To save Bihar and make it a better state, vote for NDA: PM Modi in Patna

Published By : Admin | October 28, 2020 | 11:03 IST
QuoteThe ones who questioned dateline of Ayodhya Ram Mandir are now clapping in appreciation: PM Modi
QuoteWhat can people expect from 'yuvraj’ of 'jungle raj'? PM's dig at RJD CM candidate Tejashwi Yadav
QuoteIf you want to save Bihar and make it a better state, you need to vote for NDA: PM Modi in Patna

भारत माता की जय, भारत माता की जय।

महान पाटलिपुत्र के ई ज्ञान-विज्ञान, शौर्य-पराक्रमी, वैभवशाली भूमि के प्रणाम करीत हैयो !
महान सम्राट अशोक, विश्व गुरु चाणक्य, महान गणितज्ञ आर्यभट्ट और गुरु गोबिंद सिंह के ई गौरवशाली धरती पर अपने सब के अभिनंदन करीत ही !
बिहार के मुख्यमंत्री और भावी मुख्यमंत्री मेरे मित्र श्रीमान नितीश कुमार जी, केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में मेरे साथी श्री रवि शंकर प्रसाद जी, राज्य मंत्रिमंडल के अन्य साथी, सांसद श्रीमान रामकृपाल यादव जी, पूर्व सासंद डॉ. सी.पी. ठाकुर जी, मंच पर विराजमान सभी सांसदगण, सभी पार्टियों के नेतागण और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों,
पटना, नालंदा और दूसरे जिलों के अलग-अलग क्षेत्रों से पधारे आप सभी साथियों और जो हजारों साथी डिजिटल माध्यम से जुड़े हैं, सभी को मेरा आदरपूर्वक प्रणाम !
हर बार की भांति इस बार भी आपका स्नेह और आपका जोश इस मैदान में ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में संदेश दे रहा है, पूरे देश में संदेश दे रहा है। मेरा आज दूसरी बार बिहार आना हुआ है। मैं जहां गया ऐसा ही अद्भुत नजारा, ऐसा ही उमंग, ऐसा ही दृढ़निश्चय मैं बिहार के लोगों में देख रहा हूं और इसलिए मैं बिहार की जनता का सर झुकाकर वंदन करता हूं।
भाइयो और बहनो, बीते डेढ़ दशकों में नितीश जी की अगुवाई में बिहार ने कुशासन से सुशासन की तरफ कदम मजबूती से बढ़ाए हैं।
NDA सरकार के प्रयासों के कारण बिहार ने, असुविधा से सुविधा की ओर, अंधेरे से उजाले की ओर, अविश्वास से विश्वास की ओर, अपहरण उद्योग से अवसरों की ओर का एक लंबा सफर तय किया है। लेकिन सुशासन और विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। जब एक सुविधा सामान्य जन तक पहुंचती है तो फिर उससे भी ऊपर की सुविधा के लिए, आकांक्षा बढ़ती है।

बीते सालों में देश और बिहार की, बिहार के युवाओं की यही आकांक्षा और अपेक्षा बढ़ी है। जो कभी वंचित था, अभाव में था, निराश था, वो अब आकांक्षी बन गया है। ये बिहार की और NDA सरकार की बहुत बड़ी कामयाबी है और इसके लिए मैं नितीश जी को बधाई देता हूं।

भाइयो और बहनो, अटल जी कभी कहते थे कि बिहार में बिजली की परिभाषा ये है कि जो आती कम है, जाती ज्यादा है। लालटेन काल का अंधेरा अब छंट चुका है, लेकिन बिहार की आकांक्षा अब लगातार बिजली, LED बल्ब की है।
पहले अस्पताल में एक डॉक्टर का मिलना मुश्किल था, अब जगह-जगह मेडिकल कॉलेज और AIIMS जैसी सुविधाओं की आकांक्षा है। पहले गांव-गांव में मांग थी कि किसी तरह खड़ंजा बिछ जाए, अब हर मौसम में बनी रहने वाली चौड़ी सड़कों की आकांक्षा है। पहले सामान्य रेलवे स्टेशन भी एक सपना थे। अब स्टेशन तो आधुनिक सुविधाओं से जुड़ ही रहे हैं, नए-नए रेल रूट शुरू किए जाएं इसकी भी आकांक्षा है।
भाइयो और बहनो, बिहार के गरीब की आकांक्षा, बिहार के मध्यम वर्ग की ये आकांक्षा कौन पूरी कर सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार को बीमार बनाया, बिहार को लूटा, क्या वो ये काम कर सकते हैं?
जिन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचा, बिहार के एक-एक व्यक्ति के साथ अन्याय किया, दलितों, पिछड़ों, वंचितों का हक भी हड़प लिया, क्या वो लोग बिहार की उम्मीदों को समझ भी पाएंगे?

साथियो, आज बिहार जो चाहता है, बिहार के लोग जो चाहते हैं, वो एनडीए के लिए संकल्प-पत्र की तरह है शपथ-पत्र की तरह है। आज बिहार के शहरों को बिहटा जैसा नया और आधुनिक एयरपोर्ट चाहिए।
पहले महात्मा गांधी सेतु की स्थिति सुधारने की मांग होती थी, अब पूरे राज्य में ऐसी सुविधाओं की मांग होती है। पहले गंगा जी की स्वच्छता एक बहुत बड़ा विषय था, अब गंगा जी का पानी तो साफ हुआ ही है, यहां पटना में रिवर फ्रंट भी बन चुका है।
हाल में जो सरकार ने मिशन डॉल्फिन शुरू करने का फैसला किया है, ये मिशन डॉल्फिन के कारण उसका सबसे बड़ा लाभ गंगा के इस पाट पर होने वाला है, पटना और आस-पास के लोग उसके कारण बहुत रोजी-रोटी कमाने वाले हैं, सैकड़ों करोड़ रुपए का खर्च होने वाला है।

साथियो, पहले पटना में रिंग रोड की मांग होती थी। रिंग रोड बनी तो फिर मेट्रो की मांग तेज हुई। आज पटना मेट्रो पर काम चल रहा है तो दूसरे शहरों में भी ऐसी ही सुविधा की अपेक्षाएं बढ़ी हैं। आज पटना सहित बिहार के सभी शहरों में सड़क, पानी और सीवर जैसे बुनियादी मुद्दों पर तेज गति से काम किया जा रहा है।
गंगा जी में गिरने वाले गंदे नालों का पानी ट्रीट करने के लिए, साफ करने के लिए आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट भी लग रहे हैं। गंगा जी के घाटों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, घाटों का सुंदरीकरण किया जा रहा है।

साथियो, एक समय था जब पासपोर्ट बनवाने के लिए पटना आने के सिवाय कोई चारा नहीं था।
अब बिहार में 33 पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खुल चुके हैं। अब पासपोर्ट बनवाना और आसान हुआ है और ये मांग भी बढ़ी है कि और शहरों में भी ऐसे सेंटर खोले जाएं।

भाइयो और बहनो, बिहार के लोगों की इन अपेक्षाओं की पूर्ति अगर कोई कर सकता है तो आप को भी भरोसा है देश को भी भरोसा है, ये सिर्फ और सिर्फ एनडीए कर सकता है। आपकी इन अपेक्षाओं की पूर्ति एनडीए के द्वारा होना तय है।

आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर बिहार के पीछे भी यही प्रेरणा है, यही प्रोत्साहन है। इस अभियान का सबसे बड़ा लक्ष्य देश के, बिहार के अपने सामर्थ्य को नई ऊर्जा देने का है। इस अभियान का लक्ष्य, बिहार के युवाओं को नए अवसर देने का है, नए रास्ते दिखाने का है। इसके लिए एनडीए सरकार दिन-रात काम कर रही है। बीते समय में शिक्षा से लेकर शासन तक, किसान से लेकर श्रमिक तक,
ईज ऑफ लिविंग से लेकर ईज ऑफ डूइंग बिजिनेस तक के लिए अभूतपूर्व रिफॉर्म्स किए गए हैं।
आज साढ़े 3 दशक बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश को मिल चुकी है। इस शिक्षा नीति में भाषा और अवसरों के अभाव के कारण बिहार का जो हमारा गरीब और वंचित छूट जाता था, उसको सबसे ज्यादा लाभ होने वाला है।
यही नहीं, बिहार जैसे राज्यों में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट्स और क्वालिटी टीचर्स के लिए भी एक खाका इसमें खींचा गया है।

साथियो, पढ़ाई ही नहीं, सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं। अगर एससी, एसटी के आरक्षण को 10 साल के लिए आगे बढ़ाया गया है, इसी पार्लियामेंट के सत्र में हमने समाज के प्रति सामाजिक न्याय का ये कदम उठाया है तो सामान्य वर्ग के गरीबों को भी सामाजिक न्याय का हक है और इसलिए सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है।
केंद्र सरकार ग्रुप बी और ग्रुप सी की सेवाओं से इंटरव्यू पहले ही खत्म किया जा चुका है। वो भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा मायाजाल था, उसे खत्म कर दिया। अब और एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम लिया है, अब कंपीटिटिव एग्जाम की व्यवस्था में भी अभूतपूर्व सुधार किए गए हैं।
नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के तहत अब रेलवे, बैंक और दूसरी अनेक सरकारी भर्तियों के लिए एक ही कॉमन एंट्रेंस एग्जाम की व्यवस्था, ये बहुत बड़ा सुधार है।
अलग-अलग एग्ज़ाम खत्म होने से युवाओं की ऊर्जा, कोचिंग में लगने वाला धन और समय, परेशानी, सब कुछ बहुत कम हो जाएगा।
इससे भर्तियों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी। वरना पहले तो हर एक के लिए अलग फार्म भरो, हर एक के लिए अलग एग्जाम दो और एक ही डेट में दो एग्जाम आ गई तो कहां जाओ कहां ना जाओ परेशानी, ये सब अब खत्म कर दिया गया है और अब दूर-दूर तक जाना भी नहीं पड़ेगा, अपने जिले में व्यवस्था मिल जाएगी ताकि आप हिंदुस्तान की किसी भी बड़ी से बड़ी जगह भी जाना चाहते हैं आपका रास्ता खुल जाएगा।
आज आत्मनिर्भर बिहार के माध्यम से अगर भाजपा और NDA नए रोजगार निर्माण का रोडमैप रख रही है, तो इसके पीछे इन्हीं सुधारों का आत्मविश्वास है।

साथियो, बिहार में आईटी हब बनने की, पूरी संभावना है। यहां पटना में भी I.T की बड़ी कंपनी ने अपना ऑफिस खोला है। सिर्फ ऑफिस ही नहीं खुला है, बिहार के नौजवानों के लिए नए अवसर भी खुले हैं।
बीते सालों में दर्जन भर BPO, पटना, मुजफ्फरपुर और गया में खुल चुके हैं। इससे भी अनेकों युवाओं को रोजगार मिला है। मैं पटना के लोगों से जानना चाहता हूं, बिहार के लोगों से जानना चाहता हूं, क्या जंगलराज में बिहार IT HUB बनने का सपना भी देख सकता था?
मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, पुरानी चीजें याद करके एक बार जरूर अपने मन को सवाल पूछिए आप मन में सोचिए।
‘जंगलराज के युवराज’, क्या वो बिहार को IT के क्षेत्र में, या आधुनिकता के किसी भी क्षेत्र में आगे ले जा सकते हैं?
इसका जवाब मुझसे ज्यादा बिहार की जनता जानती है, पंद्रह-पंद्रह साल तक वो जुल्म झेला है।
भाइयो और बहनो, आज देश में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाने में उन लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है जिन्हें जंगलराज के दौर में यहां से पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा था। आज जब देश में एक नई टेक्नोलॉजी क्रांति आ रही है, तो बिहार का युवा, अपने घर पर रहते हुए भी बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है।
साथियो, आज एनडीए सरकार का जोर है कि सरकारी सेवाओं, अरे आपका उत्साह मुझे मंजूर है भइया, मेरी आपसे प्रार्थना है अभी काफी दिन काम करना है।
साथियो, आज एनडीए सरकार का जोर है कि सरकारी सेवाओं और सरकारी सुविधाओं से कुछ क्षेत्र या कोई व्यक्ति छूट ना जाए। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा टेक्नॉलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। पटना में ही शहरी गरीबों को 28 हज़ार पक्के घर टेक्नॉलॉजी के उपयोग से स्वीकृत हुए हैं।
आज सैलरी हो, पेंशन हो, प्रमाण पत्र हो, स्कॉलरशिप हो, सब्सिडी हो, टैक्स हो, ऐसी सैकड़ों सुविधाएं, हर जानकारी आपके फोन पर उपलब्ध हैं, पूरी सरकार आपकी हथेली में है।
बिहार में गांव में खुले 34 हजार कॉमन सर्विस सेंटर्स ये सुविधाएं सामान्य नागरिकों को दे रहे हैं। आज व्यापार-कारोबार के लिए भी ज्यादातर परमिशन ऑनलाइन कर दी गई है, सिंगल विंडो की सुविधाएं दी जा रही हैं। अभी सरकार ने एक और योजना शुरू की है जिसे यहां एनडीए सरकार बनने के बाद लागू करने की पूरी तैयारी है। ये योजना है, स्वामित्व योजना।
स्वामित्व योजना के तहत ड्रोन टेक्नॉलॉजी से गांवों में ज़मीन की, घरों की, प्रॉपर्टी की मैपिंग हो रही है। एक बार मैपिंग होने के बाद, लोगों को जमीनों का, घरों का प्रॉपर्टी कार्ड भी दिया जा रहा है। ये प्रॉपर्टी कार्ड मिलने के बाद आपको अनेक झगड़ों से मुक्ति मिलेगी, बैंकों से कर्ज आसानी से मिलेगा।

साथियो, टेक्नॉलॉजी के माध्यम से कैसे समाज के हर क्षेत्र, हर व्यक्ति को तेजी से लाभ सुनिश्चित होता है, ये कोरोना काल में भी देखने को मिला है। आप कल्पना कर सकते हैं, अगर मोबाइल को आधार और बैंक खातों से न जोड़ा गया होता, तो इस संकट काल में बिहार की गरीब बहनों के खाते में करोड़ों रुपए सीधे कैसे पहुंच पाते?
अगर पीएम किसान सम्मान निधि को टेक्नोलॉजी से न जोड़ा गया होता तो क्या बिहार के किसानों के बैंक खाते में हजारों करोड़ रुपए क्या पहुंच पाते?
श्रमिकों, संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, पेंशनधारकों, ऐसे अनेक साथियों की सीधी मदद अगर ये सब ना होता तो संभव नहीं होती इस कालखंड में।

साथियो, जनधन, आधार, मोबाइल की त्रिशक्ति अगर ना होती तो बिहार के लाखों गरीब परिवारों के हक का राशन पहले की तरह, जो पंद्रह साल पहल होता था, कोई और हड़प लेता। कोरोना के इस काल में गरीब और मध्यम वर्ग के वो साथी जिन्होंने होम लोन, ऑटो लोन, एजुकेशन लोन, क्रेडिट कार्ड या MSMEs के लिए लोन ले रखा है उनको भी बड़ी राहत दी गई है।
भाई आपका उत्साह मुझे मंजूर है, आपका प्यार मेरे सर-आंखों पर।

मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, ऐसे साथी जो पहले नियमित रूप से किश्त चुका रहे थे लेकिन कोरोना के कारण वो ऐसा नहीं कर पाए, उनको ब्याज़ में राहत दी गई है। ये काम भी टेक्नॉलॉजी के उपयोग से पूरी पारदर्शिता के साथ, तेजी से किया जा रहा है।
भाइयो और बहनो, कुछ देर पहले मैं रविशंकर जी से चर्चा कर रहा था। उन्होंने भी बड़ी अच्छी जानकारी मुझे दी है। लॉकडाउन के दौरान जब बैंक या ATM जाना मुश्किल था, तब डाक विभाग ने बिहार के 23 लाख बड़ी आयु के साथियों को घर बैठे बैंक से लेनदेन की सुविधा दी है।
कुछ साल पहले तक भारत में मोबाइल फोन चलाना, इंटरनेट चलाना, सिर्फ साधन संपन्न लोगों का ही विषय माना जाता था। आज गरीब से गरीब के पास भी, दलित, वंचित, पिछड़ा, समाज के हर वर्ग के युवाओं के पास अपना मोबाइल फोन है। सिर्फ मोबाइल फोन ही नहीं है, कॉल करना और इंटरनेट चलाना इतना सस्ता है। ये भी एनडीए सरकार की ही देन है।

भाइयो और बहनो, निरंतर आगे बढ़ना, नए आयाम तय करना ही विकास है। अब देश के, बिहार के गांवों के करोड़ों साथियों को गांव में तेज इंटरनेट चाहिए।
1 हजार दिनों के भीतर गांव-गांव ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने का अभियान भी बिहार से ही शुरु हो चुका है। लक्ष्य ये है कि बिहार के गांव-गांव में ये काम आने वाले कुछ महीनों में ही पूरा कर लिया जाए। इससे हर गांव में सार्वजनिक वाई-फाई सेवा मिलेगी।
प्राइमरी स्कूल, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर और जीविका दीदियों को एक साल के लिए मुफ्त इंटरनेट सुविधा दी जाएगी। इससे गांव में बच्चों की पढ़ाई, युवाओं की कमाई और मरीजों की दवाई के लिए अवसर ज्यादा बढ़ेंगे।
भाइयो और बहनो, डिजिटल इंडिया के इस विस्तार से गांव और गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देना भी आसान होगा और अस्पतालों में होने वाली परेशानियां भी कम होंगी। टेलिमेडिसिन के माध्यम से घर-घर इलाज पहुंचाना आने वाले दिनों में संभव होगा।
टेक्नॉलॉजी का उपयोग करते हुए अब नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन भी शुरु किया जा रहा है। इसके तहत बिहार के सभी नागरिकों का हेल्थ रिकॉर्ड बनेगा। इससे गरीब को, मध्यम वर्ग के साथियों को अस्पतालों में लंबी कतारों में खड़ा होने की जरूरत नहीं रहेगी।
इससे डॉक्टरों की, अस्पतालों की पारदर्शिता बढ़ेगी और गरीब, मध्यम वर्ग को होने वाली परेशानी इससे कम होने वाली है।
आयुष्मान भारत, जन औषधि केंद्र और AIIMS जैसे आधुनिक मेडिकल संस्थानों के बाद इस योजना का भी बिहार के सामान्य नागरिकों को बहुत लाभ होगा।
साथियो, केंद्र की ऐसी अनेक लाभकारी और जनहित की योजनाओं का बिहार को तेजी से लाभ मिले इसके लिए नितीश जी के नेतृत्व में यहां NDA को जिताना बहुत जरूरी है।
अगर अटकाने, लटकाने और भटकाने वाले लोगों को, जंगलराज वालों को जरा भी अवसर मिलेगा तो जमीन पर इन योजनाओं को पहुंचाने में शायद मुश्किल हो जाएगा असंभव हो जाएगा।
आप याद रखिए, बिहार के सामने आज दो बड़े खतरे हैं। एक खतरा जो पूरी दुनिया के सामने है, उससे बिहार अछूता नहीं रह सकता है, पूरी मानवजाति के सामने खतरा है और वो है कोरोना का खतरा, जो आपके परिवार को बीमार कर सकता है।
दूसरा खतरा, बिहार को बीमार करने वाली ताकतों से है। अपने परिवार को, अपने बिहार को बचाने के लिए, बिहार को स्वस्थ और सशक्त बनाने के लिए आपका वोट इस बार भी एनडीए को ही मिलना चाहिए, ये मेरी आपसे प्रार्थना है। आपका जैसे मास्क पहनने से, दो गज की दूरी रखने से आप अपने आप को और अपने परिवार को बीमारी से बचा सकते हैं, वैसे ही आप अपने एक वोट से बिहार को बीमार बनाने से बचा सकते हैं।

मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, जब मैं एनडीए की बात करता हूं, इसका मेरा सीधा-सीधा मतलब है, भाजपा, जेडीयू, हम पार्टी और VIP इन चारों दलों के हर उम्मीदवार को भारी मतों से जिताना है।
इसी आग्रह के साथ फिर से आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए।
भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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പ്രിയ ദേശവാസികളെ, നമസ്കാരം
നമ്മളെല്ലാം കഴിഞ്ഞ ദിവസങ്ങളിൽ രാജ്യത്തിന്റെ ശക്തിയും സംയമനവും കണ്ടു.
ഞാൻ ആദ്യമായി ഭാരതത്തിലെ പരാക്രമശാലികളായ സൈനിക‍ർക്ക്, സായുധസേനാ വിഭാഗങ്ങളെ, നമ്മുടെ ശാസ്ത്രജ്ഞരെയും ഓരോ ഭാരതീയരുടേയും പേരിൽ സല്യൂട്ട് ചെയ്യുകയാണ്
നമ്മുടെ വീരസൈനികർ ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂറിന്റെ ലക്ഷ്യപ്രാപ്തിക്കായി അതിരുകളില്ലാത്ത ധൈര്യം പ്രകടിപ്പിച്ചു.
ഞാൻ അവരുടെ ധീരതയെ-സാഹസത്തെ-പരാക്രമശൈലിയെ ആദരിക്കുന്നു
അതിനായി ഇന്ന് സമ‍ർപ്പിക്കുന്നു
നമ്മുടെ രാജ്യത്തെ ഓരോ അമ്മമാ‍ർക്കും രാജ്യത്തെ ഓരോ പെൺമക്കൾക്കും ഈ പരാക്രമത്തെ ഇന്ന് സമർപ്പിക്കുന്നു
സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഏപ്രിൽ 22ന് പഹൽഗാമിൽ തീവ്രവാദികൾ കാട്ടിയ കാടത്തം രാജ്യത്തെയും ലോകത്തെയും വേദനയിലാഴ്ത്തി
അവധിക്കാലം ആഘോഷിക്കാനെത്തിയ നിർദോഷികളായ സാധാരണ പൗരൻമാരെ മതം ചോദിച്ച് അവരുടെ കുടുംബാംഗങ്ങൾക്ക് മുന്നിൽ വെച്ച് ക്രൂരമായി കൊലപ്പെടുത്തി
ഇത് ഭീകരവാദികളുടെ ബീഭത്സമായ മുഖമായിരുന്നു, ക്രൂരതയായിരുന്നു
ഇത് രാജ്യത്തിന്റെ സദ്ഭാവനയെ ഇല്ലാതാക്കാനുള്ള ശക്തമായ പരിശ്രമമായിരുന്നു
എന്നെ സംബന്ധിച്ച് ഇത് വ്യക്തിപരമായി വളരെയധികം വേദനിപ്പിച്ചു
ഈ ഭീകരവാദ ആക്രമണത്തിന് ശേഷം രാജ്യം മുഴുവൻ-ഓരോ പൗരനും-മുഴുവൻ സമൂഹവും-ഓരോ വിഭാഗവും-ഓരോ രാഷ്ട്രീയ പാ‍ർട്ടിയും-ഒരേ സ്വരത്തിൽ തീവ്രവാദികൾക്കെതിരെ ശക്തമായ നടപടികൾ സ്വീകരിക്കണമെന്ന ആവശ്യവുമായി മുന്നോട്ടുവന്നു.
ഞങ്ങൾ തീവ്രവാദികളെ ഇല്ലാതാക്കാൻ ഭാരതീയ സൈനിക‍ർക്ക് പൂർണമായ അധികാരം നൽകി
ഇന്ന് ഓരോ തീവ്രവാദിയും-ഓരോ തീവ്രവാദി സംഘടനയും ഇത് മനസിലാക്കിയിട്ടുണ്ട്
അതായത് നമ്മുടെ സഹോദരിമാരുടെ-പെൺമക്കളുടെ നെറ്റിയിലെ സിന്ദൂരം മായ്ച്ചാൽ അവസ്ഥ എന്താകുമെന്ന്.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂ‍ർ കേവലം ഒരു പേര് മാത്രമല്ല
ഇത് രാജ്യത്തെ കോടാനുകോടി ആളുകളുടെ ഭാവനകളുടെ പ്രതിബിംബമാണ്.
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂ‍ർ നീതിക്ക് വേണ്ടിയുള്ള അഖണ്ഡമായ പ്രതിജ്ഞയാണ്
മെയ് 6ആം തീയതി അ‍ർധരാത്രി, മെയ് 7ന് അതിരാവിലെ, ലോകം ഈ പ്രതിജ്ഞയുടെ ഫലപ്രാപ്തി തിരിച്ചറിഞ്ഞു
ഭാരതീയ സൈനിക‍ർ പാകിസ്ഥാന്റെ തീവ്രവാദി കേന്ദ്രങ്ങളിൽ, അവരുടെ പരിശീലന കേന്ദ്രങ്ങളിൽ അവരുടെ പരിശീലന കേന്ദ്രങ്ങളിൽ ശക്തിയായ ആക്രമണം നടത്തി.
തീവ്രവാദികൾ സ്വപ്നത്തിൽ പോലും വിചാരിച്ചിരുന്നില്ല, ഭാരതം ഇത്ര ശക്തമായ തീരുമാനം കൈക്കൊള്ളുമെന്ന്
എന്നാൽ ഇന്ന് രാജ്യം ഒരുമിച്ച് നിൽക്കുന്നു
രാഷ്ട്രം പ്രഥമം എന്ന ഭാവനയിൽ ഉറച്ച് നിൽക്കുന്നു
എല്ലാത്തിനും മുകളിൽ രാഷ്ട്രം എന്ന ചിന്തക്ക് പ്രാധാന്യം നൽകുന്നു
ശക്തമായ, ഉറച്ച തീരുമാനം കൈക്കൊള്ളുന്നു.
അതിന്റെ ഫലവും കാണുന്നു.
പാകിസ്ഥാന്റെ തീവ്രവാദ കേന്ദ്രങ്ങളിൽ ഭാരതീയ മിസൈലുകൾ ആക്രമിച്ചപ്പോൾ, ഭാരതീയ ഡ്രോണുകൾ ആക്രമിച്ചപ്പോൾ അത് തീവ്രവാദ സംഘടനകളുടെ കെട്ടിടങ്ങൾ മാത്രമല്ല തക‍ർത്തത്.
അവരുടെ ആവേശത്തെയും അത് ഇല്ലാതാക്കി.
ബഹാവൽപൂ‍ർ, മുരിദ്കെ തുടങ്ങിയ തീവ്രവാദ കേന്ദ്രങ്ങൾ ഇവയെല്ലാം ഒരുതരത്തിൽ ആഗോള തീവ്രവാദത്തിന്റെ സ‍ർവകലാശാലകളാണ്.
ലോകത്താകമാനം നടന്ന തീവ്രവാദ ആക്രമണങ്ങൾ- 9/11 ആയാലും ലണ്ടൻ ട്യൂബ് ബോംബിംഗുകൾ അല്ലെങ്കിൽ ഭാരതത്തിന് നേരെ ദശകങ്ങളായി നടന്ന വലിയ തീവ്രവാദ ആക്രമണങ്ങൾ ആയാലും അതിന്റെയെല്ലാം അടിസ്ഥാന വേര് ഒരു തരത്തിൽ ഈ തീവ്രവാദ കേന്ദ്രങ്ങളായിരുന്നു.

തീവ്രവാദികൾ നമ്മുടെ സഹോദരിമാരുടെ സിന്ദൂരം മായ്ച്ചു.

അതിനാൽ ഭാരതം ഭീകര തീവ്രവാദത്തിന്റെ ഈ ഹെഡ് ക്വാട്ടേഴ്‌സ് അടിച്ച് തകർത്തു. ഭാരതത്തിന്റെ ഈ ആക്രമണങ്ങളിൽ നൂറിലധികം ഭീകരന്മാർ കൊല്ലപ്പെട്ടു.

ഭീകരവാദത്തിന്റെ ശക്തി കേന്ദ്രങ്ങൾ കഴിഞ്ഞ രണ്ടര - മൂന്ന് ദശകങ്ങളായി പാകിസ്ഥാനിൽ പരസ്യമായി ചുറ്റി തിരിഞ്ഞിരുന്നവർ..

അവർ ഭാരതത്തിനെതിരായി പ്രവർത്തിച്ച് വന്നിരുന്നു.

അവരെ ഭാരതം ഒരു ആക്രമണത്തിലൂടെ ഇല്ലാതാക്കി.

സുഹൃത്തുക്കളെ....
ഭാരതത്തിന്റെ ഈ പ്രവർത്തനത്തിലൂടെ പാകിസ്ഥാൻ കടുത്ത നിരാശയിലകപ്പെട്ടു.

നിരാശയുടെ പടുകുഴിയിലകപ്പെട്ടു.

ഇതിനിടയിൽ അവർ ഒരു ദുഃസ്സാഹസം കാട്ടി.

ഭാരതം ഭീകര വാദത്തിനെതിരെ കൈകൊണ്ട നടപടിക്കെതിരായി പാകിസ്ഥാൻ ഭാരതത്തെ ആക്രമിക്കാൻ ആരംഭിച്ചു.

പാകിസ്ഥാൻ നമ്മുടെ സ്കൂളുകളും കോളേജുകളും, ഗുരുദ്വാരകളും, ക്ഷേത്രങ്ങളും, സാധാരണക്കാരുടെ വീടുകളും ലക്ഷ്യം വച്ചു.

പാകിസ്ഥാൻ നമ്മുടെ സൈനിക കേന്ദ്രങ്ങൾ ലക്‌ഷ്യം വച്ചു.

എന്നാൽ ഇവിടെയും പാകിസ്ഥാൻ സ്വയം പരാജയപ്പെട്ടു.

പാകിസ്താന്റെ ഡ്രോണുകളും മിസൈലുകളും ഭാരതത്തിന് മുന്നിൽ പുല്കൊടിയെ പോലെ ചിതറിയാത്ത ലോകം കണ്ടു.


ഭാരതത്തിന്റെ ശക്തമായ എയർ ഡിഫെൻസ് സിസ്റ്റം, അവയെല്ലാം ആകാശത്ത് വച്ച് തന്നെ നശിപ്പിച്ചു.

പാകിസ്ഥാൻ അതിർത്തിയിൽ ആക്രമണം നടത്തുന്നതിനും തയ്യാറായി.

എന്നാൽ, ഭാരതം പാകിസ്ഥാന്റെ നെഞ്ചിന് നേരെ നിറയൊഴിച്ചു.

ഭാരതീയ ഡ്രോണുകളും ഭാരതീയ മിസൈലുകളും ശക്തമായി തിരിച്ചടിച്ചു.

പാകിസ്ഥാൻ വായു സേനയുടെ ബസുകൾക്ക് കേടുപാടുകൾ വരുത്തി.


ഇതിൽ പാകിസ്ഥാൻ അഹങ്കരിച്ചിരുന്നു.


ഭാരതം ആദ്യത്തെ മൂന്ന് ദിവസങ്ങൾക്കുള്ളിൽ തന്നെ പാകിസ്ഥാനിൽ വരുത്തിയ നാശം, അത് അവർ ഒരിക്കലും പ്രതീക്ഷിച്ചിരുന്നില്ല.

അതിനാൽ.

ഭാരതത്തിന്റെ ശക്തമായ ആക്രമണത്തിന് ശേഷം - പാകിസ്ഥാൻ രക്ഷാമാർഗം ചിന്തിച്ച് തുടങ്ങി.

പാകിസ്ഥാൻ - ലോകത്താകമാനം ആക്രമണം ലഘൂകരിക്കുന്നതിനുള്ള മാർഗം തേടി.

വളരെ അധികം നാശ നഷ്ടങ്ങൾ ഉണ്ടായ ശേഷം നിർബന്ധിതമായി മെയ് പത്തിന് ഉച്ചയ്ക്ക് പാകിസ്ഥാൻ സൈന്യം നമ്മുടെ DGMO യുമായി ബന്ധപ്പെട്ടു.


അതിനിടയിൽ നാം തീവ്രവാദത്തിൻറെ അടിസ്ഥാന കേന്ദ്രങ്ങളെ വലിയ രീതിയിൽ നശിപ്പിച്ചു.

ഭീകരവാദികളെ മൃത്യുവിൻറെ മാർഗ്ഗത്തിലേയ്ക്ക് നയിച്ചു.

പാകിസ്ഥാന്റെ നെഞ്ചിൽ തഴച്ച് വളർന്ന തീവ്രവാദ കേന്ദ്രങ്ങളെ

നാം നിലംപരിശാക്കി.


അതിനാൽ പാകിസ്ഥാന്റെ ഭാഗത്ത് നിന്നും അഭ്യർഥന വരാൻ തുടങ്ങി.
പാകിസ്ഥാൻ ഇത് പറഞ്ഞപ്പോൾ-ഇനി അവരുടെ ഭാഗത്ത് നിന്നും ഭീകരവാദ പ്രവ‍ർത്തനങ്ങളും ആക്രമണവും ഉണ്ടാകില്ലെന്ന് പറഞ്ഞപ്പോൾ ഭാരതം അതിനെക്കുറിച്ച് ചിന്തിച്ചു.
ഞാൻ വീണ്ടും ആവ‍ത്തിക്കുകയാണ്, നാം പാകിസ്ഥാന്റെ തീവ്രവാദ-സൈനിക കേന്ദ്രങ്ങൾക്കെതിരെ സ്വീകരിച്ച മറുപടി നടപടികൾ ഇപ്പോൾ കേവലം നിർത്തിവെച്ചിരിക്കുകയാണ്.
വരും ദിവസങ്ങളിൽ നാം പാകിസ്ഥാന്റെ ഓരോ ചുവടും പ്രത്യേകം നിരീക്ഷിക്കും-അളക്കും.
അവ‍ർ സ്വീകരിക്കുന്ന നടപടികൾ എന്താണെന്ന് നിരീക്ഷിക്കും.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഭാരതത്തിന്റെ മൂന്ന് സൈനിക വിഭാഗങ്ങൾ-നമ്മുടെ എയ‍ഫോഴ്സ്-നമ്മുടെ ആ‍ർമി-നമ്മുടെ നേവി-നമ്മുടെ ബോർഡർ സെക്യൂരിറ്റി ഫോഴ്സ്-BSF-ഭാരതീയ അ‍ധസൈനിക വിഭാഗങ്ങൾ ഇവരെല്ലാം ജാഗരൂകരാണ്.
സ‍ജിക്കൽ സ്ട്രൈക്ക് - എയ‍ർ സ്ട്രൈക്ക് എന്നിവക്ക് ശേഷം ഇപ്പോൾ ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂർ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായ ഭാരതത്തിന്റെ നീതിയാണ്.
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂ‍ർ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായ യുദ്ധത്തിൽ ഒരു അതിര് നിശ്ചയിച്ചിരിക്കുകയാണ്. പുതിയ അതിര്.
ന്യൂ നോർമൽ നിശ്ചയിച്ചിരിക്കുകയാണ്.
ആദ്യം- ഭാരതം തീവ്രവാദത്തിനെതിരായി ശക്തമായ മറുപടി നൽകി.
നാം നമ്മുടെ രീതിയിൽ -നമ്മുടെ തീരുമാനങ്ങളിൽ മറുപടി നൽകുക തന്നെ ചെയ്യും.
തീവ്രവാദത്തിന്റെ വേരുകൾ പിഴുതെറിയാൻ നാം ഓരോ സ്ഥലത്തും കടന്നുചെന്ന് ശക്തമായ നടപടി സ്വീകരിക്കും.
രണ്ടാമത്-ഒരിക്കലും ആരിൽ നിന്നുമുള്ള ന്യൂക്ലിയ‍ർ ബ്ലാക്മെയിലിംഗ് ഭാരതം സഹിക്കില്ല.
ന്യൂക്ലിയർ ബ്ലാക്മെയിലിംഗിന്റെ തണലിൽ വള‍ർന്ന ഭീകരവാദ കേന്ദ്രങ്ങൾ ഭാരതം ശക്തമായി നശിപ്പിച്ചു.
മൂന്നാമത്- തീവ്രവാദികളെ പിന്തുണക്കുന്ന സ‍ർക്കാരിനെയും തീവ്രവാദികളെയും നാം വ്യത്യസ്തമായി കാണുന്നില്ല.
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂറിന് ശേഷം ലോകം പാകിസ്ഥാന്റെ യാദാ‍ർഥ്യം തിരിച്ചറിഞ്ഞു.
മരണപ്പെട്ട തീവ്രവാദികളുടെ സംസ്കാരച്ചടങ്ങ്-അതിൽ വലിയ വലിയ പാകിസ്ഥാൻ സൈനിക ഓഫീസ‍ർമാർ പങ്കെടുത്തു.
സ്റ്റേറ്റ് സ്പോൺസേർഡ് ടെററിസത്തിന് ഇത് ഉത്തമ ഉദാഹരണമാണ്.
നാം ഭാരതത്തിന്റെ, നമ്മുടെ ദേശവാസികളുടെ-രക്ഷക്കായി അപകടത്തിൽ നിന്നും മോചിപ്പിക്കാനായി തുട‍ർച്ചയായി ശക്തമായ നടപടികൾ സ്വീകരിക്കും

സുഹൃത്തുക്കളേ,
യുദ്ധമൈതാനത്ത് നാം ഓരോ തവണയും പാകിസ്ഥാനെ പരാജയപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്.
ഇപ്രാവശ്യം ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂർ പുതിയ മാതൃകയാണ്.
നാം മരുഭൂമിയിലും, പ‍ർവ്വതത്തിലും സ്വന്തം ശക്തി, ശക്തമായി പ്രകടിപ്പിക്കുന്നു.
ഒപ്പം ന്യൂ ഏജ് വാ‍ർഫെയറിനും സ്വന്തം ശക്തി തെളിയിക്കുന്നു.
ഈ ഓപ്പറേഷന് ശേഷം നാം മെയ്ഡ് ഇൻ ഇന്ത്യ ആയുധങ്ങളുടെ ശക്തി തിരിച്ചറിയുന്നു.
അത് ലോകം കണ്ടു.
21ാം നൂറ്റാണ്ടിലെ വാ‍ർഫെയറിൽ മെയ്ഡ് ഇൻ ഇന്ത്യ പ്രതിരോധ ഉപകരണങ്ങളുടെ സമയം വന്നു വഴിഞ്ഞു.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഇങ്ങനെ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായി നാം ഒത്തുചേരുന്നതാണ് നമ്മുടെ ഐക്യം.
അതാണ് നമ്മുടെ ഏറ്റവും വലിയ ശക്തി.
തീ‍ർച്ചയായും ഈ യുഗം യുദ്ധത്തിന്റേതല്ല.
എന്നാൽ ഈ യുഗം തീവ്രവാദ
അതിനാൽ പാകിസ്ഥാന്റെ ഭാഗത്ത് നിന്നും അഭ്യർഥന വരാൻ തുടങ്ങി.
പാകിസ്ഥാൻ ഇത് പറഞ്ഞപ്പോൾ-ഇനി അവരുടെ ഭാഗത്ത് നിന്നും ഭീകരവാദ പ്രവ‍ർത്തനങ്ങളും ആക്രമണവും ഉണ്ടാകില്ലെന്ന് പറഞ്ഞപ്പോൾ ഭാരതം അതിനെക്കുറിച്ച് ചിന്തിച്ചു.
ഞാൻ വീണ്ടും ആവ‍ത്തിക്കുകയാണ്, നാം പാകിസ്ഥാന്റെ തീവ്രവാദ-സൈനിക കേന്ദ്രങ്ങൾക്കെതിരെ സ്വീകരിച്ച മറുപടി നടപടികൾ ഇപ്പോൾ കേവലം നിർത്തിവെച്ചിരിക്കുകയാണ്.
വരും ദിവസങ്ങളിൽ നാം പാകിസ്ഥാന്റെ ഓരോ ചുവടും പ്രത്യേകം നിരീക്ഷിക്കും-അളക്കും.
അവ‍ർ സ്വീകരിക്കുന്ന നടപടികൾ എന്താണെന്ന് നിരീക്ഷിക്കും.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഭാരതത്തിന്റെ മൂന്ന് സൈനിക വിഭാഗങ്ങൾ-നമ്മുടെ എയ‍ഫോഴ്സ്-നമ്മുടെ ആ‍ർമി-നമ്മുടെ നേവി-നമ്മുടെ ബോർഡർ സെക്യൂരിറ്റി ഫോഴ്സ്-BSF-ഭാരതീയ അ‍ധസൈനിക വിഭാഗങ്ങൾ ഇവരെല്ലാം ജാഗരൂകരാണ്.
സ‍ജിക്കൽ സ്ട്രൈക്ക് - എയ‍ർ സ്ട്രൈക്ക് എന്നിവക്ക് ശേഷം ഇപ്പോൾ ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂർ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായ ഭാരതത്തിന്റെ നീതിയാണ്.
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂ‍ർ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായ യുദ്ധത്തിൽ ഒരു അതിര് നിശ്ചയിച്ചിരിക്കുകയാണ്. പുതിയ അതിര്.
ന്യൂ നോർമൽ നിശ്ചയിച്ചിരിക്കുകയാണ്.
ആദ്യം- ഭാരതം തീവ്രവാദത്തിനെതിരായി ശക്തമായ മറുപടി നൽകി.
നാം നമ്മുടെ രീതിയിൽ -നമ്മുടെ തീരുമാനങ്ങളിൽ മറുപടി നൽകുക തന്നെ ചെയ്യും.
തീവ്രവാദത്തിന്റെ വേരുകൾ പിഴുതെറിയാൻ നാം ഓരോ സ്ഥലത്തും കടന്നുചെന്ന് ശക്തമായ നടപടി സ്വീകരിക്കും.
രണ്ടാമത്-ഒരിക്കലും ആരിൽ നിന്നുമുള്ള ന്യൂക്ലിയ‍ർ ബ്ലാക്മെയിലിംഗ് ഭാരതം സഹിക്കില്ല.
ന്യൂക്ലിയർ ബ്ലാക്മെയിലിംഗിന്റെ തണലിൽ വള‍ർന്ന ഭീകരവാദ കേന്ദ്രങ്ങൾ ഭാരതം ശക്തമായി നശിപ്പിച്ചു.
മൂന്നാമത്- തീവ്രവാദികളെ പിന്തുണക്കുന്ന സ‍ർക്കാരിനെയും തീവ്രവാദികളെയും നാം വ്യത്യസ്തമായി കാണുന്നില്ല.
ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂറിന് ശേഷം ലോകം പാകിസ്ഥാന്റെ യാദാ‍ർഥ്യം തിരിച്ചറിഞ്ഞു.
മരണപ്പെട്ട തീവ്രവാദികളുടെ സംസ്കാരച്ചടങ്ങ്-അതിൽ വലിയ വലിയ പാകിസ്ഥാൻ സൈനിക ഓഫീസ‍ർമാർ പങ്കെടുത്തു.
സ്റ്റേറ്റ് സ്പോൺസേർഡ് ടെററിസത്തിന് ഇത് ഉത്തമ ഉദാഹരണമാണ്.
നാം ഭാരതത്തിന്റെ, നമ്മുടെ ദേശവാസികളുടെ-രക്ഷക്കായി അപകടത്തിൽ നിന്നും മോചിപ്പിക്കാനായി തുട‍ർച്ചയായി ശക്തമായ നടപടികൾ സിവീകരിക്കും.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
യുദ്ധമൈതാനത്ത് നാം ഓരോ തവണയും പാകിസ്ഥാനെ പരാജയപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്.
ഇപ്രാവശ്യം ഓപ്പറേഷൻ സിന്ദൂർ പുതിയ മാതൃകയാണ്.
നാം മരുഭൂമിയിലും, പ‍ർവ്വതത്തിലും സ്വന്തം ശക്തി, ശക്തമായി പ്രകടിപ്പിക്കുന്നു.
ഒപ്പം ന്യൂ ഏജ് വാ‍ർഫെയറിനും സ്വന്തം ശക്തി തെളിയിക്കുന്നു.
ഈ ഓപ്പറേഷന് ശേഷം നാം മെയ്ഡ് ഇൻ ഇന്ത്യ ആയുധങ്ങളുടെ ശക്തി തിരിച്ചറിയുന്നു.
അത് ലോകം കണ്ടു.
21ാം നൂറ്റാണ്ടിലെ വാ‍ർഫെയറിൽ മെയ്ഡ് ഇൻ ഇന്ത്യ പ്രതിരോധ ഉപകരണങ്ങളുടെ സമയം വന്നു വഴിഞ്ഞു.

സുഹൃത്തുക്കളേ,
ഇങ്ങനെ തീവ്രവാദത്തിനെതിരായി നാം ഒത്തുചേരുന്നതാണ് നമ്മുടെ ഐക്യം.
അതാണ് നമ്മുടെ ഏറ്റവും വലിയ ശക്തി.
തീ‍ർച്ചയായും ഈ യുഗം യുദ്ധത്തിന്റേതല്ല.
എന്നാൽ ഈ യുഗം തീവ്രവാദ ത്തിന്റേതുമല്ല.

തീവ്രവാദത്തിനെതിരായി സീറോ ടോളറൻസ് എന്നതാണ് ഒരു മികച്ച മാർഗം ലോകത്തിൻറെ ഗ്യാരന്റി.

സുഹൃത്തുക്കളെ..

പാകിസ്ഥാൻ സേന - പാകിസ്ഥാൻ സർക്കാർ എങ്ങനെയാണോ തീവ്രവാദത്തെ പരിപോക്ഷിപ്പിക്കുന്നത്- അത് ഒരു ദിവസം പാകിസ്ഥാനെ തന്നെ ഇല്ലാതാക്കും.

പാകിസ്ഥാന് രക്ഷപ്പെടണമെന്നുണ്ടെങ്കിൽ അവർ തീവ്രവാദത്തെ തുടച്ച് നീക്കണം.

ഇതല്ലാതെ സമാധാനത്തിന് മറ്റൊരു മാർഗമില്ല.

ഭാരതത്തിന്റെ അഭിപ്രായം വ്യക്തമാണ്.


തീവ്രവാദവും - സംഭാഷണവും ഒരുമിച്ച് മുന്നോട്ട് പോകില്ല.

തീവ്രവാദവും വ്യാപാരവും ഒരുമിച്ച് പോകില്ല.

വെള്ളവും രക്തവും ഒരുമിച്ച് ഒഴുകില്ല.

എനിക്ക് ലോകത്തോട് പറയാനുള്ളത് നമ്മുടെ നീതിയുടെ പ്രഖ്യാപനം പാകിസ്താനുമായി സംസാരിക്കുന്നുണ്ടെങ്കിൽ അത് തീവ്രവാദത്തിന് എതിരായി.

പാകിസ്ഥാനുമായി സംസാരിക്കുന്നെങ്കിൽ അത് പാക് occupied kashmir നെ പറ്റിയായിരിക്കും.

പ്രിയ ദേശവാസികളെ,

ഇന്ന് ബുദ്ധ പൂർണിമ. ഭഗവാൻ ബുദ്ധൻ നമുക്ക് സമാധാനത്തിന്റെ മാർഗം കാട്ടിത്തന്നു. സമാധാനത്തിന്റെ മാർഗവും ശക്തി പകരുന്നു. മാനവ - സമാധാനം - സമൃദ്ധി എന്നിവ കൊണ്ടുവരും. ഓരോ ഭാരതീയനും സമാധാനത്തോടെ ജീവിക്കണം. വികസിത ഭാരതമെന്ന സ്വപനം പൂര്തത്തീകരിക്കണം. അതിനായി ഭാരതം കൂടുതൽ ശാക്തീകരിക്കേണ്ടത് ആവശ്യമാണ്. ആവശ്യമുണ്ടെങ്കിൽ ഈ ശക്തി പ്രയോജനപ്പെടുത്താം. കഴിഞ്ഞ കുറച്ച് ദിവസങ്ങളിൽ ഭാരതം അതാണ് ചെയ്തത്. ഒരിക്കൽ കൂടി ഭാരതീയ സൈനികർക്ക് - സായുധ സെനങ്ങൾക്ക്ക് അഭിവാദ്യങ്ങൾ. നാം ഭാരതീയയുടെ ഐക്യം ഒരുമ എന്നിവയെ ഞാൻ നമിക്കുന്നു.

നന്ദി

ഭാരത് മാതാ കീ ജയ്

ഭാരത് മാതാ കീ ജയ്

ഭാരത് മാതാ കീ ജയ്