2 May, Didi jacche, Ashol Poriborton asche' can be heard across Bengal, says PM Narendra Modi in public rally
The development of Bengal is BJP's commitment. We will work very hard for Bengal's future: PM Modi in Kanthi
BJP's Bengal manifesto made keeping in mind the development and aspirations of people of Bengal, says PM Modi
'Didi' talking about 'Duare Sarkar' but she will be shown door on May 2: PM Narendra Modi in West Bengal
I see a sea of people everywhere I go in Bengal, the state's women will punish TMC for misgovernance, says PM Modi in Kanthi

भारत माता की... जय!

भारत माता की... जय!

नमोष्कार !!!

शक्तिपीठ, देवी बर्गाभिमा माता के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं! क्रांति की धरती मेदिनीपुर, जहां शायद ही कोई गांव हो जहां से स्वतंत्रता सेनानी ना निकला हो, ऐसी धरती को मैं आदरपूर्वक वंदन करता हूं। संथाल आंदोलन हो, चुआड़ आंदोलन हो, ताम्रलिप्त जातीय सरकार का गठन हो, हर क्रांति के समय मेदिनीपुर अग्रणी रहा है, लीडर रहा है। देशप्राण वीरेंद्र नाथ शासमल, मां मातंगिनी हाजरा, शहीद खुदीराम बोस, क्रांतिकारी हेमचन्द्र कानूनगो, सुशील कुमार धारा जैसे अनगिनत-अनेक क्रांतिवीर इस धरती ने दिए हैं। 

भाइयो और बहनो,

आजादी के लिए लड़ने वाले हर नायक-नायिकाओं को सम्मान देने के लिए पूरा देश आजादी के 75 साल, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 75 साल के उत्सव में पश्चिम बंगाल का विशेष महत्व है। आजादी की लड़ाई में दिए गए हर योगदान को भावी पीढ़ी तक पहुंचाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए, पश्चिम बंगाल बीजेपी के संकल्पों का भी अहम केंद्र है। आज जो युवा 25 साल की उमर के हैं, और वो युवा जो आज इस चुनाव में फर्स्ट टाइम वोटर हैं, पहली बार अपने पवित्र मत का योगदान देने वाले हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत अहम है। यहां के युवाओं के सामने आने वाले 25 साल के पश्चिम बंगाल के निर्माण का दायित्व है। और इसलिए, आशोल पॉरिबोर्तोन आज पश्चिम बंगाल की जरूरत है। शोनार बांग्ला का शंखनाद होता हुआ हर कोई यहां सुन रहा है। बंगाल के कोने-कोने से अब एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर घर से एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर मुख से एक ही आवाज आ रही है- 2 मई, दीदी जाच्छे, आशोल पॉरिबोर्तोन आस्छे!

साथियो,

दीदी आजकल मेदिनीपुर में आकर बार-बार बहाने बना रही हैं। दीदी उन बहनों, उन परिवारों को जवाब नहीं दे पाईं, जिनको पहले अम्फान ने तबाह किया और फिर तृणमूल के टोलाबाजों ने लूट लिया। यहां केंद्र सरकार ने जो राहत भेजी थी, वो भाइपो विंडो में फंस गई! दीदी, ओ दीदी, दीदी- आज पश्चिम बंगाल पूछ रहा है कि अम्फान की राहत किसने लूटी? गरीब का चावल का किसने लूटा? अम्फान के सताए लोग आज भी टूटी हुई छत के नीचे जीने को मजबूर क्यों हैं? जब जरूरत होती है, तब तो दीदी दिखती नहीं हैं, जब चुनाव आता है तो कहती हैं- सरकार दुआरे-दुआरे, सरकार दुआरे-दुआरे। यही इनका खैला है! यही इनका खैला है !  पश्चिम बंगाल, यहां का बच्चा-बच्चा,  दीदी यहां का बच्चा-बच्चा आपका ये खैला समझ गया है। इसलिए, 2 मई को पश्चिम बंगाल दीदी को दुआर दिखाएगा- लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! दीदी, ओ दीदी!! अरे दीदी, तृणमूल के पाप का घड़ा भर चुका है। पूरणचंद्र दास, मदन घड़ाई, शेख लियाकत अली, वसुदेव माइली और गोकुलचंद्र जना, मेदिनीपुर की ऐसी अनेक संतानों को तृणमूल ने शहीद किया है। इसकी सजा भाजपा सरकार तो देगी ही, लेकिन उससे पहले पोलिंग बूथ पर हमारी माताएं-बहनें आपके कुशासन को सजा देने का तय करके बैठी हैं। आमादेर मायेरा पाये हेंटे बेरिये आशबे! माताएं-बहनें टीएमसी को इस चुनाव में सजा देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाहर निकल चुकी हैं। मैं जहां देख रहा हूं, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, मैदान छोटा पड़ गया, मैं हैलीपैड पर देख रहा था, हजारों की तादाद में लोग वहां खड़े हैं। ये तस्वीर, दीदी, आप सुनती भी नहीं हो, अगर देख सकती हो तो देख लो, ये तस्वीर इसकी गवाह है। बंगाल की स्वाभिमानी महिलाओं ने तय कर दिया है- 

टीएमसीर का खैला शेष होबे, बिकाश आरंभो होबे!! बिकाश आरंभो होबे

भाइयो और बहनो,

बंगाल का विकास, यहां के लोगों का विकास, ये बीजेपी का कमिटमेंट है। ये बीजेपी का संकल्प है। बंगाल का उज्ज्वल भविष्य, इसके लिए हम जी-जान से जुट जाएंगे, ये वादा करने मैं आया हूं। 

भाइयो और बहनो,

बांग्ला चाय शिक्खा, शिल्पो, कोर्म-सोस्थान!

बांग्ला चाय नारी शुरोक्खा!

बांग्ला चाय, कृशोक सम्मान!

बांग्ला चाय, कर्मचारी सम्मान !

बांग्ला चाय, बीजेपी सरकार!

बांग्लाय दोरकार, बीजेपी सोरकार!

बीजेपी का संकल्प, बंगाल के गरीब से गरीब तक, हर क्षेत्र तक विकास पहुंचाने का संकल्प है। बीजेपी, हर स्कीम को स्कैम से मुक्त करेगी। कट, कमीशन पर रोक लगाएगी। बीजेपी, लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधा लाभ देने के लिए, डीबीटी देने के लिए कदम उठाएगी। कोई बिचौलिया नहीं, कोई तोलाबाज नहीं।

साथियो,

ये बीजेपी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि उसकी हर योजना के केंद्र में नारीशक्ति है- माताएं, बहनें-बेटियां हैं। बीजेपी की केंद्र सरकार ने बहनों के लिए शौचालय-इज्जतघर बनवाए, बीजेपी की सरकार ने बिजली का कनेक्शन दिया, एलपीजी गैस कनेक्शन दिया, पक्के घर की रजिस्ट्री बहनों के नाम की। कोरोना काल में सैकड़ों करोड़ रुपए की सीधी मदद बहनों के जनधन खातों में पहुंचाई। अब बीजेपी की केंद्र सरकार पूरे देश में बहनों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए घर-घर जल पहुंचाने की योजना चला रही है। लेकिन तृणमूल की सरकार ने यहां ये भी नहीं होने दिया। टीएमसी सरकार को आपकी परेशानियों की चिंता नहीं है, आपकी मुश्किलों की चिंता नहीं है।

साथियो, 

बहनों-बेटियों के लिए जो काम केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है, उसको डबल इंजन की सरकार कई गुणा बढ़ाने वाली है। बंगाल में बीजेपी का संकल्प पत्र भी सामने आ चुका है। मैं बंगाल बीजेपी के सभी नेताओं, बंगाल बीजेपी की टीम को इसके लिए बधाई देता हूं। उन्होंने जो संकल्प पत्र बनाया है, जनता की आवाज को सुनकर के बनाया है, लोगों की मुसीबतों को समझकर के बनाया है, बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए बनाया है। बंगाल के लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए, यहां के नौजवानों, यहां की महिलाओं, यहां के किसानों के विकास को ध्यान में रखते हुए ये संकल्प पत्र बंगाल बीजेपी ने तैयार किया है।

भाइयो और बहनो,

मेदिनीपुर, भारत की कृषि आत्मनिर्भरता का भी बहुत बड़ा केंद्र है। खेती में फसलों को लेकर यहां नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। यहां अनेक जगह हमारे किसान Prawn Farming में जुटे हैं। लेकिन दीदी की सरकार ने यहां के किसानों को आधुनिक मंडी की सुविधा, कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की सुविधा से वंचित रखा है। अब ये स्थिति नहीं रहेगी। भाजपा लोकल के लिए वोकल है। लोकल के लिए वोकल- ये हमारा कमिटमेंट है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत हर जिले के अहम उत्पादों को विकसित करने के लिए काम कर रही है।

यहां के काजू किसान हों, पान किसान हों, जूट किसान हों, आलू और नारियल किसान हों, हर किसी को आत्मनिर्भर भारत अभियान का लाभ मिलेगा। जूट किसानों के लिए तो केंद्र सरकार निरंतर कदम उठा रही है। हमने जो सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में एक के बाद एक कदम उठाए, इसका सीधा लाभ जूट किसान को होने वाला है। जूट किसान का जयजयकार हिन्दुस्तान के हर कोने में होने वाला है। गेहूं की पैकेजिंग शत-प्रतिशत जूट से हो रही है। प्लास्टिक की पैकेजिंग की जगह अब जूट के पैकेट देश में उपयोग हो रहे हैं। 

भाइयो और बहनो, 

बंगाल का किसान भूल नहीं सकता कि कैसे दीदी ने उसके साथ निर्ममता दिखाई है। दीदी ने आपको पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित रखा। ये पैसे टीएमसी सरकार को नहीं देने थे। ये पैसे दिल्ली से भारत सरकार किसानों के खातों में जमा करना चाहती थी, लेकिन दीदी किसानों से दुश्मनी लेकर बैठ गई। किसानों के खाते में भारत सरकार के पैसे नहीं जाने दिए। भाइयो-बहनो, बंगाल के किसान, ये मोदी के शब्द लिखकर रखिए, 2 मई को, बंगाल के विकास के बीच आ रही दीवारें टूट जाएंगी। बीजेपी की सरकार बनेगी, और यहां के किसानों के हक के 3 साल के पैसे भी उन खातों में जमा करके रहूंगा मैं। सरकार बनते ही बंगाल के हर किसान के खाते में पिछले तीन साल के जो पैसे दीदी ने जो नहीं देने दिया, मैं आपको देकर रहूंगा, भाइयो-बहनो, मैं वादा पूरा करके रहूंगा। भूमिहीन किसानों, मछुआरे साथियों के लिए भी बंगाल बीजेपी ने हजापों रुपए की सीधी सहायता तय की है। यही डबल इंजन की सरकार की ताकत है, जो अब बंगाल में दिखेगी भाइयो और बहनो। 

भाइयो और बहनो,

पश्चिम बंगाल की तटीय अर्थव्यवस्था को तृणमूल की तोलाबाज और सिंडिकेट की सरकार ने बर्बाद कर दिया है। हल्दिया की क्या स्थिति बनाकर रख दी है, ये आप बेहतर तरीके से जानते हैं। कहां तो मेदिनीपुर को हल्दिया की तर्ज पर विकसित करना था और कहां हल्दिया के गौरव को सिंडिकेट ने तहस-नहस कर दिया। अब इस समुद्री किनारे को, हमारे मछुआरों को कट, कमीशन और टोलाबाजी के कल्चर से मुक्त करने का समय आ गया है। आपके एक वोट की ताकत है के ये कट-कल्चर, ये कमीशन-कल्चर, ये टोलाबाजी रातों-रात खत्म हो जाएगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए भाजपा ब्लू इकॉनॉमी पर बल दे रही है। ऐसा विकास जिसमें समुद्री किनारे बसे, हर परिवार की, हर मछुआरे साथी की भागीदारी हो। इसी सिलसिले में कुछ दिन पहले ही हल्दिया पोर्ट के विकास के लिए अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थीं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हल्दिया को नदी जलमार्गों से कनेक्ट कर रही है। पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्टील प्लांट्स और अन्य उद्योगों के लिए जो आयात और निर्यात होगा, उसका हल्दिया अहम सेंटर बनने वाला है। सिर्फ हल्दिया ही नहीं, बल्कि डबल इंजन की सरकार इस पूरे क्षेत्र को, मेदिनीपुर को पोर्ट लेड डेवलपमेंट के लाभ से जोड़ रही है। केंद्र सरकार पेटुआघाट फिशिंग हार्बर के आधुनिकीकरण के लिए भी कदम उठा रही है। ये सारे प्रयास यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर बनाएंगे।

भाइयो और बहनो, 

आपके पास जो ये विस्तृत समुद्री किनारा है, इसमें टूरिज्म आधारित रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां तीर्थाटन से लेकर क्रूज टूरिज्म तक की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। आपके पास दीघा बीच जैसी एक अनमोल प्राकृतिक विरासत है, बहुत बड़ी ताकत है। केंद्र सरकार अलग-अलग सर्किट के माध्यम से देश में टूरिज्म को प्रमोट कर रही है। अब डबल इंजन की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी, और इसका लाभ मेदिनीपुर को भी होने वाला है, यहां के हर परिवार को होने वाला है, हर मछुआरे को होने वाला है, हर किसान को होने वाला है, हर माता-बहन को होने वाला है, हर नौजवान को होने वाला है।  

भाइयो और बहनो,

जिस बंगाल ने पूरे भारत को बंदे मातरम की भावना में बांधा है, उस बंगाल में ममता दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। एइ भूमी बोंकीम बाबूर, रोबी ठाकूरेर, शुभाश बोशेर, मातोंगिनी हाजरार, श्यामाप्रोशाद मुखार्जीर बोंगो-भूमी आर भारोत-भूमी। 

आमरा शोबाइ एइ भारोत-भूमीर शोन्तान।

एइ भूमीते कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय।

बोलून भारत माता की... जय!

बंदे...मातरम!

दीदी,  ओ दीदी, एखाने कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय। शोब भारोत-मातार शोन्तान। साथियो, जिस बंगाल से गुरुदेव ने हर भारतवासी को एक माला में पिरोया और इसी धरती से गुरुदेव ने कहा और जो हम रोज कहते हैं-

पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग

उस बंगाल में, गुरुदेव की धरती से, उस बंगाल में दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। टूरिस्ट कहा जा रहा है, मजाक उड़ाया जा रहा है, अपमान किया जा रहा है। दीदी, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बंग-भूमि के लोग किसी को, ये गुरुदेव की मिट्टी की आवाज है, किसी को बोहिरागोतो नहीं मानते। बंगाल में बीजेपी की जो राज्य सरकार आप बनाने जा रहे हैं, उसमें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी इसी मिट्टी के संतान की होगी, यही बंगाल की भूमि से होगी।  

साथियो,

लोकतंत्र में हार-जीत जनता के लिए किए गए सेवा कार्यों से तय होती है। आप सभी ने ममता दीदी को 10 साल काम करने का मौका दिया। आपके बीच आकर ममता  दीदी की जिम्मेवारी थी, वो आकर के 10 साल के काम का हिसाब दें, पल-पल का हिसाब दें, पाई-पाई का हिसाब दें। ये चुनाव में उनकी जिम्मेवारी है। लेकिन दीदी आपको हिसाब नहीं दे रही हैं, इतना ही नहीं अगर कोई हिसाब मांगे तो उसको गालियां दे रही हैं, उन पर गुस्सा कर रही हैं। अरे, जरा अपने पड़ोस में देखिए। असम में भी चुनाव चल रहा है। असम में एनडीए की सरकार है। इन 5 वर्षों में वहां तेजी से विकास के काम हुए हैं। पहले असम से लगातार हिंसा की खबरें आती थीं, तनाव की खबरें आती थीं। इन 5 वर्षों में असम में शांति आई है, स्थिरता आई है। जिन्होंने अलगाववाद का रास्ता चुना था, वो मुख्यधारा में लौट आए हैं। जबकि दीदी के राज में यहां हिंसा, बम, बंदूक उसी के  धमाके सुनाई दे रहे हैं। उसी की खबरें आती हैं। पूरे-पूरे घर उड़ जाते हैं धमाकों से घर के घर, छत की छत उड़ रही है और दीदी की सरकार सिर्फ देख रही है। इस स्थिति को हमें मिलकर बदलना होगा।

बंगाल को शांति चाहिए, बंगाल को स्थिरता चाहिए, बंगाल को बम-बंदूकों और हिंसा से मुक्ति चाहिए। और ये काम, ये काम सिर्फ बीजेपी कर सकती है। और बीजीपी कर के दिखाएगी।  दीदी, ओ दीदी, मुझे बार-बार इसलिए कहना पड़ता है कि वो सुनती नहीं हैं किसी की। दीदी, ओ दीदी-   

आपनी खैला खेलेन, आपनी खैला खेलेन, आमरा शेबा कॉरबो, आमरा शेबा कॉरबो

खैला नॉय, शेबा हौबे,

बीजेपीर एकटाई मॉन्त्रो - गरीबेर रोजगार, गरीबेर बाड़ी, गरीबेर शॉम्मान!

साथियो,

दीदी इस बात से बौखलाई हुई हैं कि बंगाल के लोग उनका खैला समझ गए हैं। इसलिए, तृणमूल वाले आजकल झूठ और प्रपंच पर उतर आए हैं। आप भी यहां देख रहे हैं कैसे नंदीग्राम को बदनाम करने के लिए एक के बाद एक झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं, झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। दीदी, आपको नंदीग्राम ने बहुत कुछ दिया, मान दिया, सम्मान दिया। अब आप नंदीग्राम के लोगों को बदनाम कर रही हो, नंदीग्राम के लोगों पर झूठे आरोप लगा रही हो, आप नंदीग्राम के लोगों को पूरे हिन्दुस्तान भर में बदनाम कर रही हो, ये नंदीग्राम के लोग, दीदी ये नंदीग्राम के लोग ये अपमान नहीं सहेंगे और दीदी  तुम्हारा जवाब मांगेंगे। नंदीग्राम के स्वाभिमानी लोग, आपको इस अपमान की सजा देंगे और इस चुनाव में जरूर देंगे।

भाइयो और बहनो,

तृणमूल का सरोकार है- कट, कमीशन, तोलाबाजी और सिंडिकेट के ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है-  अराजकता का ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है- हिंसा और अत्याचार के ओंधोकार से!

दीदी की सरकार ने ओंधोकार दिया, डबल इंजन की भाजपा सरकार शोनार बांग्ला देगी ! 

हमारा सपना- शोनार बांग्ला !

हमारा संकल्प- शोनार बांग्ला !

हमारा सिद्धांत- शोनार बांग्ला !

और इसलिए बार-बार बीजेपी सरकार  !

इसलिए इस बार भी बीजेपी सरकार, इस बार जोर से छाप, कमल छाप!

जोर से छाप, कमल छाप !  

आप यहां भारी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका बहुत आभारी हूं। और मैं देख सकता हूं आपकी आंखों में, 2 मई का चुनाव नतीजा आपकी आंखों में नजर आ रहा है। भाइयो-बहनो, मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए-

भारत माता की... जय!!

भारत माता की... जय!!

बहुत-बहुत धन्यवाद!!

 

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।