Our government truly prioritizes the well-being of the Janjatiyas: PM Modi

Published By : Admin | February 3, 2024 | 15:30 IST
The government has decided to honour Advani ji with the Bharat Ratna for his invaluable contributions and service to India
Previous governments instead of focusing on improved budgets, they only squandered public money indulging in rampant corruption
Our government truly prioritizes the well-being of the Janjatiyas and not merely treating them as vote-banks like previous governments
To enable international acclaim to the state of Odisha the Konark Chakra was chosen as a symbol during the G20 Summit in New Delhi
Sadhu Meher Ji was the ambassador of the entire potential of the state of Odisha

जॉय जगन्नाथ! जॉय जगन्नाथ! जॉय मां समलेई मोर सबू मा बहेन, आर दादा भाई, समकू नुआ बछर, आर पुषपुनिर्, गुर्दु-टे शुभेच्छा आर ऑभिनंदन!

मेरे परिवारजनो,
संबलपुर, वीर सुरेंद्र साय जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों, संत कवि भीम भोई जैसे दार्शनिकों और स्‍वभाव कवि गंगाधर मेहर जैसे स्वाभिमानी देशभक्तों की भूमि है। मैं कूदोपाली, चिताखाई और सिंघोंड़ा के सभी शहीदों को भी नमन करता हूं। इस वर्ष ओडिशा की कला-संस्कृति की सेवा करने वाले 4 और साथियों को पद्म पुरस्कार मिले हैं। मैं, गोपीनाथ स्वैन जी, भगबत प्रधान जी, बिनोद महराणा जी और बिनोद कुमार पसायत जी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियो,
आज भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यकर्ता के लिए भी गर्व और गौरव का दिन है। आप सबको ये खुशखबरी मिल चुकी है कि आज देश ने हम सबके आदरणीय नेता लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न देने की घोषणा की है। ये सम्मान राष्ट्रसेवा की परंपरा के सम्मान के हम सब कार्यकर्ताओं का भी सम्मान है। ये सम्मान उस विचारधारा का सम्मान भी है, जो सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र प्रथम को लेकर के ही चलती है। ये सम्मान 2 सांसदों वाली पार्टी से चलकर देश और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने का और लोकतंत्र को मजबूती देने वाले कार्यकर्ताओं के संघर्षों का सम्मान है। एक समय था जब शुचिता और ईमानदारी पर आधारित एक अलग राजनीति के कारण भाजपा को सियासी अछूत घोषित कर दिया गया। लेकिन अटल जी के साथ, आडवाणी जी जैसे नेताओं ने उस दुष्चक्र को तोड़ने के लिए अपना जीवन खपाया। आडवाणी जी ने भारत के लोकतन्त्र को एक पार्टी, एक परिवार की कैद से निकालने के लिए निरंतर संघर्ष किया, सबका मार्गदर्शन किया। उन्होंने परिवारवादी विचारधारा को चुनौती देकर भारत के लोकतन्त्र को सर्वसमावेशी और राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ा। आज उस तपस्या का परिणाम हम सब देख रहे हैं। मैं आडवाणी जी को पुन: बधाई दूंगा, उनके दीर्घायु होने की कामना करूंगा।

साथियो,
अब से कुछ देर पहले ही मैंने ओडिशा के विकास के लिए 70 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। केंद्र की भाजपा सरकार, ओडिशा के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। मैं इन योजनाओं के लिए ओडिशा के लोगों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।

भाइयों और बहनो,
दो दिन पहले ही देश का नया बजट आया है। पिछले 10 वर्षों में जिस नीति पर चलते हुए देश के 25 करोड़ लोग, गरीबी से बाहर निकले हैं, ये बजट उसी नीति को और मजबूत करता है। इस बजट का ऐलान है- गरीबों को सशक्त करने की गारंटी। हमारे युवा हों, महिलाएं हों, किसान हों, मछलीपालक हों, ये बजट सबके विकास की गारंटी देता है और आप भलीभांति जानते हैं- मोदी की गारंटी यानि...गारंटी पूरा होने की गारंटी।

भाइयों और बहनो,
मोदी की गारंटी है कि देश के हर गरीब परिवार के पास अपना पक्का घर हो। बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को अपना पक्का घर मिल चुका है। इसमें से 25 लाख लाभार्थी परिवार ये हमारे ओडिशा के ही हैं। जिन लोगों को अब तक पीएम आवास योजना के घर नहीं मिल पाए हैं, उनकी भी चिंता हमारी सरकार कर रही है। इस बजट में गरीबों के लिए 2 करोड़ और नए घर बनाने की घोषणा की गई है। आप अपने इलाके में कोई गरीब परिवार अगर पक्के घर में नहीं रह रहा है तो जाकर के बताना कि मोदी जी आए थे आपको पकका घर देंगे, इसकी गारंटी देकर के गए हैं। बताओगे? सबको बताओगे? मिलकर के बताओगे? मेरा कोई गरीब भाई-बहन झुग्गी-झोपड़ी में ना रहे, इसके लिए मैं दिन-रात एक कर रहा हूं।

साथियो,
किसान हो, पशुपालक हो, मछुआरे हों, इनकी आय बढ़े, इनका जीवन आसान हो, ये भाजपा सरकार की प्राथमिकता रही है। पीएम किसान सम्मान निधि से पहली बार देश के करोड़ों किसानों को सीधा लाभ पहुंचा है। इसमें से ओडिशा के भी 40 लाख किसानों को लाभ हुआ है। हर किसान के बैंक खाते में भाजपा सरकार ने कम से कम 30 हजार रुपए भेजे हैं। आपको आंकड़ा याद रहेगा? जरा हाथ ऊपर करके बताइये कि आंकड़ा याद रहेगा? एक किसान को कितने रुपये पहुंचे हैं? 30 हजार, कितने? भाजपा सरकार ने पहली बार लागत का डेढ़ गुणा MSP भी सुनिश्चित किया। भाजपा सरकार, यहां के धान किसानों से ज्यादा से ज्यादा सरकारी खरीद भी कर रही है। 2014 के पहले के 10 सालों में ओडिशा के धान किसानों से 36 हज़ार करोड़ रुपए की ही खरीद हुई थी। ये आंकड़े याद रखना। जब पहले जो लोग सरकार चलाते थे उन्होंने 36 हजार करोड़ का ही धान खरीदा था। जबकि हमारी सरकार के 10 साल में ओडिशा के धान किसानों को MSP के रूप में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए मिले हैं। अभी जो बजट आया है, उसमें भी किसानों की आय बढ़ाने और खर्च करने के लिए अनेक योजनाएं देश के सामने रखी गई है। नैनो यूरिया के बाद अब केंद्र सरकार नैनो DAP भी किसानों को उपलब्ध कराने जा रही है। इससे किसान की लागत और कम होगी। हमारी सरकार, देश के करोड़ों पशुपालकों के लिए भी बहुत बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। बजट में मछुआरों के लिए भी बहुत बड़ी घोषणा की है। मत्स्य संपदा योजना के तहत मिलने वाली मदद अब और बढ़ाई जाएगी। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा के मछुआरे साथियों को भी होगा।

साथियो,
मछलीपालकों के हित में जितना काम भाजपा की सरकार ने किया है, उतना पहले किसी सरकार ने नहीं किया। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग मिनिस्ट्री बनाई। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी। ये भाजपा की सरकार है जिसने मछलीपालकों की बीमा राशि को एक लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया। हमारे मछुवारे भाइयों के पास आधुनिक नावें हों, उनके पास आधुनिक संसाधन हो, इसके लिए भाजपा सरकार ने हजारों करोड़ रुपए की मदद दी है। सरकार के इन प्रयासों से देश में मछली उत्पादन भी रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है।

साथियो,
भाजपा सरकार, लगातार आपका जीवन आसान बनाने के लिए काम कर रही है। आपकी बचत बढ़े, आपकी आमदनी बढ़े, आपके खर्च कम हों, ये हमारी प्राथमिकता है। बीते 10 वर्षों में हमने उन गांवों में भी बिजली पहुंचाई, जो आज़ादी के अनेक दशकों बाद भी अंधेरे में थे। हमारे इस अभियान से ओडिशा के भी 25 लाख से अधिक परिवारों तक बिजली पहुंची। हम LED बल्ब की नई क्रांति देश में लाए, ताकि बिजली का बिल कम हो। अब हमारा प्रयास है कि देश के गरीब का बिजली बिल भी ज़ीरो हो जाए। इसलिए इस बजट में 1 करोड़ परिवारों के लिए रूफटॉप सोलर पावर स्कीम को घोषणा की गई है। इससे छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करने वालों को मुफ्त बिजली तो मिलेगी ही, वो ज्यादा बिजली पैदा कर पैसे भी कमा सकेंगे। हमारा ओड़िया तो सूर्य भगवान के साथ जुड़ा हुआ है, जहां कोनार्क का सूर्य मंदिर हो वहां हर घर में तपता हुआ सूर्य एक नई जिंदगी लेकर के आएगा। रूफटॉप सोलर की इतनी बड़ी योजना से देश में रोजगार के भी लाखों नए अवसर बनेंगे।

भाइयों और बहनो,
बीते 10 वर्षों में बहनों के स्वास्थ्य, उनकी सुविधा के लिए जो अभूतपूर्व काम हुए हैं, उनको इस बजट में और विस्तार दिया गया है। गांव-गांव में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी भूमिका है। अब भाजपा सरकार ने तय किया है कि आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स को भी आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। आज ओडिशा में बने साढ़े 6 हज़ार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का लाभ हमारी बहनों-बेटियों को ही हो रहा है। भाजपा सरकार ने ओडिशा के 60 लाख से ज्यादा परिवारों तक पाइप से पानी पहुंचाया है। यहां की लगभग 55 लाख बहनों को उज्ज्वला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। इसने हमारी बहनों-बेटियों का स्वास्थ्य भी सुधारा है और उनका जीवन भी आसान किया है।

साथियो,
मोदी ने बहनों को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है। बीते 10 वर्षों में करीब 1 करोड़ बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। इस वर्ष के बजट में 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की तरफ बड़ा कदम उठाया गया है। आप कल्पना कीजिए जब इतने परिवारों की बहनें लखपति होंगी तो पूरे परिवार की ताकत कितनी बढ़ जाएगी। आज मैं देख रहा हूं दूर-दूर तक माताएं और बहनें ही दिख रही हैं। इतनी बड़ी तादाद में माताएं और बहनें आशीर्वाद देने आए इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या हो सकता है। इससे ओडिशा में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हज़ारों बहनों को बहुत लाभ होने जा रहा है।

साथियो,
2014 से पहले के 10 वर्षों में केंद्र में जो सरकार थी, वो बजट में जितनी घोषणाएं करती थी, उनसे कई गुणा बड़े घोटाले करती थी। 2014 से पहले भारत का युवा निराशा में डूबा था, उसका भविष्य अंधेरे में था। लेकिन आज स्थितियां बदल गई हैं। आज भारत का युवा आत्मविश्वास से भरा है, क्योंकि उसके पीछे ईमानदार और मज़बूत भाजपा सरकार खड़ी है। जिनके पास बैंक को गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था, उनके पास आज मोदी की गारंटी है। आज किसी को मुद्रा योजना का लोन लेना हो, तो उसके पास मोदी की गारंटी है। आज किसी को स्वनिधि योजना का लोन लेना हो, तो उसके पास मोदी की गारंटी है। संबलपुर तो मेक इन इंडिया का, आत्मनिर्भर भारत का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। केंद्र सरकार के प्रयासों से बीते 10 वर्षों में ओडिशा में हज़ारों नए लघु उद्योग स्थापित हुए हैं। ओडिशा में हथकरघा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने 30 से ज्यादा हथकरघा क्लस्टर स्‍वीकृत किए हैं। जब मैं यहां उतरा तो मुझसे स्पेशल जैकेट पहनने का आग्रह किया हमारी टोली ने। मैंने कहा क्यों? तो बोले अरे साहब इतना बड़ा हथकरघा के लिए यहां काम हुआ है आज जरा आप इसको पहनिए। मेरे लिए ये प्रसाद है। मैं आपका आभारी हूं। जो परिवार ऐसी चीजें बनाते हैं ना मैं उनका गौरव करता हूं। कच्चा माल हो या फिर दूसरी मदद, यहां के उद्यमियों को केंद्र सरकार ने करोड़ों रुपए की मदद दी है। इसका लाभ यहां के श्रमिकों और नौजवानों को हुआ है।

मेरे परिवारजनो,
मोदी की गारंटी, उसके साथ है, जिसके पास किसी का सहारा नहीं है। जिसका कोई नहीं उसका मोदी है। ओडिशा में बड़ी संख्या में हमारा आदिवासी समाज रहता है। लेकिन सालों-साल तक सरकारें चलाने वालों ने आदिवासियों को सिर्फ और सिर्फ वोट-बैंक बनाकर रखा। मोदी ने तो अपने आदिवासी भाई-बहनों के बीच दशकों तक काम किया है, मैं उनके सुख-दुख से परिचित हूं। इसलिए आज हमारी सरकार आदिवासी कल्याण को भी सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। बीते 10 वर्षों में जनजातीय कल्याण के लिए बजट को हमने कई गुणा बढ़ाया है। ये भाजपा ही है जिसने ओडिशा की सम्मानित बेटी, आदिवासी समाज की प्रतिनिधि द्रोपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति बनाया है। अभी तीन दिन पहले जब उन्होंने संसद को संबोधित किया, तो पूरी दुनिया उनके एक-एक शब्द को सुन रही थी। लेकिन ओडिशा के मेरे भाइयों और बहनों, आपको याद रखना है, ये कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हैं, जिन्होंने द्रोपदी मुर्मू जी के खिलाफ पूरी ताकत लगा दी थी। और वो द्रौपदी जी का अपमान था ऐसा नहीं, समग्र देश के आदिवासी समाज का अपमान था। वो द्रौपदी जी का अपमान नहीं वो मेरे प्यारे ओड़िशा का भी अपमान था।

साथियो,
आज भाजपा सरकार, राष्ट्रनिर्माण में आदिवासियों के योगदान को निरंतर आगे ला रहा है। देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के म्यूजियम बनाए जा रहे हैं। आदिवासी जनजातियों में भी जो सबसे पिछड़ी जनजातियां हैं, जिन्हें PVTG कहते हैं, उनकी भी पहली बार किसी ने सुध ली है तो वो भाजपा सरकार है। इन जनजातियों के लिए पहली बार हज़ारों करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना बनाई गई। इसका सबसे अधिक फायदा ओडिशा के करीब 1700 कबीलों के लाखों साथियों को होने वाला है। इससे इन बस्तियों में अच्छे घर बनेंगे, सड़कें पहुंचेंगी, पानी पहुंचेगा, रोजगार के साधन बनेंगे। इस क्षेत्र के, देबगड़ के जो पाऊडी भूयां बहन-भाई हैं, उन्हें भी जनमन अभियान से बहुत मदद मिलने जा रही है।

साथियो,
भाजपा सरकार, गरीबों का कल्याण करने वाली सरकार है, गरीबों की चिंता को कम करने वाली सरकार है। हम आज गरीब को मुफ्त इलाज और मुफ्त राशन की सुविधा दे रहे हैं। ओडिशा के सवा 3 करोड़ साथियों को आने वाले 5 वर्षों तक राशन की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आपके घर भोजन बनता रहे, इसकी गारंटी मोदी ने दी है। मोदी ने एक और काम भी किया है। ओडिशा के जो साथी काम के लिए दूसरे राज्यों में गए हैं, उनकी परेशानी को भी समझा है। मेरे गुजरात में तो बहुत बड़ी तादाद में ओड़िया भाई-बहन रहते हैं। गुजरात के विकास में मेरे ओड़िया भाई-बहन बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। और इसलिए मैं उनके जीवन को बाहर रहने के कारण जो आवश्यकताएं होती हैं उसे भलीभांति जानता हूं। पहले उन्हें दूसरे राज्यों में सरकारी राशन नहीं मिल पाता था, यहां बना राशनकार्ड दूसरे राज्यों में नहीं चलता था। मोदी, एक देश, एक राशनकार्ड योजना लेकर आया। आज ओडिशा का कोई भी साथी, देश के किसी भी राज्य में मुफ्त राशन का लाभ ले सकता है।

मेरे परिवारजनो,
बीजेपी की केंद्र सरकार की एक बहुत बड़ी पहचान, नए भारत के निर्माण की रही है। इस वर्ष के बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपए रखे गए हैं। 10 वर्ष पहले इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 2 लाख करोड़ रुपए से भी कम का बजट रहता था। इसका सीधा अर्थ ये है कि आने वाले साल में रोड, रेल, हवाई अड्डे, मेट्रो, बिजली, गैस, ऐसे हर प्रोजेक्ट्स का बहुत विस्तार होगा। इससे लाखों नए रोजगार भी बनेंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला खर्च, रेत, सीमेंट, लोहा, मशीनें, ऐसे अनेक सेक्टरों को गति देता है। यानि इन सभी उद्योगों में, ऐसे हर बिजनेस में नई भर्तियां होती हैं। भाजपा सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना खर्च कर रही है, तो इसका सबसे अधिक लाभ पूर्वी भारत को, ओडिशा को हो रहा है।

भाइयो और बहनो,
दिल्ली में जब कांग्रेस का राज था, तब ओडिशा को अपने हक के लिए भी परेशान होना पड़ता था। आज आपका ये बेटा दिल्ली में बैठा है। इसलिए, आज ओडिशा के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। बीते 10 वर्षों में ओडिशा में नेशनल हाईवे के लिए 7 गुणा अधिक बजट दिया गया। रेलवे के विकास के लिए औसत बजट में 12 गुणा तक वृद्धि की है। ओडिशा में रेलवे का शत-प्रतिशत बिजलीकरण हुआ है। आज ओडिशा में पुरी-हावड़ा और पुरी-राउरकेला रूट पर तेज़ गति की आधुनिक वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं।

साथियो,
आज मैं ओडिशा आता हूं, तो यहां के विकास को गति देने के संकल्प के साथ आता हूं। लेकिन आपको याद करना होगा,...2014 से पहले दिल्ली से कांग्रेस के नेता यहां आते थे तो क्या करते थे? वे लोग यहां कालाहांडी जाते थे, आदिवासी बस्तियों में जाकर तस्वीरें खिंचवाते थे। टीवी और अखबारों में तस्वीरें छपती थी और पूरी दुनिया में ओडिशा की गरीबी छाई रहती जाती थी। जिस ओडिशा में भगवान जगन्नाथ विराजते हों...जहां कोणार्क में सूर्यदेव विराजते हों...जहां हज़ारों वर्षों की हमारी समृद्ध सभ्यता के निशान हैं...ऐसे समृद्ध ओडिशा को कुछ राजनीतिक दलों ने विकास से वंचित रखने का पाप किया है।

साथियो,
2014 से पहले जहां ओडिशा की पहचान को खराब करने के प्रयास होते थे, वहीं हमारी सरकार आज ओडिशा का गौरव बढ़ा रही है। आपने देखा है कि ओडिशा में G-20 की बड़ी बैठकें हुईं, जिनमें दुनियाभर से लोग आए। दिल्ली में जो G-20 शिखर सम्मेलन हुआ, उसमें भी ओडिशा छाया रहा। भारत की सांस्कृतिक विरासत से दुनिया के ताकतवर देशों के नेताओं को परिचित कराने के लिए हमने कोणार्क चक्र को चुना। आज दुनिया के शीर्ष नेताओं में से कोई ऐसा नहीं है, जिसकी तस्वीर कोणार्क चक्र के सामने नहीं है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे दुनिया के नेताओं को ओडिशा की समृद्ध धरोहर के बारे में बताने का अवसर मिला। यहां पर्यटन के लिए अभूतपूर्व संभावनाएं हैं। हीराकुंड बांध में भी पर्यटन की जितनी संभावनाएं हैं, उनका उपयोग नहीं हो पाया है। भाजपा सरकार बनते ही, इस क्षेत्र में टूरिज्म के नए आयाम जोड़े जाएंगे।

वैसे साथियो,
जीवन में सुख और दुख दोनों समाहित होते हैं। आज प्रतिभाशाली फिल्म एक्टर, डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर साधु मेहर जी के निधन का दुखद समाचार भी मिला है। साधु मेहर फिल्म और कला के क्षेत्र में ओडिशा की प्रतिभा के एंबेसडर थे। हमारी सरकार ने 2017 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था, उनके जरिए ओडिशा के लोगों की प्रतिभा को सम्मानित किया था। मैं श्री साधु मेहर जी को मेरी ओर से विनम्र श्रद्धांजलि देता हूँ।

साथियो,
हमारी सरकार ओडिशा का गौरव बढ़ाने, ओडिशा का सम्मान बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा ही है जिसके पास ओडिशा के, देश के विकास के लिए एक प्रोग्राम है, एक रोडमैप है। आपको याद रखना है, मोदी की गारंटी वहां से शुरु होती है, जहां दूसरों से उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। और मोदी की गारंटी, ओडिशा के विकास से भारत को विकसित बनाने की है। एक बार फिर आप सभी का इतनी बड़ी संख्या में आकर हमें आशीर्वाद देने के लिए मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। मैं माताओं और बहनों का विशेष धन्यवाद करता हूं कि समय निकालकर के मुझे आशीर्वाद देने के लिए आईं।

मेरे साथ बोलिए...भारत माता की जय! दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए भारत माता की... भारत माता की.... भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
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जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।