കോൺഗ്രസ് എന്നും മധ്യവർഗ വിരുദ്ധ പാർട്ടിയാണ്: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ഹൈദരാബാദിൽ
അത് ബിആർഎസായാലും കോൺഗ്രസായാലും അവരാരും നിങ്ങളുടെ പ്രശ്നങ്ങൾ മനസ്സിലാക്കുന്നില്ല: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ഹൈദരാബാദിൽ
വംശീയതയുടെ വിഷം കോൺഗ്രസിൻ്റെ സിരകളിൽ നിറഞ്ഞിരിക്കുന്നു: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ഹൈദരാബാദിൽ

भारत माता की..

भारत माता की…।

हैदराबाद, सिकंदराबाद, मलकाजगिरी, चेवल्ला और भोंगिर को अंदरकी नमस्कारम। आप सभी को (ये पर्दा नीचे रखो प्लीज), आप सभी को अक्षय तृतीया की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आपके जीवन में सुख रहे, समृद्धि रहे, लक्ष्मी जी का आशीर्वाद रहे, आपका भाग्य बना रहे, सौभाग्य बना रहे, ईश्वर से यही कामना है। तेलंगाना अक्षय तृतीया एक बड़ा त्योहार होता है इसके बावजूद भी आज मैं ये दूसरा कार्यक्रम तेलंगाना में कर रहा हूं और जिस प्रकार से लोग उत्साह-उमंग के साथ जुड़ रहे हैं, भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए ये आपका कमिटमेंट दिखाता है।

साथियों,

हैदराबाद तो स्पेशल है ही ये वेन्यू भी और स्पेशल है। आपमें से बहुत लोगों को याद होगा 10 साल पहले यहीं एक विराट सभा हुई थी और एंट्री के लिए पैसे देकर के टिकट लेना पड़ता था और वो एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट था जो इस धरती से पूरे देश में निराशा को आशा में बदलने की आंधी चली थी, और आज फिर ये दृश्य, ये माहौल साफ दिखाता है कि तेलंगाना का मूड क्या है? तेलंगाना कह रहा है कांग्रेस नक्को, बीआरस नक्को, MIM नक्को..बीजेपी को इच वोट देंगे, बीजेपी को जिताएंगे। साथियों, मैं तेलंगाना में जहां-जहां गया हूं, एक अभूतपूर्व क्रांति मैं देख रहा हूं। तेलंगाना के परिणाम पूरे देश में उत्साह भरने वाले परिणाम आने वाले हैं।

साथियों,

4 जून के नतीजे अब बिल्कुल स्पष्ट है। 4 जून को देश जीतेगा, कौन जीतेगा? कौन जीतेगा? 4 जून को 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प जीतेगा और 4 जून को भारत के विरोधी हारेंगे। 4 जून को आत्मनिर्भर भारत अभियान के विरोधी हारेंगे। 4 जून को CAA कानून के विरोधी हारेंगे। 4 जून को यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोधी हारेंगे। 4 जून को वोट जिहाद की बात करने वाले हारेंगे। 4 जून को आर्टिकल 370 के समर्थक हारेंगे। 4 जून को ट्रिपल तलाक के समर्थक हारेंगे। 4 जून को भ्रष्टाचार के समर्थक हारेंगे। 4 जून को तुष्टिकरण के समर्थक हारेंगे।

साथियों,

हैदराबाद, सॉल्यूशन सिटी है। यहां हर प्रॉब्लम का सॉल्यूशन ढूंढा जाता है। आप मुझे बताइये क्या भारत, करप्शन जैसी प्रॉब्लम के साथ आगे बढ़ सकता है क्या? पूरी ताकत से बताइये बढ़ सकता है क्या? बढ़ सकता है क्या? क्या भारत को लाखों करोड़ के स्कैम करने वाली पार्टियां आगे बढ़ा सकती है क्या? क्या यूथ की एस्पिरेशन को इग्नोर करने वाली पार्टियां देश का भविष्य बना सकती है? क्या मीडिल क्लास के ड्रीम्स को कुचलने वाली पोलिटिकल पार्टियां, आपका भला कर सकती है? क्या हर प्रोजेक्ट में पहले करप्शन का पोटेंशियल खोजने वाली पार्टियां मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर बना सकती हैं? तो ये काम कौन कर सकता है? ये काम कौन कर सकता है? ये काम कौन कर सकता है? ये काम कौन कर सकता है? ये काम कौन कर सकता है? मोदी नहीं, ये आपका एक वोट कर सकता है। ये आपके वोट की ताकत है, जो इन सारी समस्याओं का समाधान है। आपने बीजेपी को वोट, NDA को वोट दिया, भारत भी अपनी दशकों पुरानी प्रॉब्लम्स के सॉल्यूशंस पर काम करने लगा। आज इसका परिणाम हम चारों तरफ देख रहे हैं। भारत आज डिजिटल पावर है। भारत आज फिनटेक पावर है। भारत आज स्टार्टअप पावर है। भारत आज 5वीं दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी है, भारत आज स्पेस पावर है।

साथियों,

ये तो मोदी का ट्रैक रिकॉर्ड है, लेकिन कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड है, लूट..लूट..लूट। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड है, अपिजमेंट। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड है, डायनेस्टी फर्स्ट। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड है, आतंकवादियों पर नरमी। हमारे जो फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, मैं तो चाहूंगा कि हर परिवार अपने 18-20-22 साल के बच्चों के साथ बैठें और दस साल पहले क्या हाल थे उसकी जरा चर्चा करें। शायद इन फर्स्ट टाइम वोटर जो आज से 10 साल पहले, 8 साल 10 साल 12 साल के थे उन्हें तो याद भी नहीं होगा, 10- 11 साल पहले यहां दिलसुखनगर में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे। कांग्रेस की सरकार में पहले पूरे देश में ऐसी की खबरें आती रहती थीं। कोई परिवार रेस्टोरेंट में खाना खाने गया है, ब्लास्ट हो जाता है। कोई परिवार थिएटर में मूवी देखने गया है, ब्लास्ट हो जाता था। कोई परिवार बस से ट्रैवल कर रहा है, ब्लास्ट हो जाता था। आज कहीं से भी ऐसी खबरें आती हैं क्या? जरा इस तरफ से मुझे जवाब चाहिए, क्या ऐसी खबरें आती हैं क्या? उधर से जरा बताइये, ऐसी खबरें आती हैं क्या? ये बम ब्लास्ट किसने रोके? ये बम ब्लास्ट किसने रोके? ये बम ब्लास्ट किसने रोके? ये बम ब्लास्ट रोकने का काम आपने दिल्ली में एक मजबूत सरकार बनाई मोदी को उसकी सेवा का अवसर दिया, तब जाकर के ये रुका है। लेकिन ये बात कांग्रेस और इंडी गठबंधन को पसंद नहीं आ रही है। देश में ये खून-खराबा फिर से शुरू हो इसके लिए कुछ ताकतें मोदी को हटाने में जुटी है। इसलिए मैं हैदराबाद से पूरे देश को सतर्क करना चाहता हूं कांग्रेस को वोट देना मतलब, वो पुराने दिन जो कोई अनजान ‘पंजा’ आतंक को उसके साये में जीने के लिए देश को मजबूर कर दिया था, देश को मजबूर बना देता था और इसलिए फिर से एक बार देश आतंक की लपट में आना नहीं चाहता है।

साथियों,

कांग्रेस हमेशा से एंटी मिडिल क्लास पार्टी रही है। आप याद कीजिए, जब ये सरकार में थे, तो कैसी-कैसी बातें करते थे? इनके एक नेता कहते थे कि मिडिल क्लास केयरलेस है। ये उनके नेता कहते थे कांग्रेस के, वो कहते थे कि जो आइसक्रीम पर पैसा खर्च करते हैं, वो महंगाई की शिकायत क्यों करते हैं? याद है ना ये पुराने बयान ये कांग्रेस के नेता सरकार में रहते ऐसे बयान देते थे।

साथियों,

इस बार भी कांग्रेस के मेनिफेस्टो में मिडिल क्लास के लिए जरा सा भी विचार नहीं किया गया है। लेकिन ये लोग मिडिल क्लास की कमाई का एक्स-रे करके, उसे अपने वोट बैंक की और उनको बांटने की घोषणाएं डंके की चोट पर कर रहे हैं।

साथियों,

आप मुझे बताइये आपकी जो संपत्ति है उस पर आपके संतानों का अधिकार है कि नहीं है, जरा मुझे सब के सब लोग बताइये क्या आपकी संपत्ति पर आपके संतानों का अधिकार है कि नहीं है? क्या कोई सरकार आपकी संपत्ति छीनकर के आपके संतानों का अधिकार छीन ले, ऐसी सरकार आपको मंजूर है। साथियों, कांग्रेस ये विचार करके चल रही है। साथियों, कांग्रेस की नस-नस में रेसिज्म का जहर भी भरा है। ये शहजादे के उस्ताद अपने ही देश के लोगों को चीन का, अफ्रीका का बता रहे हैं। शहजादे के उस्ताद की मानें तो आप सभी भारतीय नहीं, बल्कि अफ्रीकी हैं। कांग्रेस देश को टुकड़ों- टुकड़ों में तोड़ने वाली मानसिकता के साथ बोल रही है। ये लोग भारत को एक राष्ट्र ही नहीं मानते, इसलिए आपको कांग्रेस से, इंडी अलायंस से बहुत सतर्क रहना है।

साथियों,

आप सभी जानते हैं कि शहजादे को ऐसे खतरनाक आइडिया, ट्यूशन करके सिखाए जाते हैं और शहजादे को ट्यूशन पढ़ाने वाले ने एक और बात कही है, वो कहते हैं कि राम मंदिर और राम नवमी मनाना गलत है। वो कहते हैं कि भगवान राम की पूजा, आइडिया ऑफ इंडिया के खिलाफ है। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं क्या भगवान राम का अपमान आपको मंजूर है? क्या पूजा करना गलत है क्या? क्या पूजा करना देशद्रोह है क्या? भारत को हमेशा विदेशी चश्मे से देखने वाली कांग्रेस को आइडिया ऑफ इंडिया का अंदाजा ही नहीं है। आखिर क्या है आइडिया ऑफ इंडिया? आइडिया ऑफ इंडिया भारत की हजारों साल पुरानी संस्कृति का प्रतिबिंब है। आइडिया ऑफ इंडिया यानी सत्यमेव जयते, आइडिया ऑफ इंडिया यानी अहिंसा परमो धर्मः, आइडिया ऑफ इंडिया यानी आचारः परमो धर्मः, आइडिया ऑफ इंडिया यानी नहि सत्यात् परो धर्मः, आइडिया ऑफ इंडिया- एकम सत् विप्रा बहुधा वदन्ति, आइडिया ऑफ इंडिया- वसुधैव कुटुम्बकम्, आइडिया ऑफ इंडिया- सर्व पंथ समभाव, आइडिया ऑफ इंडिया- अप्प दीपो भव, आइडिया ऑफ इंडिया- बुद्धम् शरणम् गच्छामि, आइडिया ऑफ इंडिया- सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःख भाग्भवेत्, आइडिया ऑफ इंडिया- परोपकाराय सतां विभूतय:, आइडिया ऑफ इंडिया- जन सेवा ही, प्रभु सेवा, आइडिया ऑफ इंडिया- ईश्वरः सर्वभूतानां, आइडिया ऑफ इंडिया- सरब जोति के बीच समाना, आइडिया ऑफ इंडिया- गोड इज ग्रेट, आइडिया ऑफ इंडिया- नर में नारायण, जीव में शिव, आइडिया ऑफ इंडिया- या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता, आइडिया ऑफ इंडिया- नारी तू नारायणी, आइडिया ऑफ इंडिया- मा विद्विषावहै, आइडिया ऑफ इंडिया- मिच्छामी दुक्कड़म और आइडिया ऑफ इंडिया- अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। हमें जन्म देने वाली ये धरती मुझे स्वर्ग से भी ज्यादा प्रिय है, ये भगवान श्री राम के ही तो बोल थे, ये आइडिया ऑफ इंडिया आज केवल मान्यताओं तक सीमित नहीं है। ये आइडिया ऑफ इंडिया आज भारत की एक सशक्त पहचान है। ये आइडिया ऑफ इंडिया आज भारत की बुलंद आवाज़ है और इसलिए आज आइडिया ऑफ इंडिया यानी, इंटरनेशनल योग दिवस, आइडिया ऑफ इंडिया यानी वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर का विज़न, आइडिया ऑफ इंडिया यानी विश्व के लिए वन सन, वन अर्थ, वन ग्रिड का विचार, आइडिया ऑफ इंडिया यानी चंद्रमा पर शिवशक्ति प्वाइंट, आइडिया ऑफ इंडिया मतलब मदर ऑफ डेमोक्रेसी, आइडिया ऑफ इंडिया- जस्टिस टू ऑल, अपीजमेंट टू नन, जिन श्रीराम से हमें ये प्रेरणा मिलती है, उन्हीं प्रभु राम की पूजा को कांग्रेस आइडिया ऑफ इंडिया के खिलाफ बता रही है।

साथियों,

तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस और उसकी जैसी सोच वाली पार्टियां कुछ भी कर सकती है। यहां हैदराबाद में भी MIM को इसलिए ही खुली छूट दी गई है। वोट बैंक ना नाराज हो जाए इसी डर से ना तो कांग्रेस और ना ही BRS हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाना चाहती है। लेकिन अब बीजेपी ने हैदराबाद को इस खौफ से मुक्ति दिलाने की ठानी है। केंद्र सरकार ने तय कर दिया है कि हर साल 17 सेप्टेम्बर को, 17 सितंबर को हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाया जाएगा।

भाइयों- बहनों,

हिंदुओं को बांटो और अपने वोट बैंक को खुश करो, ये कांग्रेस की रणनीति है। इसलिए, कांग्रेस SC/ST/BC से रिजर्वेशन छीनकर रिलिजन के आधार पर बांटना चाहती है। आपने सुना होगा कि शहज़ादे के करीबी और चारा घोटाले के दोषी नेता ने क्या कहा? जेल से बाहर आये हैं और क्या बोल रहे हैं वो कहते हैं मुसलमानों को रिजर्वेशन देना ही चाहिए और फिर इतना ही नहीं वो कहते हैं पूरा का पूरा रिजर्वेशन मुसलमान को देना चाहिए। ये लोग BC कोटा के रिजर्वेशन को खत्म करके रिलिजन के नाम पर रिजर्वेशन देना चाहते हैं। इसका बहुत बड़ा प्रभाव जो GHMC चुनाव में पड़ा था वो हम सबने देखा है। जिन सीटों पर BC समाज का हक था वो उनसे छीन ली गई। कांग्रेस यही मॉडल पूरे देश में लागू करना चाहती है।

साथियों,

तेलंगाना में जब से कांग्रेस सरकार बनी है, तब से ‘डबल आर टैक्स’ की भी बहुत चर्चा है। ‘एक आर’ तेलंगाना का और ‘एक आर’ दिल्ली का, इन्होंने मिलकर हैदराबाद को, तेलंगाना को ATM बना दिया है। मैंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन ‘डबल आर टैक्स’ पर यहां के मुख्यमंत्री खुद सफाई दे रहे हैं। साथियों, यहां हैदराबाद में तो ‘ट्रिपल आर टैक्स’ का बोझ आपको उठाना पड़ता है। यहां ‘एक आर’, रज़ाकार का भी है। ये रज़ाकार टैक्स कैसे काम करता है, ये ओल्ड हैदराबाद में दिखता है। कांग्रेस-BRS के समर्थन वाली मजलिस के सांसद वहां लंबे अरसे से हैं, लेकिन वहां बेसिक सुविधाएं तक नहीं है। साथियों, हैदराबाद में हर साल बारिश में चारों तरफ पानी भर जाता है। लेकिन BRS हो या कांग्रेस, किसी ने भी आपकी परेशानियों को नहीं समझा। हर साल पब्लिक परेशान रहती है। इससे हेल्थ और एजुकेशन, हर सर्विस उस पर बहुत बुरा असर पड़ता है। यहां पावर कट से लोग परेशान हैं।

साथियों,

बीजेपी तेलंगाना के तेज विकास के लिए प्रतिबद्ध है। तेलंगाना को, पहला एम्स किसने दिया? तेलंगाना को 4 वंदे भारत ट्रेन किसने दी? तेलंगाना को सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी किसने दी? तेलंगाना में बंद पड़ी फर्टिलाइज़र फैक्ट्री किसने चालू की? टर्मेरिक बोर्ड किसने बनाया? NTPC का बड़ा बिजली कारखाना किसने बनाया? ये सारे काम बीजेपी की सरकार ने किए हैं। हमारी सरकार तेलंगाना को ग्लोबल कैपेबिलिटी के बड़े सेंटर के रूप में भी विकसित कर रही है। यहां एविएशन हब बन रहा है। ये एयरक्राफ्ट इंजन की दुनिया की सबसे बड़ी एमआरओ फैसिलिटी होगी। आत्मनिर्भर अभियान का लाभ भी तेलंगाना को मिलने जा रहा है। डिफेंस से लेकर बायो टेक्नोलॉजी, ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक मैन्युफेक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में तेलंगाना के लिए आने वाले 5 साल तेज विकास के होंगे। हसन चेरापल्ली LPG पाइपलाइन से भी इस क्षेत्र को काफी फायदा हुआ है। यहां युवाओं के लिए जॉब के, रोजगार के अनगिनत अवसर बन रहे हैं।

साथियों,

बीजेपी सरकार, सबका साथ- सबका विकास- सबका विश्वास- सबका प्रयास इस मंत्र पर चलती है। ये बीजेपी सरकार है जिसने ट्रिपल तलाक के बहाने मुस्लिम बेटियों पर हो रहे अत्याचारों को खत्म किया है। ये बीजेपी की सरकार है जिसने स्कूलों में बेटियों के लिए अलग से लाखों शौचालय बनवाएं। इससे मुस्लिम समाज की बेटियों को भी लाभ हुआ। 10 साल में बहनों को पहली बार, टॉयलेट, गैस, पानी जैसी सुविधाएं मिली हैं। पहली बार उनको भी पक्का घर, मुफ्त राशन मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। इसलिए हर मां-बहन कह रही है, मातृशक्ति कह रही है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार।

साथियों,

BRS को दिया आपका वोट, कांग्रेस को ही मदद करेगा और कांग्रेस को दिया आपका वोट भी केंद्र में सरकार नहीं बना सकता। इसलिए आपको भारी संख्या में भाजपा के पक्ष में, कमल के निशान पर बटन दबाकर के मतदान करना है और भाइयों-बहनों, क्या मेरा तेलंगाना मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है? सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकता है? ज्यादा से ज्यादा मतदान करा सकता है, इस चुनाव में भाजपा सभी लोकसभा सीट तो जीतने वाली ही है लेकिन मुझे ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ जीतने हैं, क्या पोलिंग बूथ जिता सकते हैं? पोलिंग बूथ जिताएंगे, पूरी ताकत पोलिंग बूथ जिताने में लगाएंगे।

भाइयों- बहनों,

इस चुनाव में सिकंदराबाद से मेरे साथी जी. किशन रेड्डी जी, हैदराबाद से बहन माधवी लता, मलकाजगिरी से श्री इटेला राजेंदर, चेवल्ला से श्री कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी और भुवनगिरी से डॉ. बूरा नरसैया गौड़, इन सभी साथियों को विजयी बनाना है। बनाएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे, ये चुनाव वाला काम नहीं है, मेरा पर्सनल काम है.. करोगे, ये मोदी का पर्सनल काम है करोगे। इनमें से किसी का काम नहीं है..मेरा है करोगे? जरा हाथ ऊपर करके बताओ..करोगे? अच्छा, तो मेरा काम बहुत सरल है ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाइये उन सबको मिलिए और उनको कहिए मोदी जी हैदराबाद आये थे, आप सबको नमस्कार कहा है, परिवार में सबको जय श्री राम कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचाएंगे, मेरा जय श्री राम पहुंचाएंगे, जब परिवार के सब लोगों को मेरा नमस्कार पहुंचेगा, मेरा जय श्री राम पहुंचेगा, तो परिवार के हर कोई मुझे आशीर्वाद देंगे और जब परिवार का हर व्यक्ति मुझे आशीर्वाद देता है तो मेरी ऊर्जा अनेक गुना बढ़ जाती है और मैं उसे आपकी सेवा अधिक क्षमता के साथ कर सकता हूं।

बोलिए, भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत- बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।