സുരക്ഷാ ഏജൻസികൾ വളരെ പ്രയത്നിച്ചാണ് ഭീകരരെ പിടികൂടിയിരുന്നത്, എന്നാൽ എസ്പി സർക്കാർ ഭീകരർക്കെതിരായ കേസുകൾ പിൻവലിക്കുകയായിരുന്നു: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ധൗരാഹ്രയിൽ
കോൺഗ്രസും ഇന്ത്യൻ സഖ്യവും നിങ്ങളുടെ സ്വത്തിലേക്കാണ് കണ്ണുവെച്ചിരിക്കുന്നത്. നിങ്ങളുടെ പക്കലുള്ളതിൻ്റെ എക്‌സ്‌റേ എടുക്കുമെന്ന് അവർ തുറന്ന് പറയുന്നു: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി

भारत माता की जय,
भारत माता की जय।
ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य की धरती को मैं शत्-शत् नमन करता हूं।

साथियों,

आज मैं अगले 5 साल के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं, जनता-जनार्दन तो ईश्वर का रूप होती है और ईश्वर भी तब आशीर्वाद देते हैं जब आप कोई संकल्प लेकर के प्रभु चरणों में जाते हैं। मैं जनता-जनार्दन जो ईश्वर का रूप है और आपके चरणों में आया हूं, इस गारंटी के साथ आया हूं, मैं इस गारंटी के साथ आया हूं अपने शरीर का कण-कण और अपने समय का क्षण-क्षण आपकी ही सेवा में लगाऊंगा। मेरा अपना तो कोई परिवार है नहीं, मेरा परिवार भी आप हैं, मेरे वारिस भी आप हैं, मेरा भारत- मेरा परिवार और इसलिए जैसे परिवार का मुखिया अपने वारिस के लिए दिन-रात काम करता है वैसे ही आपके परिवार के सेवक के रूप में, मैं भी आप मेरे वारिस हैं मैं आपको वारिस के रूप में कुछ देकर के जाना चाहता हूं, मुझे आपके क्षेत्र का विकास करना है, आपका विकास करना है, देश का विकास करना है, देश को विकसित बनाना है।

 

साथियों,

लखीमपुरखीरी, सीतापुर इलाके को यूपी का चीनी का कटोरा जाता है लेकिन सपा सरकार ने मेरे गन्ना किसानों की जिंदगी में कड़वाहट घोल दी। गन्ना चला जाता था लेकिन वर्षों तक किसान का भुगतान नहीं आता था, भुगतान होता भी था तो किस्तों में पैसे दिए जाते थे ये सारी कमियां योगी जी की सरकार ने, भाजपा सरकार ने दूर कर दी है। हमने सपा- बसपा के समय का करीब- करीब सारा बकाया गन्ना किसानों को चुका दिया है। गन्ना किसानों को जितना पैसा सपा- बसपा ने अपने दस साल में दिया था उससे ज्यादा पैसा योगी जी पिछले सात साल में दे चुके हैं। आज गन्ने का मूल्य भी बढ़कर अब 370 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है, यहां के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी सैकड़ों करोड़ रुपए मिले हैं। ये इलाका केले की खेती का हब बने, इस पर भी हम तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी आप सभी किसानों के लिए कैसे काम कर रहा है उसका एक उदाहरण है इथेनॉल। आजकल आप सुनते होंगे कि मोदी इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने में जुटा है मोदी सिर्फ इथेनॉल का उत्पादन बढ़ा रहा है ऐसा नहीं है, मोदी आपकी आय भी बढ़ा रहा है। गन्ने से केवल चीनी ही नहीं बनती बल्कि गन्ने से इथेनॉल भी बनता है और वो भी गन्ने की खोई से जिसका कोई उपयोग नहीं होता। आज पूरे देश में इथेनॉल उत्पादन में हमारा यूपी नंबर वन है। 10 वर्षों में करीब 80 हजार करोड़ रुपए इथेनॉल खरीद में किसान को मिले हैं।

साथियों,

मोदी देश के विकास के साथ ही स्थानीय स्तर पर होने वाले विकास कार्यों को भी उतनी ही प्राथमिकता देता है। आज इस क्षेत्र के लोग विकास के एक से एक बड़े काम गिना सकते हैं। सीतापुर-लखनऊ-बरेली-दिल्ली हाईवे, पीलीभीत से बस्ती हाईवे, लखीमपुर धौरहरा निघासन की सड़क, गोलहा से शाहजहांपुर हाईवे, रेलवे कनेक्टिविटी के काम, आज सीतापुर-लखीमपुर के लोग भी गर्व से कह सकते हैं कि हम किसी से कम नहीं है। इस इलाके को बाढ़ की त्रासदी से बचाने के लिए भी तेजी से काम चल रहा है।

साथियों,

2014 के पहले 10 साल आपने कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सरकार का काम देखा है। याद करिए उन्होंने देश और प्रदेश का क्या हाल कर रखा था? ये इंडी गठबंधन वाले सुरक्षा एजेंसियों के हाथ- पांव बांधकर रखते थे, देश की पुलिस, देश की एजेंसियों को आतंक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने दी जाती थी। यहां यूपी में भी यही हाल था। सपा सरकार में कितने ही शहरों में आतंकियों के स्लीपर सेल थे, आतंकी संगठन खुलेआम धमकी देते थे, सुरक्षा एजेंसियां बहुत मेहनत करके आतंकियों को पकड़ती थी लेकिन सपा सरकार क्या करती थी। सरकार आतंकियों से मुकदमे वापस ले देती थी, अफसरों को कहा जाता था कि आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल ना करो, अफसरों पर दबाव बनाया जाता था कि आतंकियों को जमानत दिलवाओ और जो अफसर जरा भी आनाकानी करते थे उनका ट्रांसफर हो जाता था, उनको सस्पेंड कर दिया जाता था। वाराणसी ब्लास्ट के आतंकवादियों को छोड़ने के मामले में तो कोर्ट ने जो सपा सरकार को कहा था वो इनकी हिस्ट्री सीट है, कोर्ट ने सपा सरकार से पूछा था क्या अब आतंकवादियों को पद्म भूषण देने का प्लान है क्या? इतना कुछ होता था आखिर किसके लिए। इसका एक ही जवाब है तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक के लिए।

साथियों,

तुष्टिकरण की राजनीति अब सपा- कांग्रेस के शहजादों के लिए अस्तित्व की मजबूरी बन गई है। पिछले 60 साल में गरीब ने कांग्रेस का तरसाने- तड़पाने वाला राजनीति का खेल बराबर पकड़ लिया है, उसे हर लाभ के लिए इनकी पार्टी, नेताओं के सामने गिड़गिड़ाना होता था। पिछले 10 साल में गरीब के दरवाजे योजना पहुंच रही है, सपा- कांग्रेस ने एससी- एसटी- ओबीसी को भी चुनाव दर चुनाव वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। अब मोदी की गारंटी एससी-एसटी-ओबीसी को भी हर योजना का लाभ पहुंच रहा है इसलिए गरीब हो या एससी-एसटी-ओबीसी, ये सारे वर्ग कांग्रेस और इंडी गठबंधन से छिटक चुके हैं और वे आज बीजेपी के साथ आ गए हैं।

साथियों,

बीजेपी सबका साथ- सबका विकास के मंत्र पर काम करती है, मुस्लिम भाई- बहन देख रहे हैं पीएम आवास मिला तो सभी जरूरतमंदों को मिला, नल से जल कनेक्शन मिला तो बिना भेदभाव सबको मिला, उज्ज्वला योजना की गैस मिली तो सबको समान रूप से मिली, हर योजना का लाभ उन्हें भी मिल रहा है बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है। अब मुस्लिम समाज को भी समझ आ रहा है कांग्रेस और इंडी वालों ने उन्हें मोहरा बनाया हुआ है (आप थोड़ी देर शांत रहेंगे, ये पांच- दस लोगों का उत्साह जरा ज्यादा है, थोड़ी देर शांत रहेंगे, बाकियों को कुछ सुनना है आपका उत्साह मेरे सर आंखों पर, आपके प्यार को मेरे 100-100 सलाम) और साथियों, इसलिए अब मुस्लिम समाज भी ये धोखेबाज राजनीति से इन सब वोट बैंक के ठेकेदारों से छिटक रहा है और इसलिए मुस्लिम वोट बैंक को बचाने के लिए ये लोग खुल करके नए खेल खेलने लगे हैं, खुलेआम तुष्टिकरण करने के लिए निकले पड़े हैं। इन्होंने अपना घोषणा पत्र मुस्लिम लीग की छाप वाला घोषणा पत्र बना डाला है।

साथियों,
तुष्टिकरण की इसी कोशिश में ये लोग एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। हमारे संविधान निर्माताओं ने, हमारे बाबा साहेब आंबेडकर ने, इतना ही नहीं खुद नेहरू जी ने 75 साल पहले जब संविधान बन रहा था तो साफ- साफ कहा था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा, लेकिन अब कांग्रेस और इंडी गठबंधन धर्म के आधार पर आरक्षण देने पर अड़े हुए हैं, वे देश को फिर एक बार तोड़ने के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं इसका उनको पता नहीं है। अब कर्नाटक का मैं उदाहरण देता हूं ये सुनकर के आप चौंक जाएंगे। ये घटना आप गांव- गांव जाकर बताना। कर्नाटक में क्या किया उन्होंने। जैसे पूरे देश में ओबीसी को आरक्षण मिलता है वैसे कर्नाटक में भी मिलता है 27 परसेंट आरक्षण ओबीसी के लिए है। इन्होंने क्या किया रातों-रात एक फतवा निकाला, रातों-रात एक ऑर्डर निकाला और उसपर ठप्पा मार दिया। ऑर्डर क्या निकाला, उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जितने भी मुसलमान हैं वो पसमांदा है कि नहीं है, वो अगड़ा है कि नहीं है, कौन है, वो सैय्यद है पठान है कौन है? कोई भी हर मुसलमान को रातों-रात ओबीसी बना दिया, एक कागज निकालकर वो रातों- रात ओबीसी बन गए। अब हुआ क्या जिन ओबीसी को 27 परसेंट आरक्षण मिलता था उसमें ये नए ओबीसी आ गए, रातों-रात आ गए और उन्होंने जो पहले जिनको आरक्षण का लाभ मिलता था, उसमें डाका डाला, लूट चलाई, पिछले दरवाजे से चोरी की ये करके उन्होंने जो सालों से ओबीसी परेशान हैं उनको जो मिलता था वो भी लूट लिया। अब उनका इरादा है जो कर्नाटक में किया वही पूरे हिंदुस्तान में करेंगे। धर्म के आधार पर एससी-एसटी-ओबीसी उनको जो आरक्षण मिल रहा है वो आरक्षण को धर्म के आधार पर डाका डाल के लूट लेने वाले हैं। क्या इससे हमारा पासी भाई- बहन, हमारे कुर्मी भाई- बहन, हमारे यादव भाई- बहन, हमारे लोदी भाई- बहन, हमारे दलित भाई- बहन, हमारे शाक्य भाई- बहन, हमारा कुशवाहा भाई- बहन, इन सबका रातों- रात लुट जाएगा, इतने सालों से जो हक आपको मिला है उसमें डाका डालने का खेल चल रहा है।

भाइयों- बहनों,

मैं आज आपको गारंटी देने आया हूं, मैं आज आपको गारंटी देने आया हूं जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है मैं संविधान पर इनको कोई भी खेल खेलने नहीं दूंगा। जब तक मोदी जिंदा है मैं धर्म के आधार पर आरक्षण होने नहीं दूंगा, जब तक मोदी जिंदा है एससी- एसटी- ओबीसी उनको जो आरक्षण मिला है, किसी को भी उसमें से रत्ती भर चोरी नहीं करने दूंगा।

साथियों,

कांग्रेस और इंडी वालों की नजर आपकी संपत्ति पर है, इनकी नजर आपके घर, आपके मकान, आपका खेत, आपके पास कोई नकद रकम है कैश है तो वो, आपके घर में कोई गहने हैं, जेवर हैं, शादी में आपके परिवार की महिला अपने मायके से जो स्त्रीधन लाई है, मंगलसूत्र है, ये सारे पर ये इंडी वालों की सपा- कांग्रेस की नजर है। और वो खुलेआम कहते हैं कि आपके पास जो है उसका एक्सरे निकालेंगे एक्सरे। मैंने तो कांग्रेस वालों के दिमाग का एक्सरे निकाल दिया है। वे आपका एक्सरे निकालेंगे और आपके पास जो अतिरिक्त संपत्ति है उसको वो लूट लेंगे और कहते हैं कि संपत्ति लेकर के हम उसको बांटेंगे, किसको बाटेंगे? मनमोहन सिंह जी जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने कहा था कि हमारे देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, ये डॉक्टर मनमोहन सिंह जी कह के गए हैं मतलब ये जो आपसे ले लेंगे जिनका पहला अधिकार है वो अपनी वोट बैंक को दे देंगे। मुझे बताइए, क्या आपके पूर्वजों ने जमा की आपकी संपत्ति क्या सरकार को छीनने देंगे? क्या जरा पूरी ताकत से बताओ, छीनने देंगे क्या? क्या माताओं-बहनों का मंगलसूत्र छीनने देंगे क्या? क्या माताओं-बहनों के जेवरात छीनने देंगे क्या? क्या आपके खेत के टुकड़े होने देंगे क्या? क्या आपकी संपत्ति लूटने देंगे क्या? भाइयों- बहनों मोदी दीवार बनकर खड़ा है। आप मुझे बताइए आपको लूटने के इरादे जिनके मन में है, क्या ऐसे लोगों को वोट देना चाहिए क्या? ऐसे लोगों को घर वापिस भेजना चाहिए कि नहीं, चुन-चुनकर के साफ करना चाहिए कि नहीं, हर पोलिंग बूथ में साफ करना चाहिए कि नहीं, ज्यादा से ज्यादा बीजेपी- एनडीए को वोट देकर के इनका सफाया करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए।

साथियों,

आज मैं सपा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन से एक और बात जानना चाहता हूं वे लोग दावा करते हैं कि सत्ता में आए तो धारा 370, आर्टिकल 370 को वापस लाएंगे, ये कश्मीर का चुनाव जीतने के लिए, ये कहते हैं कि धारा 370 हम वापिस लाएंगे, ये लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर का ऐसा अपमान किया है बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान पूरे हिंदुस्तान के लिए बनाया था लेकिन ये कांग्रेस वालों ने संविधान पूरे हिंदुस्तान में लागू नहीं किया। जम्मू-कश्मीर में भारत का संविधान लागू नहीं था वहां दलितों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलता था। ये 370 दीवार थी ये मोदी ने आकर के ये 370 को कब्रिस्तान में गाड़ दिया है। अब ये कहते हैं हम 370 निकालेंगे, क्या 370 निकालने देंगे क्या? ये 370 निकालने देंगे क्या? भाइयों- बहनों, गड्ढे में से दोबारा 370 निकाल नहीं सकते और ना ही देश पर माथे पर मार सकते हैं। वो कह रहे हैं मोदी जो मुफ्त राशन दे रहा है, गरीबों का घर का चूल्हा जलता रहे इसलिए मोदी की गारंटी है ये मुफ्त राशन योजना चालू रहेगी ताकि गरीब का घर का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा नहीं सोना चाहिए। अब ये कहते हैं कि हम इस योजना को भी खत्म कर देंगे, मोदी जो गरीबों को मुफ्त इलाज की योजना चलाता है ये कहते ये भी खत्म कर देंगे, मोदी जो वंदे भारत ट्रेन चालू किया है बोले वो भी बंद कर देंगे। मैं गोला गोकर्णनाथ की पवित्र भूमि और छोटी काशी की इस धरती से सवाल उठा रहा हूं, सपा- कांग्रेस वालों ये भी बता दो क्या सत्ता में आए तो राम मंदिर को भी अस्पताल में परिवर्तित कर दोगे क्या? क्या काशी, काशी के विश्वनाथ कॉरिडोर जो बना है क्या उस पर भी बुलडोजर चला दोगे क्या?

साथियों,

बीते 10 वर्ष जो विकास कार्य हुए हैं बहुत कुछ हुआ है लेकिन मोदी इतना बड़े सपने लेकर चलता है इसलिए अब तक जो हुआ है ना वो कितना ही अच्छा क्यों ना हो लेकिन मोदी के लिए तो ट्रेलर है, ट्रेलर। अभी तो मुझे बहुत करना है पांच वर्ष में कई गुना ज्यादा काम करना है, हर एक को इस देश का एक भी इंसान ऐसा नहीं होगा जो ये कहेगा कि यार मोदी की सरकार आई लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला एक भी ऐसा इंसान, इतना काम करने वाला हूं। हर किसी को कुछ ना कुछ मिलेगा जी। मुझे केले के तने से फाइबर बनाने वाली धौरहरा की बहनों के समूह को और मजबूत करना है, मुझे तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाना है, काम बड़ा है लेकिन मोदी को छोटे काम की आदत ही नहीं है, नमो ड्रोन दीदी बनाकर बहनों को और सशक्त करना है, दुधवा नेशनल पार्क को इको टूरिजम मैप का ब्राइट स्पॉट बनाना है, ऐसे हर विकास कार्य के लिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं और आशीर्वाद देने का सरल उपाय है बीजेपी-एनडीए के उम्मीदवारों को वोट देना, जहां कमल के निशान वाले हैं उनको कमल के निशान पर वोट देना और जहां पर कप सौसर वाले हैं उनको वोट देना।

साथियों,

आपको 13 मई को धौरहरा से हमारी बहन रेखा अरुण वर्मा जी को, सीतापुर से हमारे साथी राजेश वर्मा जी को और खीरी सीट से हमारे साथी अजय मिश्रा टेनी जी को भारी बहुमत से संसद में भेजना है और आप जब इनको वोट देंगे ना वो सीधा- सीधा मोदी के खाते में आने वाला है। गर्मी कितनी क्यों ना हो मतदान ज्यादा से ज्यादा करेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे, पोलिंग बूथ को जीतेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे, मेरा पर्सनल काम है करेंगे, क्या ठंडे पड़ गए यार, ऐसा चलता है क्या? मैं आपके घर आया हूं और कह रहा हूं मेरा काम करोगे सबके सब अगर हाथ ऊपर करके बताओ तो बताऊंगा मेरा एक काम करोगे, पक्का करोगे। एक काम करना घर- घर जाना जितने लोगों के घर जा सकते हो जाना और जाकर के कहना अपने मोदी जी आए थे मोदी जी ने आपको राम- राम कहा है। मेरा राम- राम पहुंचा देंगे, हर परिवार में पहुंचा देंगे, जब मेरा राम- राम पहुंचेगा ना तो उस परिवार के मुखिया मुझे आशीर्वाद देंगे जब उनका मुझे आशीर्वाद मिलेगा ना मुझे एक नई ताकत मिलेगी, नई ऊर्जा मिलेगी आपके लिए काम करने के लिए।

मेरे साथ बोलिए
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।