25 years ago today, Atal Ji's government conducted nuclear tests in Pokhran, showcasing India's strength to the world: PM Modi in Odisha
In Odisha, the state BJP is committed to promoting the Odia language and culture: PM Modi in Kandhamal


जय जगन्नाथ, जय श्री राम!

एथि उपस्थित समस्त मान्यगण्य व्यक्ति नकु मोर नमस्कार! जेडा जौहारी ! मां बराला देवी, मां पाटखंडा और नारायणी मंदिर को मैं आस्थापूर्वक नमन करता हूं। कल से ही यहां मां नारायणी का उत्सव शुरू हुआ है। मैं आप सभी को बधाई देता हूं।

आज मेरा सौभाग्य है कि कंधमाल आते ही मुझे ऐसे आशीर्वाद मिले हैं जो मैं जीवनभर भूल नहीं सकता। और ये आशीर्वाद पूरे देश में क्या परिवर्तन आ रहा है, कैसा परिवर्तन आ रहा है, उसका साक्षात उदाहरण है। एक माता जी ने आ करके मेरा स्वागत सम्मान किया। जब मैंने उनके विषय में जाना तो मैं भावविभोर हो गया। ये वो माता हैं तुला बेहरा जी। जिनके पास अपना कुछ नहीं है। मुझे बताया गया कि वो भिक्षा मांगती हैं। और तुला बेहरा जी ने भिक्षा मांग करके एक लाख इकट्ठा करके भगवान जगन्नाथ जी के चरणों में दिया। खुद को मैंने पूछा कोई जरूरत है क्या आप कुछ चाहती हो क्या। नहीं बोले, बस जगन्नाथ जी का आशीर्वाद चाहिए, ऐसा जिनका पवित्र मन है, ऐसा जिनका त्याग पूर्ण जीवन है, ऐसी मां मुझ जैसे बेटे को आशीर्वाद देने के लिए आ जाएं फिर तो मुझे लगता है कंधमाल के आशीर्वाद, पूरे उड़ीसा के आशीर्वाद मेरे साथ है। आज मेरा एक दूसरा सौभाग्य था आज पूर्णमासी जानी पूर्णमासी जानी शीघ्र कबीर के रूप में जानी जाती है। उड़ीसा में जो ग्रामीण भाषा है जो ट्राइबल की बोलचाल की भाषा है उसमें वो शीघ्र कविताएं बनाती हैं। साहित्य को उन्होंने पचाया है। और मेरा सौभाग्य है कि हमें उनके पद्म अवार्ड देने का सौभाग्य मिला है। आज मुझे यहां शॉल ओढ़ाकर करके उनको सम्मानित करने का अवसर मिला, लेकिन वो मुझे अपने पैर नहीं छूने देती थी। बड़ी मुश्किल से मैंने उनके पैर छुए वो मुझे रोक रही थी। ये जो हमारे यानी एक प्रकार से मातृ शक्ति का साक्षात रूप, दोनों माताएं, जब इस बेटे को आशीर्वाद देती है तो देश की करोड़ों करोड़ों माताएं उनके आशीर्वाद जो मुझे मिलते हैं मेरे मन को एक समाधान होता है। मैं हृदय से इन दोनों माताओं का श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।

भाइयों और बहनों,
कल शाम को मैं भुवनेश्वर पहुंचा था, कल की शाम भुवनेश्वर की शाम क्या अद्भुत नजारा था। क्या अपार जन समूह था, सड़कों पर अबाल-वृद्ध सब, छोटे-छोटे बच्चे, बुजुर्ग माताएं सड़कों पर आ करके हजारों लोग आशीर्वाद दे रहे थे। मेरे लिए उड़ीसा का स्नेह, उड़ीसा का ये प्यार, कितनी बड़ी ताकत का और भगवान जगन्नाथ जी के चरणों में मिलने वाले आशीर्वाद, सचमुच में मैं आप सबका जितना आभार व्यक्त करूं कम है। मैं ओडिशा के लोगों का ऋणी हूं, आपने मुझे कर्जदार बना दिया है। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं ये कर्ज मैं ये कर्ज आपके प्यार का कर्ज, आपके आशीर्वाद का कर्ज, जो मेरे लिए ताकत बन गया है मैं यह कर्ज ज्यादा से ज्यादा मेहनत करके देश की सेवा करके चुकाऊंगा और साथ-साथ उड़ीसा को देश में एक विकसित राज्य बनाने के लिए दिन रात मेहनत करके चुकाऊंगा।

साथियों,
26 साल पहले आज के दिन ही अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। और हमने ये दिखा दिया था कि देशभक्ति से ओत-प्रोत सरकार देशहित के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, देश के लोगों की आशा अपेक्षा के लिए कैसे काम करती है। और मुझे याद है जब अटल जी की सरकार ने पोखरण परीक्षण किया था दुनियाभर में जितने भारतीय समुदाय रहता था वो गर्व की अनुभूति करता था और आजादी के बाद पहली बार विदेश की धरती पर लोग उनकी तरफ सम्मान की नजर से देखते थे, वो परमाणु परीक्षण की इतनी बड़ी ताकत थी।


साथियों,
एक वो दिन था, जब भारत ने दुनिया को अपने सामर्थ्य का परिचय करवाया था। और दूसरी तरफ ये कांग्रेस की सोच कांग्रेस बार-बार अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है। वो कहते हैं संभल के चलो पाकिस्तान के पास एटम बम है। पाकिस्तान के पास एटम बम है, पाकिस्तान के पास एटम बम है। ये मरे पड़े लोग ये देश के मन को भी मार रहे हैं। और कांग्रेस का हमेशा ऐसा ही रवैया है। ये जो पाकिस्तान के बम बम बम की बातें करते हैं ना, आज तो पाकिस्तान की हालत यह है कि बम को संभालना कहां, वह भी उसके बस का रोग नहीं है। अब तो वह बम बेचने के लिए निकले हैं। कोई खरीदने वाला मिल जाए और लोगों को मालूम है क्वालिटी में दम नहीं है, वो माल भी बिकता नहीं है।

साथियों,
कांग्रेस के इसी कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है। देश ने कितने ही आतंकी हमले झेले हैं। देश भूल नहीं सकता कि आतंकियों को सबक सिखाने के बजाय ये लोग आतंकी संगठनों के साथ बैठकें करते थे। 26-11 के मुंबई के भयंकर हमले के बाद इन लोगों की हिम्मत नहीं पड़ी, कि आतंक के सरपरस्तों पर कार्रवाई करें। और क्यों? क्योंकि कांग्रेस को, इंडी गठबंधन को लगता था कि अगर हम कार्रवाई करेंगे तो हमारा वोटबैंक नाराज हो जाएगा। मैं आज कांग्रेस को दो-टूक कहूंगा, भारत का मुसलमान, कांग्रेस की जो हरकतें हैं उन हरकतों से, कोई इधर-उधर जाएगा ये मानने की कोशिश मत कीजिए। और भाइयों-बहनों, कांग्रेस के शहजादे, आए दिन बयानबाजी ठोक रहे हैं। आप उनके 2014 के चुनाव के भाषण देख लीजिए, 2019 के चुनाव भाषण देख लीजिए और 2024 के चुनावी भाषण देख लीजिए। वो वही स्क्रिप्ट पढ़ते जा रहे हैं और अभी चैलेंज कर रहे हैं। आप लिख के रखिए मेरे देशवासियों, हिंदुस्तान ने मन बना लिया है कि इस बार एनडीए 400 पार करने वाला है। भाजपा अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ कर के ज्यादा से ज्यादा सांसद के साथ आने वाली है। और कांग्रेस वाले यह भी लिख लें इस चुनाव में कांग्रेस को लोकसभा की कुल संख्या के 10 परसेंट चाहिए मान्य विपक्ष बनने के लिए। कांग्रेस वाले जरा कान खोल करके सुन लीजिए ये देश ने तय किया है, कि चार जून को आप देखेंगे के कांग्रेस इस देश में मान्य विपक्ष में नहीं बन पाएगा। वे 50 से नीचे सिमटने वाले हैं।

भाइयों और बहनों,
ओडिशा के आप सभी लोगों के लिए ये चुनाव बहुत अहम है। विकसित ओडिशा-विकसित भारत के संकल्प के लिए आपका हर वोट जरूरी है। आपका एक वोट यहां डबल इंजन की बीजेपी सरकार बनाएगा। ओडिशा में पहली बार डबल इंजन सरकार बनने वाली है। उड़ीसा रे प्रथम थर हेब डबल इंजीन सरकारl इसलिए, ओडिशा से आपको 21 के 21 भाजपा के सांसद दिल्ली भेजने हैं। यहां कंधमाल से हमारे सुकांत कुमार पाणिग्रही जी को भारी बहुमत से विजयी बनाना है। और यहां विधानसभा में भी भाजपा उम्मीदवार हैं उनको भी रिकॉर्ड वोटों से जिताना है। (सुकांत जी जरा आगे आ जाइए) और यहां विधानसभा में भी जो भाजपा के उम्मीदवार हैं उनको भी रिकॉर्ड वोटों से जिताना है। (जरा एमएलए कैंडिडेट भी आगे आ जाएंष जो एमएलए के कैंडिडेट है जो चुनाव लड़ रहे हैं बाकी लोग नीचे बैठिए। जो कैंडिडेट नहीं है वो बैठ जाइए। जो कैंडिडेट हैं वह आगे आ जाएं, जो उम्मीदवार हैं वह आगे आ जाएं जो इस चुनाव में लड़ रहे हैं वह आगे आ जाएं। अब मैं एक मिनट लेता हूं इन सबके पास जाक दोबारा आता हूं।) मेरे इन सभी साथियों को कमल के निशान पर बटन दबाकर आप दिल्ली भी भेजिए, भुवनेश्वर भी भेजिए और डबल इंजन की सरकार बनाइए।

साथियों,
भाजपा विकास भी, विरासत भी के इस मंत्र को लेकर देश को आगे बढ़ा रही है। ये भाजपा ही है जिसकी सरकार में देश का 500 साल का इंतजार पूरा हुआ। अयोध्या में राम मंदिर देखकर आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है? हमारे पूर्वजों की आत्मा जहां भी होगी उनके आशीर्वाद मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? 500 साल हमारे पूर्वजों ने जो इंतजार किया वो पूरा हुआ कि नहीं हुआ? राम मंदिर बना कि नहीं बना? बोलो जय श्री। राम जय श्री राम। वहां एक बच्चा मोदी बनके आया है मुझे दिख रहा है। छोटा बच्चा दूर दूर वहां से हाथ ऊपर कर रहा है। चलिए कंधमाल तक भी ये बच्चों का मूड देख करके देश को प्रेरणा मिलती है। शाबाश बेटे तुम मुझसे भी ज्यादा अच्छे लगते हो, हां, बहुत प्यारे लगते हो, अरे मैं भी तुम्हारे जैसा नहीं लगता हूं। इतने सुंदर लगते हो। हां भाई इनसे तस्वीर ले लीजिए, जरा एसपीजी वाले, ये सज्जन कब से हाथ ऊपर करके खड़े हैं। जरा उनसे तस्वीर ले लीजिए भाई। हां धन्यवाद भैया। बहुत बढ़िया चित्र बना के, उड़ीसा में तो हर घर में कला है जी। हां दे दीजिए शाबाश। हां दे दीजिए इनको कैमरामैन को दे दीजिए। मुझे पहुंच जाएगा, पीछे आपका नाम पता लिखा है ना। धन्यवाद। वह जो मोदी बना है ना उसको भी कहिए बैठिए भाई आराम से। अब बेचारा थक जाएगा। साथियों, रामलला जी आज पूरे देश को आशीर्वाद दे रहे हैं। हमें तो दो दो फायदा है। एक तरफ भगवान जगन्नाथ जी के आशीर्वाद और दूसरी तरफ रामलला जी के आशीर्वाद।

साथियों,
यहां राज्य भाजपा भी ओड़िया भाषा ओड़िया संस्कृति के प्रति समर्पित है ऐसा कोई बेटा या बेटी जो उड़ीसा की मिट्टी से निकला हो, यहां की संस्कृति को समझता है भाजपा का यहां का मुख्यमंत्री बनाना तय है। आपका अपना मुख्यमंत्री बनेगा। और मैं तो यहां आया हूं आपको 10 जून को भाजपा की सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ समारोह का निमंत्रण देने के लिए। आपको भुवनेश्वर निमंत्रण देने के लिए आने के लिए मैं आपके पास आया हूं।

साथियों,
कल देश ने अक्षय तृतीया का पर्व मनाया है। ओडिशा का अक्षय तृतीया से बहुत विशेष संबंध है। अक्षय तृतीया के दिन से ही पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए रथों का निर्माण आरंभ होता है। मैं आप सभी को इसकी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। और इसी से जुड़ा एक बहुत संवेदनशील विषय आप सभी के सामने उठा रहा हूं।

साथियों,
सात दशक पहले श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे। 70 साल पहले। इन्हीं में से एक नियम था कि मंदिर के सोना-चांदी, कीमती पत्थर, सारी चल-अचल संपत्ति का रिकॉर्ड मेनटेन किया जाएगा। इसके बाद श्री रत्न भंडार में रखे कीमती सामानों की एक सूची तैयार की गई थी। इस रत्न भंडार का आखिरी बार मूल्यांकन करीब 45 साल पहले किया गया था। उस समय आभूषण और रत्न इतने ज्यादा थे कि मूल्यांकन करने वालों ने इस खजाने को अमूल्य बताकर अपने हाथ खड़े कर दिए थे। आप कल्पना कर सकते हैं, भगवान जगन्नाथ, इनके बिना तो हमारा जीवन ही नहीं है। अरे जगन्नाथ है तो जीवन है। अब भगवान जगन्नाथ के यहां कितने आभूषण थे कितनी संपत्ति थी अधिकारिक रूप से श्री रत्न भंडार पिछले करीब 40 साल से खुला नहीं है लेकिन अब तो मैं देश को बताने जा रहा हूं वो जानकर पूरे देश के लोग भी हैरान हो जाएंगे। श्री जगन्नाथ मंदिर के श्री रत्न भंडार के गर्भ गृह के आंतरिक कक्ष की चाबियां पिछले 6 साल से लापता है। इतना बड़ा अमूल्य खजाना, जो भगवान जगन्नाथ के काबे में है आप उसको भी संभाल नहीं पाए। चाबी खो गई। आप मुझे बताइए, मेरे उड़ियावासी आप जरा बताइए, मेरे तो दिल को चोट पहुंची है मैं आपको पूछता हूं और आज पूरे देश को चोट पहुंच रही है जब सुनेंगे तो। क्या आपको यह जानने का अधिकार है कि नहीं है कि चाबियां कहां गई। यह जानने का अधिकार है कि नहीं है। हर देशवासी को पता चलना चाहिए कि नहीं चलना चाहिए। हर उड़िया को पता चलना कि नहीं चाहिए। भगवान जगन्नाथ के हर भक्त को पता होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। चाबी चली गई, किसके पास गई। क्या वो खोलता है, बंद करता है क्या करता है। और फिर राज्य सरकार में जब तूफान खड़ा हो गया तो क्या कहते हैं। राज्य सरकार कहती है कि रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबियां मिली है। अब सवाल उठता है ये डुप्लीकेट चाबियां क्यों बनाई गई। क्या डुप्लीकेट चाबियों से ये रत्न भंडार रातों में कोई खोलता था क्या। क्या डुप्लीकेट चाबियों से यह उत्तम भगवान के आभूषण चोरी होते थे क्या। कहीं और लापता होते थे क्या। क्या होता था। डुप्लीकेट चाबी वाला मामला चाबी खो जाना गंभीर है। डुप्लीकेट चाबी उससे भी गंभीर है। इस मामले की जांच राज्य सरकार ने एक आयोग को सौंपी थी लेकिन वह रिपोर्ट आज तक उड़ीसा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी अब पूरे भक्ति भाव से यह विषय उठा रही है। आखिर क्यों बीजेडी सरकार, नवीन बाबू की सरकार इस विषय से क्यों भाग रही है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है, आखिर राज्य सरकार किसके पाप को बचाने की कोशिश कर रही है। मैं आज उड़ीसा के लोगों को देश के लोगों को, एक वायदा कर रहा हूं राज्य के अंदर भाजपा सरकार बनने के बाद श्री रत्न भंडार की पारदर्शिता को प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित किया जाएगा और ये मोदी की गारंटी है। जय जगन्नाथ।

साथियों,
भाजपा, ओडिशा के कल्याण, ओडिशा के विकास का लक्ष्य लेकर चल रही है। मैं गरीबी से निकला हूं। गरीबी विकास की सबसे बड़ी दुश्मन होती है। और इसलिए गरीब का बेटा मोदी, गरीब का सेवक मोदी, आपका सेवक मोदी, आपके लिए ही तो खुद को खपा रहा है, दिन-रात मेहनत कर रहा है। मोदी के प्रयासों से पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। जब तक मेरे देश में एक भी गरीब है, मोदी चैन से नहीं बैठेगा। मैंने आपको पक्के घर की गारंटी दी है। मैंने आपको मुफ्त राशन की गारंटी दी है। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे आदिवासी समाज के भाइयों और बहनों को हुआ है।

साथियों,
मोदी ने एक ऐसी योजना बनाई है कि आपका बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। बिजली का बिल जीरो, इतना ही नहीं आप बिजली बेचकर कमाई करेंगे। आपको लगेगा ये तो गजब लाएं हैं मोदी। देखिए, मोदी ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है। ओडिशा पर सूर्य देवता की सदियों से पूजा करने वाला राज्य है। सूर्य मंदिर की उपासना करने वाला राज्य है। मैं चाहता हूं कि आप अपने घर में बिजली का उत्पादन करें, उस बिजली का उफयोग करें और जो ज्यादा बिजली हो, उसको भाजपा सरकार, राज्य सरकार बनेगी न, हम उसको खरीद लेंगे तो आपको कमाई भी होगी। यानि भाजपा की इस योजना से आपको डबल फायदा होगा। आपकी बिजली मुफ्त होगी और आप बिजली से कमाई भी कर पाएंगे। और इसके लिए भाजपा सरकार हर परिवार को सोलर पैनल लगाने के लिए करीब 75 हजार रुपए की मदद दे रही है। 75 हजार रुपया और बिजली मुफ्त और बिजली से कमाई। मोदी आपको 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज की भी सुविधा देना चाहता है। लेकिन ओडिशा की बीजेडी सरकार हमारी जो आयुष्मान योजना है वह यहां लागू नहीं होने देती है। इसका कितना बड़ा नुकसान है मैं बताता हूं। जरा उड़ीसा के लोग मेरी भावनाओं को समझें। अब मेरे यहां गुजरात में हमारे बहुत से उड़ीसा के भाई बहन काम करते हैं, मुंबई में करते हैं, बेंगलुरु में करते हैं, हैदराबाद में करते हैं, छत्तीसगढ़ में करते हैं। यह आयुष्मान योजना ऐसी है कि आप अगर हिंदुस्तान में कहीं पर भी हों और अगर आप उड़ीसा के हैं, आयुष्मान योजना का हक मिला हुआ है तो हिंदुस्तान के किसी भी कोने में अगर आपको कोई तकलीफ हो गई, बीमार हो गए, एक्सीडेंट हो गया तो वहां भी 5 लाख रुप तक का इलाज आपको मिल जाएगा। आपके पास पैसे है कि नहीं, साथ में रिश्तेदार है कि नहीं, कोई जरूरत नहीं सिर्फ जेब में एक आयुष्मान कार्ड होना चाहिए, इतनी बड़ी योजना। मुझे बताइए ऐसी योजना आप लोगों को मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। जरा जोर से बताओ तो पता चले। यह योजना आपको मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। मैं पांच साल से यहां की सरकार को समझा समझा करके थक गया कि योजना आप ले लो यह उड़ीसा के लोगों का फायदा करेगी। पता नहीं लेने को तैयार नहीं हैं। जैसे ही भाजपा सरकार यहां बनाओगे 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की योजना चालू हो जाएगी। भाइयों बहनों, आप मुझे बताइए जिसको आपकी बीमारी की परवाह ना हो ऐसी असंवेदनशील सरकार यहां रहनी चाहिए क्या। उड़ीसा में रहनी चाहिए क्या।

साथियों,
यहां इस क्षेत्र में पर्यटन की इतनी संभावनाएं हैं। दरिंगबाड़ी को तो ओडिशा का कश्मीर कहा जाता है। पर्यटन बढ़ता है, तो रोजगार बढ़ता है, आपकी आमदनी बढ़ती है। लेकिन ओडिशा सरकार की उदासी की वजह से, यहां टूरिज्म भी चौपट है। भाजपा सरकार यहां ‘पर्यटन से पैसा’ बनाने के लिए हर तरह के प्रयास करेगी। भाजपा ने एक और घोषणा की है जिसका लाभ यहां के युवाओं को होगा। मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी, नौजवान देख लीजिए, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। ये मोदी आपकी सबसे बड़ी गारंटी है। अरे मोदी से बढ़कर और गारंटी क्या होती है। बिना गारंटी आप मुद्रा योजना से बैंक से पहले 10 लाख रुपया मिलता था अब मोदी ने इसको 20 लाख कर दिया है। आप अपना धंधा शुरू कर सकते हैं। यानि उड़ीसा के नौजवानों का यहां अपना काम करना करने के लिए टूरिज्म सेक्टर में स्वरोजगार के लिए 20 लाख रुपए तक की मदद मिलेगी।

साथियों,
भाजपा सरकार किसानों के हितों को भी सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। ओडिशा भाजपा ने भी किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। 3100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी और 48 घंटे के भीतर पैसा खाते में जमा। इससे यहां के हमारे किसान परिवारों को बहुत मदद मिलेगी। यहां कंधमाल की हल्दी भी तो बहुत मशहूर है। केंद्र सरकार ने कंधमाल हल्दी को GI टैग दिया है। लेकिन साथियों, BJD सरकार ने हल्दी किसानों को भी बेहाल रखा है। यहां पर्याप्त भंडारण की सुविधाएं ही नहीं हैं। इसलिए ओडिशा भाजपा ने कंधमाल में मसाला पार्क बनाने की घोषणा की है। आपके कंधमाल में बनेगा। भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का भी गठन किया है।

साथियों,
मोदी उनको पूजता है, जिनको किसी ने नहीं पूछा। यहां दोकरा और बांस की कलाकारी से जुड़े विश्वकर्मा साथी रहते हैं। इनके लिए मोदी सरकार ने 13 हजार करोड़ रुपए की पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई गई है। यहां की भुइयां, भुंजिया, बोंडो पोराजा और मनकिर्डिया जैसी अति पिछड़ी जनजातियों की सुध भी किसी ने नहीं ली थी। पहली बार इनके लिए मोदी ने 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना बनाई है। और आप जानते हैं, ये योजना किसके कहने पर बनी है? हमारी राष्ट्रपति, और ओडिशा की बेटी द्रोपदी मुर्मु के मार्गदर्शन में इस योजना ने आकार लिया है। हमारी राष्ट्रपति पर आज पूरे देश को गर्व है। कंधमाल को तो गर्व होता ही होगा।

साथियों,
BJD और कांग्रेस ने कंधमाल को पिछड़ा जिला घोषित कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया था। मोदी ने कंधमाल जैसे जिलों को देश के आकांक्षी जिला घोषित किया। मैं दिल्ली से खुद यहां क्या काम हो रहा है, मेरे चेंबर में एक स्क्रीन है ऐसे आकांक्षी जिलों का क्या काम होता है डेली मॉनिटरिंग होता है इसका। परिणाम यह है कि कंधमाल तेज़ी से विकास कर रहा है। भाजपा सरकार ने यहां कई एकलव्य आवासीय विद्यालय स्वीकृत किए हैं। लेकिन BJD के नेता शिक्षण संस्थानों में कब्ज़ा करके बैठे हैं। BJD के नेता यहां आदिवासियों की ज़मीनें हड़पने में जुटे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यहां भाजपा सरकार आएगी, तो ऐसे हर माफिया पर कार्रवाई की जाएगी।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस पूरे देश में पस्त पड़ चुकी है। इसलिए जो भी BJD के कुशासन को हटाना चाहते हैं, वो कमल पर ही बटन दबाएं। याद रखिएगा- कमल है तो शांति और विकास है, कमल है तो ज्ञान और विज्ञान है, कमल है तो हर नारी का सम्मान है, कमल है तो संकल्पों की सिद्धि है, कमल है तो सुरक्षा है, समृद्धि है, कमल है तो आत्मनिर्भरता को ताकत है, कमल है तो गौरव से भरी विरासत है, कमल है तो विजय है, विश्वास है, कमल है तो मान है, सम्मान स्वाभिमान है, कमल है तो प्रगति पथ पर हिंदुस्तान है।

अब मुझे बताइए भाई, मैं किसी के भी बारे में भला-बुरा नहीं कहता। अच्छा भी नहीं है भला-बुरा बोलना। लेकिन नवीन बाबू कितने सालों से यहां मुख्यमंत्री हैं। मैं नवीन बाबू को एक चुनौती देता हूं। नवीन बाबू इतने साल से आप मुख्यमंत्री हो, ओडिशा की जनता इतनी दुखी क्यों है। दुखी इसलिए है, जरा नवीन बाबू को कहीं खड़े कर दीजिए और उनको बिना कागज लिए, उनको कहिए आप उड़ीसा के जिलों के नाम बोलिए और जिलों के कैपिटल के नाम बोलिए। जो मुख्यमंत्री अपने जिलों के नाम कागज के बिना बोल नहीं सकते, जो मुख्यमंत्री अपने जिला के मुख्य...का नाम नहीं जानते, वह आपके दुख दर्द जानते होंगे क्या। क्या उनके भरोसे आप अपने बच्चों का भविष्य छोड़ सकते हो क्या। साथियों, और इसलिए मैं कहता हूं हमें ज्यादा नहीं, 5 साल मुझे मौका दीजिए भाइयों, ज्यादा नहीं। अगर 5 साल में मैं आपके उड़ीसा को नंबर वन ना बना दूं ना तो मुझे कहना कि मोदी क्या कह के गया। भाइयों-बहनों, मैं गुजरात का मुख्यमंत्री रहा हूं, गुजरात के पास जो ताकत है उड़ीसा के पास उससे 100 गुना ज्यादा ताकत है। गुजरात आगे निकल गया उड़ीसा क्यों पीछे रह गया। देखिए यहां पर आपके पास इतने मिनरल्स हैं। गुजरात के पास नमक के सिवाय कुछ नहीं है। सिवाय नमक गुजरात के पास कुछ नहीं है फिर भी गुजरात आगे निकल गया आप तो देश का नंबर वन राज्य बन सकते हैं भाई। और इसलिए यहां की जमीन से जुड़ा हुआ इंसान यहां का मुख्यमंत्री होना चाहिए। आपके दिलों से जुड़ा हुआ व्यक्ति मुख्यमंत्री होना चाहिए। और इसलिए उड़ीसा के लोग जरा भी चिंता मत कीजिए। एक बार हिम्मत करके सभी एमएलए को विजयी बनाइए। सभी एमपी को विजयी बनाइए और भुवनेश्वर में बीजेपी की सरकार बनाइए और दिल्ली में 400 पार में आप भी भागीदार बनिए।

साथियों,
मेरा एक काम करेंगे। जरा हाथ ऊपर करके बताओ तो मैं बोलूं। मेरा एक काम करेंगे, ऐसे नहीं जरा जोर से बताओ तो बोलूं। मेरा एक काम करेंगे। एक काम करना घर-घर जाना और लोगों को मिलकर के कहना कि अपने मोदी जी कंधमाल आए थे और मोदी जी ने आपको जय जगन्नाथ कहा है मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा देंगे हर परिवार में। मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा देंगे।

बोलो भारत माता की जय। भारत माता की जय। भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।