गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया विंटर गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया पैरा गेम्स होते हैं, यानी साल भर, अलग-अलग लेवल पर, पूरे देश के स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर लगातार स्पर्धाएं होती रहती हैं। इससे हमारे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, उनका टैलेंट निखरकर सामने आता है। मैं आपको क्रिकेट की दुनिया से एक उदाहरण देता हूं। अभी हमने IPL में बिहार के ही बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा। इतनी कम आयु में वैभव ने इतना जबरदस्त रिकॉर्ड बना दिया। वैभव के इस अच्छे खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, उनके टैलेंट को सामने लाने में, अलग-अलग लेवल पर ज्यादा से ज्यादा मैचों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। यानी, जो जितना खेलेगा, वो उतना खिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान आप सभी एथलीट्स को नेशनल लेवल के खेल की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा, आप बहुत कुछ सीख सकेंगे।

साथियों,

ओलंपिक्स कभी भारत में आयोजित हों, ये हर भारतीय का सपना रहा है। आज भारत प्रयास कर रहा है, कि साल 2036 में ओलंपिक्स हमारे देश में हों। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत का दबदबा बढ़ाने के लिए, स्पोर्टिंग टैलेंट की स्कूल लेवल पर ही पहचान करने के लिए, सरकार स्कूल के स्तर पर एथलीट्स को खोजकर उन्हें ट्रेन कर रही है। खेलो इंडिया से लेकर TOPS स्कीम तक, एक पूरा इकोसिस्टम, इसके लिए विकसित किया गया है। आज बिहार सहित, पूरे देश के हजारों एथलीट्स इसका लाभ उठा रहे हैं। सरकार का फोकस इस बात पर भी है कि हमारे खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा नए स्पोर्ट्स खेलने का मौका मिले। इसलिए ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और यहां तक की योगासन को शामिल किया गया है। हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने कई नए खेलों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। वुशु, सेपाक-टकरा, पन्चक-सीलाट, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे खेलों में भी अब भारतीय खिलाड़ी आगे आ रहे हैं। साल 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टीम ने लॉन बॉल्स में मेडल जीतकर तो सबका ध्यान आकर्षित किया था।

साथियों,

सरकार का जोर, भारत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर भी है। बीते दशक में खेल के बजट में तीन गुणा से अधिक की वृद्धि की गई है। इस वर्ष स्पोर्ट्स का बजट करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए है। इस बजट का बहुत बड़ा हिस्सा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो रहा है। आज देश में एक हज़ार से अधिक खेलो इंडिया सेंटर्स चल रहे हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक हमारे बिहार में ही हैं। बिहार को तो, NDA के डबल इंजन का भी फायदा हो रहा है। यहां बिहार सरकार, अनेक योजनाओं को अपने स्तर पर विस्तार दे रही है। राजगीर में खेलो इंडिया State centre of excellence की स्थापना की गई है। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राज्य खेल अकादमी जैसे संस्थान भी बिहार को मिले हैं। पटना-गया हाईवे पर स्पोर्टस सिटी का निर्माण हो रहा है। बिहार के गांवों में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स- नेशनल स्पोर्ट्स मैप पर बिहार की उपस्थिति को और मज़बूत करने में मदद करेंगे। 

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साथियों,

स्पोर्ट्स की दुनिया और स्पोर्ट्स से जुड़ी इकॉनॉमी सिर्फ फील्ड तक सीमित नहीं है। आज ये नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार को भी नए अवसर दे रहा है। इसमें फिजियोथेरेपी है, डेटा एनालिटिक्स है, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, ब्रॉडकास्टिंग, ई-स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट, ऐसे कई सब-सेक्टर्स हैं। और खासकर तो हमारे युवा, कोच, फिटनेस ट्रेनर, रिक्रूटमेंट एजेंट, इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स लॉयर, स्पोर्ट्स मीडिया एक्सपर्ट की राह भी जरूर चुन सकते हैं। यानी एक स्टेडियम अब सिर्फ मैच का मैदान नहीं, हज़ारों रोज़गार का स्रोत बन गया है। नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं बन रही हैं। आज देश में जो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही हैं, या फिर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनी है, जिसमें हमने स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया है, इसका मकसद भी देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स बनाने का है। 

मेरे युवा साथियों, 

हम जानते हैं, जीवन के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्समैन शिप का बहुत बड़ा महत्व होता है। स्पोर्ट्स के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना सीखते हैं। आपको खेल के मैदान पर अपना बेस्ट देना है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के ब्रांड ऐंबेसेडर के रूप में भी अपनी भूमिका मजबूत करनी है। मुझे विश्वास है, आप बिहार से बहुत सी अच्छी यादें लेकर लौटेंगे। जो एथलीट्स बिहार के बाहर से आए हैं, वो लिट्टी चोखा का स्वाद भी जरूर लेकर जाएं। बिहार का मखाना भी आपको बहुत पसंद आएगा।

साथियों, 

खेलो इंडिया यूथ गेम्स से- खेल भावना और देशभक्ति की भावना, दोनों बुलंद हो, इसी भावना के साथ मैं सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।