Phase II will comprise 128 stations with new lines of 118.9 km enabling total Metro Rail Network of 173 kms in Chennai
Financial implications will be Rs.63,246 crore
Commuter friendly multi-modal integration at 21 locations
Approved corridors connect North to South and East to the West of Chennai

প্রধান মন্ত্রী, শ্রী নরেন্দ্র মোদীনা ময়াই তাংবল লৌদুনা ফমখিবা কেন্দ্রগী কেবিনেতনা কোরিদোর অহুমগী চেন্নাই মেত্রো রেল প্রোজেক্ত ফেজ-II গীদমক্তা হাউসিং অমসুং অর্বান এফিয়র্সকী মন্ত্রালয়গী প্রোপজল অদুবু অয়াবা পীখ্রে। অয়াবা পীখ্রবা লাইনশিং অদুগী অপুনবা অশাংবা অদু স্তেসন ১২৮ লৈবগা লোইননা কি.মি. ১১৮.৯ শাংগনি।

প্রোজেক্ত অদু লোইশিনবদা লুপা করোর ৩৬,২৪৬ চংগনি অমসুং ২০২৭ ফাওবদা লোইশিন্নবা থৌরাং তৌরি। ফেজ-II অসিনা মপুংফানা মথৌ তৌবদা, চেন্নাই সহরদা পুন্না কি.মি. ১৭৩গী মেত্রো রেল নেতৱার্ক লৈরগনি। ফেজ-II প্রোজেক্ত অসিদা মখাগী কোরিদোর অহুম অসি য়াওগনি:

  • কোরিদোর-(i): স্তেসন ৫০ লৈবা কি.মি. ৪৫.৮ শাংবা মাধৱারমদগী SIPCOT মেত্রো লাইন।
  • কোরিদোর-(ii): স্তেসন ৩০ লৈবা কি.মি. ২৬.১ শাংবা লাইতহাউসতগী পুনামল্লে বাইপাস মেত্রো লাইন অমসুং
  • কোরিদোর-(iii): স্তেসন ৪৮ লৈবা কি.মি. ৪৭ শাংবা মাধৱারমদগী শোলিঙ্গানল্লুর মেত্রো লাইন।

ফেজ-II অসিনা মপুংফানা মথৌ তৌবদা, চেন্নাই সহরদা পুন্না কি.মি. ১৭৩গী মেত্রো রেল নেতৱার্ক লৈরগনি।

কান্নবশিং অমসুং শাহৌ ফগৎহনবা:

চেন্নাই মেত্রো রেল প্রোজেক্তকী ফেজ-II অসিনা সহর অসিগী ইনফ্রাস্ত্রকচর দেবেলপমেন্ততা য়াম্না শিংথানিংঙাই ওইবা মওংদা চাউখৎলকপা অদুবু মশক তাকই। ফেজ-IIনা সহর অসিদা মেত্রো রেল নেতৱার্ক চাউথোরকপগী য়াম্না মরু ওইবা তাঙ্কক অমা ঔইগনি।

কনেক্তিবিতী হেন্না ফগৎহনবা: ফেজ-IIনা অনৌবা মেত্রো লাইন কি.মি. ১১৮.৮ রোম হেনগৎহল্লগনি। ফেজ-IIগী কোরিদোরশিং অসিনা মরু ওইবা মফমশিং খুদম ওইনা মাধৱারম, পেরম্বুর, থিরুমায়িলাই, অদ্যার, শোলিঙ্গানল্লুর, SIPCOT, কোদম্বাক্কম, ৱাদাপালনি, পোরুর, বিল্লিবাক্কম, অন্না নাগর, সেন্ত থোমস মাউন্ত ফাওদুনা চেন্নাইগী অৱাংদগী খাদা অমসুং নোংপোক্তগী খাদা শম্নহল্লগনি, মসিনা মশিং য়াম্লবা ইন্দস্ত্রিয়েল, কমর্সিয়েল, রেসিদেন্সিয়েল অমসুং ইনস্তিত্যস্নেল এস্তাব্লিশমেন্তশিং শম্নহল্লগনি অমসুং মসিগী ক্লস্তরশিং অসিদা থবক তৌরিবা ৱার্কফোর্সশিং অদুগীদমক্তা বাম্না ফবা পব্লিক ত্রান্সপোর্ত অমশু পীরগনি অমসুং সহর অসিগী তোঙান-তোঙানবা মফম কয়াগশু শম্নহল্লগনি। মসিনা য়াম্না য়াংনা চাউখৎলক্লিবা মফমশিং খুদম ওইনা সাউথ চেন্নাই IT কোরিদোরগীদমক্তা হব অমা ওইরিবা শোলিঙ্গানল্লুরদা কেনেক্তিবিতী হেনগৎহল্লগনি। ELCOT ফাওদুনা শোলিঙ্গানল্লুরগা শম্নহন্দুনা, মেত্রো কোরিদোর অসিনা য়াম্না য়াংনা চাউথোরক্লিবা IT ৱার্কফোর্সকী ত্রান্সপোর্তকী মথৌ তারিবশিং অদু পীবা ঙম্লগনি।

ত্রাফিক চিনবা হন্থবা: মেত্রো রেল অসি রোদ ত্রান্সপোর্তকী য়াম্না ফবা অতোপ্পা পাম্বৈ অমনি অমসুং চেন্নাই স্রদা মেত্রো রেল নেতৱার্ককী এক্সতেন্সন অমা ওইনা ফেজ-II অসিনা ত্রাফিক কঞ্জেসন হন্থহল্লগনি অমসুং মসিনা মরু ওইনা ত্রাফিক খ্বাইদগী হেন্না চিনবা রুতশিংদা য়াম্না শাফহনগনি। রোদ ত্রাফিক হন্থবনা গারি চত্থোক-চৎশিন তৌবদা য়াম্না কোমহল্লগনি, চৎপদা চংবা মতম হন্থহল্লগনি, রোদ সেফতীদা য়াম্না হেনগৎহল্লগনি।

অকোইবদা লৈরিবা মহৌশাগী ফিভমদা কান্নবশিং: ফেজ-II মেত্রো রেল প্রোজেক্ত হাপচিল্লকপা অসিগা লোইন-লোইননা চেন্নাই সহরদা মেত্রো রেল নেতৱার্ক হেনগৎলকপা অসিনা হাণ্নগী ফোসিল ফ্যুএল শিজিন্নবা ত্রান্সপোর্তশিংগা চাংদম্নবদা কার্বোন এমিসন য়াম্না শিংথানিংঙাই ওইবা মওংদা হন্থহল্লগনি।

শেন্মিৎলোনদা শাহৌ লাকপা: সহরগী তোঙান-তোঙানবা মফমশিংদা চৎপাদা চংবা মতম হন্থহনবা অমসুং চৎপদা হেন্না শাফহনবনা মীশিংবু মখোয়গী থবক শুফমদা খ্বাইদগী হেন্না ফবা মওংদা য়ৌবা ঙমহন্দুনা প্রোদক্তিবিতী হেনগৎহল্লগনি। ফেজ-IIগী কনস্ত্রক্সন অমসুং ওপরেসন্না কন্সত্রক্সন ৱার্করশিংদগী হৌরগা এদমিনিস্ত্রেতিব স্তাফ অমসুং মেন্তেনেন্স পার্সোনেলশিং য়াওনা সেক্তর কয়া অমদা থবক কয়া অমা ফংহল্লগনি। লোইননা কনেক্তিবিতী ফগৎহনবনা লোকেল বিজনেসশিং চাউখৎহল্লগনি, মরু ওইনা অনৌবা মেত্রো স্তেসন ময়াগী মফমশিং, মসিনা হান্না মমাংদা য়ৌশিল্লমদবা মফমশিং ইনভেস্তমেন্ত অমসুং দেবেলপমেন্ত পুরক্লগনি।

খুনাইদা পীবা শাফু: চেন্নাইদা ফেজ-II মেত্রো রেল নেতৱার্ক চাউথোরকপনা পব্লিক ত্রান্সপোর্ত্তা মীপুম খুদিংমক্না শিজিন্না ফংহল্লগনি, মসিনা তোঙান-তোঙানবা দোসিয়ো-ইকোনোমিক গ্রুপশিং কান্নহল্লগনি অমসুং ত্রান্সপোর্ত্তা লৈরিবা খেৎনবশিং অদুবু হন্থহল্লগনি, মসিনা চত্থোক-চৎশিন তৌবদা চংবা মতম হন্থহন্দুনা অমসুং তঙাইফদবা সর্বিসশিং ফংবগী চাং হেনগৎহন্দুনা পুনশি মহিং ফগৎহনবদা য়াম্না চাউনা শরুক য়াগনি।

ফেজ-II চেন্নাই মেত্রো রেল প্রোজেক্ত অসি সহর অসিগীদমক্তা অওনবা অমা পুরক্কদবা অদুগুম্বা চাউখৎ-থৌরাংগী থবক অমা ওইরগনি। মসিনা কেনেক্তিবিতী হেন্না ফগৎহল্লগনি, ত্রাফিক চিনবগী চাং হন্থহল্লগনি, অকোইবদা লৈরিবা মহৌশাগী ফিভম কান্নহল্লগনি, শেন্মিৎলোনদা শাহৌ লাকহল্গগনি, অমসুং পুনশিং মহিং হেন্না ফগৎহল্লগনি। সহরগী মফমশিংদা থেংনরিবা মরু ওইবা শিংনবশিং অদুবু কোকহন্দুনা অমসুং তুংদা চাউথোরক্নবগী ফাউন্দেশন পীদুনা, ফেজ-IIনা সহর অসিগী চাউখৎ-থৌরাংগী ত্রাজেক্তরি অমসুং সস্তেনেবিলিতী শেমগৎপদা য়াম্না মরু ওইবা থৌদাং লৌরগনি।

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।